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रविवार, 29 जनवरी 2023

मंगल ग्रह पर क्या कभी परमाणु युद्ध हुआ था? क्या वहाँ कभी इंसान रहते थे?

 

मंगल ग्रह के चित्र को अगर आप देखते हैं तो आप पाएंगे कि मंगल ग्रह पर कुछ अजीब लाइंस खींची हुई है जो कि वाकई बहुत डरावनी और अजीब है।

सबसे अजीब बात यह है कि यह इतनी बड़ी दूरी में बनी हुई है, कि इसे आसानी के साथ चित्र में देखा जा सकता है ( इस आर्टिकल्स के साथ मैंने कुछ चित्र को भी साझा किया है जो आप को समझने में मदद करेंगी ) कि मैं किस लाइंस की बात कर रहा हूं यह लाइंस इतनी बड़ी है जितना बड़ा पूरा रूस का भाग है जोकि देखने में प्राकृतिक बिल्कुल नहीं लगती।

प्राचीन अंतरिक्ष विचारक भी मंगल ग्रह पर जीवन होने का दावा करते हैं माया सभ्यता ने भी मंगल ग्रह पर कभी जीवन होने की बात कही थी ।आधुनिक साइंटिस्ट मानते हैं कि मंगल ग्रह पर पृथ्वी की ही तरह जीवन था और टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट जैसा कि हम पृथ्वी पर इस दौर में अनुभव कर रहे हैं उससे भी कहीं अधिक एडवांस टेक्नोलॉजी मंगल ग्रह पर कभी हुई थी ।

जैसा कि हम देख सकते हैं, आज के समय में हम परमाणु हथियारों से घिरे हुए हैं हर देश के पास कोई ना कोई एटॉमिक या परमाणु हथियार मौजूद है या होने वाला है और जो तेजी से बढ़ रहा है ।

अंतरिक्ष विचारक मानते हैं कि मंगल ग्रह पर भी वहा के निवासियों में तनाव होने के बाद युद्ध हुआ होगा जिसमें मंगल ग्रह और वहां के निवासी तबाह हो गए, यह बातें बहुत गहन अध्ययन के बाद और मंगल की संरचना को देखने पर कही गई हालांकि इस बात पर कभी सत्यापन की मुहर नहीं लगी।

कुछ अंतरिक्ष विचारकों का यह भी मानना है कि युद्ध के दौरान कुछ मंगल निवासी पृथ्वी पर आ गए और पृथ्वी कोई अपना निवास स्थान मान लिया। कुछ समय पहले इस पर एक प्रोग्राम जो "हिस्ट्री टीवी" पर आता है "एन्शियंट एलियन" में कही गई इस पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई जो कि अंतरिक्ष विद्वानों द्वारा बनाई गई थी।

क्या यह सच है ? कि एक एडवांस सभ्यता एक एटॉमिक युद्ध में पूरी तरीके से समाप्त हो सकती है, क्योंकि नासा के वैज्ञानिकों ने भी मंगल की धरती पर रेडियो एक्टिव पार्टिकल्स प्राप्त किए जो कि काफी हद तक इशारा करते हैं कि मंगल ग्रह पर परमाणु युद्ध हुआ था।

कुछ महीने पहले नासा के "आॉपरचुनेटी" रोवर ने बहुत सारी ऐसी कड़ियां पाई जो यह स्थिति को दर्शाती है कि मंगल ग्रह पर कुछ तो ऐसा हुआ था जिसकी वजह से वहां का पूरा प्रारूप ही बदल गया नासा ने यह माना है कि मंगल ग्रह पर कभी पानी मौजूद था हालांकि नासा मानता है कि हो सकता है अभी भी सॉलिड या आइस कैप्स की संरचना में पानी मंगल ग्रह पर सतह के नीचे मौजूद हो अगर मंगल ग्रह पर पानी मिल जाता है तो मंगल ग्रह को पृथ्वी की ही तरह फिर से बचाया जा सकता है क्योंकि मंगल और पृथ्वी में बहुत अंतर नहीं है चाहे वह वातावरण से संबंधित या फिर भौगोलिक स्थिति से संबंधित क्यों ना हो।

क्या आपको लगता है ? कि हमारी दुनिया भी ऐसे ही एक परमाणु युद्ध की तरफ बढ़ रही है कुछ दिनों पहले ईरान ने (जो एक परमाणु देश नहीं है उसने) भी अमेरिका के ऊपर परमाणु हमला करने की बात कही इस बात से हम क्या निष्कर्ष निकाल सकते हैं क्या ईरान के पास भी परमाणु हथियार है जो ईरान ने दुनिया के नजरों से छुपा कर रखा है भूतकाल में भी ऐसी कई घटनाओं ने पूरी दुनिया को खतरे में डाल दिया था जैसे कि जापान पर दो परमाणु हमला।

और भी बहुत सारी जानकारियां इस बात को और पुख्ता बनाती है कि मंगल ग्रह पर भी कभी जीवन था जो किसी भयानक स्थिति में मंगल ग्रह के जीवन को खत्म करके सन्नाटा छोड़ गया।

ज्यादा जानकारी के लिए आप एंशियंट एलियंश सीज़न 14 - "न्युक्लियर वार्स आॉन मार्स" देख सकते हैं।

अगर आपको यह जानकारी पसंद आई तो आप अपवोट कर के मुझे और लिखने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं।

धन्यवाद।

क्या एलियंस के पीछे का सच दुनिया से छुपा रहा है अमेरिका?

 क्या एलियंस के पीछे का सच दुनिया से छुपा रहा है अमेरिका?

अंतरिक्ष से आने वाले Aliens को लेकर पेंटागन का सबसे बड़ा खुलासा, कही ऐसी बात- दुनिया रह गई हैरान

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन (Pentagon) ने एलियंस और उनके यानों को लेकर ऐसी बात कही है, जिससे दुनिया भर के वैज्ञानिक और लोग हैरान हैं। लोगों का मानना है कि अमेरिका एलियन यानों को लेकर कोई बड़ी बात छिपा रहा है. पेंटागन ने एलियन घटनाओं की जांच की है. आइए जानते हैं क्या है उनकी जांच रिपोर्ट में...

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने की एलियन घटनाओं की जांच और किया है बड़ा खुलासा. (फोटोः एपी)

पेंटागन (Pentagon) ने एक बार फिर अपने खुलासे से पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है. उसने ऐसी बात कही है, जिसे मानने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक और लोग तैयार नहीं है. लोगों का मानना है कि अमेरिका एलियन (Alien) और उनके एलियनशिप (Alienship) यानी UFO को लेकर कुछ छिपा रहा है।

पेंटागन ने एक लंबी-चौड़ी जांच के बाद कहा कि आजतक अंतरिक्ष से आने वाले एलियन और UFO के कोई सबूत नहीं मिले हैं. इससे यह पता चलता है कि एलियन कभी धरती पर आए ही नहीं. न ही उनके यानों ने पृथ्वी पर कहीं क्रैश लैंडिंग की है. यह बात पेंटागन के एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कही है।

पेंटागन लगातार ऐसी घटनाओं की जांच कर रहा है, जिसमें एलियन यानों के दिखने की रिपोर्ट्स आई हैं. चाहे वह अंतरिक्ष में दिखे हों, आसमान में या फिर समुद्र में जाते या निकलते हुए. ऐसी सैकड़ों रिपोर्ट्स की जांच अब भी चल रही है. लेकिन अभी तक पेंटागन को एलियन और उनके स्पेसशिप यानी UFO के आने-जाने, पृथ्वी पर लैंडिंग या टेकऑफ के सबूत नहीं मिले हैं।

पेंटागन को नहीं मिले एलियन या UFO के सबूत

पेंटागन का कहना है कि ऐसे प्रमाण हैं ही नहीं कि ये बात पता चले कि इंटेलिजेंट एलियन जीवन (Intelligent Alien Life) धरती पर आती-जाती हो. या फिर यहां रहती हो. पेंटागन में इंटेलिजेंस एंड सिक्योरिटी विभाग में डिफेंस के अंडर सेक्रेटरी रोनैल्ड मॉल्ट्री ने कहा कि मैंने अभी तक ऐसी कोई चीज नहीं देखी है. न ही एलियन स्पेसशिप कहीं क्रैश हुए हैं, न ही इस तरह की कोई घटना कहीं दुनिया में हुई है।

पेंटागन कह रहा- हम कैसे मान ले एलियन आए थे

पेंटागन में बने नए ऑल डोमेन एनोमली रेजोल्यूशन ऑफिस (AARO) के डायरेक्टर सॉन कर्कपैट्रिक इससे उलटा कहते हैं. वो मानते हैं कि हो सकता है कि एलियन धरती पर आए हों. लेकिन हमें इसकी जांच साइंटिफिक तरीके से करनी होगी. एक्स्ट्राटेरेस्ट्रियल लाइफ हो सकती है लेकिन बिना सबूतों के हम इस बात को मान नहीं सकते. हम लगातार इस तरह की चीजों की जांच कर रहे हैं. जब तक हम पुख्ता नहीं हो जाते, हम कैसे मान लें कि एलियन आए थे।

साइंटिफिक जांच के बाद ही करेंगे खुलासा

सॉन कर्कपैट्रिक कहते हैं कि बतौर फिजिसिस्ट मुझे हर चीज की जांच साइंटिफिक तरीके से करनी होती है. एलियन मामलों की जांच भी ऐसे ही करेंगे. सही फैसला डेटा और साइंटिफिक मेथड के हिसाब से ही होगा. AARO का गठन इसलिए किया गया ताकि वो अमेरिकी मिलिट्री कैंपों, प्रतिबंधित वायुक्षेत्रों और जरूरी स्थानों पर एलियन या ऐसे किसी भी वस्तु के आने की जांच करेगा. ताकि अमेरिकी सैन्य ऑपरेशंस और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा न हो।

पहले अमेरिका ने कहा था- दिखे थे UFO

पिछले साल अमेरिका की एक सरकारी रिपोर्ट थी, जिसमें कहा गया था कि साल 2004 तक 140 मामले सामने आए थे, जिसमें एलियन स्पेसशिप देखे गए थे. इन घटनाओं की रिपोर्ट अमेरिकी मिलिट्री ने की थी. अमेरिका इस प्रक्रिया को अनआइडेंटिफाइड एरियल फेनोमेना (UAP) कहता है. इनके अलावा 143 ऐसी घटनाएं अलग-अलग स्थानों से रिपोर्ट की गई थीं. इससे पहले 1969 में ऐसी ही जांच शुरू की गई थी. जिसका नाम था प्रोजेक्ट ब्लू बुक (Project Blue Book). इसमें 12,618 बार UFO देखे गए थे. जिसमें से 701 घटनाओं का कोई खुलासा नहीं हो पाया।

अलौकिक शक्तियां कैसे प्राप्त की जा सकती हैं?

 

जो ध्यान-साधना में उतरा नहीं, अपने सूक्ष्म से जिसका पाला तक पड़ा नहीं वह भला क्या जाने पारलौकिक सिद्धि और शक्तियों के बारे में | साल भर पहले मैं केवल भगवान् को मानता था उन पर पूरा विश्वास था लेकिन सिद्धि, शक्ति आदि से मेरा कोई लेना-देना नहीं और ना ही कोई विस्वास था लेकिन यह एक कड़वा सच है उनके लिए जो कहते हैं की सिद्धि, शक्ति जैसा कुछ नहीं है |

सबसे पहला चमत्कार तो तभी हो जायेगा जब वह अपने सूक्ष्म से परिचित होगा और पायेगा की कैसे यह ब्रहांड एक अदृश्य ईथर तत्व से भरा पड़ा है और वह अदृश्य नहीं बल्कि दृश्य है बस अपना सूक्ष्म जानना होगा |

Image from Google (कंपनी)

सबसे पहले तो आप पारलौकिक शक्ति की बात कर रहे हो अलौकिक शक्ति की नहीं | अब आते हैं सिद्धियों, ताकतों, शक्तियों, मंत्र आदि पर तो भाई मेरे यह बताओ की क्यों चाहिए पारलौकिक शक्ति ? हमारे बड़े-बुजुर्ग कहते हैं की असली सिद्ध पुरुष तो समाज के सामने आते ही नहीं, वो कहाँ रहते हैं यह किसी को नहीं पता और आखिर वो क्या कारण है की समाज में नहीं आते ? समझो भाई की परमाणु बॉम्ब हर किसी के हाथ में दे दिया हो और घूम रहे हैं खुले आम बाजार में, मॉल्स में, गली मुहल्लों में ?

चलो आप ही बताओ की अगर किसी को यह सिद्धि मिल जाये की किसी भी मनुष्य का आगा-पीछा-भूत -भविष्य पता चलने लगे तो क्या होगा ? वह बेचारा अपने आप को संभाल लेगा क्या ? सबसे पहले वह अपने घरवाले, भाई, बहन, माता-पिता, यार-दोस्त इन सबके बारे में जान जायेगा और यह है कलियुग तो कौन क्या कर रहा है, किससे मिल रहा है, कितनी बार किसी से झूंठ बोला, क्या गलत कर्म किया, किसी का बुरा तो नहीं किया, किसी को आने वाले दिनों में कुछ विपत्ति तो नहीं आने वाली ? कहीं किसी अति प्रियजन की मृत्यु का दिन आपको पता चल जायेगा तो ? किसी ने एक से ज्यादा रिलेशन बना रखे हैं, किसी के पास करोड़ों का काला धन है ? कौन चरस फूंक रहा है ? ये सभी प्रकार के गलत कृत्य आप जानने लगोगे हर दिन, हर पल तो कैसे अपने आपको इन सबसे निकालोगे ?

इसमें भी सबसे बड़ी दिक्कत की होने वाली इन घटनाओं को आप जान जाओगे लेकिन यह आपके बस में नहीं की इनको सही कर सके क्यूंकि होनी तो होकर रहनी है भाई | तभी इसीलिए सिद्ध महात्मा पुरुष लोग अपने आप को समाज से काट लेते हैं ताकि इन सब से कोई पाला ही न पड़े, ना किसी से मिलेंगे और ना उसके बारे में जानेंगे | जानकर अनजान बनो तो गलत है लेकिन जब जाना ही नहीं किसी के बारे में तो कुछ भी गलत नहीं |

तो ऐसे परमाणु बॉम्ब की चाबी छुपी रहनी ही सही है !

रिसोर्ट मे शादियां ! नई सामाजिक बीमारी

 आज का दौर

इन बातोपे भी ध्यान देना

💥रिसोर्ट मे शादियां ! नई सामाजिक बीमारी



🙏हम बात करेंगे शादी समारोहो में होने वाली भारी-भरकम व्यवस्थाओं और उसमें खर्च होने वाले अथाह धन राशि के दुरुपयोग की!

सामाजिक भवन अब उपयोग में नहीं लाए जाते हैं
शादी समारोह हेतु यह सब बेकार हो चुके हैं
कुछ समय पहले तक शहर के अंदर मैरिज हॉल मैं शादियां होने की परंपरा चली परंतु वह दौर भी अब समाप्ति की ओर है! अब शहर से दूर महंगे रिसोर्ट में शादियां होने लगी है!

शादी के 2 दिन पूर्व से ही ये रिसोर्ट बुक करा लिया जाते हैं और शादी वाला परिवार वहां शिफ्ट हो जाता है
*आगंतुक और मेहमान सीधे वही आते हैं और वहीं से विदा हो जाते हैं।
इतनी दूर होने वाले समारोह में जिनके पास अपने चार पहिया वाहन होते हैं वहीं पहुंच पाते हैं!
*और सच मानिए समारोह के मेजबान की दिली इच्छा भी यही होती है कि सिर्फ कार वाले मेहमान ही  रिसेप्शन हॉल में आए!!
*और वह निमंत्रण भी उसी श्रेणी के अनुसार देता है दो तीन तरह की श्रेणियां आजकल रखी जाने लगी है

*किसको सिर्फ लेडीज संगीत में बुलाना है !किसको सिर्फ रिसेप्शन में बुलाना है!
*किसको कॉकटेल पार्टी में बुलाना है !और किस वीआईपी परिवार को इन सभी कार्यक्रमों में बुलाना है!!
*इस आमंत्रण में अपनापन की भावना खत्म हो चुकी है!

सिर्फ मतलब के व्यक्तियों को या परिवारों को आमंत्रित किया जाता है!!
महिला संगीत में पूरे परिवार को नाच गाना सिखाने के लिए महंगे कोरियोग्राफर 10-15 दिन ट्रेनिंग देते हैं!

मेहंदी लगाने के लिए आर्टिस्ट बुलाए जाने लगे हैं!हल्दी लगाने के लिए भी एक्सपर्ट बुलाए जाते हैं!
ब्यूटी पार्लर को दो-तीन दिन के लिए बुक कर दिया जाता है !
प्रत्येक परिवार अलग-अलग कमरे में ठहरते हैं जिसके कारण दूरदराज से आए बरसों बाद रिश्तेदारों से मिलने की उत्सुकता कहीं खत्म सी हो गई है!!
क्योंकि सब अमीर हो गए हैं पैसे वाले हो गए हैं!मेल मिलाप और आपसी स्नेह खत्म हो चुका है!
रस्म अदायगी पर मोबाइलों से बुलाये जाने पर कमरों से बाहर निकलते हैं !
सब अपने को एक दूसरे से रईस समझते हैं!
और यही अमीरीयत का दंभ उनके व्यवहार से भी झलकता है !
*कहने को तो रिश्तेदार की शादी में आए हुए होते हैं परंतु अहंकार उनको यहां भी नहीं छोड़ता !
*वे अपना अधिकांश समय करीबियों से मिलने के बजाय अपने अपने कमरो में ही गुजार देते हैं!!

*विवाह समारोह के मुख्य स्वागत द्वार पर नव दंपत्ति के विवाह पूर्व आलिंगन वाली तस्वीरें, हमारी विकृत हो चुकी संस्कृति पर सीधा तमाचा मारते हुए दिखती हैं!

*अंदर एंट्री गेट पर आदम कद  स्क्रीन पर नव दंपति के विवाह पूर्व आउटडोर शूटिंग के दौरान फिल्माए गए फिल्मी तर्ज पर गीत संगीत और नृत्य चल रहे होते हैं!
आशीर्वाद समारोह तो कहीं से भी नहीं लगते हैं
पूरा परिवार प्रसन्न होता है अपने बच्चों के इन करतूतों पर पास में लगा मंच जहां नव दंपत्ति लाइव गल - बहियाँ करते हुए मदमस्त दोस्तों और मित्रों के साथ अपने परिवार से मिले संस्कारों का प्रदर्शन करते हुए दिखते हैं!

मंच पर वर-वधू के नाम का बैनर लगा हुआ होता है!"*
अब वर वधू के नाम के आगे कहीं भी चि० और सौ०का० नहीं लिखा जाता क्योंकि अब इन शब्दों का कोई सम्मान बचा ही नहीं इसलिए अंग्रेजी में लिखे जाने लगे है"

*हमारी संस्कृति को दूषित करने का बीड़ा ऐसे ही अति संपन्न वर्ग ने अपने कंधों पर उठाए रखा है

*मेरा अपने मध्यमवर्गीय समाज बंधुओं से अनुरोध है आपका पैसा है ,आपने कमाया है,आपके घर खुशी का अवसर है खुशियां मनाएं,पर किसी दूसरे की देखा देखी नही!
*कर्ज लेकर अपने और परिवार के मान सम्मान को खत्म मत करिएगा!
जितनी आप में क्षमता है उसी के अनुसार खर्चा करिएगा
*4 - 5 घंटे के रिसेप्शन में लोगों की जीवन भर की पूंजी लग जाती है !
और आप कितना ही बेहतर करें लोग जब तक रिसेप्शन हॉल में है तब तक आप की तारीफ करेंगे!
और लिफाफा दे कर आपके द्वारा की गई आव भगत की कीमत अदा करके निकल जाएंगे!
मेरा युवा वर्ग से भी अनुरोध है कि अपने परिवार की हैसियत से ज्यादा खर्चा करने के लिए अपने परिजनों को मजबूर न करें!

आपके इस महत्वपूर्ण दिन के लिए आपके माता-पिता ने कितने समर्पण किए हैं यह आपको खुद माता-पिता बनने के उपरांत ही पता लगेगा!

दिखावे की इस सामाजिक बीमारी को अभिजात्य वर्ग तक ही सीमित रहने दीजिए!

अपना दांपत्य जीवन सर उठा के, स्वाभिमान के साथ शुरू करिए और खुद को अपने परिवार और अपने समाज के लिए सार्थक बनाइए !




चिन्तनीय...........वास्तविकता

समयसूचक AM और PM का उदगम भारत ही था।

 

समयसूचक AM और PM का उदगम भारत ही था।

 पर हमें बचपन से यह रटवाया गया, विश्वास दिलवाया गया कि इन दो शब्दों AM और PM का मतलब होता है :

AM : एंटी मेरिडियन (ante meridian)

PM : पोस्ट मेरिडियन (post meridian)

एंटी यानि पहले, लेकिन किसके?

पोस्ट यानि बाद में, लेकिन किसके?

यह कभी साफ नहीं किया गया, क्योंकि यह चुराये गये शब्द का लघुतम रूप था।

अध्ययन करने से ज्ञात हुआ और हमारी प्राचीन संस्कृत भाषा ने इस संशय को अपनी आंधियों में उड़ा दिया और अब, सब कुछ साफ-साफ दृष्टिगत है।

कैसे?

देखिये...

AM = आरोहनम् मार्तण्डस्य Aarohanam Martandasya

PM = पतनम् मार्तण्डस्य Patanam Martandasya

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सूर्य, जो कि हर आकाशीय गणना का मूल है, उसीको गौण कर दिया। अंग्रेजी के ये शब्द संस्कृत के उस 'मतलब' को नहीं इंगित करते जो कि वास्तव में है।

आरोहणम् मार्तण्डस्य Arohanam Martandasaya यानि सूर्य का आरोहण (चढ़ाव)।

पतनम् मार्तण्डस्य Patanam Martandasaya यानि सूर्य का ढलाव।

दिन के बारह बजे के पहले सूर्य चढ़ता रहता है - 'आरोहनम मार्तण्डस्य' (AM)।

बारह के बाद सूर्य का अवसान/ ढलाव होता है - 'पतनम मार्तण्डस्य' (PM)।

पश्चिम के प्रभाव में रमे हुए और पश्चिमी शिक्षा पाए कुछ लोगों को भ्रम हुआ कि समस्त वैज्ञानिकता पश्चिम जगत की देन है।

शनिवार, 28 जनवरी 2023

चंदन के पेड़ पर सांप क्यों लिपटे रहते हैं?

 

वैसे आपको जान कर हैरानी होगी कि असल में सांप चंदन के पेड़ की खुशबू की वजह से नहीं बल्कि खुद को ठंडा रखने के लिए ही इस पेड़ से लिपटे रहते है। दरअसल आप में से बहुत से लोग ये बात नहीं जानते होंगे कि चंदन का पेड़ काफी ठंडा होता है। वही दूसरी तरफ सांप को ठंडी जगह पर रहना काफी पसंद होता है।

चंदन के पेड़ में ही क्यों लिपटे रहते हैं सांप, जानें इसका गहरा राज

यूँ तो आपने कई बार किताबो में ये पढ़ा होगा कि आमतौर पर सांप चंदन के पेड़ से लिपटे रहते है।

यूँ तो आपने कई बार किताबो में ये पढ़ा होगा कि आमतौर पर सांप चंदन के पेड़ से लिपटे रहते है। मगर क्या आप जानते है कि आखिर सांप केवल इसी पेड़ से क्यों लिपटे रहते है। जी हां यक़ीनन हम में से ज्यादातर लोग इसके पीछे की असली वजह नहीं जानते होंगे। इसलिए आज हम आपको इसके पीछे की असली वजह से रूबरू करवाएंगे। वैसे जो लोग सोचते है कि सांप को चंदन के पेड़ की महक पसंद होती है। इस वजह से वह इस पेड़ से लिपटे रहते है। तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दे कि वास्तव में ये सही कारण नहीं है। दरअसल वैज्ञानिक काफी समय पहले ही यह बात साबित कर चुके है, कि सांप में सूंघने की क्षमता नहीं होती।

इसका मतलब ये है कि वह चंदन के पेड़ की महक को महसूस कर ही नहीं सकते। हालांकि वह अपनी जीभ को बार बार बाहर जरूर निकालते है, ताकि वह अपने आस पास के वातावरण का जायजा ले सके। वैसे आपको जान कर हैरानी होगी कि असल में सांप चंदन के पेड़ की खुशबू की वजह से नहीं बल्कि खुद को ठंडा रखने के लिए ही इस पेड़ से लिपटे रहते है। दरअसल आप में से बहुत से लोग ये बात नहीं जानते होंगे कि चंदन का पेड़ काफी ठंडा होता है। वही दूसरी तरफ सांप को ठंडी जगह पर रहना काफी पसंद होता है। जी हां सांप एक ऐसा जीव है जो गर्मी बर्दाश्त नहीं कर सकता।

इसलिए अगर हो सके तो गर्मियों के दिनों में भूल कर ऐसी जगह के आस पास से न गुजरे, जहाँ सांप बसते हो। वरना ये आपके लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है। यानि अगर हम सीधे शब्दों में कहे तो खुद की चमड़ी को ठंडक पहुंचाने के लिए ही सांप चंदन के पेड़ से लिपटे रहते है। यहाँ तक कि सांप पेड़ पर केवल एक जगह नहीं, बल्कि चारो तरफ लिपट जाते है, ताकि वह पूरा समय अपने शरीर को ठंडा रख सके। बता दे कि चंदन की प्रवृति काफी शीतल होती है। इसके इलावा सांप अपने शरीर को ठंडा रखने के लिए जमीन के नीचे भी रहते है।


वैसे हम तो यही कहेंगे कि अगर आपके आस पास चंदन का पेड़ हो या बहुत सारे चंदन के पेड़ हो, तो आपको सावधान रहने की काफी जरूरत है। वो इसलिए क्यूकि कब कौन से बिल से सांप बाहर निकल कर आपके सामने आ जाएँ ये कोई नहीं कह सकता। इसलिए अगर हो सके तो अपना ध्यान रखे और चंदन के पेड़ से बच कर रहे।

गुरुवार, 26 जनवरी 2023

आयुर्वेद के अनुसार किसी भी तरह के रोग होने के 3 कारण होते हैं



समाधान 3 प्रकृति का...

आयुर्वेद के अनुसार किसी भी तरह के रोग होने के 3 कारण होते हैं-

🥗1. वात:- शरीर में गैस बनना।
🥗2. पित्त:- शरीर की गर्मी बढ़ना।
🥗3. कफ:- शरीर में बलगम बनना।

🥗🥗किसी भी रोग के होने का कारण एक भी हो सकता है और दो भी हो सकता है या दोनों का मिश्रण भी हो सकता है या तीनों दोषों के कारण भी रोग हो सकता है।

🥗1. वात होने का कारण - गलत भोजन, बेसन, मैदा, बारीक आटा तथा अधिक दालों का सेवन करने से शरीर में वात दोष उत्पन्न हो जाता है।
दूषित भोजन, अधिक मांस का सेवन तथा बर्फ का सेवन करने के कारण वात दोष उत्पन्न हो जाता है।
आलसी जीवन, सूर्यस्नान, तथा व्यायाम की कमी के कारण पाचन क्रिया कमजोर हो जाती है जिसके कारण वात दोष उत्पन्न हो जाता है।
इन सभी कारणों से पेट में कब्ज (गंदी वायु) बनने लगती है और यही वायु शरीर में जहां भी रुकती है, फंसती है या टकराती है, वहां दर्द होता है। यही दर्द वात दोष कहलाता है।

🥗2. पित्त होने का कारण - पित्त दोष होने का कारण मूल रुप से गलत आहार है जैसे- चीनी, नमक तथा मिर्चमसाले का अधिक सेवन करना।
नशीली चीजों तथा दवाईयों का अधिक सेवन करने के कारण पित्त दोष उत्पन्न होता है।
दूषित भोजन तथा केवल पके हुए भोजन का सेवन करने से पित्त दोष उत्पन्न होता है।
भोजन में कम से कम 75 से 80 प्रतिशत क्षारीय पदार्थ (फल, सब्जियां इत्यादि अपक्वाहार) तथा 20 से 25 प्रतिशत अम्लीय पक्वाहार पदार्थ होने चाहिए। जब इसके विपरीत स्थिति होती है तो शरीर में अम्लता बढ़ जाती हैं और पित्त दोष उत्पन्न हो जाता है।

🥗3.  कफ होने का कारण - तेल, मक्खन तथा घी आदि चिकनाई वाली चीजों को हजम करने के लिए बहुत अधिक कार्य करने तथा व्यायाम की आवश्यकता होती है और जब इसका अभाव होता है तो पाचनक्रिया कम हो जाती है और पाचनक्रिया की क्षमता से अधिक मात्रा में चिकनाई वाली वस्तुएं सेवन करते है तो कफ दोष उत्पन्न हो जाता है।
रात के समय में दूध या दही का सेवन करने से कफ दोष उत्पन्न हो जाता है।

🥗🥗वात, पित्त और कफ के कारण होने वाले रोग निम्नलिखित हैं-

🥗वात के कारण होने वाले रोग -

 अफारा, टांगों में दर्द, पेट में वायु बनना, जोड़ों में दर्द, लकवा, साइटिका, शरीर के अंगों का सुन्न हो जाना, शिथिल होना, कांपना, फड़कना, टेढ़ा हो जाना, दर्द, नाड़ियों में खिंचाव, कम सुनना, वात ज्वर तथा शरीर के किसी भी भाग में अचानक दर्द हो जाना आदि।

🥗पित्त के कारण होने वाले रोग -

 पेट, छाती, शरीर आदि में जलन होना, खट्टी डकारें आना, पित्ती उछलना (एलर्जी), रक्ताल्पता (खून की कमी), चर्म रोग (खुजली, फोड़े तथा फुन्सियां आदि), कुष्ठरोग, जिगर के रोग, तिल्ली की वृद्धि हो जाना, शरीर में कमजोरी आना, गुर्दे तथा हृदय के रोग आदि।

🥗कफ के कारण होने वाले रोग -

 बार-बार बलगम निकलना, सर्दी लगना, श्वसन संस्थान सम्बंधी रोग (खांसी, दमा आदि), शरीर का फूलना, मोटापा बढ़ना, जुकाम होना तथा फेफड़ों की टी.बी. आदि।

🥗🥗वात से पीड़ित रोगी का प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार-

🥗आहार चिकित्सा-

🥗 वात से पीड़ित रोगी को अपने भोजन में रेशेदार भोजन (बिना पकाया हुआ भोजन) फल, सलाद तथा पत्तेदार सब्जियों का अधिक प्रयोग करना चाहिए।

🥗मुनक्का अंजीर, बेर, अदरक, तुलसी, गाजर, सोयाबीन, सौंफ तथा छोटी इलायची का भोजन में अधिक उपयोग करना चाहिए जिसके फलस्वरूप रोग जल्दी ही ठीक हो जाता है। 

🥗 रोगी व्यक्ति को प्रतिदिन सुबह के समय में लहसुन की 2-4 कलियां खानी चाहिए तथा अपने भोजन में मक्खन का उपयोग करना चाहिए इसके फलस्वरूप वात रोग जल्दी ही ठीक हो जाता है।

🥗उपवास - 

वात रोग से पीड़ित रोगी को सबसे पहले कुछ दिनों तक सब्जियों या फलों का रस पीकर उपवास रखना चाहिए तथा इसके बाद अन्य चिकित्सा करनी चाहिए।

🥗🥗पित्त से पीड़ित रोगी का प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार- 

🥗आहार चिकित्सा

🥗पित्त रोग से पीड़ित रोगी को प्रतिदिन सब्जियों तथा फलों का रस पीना चाहिए।

🥗 पित्त रोग से पीड़ित रोगी को भूख न लग रही हो तो केवल फलों का रस तथा सब्जियों का रस पीना चाहिए और सलाद का अपने भोजन में उपयोग करना चाहिए। इसके फलस्वरूप उसका रोग जल्दी ही ठीक हो जाता है।

🥗रोगी व्यक्ति को पूरी तरह स्वस्थ होने तक बिना पका हुआ भोजन करना चाहिए।

🥗पित्त रोग से पीड़ित रोगी को खट्टी, मसालेदार, नमकीन चीजें तथा मिठाईयां नहीं खानी चाहिए क्योंकि इन चीजों के सेवन से पित्त रोग और बिगड़ जाता है।

🥗पित्त के रोगी के लिए गाजर का रस पीना बहुत ही लाभकारी होता है, इसलिए रोगी को प्रतिदिन सुबह तथा शाम के समय में कम से कम 1 गिलास गाजर का रस पीना चाहिए।

🥗 अनार, मुनक्का, अंजीर, जामुन, सिंघाड़ा, सौंफ तथा दूब का रस पीना पित्त रोगी के लिए बहुत ही लाभकारी होता है।

🥗पित्त रोग से पीड़ित रोगी को सुबह के समय में लहसुन की 2-4 कलियां खाने से बहुत लाभ मिलता है।

🥗सोयाबीन तथा गाजर का सेवन प्रतिदिन करने से वात रोग जल्द ही ठीक होने लगता है।

🥗🥗कफ से पीड़ित रोगी का प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार-

🥗आहार चिकित्सा

🥗 कफ के रोग से पीड़ित रोगी को प्राकृतिक चिकित्सा के दौरान सबसे पहले चिकनाई वाले पदार्थ, दूषित भोजन, तली-भुनी चीजों आदि का सेवन नहीं करना चाहि क्योंकि इन चीजों का उपयोग कफ रोग में बहुत हानिकारक रहता है।

🥗कफ से पीड़ित रोगी को दूध तथा दही वाले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इन चीजों के सेवन से रोगी की स्थिति और भी गंभीर हो जाती है।

🥗 कफ रोग से पीड़ित रोगी को दूध नही पीना चाहिए और अगर उसका मन दूध पीने को करता है तो दूध में सोयाबीन डालकर सेवन करना चाहिए।

🥗कफ रोग से पीड़ित रोगी को ताजे आंवले का रस प्रतिदिन सुबह के समय में पीना चाहिए जिसके फलस्वरूप उसका रोग जल्दी ही ठीक हो जाता है। यदि आंवले का रस न मिल रहा हो तो सूखे आंवले को चूसना चाहिए।

🥗मुनक्का, कच्ची पालक, अंजीर तथा अमरूद का सेवन कफ रोग में बहुत अधिक लाभदायक होता है।

🥗अदरक, तुलसी, अंजीर तथा सोयाबीन का कफ रोग में प्रयोग करने से रोगी को बहुत आराम मिलता है।

🥗लहसुन तथा शहद का प्रयोग भी कफ रोग में लाभदायक होता है और इससे रोगी का कफ रोग जल्दी ही ठीक हो जाता है।


दुनिया में सबसे सच्चे सबसे अच्छे हिंदुस्तानी है - डाक्टर सुनील जोगी


नमस्कार मित्रो मै कुंज माहेश्वरी आपके लिए लाया हूँ डाक्टर सुनील जोगी की एक कविता मेरे भारत के बारे में लोगो की जो राय थी वो ऐसी थी की भारत जंगली लोगो का देश है रोगियों का ढोंगियो का मदारियों का देश है पर लोगो की यह राय बदल रही है अब भारत कैसा देश है कुछ पंक्तियों द्वारा समझाते हैं


हम सीना ठोक के कहते है । आवाज लगाकर कहते है। 
हाथो में गीता रामायण कुरआन उठाके कहते है।
जो चली आ रही सदियो से हम वो अनमोल कहानी है ।
दुनिया में सबसे सच्चे सबसे अच्छे हिंदुस्तानी है।

हम ताजमहल की मीनारे पावन गंगा की धारा है
ख्वाजा नवाज की चादर है अमृतसर का गुरुद्वारा है।
हम हिन्द महासागर का जल और हिमगिरि की ऊंचाई है।
हम भीमसेन जोशी
का स्वर है बिस्मिल्ला की शहनाई है।
हम सूर्यदेव का ज्योति कलश शिवशंकर वाला डमरू है।
जिस पर गिरधर नागर नाचे हम वो मीरा के घुंघरू हैं
हम मानसरोवर का पानी, हम काश्मीर की केशर है।
हम रामेश्वर द्वारिकापुरी हम रामसेतु के पत्थर है।
हम शंकर से विषपायी है सागर मंथन के अमृत है।
हम कल्पवृक्ष, हम नागमणि, हम कामधेनु , ऐरावत है
जिसमे श्रीकृष्ण नहाते थे, हम वो यमुना का पानी है।
दुनिया में सबसे सच्चे सबसे अच्छे हिंदुस्तानी है।

हम आर्य भट्ट की संतानें हम शून्य बताने वाले है।
हम आयुर्वेद और योगा का
ज्ञान सिखाने वाले है।
हम आदिशक्ति हम आदिगुरु हम आदिशंकराचारी है
जिनसे सारी सृष्टि जन्मी उस ब्रह्मा की चिंगारी है
हम वेद पुराणों के ज्ञाता हम अक्षर के आराधक है।
हम ज्योतिषविद खगोलज्ञानी हम तंत्र मंत्र के साधक है
हम महावीर के अनुयायी गौतम गाँधी के दर्शन है
हम अर्जुन का गांडीव और माधव का चक्र सुदर्शन है
हम कला पुजारी उत्सव धर्मी होली और दिवाली है।
जो देवो के सर पे चढ़ती हम वो पूजा की थाली है।
हम हरिश्चन्द्र है शिव दधीचि है कर्ण सरीखे दानी है
दुनिया में सबसे सच्चे सबसे अच्छे हिंदुस्तानी है।

हम इतिहासों के पन्ने है भूगोल बनाने वाले है।
हम श्वेत कबूतर नेहरू के जन गण मन गाने वाले है
1618 भाषाएं बोलिया साथ में रखते है
हम छ धर्मो छ ऋतुऔ की टोलिया साथ में रखते है।
हम हिंदू सिंधु घाटी वाली पाटिया साथ में रखते हैं
उनतीस राज्यो में चौसठ सौ जातियां साथ में रखते है।
हम सवा अरब मिलके एक स्वर में जन गण मन को गाते है।
हम उत्तर से दक्षिण तक अमर तिरंगे को फहराते है।
हम रेत समंदर पर्वत झरने नदिया है कालिंदी हैं
जन जन से राष्ट्रसंघ तक गूंज रही वो पावन हिंदी है।
हम इस धरती का कोहिनूर है सतरंगी चुनर धानी है।
दुनिया में सबसे सच्चे सबसे अच्छे हिंदुस्तानी है।

अरविंद घोष की वाणी है , हम तुलसी का दिग्दर्शन है
हम अब्दुल कलाम की दृष्टि है ऐश्वर्या का आकर्षण है।
हम करुणा मदर टेरेसा की इंदिरा गांधी की शक्ति है।
लक्ष्मी बाई का साहस है मीराबाई की भक्ति है।
हम रामदेव से योगी है धोनी सी धूम मचाते है।
सनसनी सानिया मिर्ज़ा सी तेंदुलकर बनकर छाते हैं
हमसे सहज सुनीता विलियम है जो अंतरिक्ष से आयी है।
बॉबी जिंदल ने अमरीका जाकर के धूम मचाई है।
सबके अधरो को चूम रही हम वो कान्हा की बंशी है
सारी दुनिया को जीत रहे
है हम वो भारतवंशी है
हम टाटा बिरला की पूंजी लक्ष्मी मित्तल अंबानी है
दुनिया में सबसे सच्चे सबसे अच्छे हिंदुस्तानी है।

हम राम कृष्ण और महावीर नानक की पूजा करते है
शिरडी वाले सांई बाबा हम सबकी झोली भरते है
हम सिद्धि विनायक तिरुपति संकटमोचन भोग लगाते है
हम पीर अली ख्वाजा बाबा के दीपो दान जलाते है
हम रामचरित मानस भारत में चौबीस घंटे गाते है
काशी मथुरा वैष्णो देवी से अमरनाथ तक जाते है।
हमको गुरुद्वारा दिख जाए तो मत्था खुद टिक जाता है।
गिरिजाघर की घंटी का स्वर मन प्राणों को महकता है।
हम शांतिकुंज, हम शक्ति कुंज , हम शांति निकेतन वाले हैं ,
हम भारत के सारे धर्मो के पंथो के रखवाले है।
हम आर्य पुत्र माँ के सुपुत्र संगम तीर्थ का पानी है।
दुनिया में सबसे सच्चे सबसे अच्छे हिंदुस्तानी है।

हिमराज हमारा मस्तक है सागर ने चरण पखारे हैं
आस्था हमारी मंदिर मज्जिद गिरिजाघर गुरूद्वारे है
हम गणपति का वंदन करके हर काम सफल कर देते है।
हम काट अंगूठा गुरुदेव के चरणों में धर देते है।
हम शब्द ब्रह्म वाले सर्वे भवन्तु सुखिनः को गाते है।
श्रवण कुमार बन मात पिता की कावड़ लेकर जाते है
हम सत्य अहिंसा से मानवता को महकाने वाले है।
हम त्याग तपस्या से धरती को स्वर्ग बनाने वाले है।
रुद्राक्ष गाय गीता गंगा गायत्री पूजा करते है
कदमों में अंबर रखते हैं चुल्लू में सागर भरते है
हम योगी त्यागी वेद पुराणों के ज्ञानी विज्ञानी है
दुनिया में सबसे सच्चे सबसे अच्छे हिंदुस्तानी है।

हम कबीरा की साखी जैसे खुसरो की अमर रूबाई है,
हम मिर्जा गालिब की गजलें रसखान चंद्र वरदाई है
हम सूरदास तुलसी मीरा हम दिनकर पंत निराला है
भूषण केशव मतिराम जायसी बच्चन की मधुशाला हैं
प्रेमचंद गोदान लिखा माधव का गीता ज्ञान लिखा
रामचरितमानस हमने मानवता का वरदान लिखा
जब वक्त पड़ा अनुवंद बने महके मन से मकरंद बने
हम विद्यापति की पदावली रस अलंकार और छंद बने
कोसो जन्मे टैगोर बने भक्ति रस का आनंद बने,
एकात्म जगा आध्यात्म जगाकर, हमीं विवेकानंद बने
हम इस कलियुग के तीरथ है , साधु संतो की वाणी है
दुनिया में सबसे सच्चे सबसे अच्छे हिंदुस्तानी है।

घर के बाहर है नीम खड़ी आंगन में तुलसी माता है
हम सात कर्मो वाले पुरखो से भी जन्मों का नाता है
बरगद की पूजा होती है हम पीपल को जल देते है,
हम दरवाजे आए फकीर को भी मीठे फल देते है
अपनी माताएं बहनें सिर पर पल्लू रख कर चलती है
गर वक्त पड़े तो जोहर में लाखो पदमिनिया जलती है
हम जन्म जहां ले लेते उस माटी को चंदन कहते है
हम प्यार भरे कच्चे धागे को रक्षाबंधन कहते है
हम घर पर आए अतिथी का मन से अभिनंदन करते है
हम बड़े बुजुर्गो के चरणों को छूकर वंदन करते है
हम चार धामों के पुण्य और ऋषि मुनियों के वरदानी है
दुनिया में सबसे सच्चे सबसे अच्छे हिंदुस्तानी है।

हम वीर शिवा के वंशज है राणा की चौड़ी छाती है
हम टीपू की तलवारे है तात्या टोपे के नाती है
हम बंदा बेरागी, हाडी रानी की कथा सुनाते है
हम रंग बसंती वाला चोला शाम सवेरे गाते है
इस देश की नारी भी पुरुषो से आगे कदम बढ़ाती है,
लक्ष्मीबाई बच्चा लेकर अंग्रेज़ो से लड़ जाती है
मंगल पांडे तन्हा सेना मे क्रांति शुरू कर देता है,
उधमसिंह लंदन जाकर डायर से बदला ले लेता है
सावरकर काले पानी पर एक नई कथा लिख जाते है
अब्दुल हमीद पेंटागन तोपों के आगे बिछ जाते है
हम युद्ध भूमि के पौरुष है कतरा कतरा सेनानी है
दुनिया में सबसे सच्चे सबसे अच्छे हिंदुस्तानी है।

हम पर संकट आते है तो शिव शंकर तांडव करते है
बजता है पांचजन्य अर्जुन लेकर गांडीव उतरते है
चोटी चाणक्‍य बाँध लेते प्रत्यंचा राम चढ़ाते है
देवता खड़े होकर क्रोधित हो हर हर गगे गाते है
धरती को थामे शेषनाग भी करवट लेने लगते है,
यमराज मृत्यु का वाहन लेकर आगे बढ़ने लगते है
बूटी लाने वाले हनुमत का पौरुष जगने लगता है
सागर गर्जन करता धरती का धीरज डिगने लगता है
कलकत्ते वाली काली माँ भी रणचंडी बन जाती है,
पलभर मे दुश्मन के नरमुंडो की मॅंडी बन जाती है
हम भूगोलो के रक्षक है इतिहासो के वरदानी है
दुनिया में सबसे सच्चे सबसे अच्छे हिंदुस्तानी है।

भविष्य में संभावित आयकर संबंधित जानकारी पर ध्यान दें - AIS

*भविष्य में संभावित आयकर संबंधित जानकारी पर ध्यान दें*




 आने वाले समय में हम जो आयकर विवरण भरते हैं, विभाग उससे ज्यादा ध्यान हमारे खर्चों के ऊपर रखा जाएगा। आपके खर्चों के आधार पर आपकी आय का आकलन हो सकता है।

 खास बात पर ध्यान दिया जाएगा की जो 

महंगे घर खरीद रहे हैं,
महंगें वाहन खरीद रहे हैं, 
विदेशों की यात्रा कर रहे हैं,
यात्रा के लिए विदेशी मुद्रा ले रहे हैं,

महंगे किराए के घरों में रह रहे हैं, 
होटलों में शादियों में अत्यधिक खर्च कर रहे हैं,
बहुत ज्यादा हवाई यात्रा कर रहे हैं,

महंगी स्कूल, कॉलेज या विदेश में बच्चों की पढ़ाई पर खर्च,
महंगे अस्पतालों में इलाज,

इस प्रकार के सभी बड़े खर्चा के लिए आपसे पैन नंबर लिया जाता है।

 एनुअल फाइनेंशियल स्टेटमेंट के माध्यम से, जहां-जहां बड़े खर्चे होते हैं, यह लोग आयकर विभाग को जानकारी प्रदान करते हैं।

 सारी जानकारी आपके पैन नंबर से जुड़ जाती है।

 अगर आप अपना सालाना आयकर का AIS 26 (ANNUAL INFORMATION STATEMENT) स्टेटमेंट देखें,


तो ऊपर बताए गए खर्चों का विवरण इसमें आने लग जाएगें।
धीरे-धीरे सरकार आपके खर्चों का हिसाब रखकर, आपकी आय का आकलन करेगी।


 हमें बहुत ध्यान से खर्चे करने हैं।
 अगर हम ज्यादा खर्च कर रहे हैं तो उसी अनुपात में अपनी आय का विवरण भी ध्यान में रखें।
 सारी जानकारी सिर्फ आपके PAN CARD से ही नहीं बल्कि आपके आधार कार्ड और मोबाइल नंबर से भी जुड़ी हैं और जहां जहां आप अपना मोबाइल नंबर देते हैं वहां से खर्च सीधा आपके PAN CARD से जुड़ जाता है चाहे वो कितना ही छोटे से छोटा खर्च हो ।
 एक चेतावनी स्वरूप अग्रिम मार्गदर्शन का प्रयास किया गया है।


इनकम टैक्स रिटर्न अनुभवी चार्टर्ड अकाउंटेंट से भरवाए और इस संबंध में ज्यादा जानकारी अर्जित करें

इनकम टैक्स रिटर्न में 80 C व 80 D की छूट लेने के लिए संपर्क करे 

आपका फाइनेंशियल एडवाइजर मित्र

कैलाश चंद्र लढा
9352174466

सोमवार, 23 जनवरी 2023

बागेश्वर धाम मोबाइल नंबर ? bageshwar dham contact number mp

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बागेश्वर धाम मोबाइल नंबर ?


दोस्तों आज हम बागेश्वर धाम का मोबाइल नंबर से सम्बंधित सभी सवालों के जबाब देने वाले हैं, लोगों बागेश्वर धाम कांटेक्ट नंबर पाने के लिए बागेश्वर धाम का मोबाइल नंबर, bageshwar dham toll free number, bageshwar dham contact number mp, बागेश्वर धाम का मोबाइल नंबर क्या है, बागेश्वर धाम के गुरु जी का मोबाइल नंबर, bageshwar dham phone number, bageshwar dham mobile number, बागेश्वर धाम का मोबाइल नंबर दीजिए, बागेश्वर धाम सन्यासी बाबा का मोबाइल नंबर, bageshwar dham number इन्टरनेट पर सर्च कर रहे हैं आइये bageshwar dham contact number जानते हैं।

दोस्तों बागेश्वर धाम का मोबाइल नंबर पर आपको बहुत से आर्टिकल मिल जाएगे जिसमे आपको जो bageshwar dham contact number दिया जाता हैं , वह या तो बिजी रहता हैं, या नंबर बंद रहता हैं, आज हम आपको bageshwar dham contact number mp देगे जो कॉल भी लगेगा और बागेश्वर धाम समिति से बात भी होगी।

बागेश्वर धाम चमत्कारी मंत्र एक बार जरुर पढ़े – // ॐ बागेश्वराय नमः //

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बागेश्वर धाम का मोबाइल नंबर क्या हैं, या बागेश्वर धाम के गुरु जी का मोबाइल नंबर दोस्तों जैसा की आपको पता होगा की बागेश्वर धाम सरकार ने कुछ बागेश्वर धाम मोबाइल नंबर जारी किये हैं जिससे आप बागेश्वर धाम के बारे में जानकारी ले सकते हैं, और टोकन कब मिलेगे के बारे में भी पता कर सकते हैं, धाम के मोबाइल नंबर बागेश्वर धाम समिति के सदस्य उठाते हैं , ना की महाराज के दुवारा बागेश्वर धाम के गुरु जी का मोबाइल नंबर सभी के लिए नहीं हैं , और ना महाराज किसी से बात करते हैं, अगर किसी भक्त से बात करनी होती हैं, तो फेसबुक या Youtube लाइव के दौरान करते हैं।

बागेश्वर धाम का मोबाइल नंबर8982862921 और 8120592371

दोस्तों bageshwar dham sarkar contact number या बागेश्वर धाम मोबाइल नंबर पर केवल जानकारी दी जाती हैं, धाम के विषय में ना की टोकन दिए जाते हैं और ना आर्गी लगाई जाती हैं, इसलिए bageshwar dham contact number mp पर अगर कोई आपसे पैसा मागें टोकन के लिए या आर्गी के नाम पर तो मत दो वो आपको ठग रहा हैं।

बागेश्वर धाम का मोबाइल नंबर दीजिए

बागेश्वर धाम का मोबाइल नंबर 8982862921 और 8120592371 हैं , bageshwar dham mobile number पर कॉल करने का सही समय सुबह और शाम को हैं जिससे आपका कॉल जल्दी लग जाए, बहुत से लोग bageshwar dham contact number मिलने के बाद भी धाम पर कॉल नहीं लगता हैं, इसका सीधा कारण हैं एक ही समय पर बहुत से लोगों दुवारा फ़ोन का लगाया जाना हैं।

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दोस्तों बहुत से लोग बागेश्वर धाम का टोल फ्री नंबर ( bageshwar dham toll free number ) चाहते हैं, जिससे बागेश्वर धाम पर महाराज से बात कर सके, क्योंकि बागेश्वर धाम मोबाइल नंबर हमेशा बिजी रहता हैं और बागेश्वर धाम के भक्त परेशान रहते हैं, तो दोस्तों में आपको बतादू अभी बागेश्वर धाम का कोई भी टोल फ्री नंबर नहीं हैं, केवल bageshwar dham contact number दिया गया हैं, जो इस प्रकार हैं।

बागेश्वर धाम मोबाइल नंबर – 8982862921 और 8120592371







Bageshwar Dham whatsapp Number

जो लोग भारत से बाहर है, जैसे United State of America या और भी बहुत से देशों के लोंग जो बागेश्वर धाम से कांटेक्ट करना चाहते हैं, उन्हें Bageshwar Dham whatsapp Number या बागेश्वर धाम कांटेक्ट नंबर दिया गया हैं, जो 8120592371 हैं, दोस्तों bageshwar dham contact number पर मैसेज करने के बाद धर्ये बनाए रखे, Reply मिलने में देरी हो सकती हैं।

बागेश्वर धाम मोबाइल नंबर से जुड़े कुछ फर्जी कॉल

धाम के मोबाइल नंबर से जुड़े कुछ फर्जी कॉल से बचे दोस्तों बागेश्वर धाम के नाम पर बहुत से लोंग धाम के श्रध्लुओ को ठगने का प्रयास करते हैं, और बागेश्वर धाम टोकन या बागेश्वर धाम अर्जी लगने का लालच दे सकते हैं, महाराज श्री धीरेन्द्र कृष्ण के अनुसार बागेश्वर धाम पुरतः नि: शुक्ल हैं और जीवन भर रहेगा, अगर कोई धाम के नाम पर पैसा मागें तो मत दो चाहे वह बागेश्वर धाम समिति का सदस्य ही क्यों न हो।

Bageshwar Dham Right information

अगर आप बागेश्वर धाम के बारे में सही जानकारी चाहते हैं, तो बागेश्वर धाम ऑफिसियल सोशल मीडिया एकाउंट्स से प्राप्त करे जैसे बागेश्वर धाम Facebook और Youtube एकाउंट्स से ले और आप हमारी वेबसाइट Bageshwardham.net से भी सही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, बागेश्वर धाम के नाम पर बहुत से Youtube चैनल और वेबसाइट हैं, उन पर आंख बंद कर भरोसा मत करे।

बागेश्वर धाम सरकार कार्यालय का नंबर क्या हैं ?

बहुत से लोग बागेश्वर धाम कार्यालय न नंबर इन्टरनेट पर खोज रहे हैं, दोस्तों बागेश्वर धाम कार्यालय का नंबर बागेश्वर धाम कांटेक्ट नंबर ही हैं, धाम पर कार्यालय से संपर्क करने के लिए 8982862921 और 8120592371 नंबर पर कॉल कर सकते हैं, धाम के बारे में छोटी जानकारी के लिए कॉल न करे , ताकि सभी लोग कॉल कर सके और बागेश्वर धाम पर अपनी समस्या का समाधान प्राप्त कर सके।

बागेश्वर धाम कांटेक्ट नंबर बिजी क्यों रहता हैं ?

आप में से बहुत से लोग बागेश्वर धाम का मोबाइल नंबर ना लगने की बजह से परेशान होंगे, दोस्तों bageshwar dham contact number पर एक ही समय पर देश के कोने कोने से कॉल किये जाते हैं , जिससे बागेश्वर धाम का मोबाइल नंबर हमेशा बिजी बताता हैं , कभी कभी यह नंबर बंद भी अ सकता हैं, इसके लिए अगले दिन कॉल करे आपका कॉल जरुर लगेगा।

बागेश्वर धाम महाराज सीधी बातचीत

बागेश्वर धाम के महाराज श्री धीरेन्द्र कृष्णा शास्त्री जी से सीधी बातचीत करने के लिए महाराज कभी कभी फेसबुक या Youtube लाइव के दौरान लाइव बातचीत करते हैं, जिसके लिए नंबर लाइव के दौरान ही दिया जाता है, सीधी बातचीत करने के लिए बागेश्वर धाम सोशल मीडिया एकाउंट्स को फॉलो करो सीधी बातचीत के लिए सुचना जारी की जाती हैं।

निष्कर्ष – अगर आपने हमारी इस पोस्ट को पूरा पढ़ा होगा तो उम्मीद हैं, बागेश्वर धाम का मोबाइल नंबर आपको मिल गया होगा और आप बागेश्वर धाम कांटेक्ट नंबर पर कॉल कर सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, धाम के दो मोबाइल नंबर हैं जो मैंने आप लोगों के साथ शेयर किये हैं।

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