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शुक्रवार, 13 दिसंबर 2013

ठंड में खाने के बाद गुड़ जरूर खाएंगे, जब जान जाएंगे ये लाजवाब फायदे!

ठंड में खाने के बाद गुड़ जरूर खाएंगे, जब जान जाएंगे ये लाजवाब फायदे!
गुड़ का सेवन अधिकांश लोग ठंड में ही करते हैं वह भी थोड़ी मात्रा में इस सोच के साथ की ज्यादा गुड़ खाने से नुकसान होता है। इसकी प्रवृति गर्म होती है, लेकिन ये एक गलतफहमी है गुड़ हर मौसम में खाया जा सकता है और पुराना गुड़ हमेशा औषधि के रूप में काम करता है।आयुर्वेद संहिता के अनुसार यह शीघ्र पचने वाला, खून बढ़ाने वाला व भूख बढ़ाने वाला होता है। इसके अतिरिक्त गुड़ से बनी चीजों के खाने से बीमारियों में राहत मिलती है।
- गुड़ में सुक्रोज 59.7 प्रतिशत, ग्लूकोज 21.8 प्रतिशत, खनिज तरल 26प्रतिशत तथा जल अंश 8.86 प्रतिशत मौजूद होते हैं।इसके अलावा गुड़ में कैल्शियम, फास्फोरस, लोहा और ताम्र तत्व भी अच्छी मात्रा में मिलते हैं। इसलिए चाहे हर मौसम में आप गुड़ खाना न पसन्द करें लेकिन ठंड में गुड़ जरूर खाएं।
- यह सेलेनियम के साथ एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। गुड़ में मध्यम मात्रा में कैल्शियम, फॉस्फोरस व जस्ता पाया जाता है यही कारण है कि इसका रोजाना सेवन करने वालों का इम्युनिटी पॉवर बढ़ता है। गुड़ में मैग्नेशियम अधिक मात्रा में पाया जाता है इसलिए ये बॉडी को रिचार्ज करता है साथ ही इसे खाने से थकान भी दूर होती है।
- गुड़ और काले तिल के लड्डू खाने से सर्दी में अस्थमा परेशान नहीं करता है। रोजाना गुड़ का सेवन हाइब्लडप्रेशर को कंट्रोल करता है। जिन लोगों को खून की कमी हो उन्हें रोज थोड़ी मात्रा में गुड़ जरूर खाना चाहिए। इससे शरीर में हिमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है।
- गुड़ का हलवा खाने से स्मरण शक्ति बढ़ती है। शरीर से जहरीले तत्वों को बाहर निकालता है व सर्दियों में, यह शरीर के तापमान को विनियमित करने में मदद करता है। यह लड़कियों के मासिक धर्म को नियमित करने यह मददगार होता है।
- अगर आप गैस या एसिडिटी से परेशान हैं तो खाने के बाद थोड़ा गुड़ जरूर खाएं ऐसा करने से ये दोनों ही समस्याएं नहीं होती हैं। गुड़, सेंधा नमक, काला नमक मिलाकर चाटने से खट्टी डकारें आना बंद हो जाती हैं।
- ठंड में कई लोगों को कान के दर्द की समस्या होने लगती है। ऐसे में कान में सरसो का तेल डालने से व गुड़ और घी मिलाकर खाने से कान का दर्द ठीक हो जाता है।

रविवार, 8 दिसंबर 2013

अंग्रेजों ने जो लूट का कानून बनाया था वो आज़ादी के 65 साल बाद भी चल रहा है, Indian Income Tax के नाम से्

औरंगजेब ने जजिया कर लगाया था जो साल मे एक ही बार देना पड़ता था, आमदनी पर उसने भी कोई कर नही लगाया था | लेकिन अंग्रेजों ने भारत की लोगों की आमदनी पर कर लगाया वो भी 97%, माने 100 रूपए अगर किसी की आमदनी हो तो 97 रूपए अंग्रेजों को देना पड़ता था सिर्फ 3 रूपए उसके पास बचता था | ऐसी व्यवस्था अंग्रेजों ने बनाई थी जिससे सारा पैसा भारतीय से लूट लेना ताकि भारतीय के हाथ मे कुछ न बचे, ताकि वे क्रांतिकारियों को दान न दे सके, इसके लिए इनकम टैक्स का कानून इस देश मे आया था |

बड़ी दुःख बात यह है कि अंग्रेजों ने जो लूट का कानून बनाया था वो आज़ादी के 65 साल बाद भी चल रहा है, Indian Income Tax के नाम से् ही चल रहा है, और आज भी भारतवासियों से धन लूटा जा रहा है | बस अंतर इतना है पहले गोर अंग्रेजों ने लूटा था और उस धन को लन्दन मे जमा किया था, अब काले अंग्रेज उस कानून के आधार पर धन लूट रहे है और स्विटजरलैंड और अन्य देशों मे ले जाकर उस धन को जमा कर रहें है; व्यवस्था वैसे के वैसे चल रही है कानून वो ही चल रहे है |

अंग्रेजों ने Central Excise Act बनाया – कोई भी भारतवासी किसी वस्तु का उत्पादन करे तो उसपर 350% excise duty, अंग्रेजों ने sales tax लगाया, अंग्रेजों ने road tax लगाया, toll tax लगाया, municipal corporation tax लगाया और ऐसे 23 तरह के टैक्स कानून लगाकर इस देश के नागरिकों को जमकर लूटा, लहभग 190 वर्षों तक |

अब अंग्रेजों ने यह सब कानून बनाये थे लूटने के लिए, तो आज़ादी के बाद होना ये चाहिए था कि ये सारे कानून ख़तम किये जाये Income Tax ख़तम किये जाये, Central Excise ख़तम किये जाये, Road Tax ख़तम किये जाये, Toll Tax ख़तम किये जाये, Municipal Corporation Tax ख़तम किये जाये | माने, अंग्रेजों के लगाये हुए 23 तरह के सारे टैक्स ख़तम किया जाये | लेकिन हमारे काले अंग्रेजों ने इसका उल्टा किया, अंग्रेजों के जाने के 65 साल के बाद काले अंग्रेजों ने इस देश पर अब 64 तरह के टैक्स लगा रखे है, और देश को लूट रहे है, अंग्रेजों ने भी जितना नही लूटा होगा उससे कई गुना जादा काले अंग्रेज, भ्रष्टाचारी नेता, और भ्रष्टाचारी अधिकारी इस देश को लूट रहें है और इसी लूट के दम पर 100 लाख करोड़ रूपए से ज्यादा इन्होने विदेशी बैंकों मे जमा करके रखा हुआ है |

ज्यादा जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें : http://www.youtube.com/watch?v=-a57QePSnPQ

वन्दे मातरम् !

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