यह ब्लॉग खोजें

रविवार, 19 फ़रवरी 2017

आज का पंचांग एवं राशिफल

.       ।। 🕉 ।।
🚩   *सुप्रभातम्* 🚩
««« *आज का पंचांग* »»»
कलियुगाब्द..............5118
विक्रम संवत्............2073
शक संवत्...............1938
मास.....................फाल्गुन
पक्ष .......................कृष्ण
तिथी....................अष्टमी
दोप 02.18 पर्यंत पश्चात नवमी
तिथि स्वामी................वसु
नित्यदेवी................त्वरिता
रवि...................उत्तरायण
सूर्योदय........06.56.17 पर
सूर्यास्त........06.25.55 पर
नक्षत्र...................अनुराधा
रात्रि 10.06 पर्यंत पश्चात ज्येष्ठा
योग.....................व्याघात
रात्रि 09.14 पर्यंत पश्चात हर्षण
करण.....................कौलव
दोप 02.18 पर्यन्त पश्चात तैतिल
ऋतु.........................बसंत
दिन.......................रविवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-
19 फरवरी सन 2017 ईस्वी ।

☸ शुभ अंक............2
🔯 शुभ रंग...........लाल

👁‍🗨 *राहुकाल* :-
संध्या 04.55 से 06.21 तक ।

🚦 *दिशाशूल* :-
पश्चिमदिशा - यदि आवश्यक हो तो दलिया, घी या पान का सेवनकर यात्रा प्रारंभ करें।

✡ *चौघडिया* :-
प्रात: 08.24 से 09.49 तक चंचल
प्रात: 09.49 से 11.14 तक लाभ
प्रात: 11.14 से 12.40 तक अमृत
दोप. 02.05 से 03.30 तक शुभ
सायं 04.55 से 06.21 तक शुभ
रात्रि 07.55 से 09.30 तक अमृत
रात्रि 09.30 से 11.04 तक चंचल ।

💮 *आज का मंत्रः*
।। ॐ हिरण्यगर्भाय नम: ।।

 *संस्कृत सुभाषितानि* :-
*अष्टावक्र गीता - तृतीय अध्याय :-* 
सर्वभूतेषु चात्मानं
सर्वभूतानि चात्मनि।
मुनेर्जानत आश्चर्यं
ममत्वमनुवर्तते॥३- ५॥
अर्थात :
सभी प्राणियों में स्वयं को और स्वयं में सब प्राणियों को जानने वाले मुनि में ममता की भावना का बने रहना आश्चर्य ही है॥५॥ 

🍃 *आरोग्यं* :-
*बरगद* का वानस्पतिक नाम फाइकस बेंघालेंसिस है। बरगद के वृक्ष की शाखाएं और जड़ें एक बड़े हिस्से में एक नए पेड़ के समान लगने लगती हैं। इस विशेषता और लंबे जीवन के कारण इस पेड़ को अनश्वंर माना जाता है।
•तीन महीने तक अगर बरगद के दूध (लेटेक्स) की दो बूंद बताशे में डालकर खाई जाए तो पौरुष शक्ति बढ़ती है।
•बरगद की जड़ों में एंटीऑक्सीडेंट सबसे ज्यादा पाए जाते हैं। इसके इसी गुण के कारण वृद्धावस्था की ओर ले जाने वाले कारकों को दूर भगाया जा सकता है।
•ताजी जड़ों के सिरों को काटकर पानी में कुचला जाए और रस को चेहरे पर लेपित किया जाए तो चेहरे से झुर्रियां दूर हो जाती हैं।
•स्त्रियोँ मे ढीले स्तनो के लिए बरगद की जटाओं के बारीक रेशों को पीसकर लेप बनाया जाए और रोज सोते समय स्तनों पर मालिश करने से कुछ हफ्तों में स्तनों का ढीलापन दूर हो जाता है।

⚜ *आज का राशिफल* :-

🐏 *राशि फलादेश मेष* :-
विवाद से बचें। निवेश से लाभ तथा नौकरी, इंटरव्यू सहयोगात्मक होंगे। शत्रु कष्ट दे सकते हैं। यात्रा शुभ होगी। अल्प परिश्रम से लाभ होगा।
                         
🐂 *राशि फलादेश वृष* :-
बौद्धिक कार्यों के अच्‍छे परिणाम आएंगे। शत्रु शांत होंगे। व्यापार-व्यवसाय निवेश से लाभ होगा। नौकरी, इंटरव्यू के सकारात्मक परिणाम आएंगे।
                 
👫 *राशि फलादेश मिथुन* :-
जोखिम नहीं उठाएं। शत्रु विवाद करेंगे। व्यापार-व्यवसाय धीमा चलेगा, अपमान हानि से बचें। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।
                           
🦀 *राशि फलादेश कर्क* :-
मातृपक्ष का स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। चिंता बढ़ेगी। वाहन-मशीनरी का प्रयोग सावधानी से करें। जोखिम के कार्यों को टालें।
                         
🦁 *राशि फलादेश सिंह* :-
जीवनसाथी के स्वास्थ्य का पाया कमजोर हो सकता है। व्यापार, उद्योग-धंधे, निवेश-नौकरी, इंटरव्यू में अच्‍छे परिणाम आएंगे।
     
🏻 *राशि फलादेश कन्या* :-
स्वास्थ्य नरम रहेगा। व्यय बढ़ने से तनाव बढ़ेगा। हानि-दुर्घटना हो सकती है, सावधान रहें। शत्रु शांत रहें। कर्ज की चिंता कम होगी।
                        
⚖ *राशि फलादेश तुला* :-
जोखिम न उठाएं, व्यय बढ़ेगा। वाहन-मशीनरी का प्रयोग सावधानीपूर्वक करें। व्यापार-व्यवसाय धीमा चलेगा। अपने काम से काम रखें।
                   
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक* :-
रुका हुआ धन वापस आएगा, कोशिश करें। यात्रा शुभ रहेगी। संतान पक्ष पर ध्यान दें। पराक्रम लाभकारी होगा। व्यापार में सफलता मिलेगी।
                            
🏹 *राशि फलादेश धनु* :-
पूर्व में किए गए कार्यों के लाभदायी परिणाम देखने को मिलेंगे। गृह उपयोगी वस्तुएं क्रय करेंगे। रचनात्मक कार्यों में रुझान बढ़ेगा।
                    
🐊 *राशि फलादेश मकर* :-
राजकीय कार्य पूर्ण होंगे। धार्मिक कार्यक्रम होंगे। वाहन-मशीनरी के प्रयोग सावधानी से करें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेंगे। नई योजनाएं बनेंगी।
                  
🏺 *राशि फलादेश कुंभ* :-
जोखिम न उठाएं। यात्रा में सावधानी आवश्यक है। विवाद से दूर रहें। व्यापार-व्यवसाय धीमा चलेगा। विरोधी आपका काम बिगाड़ने का प्रयत्न करेंगे।
           
🐬 *राशि फलादेश मीन* :-
व्यापार-उद्योग, नौकरी में लाभ होगा। शत्रु सक्रिय रहेंगे। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। राज्यपक्ष के कार्यों में गति आएगी। विवेक से कार्य करें।
                  
☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।

।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩

शनिवार, 18 फ़रवरी 2017

आज का पंचांग एवं राशिफल

.        ।। 🕉 ।।
      🚩 *सुप्रभातम्* 🚩
««««« *आज का पंचांग* »»»»»
कलियुगाब्द......................5118
विक्रम संवत्....................2073
शक संवत्.......................1938
रवि..........................उत्तरायण
मास............................फाल्गुन
पक्ष ..............................कृष्ण
तिथी............................सप्तमी
प्रातः 11.48 पर्यंत पश्चात अष्टमी
तिथि स्वामी........................इंद्र
नित्यदेवी......................शिवदूती
सूर्योदय................06.57.47 पर
सूर्यास्त................06.25.59 पर
नक्षत्र...........................विशाखा
संध्या 07.10 पर्यंत पश्चात अनुराधा
योग.................................ध्रुव
रात्रि 08.25 पर्यंत पश्चात व्याघात
करण...............................बव
प्रातः 11.48 पर्यंत पश्चात बालव
ऋतु................................बसंत
दिन.............................शनिवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-
18 फरवरी सन 2017 ईस्वी ।

शुभ अंक...............9
🔯 शुभ रंग..........लाल

👁‍🗨 *राहुकाल* :-
प्रात: 09.50 से 11.15 तक ।

🚦 *दिशाशूल* :-
पूर्वदिशा- यदि आवश्यक हो तो उड़द का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।

✡ *चौघडिया* :-
प्रात: 08.25 से 09.50 तक शुभ
दोप. 12.40 से 02.05 तक चंचल
दोप. 02.05 से 03.30 तक लाभ
दोप. 03.30 से 04.55 तक अमृत
सायं 06.21 से 07.55 तक लाभ
रात्रि 09.30 से 11.05 तक शुभ।

💮 *आज का मंत्र* :-
|| ॐ रुद्रात्म्काय नमः ||

 *संस्कृत सुभाषितानि* :-
*अष्टावक्र गीता - द्वितीय अध्याय :-* 
श्रुत्वापि शुद्धचैतन्य
आत्मानमतिसुन्दरं।
उपस्थेऽत्यन्तसंसक्तो
मालिन्यमधिगच्छति॥३- ४॥
अर्थात:-
यह सुनकर भी कि आत्मा शुद्ध, चैतन्य और अत्यंत सुन्दर है तुम कैसे जननेंद्रिय में आसक्त होकर मलिनता को प्राप्त हो सकते हो॥४॥

🍃 *आरोग्यं* :-
सामान्य चोट, सुजन व मोच में गेंदे के फूल का प्रयोग:-
गेंदे के फूल की पत्तियों को सिलबट्टे पर चटनी की तरह पीसकर लेप तैयार करे | इस लेप को प्रभावित स्थान पर लगाए फर्क आप स्वयं अनुभव करेंगे |
यह प्रयोग पूर्ण रूपेण आराम होने तक नियमित कर सकते है |

⚜ *आज का राशिफल* :-

🐏 *राशि फलादेश मेष* :-
शुभ समाचार मिलेंगे। व्यापार-व्यवसाय, नौकरी के लिए शुभ तथा निवेश सोचकर करें। विवाद से दूर रहें। शत्रु सक्रिय रहेंगे। खट्टा-मीठा अनुभव होगा।
 
🐂 *राशि फलादेश वृष* :-
बौद्धिक कार्यों की प्रशंसा होगी। शत्रु नतमस्तक होंगे। व्यापार-व्यवसाय, नौकरी-निवेश का शुभ समय है। समय का लाभ उठाएं। कार्यसिद्धि होगी।
                             
👫 *राशि फलादेश मिथुन* :-
दुष्ट जन परेशान करेंगे। हानि-दुर्घटना से बचें। हानि-अपमान से मन व्यथित हो सकता है। जोखिम के कार्य टालें।
               
🦀 *राशि फलादेश कर्क* :-
मातृपक्ष की चिंता, हानि-दुर्घटना के योग हैं। सतर्क रहें। अज्ञात भय सताएगा। जोखिम के कार्य टालें। आपसी संबंधों को महत्व दें।
               
🦁 *राशि फलादेश सिंह* :-
चारों तरफ प्रसन्नता रहेगी। जीवनसाथी का स्वास्थ्य नरम हो सकता है। निवेश से लाभ तथा नौकरी, इंटरव्यू से अच्‍छे पर‍िणाम प्राप्त हो सकते हैं।
                      
👸🏻 *राशि फलादेश कन्या* :-
अस्वस्थता रह सकती है। व्यय बढ़ेगा। वाहन-मशीनरी का प्रयोग सावधानी से करें। शत्रु परास्त होंगे। जोखिम के कार्य विवेक से करें।
                 
⚖ *राशि फलादेश तुला* :-
आर्थिक सलाह उपयोगी रहेगी। हानि, दुर्घटना, परेशानी से मन व्यथित रहेगा। व्यय बढ़ने से कर्ज लेना पड़ सकता है। ‍जो‍खिम के कार्य टालें।
                 
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक* :-
रुका हुआ धन वापस आ सकता है, तकादा करें। यात्रा लाभकारी रहेगी। पराक्रम से लाभ तथा संतान पक्ष की‍ चिंता हो सकती है।
                           
🏹 *राशि फलादेश धनु* :-
अचानक बड़ी हानि, दुर्घटना हो सकती है, बचना होगा। रचनात्मक कार्य में सफलता मिल सकती है। नई योजना बनेगी। स्वयं के निर्णय लाभप्रद रहेंगे।
 
🐊 *राशि फलादेश मकर* :-
धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। व्यय बढ़ेगा। वाहन-मशीनरी का प्रयोग सावधानी से करें। राजकीय कार्यों के पूर्ण होने के योग हैं। व्यापार संतोषप्रद रहेगा।
                  
🏺 *राशि फलादेश कुंभ* :-
यात्रा में हानि संभावित है। विवाद से बचें, जोखिम के कार्यों को स्थगित करें। व्यापार-व्यवसाय धीमा चलेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।
            
🐬 *राशि फलादेश मीन* :-
दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। शत्रु परेशान करेंगे। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। राज्यपक्ष से सहयोग मिलेगा। विवेक से किए कार्य लाभ देंगे।
        
☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो |

।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩

शुक्रवार, 17 फ़रवरी 2017

आज का पंचांग एवं राशिफल

.        ।। 🕉 ।।
    🌞 *सुप्रभातम्* 🌞
««« *आज का पंचांग* »»»
कलियुगाब्द.................5118
विक्रम संवत्...............2073
शक संवत्..................1938
मास........................फाल्गुन
पक्ष............................कृष्ण
तिथी...........................षष्ठी
प्रातः 09.25 पर्यंत पश्चात सप्तमी
रवि......................उत्तरायण
सूर्योदय............06.57.44 पर
सूर्यास्त............06.24.37 पर
तिथि स्वामी.............कार्तिकेय
नित्यदेवी.............महावज्रेश्वरी
नक्षत्र..........................स्वाति
दोप 04.17 पर्यंत पश्चात विशाखा
योग.............................वृद्धि
संध्या 07.37 पर्यंत पश्चात ध्रुव
करण.........................वणिज
प्रातः 09.25 पर्यंत पश्चात विष्टि
ऋतु...........................बसंत
दिन........................शुक्रवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-
17 फरवरी सन 2017 ईस्वी ।

☸ शुभ अंक..............8
🔯 शुभ रंग.............नीला

👁‍🗨 *राहुकाल* :-
प्रात: 11.15 से 12.40 तक ।

🚦 *दिशाशूल* :-
पश्चिमदिशा - यदि आवश्यक हो तो जौ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।

✡ *चौघडिया* :-
प्रात: 08.25 से 09.50 तक लाभ
प्रात: 09.50 से 11.15 तक अमृत
दोप. 12.40 से 02.05 तक शुभ
सायं 04.55 से 06.20 तक चंचल
रात्रि 09.30 से 11.05 तक लाभ ।

🎶 *आज का मंत्र* :-
।।ॐ केशवाय नम: ।।

📢 *संस्कृत सुभाषितानि* --
*अष्टावक्र गीता - तृतीय अध्याय :-*
विश्वं स्फुरति यत्रेदं
तरङ्गा इव सागरे।
सोऽहमस्मीति विज्ञाय
किं दीन इव धावसि॥३- ३॥
अर्थात --
सागर से लहरों के समान जिससे यह विश्व उत्पन्न होता है, वह मैं ही हूँ जानकर तुम एक दीन जैसे कैसे भाग सकते हो॥३॥

🍃 *आरोग्यं* :-
*तेजपात/तेजपान  (Indian Bay Leaf)-*
आज हम तेजपात / तेजपान के औषधीय गुणों की चर्चा करेंगे -

१- तेजपात के ५-६ पत्तों को एक गिलास पानी में इतने उबालें की पानी आधा रह जाए | इस पानी से प्रतिदिन सिर की मालिश करने के बाद नहाएं | इससे सिर में जुएं नहीं होती हैं |

२- चाय-पत्ती की जगह तेजपात के चूर्ण की चाय पीने से सर्दी-जुकाम,छींकें आना ,नाक बहना,जलन ,सिरदर्द आदि में शीघ्र लाभ मिलता है |

३- तेजपात के पत्तों का बारीक चूर्ण सुबह-शाम दांतों पर मलने से दांतों पर चमक आ जाती है |

४- तेजपात के पत्रों को नियमित रूप से चूंसते रहने से हकलाहट में लाभ होता है |

५- एक चम्मच तेजपात चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर सेवन करने से खांसी में आराम मिलता है |

⚜ आज का राशिफल :-

🐏 *राशि फलादेश मेष* :-
पुराने रोग उभर सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय निवेश के लिए समय शुभ है। नौकरीपेशा को प्रशंसा मिलेगी। यात्रा लाभदायक रहेगी।
                         
🐂 *राशि फलादेश वृष* :-
बौद्धिक कार्यों से लाभ मिलेगा। दावत खाने को मिलेगी। शत्रु परास्त होंगे। शरीर शिथिल होगा। व्यापार-व्यवसाय निवेश से लाभ होगा।
                    
👫 *राशि फलादेश मिथुन* :-
शरीर कष्ट हो सकता है। वाद-विवाद से दूर रहें। व्यापार-व्यवसाय शिथिल चलेगा, निवेश टालें। मानसिक तनाव रहेगा।
               
🦀 *राशि फलादेश कर्क* :-
शत्रु कष्ट देंगे। रोग से परेशान रहेंगे। मातृपक्ष की चिंता होगी। पराक्रम से लाभ होगा। नौकरी-निवेश व व्यापार वालों के लिए लाभ का समय है।
          
🦁 *राशि फलादेश सिंह* :-
मान-सम्मान बढ़ेगा। व्यापार-व्यवसाय व नौकरी से लाभ होगा। निवेश के लिए शुभ समय है। यात्रा सुखकारक रहेगी। आय से अधिक व्यय नहीं करें।
                 
👸🏻*राशि फलादेश कन्या* :-
ने‍त्र पीड़ा हो सकती है। शत्रु शांत रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। व्यापार-व्यवसाय निवेश के लिए शुभ समय है। घर-बाहर शांति रहेगी।
                       
⚖ *राशि फलादेश तुला* :-
शारीरिक कष्ट हो सकता है। तनाव रहेगा। व्यापार-व्यवसाय धीमा चलेगा। निवेश सोच-समझकर करें। यात्रा में सावधानी रखें। विवाद से दूर रहें।
                   
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक* :-
अचानक विपत्ति आ सकती है। स्वास्थ्य नरम रहेगा। रुका धन वापस आने के योग हैं। यात्रा लाभकारी रहेगी। व्यापार व निवेश-नौकरी से लाभ होगा।
                       
🏹 *राशि फलादेश धनु* :-
चारों तरफ से शुभ समाचार मिलेंगे। मान-सम्मान बढ़ेगा। नई योजनाएं फलीभूत होंगी। निवेश, यात्रा से लाभ होगा। स्वास्‍थ्य ठीक रहेगा।
                            
🐊 *राशि फलादेश मकर* :-
विरोधी सक्रिय होंगे। धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश तथा नौकरी इत्यादि के आवेदन के लिए शुभ समय है।
                      
🏺 *राशि फलादेश कुंभ* :-
यात्रा में हानि-कष्ट तथा विवाद से तनाव हो सकता है। व्यवसाय धीमा चलेगा। निवेश सोच-समझ कर करें। नए विचार, योजना पर चर्चा संभव है।
                  
🐬 *राशि फलादेश मीन* :-
गृहस्‍थी में प्रसन्नता रहेगी। राजकीय कार्य पूर्ण हो सकते हैं। शत्रु कष्ट दे सकते हैं। यात्रा शुभ रहेगी। शारीरिक व्याधि हो सकती है।
                   
☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।

।।  🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩

गुरुवार, 16 फ़रवरी 2017

चर्म रोग एवं उनके उपचार

चर्म रोग विशेष

त्वचा रोग होने पर भोजन में परहेज़
त्वचा रोग होने पर बीड़ी, सिगरेट, शराब, बीयर, खैनी, चाय, कॉफी, भांग, गांजा या अन्य किसी भी दूसरे नशीले पदार्थों का सेवन ना करें।
बाजरे और ज्वार की रोटी बिलकुल ना खाएं। शरीर की शुद्धता का खास खयाल रक्खे।
त्वचा रोग हो जाने पर, समय पर सोना, समय पर उठना, रोज़ नहाना, और धूप की सीधी किरणों के संपर्क से दूर रहेना अत्यंत आवश्यक है।
भोजन में अचार, नींबू, नमक, मिर्च, टमाटर तैली वस्तुएं, आदि चीज़ों का सेवन बिलकुल बंद कर देना चाहिए। (चर्म रोग में कोई भी खट्टी चीज़ खाने से रोग तेज़ी से पूरे शरीर में फ़ेल जाता है।)।
अगर खाना पचने में परेशानी रहती हों, या पेट में गैस जमा होती हों तो उसका उपचार तुरंत करना चाहिए। और जब यह परेशानी ठीक हो जाए तब कुछ दिनों तक हल्का भोजन खाना चाहिए।
खराब पाचनतत्र वाले व्यक्ति को चर्म रोग होने के अधिक chances होते हैं।
त्वचा की किसी भी प्रकार की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को हररोज़ रात को सोने से पूर्व एक गिलास हल्के गुनगुने गरम दूध में, एक चम्मच हल्दी मिला कर दूध पीना चाहिए।

नहाते समय नीम के पत्तों को पानी के साथ गरम कर के, फिर उस पानी को नहाने के पानी के साथ मिला कर नहाने से चर्म रोग से मुक्ति मिलती है।
नीम की कोपलों (नए हरे पत्ते) को सुबह खाली पेट खाने से भी त्वचा रोग दूर हो जाते हैं।
त्वचा के घाव ठीक करने के लिए नीम के पत्तों का रस निकाल कर घाव पर लगा कर उस पर पट्टी बांध लेने से घाव मिट जाते हैं। (पट्टी समय समय पर बदलते रहना चाहिए)।
मूली के पत्तों का रस त्वचा पर लगाने से किसी भी प्रकार के त्वचा रोग में राहत हो जाती है।
प्रति दिन तिल और मूली खाने से त्वचा के भीतर जमा हुआ पानी सूख जाता है, और सूजन खत्म खत्म हो जाती है।
मूली का गंधकीय तत्व त्वचा रोगों से मुक्ति दिलाता है।
मूली में क्लोरीन और सोडियम तत्व होते है, यह दोनों तत्व पेट में मल जमने नहीं देते हैं और इस कारण गैस या अपचा नहीं होता है।
मूली में मेग्नेशियम की मात्रा भी मौजूद होती है, यह तत्व पाचन क्रिया नियमन में सहायक होता है। जब पेट साफ होगा तो चमड़ी के रोग होने की नौबत ही नहीं होगी।
हर रोज़ मूली खाने से चहरे पर हुए दाग, धब्बे, झाईयां, और मुहासे ठीक हो जाते हैं।
त्वचा रोग में सेब के रस को लगाने से उसमें राहत मिलती है। प्रति दिन एक या दो सेब खाने से चर्म रोग दूर हो जाते हैं। त्वचा का तैलीयपन दूर करने के लिए एक सेब को अच्छी तरह से पीस कर उसका लेप पूरे चहरे पर लगा कर दस मिनट के बाद चहरे को हल्के गरम पानी से धो लेने पर “तैलीय त्वचा” की परेशानी से मुक्ति मिलती है।
खाज और खुजली की समस्या में ताज़ा सुबह का गौमूत्र त्वचा पर लगाने से आराम मिलता है।
जहां भी फोड़े और फुंसी हुए हों, वहाँ पर लहसुन का रस लगाने से फौरन आराम मिल जाता है।
लहसुन और सूरजमुखी को एक साथ पीस कर पोटली बना कर गले की गांठ पर (कण्ठमाला की गील्टियों पर) बांध देने से लाभ मिलता है।
सरसों के तेल में लहसुन की कुछ कलीयों को डाल कर उसे गर्म कर के, (हल्का गर्म) उसे त्वचा पर लगाया जाए तो खुजली और खाज की समस्या दूर हो जाती है।
सूखी चमड़ी की शिकायत रहती हों तो सरसों के तैल में हल्दी मिश्रित कर के उससे त्वचा पर हल्की मालिश करने से त्वचा का सूखापन दूर हो जाता है।
हल्दी को पीस कर तिल के तैल में मिला कर उससे शरीर पर मालिश करने से चर्म रोग जड़  से खत्म होते हैं।
चेहरे के काले दाग और धब्बे दूर करने के लिए हल्दी की गांठों को शुद्ध जल में घिस कर, उस के लेप को, चेहरे पर लगाने से दाग-धब्बे दूर हो जाते हैं।
करेले के फल का रस पीने से शरीर का खून शुद्ध होता है। दिन में सुबह के समय बिना कुछ खाये खाली पेट एक ग्राम का चौथा भाग “करेले के फल का रस” पीने से त्वचा रोग दूर होते हैं।
दाद, खाज और खुजली जैसे रोग, दूर करने के लिए त्वचा पर करेले का रस लगाना चाहिए।
रुई के फाये से गाजर का रस थोड़ा थोड़ा कर के चहेरे और गरदन पर लगा कर उसके सूखने के बाद ठंडे पानी से चहेरे को धो लेने से स्किन साफ और चमकीली बन जाती है।
प्रति दिन सुबह एक कप गाजर का रस पीने से हर प्रकार के त्वचा रोग दूर होते हैं। सर्दियों में त्वचा सूखने की समस्या कई लोगों को होती है, गाजर में विटामिन A भरपूर मात्रा में होता है, इस लिए रोज़ गाजर खाने से त्वचा का सूखापन दूर होता है।
पालक और गाजर का रस समान मात्रा में मिला कर उसमें दो चम्मच शहद मिला कर पीने से, सभी प्रकार के चर्म रोग नाश होते हैं।
गाजर का रस संक्रमण दूर करने वाला और किटाणु नाशक होता है, गाजर खून को भी साफ करता है, इस लिए रोज़ गाजर खाने वाले व्यक्ति को फोड़े फुंसी, मुहासे और अन्य चर्म रोग नहीं होते हैं।
काली मिट्टी में थोड़ा सा शहद मिला कर फोड़े और फुंसी वाली जगह पर लगाया जाए तो तुरंत राहत हो जाती है।
फुंसी पर असली (भेग रहित) शहद लगाने से फौरन राहत हो जाती है।
शहद में पानी मिला कर पीने से फोड़े, फुंसी, और हल्के दाग दूर हो जाते हैं।
सेंधा नमक, दूध, हरड़, चकबड़ और वन तुलसी को समान मात्रा में ले कर, कांजी के साथ मिला कर पीस लें। तैयार किए हुए इस चूर्ण को दाद, खाज और खुजली वाली जगहों पर लगा लेने से फौरन आराम मिल जाता है।
हरड़ और चकबड़ को कांजी के साथ कूट कर, तैयार किए हुए लेप को दाद पर लगाने से दाद फौरन मीट जाता है।
पीपल की छाल का चूर्ण लगा नें पर मवाद निकलने वाला फोड़ा ठीक हो जाता है। चार से पाँच पीपल की कोपलों को नित्य सुबह में खाने से एक्ज़िमा रोग दूर हो जाता है। (यह प्रयोग सात दिन तक लगातार करना चाहिए)।
नीम की छाल, सहजन की छाल, पुरानी खल, पीपल, हरड़ और सरसों को समान मात्रा में मिला कर उन्हे पीस कर उसका चूर्ण बना लें। और फिर इस चूर्ण को गौमूत्र में मिश्रित कर के त्वचा पर लगाने से समस्त प्रकार के जटिल त्वचा रोग दूर हो जाते हैं।
अरण्डी, सौंठ, रास्ना, बालछड़, देवदारु, और बिजौरे की छड़ इन सभी को बीस-बीस ग्राम ले कर एक साथ पीस लें। उसके बाद इन्हे पानी में मिला कर लेप तैयार कर लें और फिर उस लेप को त्वचा पर लगा लें। इस प्रयोग से समस्त प्रकार के चर्म रोग दूर हो जाते हैं।
खीरा खाने से चमड़ी के रोग में राहत मिलती है। ककड़ी के रस को चमड़ी पर लगाने से त्वचा से मैल दूर होता है, और चेहरा glow करता है। ककड़ी का रस पीने से भी शरीर को लाभ होता है।
प्याज को आग में भून कर फोड़ों और फुंसियों और गाठों पर बांध देने से वह तुरंत फुट जाती हैं। अगर उनमें मवाद भरा हों तो वह भी बाहर आ निकलता है। हर प्रकार की जलन, सूजन और दर्द इस प्रयोग से ठीक हो जाता है। इस प्रयोग से infection का जख्म भी ठीक हो जाता है। प्याच को कच्चा या पक्का खाने से त्वचा में निखार आता है।
प्रति दिन प्याज खाने वाले व्यक्ति को लू (Heat stroke) कभी नहीं लगती है।
पोदीने और हल्दी का रस समान मात्रा में मिश्रित कर के दाद खाज खुजली वाली जगहों पर लगाया जाए तो फौरन राहत मिल जाती है।
पिसा हुआ पोदीना लेप बना कर चहेरे पर लगाया जाए और फिर थोड़ी देर के बाद चहेरे को ठंडे पानी से धो लिया जाए तो चहेरे की गरमी दूर हो जाती है, तथा स्किन चमकदार बनती है।
अजवायन को पानी में उबाल कर जख्म धोने से उसमे आराम मिल जाता है।
गर्म पानी में पिसे हुए अजवायन मिला कर, उसका लेप दाद, खाज, खुजली, और फुंसी पर लगाने से फौरन आराम मिल जाता है।
नमक मिले गर्म पानी से त्वचा को धोने या सेक करने से हाथ-पैर और ऐडियों की दरारें दूर होती हैं और दर्द में फौरन आराम मिल जाता है।
गरम पानी में नमक मिला कर नहाने से सर्दी के मौसम में होने वाले त्वचा रोगों के सामने रक्षण मिलता है। और अगर रोग हो गए हों तो इस प्रयोग के करने से रोग समाप्त हो जाते हैं।

function disabled

Old Post from Sanwariya