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बुधवार, 5 फ़रवरी 2020

श्री रसिकलाल माणिकचंद धारीवाल कैंसर हॉस्पिटल

ll आवश्यक संदेश ll
बिना पढ़े डिलीट न करें ।
उचित लगे तो दूसरों को भेजें ।

सूरत, गुजरात से मुम्बई के राजमार्ग पर सूरत से ७८ किलोमीटर  वलसाड से 16 km ( सुरतकी तरफ)  पर वाघलधारा गाँव है । राइट हेंड साइड पर आपको "श्री प्रभव हेम कामधेनु गीरीविहार ट्रस्ट, पालीताणा" संचालित "श्री रसिकलाल माणिकचंद धारीवाल कैंसर हॉस्पिटल" की कमान दिखाई देगी । हजारो चोरस मिटर मै फैला फल, फूल, खेत से हराभरा ये संकुल कोई आश्रम से कम नही। यहाँ अति सुंदर  जैन मंदिर एवं विशाल भोजन शाला भी है । ऒंर यहां की गौंशाला में करीब 400  देशी गाय है । यहां कैंसर के दर्दी एवं एक साथी को 10 दिन उपचार एवं ट्रेनिंग के लिए रखा जाता है । 80 बेड उपलब्ध है।  नास्ता, लंच और डिनर के समय दर्दी से मिल सकते है।

सुबह ९ बजे आपको सिर्फ ५० रुपये मे केस निकलवाना है । अपने साथ दर्दी की केस फाइल एवं अगर ऑपरेशन, केमो करवाई हो तो वो साथ ले जानी है । सुबह १०.३० से १२.३० और दोपहर ३.३० से ५.३० दरमियान डॉक्टर द्वारा दर्दी की जांच के बाद १० दिन के लिए एडमिट किया जाता है । केवल दर्दी एवं एक साथी को ही प्रवेश की अनुमति है। ऐसी स्थिति में दर्दी को बिलकुल मुफ्त एवं साथी को ११ दिन के लिए केवल ३३ रुपये में रोज सुबह नास्ता, लंच एवं डीनर के लिए ३३ कूपन दीये जाते है, बस और कोई खर्च नहीं । रुपये १००० की डिपॉज़िट देनी होती है जो ११वें दिन रसीद दिखाने पर वापस मिल जाती है ( १० दिन से पहले निकलने पर डिपॉज़िट वापस नही मिलती )।
🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻
सुबह ५.३० बजे योग, प्राणायाम, ७ बजे गाय के गोबर, गौमुत्र, गाय का दुध, दही, घी से बना पंचगव्य मिश्रण,
८ से ९ बजे के बीच नास्ता,
९ बजे गौमुत्र के साथ आयुर्वेदिक टेबलेटस,
९ से १० शरीर के कैंसरग्रस्त भाग मे गोबर, गौमुत्र का लेप लगाकर धूप मे बैठना,
१० बजे काढा ( उकाळा),
११ से १ बज के बीच लंच, लंच के बाद आयुर्वेदिक टेबलेटस,
२ से ३ बजे सभाग्रुह में दर्दी के खानपान एवं उपचार के लिए सवाल जवाब, चर्चा,
३.३० बजे काढा (उकाळा),
५ से ६ बजे के बीच सायंकाल भोजन, उसके बाद आयुर्वेदिक टेबलेटस,
८ बजे से ९.३० बजे तक सत्संग, कीर्तन, और बाद में दर्दी को दूध,
यही दिनचर्या १० दिन जारी रहेगी । ११वें दिन आप १ महिने की दवाई (करीब २५०० से ४००० रुपएकी) लेकर अपने घर लौट सकते है, और घर पर ठीक यहाँ की तराह कम से कम एक साल बताये गये परहेज के साथ उपचार करना है । महीने, दो महीने पर दवाइयाँ लेने जाना है ।

अहम ध्यानाकर्षित बाते :-

👁करोड़पति हो या रोडपति, सब  के लिए समान व्यवहार,एक समान नियम,
👁कोई वीआइपी कल्चर नहीं।
👁अति निष्ठावान, प्रामाणिक,मिलनसार, सेवा भावना मे लीन स्टाफ।
👁डॉक्टरों एवं स्टाफ साथ में ही समान खाना खायेंगे।
📵तीन समय की सभा, सत्संग ऐवं भोजन समय मोबाइल के उपयोग पर प्रतिबंध ।
🛑 ८वें दिन अगर आपकी इच्छा हो या अनुकूल हो तो यहाँ की ऑफिस से प्रमाणित किया फॉर्म दिया जाएगा। आपको ये फॉर्म और दर्दी और आप का आधार कार्ड लेकर केवल १७ किलोमीटर वलसाड रेलवे स्टेशन जाना है, दर्दी की टोटल फ्री और साथी की ५०% discount पर confirm टिकट मिल जाएगी । १ महीने के बाद १ बार आने, जाने के लिए भी फॉर्म साथ में ले आने पर यह सुविधा प्राप्त होगी।

💀टाटा हॉस्पिटल एवं देश की बड़ी बड़ी हॉ c goस्पिटल में लाखों रुपये बरबाद करके मृत्यु के समीप पहुँचे हुए मरीज थक, हार के सेंकडो की संख्या मे यहाँ आशा के साथ आ रहे है।

शुभम् भवतु ।

शुभकामनाँ के साथ 🙏🏻
vaghaldhara hospital
08141880808.
 06354514539
और जो जरूरतमंद है उसको यह मैसेज पढ़ा दे और इसका लाभ लेवे

मंगलवार, 4 फ़रवरी 2020

भारत में हिन्दुओं पर अत्याचार- कोई आवाज नहीं उठाता

मंगल पांडे को फाँसी❓
ताँत्या टोपे को फाँसी❓
रानी लक्ष्मीबाई को अंग्रेज सेना ने घेर कर मारा❓
भगत सिंह को फाँसी❓
सुखदेव को फाँसी❓
राजगुरु को फाँसी❓
चंद्रशेखर आजाद का एनकाउंटर अंग्रेज पुलिस द्वारा❓
सुभाषचन्द्र बोस को गायब करा दिया गया❓
भगवती चरण वोहरा बम विस्फोट में मृत्यु❓
रामप्रसाद बिस्मिल को फाँसी❓
अशफाकउल्लाह खान को फाँसी❓
रोशन सिंह को फाँसी❓
लाला लाजपत राय की लाठीचार्ज में मृत्यु❓
वीर सावरकर को कालापानी की सजा❓
चाफेकर बंधू (३ भाई) को फाँसी❓
मास्टर सूर्यसेन को फाँसी❓
ये तो कुछ ही नाम हैं जिन्होंने स्वतन्त्रता संग्राम और इस देश की आजादी में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया❓
कई हज़ार वीर ऐसे हैं , हम और आप जिनका नाम तक नहीं जानते ❓
लालबहादुर शास्त्रीताशकन्द समझौता में मौत❓
एक बात समझ में आज तक नहीं आई कि भगवान ने गांधी और नेहरु को ऐसे कौन से कवच-कुण्डल दिये थे❓
जिसकी वजह से अंग्रेजों ने इन दोनो को फाँसी तो दूर, कभी एक लाठी तक नहीं मारी...❓
ऊपर से यह दोनों भारत के बापू और चाचा बन गए और इनकी पीढ़ियाँ आज भी पूरे देश के ऊपर अपना पेंटेंट समझती हैं❓

       गहराई से सोचिए❓❓                                               जिसने भी मुझे यह संदेश भेजा है,उसको धन्यवाद।कृपया आप भी आगे भेजें।

सैनिकों पर पत्थर -           अहिंसक आंदोलन

लव जिहाद पर कार्यवाही-  गुंडागर्दी

पत्थरबाज-                       भटके हुए नौजवान

भारत तेरे टुकड़े -              अभिव्यक्ति आजादी

भंसाली को थप्पड़ -           हिन्दू आतंकवाद

गौमांस भक्षण    -              भोजन का अधिकार

ईद पर बकरा काटना -      धार्मिक स्वतंत्रता

तीन तलाक हलाला   -      धार्मिक अंदरूनी मामला

दीवाली पटाखे         -        पर्यावरण प्रदूषण

न्यू इयर पटाखे         -       जश्न का माहौल

मटकी-फोड़ में बच्चे -        असंवैधानिक

मासूम बच्चों का खतना   -       धार्मिक अंदरूनी मामला

प्लेटफार्म पर नमाज -        धार्मिक अधिकार

सड़क पर पंडाल -             सड़क जाम का केस

मस्जिद लाउडस्पीकर   -   धार्मिक स्वतंत्रता

मंदिर में लाउडस्पीकर -     ध्वनि प्रदूषण

करवाचौथ         -               ढकोसला

वैलेंटाइनडे         -              प्यार का पर्व

चार शादियाँ       -             धार्मिक स्वतंत्रता

हिन्दू दो शादी       -            केस दर्ज

गणेश विसर्जन, होली  -     जल प्रदूषण

ताजिया विसर्जन   -            संविधान अधिकार

आजम,ओवैसी,केजरी-      राष्ट्र पुरुष

मोदी,योगी,स्वामी-             हिन्दू आतंकवादी

भगत सिंह सुखदेव राजगुरु- आतंकवादी

अफजल,कसाब,बुरहान-     शहीद

15 मिनिट पुलिस हटालो-     सहिष्णुता

भाजपा चुनाव जीती-             असहिष्णुता

कश्मीर,असम केरल दंगे-      देश शांत

अख़लाक़, गुजरात दंगे-      अवार्ड वापसी,असहिष्णु देश

शिव लिंग पर दूध चढ़ाना-      दूध की बर्बादी

बकरे काटना,चादर चढ़ाना-  धार्मिक मान्यता

राम मंदिर-                             गुंडाराज

बाबरी मस्जिद-                      देश में अमन चैन

ताज महल-                            प्रेम की निशानी

राम सेतु-                       राम काल्पनिक हैं राम थे ही नहीं

आतंकियों की फाँसी पर-        रात में कोर्ट खुलवाते हैं आंदोलन होते हैं,दया याचिका दायर की जाती है,भारत विरोधी नारे लगाये जाते हैं ।

किसी कुलभूषण की फाँसी पर- सब मौन

भारत में हिन्दुओं पर अत्याचार-   कोई आवाज नहीं उठाता..सब मौन हो जाते हैं साँप सूंघ जाता है

हिन्दुओं द्वारा प्रतिक्रिया पर-      भगवा           आतंकवादी 
देश में असहिष्णुता का माहौल,
अवार्ड वापसी जैसे ढोंग

देवी देवताओं का अपमान   
             -  अभिव्यक्ति 
                 की आजादी

मोहम्मद पर बयान  -  रासुका धारा तोड़फोड़

          ये है भारत की सच्चाई

क्या हो रहा है इस देश में ?
कहाँ है समान अधिकार ? सोचना सभी को होगा क्या ये है ?

मेरा देश  🇮🇳 सर्वोपरी व सर्वप्रथम .......!

फिर ये क्या लॉर्ड रामा, लॉर्ड कृष्णा लगा रखा है ? सीधे सीधे भगवान राम, भगवान कृष्ण कहिए गा !💐

● 10 बातें जो हर हिंदू को ज्ञात होनी  चाहिए -
    
1. √ क्या भगवान राम या भगवान कृष्ण कभी इंग्लैंड के हाऊस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य रहे थे ?  नहीं ना ?
   फिर ये क्या लॉर्ड रामा, लॉर्ड कृष्णा लगा रखा है ? सीधे सीधे भगवान राम, भगवान कृष्ण कहिए गा !💐

2.√ किसी की मृत्यू होने पर "RIP" मत कहिये. RIP यानी rest in peace जो दफ़नाने वालों के लिए कहा जाता है, आप कहिये - "ओम शांती", "सदगती मिले", अथवा "मोक्ष प्राप्ती हो" ! आत्मा कभी एक स्थान पर आराम या विश्राम नहीं करती ! आत्मा का पुनर्जन्म होता है अथवा उसे मोक्ष मिल जाता है !💐

3.√ अपने रामायण एवं महाभारत जैसे ग्रंथों को मायथॉलॉजी मत कहियेगा ! ये हमारा गौरवशाली इतिहास है और राम एवं कृष्ण हमारे ऐतिहासिक देवपुरुष हैं , कोई मायथोलॉजिकल कलाकार नहीं ! 💐


4.√ अपने इष्ट देवों का नाम आदर सहित लें,उनका मज़ाक न बनने दें ! 💐

5.√ हमारें मंदिरों को प्रार्थनागृह न कहें ! मंदिर देवालय होते हैं, भगवान के निवासगृह ! वह प्रार्थनागृह नहीं होते ! मंदिर में केवल प्रार्थना नहीं होती !अन्य पूजा पद्दति में साप्ताहिक prathaana होती है जबकि हिंदू धर्म में ये नित्य कर्म है। 💐

6.√ अपने बच्चों के जन्मदिनपर दीप बुझाके अपशकुन न करें ! अग्निदेव को न बुझाएं ! अपितु बच्चों को दीप की प्रार्थना सिखाएं "तमसो मा ज्योतिर्गमय" ( हे अग्नि देवता, मुझे अंधेरे से उजाले की ओर जाने का रास्ता बताएं" ! ये सारे प्रतीक बच्चों के मस्तिष्क में गहरा असर करते हैं !💐

7.√ कृपया "spirituality" और "materialistic" जैसे शब्दों का उपयोग करने से बचें ! हिंदूओं के लिये सारा विश्व दिव्यत्व से भरा है !  "spirituality" और "materialistic" जैसे शब्द अनेक वर्ष पहले युरोप से यहां आये जिन्होंने चर्च और सत्ता मे फरक किया था - या विज्ञान और धर्म में ! इसके विपरित भारतवर्ष में ऋषीमुनी हमारे पहले वैज्ञानिक थे और सनातन धर्म का मूल विज्ञान में ही है ! यंत्र, तंत्र, एवं मंत्र यह हमारे धर्म का ही हिस्सा है !💐

8.√  "Sin" इस शब्द के स्थान पर "पाप" शब्द का प्रयोग करें ! हम हिंदूओं मे केवल धर्म ( कर्तव्य, न्यायपरायणता, एवं प्राप्त अधिकार ) और अधर्म ( जब धर्मपालन न हो ) है ! पाप अधर्म का हिस्सा है !💐

9.√ ध्यान के लिये 'meditation' एवं प्राणायाम के लिये 'breathing exercise' इन संज्ञाओं का प्रयोग न करें ! यह बिलकुल विपरीत अर्थ ध्वनित करते हैं ! 💐

10.√ क्या आप भगवान से डरते है ? नहीं ना ? क्यों ? क्योंकि भगवान तो चराचर मे विद्यमान हैं,अजन्मा, निराकार, परोपकारी, न्यायकारी और सर्वशक्तिमान है ! इतना ही नहीं हम स्वयं भगवान का ही रूप हैं ! भगवान कोई हमसे पृथक नहीं जो हम उनसे डरें !! तो फिर अपने आप को "God fearing" अर्थात भगवान से डरने वाला मत कहिये ! 💐

■ ध्यान रहे, विश्व मे केवल उनका सम्मान होता है जो स्वयं का सम्मान करते है ! √√💐

● यह पोस्ट अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने की कृपा करें ताकि उन्हें अपने ही धर्म के विषय में, कुछ तो सीखे
💐👏😊

मखाने के फायदे जानकर रह जाएंगे हैरान, कई बीमारियों से फटाफट मिल जाएगा छुटकारा

मखाना के फायदे, उपयोग और नुकसान

सूखे मेवे में शामिल होने वाले मखाना को, भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में इस्तेमाल में किया जाता है। बहुत से लोग इसे भून कर खाना पसंद करते हैं। वहीं, कई लोग इसे फ्राई कर इस्तेमाल में लाते हैं। कुछ ऐसे भी हैं, जो इसकी खीर बनाकर इसका सेवन करते हैं। इन तीनों ही तरीकों से, इसके भिन्न-भिन्न स्वाद का लुत्फ उठाया जा सकता है। लेकिन, आपको यह जानकर हैरानी होगी, कि स्वाद के साथ ही यह आपकी सेहत के लिए भी अत्यधिक लाभकारी है। इसमें कुछ ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो आपको मोटापा, डायबिटीज और हाई बीपी जैसी कई गंभीर बीमारियों से निजात दिलाने में मददगार साबित हो सकते हैं।
स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको मखाना के ऐसे ही कई चमत्कारिक फायदों और उपयोग के बारे में विस्तार से बताएंगे।
लेख में सबसे पहले हम बात करेंगें अलग-अलग बीमारियों में मखाने के फायदे के बारे में।

मखाने के फायदे – Benefits of Makhana in Hindi

1. वजन घटाने में मददगार

वजन घटाने में मखाने के फायदे की बात करें, तो इसका उपयोग मोटापे की समस्या से छुटकारा दिलाने में मददगार साबित हो सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, मखाना (कमल के बीज) में एक खास तत्व एथेनोल पाया जाता है। एक शोध में पाया गया, कि कमल के बीज से निकाले गए एथेनोल के प्रयोग से मोटापा संबंधी कारकों को नियंत्रित करने में काफी हद तक सफलता मिल सकती है। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है, कि इसका उपयोग वजन को कम करने में सहायक साबित हो सकता है

2. ब्लड प्रेशर में लाभदायक 

बात करें, ब्लड प्रेशर में मखाने के फायदे की, तो माना जाता है, कि मखाने के नियमित इस्तेमाल से इस गंभीर समस्या से काफी हद तक राहत पाई जा सकती है। कारण यह है, कि इसमें पाया जाने वाला एक विशेष एल्केलाइड हाइपरटेंशन की समस्या को नियंत्रित करने का काम करता है। हाइपरटेंशन के कारण ही हाई ब्लड प्रेशर की समस्या जन्म लेती है। इसलिए माना जा सकता है, कि इसका उपयोग बीपी की समस्या को नियंत्रित करने में सहायक साबित हो सकता है

3. डायबिटीज में मखाने के फायदे

डायबिटीज की समस्या से राहत पाने के लिए भी मखाने का उपयोग किया जा सकता है। एक शोध के आधार पर इस बात की पुष्टि की गई है, कि मखाने में पाए जाने वाले रेजिस्टेंस स्टार्च में हाइपोग्लाइसेमिक (ब्लड शुगर को कम करने वाला) प्रभाव पाया जाता है। साथ ही शोध में यह भी पाया गया, कि इसका नियमित उपयोग शरीर में इंसुलिन की मात्रा को नियंत्रित करने के साथ-साथ उसे बढ़ाने का भी काम करता है

4. दिल का रखे ख्याल 

माना जाता है, कि मखाना खाने के फायदों में हृदय स्वास्थ्य भी शामिल है। कारण यह है, कि इसमें पाए जाने वाले एल्केलाइड और कुछ खास पोषक तत्व दिल संबंधित जोखिम को कम करने का काम करते हैं। इस संबंध में किए गए शोध में इस बात की पुष्टि की गई है, कि मखाने का उपयोग हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से छुटकारा दिलाने में सहायक साबित होता है, जो हृदय स्वास्थ्य से सीधे तौर पर संबंधित है। वहीं, एक अन्य शोध में इस बात का जिक्र किया गया है, कि कमल के कई भागों जैसे:- पत्ती, फल, फूल और बीज आदि का उपयोग हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी साबित हो सकता है।

5. प्रोटीन का अच्छा स्रोत 

विशेषज्ञों के मुताबिक, मखाने में प्रोटीन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है इसलिए ऐसा कहा जा सकता है, कि मखाना खाने के फायदों में प्रोटीन की कमी को पूरा करना भी शामिल है। बता दें, इसके नियमित उपयोग से शरीर में प्रोटीन की आवश्यक मात्रा की पूर्ति के साथ, उसकी कमी से होने वाली कई समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है।

6. कब्ज में मखाना खाने के फायदे 

मखाने का उपयोग कब्ज की शिकायत को दूर करने में भी सहायक माना जाता है। कारण यह है, कि मखाने में कई उपयोगी पौष्टिक तत्वों के साथ प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, फाइबर कब्ज की शिकायत को दूर करने में सहायक साबित होता है इसलिए ऐसा कहा जा सकता है, कि मखाने का उपयोग कब्ज की शिकायत से छुटकारा पाने का एक उत्तम उपाय है।

7. गर्भावस्था में मखाना खाने के फायदे

फोलिक एसिड, आयरन, जिंक और कैल्शियम जैसे कई ऐसे पोषक तत्व हैं, जिनकी गर्भावस्था के दौरान एक महिला को बहुत आवश्यकता होती है विशेषज्ञों के मुताबिक, यह सभी पोषक तत्व मखाने में प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इस कारण ऐसा माना जा सकता है, कि मखाना खाने के फायदे में गर्भावस्था के दौरान पोषक तत्वों की कमी को पूरा करना भी शामिल है।

8. अनिद्रा में मखाने के लाभ 

अनिद्रा यानी नींद आने की समस्या में मखाना खाने के लाभ की बात करें, तो ऐसा माना जाता है कि इसमें कुछ खास एल्केलाइड पाए जाते हैं। इनकी मौजूदगी के कारण मखाना खून को साफ करने, शरीर को ठंडा करने, तंत्रिका संबंधी विकारों को दूर करने के साथ-साथ अनिद्रा और बेचैनी जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में सहायक माना जाता है

9. डायरिया और लूज मोशन में मखाने के लाभ 

विशेषज्ञों के मुताबिक मखाने में एंटी-डायरियल प्रभाव पाए जाते हैं इस कारण ऐसा कहा जा सकता है, कि इसका इस्तेमाल डायरिया अथवा लूज मोशन की समस्या से निजात दिलाने में लाभकारी साबित हो सकता है।

10. मसूड़ों को करता है मजबूत 

विशेषज्ञों के मुताबिक, मखाने में कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और जिंक के साथ-साथ विटामिन- पाया जाता है  यह सभी तत्व मसूड़ों के स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी माने जाते हैं वहीं मखाने में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल प्रभाव पाए जाते हैं मखाने में पाए जाने वाले यह दोनों गुण मसूड़े संबंधित सूजन और बैक्टीरियल प्रभाव के कारण होने वाली सड़न को रोकने में मददगार साबित हो सकते हैं। दूसरी ओर, मखाने के फूल में पाए जाने एल्केलाइड और नेल्यूम्बिन, ब्लीडिंग गम्स की समस्या से निजात दिलाने में सहायक हो सकते हैं। इस कारण माना जा सकता है, कि मखाने के फूल में पाए जाने वाले इन तत्वों की थोड़ी-बहुत मात्रा मखाने में भी पाई जाती है।

11. किडनी के लिए फायदेमंद

विशेषज्ञों के मुताबिक मखाने में एल्कलॉइड, लियेंसिनिन, आइसोलीएन्सिन, और नेफेरिन जैसे तत्व पाए जाते हैं। ये सभी तत्व लिवर से जुड़े जोखिम कारकों को कम करने में मदद करते हैं। इससे लिवर बेहतर तरीके से काम करता है। यहां हम बता दें कि लिवर ही है, जो खून को रिफाइन करने का काम करता है और बाद में खून किडनी तक पहुंचता है। इस प्रकार इन तत्वों का प्रभाव लिवर के साथ-साथ किडनी से संबंधित जोखिमों को कम करने में भी देखा जा सकता है। इस लिहाज से कहा जा सकता है कि मखाने का नियमित उपयोग किडनी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

12. झुर्रियों को करता है कम 

विशेषज्ञों के मुताबिक मखाने में कई एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। वहीं त्वचा से संबंधित समस्याओं में मखाने के उपयोग पर किए गए एक शोध में इस बात की पुष्टि कि गई है, कि मखाने में पाए जाने वाले सभी एंटीऑक्सीडेंट त्वचा के लिए सिनेर्जेटिक इफेक्ट (मिश्रित प्रभाव) प्रदर्शित करते हैं। यही प्रभाव त्वचा पर आने वाली झुर्रियों को दूर करने में मददगार साबित होता है

13. एंटी-एजिंग प्रभाव

विशेषज्ञों के मुताबिक मखाने में स्किन को सुरक्षित रखने और अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाने वाले गुण पाए जाते हैं। वहीं शोध में इस बात की भी पुष्टि की गई है, कि मखाने की चाय त्वचा संबंधित समस्याओं जैसे :- फोटोएजिंग (अल्ट्रा वायलेट इफेक्ट) और रेगुलर एजिंग (उम्र से संबंधित विकार) से त्वचा की रक्षा करने में सहायक सिद्ध हो सकती है। फायदे जानने के बाद अब हम बात करेंगे मखाने के पौष्टिक तत्वों के बारे में

मखाना का उपयोग – How to Use Makhana in Hindi

मखाने के उपयोग की बात की जाए, तो इसे कई तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है, जिन्हें हम कुछ बिन्दुओं की सहायता से जानेंगे।
  • मखाने को फ्राई कर स्नैक्स के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • कई लोग मखाने की खीर बनाकर इसे खाने में इस्तेमाल करते हैं।
  • कुछ लोग ऐसे भी है, जो सब्जी बनाते वक्त इसे मटर और पनीर के साथ शामिल करते हैं।
  • वहीं, सूखे मेवे को चीनी की चाशनी के साथ मिक्स कर, लंबे समय तक इस्तेमाल करने का भी चलन है। 
समय- इसे नाश्ते के रूप में सुबह या शाम को खाने में इस्तेमाल किया जा सकता है।
मात्रा- मात्रा की बात की जाए, तो सामान्य तौर पर एक बार में 20 से 30 ग्राम मखाने का उपयोग किसी भी रूप में किया जा सकता है। फिलहाल, इस संबंध में कोई वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है।
अब बात करते हैं मखाना से होने वाले नुकसान के बारे में। 

मखाना के नुकसान – Side Effects of Makhana in Hindi 

बता दें, कि मखाना के नुकसान के बारे में कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है। फिर भी कुछ बिन्दुओं के माध्यम से हम इससे संबंधित आम पहलुओं को जानेंगे। 
  • हालांकि, मखाना कब्ज में फायदेमंद होता है, जोकि लेख में बताया जा चुका है। लेकिन इस समस्या के दौरान मखाने का अधिक उपयोग नहीं करना चाहिए, अन्यथा, इसके दुष्परिणाम जैसे:- गैस, पेट दर्द और कुछ पोषक तत्वों की कमी जा सकती है
  • कुछ लोगों को मखाना खाने से एलर्जी हो सकती है। कारण है, इसमें पाई जाने वाली पोटेशियम की अधिक मात्रा। ऐसी स्थिति में चिकित्सक से तुरंत परामर्श लें।
  • उन लोगों को मखाना के सेवन से बचना चाहिए, जो डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए इंसुलिन का उपयोग कर रहे हैं
  • मखाने में स्टेरॉयड भी पाया जाता है, इसलिए इसके अत्यधिक सेवन से मुंह में जलन के साथ मुंह से संबंधित कुछ समस्याएं पैदा होने का खतरा हो सकता है
अब तो आप मखाना के बारे में अच्छे से जान गए होंगे। लेख में आपको मखाना के गुण, उपयोग और फायदों के बारे विस्तार से बताया जा चुका है। साथ ही आपको लेख के माध्यम से इस बात की भी जानकारी दी गई है, कि इसका उपयोग किन-किन बीमारियों में लाभदायक सिद्ध हो सकता है। इसलिए अगर आप भी मखाने को अपने नियमित आहार में शामिल करने की सोच रहे हैं, तो पहले लेख में दी गई इससे संबंधित पूरी जानकारी को अच्छे से पढ़ें। उसके बाद बताए गए तरीकों को अमल में लाएं। आशा करते हैं, कि लेख में दी गई जानकारी आपकी कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को हल करने में मददगार साबित होगी। इस विषय में किसी अन्य प्रकार के सुझाव और सवालों के लिए आप हमसे नीचे दिए कमेंट बॉक्स के माध्यम से जुड़ सकते हैं

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मखाने की खीर बनाने की विधि/ तरीका Makhane ki Kheer Recipe Vidhi
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खाने के बाद कुछ मीठा खाने का मन हर किसी का करता है। आप मखाने की खीर बहुत आसानी से बना सकते है, मखाने की खीर आप व्रत में भी बना सकते है।

मखाने की खीर बनाने के लिए सामान Ingredients of Makhane ki Kheer:-
100 ग्राम मखाने।
डेढ़ लीटर दूध।
185  ग्राम चीनी।
6-7 बादाम छोटे टुकड़ों में।
केसर 5-6 पत्ती।
4-5 इलायची पीसी
7-8 किशमिश
मखाने की खीर बनाने की विधि How to prepare Makhane ki Kheer:-
ग्राइंडर में मखाने डालें और मखाने को थोड़ा ग्राइंड करे।
तेज़ आँच पर कड़ाही रखें और उसमें मखाने और दूध साथ में डाले और उबलने दे।
उबाल आने के बाद गॅस धीमी करे और पकने दे।थोड़ी थोड़ी देर में चलाए।छोटी कटोरी में थोड़ा ठंडा दूध ले और केसर डाल कर अलग रखे।जब दूध गाढ़ा हो जाए तब उसमें चीनी डाले।अब 5 मिनिट और पकाए।गैस बंद करें।कड़ाही के चारों तरफ जो दूध जम गया है, उसे खुरछ लें और खीर में डाल दें।अब खीर में बादाम, केसर, इलायची और किशमिश डालें। आपकी मखाने की खीर तैयार है, आप इसे ठंडा होने दें।
ठंडा होने पर 3-4 घंटे के लिए फ़्रिज़ में रखे।
आपकी स्वादिष्ट मखाने की खीर परोसने के लिए तैयार है।

Jai shree krishna
Thanks, Regards,

कैलाश चन्द्र लढा(भीलवाड़ा)

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