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गुरुवार, 14 अक्तूबर 2021

Google क्या है ???

Google  क्या है ???

1. गूगल एक सैकेंड में करीब 9,40,000 रूपए कमाता है।
2. इसके संस्थापक का नाम लैरी पेज और सर्जे ब्रिन है।
3. गूगल के 40 देशो में 70 से भी ज़्यादा ऑफिस है। यह अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
4. गूगल ने पिछले 12 सालो में 827 कंपनियो को खरीदा है। अब आप अंदाज़ा लगा सकते है की गूगल कितनी बड़ी कंपनी है।
5. गूगल में फिलहाल 420000 से भी ज़्यादा कर्मचारी काम करते है मगर अब तक गूगल के कई कर्मचारी अरबपति बन चुके है।
6. वेसे तो गूगल की सही आय कोई नहीं बता सकता मगर गूगल की सालाना आय करीब $55,00,00,00,000,000,000,000,000 डॉलर है।
7. आपको यह तो पता होंगा की एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम गूगल की ही देन है। पर क्या आप यह जानते है की हर 5 में से 4 स्मार्टफोन एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम पर ही चलते है।
8. गूगल ने अपने "Head Office" में लगभग 20000 बकरियों को घास काटने के लिए रखा गया है । जी हा आपने सही पढ़ा दरअसल गूगल अपने दफ्तर के लॉन में घास काटने वाली मशीन का उपयोग नहीं करता क्योंकि इससे निकलने वाले धुंए और आवाज़ से वहाँ काम कर रहे कर्मचारियों को परेशानी होती है।
9. हर हफते 220,000 से भी ज्यादा लोग गूगल में जॉब के लिए अपलाई करते है|
10. गूगल की 95% से भी ज़्यादा कमाई उसके द्वारा प्रकाशित विज्ञापनों से आती है।
11. यकीन मानिये,आपकी पलक झपकते ही गूगल ने 550 लाख रूपए कमा लिए होंगे।
12. आप अक्सर सोचते होंगे की "Google" शब्द आया कहा से है हम आपको बताते है, असल में 1 पीछे 100 शून्य लगाने पर जो संख्या बनती है उसे "Googol" कहते हैं और इसी शब्द से ही बना है "Google"।
13. अब आप सोच रहे होंगे की गूगल का नाम "Googol" क्यों नहीं रखा गया "Google" ही क्यों रखा गया ? दरअसल "Google" यह नाम एक स्पेलिंग मिस्‍टेक है। मतलब टाइप करते समय "Googol" की जगह "Google" टाइप हो गया और नतीजा आपके सामने है।
14. गूगल ने "You Tube" को 2006 में ख़रीदा था, उस समय कई लोगो ने इस डील को गूगल की एक बड़ी गलती मानी थी और आज यू ट्यूब को पूरी दुनिया में हर महीने करीब 6 अरब घंटो तक देखा जाता है।
15. हर सेकंड में गूगल पर 60,000 से भी ज्यादा सर्च किये जाते है|
16. 2010 के बाद से गूगल ने प्रति सप्ताह में कम से कम एक कंपनी को ख़रीदा है|
17. गूगल ने अपने स्ट्रीट व्यू मेप के लिए 80 लाख 46 हजार किलोमीटर सड़क के बराबर फोटोग्राफ लिए है।
18. गूगल का पूरा सर्च इंजन 100 मिलियन गीगाबाइट का है। उतना डाटा अपने पास सेव करने के लिए एक टेराबाइट की एक लाख ड्राइव की जरुरत होगी।
19. गूगल ने अपने एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम को ABCD के अल्फाबेट के हिसाब से नाम दिए गए हैं Cupcake, Donut, Eclair, Froyo, Gingerbread, Honeycomb, Ice Cream Sandwich, Jelly Bean, Kitkat, Lolipop Marshmallow than N & next O
20) गूगल को Yahoo कंपनी ने एक मिलियन डॉलर में खरीदना चाहा था लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
21. गूगल जब लांच हुआ था तब गूगल के संस्थापक को HTML कोड की ज़्यादा जानकारी नहीं थी इसीलिए उन्होंने गूगल का होमपेज एकदम सिंपल रखा था और अभी भी यह बिल्कुल सिंपल ही है।
22. 2005 में गूगल ने गूगल मेप और गूगल अर्थ जैसी नई एप्लीकेशन लांच की। इसमें ऐसे फीचर हैं, जो पलभर में पूरी दुनिया का नाप दें । वही अब इसकी पहुंच चाँद तक है।
23. ”Don’t be evil” यह गूगल का अनाधिकृत नारा(Unofficial Slogan) है।
24. गूगल के होमपेज पर 88 भाषाओ का इस्तेमाल किया जा सकता है🙏🏼😊✒️

हिन्दू परिवार परम्परा का भी पतन प्रारम्भ

*अति विचारणीय लेख*
🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔
*पश्चिमी दुनिया में फैमिली सिस्टम समाप्त* 

 *हिन्दू परिवार परम्परा का भी पतन प्रारम्भ।* 

 *इस्लाम का मज़बूत फैमिली सिस्टम उसे जिलाये रखने में सक्षम* 

*डेविड सेलबॉर्न पश्चिमी दुनिया का मशहूर लेखक है।*
*उसने एक किताब लिखी है "The losing battle with islam"*
*इस किताब में उसने लिखा है कि पश्चिमी दुनिया इस्लाम से हार रही है।*
*उसने हार के कई कारण गिनाए हैं,*
*जिसमें इस्लाम के मज़बूत फैमिली सिस्टम को एक कारण बताया है।*

*पश्चिमी दुनिया मे फैमिली सिस्टम तबाह हो चुका है।*
 *लोग शादी करना पसंद नहीं करते।*
*समलैंगिकता, अवैध संबंध, लिव इन रिलेशन जैसी कुरीतियों के आम होने से फैमिली सिस्टम टूटता जा रहा है।*
*दिन ब दिन ऐसे बच्चों की तादाद बढ़ती जा रही है जिन्हें मालूम नही होता कि उनके पिता कौन हैं।*
*बूढ़े मां -बाप को घर में रखने को कोई तैयार नही है।*
*ओल्ड ऐज होम में उनका बुढापा गुज़रता है।*
*पश्चिमी समाज में कुछ ऐसे समाजिक परिवर्तन आ चुके हैं जिससे पूरा पश्चिमी समाज तबाह होने के कगार पर पहुंच चुका है।*

*राजनीतिक दल परिवार को बचाने का वादा अपने चुनाव घोषणा पत्र में करने लगे हैं।*
*ऑस्ट्रेलिया में तो 'फैमिली फर्स्ट' नाम से एक पोलिटिकल पार्टी तक बना ली गयी है।*
*फैमिली सिस्टम को बचाना वेस्टर्न वर्ल्ड का सबसे बड़ा मुद्दा है,*
*क्योंकि फैमिली नही बची तो समाज को भी देर सवेर ध्वस्त होते देर नहीं लगनी है।*

*यही वजह है डेविड सेलबॉर्न और बिल वार्नर जैसे लेखक यह कहने पर मजबूर हो जाते हैं कि इस्लाम के मज़बूत फैमिली सिस्टम की वजह से पश्चिम देर सवेर इस्लाम से हार जाएगा।*

*भारत में भी हिन्दू परिवार परम्परा का पतन होना प्रारम्भ हो चुका है।*
*रक्त के 5 रिश्ते समाप्त होने की कगार पर है।* *ताऊ, चाचा, बुआ, मामा, मौसी जैसे रिश्ते आने वाले समय में देखने सुनने को नहीं मिलने वाले हैं !*
*इसे इस तरह समझा जा सकता है-*
*पुत्र*      *पुत्री*   *बचे*  *रिश्ते**
   *2         2              5*
   *2         1              4 (मौसी X)*
   *1         2               3 (चाचा, ताऊ X)*
   *1         1               2 (चाचा, ताऊ, मौसी X)*
   *1         0               X*
   *0         1               X*
*परिणाम*
*0         0*

*सिंगल चाइल्ड फैमिली को उनका निर्णय तीसरी पीढ़ी याने जिनके आप- दादा- दादी होंगे बुरी तरह प्रभावित करेगा।*
 *जिस दादा को मूल से अधिक ब्याज प्यारा होता है,*
*उसका मूलधन भी समाप्त हो जाएगा।*
 *इसके लिए वह स्वयं उत्तरदायी है।*
**इसलिए दम्पत्ति को सिंगल चाइल्ड के निर्णय पर गंभीरता से विचार करना होगा।*
*यह घटती आबादी  के आंकड़ें बोल रहे हैं।*
*यह विश्लेषण सरकारी आँकड़ों के अध्ययन से आ रहा है।*
*आपका पौत्र या प्रपौत्र इस संसार में अकेला खड़ा होगा।*
*उसे अपने रक्त के रिश्ते की आवश्यकता होगी तो इस पूरे ब्रह्मांड में उसका अपना कोई नहीं होगा।*

*यह अत्यंत सोचनीय विषय है।*
*ये न केवल हमारे बच्चों को एकाकी जीवन जीने को मजबूर करेगा बल्कि हमारी हिंदू परिवार सभ्यता को ही नष्ट कर देगा।*
*हम जो हिन्दू एकता की बात करते हैं ये तो सभ्यता ही समाप्त हो जाएगी।*
 *और इन सबके लिए हमारी वर्तमान पीढ़ी उत्तरदायी होगी।*
*अगर आप इस विषय को गंभीर समझते हैं तो इस पोस्ट को शेयर करें,*
*घर परिवार में, पति पत्नी के बीच, रिश्तेदारों में, दोस्तो में एवं विभिन्न बैठकों एवं आयोजनों में इस विषय पर मंत्रणा करे।*
 *अपनी सभ्यता, संस्कार औऱ पीढ़ियों को बचाये।*
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

बुधवार, 13 अक्तूबर 2021

महान सम्राट अशोक, जिनकी जयंती उनके अपने देश भारत में क्यों नहीं मनायी जाती, न ही कोई छुट्टी घोषित की गई है?

सम्राट अशोक

*मैं बहुत सोचता हूं पर उत्तर नहीं मिलता! आप भी इन प्रश्नों पर विचार करें!*

*१. जिस सम्राट के नाम के साथ संसार भर के इतिहासकार “महान” शब्द लगाते हैं;*

*२. जिस सम्राट का राज चिन्ह "अशोक चक्र" भारतीय अपने ध्वज में लगते हैंं;*

*३. जिस सम्राट का राज चिन्ह "चारमुखी शेर" को भारतीय राष्ट्रीय प्रतीक मानकर सरकार चलाते हैं, और "सत्यमेव जयते" को अपनाया है;*

*४. जिस देश में सेना का सबसे बड़ा युद्ध सम्मान सम्राट अशोक के नाम पर "अशोक चक्र" दिया जाता है;*
*५. जिस सम्राट से पहले या बाद में कभी कोई ऐसा राजा या सम्राट नहीं हुआ, जिसने अखंड भारत (आज का नेपाल, बांग्लादेश, पूरा भारत, पाकिस्तान, और अफगानिस्तान) जितने बड़े भूभाग पर एक-छत्र राज किया हो;*

*६. सम्राट अशोक के ही समय में २३ विश्वविद्यालयों की स्थापना की गई, जिसमें तक्षशिला, नालन्दा, विक्रमशिला, कंधार आदि विश्वविद्यालय प्रमुख थे! इन्हीं विश्वविद्यालयों में विदेश से कई छात्र शिक्षा पाने भारत आया करते थे;*

*७. जिस सम्राट के शासन काल को विश्व के बुद्धिजीवी और इतिहासकार भारतीय इतिहास का सबसे स्वर्णिम काल मानते हैं;*

*८. जिस सम्राट के शासन काल में भारत विश्व गुरु था, सोने की चिड़िया था, जनता खुशहाल और भेदभाव-रहित थी;*
*९. जिस सम्राट के शासन काल में सबसे प्रख्यात महामार्ग "ग्रेड ट्रंक रोड" जैसे कई हाईवे बने, २,००० किलोमीटर लंबी पूरी सडक पर दोनों ओर पेड़ लगाये गए, सरायें बनायीं गईं, मानव तो मानव, पशुओं के लिए भी प्रथम बार चिकित्सा घर (हॉस्पिटल) खोले गए, पशुओं को मारना बंद करा दिया गया;*

*१०. ऐसे महान सम्राट अशोक, जिनकी जयंती उनके अपने देश भारत में क्यों नहीं मनायी जाती, न ही कोई छुट्टी घोषित की गई है? अफ़सोस जिन नागरिकों को ये जयंती मनानी चाहिए, वो नागरिक अपना इतिहास ही भुला बैठे हैं, और जो जानते हैं वो ना जाने क्यों मनाना नहीं चाहते;*

*१४ अप्रैल* 
*जन्म वर्ष ३०२ ई पू* 
*राजतिलक - २६८ ई पू* 
*देहावसान - २३२ ई पू* 
*पिताजी का नाम - बिन्दुसार* 
*माताजी का नाम - सुभद्राणी*

*११. "जो जीता वही चंद्रगुप्त" ना होकर "जो जीता वही सिकन्दर" कैसे हो गया…?*

*जबकि ये बात सभी जानते हैं कि सिकन्दर की सेना ने चन्द्रगुप्त मौर्य के प्रभाव को देखते हुए ही लड़ने से मना कर दिया था! बहुत ही बुरी तरह से मनोबल टूट गया था! जिस कारण, सिकंदर ने मित्रता के तौर पर अपने सेनापति सेल्यूकस की पुत्री का विवाह चन्द्रगुप्त से रचाया था;*

*कृपया अपने सभी समुहों में भेजने का और उन से उत्तर जानने का कष्ट करें!*
 
*धन्यवाद!*
🙏
*एक अच्छा और सच्चा भारतीय उपरोक्त सभी बताई गई इतिहास की बातों को मानने से मना नहीं कर सकता!*

*आओ मिल कर इतिहास में गलत तरीके से किए गए इन फेरबदलों को सही रूप में लाने का हर संभव प्रयास करें!*

*जय हिन्द!*
🇮🇳

सोमवार, 11 अक्तूबर 2021

आतंकवादी नस्ल के आदमखोर दानव रूपी भयंकर राक्षसो के समूल विनाश के लिए

🚩🇮🇳🚩🇮🇳🚩🇮🇳🚩🇮🇳🚩🇮🇳
                 हर हर हर महादेव 
              जय माँ कात्यायनी की

बिहार के सासाराम और गया जिले मे 
                  गोरखनाथ गुरूकुल
हॉस्टल-स्कूल का शुभारम्भ करने 
कोंन-कोंन, कट्टर-धर्मनिष्ठ हिन्दु योद्धा पहुँचने वाले है ?  
पर्सनल मैसेज करके अपना परिचय अवश्य दे 
ताकि आपके रहने-खाने और ठहरने की उचित व्यवस्था की जा सके।
 
19 अक्टूबर को आपस मे सलाह करके 
उचित मुहूर्त निकाल कर  
गोरखनाथ गुरूकुल   
                         हॉस्टल-स्कूल 
का शुभारम्भ कर दिया जाएगा। 

हिन्दु- हिन्दु चिल्लाने वाले नकली हिन्दु दूर रहे 
           श्री गोरखनाथ पीठ ट्रस्ट 
परिवार से - वस कट्टर हिन्दुओ को ही आमंत्रित किया जा रहा है देश और धर्म की रक्षार्थ।

यदि आप भी अखण्ड भारत का पुनःनिर्माण करना चाहते है ।
जो तालिबानी जमात के आदमखोर राक्षसो की भाषा मे
उनसे 
अधिक शक्तीशाली हथियारो से 
आतंकवादी नस्ल के भेड़ियो का अंत करने की इच्छा शक्ति रखते है वो सादर आमंत्रित है। 

यदि आप कट्टर-धर्मनिष्ठ हिन्दु है और आप भी चाहते है 
कि अब भारत अपने पूर्ण स्वरूप मे आकर 
अपने स्वामित्व की शक्ति को परिभाषित करे 
तो आप अपने अपने जिले मे हमे भूमि भवन दान स्वरूप प्रदान करे 
या तन-मन और धन से मदत करे 

यदि आप गोरखनाथ गुरुकुलम हाँस्टल-स्कूल स्थापित करने की इच्छा शक्ति रखते है 
तो मै आपको भूमि और भवन दूँगा।

आप स्वयम पुरूषार्थ करके गुरुकुलम हाँस्टल-स्कूल स्थापित करे ।
अपने ईष्ट-मित्रो , सगे-संबंधियो, उद्योगपतियो , सरकारी व गैस सरकारी अधिकारीगणो की सहायता प्राप्त करके 
गुरूकुल हाँस्टल-स्कूलो मे
इंग्लिश मीडियम के साथ-साथ पौराणिक परंपरागत 
वेद-पुराण , गीता-रामायण गुरुग्रंथ साहिब , जैन , बुद्धिस्ट धर्म-शस्त्र , शास्त्र और शास्त्रोक्त वैदिक योद्धाओ का सृजन करके
हर घर मे राम और कृष्ण जैसे धर्मनिष्ठ योद्धाओ का सृजन करे। 
आपके इस प्रयास से अगले 15 वर्षो के बाद संपूर्ण भारत संस्कृत मे बात कर रहा होगा। 
हमे हिन्दु हिन्दु चिल्लाने की तथा हिन्दुओ को जगाने की आवश्यकता नही होगी 
क्योकि गुरूकुलो मे।पढ़ने वाले चंद्र गुप्त मौर्य और रानी लक्ष्मीबाई 
देश धर्म के विरोधी-आस्तीन के साँपो के फन को कुचल देंगे। 

वर्तमान मे हम सभी को मिलकर गजबा ऐ हिन्द के 
आतंकवादी नस्ल के आदमखोर दानव रूपी भयंकर राक्षसो के समूल विनाश के लिए 

भगवा ऐ अखण्ड भारत की खूनी सेना अर्थात महाकाल सेना का सृजन करके 
इन मानवता-इंसानियत के दुश्मन का अंत करना अनिवार्य है

क्या आप तैयार है 
          श्री गोरखनाथ पीठ ट्रस्ट
 परिवार की शक्ति बनने के लिए 
आतंकवादी नस्ल के आदमखोर दानव रूपी भयंकर राक्षसो के समूल विनाश के लिए 

क्या आप तैयार है अपनी कमाई का एक हिस्सा 
देश धर्म की रक्षार्थ महाकाल सेना को समर्पित करने के लिए।

 🚩देवी-देवता बिजनेस पार्टनर🚩
क्या आप तैयार है अपने कुल के देवी-देवता/ माता रानी/ बजरंग बली/ आदि किसी भी देवता को अपना बिजनेस पार्टनर बनाकर अपना व्यापार बिजनेस करने के लिए ।

यदि आप ऐसा करते है तो निश्चित ही आपके पार्टनर देवी देवता 
जिसमे भी आप आस्था रखते है यकीनन जितने % की भी आप पार्टनरशिप रखेंगे 
उतने पैसे से गोरखनाथ गुरूकुल हॉस्टल-स्कूल समूचे भारत मे ही नही बल्कि समूचे विश्व मे स्थापित हो जाएगे। 

आपका व्यवसाय बिजनेस आपके देवी-देवता फेल नही होने देंगे 
एक बार आप सच्चे मन से देवी देवताओ को अपना पार्टनर बनाकर देखे देश धर्म की रक्षार्थ 
फिर देखना आपका व्यवसाय बिजनेस कितनी तीव्रतम गति से आगे बडेगा। 

हम और आप मिलकर देवी-देवताओ की मदत से गुरूकुल-मठ,मंदिर और आश्रमो के द्वारा पुनः सनातन धर्म की रक्षा व पुनः स्थापना कर देंगे ।

हम और आप मिलकर पुनः मृत पड़े सनातन-धर्म की रक्षार्थ अपने पौराणिक परंपरागत सनातन-संस्कार सभ्यता को पुनर्जीवित कर देंगे। 

क्या आप आ रहे है सासाराम और गया जिले मे 
गोरखनाथ गुरूकुल  
      हॉस्टल-स्कूल का शुभारम्भ
करवाने के लिए। 
क्या आप भी सासाराम और गया जिले की पवित्र मिट्टी का तिलक अपने ललाट पर करेंगे ।

मैं संजय वशिष्ठ 
राष्ट्रीय अध्यक्ष -: श्री गोरखनाथ पीठ ट्रस्ट 
फोन-: 7500654481
परिवार की तरफ से आपका आवाह्न करता हूँ 
कि आप 18 अक्टूबर के बाद फोन करके सासाराम और गया जिले मे 
गोरखनाथ गुरूकुल हाँस्टल-स्कूल का शुभारंभ करने के लिए सादर आमंत्रित है। 

क्या आप मेरा निमंत्रण स्वीकार करेंगे ?
कट्टर हिन्दु होगे तो अवश्य ही स्वीकार करेंगे। 

सहयोग समर्थन के लिए 
बैंक का नाम - डिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव बैंक लि, देहरादून 
खाता धारक-: श्री गोरखनाथ पीठ ट्रस्ट देहरादून 
चालू खाता-: 000135003100003
IFSC CODE -:  YESB0DZSBO2 
फोन पै , गूगल पै, व पे टी एम नंबर 9456703230

ॐ शिव-गोरक्ष आदेश अलख निरंजन आदेश

रविवार, 10 अक्तूबर 2021

पांच प्रकार की तुलसी का अर्क का सेवन करने से कई समस्याओं से निजात पाई जा सकती है।

5 तरह की तुलसी से मिलेंगे 10 ऐसे-ऐसे लाभ कि आप दंग रह जाएंगे 


हिन्दू धर्म में तुलसी को मां लक्ष्मी का रूप मानकर घर के आंगन में पूजनीय स्थान दिया जाता है। लेकिन इसके अलावा भी तुलसी के वैज्ञानिक व आयुर्वेद की दृष्टि से कई लाभ मिलते हैं। इस अनमोल पौधे के कुल 5 प्रकार होते हैं, जो स्वास्थ्य से लेकर वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। 
तुलसी मुख्यतः 5 प्रकार की होती है.

    श्याम तुलसी या कृष्ण तुलसी / काली तुलसी
    राम तुलसी
    विष्णु तुलसी या श्वेत तुलसी
    वन तुलसी
    नींबू तुलसी


तुलसी के पांचों प्रकारों को मिलाकर इनका अर्क निकाला जाए, तो यह पूरे विश्व की सबसे प्रभावकारी और बेहतरीन दवा न सकती है। एक एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी- बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-फ्लू, एंटी-बायोटिक, एंटी-इफ्लेमेन्ट्री व एंटी डिजीज की तह कार्य करने लगती है। जानिए इस अनमोल दवा के यह बेशकीमती फायदे -
 1. पांच प्रकार की तुलसी का अर्क निकालकर इसके मिश्रण का सेवन करने से कई समस्याओं से निजात पाई जा सकती है। एक ग्लास पानी में एक या दो बूंद अर्क मिलाकर इस मिश्रण को 1 लीटर पानी में डालकर रखें और कुछ देर बाद इसका सेवन करें। पीने के पान में इसका प्रयोग कर रोगाणुओं से बचा जा सकता है।


2.पांच तुलसी का यह अर्क सैकड़ों रोगों में लाभदायक सिद्ध होता है। बुखार, फ्लू, स्वाइन फ्लू, डेंगू, सर्दी, खांसी, जुखाम, प्लेग, मलेरिया, जोड़ों का दर्द, मोटापा, ब्लड प्रेशर, शुगर, एलर्जी, पेट में कृमि, हेपेटाइटिस, जलन, मूत्र संबंधी रोग, गठिया, दम, मरोड़, बवासीर, अतिसार, आंख दर्द , खुजली, सिर दर्द, पायरिया, नकसीर, फेफड़ों की सूजन, अल्सर, वीर्य की कमी, हार्ट ब्लॉकेज आदि समस्याओं से एक साथ निजात दिलाने में सक्षम है।
3. यह मिश्रण एक बेहतरीन विष नाशक की तरह कार्य करती है। इसके रोजाना सेवन से शरीर से हानिकारक एवं अवांछित तत्व बाहर निकल जाते हैं और शरीर के आंतरिक अंगों की भी सफाई होती है। श्री तुलसी स्मरण शक्ति को बढ़ाने के लिए बेहद कारगर उपाय है ।

4. इसके सेवन से लाल रक्त कणों में इजाफा होता है और हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है। एक बूंद श्री तुलसी का प्रतिदिन सेवन करने से पेट संबंधी बीमारियां धीरे-धीरे समाप्त हो जाती हैं। वहीं गर्भवती महिलाओं में उल्टी की परेशानी होने पर भी यह लाभकारी है।
5. खांसी या जुकाम होने पर इसका प्रयोग शहद के साथ करना फायदेमंद होता है। गले में दर्द, मुंह में छाले, आवाज खराब होने पर या मुंह से दुर्गंध आने की स्थिति में इसकी एक बूंद मात्रा का सेवन भी बेहद कारगर साबित होगा। दांत का दर्द, दांत में कीड़ा लगना, मसूड़ों में खून आने जैसी समस्याओं में इसकी 4 से 5 बूंद पानी में डालकर कुल्ला करें।

6. शरीर की त्वचा जल जाने पर इसका रस लगाना लाभदायक है वहीं किसी विषैले जीव-जंतु के काटने पर इसे लगाने राहत मिलती है और जहर भी उतरता है। इसकी कुछ बूंदें शरीर पर लगाकर सोने से मच्छरों से बचा जा सकता है।
7. कान में दर्द होना या कान बहने जैसी समस्याओं में तुलसी का रस हल्का गुनगुना कर कान में डालने से फायदा होगा। वहीं नाक की समस्या या फोड़े–फुंसियां होने पर इसका गुनगुना रस डालने से लाभ होगा।

8. बालों में किसी भी प्रकार की समस्या जैसे- बाल झड़ना, सफेद होने पर इस रस को तेल में मलाकर लगाना लाभकारी होगा। वहीं जुएं य कीड़े होने पर रस की कुछ
बूंदें नींबू के रस में मिलाकर लगाएं और कुछ घंटों के बाद धो लें। इससे काफी लाभ होगा।
9. त्वचा की हर समस्या का समाधान है इसके पास। नींबू के रस के साथ इसे त्वचा पर लगाने से त्वचा की सफाई होगी और चेहरा दमकने लगेगा। सुबह और शम के वक्त चेहरे पर इसका इस्तेमाल करने पर कील, मुंहासे, दाग-धब्बे और झाइयों से निजात मिलेगी। इसे नारियल तेल के साथ लगाने से सफेद दाग भी ठीक हो जाता है।

10.वजन घटाने के लिए भी तुलसी बेहद काम की चीज है। इसके नियमित सेवन से आपका मोटापा तो कम होगा ही, यह कोलेस्ट्रॉल को कम कर रक्त के थक्के जमने से रोकती है। इससे हार्ट अटैक की संभावना भी कम होती है।

राम तुलसी और श्याम तुलसी में अंतर –

1) राम तुलसी सामान्यतः दिखने वाली तुलसी होती है, जिसके पत्ती हलके हरे रंग के होते हैं. राम तुलसी का पूजा आदि में अधिक प्रयोग होता है.

2) श्याम तुलसी या कृष्ण तुलसी (Black tulsi) एक ऐसी प्रजाति होती है, जिसकी पत्ती, मंजरी व शाखाएं बैंगनी-काले से रंग के दिखते हैं. सेहत की दृष्टि से श्यामा तुलसी आमतौर पर मिलने वाली राम तुलसी से ज्यादा फायदेमंद होती है.

3) राम तुलसी का बोटैनिकल नाम Ocimum sanctum है. श्यामा तुलसी का बोटैनिकल नाम Ocimum Tenuiflorum है.

4) राम तुलसी की तुलना में श्याम तुलसी का स्वाद ज्यादा तेज (Crisp & peppery) और गर्म महसूस होता है.

5) हरे पत्तों वाली राम तुलसी बच्चों के लिए और जामुनी रंग वाली श्यामा तुलसी जवान और बड़े उम्र लोगों के लिए अधिक लाभकारी होती है.
Shyam Tulsi or Krishna Tulsi
श्यामा तुलसी
श्यामा तुलसी के गुण – Shyam tulsi benefits in hindi 

– श्याम तुलसी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाला, शरीर में गैस नाशक, टयूमर नाशक, शरीर के विषैलें पदार्थों का नाशक, तनाव दूर करने वाला, सिरदर्द नाशक होता है. ये तुलसी एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-ट्यूबरक्लोसिस होती है.

– श्याम तुलसी या कृष्ण तुलसी मलेरिया बुखार, कॉलरा, उलटी आना, कान का दर्द, फेफड़े के रोग जैसे ब्रोंकाइटिस, अस्थमा, डायबिटीज, ल्यूकोडर्मा, दांत का दर्द, कफ की समस्या का इलाज किया जाता है.
श्यामा तुलसी के फायदे और उपयोग – Kali Tulsi or Krishna Tulsi benefits in hindi 

बुखार ठीक करे – श्याम तुलसी का काढ़ा किसी भी तरह के बुखार को ठीक करता है. काढ़ा बनाने के लिए तुलसी के 8-10 पत्ते एक गिलास जितना पानी में उबालें. उबल जाने पर इसमें थोड़ा गुड़ मिला लें. पानी आधा हो जाये तो थोड़ा गुनगुना ठंडा करके पी लें.

स्टैमिना (दमखम) और इम्युनिटी बढाये – श्याम तुलसी स्टैमिना बढ़ाने में सहायक होता है. ये तुलसी मेटाबोलिज्म को सही बनाये रखता है और ठंडी के मौसम में होने वाले रोगों, इन्फेक्शन से सुरक्षा प्रदान करता है.

आँखों के लिए – काली तुलसी या कृष्ण तुलसी के पत्तों का रस पानी में मिलाकर धोने से आँखों की रौशनी तेज होती है.

महिलाओं के लिए श्याम तुलसी – औरतों में पानी आने की बीमारी ल्यूकोरिया में श्याम तुलसी या काली तुलसी का अधिक सेवन करें, जरुर फायदा होगा. मासिक स्राव या पीरियड में ब्लड ज्यादा आने पर भी काली तुलसी को पीसकर पानी में मिलाकर पीयें.

पेशाब की समस्या – पेशाब खुलकर न आता हो या बूँद-बूँद आता हो तो श्याम तुलसी या कृष्ण तुलसी का रस पियें.

मानसिक तनाव और एलर्जी से राहत – कृष्ण तुलसी (Kali Tulsi) का रस सभी प्रकार की एलर्जी से राहत दिलाता है. यह टेंशन, स्ट्रेस दूर करता है और बदलते मौसम से होने वाली जुकाम ठीक करता है.

बालों के लिए कृष्ण तुलसी – सर में डैंड्रफ की समस्या हो तो श्याम तुलसी या कृष्ण तुलसी की चटनी बनाकर बाल की जड़ों में लगायें और आधे घंटे बाद धो लें.

पेट के कीड़े – बच्चों के पेट में कीड़े हो तो श्यामा तुलसी (Black Tulsi) के रस में सौंफ या पुदीने के पत्तों का रस मिलाकर पीने से पेट के कीड़े खत्म होने लगते हैं.

पथरी और स्किन के लिए – यह तुलसी किडनी या ब्लैडर स्टोन, लिवर समस्या से बचाव करता है. स्किन की ऐसी समस्या जिसमें दर्द या खुजली हो श्यामा तुलसी का उपयोग फायदा करता है.
श्यामा तुलसी की चाय पीने के फायदे – Shyama Tulsi tea benefits in hindi 

1) श्यामा तुलसी की पत्तियाँ और अदरक पानी में गर्म करें. उबल जाने के बाद थोडा ठंडा हो जाने पर पियें. चाहे तो थोड़ा गुड़ या शहद मिला लें या सादा ही पियें. इस चाय में एंटी-ओक्सिडेंट गुण होते हैं. यह चाय पीना पेट, आंत और सांस की नली से जुड़ी समस्याओं के लिए लाभकारी है.

2) यह चाय हार्ट और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में फायदेमंद है. इसे पीने से कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है. इसमें Mild blood thinning गुण होता है, जोकि हार्ट-अटैक की सम्भावनाओं को कम करता है.

3) यह खून साफ़ करता है, रक्त-संचार सही रखता है और बढ़े हुए ब्लड प्रेशर से होने वाले तनाव को कम करता है. यह ब्लड प्रेशर सामान्य करता है और हृदय की धमनियों को सुरक्षित रखता है.

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श्यामा तुलसी के उपाय – Shyama Tulsi mala Benefits 

1) श्याम तुलसी के पौधे की पूजा करना और घर में लगाना अधिक शुभ माना गया है. माँ काली और हनुमान जी को श्यामा तुलसी चढ़ाना अच्छा माना गया है.

2) श्याम तुलसी या कृष्ण तुलसी की माला पहनने से आध्यत्मिक लाभ के अलावा परिवार के सुख और सम्पन्नता में भी बढ़ोत्तरी होती है. श्याम तुलसी या काली तुलसी की माला दिमागी शांति देती है.

3) श्याम तुलसी की माला सम्बन्धों और प्रेम में समस्या को सुधारने का काम भी करती है. ये माला बुरी नजर से बचाती है, निगेटिविटी दूर करती है और सकरात्मक सोच लाती है.

4) काली तुलसी की माला पहनना नकारात्मकता दूर करने के लिए किसी रत्न की तुलना में अधिक असरकारक माना गया है. तुलसी की माला पहनते हैं तो अपना खान-पान सात्विक रखें तभी आप अधिक लाभ पा सकेंगे.

5) इसकी माला चाहे गले में धारण करें या घर के मन्दिर में रखें. इससे भगवान के प्रति भक्ति-भावना बढती है. इस माला को सोमवार, बुधवार, गुरुवार को गंगाजल और कच्चे दूध से शुद्ध करके पहनना चाहिए.
श्यामा तुलसी का पौधा कैसे लगायें – Shyama Tulsi Plant kaise lagaye in hindi 

– श्याम तुलसी के बीज गमले में लगाने के लिए उपयुक्त है. इसके बीज अंकुरित होने में थोडा अधिक समय (1-2 हफ्ते) ले सकते हैं, इसलिए धैर्य रखें. आप नर्सरी से तैयार पौधे भी लाकर लगा सकते हैं.

– जब तक बीज अंकुरित न हो जाएँ, गमले को थोड़ा छाँव में रखें जहाँ सीधे धूप न आती हो. समय-समय पर पानी देते रहें, जब लगे कि मिट्टी में नमी सूखने वाली है.

– तुलसी के पौधे को खुली धूप और उपजाऊ मिटटी की आवश्यकता होती है. मिट्टी में आर्गेनिक खाद या गोबर की खाद मिलाने से आपके पौधे में घनी पत्तियाँ आयेंगी और बढ़त अच्छी होगी.

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हर रोज सुबह खाली पेट चबाएं पुदीना और तुलसी की पत्तियां, पाचन में होगा सुधार, मिलेंगे ये 5 गजब के फायदेMint And Basil Leaves Benefits: हेल्दी आदतें हमारे स्वास्थ्य को बेहतर रखने का काम करती हैं. सुबह खाली पेट (Empty Stomach) कुछ चीजों का सेवन करने से कमाल के स्वास्थ्य लाभ मिल सकते है. क्या आप जानते हैं सुबह खाली पेट तुलसी के पत्तों को चबाने के फायदे (Benefits Of Chewing Basil Leaves) कई हैं या पुदीने की पत्तियों को चबाने के फायदे 

(Benefits Of Chewing Mint Leaves) क्या हैं बहुत ही कम लोगों को पता होता है. ऐसे में लोग इन दो आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों को प्रयोग करने का तरीका नहीं जानते हैं और तुलसी या पुदीना के स्वास्थ्य लाभ (Health Benefits Of Basil Or Mint) लेने से चूक जाते हैं. अगर आप आज से ही अपनी सुबह की आदतों में कुछ हेल्दी चीजों को शामिल करते हैं तो आपको न पाचन में सुधार (Improve Digestion) महसूस हो सकता है बल्कि पेट की समस्याओं (Stomch Problems) को दूर करने के साथ कई बीमारियों से राहत दिलाने में मदद मिल सकती है.


ज्यादातर लोग सुबह खाली पेट सबसे पहले चाय पीते हैं जो आपके स्वास्थ्य के लिए नुकसान से ज्यादा कुछ नहीं करती है. अगर आप चाय की जगह पर कुछ हेल्दी चीजों को लेना शुरू करेंगे तो आपको कमाल के फायदे मिल सकते हैं. जैसे तुलसी के पत्तों को चबाना (Chewing Basil Leaves) या पुदीने की पत्तियों का सेवन. यह दोनों हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती हैं. 

तुलसी के पत्तों (Basil Leaves Benefits) में विटामिन ए, विटामिन डी, आयरन और फाइबर होते हैं, जो आपकी इम्यूनिटी (Immunity) को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं और संक्रमण को दूर रखने का काम करते हैं. वहीं पुदीना के फायदे (Benefits Of Mint) कफ और वात दोष को कम करने के लिए लिए जा सकते हैं. यह आपकी भूख को भी बढ़ाते हैं और पेट को हेल्दी रख सकते हैं.


तुलसी और पुदीने की पत्तियों के स्वास्थ्य लाभ | 
Health Benefits Of Bsil And Mint Leaves

1. पाचन में होगा सुधार

तुलसी और पुदीने में ऐसे गुण होते हैं जो पेट के स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी माने जाते हैं. तुलसी और पुदीने के पत्तों का नियमित रूप से सेवन किया जाय, तो पाचन को बेहतर बनाया जा सकता है. यह दोनों एसिड रिफ्लक्स को कम करने के लिए भी फायदेमंद माने जाते हैं. पुदीने का रस शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का भी काम कर सकता है. इसके साथ ही यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में भी फायदेमंद माने जाते हैं.
2. सर्दी-जुकाम के लिए फायदेमंद

पुदीना एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरा होता है. साथ ही तुलसी अपने एंटी-माइक्रोबियल गुणों के लिए जानी जाती है. सुबह खाली पेट इन दोनों का सेवन कर सर्दी-जुकाम से राहत पाई जा सकती है. वहीं ये इम्यूनिटी को बढ़ाने में कारगर साबित हो सकते है. क्योकि इनमें एंटीऑक्सिडेंट भी काफी मात्रा में पाए जाते हैं. ऐसे में यह आपको कई तरह के संक्रमण से बचाने में मददगार हो सकते हैं.
3. तनाव की करेंगे छुट्टी

तुलसी में कई ऐसे एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो तनाव को कम करने में मददगार हो सकते हैं. तुलसी और पुदीने के पत्ते अडॉप्टोजेन से भरपूर होते हैं जो आपके शरीर में तनाव के स्तर को कम करने में फायदेमंद माने जाते हैं. ये दोनों ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने में मददगार हो सकते हैं. यह इंद्रियों को शांत कर रहा है और तनाव को कम करने में योगदान दे सकते हैं. सुबह खाली पेट इन पत्तियों का सेवन काफी लाभकारी हो सकता है.
Mint And Basil Leaves Benefits: स्ट्रेस को कम करने में मददगार हो सकते हैं पुदीना और तुलसी

4. त्वचा के लिए फायदेमंद

हमारी स्किन पेट के स्वास्थ्य से जुड़ी होती है तभी तो कब्ज होने से स्किन पर दाग और मुंहासे होने लगते हैं. तुलसी और पुदीना शरीर को डिटॉक्स करने का भी काम करते हैं जिससे शरीर को गंदगी बाहर निकली जाती है और स्किन पर नेचुरल चमक देखने को मिल सकती है. खाली पेट तुलसी और पुदीने का सेवन करने से मुंहासे और दानों को कम कर करने में भी मदद मिल सकती है. 
5. ब्लड शुगर लेवल करेंगे कंट्रोल

दोनों में अलग-अलग तरह के एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं तो ब्लड शुगर लेवल को बढ़ने से रोक सकते हैं और इसे मैनेज करने में आपकी मदद कर सकते हैं. तुलसी और पुदीने में कुछ ऐसे घटक होते हैं, जो कोशिकाओं के कामकाज के काम काज को बेहतर बना सकते हैं. ये दोनों पत्तियां इंसुलिन के रिलीज को बेहतर बनाने के लिए लाभकारी हो सकती हैं.

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