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शुक्रवार, 17 फ़रवरी 2017

आज का पंचांग एवं राशिफल

.        ।। 🕉 ।।
    🌞 *सुप्रभातम्* 🌞
««« *आज का पंचांग* »»»
कलियुगाब्द.................5118
विक्रम संवत्...............2073
शक संवत्..................1938
मास........................फाल्गुन
पक्ष............................कृष्ण
तिथी...........................षष्ठी
प्रातः 09.25 पर्यंत पश्चात सप्तमी
रवि......................उत्तरायण
सूर्योदय............06.57.44 पर
सूर्यास्त............06.24.37 पर
तिथि स्वामी.............कार्तिकेय
नित्यदेवी.............महावज्रेश्वरी
नक्षत्र..........................स्वाति
दोप 04.17 पर्यंत पश्चात विशाखा
योग.............................वृद्धि
संध्या 07.37 पर्यंत पश्चात ध्रुव
करण.........................वणिज
प्रातः 09.25 पर्यंत पश्चात विष्टि
ऋतु...........................बसंत
दिन........................शुक्रवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-
17 फरवरी सन 2017 ईस्वी ।

☸ शुभ अंक..............8
🔯 शुभ रंग.............नीला

👁‍🗨 *राहुकाल* :-
प्रात: 11.15 से 12.40 तक ।

🚦 *दिशाशूल* :-
पश्चिमदिशा - यदि आवश्यक हो तो जौ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।

✡ *चौघडिया* :-
प्रात: 08.25 से 09.50 तक लाभ
प्रात: 09.50 से 11.15 तक अमृत
दोप. 12.40 से 02.05 तक शुभ
सायं 04.55 से 06.20 तक चंचल
रात्रि 09.30 से 11.05 तक लाभ ।

🎶 *आज का मंत्र* :-
।।ॐ केशवाय नम: ।।

📢 *संस्कृत सुभाषितानि* --
*अष्टावक्र गीता - तृतीय अध्याय :-*
विश्वं स्फुरति यत्रेदं
तरङ्गा इव सागरे।
सोऽहमस्मीति विज्ञाय
किं दीन इव धावसि॥३- ३॥
अर्थात --
सागर से लहरों के समान जिससे यह विश्व उत्पन्न होता है, वह मैं ही हूँ जानकर तुम एक दीन जैसे कैसे भाग सकते हो॥३॥

🍃 *आरोग्यं* :-
*तेजपात/तेजपान  (Indian Bay Leaf)-*
आज हम तेजपात / तेजपान के औषधीय गुणों की चर्चा करेंगे -

१- तेजपात के ५-६ पत्तों को एक गिलास पानी में इतने उबालें की पानी आधा रह जाए | इस पानी से प्रतिदिन सिर की मालिश करने के बाद नहाएं | इससे सिर में जुएं नहीं होती हैं |

२- चाय-पत्ती की जगह तेजपात के चूर्ण की चाय पीने से सर्दी-जुकाम,छींकें आना ,नाक बहना,जलन ,सिरदर्द आदि में शीघ्र लाभ मिलता है |

३- तेजपात के पत्तों का बारीक चूर्ण सुबह-शाम दांतों पर मलने से दांतों पर चमक आ जाती है |

४- तेजपात के पत्रों को नियमित रूप से चूंसते रहने से हकलाहट में लाभ होता है |

५- एक चम्मच तेजपात चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर सेवन करने से खांसी में आराम मिलता है |

⚜ आज का राशिफल :-

🐏 *राशि फलादेश मेष* :-
पुराने रोग उभर सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय निवेश के लिए समय शुभ है। नौकरीपेशा को प्रशंसा मिलेगी। यात्रा लाभदायक रहेगी।
                         
🐂 *राशि फलादेश वृष* :-
बौद्धिक कार्यों से लाभ मिलेगा। दावत खाने को मिलेगी। शत्रु परास्त होंगे। शरीर शिथिल होगा। व्यापार-व्यवसाय निवेश से लाभ होगा।
                    
👫 *राशि फलादेश मिथुन* :-
शरीर कष्ट हो सकता है। वाद-विवाद से दूर रहें। व्यापार-व्यवसाय शिथिल चलेगा, निवेश टालें। मानसिक तनाव रहेगा।
               
🦀 *राशि फलादेश कर्क* :-
शत्रु कष्ट देंगे। रोग से परेशान रहेंगे। मातृपक्ष की चिंता होगी। पराक्रम से लाभ होगा। नौकरी-निवेश व व्यापार वालों के लिए लाभ का समय है।
          
🦁 *राशि फलादेश सिंह* :-
मान-सम्मान बढ़ेगा। व्यापार-व्यवसाय व नौकरी से लाभ होगा। निवेश के लिए शुभ समय है। यात्रा सुखकारक रहेगी। आय से अधिक व्यय नहीं करें।
                 
👸🏻*राशि फलादेश कन्या* :-
ने‍त्र पीड़ा हो सकती है। शत्रु शांत रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। व्यापार-व्यवसाय निवेश के लिए शुभ समय है। घर-बाहर शांति रहेगी।
                       
⚖ *राशि फलादेश तुला* :-
शारीरिक कष्ट हो सकता है। तनाव रहेगा। व्यापार-व्यवसाय धीमा चलेगा। निवेश सोच-समझकर करें। यात्रा में सावधानी रखें। विवाद से दूर रहें।
                   
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक* :-
अचानक विपत्ति आ सकती है। स्वास्थ्य नरम रहेगा। रुका धन वापस आने के योग हैं। यात्रा लाभकारी रहेगी। व्यापार व निवेश-नौकरी से लाभ होगा।
                       
🏹 *राशि फलादेश धनु* :-
चारों तरफ से शुभ समाचार मिलेंगे। मान-सम्मान बढ़ेगा। नई योजनाएं फलीभूत होंगी। निवेश, यात्रा से लाभ होगा। स्वास्‍थ्य ठीक रहेगा।
                            
🐊 *राशि फलादेश मकर* :-
विरोधी सक्रिय होंगे। धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश तथा नौकरी इत्यादि के आवेदन के लिए शुभ समय है।
                      
🏺 *राशि फलादेश कुंभ* :-
यात्रा में हानि-कष्ट तथा विवाद से तनाव हो सकता है। व्यवसाय धीमा चलेगा। निवेश सोच-समझ कर करें। नए विचार, योजना पर चर्चा संभव है।
                  
🐬 *राशि फलादेश मीन* :-
गृहस्‍थी में प्रसन्नता रहेगी। राजकीय कार्य पूर्ण हो सकते हैं। शत्रु कष्ट दे सकते हैं। यात्रा शुभ रहेगी। शारीरिक व्याधि हो सकती है।
                   
☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।

।।  🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩

गुरुवार, 16 फ़रवरी 2017

चर्म रोग एवं उनके उपचार

चर्म रोग विशेष

त्वचा रोग होने पर भोजन में परहेज़
त्वचा रोग होने पर बीड़ी, सिगरेट, शराब, बीयर, खैनी, चाय, कॉफी, भांग, गांजा या अन्य किसी भी दूसरे नशीले पदार्थों का सेवन ना करें।
बाजरे और ज्वार की रोटी बिलकुल ना खाएं। शरीर की शुद्धता का खास खयाल रक्खे।
त्वचा रोग हो जाने पर, समय पर सोना, समय पर उठना, रोज़ नहाना, और धूप की सीधी किरणों के संपर्क से दूर रहेना अत्यंत आवश्यक है।
भोजन में अचार, नींबू, नमक, मिर्च, टमाटर तैली वस्तुएं, आदि चीज़ों का सेवन बिलकुल बंद कर देना चाहिए। (चर्म रोग में कोई भी खट्टी चीज़ खाने से रोग तेज़ी से पूरे शरीर में फ़ेल जाता है।)।
अगर खाना पचने में परेशानी रहती हों, या पेट में गैस जमा होती हों तो उसका उपचार तुरंत करना चाहिए। और जब यह परेशानी ठीक हो जाए तब कुछ दिनों तक हल्का भोजन खाना चाहिए।
खराब पाचनतत्र वाले व्यक्ति को चर्म रोग होने के अधिक chances होते हैं।
त्वचा की किसी भी प्रकार की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को हररोज़ रात को सोने से पूर्व एक गिलास हल्के गुनगुने गरम दूध में, एक चम्मच हल्दी मिला कर दूध पीना चाहिए।

नहाते समय नीम के पत्तों को पानी के साथ गरम कर के, फिर उस पानी को नहाने के पानी के साथ मिला कर नहाने से चर्म रोग से मुक्ति मिलती है।
नीम की कोपलों (नए हरे पत्ते) को सुबह खाली पेट खाने से भी त्वचा रोग दूर हो जाते हैं।
त्वचा के घाव ठीक करने के लिए नीम के पत्तों का रस निकाल कर घाव पर लगा कर उस पर पट्टी बांध लेने से घाव मिट जाते हैं। (पट्टी समय समय पर बदलते रहना चाहिए)।
मूली के पत्तों का रस त्वचा पर लगाने से किसी भी प्रकार के त्वचा रोग में राहत हो जाती है।
प्रति दिन तिल और मूली खाने से त्वचा के भीतर जमा हुआ पानी सूख जाता है, और सूजन खत्म खत्म हो जाती है।
मूली का गंधकीय तत्व त्वचा रोगों से मुक्ति दिलाता है।
मूली में क्लोरीन और सोडियम तत्व होते है, यह दोनों तत्व पेट में मल जमने नहीं देते हैं और इस कारण गैस या अपचा नहीं होता है।
मूली में मेग्नेशियम की मात्रा भी मौजूद होती है, यह तत्व पाचन क्रिया नियमन में सहायक होता है। जब पेट साफ होगा तो चमड़ी के रोग होने की नौबत ही नहीं होगी।
हर रोज़ मूली खाने से चहरे पर हुए दाग, धब्बे, झाईयां, और मुहासे ठीक हो जाते हैं।
त्वचा रोग में सेब के रस को लगाने से उसमें राहत मिलती है। प्रति दिन एक या दो सेब खाने से चर्म रोग दूर हो जाते हैं। त्वचा का तैलीयपन दूर करने के लिए एक सेब को अच्छी तरह से पीस कर उसका लेप पूरे चहरे पर लगा कर दस मिनट के बाद चहरे को हल्के गरम पानी से धो लेने पर “तैलीय त्वचा” की परेशानी से मुक्ति मिलती है।
खाज और खुजली की समस्या में ताज़ा सुबह का गौमूत्र त्वचा पर लगाने से आराम मिलता है।
जहां भी फोड़े और फुंसी हुए हों, वहाँ पर लहसुन का रस लगाने से फौरन आराम मिल जाता है।
लहसुन और सूरजमुखी को एक साथ पीस कर पोटली बना कर गले की गांठ पर (कण्ठमाला की गील्टियों पर) बांध देने से लाभ मिलता है।
सरसों के तेल में लहसुन की कुछ कलीयों को डाल कर उसे गर्म कर के, (हल्का गर्म) उसे त्वचा पर लगाया जाए तो खुजली और खाज की समस्या दूर हो जाती है।
सूखी चमड़ी की शिकायत रहती हों तो सरसों के तैल में हल्दी मिश्रित कर के उससे त्वचा पर हल्की मालिश करने से त्वचा का सूखापन दूर हो जाता है।
हल्दी को पीस कर तिल के तैल में मिला कर उससे शरीर पर मालिश करने से चर्म रोग जड़  से खत्म होते हैं।
चेहरे के काले दाग और धब्बे दूर करने के लिए हल्दी की गांठों को शुद्ध जल में घिस कर, उस के लेप को, चेहरे पर लगाने से दाग-धब्बे दूर हो जाते हैं।
करेले के फल का रस पीने से शरीर का खून शुद्ध होता है। दिन में सुबह के समय बिना कुछ खाये खाली पेट एक ग्राम का चौथा भाग “करेले के फल का रस” पीने से त्वचा रोग दूर होते हैं।
दाद, खाज और खुजली जैसे रोग, दूर करने के लिए त्वचा पर करेले का रस लगाना चाहिए।
रुई के फाये से गाजर का रस थोड़ा थोड़ा कर के चहेरे और गरदन पर लगा कर उसके सूखने के बाद ठंडे पानी से चहेरे को धो लेने से स्किन साफ और चमकीली बन जाती है।
प्रति दिन सुबह एक कप गाजर का रस पीने से हर प्रकार के त्वचा रोग दूर होते हैं। सर्दियों में त्वचा सूखने की समस्या कई लोगों को होती है, गाजर में विटामिन A भरपूर मात्रा में होता है, इस लिए रोज़ गाजर खाने से त्वचा का सूखापन दूर होता है।
पालक और गाजर का रस समान मात्रा में मिला कर उसमें दो चम्मच शहद मिला कर पीने से, सभी प्रकार के चर्म रोग नाश होते हैं।
गाजर का रस संक्रमण दूर करने वाला और किटाणु नाशक होता है, गाजर खून को भी साफ करता है, इस लिए रोज़ गाजर खाने वाले व्यक्ति को फोड़े फुंसी, मुहासे और अन्य चर्म रोग नहीं होते हैं।
काली मिट्टी में थोड़ा सा शहद मिला कर फोड़े और फुंसी वाली जगह पर लगाया जाए तो तुरंत राहत हो जाती है।
फुंसी पर असली (भेग रहित) शहद लगाने से फौरन राहत हो जाती है।
शहद में पानी मिला कर पीने से फोड़े, फुंसी, और हल्के दाग दूर हो जाते हैं।
सेंधा नमक, दूध, हरड़, चकबड़ और वन तुलसी को समान मात्रा में ले कर, कांजी के साथ मिला कर पीस लें। तैयार किए हुए इस चूर्ण को दाद, खाज और खुजली वाली जगहों पर लगा लेने से फौरन आराम मिल जाता है।
हरड़ और चकबड़ को कांजी के साथ कूट कर, तैयार किए हुए लेप को दाद पर लगाने से दाद फौरन मीट जाता है।
पीपल की छाल का चूर्ण लगा नें पर मवाद निकलने वाला फोड़ा ठीक हो जाता है। चार से पाँच पीपल की कोपलों को नित्य सुबह में खाने से एक्ज़िमा रोग दूर हो जाता है। (यह प्रयोग सात दिन तक लगातार करना चाहिए)।
नीम की छाल, सहजन की छाल, पुरानी खल, पीपल, हरड़ और सरसों को समान मात्रा में मिला कर उन्हे पीस कर उसका चूर्ण बना लें। और फिर इस चूर्ण को गौमूत्र में मिश्रित कर के त्वचा पर लगाने से समस्त प्रकार के जटिल त्वचा रोग दूर हो जाते हैं।
अरण्डी, सौंठ, रास्ना, बालछड़, देवदारु, और बिजौरे की छड़ इन सभी को बीस-बीस ग्राम ले कर एक साथ पीस लें। उसके बाद इन्हे पानी में मिला कर लेप तैयार कर लें और फिर उस लेप को त्वचा पर लगा लें। इस प्रयोग से समस्त प्रकार के चर्म रोग दूर हो जाते हैं।
खीरा खाने से चमड़ी के रोग में राहत मिलती है। ककड़ी के रस को चमड़ी पर लगाने से त्वचा से मैल दूर होता है, और चेहरा glow करता है। ककड़ी का रस पीने से भी शरीर को लाभ होता है।
प्याज को आग में भून कर फोड़ों और फुंसियों और गाठों पर बांध देने से वह तुरंत फुट जाती हैं। अगर उनमें मवाद भरा हों तो वह भी बाहर आ निकलता है। हर प्रकार की जलन, सूजन और दर्द इस प्रयोग से ठीक हो जाता है। इस प्रयोग से infection का जख्म भी ठीक हो जाता है। प्याच को कच्चा या पक्का खाने से त्वचा में निखार आता है।
प्रति दिन प्याज खाने वाले व्यक्ति को लू (Heat stroke) कभी नहीं लगती है।
पोदीने और हल्दी का रस समान मात्रा में मिश्रित कर के दाद खाज खुजली वाली जगहों पर लगाया जाए तो फौरन राहत मिल जाती है।
पिसा हुआ पोदीना लेप बना कर चहेरे पर लगाया जाए और फिर थोड़ी देर के बाद चहेरे को ठंडे पानी से धो लिया जाए तो चहेरे की गरमी दूर हो जाती है, तथा स्किन चमकदार बनती है।
अजवायन को पानी में उबाल कर जख्म धोने से उसमे आराम मिल जाता है।
गर्म पानी में पिसे हुए अजवायन मिला कर, उसका लेप दाद, खाज, खुजली, और फुंसी पर लगाने से फौरन आराम मिल जाता है।
नमक मिले गर्म पानी से त्वचा को धोने या सेक करने से हाथ-पैर और ऐडियों की दरारें दूर होती हैं और दर्द में फौरन आराम मिल जाता है।
गरम पानी में नमक मिला कर नहाने से सर्दी के मौसम में होने वाले त्वचा रोगों के सामने रक्षण मिलता है। और अगर रोग हो गए हों तो इस प्रयोग के करने से रोग समाप्त हो जाते हैं।

मंगलवार, 14 फ़रवरी 2017

आज का पंचांग एवं राशिफल

.     ।। 🕉 ।।
   🌞 *सुप्रभातम्* 🌞
««« *आज का पंचांग* »»»
कलियुगाब्द................5118
विक्रम संवत्..............2073
शक संवत्.................1938
रवि....................उत्तरायण
मास......................फाल्गुन
पक्ष..........................कृष्ण
तिथी........................चतुर्थी
रात्रि 05.51 पर्यंत पश्चात पंचमी
तिथि स्वामी.................यम
नित्यदेवी...................भेरुंडा
सूर्योदय..........06.59.15 पर
सूर्यास्त..........06.23.44 पर
नक्षत्र............उत्तराफाल्गुनी
प्रातः 09.56 पर्यंत पश्चात हस्त
योग..........................धृति
संध्या 06.55 पर्यंत पश्चात शूल
करण..........................बव
संध्या 05.19 पर्यंत पश्चात बालव
ऋतु.........................बसंत
दिन.....................मंगलवार

🇰🇾 *आंग्ल मतानुसार* :-
14 फरवरी सन 2017 ईस्वी |

☸ शुभ अंक............5
🔯 शुभ रंग............लाल

👁‍🗨 *राहुकाल* :
दोप 03.29 से 04.53 तक ।

🚦 *दिशाशूल* :-
उत्तरदिशा -
यदि आवश्यक हो तो गुड़ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।

✡ *चौघडिया* :-
प्रात: 09.51 से 11.16 तक चंचल
प्रात: 11.16 से 12.40 तक लाभ
दोप. 12.40 से 02.04 तक अमृत
दोप. 03.29 से 04.53 तक शुभ
रात्रि 07.53 से 09.29 तक लाभ ।

🎶 *आज का मंत्र* :-
|| ॐ अजेषाय नमः ||

📣 *संस्कृत सुभाषितानि* :-
*अष्टावक्र गीता - तृतीय अध्याय :-* 
अष्टावक्र उवाच -
अविनाशिनमात्मानं
एकं विज्ञाय तत्त्वतः।
तवात्मज्ञानस्य धीरस्य
कथमर्थार्जने रतिः॥३- १॥
अर्थात :-
अष्टावक्र कहते हैं - आत्मा को अविनाशी और एक जानो । उस आत्म-ज्ञान को प्राप्त कर, किसी बुद्धिमान व्यक्ति की  रूचि धन अर्जित करने में कैसे हो सकती है॥१॥

🍃 *#‎ आरोग्यं :-*
शरीर व सांस की दुर्गध कैसे रोकें :-
1. गाजर का जूस रोज पिएं। तन की दुर्गध दूर भगाने में यह कारगर है।
2. पान के पत्ते और आंवला को बराबर मात्रा में पीसे। नहाने के पहले इसका पेस्ट लगाएं। फायदा होगा।
3. सांस की बदबू दूर करने के लिए रोज तुलसी के पत्ते चबाएं।
4. इलाइची और लौंग चूसने से भी सांस की बदबू से निजात मिलता है।
5. नहाने से पहले शरीर पर बेसन और दही का पेस्ट लगाएं। इससे त्वचा साफ हो जाती है और बंद रोम छिद्र भी खुल जाते हैं।

⚜ *आज का राशिफल* :-

🐏 *राशि फलादेश मेष* :-
वाहन-मशीनरी से दुर्घटना के योग हैं, सावधानी रखें। दिन अशांतिपूर्ण रहेगा। व्यापार-निवेश आदि की जोखिम न उठाएं।
          
🐂 *राशि फलादेश वृष* :-
कार्यों में सफलता मिलेगी। पराक्रम से लाभ के अवसर बढ़ेंगे। शुभता में वृद्धि तथा शत्रु शांत रहेंगे। लाभ-प्रतिष्ठा में वृद्धि के योग हैं।
                              
👫 *राशि फलादेश मिथुन* :-
कुसंग हानिकारक रहेगा। पराक्रम से लाभ-सम्मान बढ़ेगा। व्यापार-व्यवसाय, निवेश, नौकरी से लाभ का समय श्रेष्ठ है। इच्छित कार्य पूर्ण होंगे।
                       
🦀 *राशि फलादेश कर्क* :-
विरोधी सक्रिय होंगे। मातृपक्ष की चिंता रहेगी। यात्रा, व्यापार, निवेश, नौकरी आदि के लिए श्रेष्ठ समय है। यात्रा में सावधानी रखें।
                           
🦁 *राशि फलादेश सिंह* :-
दुर्घटना, चोरी इत्यादि का संयोग हो सकता है। व्यय बढ़ेगा। शत्रु परेशान करेंगे। निवेश सोच-समझकर करें। रिश्तेदारों से भेंट होगी ।
                       
👸🏻 *राशि फलादेश कन्या* :-
अस्वस्थता रहेगी। बकाया धन के लिए कोशिश लाभ देगी। व्यापार, निवेश, नौकरी से लाभ होगा। सामाजिक कार्यों में रुचि लेंगे।
                   
⚖ *राशि फलादेश तुला* :-
योजनाएं लाभ देंगी। शरीर अस्वस्थ रह सकता है। निवेश, नौकरी, व्यवसाय लाभदायक होंगे। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। भौतिक सुख के साधन मिलेंगे।
                     
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक* :-
गृहस्थ जीवन सुखी होगा। धार्मिक कार्य होंगे। व्यापार-नौकरी व निवेश लाभदायक होंगे। योजनाएं लाभ देंगी। खान-पान में सावधानी रखें।
            
🏹 *राशि फलादेश धनु* :-
दुर्घटना हानि से बचें। वाद-विवाद से दूर रहें। व्यापार-व्यवसाय, नौकरी, निवेश में विवेक से किया गया कार्य लाभ देगा।
                         
🐊 *राशि फलादेश मकर* :-
गृहस्थ जीवन सुखी, यात्रा, राजकार्य, व्यापार, निवेश लाभदायक रहेगा। यात्रा में सावधानी रखें। योजनाएं ठीक रहेंगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
          
🏺 *राशि फलादेश कुंभ* :-
कुसंग हानिकारक रहेगा। व्यापार-नौकरी में लाभ, निवेश, यात्रा लाभकारक रहेगी। प्रमोशन, पारितोषिक मिल सकता है।
                 
🐬 *राशि फलादेश मीन* :-
मेहमान बनना शुभ रहेगा। बौद्धिक कार्य होंगे। दूरदराज से शुभ समाचार मिल सकता है। निवेश, आवेदन शुभ रहेगा। व्यापार अच्छा चलेगा।
            
☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।

☯ आज मंगलवार है अपने नजदीक के मंदिर में संध्या 7 बजे सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ में अवश्य सम्मिलित होवें |

।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩

रविवार, 12 फ़रवरी 2017

आज का पंचांग एवं राशिफल

.       ।। 🕉 ।।
🚩   *सुप्रभातम्* 🚩
««« *आज का पंचांग* »»»
कलियुगाब्द..............5118
विक्रम संवत्............2073
शक संवत्...............1938
मास.....................फाल्गुन
पक्ष .......................कृष्ण
तिथी...................द्वितीया
दुसरे दिन प्रातः 04.41 पर्यंत पश्चात तृतीया
तिथि स्वामी...........विधाता
नित्यदेवी..........भगमालिनी
रवि...................उत्तरायण
सूर्योदय........07.00.00 पर
सूर्यास्त........06.21.47 पर
नक्षत्र.......................मघा
प्रातः 08.39 पर्यंत पश्चात पूर्वाफाल्गुनी
योग.....................अतिगंड
रात्रि 08.44 पर्यंत पश्चात सुकर्मा
करण......................तैतिल
दुसरे दिन दोप 04.48 पर्यन्त पश्चात गरज
ऋतु.........................बसंत
दिन.......................रविवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-
12 फरवरी सन 2017 ईस्वी ।

☸ शुभ अंक............3
🔯 शुभ रंग...........लाल

👁‍🗨 *राहुकाल* :-
संध्या 04.52 से 06.17 तक ।

🚦 *दिशाशूल* :-
पश्चिमदिशा - यदि आवश्यक हो तो दलिया, घी या पान का सेवनकर यात्रा प्रारंभ करें।

✡ *चौघडिया* :-
प्रात: 08.28 से 09.52 तक चंचल
प्रात: 09.52 से 11.16 तक लाभ
प्रात: 11.16 से 12.40 तक अमृत
दोप. 02.04 से 03.28 तक शुभ
सायं 04.52 से 06.17 तक शुभ
रात्रि 07.52 से 09.28 तक अमृत
रात्रि 09.28 से 11.04 तक चंचल ।

🎶 *आज का मंत्रः*
।। ॐ आदित्याय नम: ।।

 *संस्कृत सुभाषितानि* :-
*अष्टावक्र गीता - द्वितीय अध्याय :-* 
मय्यनन्तमहांभोधा-
वाश्चर्यं जीववीचयः।
उद्यन्ति घ्नन्ति खेलन्ति
प्रविशन्ति स्वभावतः॥२-२५॥
अर्थात :
आश्चर्य, मुझ अनंत महासागर में जीव रूपी लहरें उत्पन्न होती हैं, मिलती हैं, खेलती हैं और स्वभाव से मुझमें प्रवेश कर जाती हैं॥२५॥ 

🍃 *आरोग्यं* :-
*फलों का फलित -*

🍐 *नाशपाती*
पौष्टिक तत्व : नाशपाती में फॉस्फोरस, विटामिन ए, विटामिन बी१, बी२, और पोटैशियम पाया जाता है।
सुझाव : ठंडा कर के बिना काटे या फिर ४ हिस्सों में काटकर खाया जाता है। इसमें पानी भरपूर मात्रा में होता है पर यदि रस निकालना है तो तैयार रस में पानी या सेब का रस डाल कर पतला और स्वादिष्ट बनाया जा सकता है।

🍓 *स्ट्रॉबेरी*
पौष्टिक तत्व : इसमें कैलशियम, लोहा, फॉस्फोरस, विटामिन सी और फायबर है।
सुझाव : स्ट्राबेरी में नैसर्गिक शक्कर भारी मात्रा में होने के कारण जिन्हें मधुमेह या शक्कर से संबंधित कोई भी बीमारी हैं, इसका सेवन नहीं करना चाहिए। इसका रस गाढ़ा होता है इसलिए इसे ऐसे ही या काट कर खाना चाहिए। स्ट्रॉबेरी को कस्टर्ड, पुडिंग और क्रीम के साथ विभिन्न व्यंजनों के साथ परोसा जा सकता है।

🍈 *ख़रबूज़ा*
पौष्टिक तत्व : ख़रबूज़े में विटामिन ए, सी और बी कॉम्प्लेक्स सही मात्रा में पाए जाते हैं।
सुझाव : ख़रबूज़ा और इस तरह का कोई भी फल पानी से परिपूर्ण है इसलिए गरम मौसम में यह स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकर है। छिलके के नीचे ही पौष्टिक तत्व होने के कारण छिलके तक जितना गहरा खा सकते हैं, खाना चाहिए। ख़रबूज़ा और तरबूज़ डायटिंग प्रेमियों में सर्वाधिक लोकप्रिय हैं।

🍇 *अंगूर*
पौष्टिक तत्व : अंगूर में कैल्शियम, क्लोरिन, लोहा और बायफ्लवोनाइडस् हैं।
सुझाव : अंगूर में शक्कर की मात्रा बहुत ज़्यादा है। अंगूर जितने गहरे रंग का होता है उतना ही पौष्टिक होता है। स्वाद के अनुसार हरे या गहरे लाल रंग के अंगूर खा सकते हैं। इन्हें दूध से बने कस्टर्ड, क्रीम दही या पुडिंग में बिना पकाए डाला जा सकता है।

🍉 *तरबूज़*
पौष्टिक तत्व : तरबूज़े में बहुत भारी मात्रा में खनिज पदार्थ, विटामिन, नैसर्गिक शक्कर और करीब नब्बे प्रतिशत पानी है।
सुझाव :अच्छी तरह पका हुआ लाल रंग का तरबूज़ मीठा और ठंडा कर के काट कर खाने में मज़ा आता है। ब्लेंडर में डाल कर इसका रस बनाया जा सकता है। रस को अन्य रसों के साथ मिला कर स्वादिष्ट भी बनाया जा सकता है।

🍑 *आम*
पौष्टिक तत्व : विटामिन ए, ई और सी, लोह से भरा है आम।
सुझाव : बहुत ज़्यादा आम खाने से शरीर की गरमी बढ़ सकती है। पर कटे हुए आम या अमरस और आम के रस की किसी के साथ तुलना नहीं।

🍌 *केला*
पौष्टिक तत्व : केले में पोटैशियम, सोडियम, फॉस्फोरस, विटामिन ए, बी१, बी२ और विटामिन सी होते हैं।
सुझाव : स्टार्च और और घुलने वाले रेशे से भरा केला छ: महीने के छोटे बच्चे को भी खिला सकते हैं। पूरा पका केला शक्कर से भरपूर होता है। केले का शेक भी स्वादिष्ट होता है।

⚜ *आज का राशिफल* :-

🐏 *राशि फलादेश मेष* :-
विवाद-झगड़ों से दूर रहें। कार्यसिद्धि से सुख होगा। कुछ लाभ के अवसर हाथ आएंगे। यात्रा से लाभ होगा। शत्रु परेशान करेंगे।
                        
🐂 *राशि फलादेश वृष* :-
लाभ के अवसर हाथ आएंगे। मान-प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होगी। पराक्रम बढ़ेगा। निवेश के लिए शुभ समय है। यात्रा टालें।
                
👫 *राशि फलादेश मिथुन* :-
शुभ समाचार मिलेंगे। मान-सम्मान बढ़ेगा। दुष्ट जनों से कष्ट होगा। निवेश से लाभ। नौकरीपेशा से अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। शत्रु शांत रहेंगे।
                           
🦀 *राशि फलादेश कर्क* :-
लाभ के अवसर बढ़ेंगे। यात्रा लाभदायक होगी। निवेश के लिए शुभ समय है। नौकरी आदि के प्रस्ताव मिल सकते हैं। शत्रु शांत रहेंगे।
                         
🦁 *राशि फलादेश सिंह* :-
व्यय बढ़ेगा। चिंता, हानि के योग हैं। निवेश न करें। यात्रा हानिकारक हो सकती है। शत्रु परेशान करेंगे। वाहन चलाते समय सावधानी रखें।
    
👸🏻 *राशि फलादेश कन्या* :-
मनोरंजन होगा। रुका धन वसूलने के लिए श्रेष्ठ समय है। लाभकारी यात्रा हो सकती है। नौकरी, निवेश के लिए प्रयास करने का समय है।
                       
⚖ *राशि फलादेश तुला* :-
लाभ होगा। कार्य में रुचि बढ़ेगी। नई योजनाएं बनेंगी। निवेश का समय है। नौकरी, प्रमोशन इत्यादि के लिए श्रेष्ठ समय है। प्रयास करें।
                  
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक* :-
धार्मिक कार्यों में समय तथा धन खर्च होगा। सत्कार्यों में गति आएगी। जीवनसाथी से सुख, शत्रु पराजित होंगे। हानि, दुर्घटना के योग हैं।
                           
🏹 *राशि फलादेश धनु* :-
वाहन-मशीनरी के प्रयोग में सावधानी बरतें। कलह-विवाद से बचें। मूल्यवान वस्तु संभालकर रखें। शत्रु सक्रिय रहेंगे। मितव्ययिता को ध्यान में रखें।
                   
🐊 *राशि फलादेश मकर* :-
यात्रा से लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय से लाभ होगा। निवेश के शुभ समय का सदुपयोग करें। शत्रु परास्त होंगे। कुटुंबियों से संबंध सुधरेंगे।
                 
🏺 *राशि फलादेश कुंभ* :-
मकान, जमीन-जायदाद के कार्यों ‍के लिए श्रेष्ठ समय है। स्त्री सुख, संतान सुख होगा। यात्रा लाभकारी रहेगी। शत्रु षड्‍यं‍त्र रचेंगे।
          
🐬 *राशि फलादेश मीन* :-
मेहमानों पर खर्च होगा। प्रसन्नता बढ़ेगी। बौद्धिक कार्यों में सफलता मिलेगी। निवेश शुभ रहेगा। दुष्ट जन परेशान करेंगे।
                 
☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।

।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩

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