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बुधवार, 20 अक्तूबर 2021

कुछ श्रेष्ठ मनोवैज्ञानिक तथ्य

  • जो इंसान ज्यादा कसमें खाते है , वह लोग ज्यादा निष्ठावान और ईमानदार होते है ।
  • चॉकलेट खाना और खरीरदरी करना ज्यादा नस्ली है ड्रग्स से भी ज्यादा ।
  • जो लोग ज्यादा झूठ बोलते है , वह दूसरों के झूठ को जल्दी पकड़ लेते है ।
  • यदि आप अपने जीवन का लक्ष्य दूसरे को बता देंगे तो ज्यादा समभावना है कि आप उसे हासिल नहीं कर पाएंगे , क्योंकि हाल ही में कि गई खोज में पता चला है कि ऐसा करने से आप अपना प्रेरणा खो देते है ।
  • जितना ज्यादा आप किसी के बारे में बात करेंगे उतना ज्यादा यह संभावना है कि आप उसके साथ प्यार में पड़ जाएंगे ।
  • जो इंसान जितना ज्यादा लोगो को खुश करने की कोशिश करता है वह खुद अंत में अकेला रह जाता है ।
  • जिस चीज से आपको डर लगता है , वह करने से आपको सबसे ज्यादा खुशी मिलती है ।
  • जिस इंसान का आतम सम्मान जितना कम होता है वह उतना ज्यादा लोगो की आलोचना करता है ।
  • जिस लड़की का जितना ज्यादा IQ होता है उसे उतनी ज्यादा दिक्कत आती है अपना प्रेमी साथी ढूंढने में होती है।
  • कभी कभी हम खुशी आने पर भी खुश होने के लिए डरते है , क्योंकि हमें लगता है कहीं कुछ दुखद ना हो जाए ।
  • लोग ज्यादा आत्मविश्वास महसूस करते है , जब वह उन चीजों के बारे में बात करते है जिसमें उनकी रुचि होती है।
  • सोने से पहले आखिरी इंसान जिसे आप सोचते है , वह आपकी खुशी या दुख का कारण होता है ।
  • औसत समय जो एक औरत किसी रहस्य को अपने तक केवल 48 घंटो तक ही रख पाती है ।
  • जिस तरह के गीत आप सुनते है , वह आपके जीवन को देखने के नजरियों को काफी प्रभावित करता है ।
  • कई बार चुप रहने का अर्थ यह होता है कि आप यह नहीं सोचते कि दूसरा व्यक्ति आपके विचार को सुनने के लिए तैयार है।
  • जो लोग असल जिंदगी में जितना ज्यादा हस्ते है , वोह असल में उतना ज्यादा उदास होते है ।
  • जो इंसान आपको सबसे ज्यादा अच्छे सलाह देता है , वह इंसान के खुद के जीवन में सबसे ज्यादा परेशानियों होती है ।
  • नजरअंदाज कर दिया जाना उतना ही दर्द देता है जितना चोट लगना देता है ।
  • यदि आपको कोई किसी चीज के लिए मना कर दे तो , आपका दिमाग उसे शारीरिक दर्द के रूप में ही लेता है ।
  • बहुत समय तक अकेला रहना आपके सेहत पर बुरा असर डाल सकता है ।
  • ज्यादा तर लोग गीत इसलिए सुनते है क्योंकि वह अपनी परेशानी को भूलना चाहते है ।
  • समझदार लोग अपने आप को कम प्रतिभाशाली समझते है और अनजान / जो गंभीर नहीं है वह अपने आप को ज्यादा प्रतिभाशाली समझते है ।

चित्र स्रोत - गूगल

 

11 वैज्ञानिक तथ्य जो दिमाग हिला दे

11 वैज्ञानिक तथ्य जो दिमाग हिला दे

1-अपने होंठ के ऊपर और नाक के नीचे बीच वाली जगह को अपनी अंगुली से धीमे से प्रेस करे। इस जगह को शुईगो स्पॉट के नाम से जाना जाता है। रोजाना इस जगह की 2-3 मिनट तक प्रवेश करें। इससे आपका वजन घटेगा।

2-वैज्ञानिक एक Clone तैयार कर रहे है 12000 साल पुराने Ice Age के Lion के DNA से जो इन्हें इनके पुराने अवशेषों से मिला है।

3-आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जो लोग ज्यादा हंसते हैं उनके अंदर उतना ही ज्यादा दर्द सहन करने की क्षमता भी होती है.

4-अमेरिका में सैकड़ों लोगों का नाम ABCDE है।

5- सिर्फ एक घंटा हेडफोन लगाने से हमारे कानो में जीवाणुयों की तादाद 700 गुना बढ़ जाती है।

6- पूरे जीवन काल के दौरान नीद में आप भिन्न-भिन्न तरह के 70 कीट खा जाते हैं।

7-उँगलियों के नाखुन पैरों के नाखुनों से 4 गुना ज्यादा तेजी से बढ़ते हैं।

8-एक औसतन इंसान दिन में 10 बार हंसता है।

9-दुनिया के अधिकतर Serial Killer November महीने में पैदा हुए हैं।

10- “Rhythm”( रिदम) vowel के बिना इंग्लिश का सबसे बड़ा शब्द है।

11-‘TYPEWRITER’ सबसे लंम्बा शब्द है जो कि keyboard पर एक ही लाइन पर टाइप होता है।

गूगल से

सड़कों पर सफेद और पीली लाइन क्यों खिंची जाती है?


 

आपको एक ही लेन में चलना होगा। यह टूटी सफेद लाइन इस बात की ओर इशारा करती है कि आप लेन बदल सकते हैं, लेकिन आपको पीछे से आने वाली गाड़ियों पर ध्यान रखना होगा, ताकि कोई हादसा ना हो। पीली लंबी लाइन का मतलब है कि आप आसानी से ओवरटेक कर सकते हैं, लेकिन आप इस लाइन को पार करके दूसरी तरफ नहीं जा सकते।

बाई पास से करें बचाव उच्च रक्तचाप हाई कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोग में लौकी के जूस का करें सेवन

 बाई पास से करें बचाव उच्च रक्तचाप हाई कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोग में लौकी के जूस का करें सेवन


भारत में हृदय रोगियो की संख्या बढ़ती ही जा रही है ।अनियमित दूषित खान पान और भागम भाग वाली जीवन चर्या कै कारण होने वाले इस रोग से सर्जन की भी चांदी हो रही है । किन्तु इस रोग और धन की बर्बादी से बचना भी आसान है यदि आप चाहे। इसके लिए श्रेष्ट है लौकी का जूस ...

जूस कैसे बनावे

लम्बोत्तर लौकी (घिया) ले इसे अच्छी तरह धो पोंछ लें फिर हल्का हल्का छिलका उतार कर कद्दूकस कर लें, इसके बाद इसे सिलबट्टे या ग्राइंडर से पीस लें, पीसते समय इसमें ;5-7 तुलसी, 5-7  पुदिने की पत्तियां मिला लें, इस पिसे हुए पेस्ट को साफ कपडे से छान लें, ये रस 125 ग्राम होना चाहिए, इस रस में 125 ग्राम साफ पानी मिला कर 250 ग्राम बना लें, अब इसमें 5-7 पिसी काली मिर्च और एक ग्राम सेंधा नमक मिला लें,
ये दवा की एक मात्रा तैयार हो गयी।

सेवन विधि :
हृदय रोगी को दिन में 3 बार सुबह दोपहर शाम भोजन के आधा घंटे बाद एक मात्रा लेनी है। पहले 3 -4 दिन इस दवा को पीने से पेट में कुछ गड़गड़ाहट होगी, पतले दस्त हो सकते हैं, उनसे घबराना नही है, 3 -4 दिनों में पेट के सभी विकार मल के साथ बाहर निकल कर पेट स्वस्थ हो जाएगा।

इन रोगों में भी लाभकर है लोकी जूस
अम्लीयता, कब्ज, भूख ना लगाना, एसिडिटी, खट्टी डकार, अनावश्यक मोटापा, रक्त अशुद्धि, किडनी की समस्याएं, मूत्र की जलन, आंतो की समस्या, बवासीर, मधुमेह, उच्च रक्त चाप, लिवर रोग इत्यादि

इस उपचार को दो से तीन महीने आवश्यकता अनुसार लेने से हृदय रोगी ठीक हो जाते हैं, बाई पास सर्जरी की ज़रूरत नही रहती, ये अनुभूत उपचार है, कभी असफल नही होता।

भारत माता की जय 🇮🇳
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः






बनाया 'पानी' से चलने वाला 'इंजन', भारत में किसी ने नहीं सुनी तो जापान सरकार ने की मदद, अब वहां होगा लॉन्च


 

इंजीनियर ने बनाया 'पानी' से चलने वाला 'इंजन', भारत में किसी ने नहीं सुनी तो जापान सरकार ने की मदद, अब वहां होगा लॉन्च

तमिलनाडु के कोयंबटूर स्थित एक मैकेनिकल इंजीनीयर एस कुमारस्वामी ने 10 साल की मेहनत से एक ऐसे इंजन का आविष्कार किया है,.

नई दिल्ली: तमिलनाडु के कोयंबटूर स्थित एक मैकेनिकल इंजीनीयर एस कुमारस्वामी ने 10 साल की मेहनत से एक ऐसे इंजन का आविष्कार किया है, जो डिस्टिल्ड वाटर से चल सकेगा. बताया जा रहा है कि यह अपने आप में एक अलग तरह का इंजन है, जो इको-फ्रेंडली भी है. इंजन इको-फ्रेंडली इसलिए है, क्योंकि यह ऑक्सीजन छोड़ता है और फ्यूल यानी इंधन के तौर पर हाइड्रोजन का इस्तेमाल करता है. मगर अफसोस कि इस इंजन को भारत के बदले जापान में लॉन्च किया जाएगा. प्रशासनिक उदासीनता की वजह से एस कुमारस्वामी को अपने आविष्कार को जापान में लॉन्च करना पड़ रहा है.

दरअसल, तमिलनाडु के एस कुमारस्वामी ने दावा किया है कि इस इंजन को विकसित करने में उन्हें 10 साल लग गए. उनका दावा है कि यह अपने तरह का दुनिया का पहला इंजन है. उन्होंने कहा, ' इसे बनाने में मुझे 10 साल लग गए. यह इंधन के रूप में हाईड्रोडन का इस्तेमाल करता है और ऑक्सीजन छोड़ता है.'

उन्होंने आगे कहा कि 'मेरा सपना था कि मैं इस इंजन को भारत में इंट्रोड्यूस करूं, इसलिए मैंने सभी प्रशासनिक दरवाजे खटखटाए. मगर मुझे कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला. इसलिए मैंने जापान के सरकार से संपर्क साधा और मुझे वहां यह अवसर मिला. अब आने वाले दिनों में यह इंजन जापान में लॉन्च किया जाएगा. ' बता दें कि इंजीनियर ने भारत में इस इंजन को लॉन्च करने की कई कोशिश की, मगर लालफीताशाही ने इसकी कद्र नहीं की.

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