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गुरुवार, 16 मार्च 2017

पंचांग एवं राशिफल

.        ।। 🕉 ।।
    🌞 *सुप्रभातम्* 🌞
««« *आज का पंचांग* »»»
कलियुगाब्द.................5118
विक्रम संवत्...............2073
शक संवत्..................1938
मास............................चैत्र
पक्ष...........................कृष्ण
तिथी.........................चतुर्थी
रात्रि 01.11 पर्यंत पश्चात पंचमी
रवि.....................उत्तरायण
सूर्योदय...........06.35.32 पर
सूर्यास्त...........06.36.08 पर
तिथि स्वामी..................यम
नित्यदेवी....................भेरुंडा
नक्षत्र........................स्वाति
रात्रि 12.34 पर्यंत पश्चात विशाखा
योग........................व्याघात
रात्रि 02.30 पर्यंत पश्चात हर्षण
करण...........................बव
दोप 12.11 पर्यंत पश्चात बालव
ऋतु..........................बसंत
दिन.........................गुरुवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-
16 मार्च सन 2017 ईस्वी ।

👁‍🗨 *राहुकाल* :-
दोपहर 02.04 से 03.33 तक ।

🚦 *दिशाशूल* :-
दक्षिणदिशा -
यदि आवश्यक हो तो दही या जीरा का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।

☸ शुभ अंक..................8
🔯 शुभ रंग............केसरिया

✡ *चौघडिया* :-
प्रात: 06.38 से 08.07 तक शुभ
प्रात: 11.05 से 12.35 तक चंचल
दोप. 12.35 से 02.04 तक लाभ
दोप. 02.04 से 03.33 तक अमृत
सायं 05.02 से 06.32 तक शुभ
सायं 06.32 से 08.02 तक अमृत
रात्रि 08.02 से 09.33 तक चंचल |

💮 *आज का मंत्र* :-
।। ॐ विनायकाय नम: ।।

📢 *सुभाषितम्* :-
*अष्टावक्र गीता - चतुर्थ अध्याय :-*
प्रत्यक्षमप्यवस्तुत्वाद्
विश्वं नास्त्यमले त्वयि।
रज्जुसर्प इव व्यक्तं
एवमेव लयं व्रज॥५- ३॥
अर्थात :-
यद्यपि यह विश्व आँखों से दिखाई देता है परन्तु अवास्तविक है। विशुद्ध तुम में इस विश्व का अस्तित्व उसी प्रकार नहीं है जिस प्रकार कल्पित सर्प का रस्सी में। यह जानकर ब्रह्म से योग (एकरूपता) को प्राप्त करो ॥३॥

🍃 *आरोग्यं* :-
नौसादर (SALLAMONIAC ) -
१- नौसादर-४ ग्राम,सुहागा-४ ग्राम और सौंफ-२ ग्राम को अच्छी तरह बारीक पीसकर उसमें ४ ग्राम मीठा सोडा मिलाकर रख लें| इसमें से आधे से दो ग्राम की मात्रा में सुबह,दोपहर और शाम को रोगी को देने से पेट की बीमारियों में आराम होता है |
२- फिटकरी,सेंधानमक तथा नौसादर बराबर मात्रा में लेकर बारीक चूर्ण बना लें | इसे प्रतिदिन सुबह-शाम मसूड़ों व दाँतों के सभी रोग ठीक हो जाते हैं |
३- नौसादर को पानी में घोलकर ,उसमें एक साफ़ कपड़ा भिगोकर गांठ के ऊपर रखने से लाभ होता है |
४- एक कप पानी में एक चुटकी नौसादर डालकर दिन में तीन बार पीने से खांसी ठीक हो जाती है |
५- नौसादर और कुटकी को जल में मिलाकर माथे पर लेप की तरह लगाने से आधासीसी के दर्द में लाभ होता है |

⚜ *आज का राशिफल* :-

🐏 *राशि फलादेश मेष* :-
बौद्धिक कार्य लाभ देंगे। दावत का निमंत्रण मिलेगा। जीवनसाथी का स्वास्थ्य ठीक न होगा। समाचार प्रसन्न करेंगे। व्यापार ठीक चलेगा।
                  
🐂 *राशि फलादेश वृष* :-
जोखिम वाले कार्य सावधानी से करें। कार्य सिद्धि होगी। व्यापार निवेश से लाभ होगा। नौकरी-इंटरव्यू से लाभ होगा। कार्य का विस्तार होगा।
                      
👫 *राशि फलादेश मिथुन* :-
निवेश से लाभ तथा विरोधी शांत रहेंगे। बौद्धिक कार्यों से लाभ, नौकरी-इंटरव्यू में सफलता मिलेगी। दूसरे के कार्यों में हस्तक्षेप से बचें।
           
🦀 *राशि फलादेश कर्क* :-
विरोधी कष्ट देंगे। मातृपक्ष की चिंता होगी। निवेश से लाभ, इंटरव्यू आदि में सफलता के योग हैं। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। इच्छित लाभ होगा।
              
🦁 *राशि फलादेश सिंह* :-
विलासिता के प्रति रुझान बढ़ेगा। विद्यार्थी सफलता अर्जित करेंगे। निवेश व्यापार से लाभ। यात्रा मंगलमय होगी तथा विरोधी निर्बल होंगे।
                      
👩🏻‍🎤 *राशि फलादेश कन्या* :-
नेत्रों का रोग हो सकता है। हानि-दुर्घटना के योग हैं। विरोधी सक्रिय रहेंगे। जोखिम वाले कार्य टालें। मन में उत्साहपूर्ण विचारों से समय सुखद रहेगा।
                    
⚖ *राशि फलादेश तुला* :-
रुका हुआ धन वापस आएगा। यात्रा लाभकारी तथा निवेश लाभदायक रहेगा। विरोधी निर्बल होंगे। हानि हो सकती है। मकान व जमीन संबंधी कार्य बनेंगे।
      
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक* :-
नई योजनाएं बनेंगी। पराक्रम से लाभ होगा। निवेश से लाभ तथा नौकरी-इंटरव्यू में सफलता मिलेगी। यात्रा शुभ रहेगी। अनायास धन लाभ के योग हैं।
       
🏹 *राशि फलादेश धनु* :-
तंत्र-मंत्र में रुचि बढ़ेगी। निवेश से लाभ होगा। रुके हुए कार्य पूरे होने के संयोग बनेंगे। यात्रा लाभकारी होगी। व्यापार में वांछित उन्नति होगी।
                           
🐊 *राशि फलादेश मकर* :-
विरोधी सक्रिय रहेंगे। मूल्यवान वस्तु गुम या चोरी हो सकती है। वाहन-मशीनरी का प्रयोग सावधानी से करें। पूजा-पाठ में मन लगेगा।
                         
🏺 *राशि फलादेश कुंभ* :-
जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। राजकीय कार्य पूर्ण होने के संकेत मिलेंगे। निवेश लाभकारी होगा। प्रमोशन मिलेगा। जीवन सुखद रहेगा।
                  
🐳 *राशि फलादेश मीन* :-
शरीर सुस्त रहेगा। यात्रा में सावधानी रखें। निवेश से लाभ तथा संपत्ति के सौदे लाभकारी रहेंगे। नए कार्यों से जुड़ने का योग बनेगा।
            
☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।

।। *शुभम भवतु* ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय*  🚩🚩

सोमवार, 13 मार्च 2017

आज का राशिफल पंचांग

.       ।। 🕉 ।।
  🚩 🌞 *सुप्रभातम्* 🌞 🚩
««« *आज का पंचांग* »»»
कलियुगाब्द.............5118
विक्रम संवत्...........2073
शक संवत्..............1938
मास........................चैत्र
पक्ष.......................कृष्ण
तिथी...................प्रतिपदा
रात्रि 08.51 पर्यंत पश्चात द्वितीया
तिथिस्वामी............ब्रह्मा
नित्यदेवी...........कामेश्वरी
रवि.................उत्तरायण
सूर्योदय.......06.37.24 पर
सूर्यास्त.......06.35.07 पर
नक्षत्र..........उत्तराफाल्गुनी
संध्या 06.42 पर्यंत पश्चात हस्त
योग.........................गंड
रात्रि 02.14 पर्यंत पश्चात वृद्धि
करण....................बालव
प्रातः 08.34 पर्यन्त पश्चात कौलव
ऋतु.......................बसंत
दिन....................सोमवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-
13 मार्च सन 2017 ईस्वी ।

👁‍🗨 *राहुकाल* :-
प्रात: 08.09 से 09.38 तक ।

🚦 *दिशाशूल* :-
पूर्व दिशा- यदि आवश्यक हो तो दर्पण देखकर यात्रा प्रारंभ करें।

☸ शुभ अंक..............4
🔯 शुभ रंग..............लाल

✡ *चौघडिया* :-
प्रात: 06.41 से 08.09 तक अमृत
प्रात: 09.38 से 11.07 तक शुभ
दोप. 02.04 से 03.33 तक चंचल
अप. 03.33 से 05.02 तक लाभ
सायं 05.02 से 06.31 तक अमृत
सायं 06.31 से 08.02 तक चंचल ।

💮 *आज का मंत्र* :-
|| ॐ उधर्वेय नमः ||

 *संस्कृत सुभाषितानि* :-
*अष्टावक्र गीता - चतुर्थ अध्याय :-* 
आत्मानमद्वयं कश्चिज्-
जानाति जगदीश्वरं।
यद् वेत्ति तत्स कुरुते
न भयं तस्य कुत्रचित्॥४- ६॥
अर्थात :-
आत्मा को एक और जगत का ईश्वर कोई कोई ही जानता है, जो ऐसा जान जाता है उसको किसी से भी किसी प्रकार का भय नहीं है॥६॥

🍃 *आरोग्यं* :-
सर्दियों में खाएं ये गर्म आहार और रहें बीमारियों से दूर |

1. गाजर: गाजर खाने से त्‍वचा हेल्‍दी रहती है, आंखों की रौशनी बढ़ती है, रोग प्रतिरोधक छमता बढती है जिससे सर्दियों में शरीर को ठंड नहीं लगती। यह एक गर्म आहार है, जिसे आपको जरुर खाना चाहिये।

2. सिट्रस फल: संतरा हो चाहे नींबू, इनमें ढेर सारा विटामिन सी होता है जिससे शरीर को पोषण और फ्लेवीनॉइड प्राप्‍त होता है। यह शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद दिलवाता है। साथ ही यह अच्‍छे कोलेस्‍ट्रॉल को भी बढाता है। यह शरीर को गर्म रखने में मदद करता है।

3. लहसुन और अदरक: हर घर में भोजन में लहसुन और अदरक का प्रयोग जरुर किया जाता है। सर्दियों में इनके सेवन से सर्दी, जुखाम और कफ से राहत मिलती है। अगर आप मसाला चाय बना रही हैं तो उसमें अदरक डालना ना भूलें।

4. अमरूद: सिट्रस फल की तरह इसमें भी भारी मात्रा में विटामिन सी होता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक छमता बढता है। साथ ही इसमें पोटैशियम और मैगनीशियम होता है।

⚜ *आज का राशिफल* :-

🐏 *राशि फलादेश मेष* :-
व्यय बढ़ेगा। मान-सम्मान को ठेस पहुंच सकती है। विवाद से दूर रहें। व्यापार धीमा चलेगा। जोखिम वाले कार्य न करें। अपना कार्य स्वयं करें।
                         
🐂 *राशि फलादेश वृष* :-
शत्रु परास्त होंगे। व्यापार निवेश लाभ देंगे। नौकरी-इंटरव्यू से लाभ होगा। यात्रा लाभकारी होगी। पराक्रम से लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय मध्यम रहेगा।
                             
👫 *राशि फलादेश मिथुन* :-
संतान की चिंता होगी। व्यापार-निवेश, नौकरी-इंटरव्यू से लाभ होगा। शत्रु शांत रहेंगे। पराक्रम से लाभ बढ़ेंगे। महत्वपूर्ण कार्यों में नुकसान संभव।
                          
🦀 *राशि फलादेश कर्क* :-
मातृपक्ष की चिंता होगी। शत्रु कष्ट देंगे। जो‍‍खिमभरे कार्य टालें। व्यापार निवेश ‍ठीक रहेगा। भरोसे न रहकर अपना कार्य स्वयं करें। यात्रा लाभकारी रहेगी।
                     
🦁 *राशि फलादेश सिंह* :-
व्यापार-निवेश से लाभ होगा। जोखिम वाले कार्य न करें। व्ययभार बढ़ेगा। अस्वस्थता रहेगी। विरोधी शांत रहेंगे। व्यापार-नौकरी में लाभ होगा।
        
👩🏻‍🎤 *राशि फलादेश कन्या* :-
यात्रा लाभकारी रहेगी। नेत्र रोग से परेशानी तथा कीमती वस्तु गुम हो सकती है। रुका हुआ धन वापस आ सकता है। यात्रा का शुभ योग।
  
⚖ *राशि फलादेश तुला* :-
प्रतिष्ठा बढ़ेगी। योजनाएं फलीभूत होंगी। निवेश लाभकारी रहेगा। जोखिम वाले कार्य न करें। शत्रु शांत रहेंगे। मन प्रसन्न रहेगा।
                        
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक* :-
अस्वस्थता रहेगी। धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। शासकीय कार्य पूर्ण होंगे। शत्रु नि‍ष्क्रिय होंगे। व्यापार से लाभ होगा। कार्य की गति बढ़ेगी।
                      
🏹 *राशि फलादेश धनु* :-
विवाद से दूर रहें। व्यापार-निवेश लाभकारी रहेंगे। यात्रा लाभ देगी। शत्रु शांत रहेंगे, जोखिम से दूर रहें। आपके कार्यों को समाज में प्रशंसा मिलेगी।
                           
🐊 *राशि फलादेश मकर* :-
गृहस्थ सुख मिलेगा। राज्य से लाभ तथा व्यापार निवेश लाभ देंगे। वाहन-मशीनरी का प्रयोग सावधानी से करें। खर्चों में कमी करें।
                       
🏺 *राशि फलादेश कुंभ* :-
यात्रा में सावधानी रखें। संपत्ति से लाभ होगा, निवेश लाभकारी होगा। शत्रु कष्ट देंगे, जोखिम न उठाएं। आपके कार्यों को समाज में प्रशंसा मिलेगी।
                    
🐳 *राशि फलादेश मीन* :-
बौद्धिक कार्य लाभ देंगे। मित्रों के साथ सुखमय समय बीतेगा। निवेश लाभ देगा। शत्रु शांत रहेंगे। भागीदारी में आपके निर्णयों से लाभ होगा।
 
💐 *फाग महोत्सव की सभी को हृदय से रंगारंग बधाई*😊🔴💜💙               
☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।

।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩

रविवार, 12 मार्च 2017

इस बार रंग लगाना तो.. ऐसा रंग लगाना


इस बार रंग लगाना तो.. ऐसा रंग लगाना.. के ताउम्र ना छूटे..
ना हिन्दू पहिचाना जाये ना मुसलमाँ.. ऐसा रंग लगाना..
लहू का रंग तो अन्दर ही रह जाता है.. जब तक पहचाना जाये सड़कों पे बह जाता है..
कोई बाहर का पक्का रंग लगाना..
के बस इंसां पहचाना जाये.. ना हिन्दू पहचाना जाये..
ना मुसलमाँ पहचाना जाये.. बस इंसां पहचाना जाये..
इस बार.. ऐसा रंग लगाना...

होली की उतनी शुभ कामनाएं जितनी मैंने और आपने मिलके भी ना बांटी हों...
आपको और आपके परिवारजन, मित्र एंव शुभचिंतकों को होली के पावन पर्व पर हार्दिक बधाई, होलिका दहन पर आपके समस्त संताप, व्याधि, और अभावों का दहन हो और आप के जीवन मे रंग बिरंगी खुशियों की भरमार हो! इन्ही आशाओं के साथ

आपका शुभेछु !!
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होली का लोकप्रिय सूत्र वाक्य है - बुरा न मानो होली है।

होली का लोकप्रिय सूत्र वाक्य है - बुरा न मानो होली है। इस नारे की सार्थकता तभी है, जब हम दूसरों की भावनाओं का सम्मान कर एवं मर्यादाओं का ध्यान रखकर होली की परंपराओं को निभाएं। अन्यथा इस पर्व और संबंधों की मिठास, खटास में बदलने में देर नहीं लगती। अत: कुछ ऐसी बातें जिनको अपनाकर इस त्योहार पर रंग में भंग जैसी स्थिति बनने से बचा जा सकता है।

- रासायनिक पदार्थों से बने रंगों जैसे पेंट, वार्निश या अन्य रंगों के उपयोग से बचें। यह त्वचा और आंखों को बुरी तरह से प्रभावित करते हैं। इनके स्थान पर अबीर, गुलाल, टेसु के फूलों का रंग के रूप में उपयोग करें।

- कीचड़, मलबा या अन्य मलीन पदार्थों का उपयोग न करें।

- शराब, भांग या अन्य किसी प्रकार के नशे का सेवन कर होली न खेलें। क्योंकि यह त्योहार है होश में आने का न कि होश गंवाने का।

- होली की परंपरा नृत्य, गायन, वादन प्रधान है। किंतु अति उत्साह में इन गतिविधियों से किसी के साथ अशालीनता, अभद्रता और अपशब्दों के प्रयोग से सामाजिक, पारिवारिक संबंधों की मर्यादा का हनन न होने दें।

- गुब्बारों के प्रयोग से बचें। इनसे चेहरें या शरीर के अन्य कमजोर अंगों को हानि पहुंच सकती है।

- बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं के साथ होली खेलते समय उनके प्रति सम्मान और स्नेह के भाव रखें

होलिका दहन - 12 march 2017

💐 होली दहन 💐
( होली जलाने का दिन ) की तारीख़ : ” 12 मार्च , 2017 ” रविवार

होली जलाने का शुभ समय : ” शाम 6 : 23 से 8 : 23 “
*होली का पूजन – Holika Poojan*

होली पूजने की सामग्री – Holi pooja ki samagri

गोबर से बने बड़कूले , रोली , मौली , अक्षत , अगरबत्ती , फूलमाला , कच्चा सूत , गुड़ , साबुत हल्दी , मूंग-चावल , फूले , बताशे , गुलाल ,

नारियल , जल का लोटा , गेहूं की नई हरी बालियां , हरे चने का पौधा आदि।
बड़कूले ( भरभोलिए ) कितने होने चाहिए

होली से दस बारह दिन पहले शुभ दिन देखकर गोबर से सात बड़कूले ( Badkule ) बनाये जाते है। गोबर से बने बड़कूले को भरभोलिए

( bharbholiye ) भी कहा जाता है। पाँच बड़कूले छेद वाले बनाये जाते है ताकि उनको माला बनाने के लिए पिरोया जा सके।
दो बड़कूले बिना छेद वाले बनाये जाते है । इसके बाद गोबर से ही सूरज , चाँद , तारे , और अन्य खिलौने बनाये जाते है। पान , पाटा , चकला ,
एक जीभ , होला – होली बनाये जाते है। इन पर आटे , हल्दी , मेहंदी , गुलाल आदि से बिंदियां लगाकर सजाया जाता है। होलिका की आँखें
चिरमी या कोड़ी से बनाई जाती है। अंत में ढाल और तलवार बनाये जाते है।
बड़कूले से माला बनाई जाती है। माला में होलिका , खिलोंने , तलवार , ढाल आदि भी पिरोये जाते है। एक माला पितरों की , एक हनुमान जी
की , एक शीतला माता की और एक घर के लिए बनाई जाती है। बाजार से तैयार माला भी खरीद सकते है। यह पूजा में काम आती है।

💐पूजन करने का तरीका💐

पूजन करते समय आपका मुंह पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ होना चाहिए।

जल की बूंदों का छिड़काव आसपास तथा पूजा की थाली और खुद पर करें।
इसके पश्चात नरसिंह भगवान का स्मरण करते हुए उन्हें रोली , मौली , अक्षत , पुष्प अर्पित करें।
इसी प्रकार भक्त प्रह्लाद को स्मरण करते हुए उन्हें रोली , मौली , अक्षत , पुष्प अर्पित करें।
इसके पश्चात् होलिका को रोली , मौली , चावल अर्पित करें , पुष्प अर्पित करें , चावल मूंग का भोग लगाएं। बताशा , फूले आदि चढ़ाएं।
हल्दी , मेहंदी , गुलाल , नारियल और बड़कूले चढ़ाएं। हाथ जोड़कर होलिका से सुख समृद्धि की कामना करें। सूत के धागे से होलिका
के चारों ओर घूमते हुए तीन , पाँच या सात बार लपेट दें । जल का लोटा वहीं पूरा खाली कर दें।
इसके बाद होलीका दहन किया जाता है। पुरुषों के माथे पर तिलक लगाया जाता है। होली जलने पर रोली चावल चढ़ाकर सात बार अर्घ्य

देकर सात परिक्रमा करनी चाहिए । इसके बाद साथ लाये गए हरे गेहूं और चने होली की अग्नि में भून लें। होली की अग्नि थोड़ी सी अपने
साथ घर ले आएं। ये दोनों काम बड़ी सावधानी पूर्वक करने चाहिए। होली की अग्नि से अपने घर में धूप दिखाएँ। भूने हुए गेहूं और चने प्रसाद
के रूप में ग्रहण करें।

आपको और आपके परिवारजन, मित्र एंव शुभचिंतकों को होली के पावन पर्व पर हार्दिक बधाई, होलिका दहन पर आपके समस्त संताप, व्याधि, और अभावों का दहन हो और आप के जीवन मे रंग बिरंगी खुशियों की भरमार हो! इन्ही आशाओं के साथ
आपका शुभेछु !!
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