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गुरुवार, 13 अगस्त 2020

अब तक लाइफ इंश्योरेंस सेक्टर में तहलका मचा देने वाला एक ऐसा प्लान जो आपने अभी तक किसी इंश्योरेंस कंपनी में नहीं देखा होगा

 जय श्री कृष्णा दोस्तों मुझे आशा है आप स्वस्थ होंगे और परिवार में भी सब स्वस्थ होंगे। कृपया आप अपना और अपने परिवार का ध्यान रखें और कुछ समय के लिए सार्वजनिक रूप से मिलने से बचें ! क्योकि आप इस समाज की अमूल्य धरोहर है और मैं चाहता हु की मेरा हर एक मित्र , कस्टमर और उसका परिवार स्वस्थ रहे ।

आदित्य बिरला कैपिटल लाइफ इंश्योरेंस आपके लिए लेकर आए हैं अब तक लाइफ इंश्योरेंस  सेक्टर में तहलका मचा देने वाला एक ऐसा प्लान जो आपने अभी तक किसी इंश्योरेंस कंपनी में नहीं देखा होगा


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साथियों आपको देखा होगा आज जो  स्थितियां कोरोना  के कारण आज की समय में बन रही है उसके अनुसार रुपए के इन्फ्लेशन को देखते हुए मार्केट में इन्वेस्टमेंट के जितने भी प्लान हैं सभी में कुछ ना कुछ  फायदा तो होता है लेकिन कुछ   लिमिटेशन भी होती है

फिक्स्ड डिपॉजिट, सेविंग अकाउंट, यूलिप पॉलिसी और इंश्योरेंस इन सभी प्रकार के इन्वेस्टमेंट में अलग-अलग प्रकार फायदे भी हैं और समस्याएं भी हैं

आपने देखा होगा कि यदि आप अपने कमाए हुए धन को किसी saving अकाउंट में रखते हैं  तो ब्याज दर बहुत कम होती है और हर साल ब्याज  घट रहे हैं फिक्स्ड डिपॉजिट में 5.6% से कम इसी तरह अगर आप देखें यूलिप पॉलिसी आदि कई प्रकार के इन्वेस्टमेंट जो आपने अभी तक देखे हैं   सभी प्रकार के  प्रोडक्ट में  सभी के साथ लॉक इन पीरियड टाइम बॉउंडेशन टैक्स लायबिलिटी और रेट  उपर नीचे होने की समस्या सदैव बनी रहती है

 यदि  हम गारंटी वाले इन्वेस्टमेंट प्लान के बारे में सोचें तो आपने देखा होगा उसमें मैच्योरिटी  तक इंतजार करना होता है लेकिन उससे पहले अगर किसी अकस्मात कारण से हमें कुछ पैसे की जरूरत होती है तो हम उसे मार्केट के हिसाब से नहीं निकाल  सकते हैं

साथियों  इन सभी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए और इनका निराकरण  करने के लिए आदित्य बिरला कैपिटल हेल्थ इंश्योरेंस आपके लिए लेकर आए हैं अब तक लाइफ इंश्योरेंस  सेक्टर में तहलका मचा देने वाला ऐसा प्लान जो आपने अभी तक किसी इंश्योरेंस कंपनी में नहीं देखा होगा

लाइफ इंश्योरेंस + savings डिपॉजिट्स + Fixed Deposit + Market Linked Investment 


=


ABSLI ASSURED FLEXY SAVINGS PLAN 

इस पर आपको मिलता है

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यह प्लान आपकी अब तक की सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरी तरह से सक्षम और पूरी तरह से कैसे बनते हैं इसमें
Entry Age - 4 to 60 वर्ष तक की उम्र के व्यक्ति ले सकते हैं
Minimum Premium Amount  ₹50000 है
Policy Paying Terms - 5, 8, 10,12 years
Deferment Period : 2 Year  पॉलिसी के प्रीमियम paying terms  के बाद 2 साल का diferment period होता है इस दौरान आप पैसा  नहीं निकाल सकते हैं  इसके बाद आप किसी भी समय पॉलिसी में  जब चाहे जितनी बार चाहे पैसा निकाल सकते हैं एवं जो पैसा बचा हुआ है क्या उसके अनुसार पॉलिसी  का पैसा आपको जैसे चाहेंगे वैसे मिलता रहेगा और  मेच्योरिटी अमाउंट  ले सकते हैं

जैसा कि आप ऊपर फोटो में देख पा रहे हैं किस प्रोडक्ट में सात प्रकार के benefits आपको मिलते हैं

  1. Guaranteed Benefits

  2. Accrual of Income

  3. Income Booster

  4. Any Time Withdrawal

  5. Loyalty Addition 

  6. Enhanced Return of Premium 

  7. Rider Benefits 

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अंत में आप से एक बात कहना चाहता हूँ की हमारी जिंदगी कब तक चलेगी इसका कोई भरोसा नहीं हैं न नहीं हम जान सकते हैं। इसलिए हम खुद की और अपने परिवार के भविष्य को सिक्योर करने के लिए रोज छोटा सा अमाउंट जमा कर सकते हैं। यदि आप रोज Rs.50 रुपया जमा करते हैं तो आपको एक करोड़ रूपये का प्रोटेक्शन मिल जाएगा। मैंने तो आज से ही शुरू कर दिया और आप कब से शुरू करने वाले हो ? कमेंट करें अधिक जानकारी हेतु आज ही आदित्य बिड़ला लाईफ़ इन्स्योरेन्स सलाहकार से सम्पर्क करे!


contact for best plan as per your requirement आपका शुभचिंतक कैलाश चंद्र लड्ढा 9352174466 सांवरिया www.sanwariya.org
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बुधवार, 12 अगस्त 2020

राहत_इंदौरी नही रहे, पर जब तक रहे हिंदुत्व के खिलाफ जहर घोलते रहे और अपना असली रंग दिखाते रहे

*राहत_इंदौरी नही रहे, पर जब तक रहे हिंदुत्व के खिलाफ जहर घोलते रहे और अपना असली रंग दिखाते रहे ।।*

*घटनाक्रम_1*
जिस ने श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेई को उनके घुटनों के ऑपरेशन के समय तंज कसते हुए व अपमानित करते हुए कहा था...

निकाह किया नहीं,
तो फिर यह मर्द कैसा?
घुटनों से काम लिया ही नहीं,
तो फिर दर्द कैसा?

*घटनाक्रम_2*
एक मुशायरा राहत इंदौरी सिर्फ इसलिए छोड़कर भागे क्योंकि बैक स्टेज पर उनकी फोटो एक भगवा बैनर में लगा दी गयी थी..!

*घटनाक्रम_3*
CAA/NRC प्रोटेस्ट के समय उनकी कही गई शायरी..

ये दाड़ियाँ, ये तिलकधारियाँ नहीं चलतीं, 
हमारे अहद में मक्कारियाँ नहीं चलतीं.... 

*यह मुझे आज भी याद है !*

दाढ़ियाँ और तिलकधारियाँ से उनका सीधा हमला मोदी/शाह और हिन्दुओ पर था....!!

*घटनाक्रम_4*
राहत इंदौरी ने लिखा था:-

सभी का खून शामिल, है यहां की मिट्टी में ।
किसी के बाप का हिन्दुस्तान थोड़े ही है ।।

यह शेर सुनाने वाले और इससे सीधा हमारे पूर्वजों पर हमला करने वाले भी यही *थोड़े ज्यादा शरीफ* साहब थे....!!! 

खैर....

*राहत की राहत मिटाते हुए आज के दिन दो शब्द हमारी तरफ़ से*
*भारतवासी_सनातनियों_की_आवाज़* 👇🏿👇🏿👇🏿

*मस्जिदें कबूल थी, बस मंदिर खटक गए ।*
*भूमि पूजन से आहत, राहत सटक गए ।।*

*फैला है वायरस तो, आएं हैं चपेट में कई सूरमा ।*
*इस जहां में अकेले, अमित शाह का मकान थोड़े ही है ।।* 

*साँसे टूटेंगी तो जाना तुझे भी पड़ेगा ।*
*ऑक्सीजन किसी के बाप की थोड़े ही है ।।*

*खफा होते हैं तो होने दो, घर के मेहमान थोड़े ही हैं ।*
*जहां भर से लताड़े जा चुके, इनका ईमान थोड़े ही है ।।*

*तुकबन्दी का शायर मरा है, उसे सलाम थोड़े ही है ।*
*टुकड़े गैंग का पोपट था, कोई वाज़िब कलाम थोड़े ही है ।।*

*मांगी थी उसने दुआ, अमित शाह जी के लिए ।*
*क्या करें खुदा ने कुबूल कर दी, राहत साहब के लिए ।।*

*ये कान्हा व राम की धरती है, सज़दा करना ही होगा ।*
*मेरा यह वतन मेरी माँ है, लूट का सामान थोड़े ही है ।।*

*विरले मिलते हैं, सच्चे मुसलमान इस दुनिया में ।*
*क्योंकि हर कोई अब्दुल हमीद और कलाम थोड़े ही है ।।*

*अपने भी कुछ लोग होते हैं, शामिल वतन तोड़ने में ।*
*कुछ हिन्दू भी शामिल हैं, खाली मुसलमान थोड़े ही हैं ।।*

*नहीं शामिल तुम्हारा खून, इस देश की पावन मिट्टी में ।*
*किसी देशद्रोही के बाप का, हिंदुस्तान थोड़े ही है ।।*

*पर हिंदुस्तान का हिन्दू बहुत ही सहिष्णु है वो राहत इंदौरी को माफ जरूर कर देगा.!*

*😎 राहत को बेराहत करने वाला बच्चा 😂*
*🇮🇳 #भारत_माता_की_जय 🇮🇳*

लोग रंग बदलते हैं मुरली वाला वक्त बदलता है

 परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्‌।

धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे॥


 भक्तों का उद्धार करने,दुष्टों का विनाश करने तथा धर्म की फिर से स्थापना करने के लिए मैं हर युग में प्रकट होता हूँ!


लोग रंग बदलते हैं मुरली वाला वक्त बदलता है


श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महापर्व, की आपको हार्दिक शुभकामनाएँ एवं बधाई

#जयश्रीकृष्ण🙏 🌺🚩


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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की ढेर सारी शुभकामनाएं

 सांवरिया की तरफ से सभी कृष्ण भक्तो और देशवासियों को जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं


नन्द के आनन्द भयो जय यशोदा लाल की......

मेरे लिए मेरे नायक, नेता, मार्गदर्शक, ईश्वर
सबकुछ श्री कृष्ण है।
मैं उनके लिए क्या सोचता हूं। दो शब्द......

कृष्ण एक बहुत नटखट बच्चे हैं। वे एक बांसुरी वादक हैं और बहुत अच्छा नाचते भी हैं। वे अपने दुश्मनों के लिए भयंकर योद्धा हैं। कृष्ण एक ऐसे अवतार हैं जिनसे प्रेम करने वाले हर घर में मौजूद हैं। वे एक चतुर राजनेता और महायोगी भी हैं। वो एक सज्जन पुरुष हैं, और ऐसे अवतार हैं जो जीवन के हर रंग को अपने भीतर समाए हुए हैं।

श्री कृष्ण जन्माष्टमी की आपको औऱ आपके परिवार को 
मेरे और मेरे परिवार की ओर से ढेर सारी शुभकामनाएं..........🙏🙏🙏🙏🙏
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शुक्रवार, 7 अगस्त 2020

मौत को छोड कर हर मर्ज की दवाई है कलौंजी

 कलौंजी : बड़ी से बड़ी बीमारी का एक इलाज

“मौत को छोड कर हर मर्ज की दवाई है कलौंजी…..! “

कलयुग में धरती पर संजीवनी है कलौंजी, अनगिनत रोगों को चुटकियों में ठीक करता है।

कैसे करें इसका सेवन

कलौंजी के बीजों का सीधा सेवन किया जा सकता है।
एक छोटा चम्मच कलौंजी को शहद में मिश्रित करके इसका सेवन करें।
पानी में कलौंजी उबालकर छान लें और इसे पीएं।
दूध में कलौंजी उबालें। ठंडा होने दें फिर इस मिश्रण को पीएं।
कलौंजी को ग्राइंड करें तथा पानी तथा दूध के साथ इसका सेवन करें।
कलौंजी को ब्रैड, पनीर तथा पेस्ट्रियों पर छिड़क कर इसका सेवन करें।

ये किन -किन रोगों में सहायक है :-



टाइप-2 डायबिटीज
प्रतिदिन 2 ग्राम कलौंजी के सेवन के परिणामस्वरूप तेज हो रहा ग्लूकोज कम होता है। इंसुलिन रैजिस्टैंस घटती है,बीटा सैल की कार्यप्रणाली में वृद्धि होती है तथा ग्लाइकोसिलेटिड हीमोग्लोबिन में कमी आती है।

मिर्गी
2007 में हुए एक अध्ययन के अनुसार मिर्गी से पीड़ित बच्चों में कलौंजी के सत्व का सेवन दौरे को कम करता है।

उच्च रक्तचाप
100 या 200 मिलीग्राम कलौंजी के सत्व के दिन में दो बार सेवन से हाइपरटैंशन के मरीजों में ब्लड प्रैशर कम होता है।

दमा :

कलौंजी को पानी में उबालकर इसका सत्व पीने से अस्थमा में काफी अच्छा प्रभाव पड़ता है।

रक्तचाप (ब्लडप्रेशर)
रक्तचाप (ब्लडप्रेशर) में एक कप गर्म पानी में आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर दिन में 2 बार पीने से रक्तचाप सामान्य बना रहता है। तथा 28 मिलीलीटर जैतुन का तेल और एक चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर पूर शरीर पर मालिश आधे घंटे तक धूप में रहने से रक्तचाप में लाभ मिलता है। यह क्रिया हर तीसरे दिन एक महीने तक करना चाहिए।

गंजापन
जली हुई कलौंजी को हेयर ऑइल में मिलाकर नियमित रूप से सिर पर मालिश करने से गंजापन दूर होकर बाल उग आते हैं।

त्वचा के विकार
कलौंजी के चूर्ण को नारियल के तेल में मिलाकर त्वचा पर मालिश करने से त्वचा के विकार नष्ट होते हैं।

लकवा
कलौंजी का तेल एक चौथाई चम्मच की मात्रा में एक कप दूध के साथ कुछ महीने तक प्रतिदिन पीने और रोगग्रस्त अंगों पर कलौंजी के तेल से मालिश करने से लकवा रोग ठीक होता है।

कान की सूजन, बहरापन
कलौंजी का तेल कान में डालने से कान की सूजन दूर होती है। इससे बहरापन में भी लाभ होता है।

सर्दी-जुकाम
कलौंजी के बीजों को सेंककर और कपड़े में लपेटकर सूंघने से और कलौंजी का तेल और जैतून का तेल बराबर की मात्रा में नाक में टपकाने से सर्दी-जुकाम समाप्त होता है। आधा कप पानी में आधा चम्मच कलौंजी का तेल व चौथाई चम्मच जैतून का तेल मिलाकर इतना उबालें कि पानी खत्म हो जाएं और केवल तेल ही रह जाएं। इसके बाद इसे छानकर 2 बूंद नाक में डालें। इससे सर्दी-जुकाम ठीक होता है। यह पुराने जुकाम भी लाभकारी होता है।

पेट के कीडे़
10 ग्राम कलौंजी को पीसकर 3 चम्मच शहद के साथ रात सोते समय कुछ दिन तक नियमित रूप से सेवन करने से पेट के कीडे़ नष्ट हो जाते हैं।

प्रसव की पीड़ा
कलौंजी का काढ़ा बनाकर सेवन करने से प्रसव की पीड़ा दूर होती है।

पोलियों का रोग
आधे कप गर्म पानी में एक चम्मच शहद व आधे चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर सुबह खाली पेट और रात को सोते समय लें। इससे पोलियों का रोग ठीक होता है।

मुंहासे
सिरके में कलौंजी को पीसकर रात को सोते समय पूरे चेहरे पर लगाएं और सुबह पानी से चेहरे को साफ करने से मुंहासे कुछ दिनों में ही ठीक हो जाते हैं।

स्फूर्ति
स्फूर्ति (रीवायटल) के लिए नांरगी के रस में आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर सेवन करने से आलस्य और थकान दूर होती है।

गठिया
कलौंजी को रीठा के पत्तों के साथ काढ़ा बनाकर पीने से गठिया रोग समाप्त होता है।

जोड़ों का दर्द
एक चम्मच सिरका, आधा चम्मच कलौंजी का तेल और दो चम्मच शहद मिलाकर सुबह खाली पेट और रात को सोते समय पीने से जोड़ों का दर्द ठीक होता है।

आंखों के सभी रोग
आंखों की लाली, मोतियाबिन्द, आंखों से पानी का आना, आंखों की रोशनी कम होना आदि। इस तरह के आंखों के रोगों में एक कप गाजर का रस, आधा चम्मच कलौंजी का तेल और दो चम्मच शहद मिलाकर दिन में 2बार सेवन करें। इससे आंखों के सभी रोग ठीक होते हैं। आंखों के चारों और तथा पलकों पर कलौंजी का तेल रात को सोते समय लगाएं। इससे आंखों के रोग समाप्त होते हैं। रोगी को अचार, बैंगन, अंडा व मछली नहीं खाना चाहिए।

स्नायुविक व मानसिक तनाव
एक कप गर्म पानी में आधा चम्मच कलौंजी का तेल डालकर रात को सोते समय पीने से स्नायुविक व मानसिक तनाव दूर होता है।

गांठ
कलौंजी के तेल को गांठो पर लगाने और एक चम्मच कलौंजी का तेल गर्म दूध में डालकर पीने से गांठ नष्ट होती है।

मलेरिया का बुखार
पिसी हुई कलौंजी आधा चम्मच और एक चम्मच शहद मिलाकर चाटने से मलेरिया का बुखार ठीक होता है।

स्वप्नदोष
यदि रात को नींद में वीर्य अपने आप निकल जाता हो तो एक कप सेब के रस में आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर दिन में 2 बार सेवन करें। इससे स्वप्नदोष दूर होता है। प्रतिदिन कलौंजी के तेल की चार बूंद एक चम्मच नारियल तेल में मिलाकर सोते समय सिर में लगाने स्वप्न दोष का रोग ठीक होता है। उपचार करते समय नींबू का सेवन न करें।

कब्ज
चीनी 5 ग्राम, सोनामुखी 4 ग्राम, 1 गिलास हल्का गर्म दूध और आधा चम्मच कलौंजी का तेल। इन सभी को एक साथ मिलाकर रात को सोते समय पीने से कब्ज नष्ट होती है।

खून की कमी
एक कप पानी में 50 ग्राम हरा पुदीना उबाल लें और इस पानी में आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर सुबह खाली पेट एवं रात को सोते समय सेवन करें। इससे 21 दिनों में खून की कमी दूर होती है। रोगी को खाने में खट्टी वस्तुओं का उपयोग नहीं करना चाहिए।

पेट दर्द
किसी भी कारण से पेट दर्द हो एक गिलास नींबू पानी में 2 चम्मच शहद और आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर दिन में 2 बार पीएं। उपचार करते समय रोगी को बेसन की चीजे नहीं खानी चाहिए। या चुटकी भर नमक और आधे चम्मच कलौंजी के तेल को आधा गिलास हल्का गर्म पानी मिलाकर पीने से पेट का दर्द ठीक होता है। या फिर 1 गिलास मौसमी के रस में 2 चम्मच शहद और आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर दिन में 2 बार पीने से पेट का दर्द समाप्त होता है।

सिर दर्द
कलौंजी के तेल को ललाट से कानों तक अच्छी तरह मलनें और आधा चम्मच कलौंजी के तेल को 1 चम्मच शहद में मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से सिर दर्द ठीक होता है। कलौंजी खाने के साथ सिर पर कलौंजी का तेल और जैतून का तेल मिलाकर मालिश करें। इससे सिर दर्द में आराम मिलता है और सिर से सम्बंधित अन्य रोगों भी दूर होते हैं।
कलौंजी के बीजों को गर्म करके पीस लें और कपड़े में बांधकर सूंघें। इससे सिर का दर्द दूर होता है। कलौंजी और काला जीरा बराबर मात्रा में लेकर पानी में पीस लें और माथे पर लेप करें। इससे सर्दी के कारण होने वाला सिर का दर्द दूर होता है।

उल्टी
आधा चम्मच कलौंजी का तेल और आधा चम्मच अदरक का रस मिलाकर सुबह-शाम पीने से उल्टी बंद होती है।

हार्निया
3 चम्मच करेले का रस और आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर सुबह खाली पेट एवं रात को सोते समय पीने से हार्निया रोग ठीक होता है।

मिर्गी के दौरें
एक कप गर्म पानी में 2 चम्मच शहद और आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर दिन में तीन बार सेवन करने से मिर्गी के दौरें ठीक होते हैं। मिर्गी के रोगी को ठंडी चीजे जैसे- अमरूद, केला, सीताफल आदि नहीं देना चाहिए।

पीलिया
एक कप दूध में आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर प्रतिदिन 2 बार सुबह खाली पेट और रात को सोते समय 1 सप्ताह तक लेने से पीलिया रोग समाप्त होता है। पीलिया से पीड़ित रोगी को खाने में मसालेदार व खट्टी वस्तुओं का उपयोग नहीं करना चाहिए।

कैंसर का रोग
एक गिलास अंगूर के रस में आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर दिन में 3 बार पीने से कैंसर का रोग ठीक होता है। इससे आंतों का कैंसर, ब्लड कैंसर व गले का कैंसर आदि में भी लाभ मिलता है। इस रोग में रोगी को औषधि देने के साथ ही एक किलो जौ के आटे में 2 किलो गेहूं का आटा मिलाकर इसकी रोटी, दलिया बनाकर रोगी को देना चाहिए। इस रोग में आलू, अरबी और बैंगन का सेवन नहीं करना चाहिए। कैंसर के रोगी को कलौंजी डालकर हलवा बनाकर खाना चाहिए।

दांत
कलौंजी का तेल और लौंग का तेल 1-1 बूंद मिलाकर दांत व मसूढ़ों पर लगाने से दर्द ठीक होता है। आग में सेंधानमक जलाकर बारीक पीस लें और इसमें 2-4 बूंदे कलौंजी का तेल डालकर दांत साफ करें। इससे साफ व स्वस्थ रहते हैं।
दांतों में कीड़े लगना व खोखलापन: रात को सोते समय कलौंजी के तेल में रुई को भिगोकर खोखले दांतों में रखने से कीड़े नष्ट होते हैं।

नींद
रात में सोने से पहले आधा चम्मच कलौंजी का तेल और एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से नींद अच्छी आती है।

मासिकधर्म
कलौंजी आधा से एक ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम सेवन करने से मासिकधर्म शुरू होता है। इससे गर्भपात होने की संभावना नहीं रहती है।
जिन माताओं बहनों को मासिकधर्म कष्ट से आता है उनके लिए कलौंजी आधा से एक ग्राम की मात्रा में सेवन करने से मासिकस्राव का कष्ट दूर होता है और बंद मासिकस्राव शुरू हो जाता है।
कलौंजी का चूर्ण 3 ग्राम की मात्रा में शहद मिलाकर चाटने से ऋतुस्राव की पीड़ा नष्ट होती है।
मासिकधर्म की अनियमितता में लगभग आधा से डेढ़ ग्राम की मात्रा में कलौंजी के चूर्ण का सेवन करने से मासिकधर्म नियमित समय पर आने लगता है।
यदि मासिकस्राव बंद हो गया हो और पेट में दर्द रहता हो तो एक कप गर्म पानी में आधा चम्मच कलौंजी का तेल और दो चम्मच शहद मिलाकर सुबह-शाम पीना चाहिए। इससे बंद मासिकस्राव शुरू हो जाता है।

गर्भवती महिलाओं
कलौंजी आधा से एक ग्राम की मात्रा में प्रतिदिन 2-3 बार सेवन करने से मासिकस्राव शुरू होता है।

गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन नहीं कराना चाहिए क्योंकि इससे गर्भपात हो सकता है।

स्तनों का आकार
कलौंजी आधे से एक ग्राम की मात्रा में प्रतिदिन सुबह-शाम पीने से स्तनों का आकार बढ़ता है और स्तन सुडौल बनता है।

स्तनों में दुध
कलौंजी को आधे से 1 ग्राम की मात्रा में प्रतिदिन सुबह-शाम खाने से स्तनों में दुध बढ़ता है।

स्त्रियों के चेहरे व हाथ-पैरों की सूजन:
कलौंजी पीसकर लेप करने से हाथ पैरों की सूजन दूर होती है।

बाल लम्बे व घने
50 ग्राम कलौंजी 1 लीटर पानी में उबाल लें और इस पानी से बालों को धोएं। इससे बाल लम्बे व घने होते हैं।

बेरी-बेरी रोग
बेरी-बेरी रोग में कलौंजी को पीसकर हाथ-पैरों की सूजन पर लगाने से सूजन मिटती है।

भूख का अधिक लगना
50 ग्राम कलौंजी को सिरके में रात को भिगो दें और सूबह पीसकर शहद में मिलाकर 4-5 ग्राम की मात्रा सेवन करें। इससे भूख का अधिक लगना कम होता है।

नपुंसकता
कलौंजी का तेल और जैतून का तेल मिलाकर पीने से नपुंसकता दूर होती है।

खाज-खुजली
50 ग्राम कलौंजी के बीजों को पीस लें और इसमें 10 ग्राम बिल्व के पत्तों का रस व 10 ग्राम हल्दी मिलाकर लेप बना लें। यह लेप खाज-खुजली में प्रतिदिन लगाने से रोग ठीक होता है।

नाड़ी का छूटना
नाड़ी का छूटना के लिए आधे से 1 ग्राम कालौंजी को पीसकर रोगी को देने से शरीर का ठंडापन दूर होता है और नाड़ी की गति भी तेज होती है। इस रोग में आधे से 1ग्राम कालौंजी हर 6 घंटे पर लें और ठीक होने पर इसका प्रयोग बंद कर दें।
कलौंजी को पीसकर लेप करने से नाड़ी की जलन व सूजन दूर होती है।

हिचकी
एक ग्राम पिसी कलौंजी शहद में मिलाकर चाटने से हिचकी आनी बंद हो जाती है। तथा कलौंजी आधा से एक ग्राम की मात्रा में मठ्ठे के साथ प्रतिदिन 3-4 बार सेवन से हिचकी दूर होती है। या फिर कलौंजी का चूर्ण 3 ग्राम मक्खन के साथ खाने से हिचकी दूर होती है। और यदि आप काले उड़द चिलम में रखकर तम्बाकू के साथ पीने से हिचकी में लाभ होता है।
3 ग्राम कलौंजी पीसकर दही के पानी में मिलाकर खाने से हिचकी ठीक होती है।

स्मरण शक्ति
लगभग 2 ग्राम की मात्रा में कलौंजी को पीसकर 2 ग्राम शहद में मिलाकर सुबह-शाम खाने से स्मरण शक्ति बढ़ती है।

छींके
कलौंजी और सूखे चने को एक साथ अच्छी तरह मसलकर किसी कपड़े में बांधकर सूंघने से छींके आनी बंद हो जाती है।

पेट की गैस
कलौंजी, जीरा और अजवाइन को बराबर मात्रा में पीसकर एक चम्मच की मात्रा में खाना खाने के बाद लेने से पेट की गैस नष्ट होता है।

पेशाब की जलन
250 मिलीलीटर दूध में आधा चम्मच कलौंजी का तेल और एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से पेशाब की जलन दूर होती है।

दमा रोग (ASTHMA)
एक चुटकी नमक, आधा चम्मच कलौंजी का तेल और एक चम्मच घी मिलाकर छाती और गले पर मालिश करें और साथ ही आधा चम्मच कलौंजी का तेल 2 चम्मच शहद के साथ मिलाकर सेवन करें। इससे दमा रोग में आराम मिलता है।

पथरी
250 ग्राम कलौंजी पीसकर 125 ग्राम शहद में मिला लें और फिर इसमें आधा कप पानी और आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर प्रतिदिन 2 बार खाली पेट सेवन करें। इस तरह 21 दिन तक पीने से पथरी गलकर निकल जाती है।

सूजन
यदि चोट या मोच आने के कारण शरीर के किसी भी स्थान पर सूजन आ गई हो तो उसे दूर करने के लिए कलौंजी को पानी में पीसकर लगाएं। इससे सूजन दूर होती है और दर्द ठीक होता है। कलौंजी को पीसकर हाथ पैरों पर लेप करने से हाथ-पैरों की सूजन दूर होती है।

स्नायु की पीड़ा
दही में कलौंजी को पीसकर बने लेप को पीड़ित अंग पर लगाने से स्नायु की पीड़ा समाप्त होती है।

जुकाम
20 ग्राम कलौंजी को अच्छी तरह से पकाकर किसी कपड़े में बांधकर नाक से सूंघने से बंद नाक खुल जाती है और जुकाम ठीक होता है।
जैतून के तेल में कलौंजी का बारीक चूर्ण मिलाकर कपड़े में छानकर बूंद-बूंद करके नाक में डालने से बार-बार जुकाम में छींक आनी बंद हो जाती हैं और जुकाम ठीक होता है। कलौंजी को सूंघने से जुकाम में आराम मिलता है।
यदि बार-बार छींके आती हो तो कलौंजी के बीजों को पीसकर सूंघें।

बवासीर के मस्से
कलौंजी की भस्म को मस्सों पर नियमित रूप से लगाने से बवासीर का रोग समाप्त होता है।

वात रोग
वात रोग में कलौंजी के तेल से रोगग्रस्त अंगों पर मालिश करने से वात की बीमारी दूर होती है।

नोट: ध्यान रखें कि इस दवा का प्रयोग गर्भावस्था में नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे गर्भ नष्ट हो सकता है।


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