यह ब्लॉग खोजें

रविवार, 22 अगस्त 2021

अपने परिवार हेतु इस भादवे का घी प्राप्त करना चाहते हैं तो संपर्क करें

प्राकृति में उपलब्ध प्राकृतिक तत्व बिना छेड़छाड़ के हमारे शरीर तक कैसे पहुँचाए* ।
चारागाह खुले चारागाह जहां अभी तक मिट्टी का शोषण आरम्भ नही हुआ है जहां भूमि के सभी तत्व(खनिज लवण)जो हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक हैं  अपनी प्राकृतिक अवस्था मे मौजूद है  जहां  सावन भादवा में मात्र तीन चार महीने ही घांस रहती है शेष पूरे साल धरती अपना पूरा पोषण प्राप्त करती है और इन तीन चार महीने में इन घांसों मे उड़ेल देती है इनको सभी आवश्यक तत्व प्रदान करती है

यहां  50 तरह की  प्राकृतिक  घांस है जिनमे मनुष्य को आवश्यक हर जड़ी बूटी  है इनमें असाध्य से असाध्य रोगों को ठीक करने की क्षमता होती है। 

इन घांसों को स्वछंद चरकर आने वाली गायों के दूध से बना घी *भादवे का घी* कहलाता है  जो सितंबर से लेकर फाल्गुन मास तक सेवन करने पर चैत्र मास में हमारे शरीर को  एक नई आभा प्रदान करता है पूरे साल आपको निरोगी बनाए रखता है ।
अगर आप अपने परिवार हेतु इस घी को प्राप्त करना चाहते हैं तो संपर्क करें यह अगले 2-3  महीने ही उपलब्ध होगा।


गौ मंदिर जोधपुर 9664162094, 9829488058 whats app

नोट: -  स्वदेशी भारतीय गाय का दूध और घी हमारे शरीर और बुद्धि को स्वस्थ और सबल तथा तीव्र बनाता है।


राम मंदिर आंदोलन के प्रणेता उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का निधन

राम मंदिर आंदोलन के 
प्रणेता 
 *कल्याणसिंह का निधन।* 
राजस्थान के राज्यपाल भी रहे

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का निधन
कल्याण सिंह...नाम नहीं...इमोशन थे...ॐ शांति 🙏🏻
परमात्मा अमर आत्मा जिन्होने राष्ट्र धर्म सर्वोपरि माना  अपने जीवन में आचरीत  कर भारत के राम जी के मन्दिर निर्माण के हेतु  अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया ऐसी महान श्रैष्ठ हिन्दू सनातनी को कोटि कोटि प्रणाम करता हुं और अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित करता हुं , परमात्मा अपने श्रीचरणों में स्थान दें 🕉️ श्रीराम राम राम राम राम राम💐💐💐🚩🚩🇮🇳🇮🇳😭😭😭😭🙏🙏🙏🙏

श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के सेनापति पूज्य कल्याण सिंह जी अब हमारे मध्य नही रहे ।
रामभक्तों के हृदय में आप युग-युगांतर तक शीर्षस्थ रहेंगे 
सादर श्रद्धांजलि💐

जन नेता, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय कल्याण सिंह जी ने अपना सारा जीवन धर्म-राष्ट्र की सेवा में दिया । ईश्वर उनकी पवित्र आत्मा को अपने चरणों में निवास दे ।

शनिवार, 21 अगस्त 2021

जिहाद का इलाज

जिहाद का इलाज

*सन 711ई. की बात है। अरब के पहले मुस्लिम आक्रमणकारी मुहम्मद बिन कासिम के आतंकवादियों ने मुल्तान विजय के बाद  एक विशेष सम्प्रदाय हिन्दू के ऊपर गांवो शहरों में भीषण रक्तपात मचाया था। हजारों स्त्रियों की छातियाँ नोच डाली गयीं, इस कारण अपनी लाज बचाने के लिए हजारों सनातनी किशोरियां अपनी शील की रक्षा के लिए कुंए तालाब में डूब मरीं।लगभग सभी युवाओं को या तो मार डाला गया या गुलाम बना लिया गया। भारतीय सैनिकों ने ऎसी बर्बरता पहली बार देखी थी।*

एक बालक तक्षक के पिता कासिम की सेना के साथ हुए युद्ध में वीरगति को प्राप्त हो चुके थे। लुटेरी अरब सेना जब तक्षक के गांव में पहुची तो हाहाकार मच गया। स्त्रियों को घरों से खींच खींच कर उनकी देह लूटी जाने लगी।भय से आक्रांत तक्षक के घर में भी सब चिल्ला उठे। तक्षक और उसकी दो बहनें भय से कांप उठी थीं। 
तक्षक की माँ पूरी परिस्थिति समझ चुकी थी, उसने कुछ देर तक अपने बच्चों को देखा और जैसे एक निर्णय पर पहुच गयी। माँ ने अपने तीनों बच्चों को खींच कर छाती में चिपका लिया और रो पड़ी। फिर देखते देखते उस क्षत्राणी ने म्यान से तलवार खीचा और अपनी दोनों बेटियों का सर काट डाला।उसके बाद अरबों द्वारा उनकी काटी जा रही गाय की तरफ और  बेटे की ओर अंतिम दृष्टि डाली, और तलवार को अपनी छाती में उतार लिया। 
आठ वर्ष का बालक तक्षक एकाएक समय को पढ़ना सीख गया था, उसने भूमि पर पड़ी मृत माँ के आँचल से अंतिम बार अपनी आँखे पोंछी, और घर के पिछले द्वार से निकल कर खेतों से होकर जंगल में भाग गया।
                                25 वर्ष बीत गए। अब वह बालक बत्तीस वर्ष का पुरुष हो कर कन्नौज के प्रतापी शासक नागभट्ट द्वितीय का मुख्य अंगरक्षक था। वर्षों से किसी ने उसके चेहरे पर भावना का कोई चिन्ह नही देखा था। वह न कभी खुश होता था न कभी दुखी। उसकी आँखे सदैव प्रतिशोध की वजह से अंगारे की तरह लाल रहती थीं। उसके पराक्रम के किस्से पूरी सेना में सुने सुनाये जाते थे। अपनी तलवार के एक वार से हाथी को मार डालने वाला तक्षक सैनिकों के लिए आदर्श था। कन्नौज नरेश नागभट्ट अपने अतुल्य पराक्रम से अरबों के सफल प्रतिरोध के लिए ख्यात थे। सिंध पर शासन कर रहे अरब कई बार कन्नौज पर आक्रमण कर चुके थे,पर हर बार योद्धा राजपूत उन्हें खदेड़ देते। युद्ध के सनातन नियमों का पालन करते नागभट्ट कभी उनका पीछा नहीं करते, जिसके कारण मुस्लिम शासक आदत से मजबूर बार बार मजबूत हो कर पुनः आक्रमण करते थे। ऐसा पंद्रह वर्षों से हो रहा था।

इस बार फिर से सभा बैठी थी, अरब के खलीफा से सहयोग ले कर सिंध की विशाल सेना कन्नौज पर आक्रमण के लिए प्रस्थान कर चुकी है और संभवत: दो से तीन दिन के अंदर यह सेना कन्नौज की सीमा पर होगी। इसी सम्बंध में रणनीति बनाने के लिए महाराज नागभट्ट ने यह सभा बैठाई थी। सारे सेनाध्यक्ष अपनी अपनी राय दे रहे थे...तभी अंगरक्षक तक्षक उठ खड़ा हुआ और बोला---
*महाराज, हमे इस बार दुश्मन को उसी की शैली में उत्तर देना होगा।*

महाराज ने ध्यान से देखा अपने इस अंगरक्षक की ओर, बोले- "अपनी बात खुल कर कहो तक्षक, हम कुछ समझ नही पा रहे।"

*"महाराज, अरब सैनिक महाबर्बर हैं, उनके साथ सनातन नियमों के अनुरूप युद्ध कर के हम अपनी प्रजा के साथ घात ही करेंगे। उनको उन्ही की शैली में हराना होगा।"*

महाराज के माथे पर लकीरें उभर आयीं, बोले- 
"किन्तु हम धर्म और मर्यादा नही छोड़ सकते सैनिक। "

तक्षक ने कहा- 
*"मर्यादा का निर्वाह उसके साथ किया जाता है जो मर्यादा का अर्थ समझते हों। ये बर्बर धर्मोन्मत्त राक्षस हैं महाराज। इनके लिए हत्या और बलात्कार ही धर्म है।"*

"पर यह हमारा धर्म नही हैं बीर" 

"राजा का केवल एक ही धर्म होता है महाराज, और वह है प्रजा की रक्षा। देवल और मुल्तान का युद्ध याद करें महाराज, जब कासिम की सेना ने दाहिर को पराजित करने के पश्चात प्रजा पर कितना अत्याचार किया था। ईश्वर न करे, यदि हम पराजित हुए तो बर्बर अत्याचारी अरब हमारी स्त्रियों, बच्चों और निरीह प्रजा के साथ कैसा व्यवहार करेंगे, यह आप भली भाँति जानते हैं।"

महाराज ने एक बार पूरी सभा की ओर निहारा, सबका मौन तक्षक के तर्कों से सहमत दिख रहा था। महाराज अपने मुख्य सेनापतियों मंत्रियों और तक्षक के साथ गुप्त सभाकक्ष की ओर बढ़ गए। 

अगले दिवस की संध्या तक कन्नौज की पश्चिम सीमा पर दोनों सेनाओं का पड़ाव हो चूका था, और आशा थी कि अगला प्रभात एक भीषण युद्ध का साक्षी होगा। 

आधी रात्रि बीत चुकी थी। अरब सेना अपने शिविर में निश्चिन्त सो रही थी। अचानक तक्षक के संचालन में कन्नौज की एक चौथाई सेना अरब शिविर पर टूट पड़ी। अरबों को किसी हिन्दू शासक से रात्रि युद्ध की आशा न थी। वे उठते,सावधान होते और हथियार सँभालते इसके पुर्व ही आधे अरब गाजर मूली की तरह काट डाले गए। 

इस भयावह निशा में तक्षक का शौर्य अपनी पराकाष्ठा पर था।वह घोडा दौड़ाते जिधर निकल पड़ता उधर की भूमि शवों से पट जाती थी। आज माँ और बहनों की आत्मा को ठंडक देने का समय था.... 

उषा की प्रथम किरण से पुर्व अरबों की दो तिहाई सेना मारी जा चुकी थी। सुबह होते ही बची सेना पीछे भागी, किन्तु आश्चर्य! महाराज नागभट्ट अपनी शेष सेना के साथ उधर तैयार खड़े थे। दोपहर होते होते समूची अरब सेना काट डाली गयी। अपनी बर्बरता के बल पर विश्वविजय का स्वप्न देखने वाले आतंकियों को पहली बार किसी ने ऐसा उत्तर दिया था। 

विजय के बाद महाराज ने अपने सभी सेनानायकों की ओर देखा, उनमे तक्षक का कहीं पता नही था।सैनिकों ने युद्धभूमि में तक्षक की खोज प्रारंभ की तो देखा-लगभग हजार अरब सैनिकों के शव के बीच तक्षक की मृत देह दमक रही थी। उसे शीघ्र उठा कर महाराज के पास लाया गया। कुछ क्षण तक इस अद्भुत योद्धा की ओर चुपचाप देखने के पश्चात महाराज नागभट्ट आगे बढ़े और तक्षक के चरणों में अपनी तलवार रख कर उसकी मृत देह को प्रणाम किया। युद्ध के पश्चात युद्धभूमि में पसरी नीरवता में भारत का वह महान सम्राट गरज उठा- 

"आप आर्यावर्त की वीरता के शिखर थे तक्षक.... भारत ने अबतक मातृभूमि की रक्षा में प्राण न्योछावर करना सीखा था, आप ने मातृभूमि के लिए प्राण लेना सिखा दिया। भारत युगों युगों तक आपका आभारी रहेगा।"

 *इतिहास साक्षी है, इस युद्ध के बाद अगले तीन शताब्दियों तक अरबों कीें भारत की तरफ आँख उठा कर देखने की हिम्मत नही हुई।* 
*तक्षक ने सिखाया कि मातृभूमि की रक्षा के लिए प्राण दिए ही नही, लिए भी जाते है, साथ ही ये भी सिखाया कि दुष्ट सिर्फ दुष्टता की ही भाषा जानता है, इसलिए उसके दुष्टतापूर्ण कुकृत्यों का प्रत्युत्तर उसे उसकी ही भाषा में देना चाहिए अन्यथा वो आपको कमजोर ही समझता रहेगा।*
🙏​​🙏​​🙏​​🙏​​🙏​​🙏​​🙏​​🙏​​🙏​​🙏​​
*विनम्र निवेदन*
यह पोस्ट किसी👌​​​👌​​​✌​​​✌​​​👍​​​👍​​​ की मोहताज नही है। भारत के इतिहास की यह अतिगौरवशाली कथा उच्च कोटि के वीरता की प्रमाण ही है।जिसे हम अपने आने वाली पीढ़ियों को अवगत कराने की है और उनके मस्तिष्क में आत्मसात कराने की है, एवम इसे इतिहास का एक महत्वपूर्ण पाठ बनाकर पढ़ाने की आवश्यकता भी है।
बस आपसे इतना निवेदन है कि इस संदेश को सभी ग्रुप में अग्रेषित या आगे बढ़ाते जाएं।धन्यवाद। 

🙏​​🙏​​🙏​​🙏​​🙏​​🙏​​🙏​​🙏​​🙏

शरीर के अंदर जमी गन्दगी निकालने के लिए दुनिया का सबसे शक्तिशाली जूस कौन सा है?


इस वीडियो में आप सीखेंगे एक ऐसी सब्ज़ी के जूस के बारे में, जिसमें आपके शरीर के अंदर जमी गन्दगी निकालने की शक्ति बैठी है| एक ऐसा जूस जो चुम्बक की तरह, अंदर के सभी toxins को अपने अंदर खींचने लगता है| ऐसा जूस जो आपके शरीर के साथ-साथ मन्न को भी साफ़ करता है, बुद्धि बढ़ाता है|
जानते है ये कोनसा जूस है? सफ़ेद पेठे का जूस!
इस वीडियो में आप सीखेंगे -
1. सफ़ेद पेठे के जूस का फायदा क्या है?
2. इसको बनाने का सही तरीका
3. सफ़ेद पेठे के जूस के बारे में आपके सभी सवालों के उत्तर
https://www.youtube.com/watch?v=LTaGvK2NMcw



 सफ़ेद पेठा के फायदे, नुकसान और उपयोग

सेहत को अच्छी करना यानि सेहत को संभालना सभी लोगों की चाह होती है। वे अपने सेहत का ध्यान रखने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार होते है। कठिन डायट से लेकर परिश्रम वाले व्यायाम तक कुछ भी करने के लिए तैयार होते है।

अपने वजन को नियंत्रण में रखने के लिए लोग उल्टा-सुल्टा काम करते है। जिससे न उनका वजन नियंत्रित होता है और न वे अपने सेहत को अच्छे कर पाते है। इससे उनकी सेहत पर और बुरा असर पड़ता है।

इसकी चाह में हम आपके लिए एक मैजिकल सुपर फ़ूड लेकर आए है जिसे Ash Gourd (Ash Gourd In Hindi) यानि सफ़ेद पेठा या ऐश लौकी के नाम से भी जाना जाता है। यह एक प्रकार का कद्दू है जिसे हिंदी भाषा में पेठा, सफ़ेद पेठा, रखिया, राख लौकी, सफेद कद्दू या हरा कद्दू कहा जाता है |यह शरीर को स्वस्थ और निरोगी बनाने में काफ़ी फायदेमंद होता है।

 सफ़ेद पेठा के फायदे, नुकसान और उपयोग

Ash Gourd को हिंदी भाषा में सफ़ेद पेठा के नाम से भी जाना जाता है। वैसे Ash Gourd In Hindi के कई नाम है जैसे-पेठा, सफ़ेद पेठा, रखिया, राख लौकी, सफेद कद्दू या हरा कद्दू आदि।

यह कुकुरबितासूस cucurbitaceous परिवार का सदस्य है। जिसे सबसे पहले दक्षिणी और पूर्व दक्षिणी एशियाई देशों में उगाया गया था जिसमे भारत में शामिल है। यह कद्दू जैसा दिखने वाली एक आम सब्ज्जी है जिसका रैंक ऊपर से ग्रे और अंदर सफ़ेद होता है। इसलिए Ash Gourd In Hindi को सफ़ेद पेठा के नाम से जाना जाता है। इस सब्जी के अन्य नाम सफेद लौकी, सर्दियों के तरबूज और फजी तरबूज हैं। इस सब्ज्जी में पानी की मात्रा अधिक होती है और इसे खासतौर पर वजन कम करने के लिए उपयोग में लिया जाता है।

वैसे तो सफ़ेद पेठा में काफ़ी औषधीय गुण है जिससे हमारा शरीर निरोगी रहने में मदत होती है। यह सब्जी कई आवश्यक विटामिन और खनिजों में समृद्ध है और फास्फोरस, कैल्शियम, लोहा, राइबोफ्लेविन, थियामिन, नियासिन और विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है।

 Ash Gourd यानि सफ़ेद पेठा के चमत्कारी फायदे
और उसे कैसे इस्तेमाल करें

सफ़ेद पेठा में मौजूद पोषक तत्व

आजकल दुनिया के साथ भारत में भी लोग अपनी सेहत का खयाल रखने के लिए प्रतिदिन कुछ न कुछ करते रहते है। जिससे वे फिट रह सके लेकिन बहुतसे लोगों को अपने डाइट में काफी परेशानी होती है।

इस परेशानी को दूर करने के लिए आप अपने डाइट में एक फ़ूड को शामिल कर सकते है जिसका नाम है सफ़ेद पेठा के nutritional value यानि उसमे मौजूद पोषक तत्व के बारेमें जानने की कोशिश करते है।

पोषक तत्वमात्रा प्रति 100 ग्राम
कैलोरीज14 Kcal
कार्बोहाइड्रेट3.39 g
प्रोटीन0.62 g
फैट0.02 g
फाइबर (टोटल डायट्री)0.5 g
कोलेस्ट्रॉल0.00 g
सोडियम33 mg
पोटेशियम359.1 mg
विटामिन ए9.8%
विटामिन बी 611.3%
विटामिन ई1.1%
विटामिन-सी30.5%
कैल्शियम5.1%
मैग्नीशियम6.7%
फास्फोरस5.0%
जिंक7.2%
आयरन5.7%
मैगनीज12.5%
आयोडीन5.9%

सफ़ेद पेठा के फायदे

सफ़ेद पेठा में मौजूद गुणकारी पोषक तत्व के कारण उसे सुपर फ़ूड भी कहा जाता है। इसलिए सफ़ेद पेठा के शरीर के लिए बहुतसे फायदे होते जिसके बारे में लिस्ट भी बनाए जाए तब भी कम होगी।

आज हम इस लेख में सफ़ेद पेठा के कुछ मुख्यः फायदे  के बारेमें जानने की कोशिश करते है।

1. वजन कम करने के लिए असरदार सफ़ेद पेठा

ash gourd juice in hindi, ash gourd in hindi, Benefits of Ash Gourd In Hindi, Nutritional Value of Ash Gourd In Hindi, Use Of Ash Gourd in Hindi, Side Effects Of Ash Gourd in Hindi, meaning of ash gourd in hindi, ash gourd in hindi name, hindi name ash gourd in hindi, what is ash gourd in hindi, what do you call ash gourd in hindi, ash gourd in hindi language

जो लोग मोटापे से परेशान हैं और जो अपना वजन नियंत्रित करना चाहते हैं, उनके लिए सफ़ेद पेठा को अपनी डाइट में शामिल करना काफी फायदेमंद हो सकता है।

कई शोधों में यह पाया गया है कि सुबह के नाश्ते में सफ़ेद पेठा जूस को शामिल करने से वजन कम किया जा सकता है। सफ़ेद पेठा में पानी और फाइबर भरपूर होते हैं और फाइबर वजन घटाने में काफी फायदेमंद साबित होता है। इसलिए रोजाना सफ़ेद पेठा का इस्तेमाल करके आप कुछ ही दिनों में अपना अतिरिक्त वजन कम कर सकते हैं और साथ ही बढ़े हुए पेट की चर्बी को भी बहुत आसानी से कम कर सकते हैं।

वजन कम करने के लिए सफ़ेद पेठा का जूस करके अच्छी तरह मिक्स करने के बाद इसका सेवन करें। साथ में आप किसी भी खाने के साथ इसका इस्तेमाल कर सकते है।

सफ़ेद पेठा को सुबह नास्ते में खाने से अतिरिक्त चरबी आसानी से कम हो सकती है। आप इसे किसी भी फल जैसे केला, अनार के साथ खा सकते है जिससे आपके शरीर में फाइबर की मात्रा अधिक होगी।

2. हृदय के स्वास्थ में असरदार सफ़ेद पेठा

ash gourd juice in hindi, ash gourd in hindi, Benefits of Ash Gourd In Hindi, Nutritional Value of Ash Gourd In Hindi, Use Of Ash Gourd in Hindi, Side Effects Of Ash Gourd in Hindi, meaning of ash gourd in hindi, ash gourd in hindi name, hindi name ash gourd in hindi, what is ash gourd in hindi, what do you call ash gourd in hindi, ash gourd in hindi language

सफ़ेद पेठा हृदय के स्वास्थ बनाए रखने में असरदार होता है। सफ़ेद पेठा में कोलेस्ट्रॉल नहीं होती है और यह अपने हृदय को स्वास्थ रखने में काफी असरदार होता है।

कई रीसर्च में यह पाया गया है की सफ़ेद पेठा का रोजाना सेवन करने से हार्ट हेल्थ में काफी इजाफा होता है और हार्ट की गतिविधि नियंत्रित होती है। सफ़ेद पेठा हार्ट हेल्थ में काफी असरदार होता है। अगर आपका दिल स्वस्थ है तो आप कई सालों तक जी सकते हैं और कई सालों तक जीने के लिए अपनी जीवनशैली में बदलाव करना आपके लिए बहुत जरूरी है। इसलिए आपके लिए अपने दैनिक जीवन में सफ़ेद पेठा  का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है।

3. कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करने में असरदार सफ़ेद पेठा

सफ़ेद पेठा में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में असरदार होता है उसकी मात्रा बहुत होती है। इसलिए कई रिसर्च में पाया गया है की जो लोग सफ़ेद पेठा का इस्तेमाल अपने डाइट में करते है उनके शरीर में कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है।

इसलिए अगर आपको कोलेस्ट्रॉल की प्रॉब्लम है यानि आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक है तो आपको आज से अपने डाइट में सफ़ेद पेठा को शामिल करना चाहिए। और सफ़ेद पेठा कोलेस्ट्रॉल फ्री होता है।

4. डायबिटीज और बीपी में असरदार सफ़ेद पेठा

ash gourd juice in hindi, ash gourd in hindi, Benefits of Ash Gourd In Hindi, Nutritional Value of Ash Gourd In Hindi, Use Of Ash Gourd in Hindi, Side Effects Of Ash Gourd in Hindi, meaning of ash gourd in hindi, ash gourd in hindi name, hindi name ash gourd in hindi, what is ash gourd in hindi, what do you call ash gourd in hindi, ash gourd in hindi language

आजकल भारत में हर 10 में से एक व्यक्ति को डायबिटीज और बीपी की बीमारी होती है। बदलती जीवनशैली और खान-पान के कारण डायबिटीज और बीपी की बीमारी बहुत आम हो गई है।

अगर आप भी इस बीमारी से त्रस्त है तो आपको अपने रोजाना भोजन में सफ़ेद पेठा में शामिल करना चाहिए। क्योंकि सफ़ेद पेठा में डाइटरी फाइबर, ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा अधिक होती है जो इन जैसे भयानक बीमारी को नियंत्रित करने उपयोगी होता है।इसलिए अगर आपको भी स्वस्थ रहना है तो सफ़ेद पेठा को डाइट में शामिल करना चाहिए। जिससे आप इन बीमारियों से बच सके।

5. कब्ज़ से रहत पाने के लिए सफ़ेद पेठा

ash gourd juice in hindi, ash gourd in hindi, Benefits of Ash Gourd In Hindi, Nutritional Value of Ash Gourd In Hindi, Use Of Ash Gourd in Hindi, Side Effects Of Ash Gourd in Hindi, meaning of ash gourd in hindi, ash gourd in hindi name, hindi name ash gourd in hindi, what is ash gourd in hindi, what do you call ash gourd in hindi, ash gourd in hindi language

मनुष्य के कई रोग उसके पेट से शुरू होते हैं। इसलिए पुराने आयुर्वेद में कहा गया है कि जो व्यक्ति का पेट स्वच्छ रहता है वह रोगों से दूर रहता है। अगर आप भी सादा जीवन महसूस करना चाहते हैं तो आपके लिए जरूरी है कि आप अपना पेट साफ रखें।

इसलिए सफ़ेद पेठा पेट की समस्याओं जैसे कब्ज, पेट दर्द, भूख न लगना आदि में बहुत कारगर है। सफ़ेद पेठा में डायटरी फाइबर की मात्रा अधिक होती है और फाइबर हमारे भोजन के पाचन में महत्वपूर्ण होता है।इसलिए सफ़ेद पेठा रोजाना इस्तेमाल करने से आप अपनी पेट की समस्या से निजात पा सकते है और एक खुशहाल जिंदगी का एहसास कर सकते है।

6. रोग प्रतिकारक शक्ति बढ़ने के लिए सफ़ेद पेठा

ash gourd juice in hindi, ash gourd in hindi, Benefits of Ash Gourd In Hindi, Nutritional Value of Ash Gourd In Hindi, Use Of Ash Gourd in Hindi, Side Effects Of Ash Gourd in Hindi, meaning of ash gourd in hindi, ash gourd in hindi name, hindi name ash gourd in hindi, what is ash gourd in hindi, what do you call ash gourd in hindi, ash gourd in hindi language

Immunity Power यानि रोग प्रतिकारक शक्ति यह शरीर के सबसे महत्वपूर्ण शक्ति होती है जो शरीर को कई सारी बीमारियोंसे दूर रखती है। जिस मनुष्य की इम्युनिटी पावर अच्छी होती है वह कभी बीमार नहीं होता है।

इसलिए सफ़ेद पेठा  का रोजाना सेवन से हमारी शरीर की रोग प्रतिकारक शक्ति में काफी इजाफा होता है। सफ़ेद पेठा में कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते है जो एक स्ट्रांग इम्युनिटी पॉवर के लिए फायदेमंद होते है।

7. अच्छी नींद के लिए असरदार सफ़ेद पेठा

ash gourd juice in hindi, ash gourd in hindi, Benefits of Ash Gourd In Hindi, Nutritional Value of Ash Gourd In Hindi, Use Of Ash Gourd in Hindi, Side Effects Of Ash Gourd in Hindi, meaning of ash gourd in hindi, ash gourd in hindi name, hindi name ash gourd in hindi, what is ash gourd in hindi, what do you call ash gourd in hindi, ash gourd in hindi language

आजकल बड़ो के साथ बच्चों में भी sleep disorder की बीमारी देख सकते है। ज्यादा स्ट्रेस, बदलती जीवनशैली और खानपान का ध्यान न रखने के कारण कई लोगो को नींद की समस्या होने लगी है।

एक रिसर्च में पाया गया की सफ़ेद पेठा को रोजाना खाने में शामिल करने से मानसिक समस्या जैसे sleep disorder, depression, stress, anxiety ख़त्म हो जाती है।

सफ़ेद पेठा में ट्रिप्टोफेन नाम का एक खास तत्व मौजूद होता है। जो मानसिक बीमारी से लड़ने में मदद करता है। इसलिए आपको सफ़ेद पेठा का खाने में शामिल करना चाहिए।

8. किड़नी की सेहत के लिए असरदार सफ़ेद पेठा

ash gourd juice in hindi, ash gourd in hindi, Benefits of Ash Gourd In Hindi, Nutritional Value of Ash Gourd In Hindi, Use Of Ash Gourd in Hindi, Side Effects Of Ash Gourd in Hindi, meaning of ash gourd in hindi, ash gourd in hindi name, hindi name ash gourd in hindi, what is ash gourd in hindi, what do you call ash gourd in hindi, ash gourd in hindi language

जिन लोगों को किडनी की बीमारी है या चाहते हैं कि उनकी किडनी पूरी तरह से ठीक हो जाए तो उन्हें सफ़ेद पेठा का इस्तेमाल करना चाहिए। यहां बता दें कि मेडिकल रिसर्च के अनुसार यह भी साबित हो चुका है कि पेठे के अंदर कुछ ऐसे एंटी-ऑक्सीडेंट और पोषक तत्व पाए जाते हैं जो किडनी के लिए अच्छे होते हैं।

9. ब्लीडिंग रोकने के लिए असरदार सफ़ेद पेठा

ash gourd juice in hindi, ash gourd in hindi, Benefits of Ash Gourd In Hindi, Nutritional Value of Ash Gourd In Hindi, Use Of Ash Gourd in Hindi, Side Effects Of Ash Gourd in Hindi, meaning of ash gourd in hindi, ash gourd in hindi name, hindi name ash gourd in hindi, what is ash gourd in hindi, what do you call ash gourd in hindi, ash gourd in hindi language

पेठा एक प्राकृतिक एंटी-कौयगुलांट है और इस तरह रक्तस्राव को नियंत्रित करने में मदद करता है। हालांकि बाहरी रक्तस्राव के इलाज के लिए इसका उपयोग शायद ही कभी किया जाता है (उस समय को छोड़कर जब पत्तियों को कुचल दिया जाता है और खरोंच पर रगड़ दिया जाता है), यह सब्जी आंतरिक रक्तस्राव के लिए अद्भुत काम करती है।

10. एंटीइन्फ्लामेट्री गुण से समृद्ध सफ़ेद पेठा

एनसीबीआई के एक शोध से पता चलता है कि सफ़ेद पेठा में मौजूद ओमेगा -3 फैटी एसिड एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण प्रदर्शित कर सकता है। इस गुण के कारण यह सामान्य सूजन के साथ-साथ हड्डियों और जोड़ों में सूजन के कारण होने वाले दर्द में भी राहत दे सकता है।

इसलिए आपको सफ़ेद पेठा का डेली सेवन करना चाहिए और इसे अपने डाइट में शामिल जरूर करना चाहिए।

सफ़ेद पेठा का उपयोग

अबतक हम सफ़ेद पेठा  के फायदे के बारेमें विस्तार से जान चुके है। हम जानते है की सफ़ेद पेठा का रोजाना इस्तेमाल करने से हमे और हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए कितना उपयोग है।

लेकिन किया सफ़ेद पेठा शरीर और स्वास्थ के लिए तब ही उपयोग होता है जब उसका इस्तेमाल सही ढंग से किया जाए। ऐसा नहीं करने पर सफ़ेद पेठा के कुछ नुकसान भी होते है जिसके बारेमें हम आगे पढ़ेंगे।

सफ़ेद पेठाका सही ढंग से इस्तेमाल करने के लिए और इसके रेसिपी जानने के लिए इस आर्टिकल को आखिर तक पढ़े।

1. सब्जी के रूप में सफ़ेद पेठा का इस्तेमाल करें।

आप सफ़ेद पेठा  का इस्तेमाल अपने रोजाना खाने में सब्जी के तौर पर कर सकते है। यह सब्जी स्वाद में अच्छी और कई सारे पोषक तत्व से भरपूर होती है। इसलिए आप इसका इस्तेमाल सब्जी के रूप में कर सकते है।

2. जूस के रूप में सफ़ेद पेठा का इस्तेमाल करें।

आप सफ़ेद पेठा को सीधा जूस के रूप में इस्तेमाल कर सकते है। आप सफ़ेद पेठा का जूस डेली सेवन करने से कई सारे बीमारी से दूर रह सकते है। सफेद पेठा के जूस को बनाने के लिए सबसे पहले पेठा के छोटे-छोटे टुकड़े कर ले।

फिर उसे मिक्सर में डालकर उसमे पर्याप्त मात्रा मेंदूध डालकर उसे पीस ले। आप चाहिए तो जूस के ऊपर चिया सीड में डाल सकते है। सफ़ेद पेठा का जूस काफ़ी स्वादिष्ट और कई सारे गुणों से भरपूर होता है।

3. बर्फी के रूप में सफ़ेद पेठा का इस्तेमाल करें।

सफ़ेद पेठा का आप बर्फी बनाकर भी सेवन कर सकते है। भारत में कई सारे लोग सफ़ेद पेठा का बर्फी के रूप में इस्तेमाल करते है। सफ़ेद पेठा से बनी बर्फी स्वाद में बहुत अच्छी होती है। जिससे आपके शरीर को कई सारे फायदे होते है।

4. हलवा के रूप में सफ़ेद पेठा का इस्तेमाल करें।

गाजर के हलवा की तरह ही सफ़ेद पेठा के भी हलवा बनाया जाता है। यह हलवा गाजर की हलवा की तरह स्वादिष्ट और शरीर के लिए फायदेमंद होता है।

5. आचार के रूप में सफ़ेद पेठा का इस्तेमाल करें।

सफ़ेद पेठा से आचार भी बनाया जाता है। भारत में कई सारे लोग सफ़ेद पेठा से बना आचार का सेवन करते है। सफ़ेद पेठा से बना आचार खाने में स्वादिष्ट और कई सारे गुणों से सपन्न होता है।

6. सलाद बनाकर सफ़ेद पेठा का इस्तेमाल करें।

आप सफेद पेठा  को अन्य फलों के साथ सलाद बनाकर भी सेवन कर सकते है। अगर आप एक वेट लॉस की जर्नी में है तो आपके लिए सफेद पेठा से बना सलाद काफ़ी फायदेमंद हो सकता है।

सफेद पेठा को सलाद के साथ सेवन करने से सलाद का मजा दुगना हो जाता है। और उसके पोषक तत्व भी बढ़ जाते है। इसलिए सफेद पेठा का सलाद के साथ सेवन करना एक अच्छा ऑप्शन माना जाता है।

7. जैम बनाकर सफ़ेद पेठा का सेवन करें।

आप सफेद पेठा का जैम बनाकर भी सेवन कर सकते है। यह पेठा को सेवन करने का अच्छा ऑप्शन माना जाता है।

सफ़ेद पेठा के नुकसान

वैसे तो सफ़ेद पेठा का सेवन करना काफ़ी फायदेमंद और अच्छा माना जाता है। और हमने इस लेख में सफ़ेद पेठा के कई सारे फायदे के बारे में जाना जिससे सफ़ेद पेठा को एक सुपर फ़ूड के नाम से जाना जाता है।

लेकिन अच्छी से अच्छी चीज़ के भी नुकसान होते है। अगर किसी चीज़ को ज्यादा किया जाए तो उसके नुकसान होते है। इसलिए सफ़ेद पेठा सही ढंग से और उचित मात्रा में सेवन किया न जाए तो उसके भी नुकसान होते है।

निचे सफ़ेद पेठा के कुछ नुकसान के बारेमें बताए गया है। आप इसे पढ़कर सफ़ेद पेठा का सही इस्तेमाल सिख सकते है और अपने शरीर को स्वस्थ बना सकते है।

  • गर्भवती महिलो को सफ़ेद पेठा सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछ ले।
  • छोटे बच्चों को पेठा खिलाने से पहले डॉक्टर से जरूर पूछ ले।
  • सर्दियों में इसका इस्तेमाल करने से कफ की समस्या बढ़ सकती है।
  • सफ़ेद पेठा का अधिक इस्तेमाल किया जाए तो यह पेट से जुडी समस्या हो सकती है।
  • जो लोग दमा, अस्थमा या किसी श्वास से जुडी समस्या से परेशान है तो उन लोगों को इसका इस्तेमाल सर्दियों में नहीं करना चाहिए।
  • इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से शुगर लेवल बढ़ने का खतरा होता है।

1. सफेद पेठे का जूस पीने के फायदे

सफ़ेद पेठे का जूस वजन कम करने, ह्रदय संबंधी समस्या, ब्लीडिंग आदि समस्या के लिए फायदेमंद होता है।

2. पेठे के औषधीय गुण

पानी, ऊर्जा, प्रोटीन, टोटल लिपिड (फैट), कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, सोडियम, जिंक, विटामिन, फैटी एसिड टोटल सैचुरेटेड, फैटी एसिड टोटल मोनो अनसैचुरेटेड

3. गर्भावस्था में पेठा खाने के फायदे

गर्भावस्था में सफ़ेद पेठे का सेवन करने से पहले आप अपने डॉक्टर को जरूर पूछ ले।

सावधान आपके वीडीओ फोटो को किया जा रहा नंगा और बेचा जा रहा पोर्न साइट पर


सावधान आपके वीडीओ फोटो को किया जा रहा नंगा और बेचा जा रहा पोर्न साइट पर


मार्केट में आया एक एप्प जिसके जरिए महिलाओ लड़कियो के निजी फोटो वीडीओ को एडिट कर उन्हे अश्लील तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है यंहा तक की नगा दिखाया जाकर पोर्न साइटों पर भी अपलोड किया जा रहा है

महिलाए हो जाए सावधान वरना जिंदगी हो जाएगी बर्बाद

 लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप 'टेलीग्राम' (Telegram) को लेकर एक बेहद परेशान करने वाली खबर सामने आई है. इस मैसेजिंग ऐप (Messeging App) ने पिछले दिनों में बहुत अधिक लोकप्रियता पाई है, क्योंकि इस पर किये जा रहे मैसेज और अन्य मीडिया की न सिर्फ प्राइवेसी (privacy) का पक्का इंतजाम होता है बल्कि इसपर बड़ी फाइलें भी आसानी से शेयर (share) की जा सकती हैं. लेकिन अब यह ऐप एक कंट्रोवर्सी में फंस गई है. समस्या बनकर आया है एक डीपफेक टूल (deepfake tool), जिसके जरिए इस पर कपड़े पहने फोटो के भी कपड़े उतारे जा सकते हैं. इसके जरिए इस ऐप पर नाबालिग लड़कियों (Minor girls) को निशाना बनाया जा रहा है और उन्हें परेशान किया जा रहा है.

कही आपके फोटो भी तो नही आ गए इसमे
 
इसके जरिए अब तक दस हजार महिलाओं और लड़कियों की बिना सहमति वाली एक लाख न्यूड तस्वीरें (Nude Photos) ऑनलाइन साझा की जा चुकी हैं. ये तस्वीरें जुलाई 2019 और 2020 के बीच एआई-बॉट (AI Bot) का उपयोग करके बनाई गई थीं. पीड़ितों में से अधिकांश की ये निजी तस्वीरें (personal photos) थी, जिन्हें सोशल मीडिया (Social Media) से लिया गया था. ये सभी महिलाएं थीं और कुछ देखने से ही 'नाबालिग' लग रही थीं. यह बिना नाम का 'बॉट' कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Learning) और मशीन लर्निंग का उपयोग करता है. जो टेलीग्राम (Telegram) मैसेजिंग ऐप पर शेयर की कई फोटोज पर काम करता है.

सामान्य लोगों की निजी तस्वीरों को बॉट ने बनाया न्यूड

इसके बारे में रिपोर्ट करने वालों का कहना है कि किसी की भी तस्वीर लेकर इस पर उसे नग्न किये जाने का खतरा बना रहता है. उन्होंने बताया है कि इस बॉट द्वारा जिन महिलाओं और लड़कियों के 'फेक' न्यूड बनाये गये, वे सामान्य लोगों की निजी तस्वीरें थीं.

सोशल मीडिया पर शेयर की गई कम उम्र की लड़कियों की तस्वीरों को मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर एक डीपफेक बॉट द्वारा नग्न करने के लिए नकली किया जा रहा है. एक नई रिपोर्ट में यह बात सामने आई है. रिपोर्ट लेखकों के अनुसार, ये परेशान करने वाली फोटोज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के एक साधारण प्रयोग पर आधारित हैं और इसी के जरिए बनाई गई हैं. ये बिल्कुल वास्तविक लग सकती हैं.

function disabled

Old Post from Sanwariya