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बुधवार, 29 दिसंबर 2021

जो महिलाएं अपना कार्य नौकरों से करवाती हैं

जो महिलाएं अपना कार्य नौकरों से करवाती हैं जिसका असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ता है वह अधिकांश कुछ न कुछ रोगों से घिर जाती हैं उनके लिए ये पोस्ट मुझे बेहतर लगी तो शेयर कर रहा हूं हो सकता है कुछ बुरा भी लगे और कुछ शायद इस तरह से अपने को बदलने की कोशिश भी करें ।
इस पोस्ट को जरूर व पूरा पढ़ें, कटु सत्य है
 बुरा ना माने 🙏

एक दिन मैं घर के बाहर बड़े तन्मयता से  गाड़ीयां धो रही थी। साईकल पर जाता हुआ एक माली रुका और मुझसे पूछा, "कुछ पौधे वगैरह चाहिये?"
मैंने कहा,"चाहियें तो"
उसने कहा,"अपनी मैडम को बुला दो उनसे ही बात करूंगा"
मैंने अंदर जाकर कपड़े बदले और बाहर आकर कहा,"मैं ही मैडम हूँ, पौधे दिखाओ"
वो बेचारा शर्म से पानी पानी हो गया और  माफी मांगने लगा।
कसूर उसका नही था!

अक्सर बड़े घरों व बड़ी गाड़ियों में चलने वालों के घर नौकरों की पलटन होती हैं। ऐसे में कोई सोच भी नही सकता की जिनके घर में कई गाड़ियां खड़ी हों और इतना बड़ा घर हो वो लोग अपना काम खुद भी करते होंगे।

अक्सर जान पहचान वाले लोग कहते हैं कि नौकर क्यों नही लगा लेती?
तो मैं उनसे पूछती हूँ कि क्या उन्हें मैं लूली,लंगड़ी या अपाहिज नज़र आती हूँ?
यदि नही!तो फिर मैं अपना काम खुद क्यों नही कर सकती!

 यदि मुझमे अपने काम खुद करने की सामर्थ्य है तो मैं वही काम नौकर से क्यों कराऊँ?

कभी कभी मैं हैरान होती हूँ कि एक कामकाजी महिला होने के बाद भी मैं अपने सारे घर का काम खुद करना पसंद करती हूँ।

2मंज़िल के घर की सफाई,वृहद बगीचा...
लेकिन घर के झाड़ू पोचे से लेकर गार्डन की सफाई, गाड़ियों को धोना साफ करना,हर तरह का खाना बनाना,साग सब्जी लाना, कपड़े खुद धोना इस्त्री करने से लेकर बर्तन धोने और गमले पेड़ पौधे लगाने का काम भी बड़ी ही सरलता से कर लेती हूँ।

दिन में 100-200 km गाड़ी भी चला लेती हूँ,गोल्फ खेलती हूँ,5km वॉक करती हूँ।समय मिले तो पढ़ती लिखती भी हूँ ...

तो फिर हमारी वो गृहणियाँ जो नौकरी भी नही करती,आफिस नही जाती उन्हें अपने ढाई कमरों के घर साफ कराने ,चार बर्तन धोने और 8 रोटी सेकने के लिए नौकर क्यों चाहिये?

जो अंग्रेजों नौकरशाही का कोढ़ हमारे समाज में फैला कर चले गए उनके अपने देशों में घरेलू नौकर रखने का कोई रिवाज़ नही है।वहां वो लोग अपना सारा काम खुद करते हैं। लेकिन हमारे यहाँ अपने घर का काम खुद करने मे शर्म आती है,क्यो?

हमारी गृहणियों को भी जिनके पति सवेरे आफिस चले जाते हैं और शाम को घर लौटते हैं अपने 10 x 10 के कमरे साफ कराने के लिये महरी चाहिए?

मेरे अभिजात्य दोस्त लोगों में जिनकी बीबियाँ हर हफ्ते पार्लर जाती हैं उन्हें वज़न घटाने के लिए सलाद के पत्ते खाना मंज़ूर है!!gym में घण्टो ट्रेड मिल पर हांफना मंज़ूर है, लेकिन अपने घर मे एक गिलास पानी लाने के लिए नौकर चाहिए।

जो नौकरानियां हमारे घरों को साफ करने आती हैं उनके भी परिवार होते हैं बच्चे होते हैं ,ना उनके घरों में कोई खाना बनाने आता है ना ही कोई कपड़े धोने तो फिर जब वो इतने घरों का काम करके अपनी पारिवारिक जिम्मेदारी निभा लेती हैं तो हम अपने परिवार का पालन पोषण करने में क्यों थक जाते हैं?

दरअसल हमारे यहाँ काम को सिर्फ बोझ समझा जाता है चाहे वो नौकरी में हो निजी जिंदगी में। जिस देश मे कर्मप्रधान गीता की व्यख्या इतने व्यपक स्तर पर होती है वहाँ कर्महीनता से समाज सराबोर है।हम काम मे मज़ा नही ढूंढते, सीखने का आनंद नही जानते,कुशलता का फायदा नही उठाते!

हम अपने घर नौकरों से साफ कराते हैं!

झूठे बर्तन किसी से धुलवाते हैं!

कपड़े धोबी से प्रेस करवाते हैं!

खाना कुक से बनवाते हैं!

बच्चे आया से पलवाते हैँ!

 गाड़ी ड्राइवर से धुलवाते हैं!

बगीचा माली से लगवाते हैं!

तो फिर अपने घर के लिये हम क्या करते हैं? 

कितने शर्म की बात है एक दिन अगर महरी छुट्टी कर जाये तो कोहराम मच जाता है, फ़ोन करके अडोस पड़ोस में पूछा जाता है।

जिस दिन खाना बनाने वाली ना आये तो  होटल से आर्डर होता है या फिर मेग्गी बनता है।

 घरेलू नौकर अगर साल में एक बार छुट्टी मांगता है तो हमे बुखार चढ़ जाता है। होली दिवाली व त्योहारों पर भी हम नौकर को छुट्टी देने से कतराते हैं!

 जो महिलाएं नौकरीपेशा हैं उनका नौकर रखना वाज़िब बनता है किंतु जो महिलाएँ सिर्फ घर रहकर अपना समय TV देखने या FB और whats app करने में बिताती हैं उन्हें भी हर काम के लिए नौकर चाहिये? 

सिर्फ इसलिए क्योंकी वो पैसा देकर काम करा सकती हैं? लेकिन बदले में कितनी बीमारियों को दावत देती हैं शायद ये वो नही जानती। 

आज 35 वर्ष से ऊपर की महिलाओं को ब्लड प्रेशर ,मधुमेह, घुटनों के दर्द,कोलेस्ट्रॉल, थायरॉइड जैसी बीमारियां घेर लेती हैं जिसकी वजह सिर्फ और सिर्फ लाइफस्टाइल है।

यदि 2 घण्टे घर की सफाई की जाये तो 320 कैलोरी खर्च होती हैं, 45 मिनट बगीचे में काम करने से 170 कैलोरी खर्च होती हैं, एक गाड़ी की सफाई करने में 67 कैलोरी खर्च होती है,खिड़की दरवाजो को पोंछने से कंधे,हाथ, पीठ व पेट की मांसपेशियां मजबूत होती हैं,आटा गूंधने से हाथों में आर्थ्राइटिस नही आता। कपड़े निचोड़ने से कलाई व हाथ की मानपेशियाँ मजबूत होती हैं,20 मिनट तक रोटियां बेलने से फ्रोजन शोल्डर होने की संभावना कम हो जाती है, ज़मीन पर बैठकर काम करने से घुटने जल्दी खराब नही होते।

लेकिन हम इन सबकी ज़िम्मेदारी नौकर पर छोड़कर खुद डॉक्टरों से दोस्ती कर लेते हैँ। फिर शुरू होती है खाने मे परहेज़, टहलना,जिम, या फिर सर्जरी!!

कितना आसान है इन सबसे पीछा छुड़ाना कि हम अपने घर के काम करें और स्वस्थ रहे।मैंने आजतक नही सुना की घर का काम करने से कोई मर गया हो!

लेकिन हम मध्यम व उच्च वर्ग घर के काम को करना शर्म समझते हैं। नौकर ज़रूरत के लिए कम स्टेटस के लिए ज्यादा रखा जाता है। काम ना करके अनजाने में ही हम अपने शरीर के दुश्मन हो जाते हैँ।

पश्चिमी देशों में अमीर से अमीर लोग भी अपना सारा काम खुद करते हैं और इसमें उन्हें कोई शर्म नही लगती। लेकिन हम मर जायेंगे पर काम नही करेंगे।

किसी भी तरह की निर्भरता कष्ट का कारण होती है फिर वो चाहे शारीरिक हो ,भौतिक हो या मानसिक। अपने काम दूसरों से करवा करवा कर हम स्वयं को मानसिक व शारीरिक रूप से पंगु बना लेते हैं और नौकर ना होने के स्थिति में असहाय महसूस करते हैं।ये एक दुखद स्थिति है। 

यदि हम काम को बोझ ना समझ के उसका आंनद ले तो वो बोझ नही बल्कि एक दिलचस्प एक्टिविटी लगेगा। Gym से ज्यादा बोरिंग कोई जगह नही उसी की जगह जब आप अपने घर को रगड़ कर साफ करते हैं तो शरीर से *एंडोर्फिन हारमोन* निकलता है जो आपको अपनी मेहनत का फल देखकर खुशी की अनुभूति देता है।

अच्छा खाना बनाकर दूसरों को खिलाने से *सेरोटॉनिन हार्मोन* निकलता है जो तनाव दूर करता है।

जब काम करने के इतने फायदे हैं तो फिर ये मौके क्यो छोड़े जायें!

हम अपना काम स्वयं करके ना सिर्फ शरीर बचाते है बल्कि पैसे भी बचाते हैं और निर्भरता से बचते हैं।..
🙏

कोविड़ के नए वैरिएंट के संक्रमण की रोकथाम हेतु प्रमुख शासन सचिव द्वारा निम्नानुसार दिशा-निर्देश जारी

*कोविड़ के नए वैरिएंट के संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु आगामी दिवसों में आने वाले नववर्ष के जश्न में भीड़-भाड़ होने की संभावना के मद्देनजर प्रमुख शासन सचिव गृह (ग्रुप-7) विभाग, जयपुर द्वारा निम्नानुसार दिशा-निर्देश जारी किये गए हैं:~*

*वैक्सीनेशन की अनिवार्यता*

👉🏼विशेषज्ञों की राय अनुसार जिन्होंने कोविड वैक्सीन की दोनों खुराक (1st & 2nd dose) ले ली हैं, उनमें कोरोना के नये वैरिएंट (ओमिक्रॉन) से संक्रमण का खतरा कम है। और संक्रमित होने पर इसका असर कम देखा गया है।

👉🏼समस्त विश्वविद्यालय / महाविद्यालय / विद्यालय / कोचिंग संस्थान के शैक्षणिक व अशैक्षणिक स्टाफ, 18 वर्ष से अधिक आयु के छात्र-छात्राऐं एवं संस्थान आवागमन हेतु संचालित बस, ऑटो एवं कैब के चालक को वैक्सीन की दोनों खुराक (1" & 2nd dose) लेनी होगी।

👉🏼समस्त राजकीय कार्मिकों से अपेक्षा है कि वे कोविड-19 की दोनों डोज (1st & 2nd dose) लगवा लें। 3. प्रदेश के समस्त सिनेमा हॉल्स / थियेटर / मल्टीप्लेक्स 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक (1st & 2nd dose) लगवा ली हो, के लिए रात्रि 10:00 बजे तक खोलने की अनुमति होगी।

 👉🏼समस्त प्रकार के ऑडिटोरियम एवं प्रदर्शनी हेतु उपलब्ध स्थान रात्रि 10:00 बजे तक उन व्यक्तियों हेतु अनुमत होगा जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक (1st & 2nd dose) लगवा ली हो।

 👉🏼समस्त मॉल्स / दुकानें एवं अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को रात्रि 10:00 बजे तक खोलने की अनुमति होगी एवं समस्त कार्मिकों से अपेक्षा है कि वे कोविड की दोनों डोज (1" & 2nd dose) लगवा लें। इसके साथ स्क्रीनिंग की सुविधा, मास्क का उपयोग एवं अन्य कोविड उपयुक्त व्यवहार की अनुपालना करना अनिवार्य होगा।

👉🏼सम्बन्धित संस्था प्रधान / अन्य संस्थानों के संचालकों / मार्केट एसोसिएशन / समस्त विभागाध्यक्ष / कार्यालय प्रमुख अपने स्वयं / स्टाफ / कार्मिकों के वैक्सीन की दोनों डोज (1st & 2nd dose) दिनांक 31 जनवरी, 2022 तक लगवाना सुनिश्चित करावें एवं कार्यालय के सदृश्य स्थान पर यह घोषणा भी लगाये कि स्वयं एवं स्टाफ द्वारा दोनों वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है।

👉🏼दिनांक 31 जनवरी, 2022 पश्चात् इन स्थानों पर डबल डोज (1st & 2nd dose) वैक्सीनेटेड लोगों को अनुमत किया जायेगा तथा उल्लंघन पाये जाने पर संबंधित संस्था प्रधान / अन्य संस्थानों के संचालकों / मार्केट एसोसिएशन / समस्त
विभागाध्यक्ष / कार्यालय प्रमुख के विरुद्ध प्रशासन द्वारा नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।

*समारोह आयोजन के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश*

👉🏼सभी प्रकार के भीड़-भाड़ वाले सार्वजनिक, सामाजिक, राजनैतिक, खेल-कूद सम्बन्धी मनोरंजन, शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक समारोह / त्योहारों / शादी समारोह में अधिकतम 200 व्यक्तियों के सम्मिलित होने की अनुमति होगी। उक्त कार्यक्रमों में सम्मिलित होने वाले व्यक्तियों की संख्या 200 से अधिक होने पर इसकी पूर्व अनुमति जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट से प्राप्त करना अनिवार्य होगा।

*अन्य दिशा-निर्देश*

👉🏼प्रदेश में नए कोविड वैरिएंट के संक्रमण को रोकने हेतु जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की कोविड टीम द्वारा विदेश से आने वाले यात्रियों की सूचना ऑनलाईन पोर्टल [SSO loginCOVID 19 STATISTICS-District Quarantine Statistice (Form-4)) के माध्यम से इन्द्राज करने के साथ ही उक्त सूचना संबंधित जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट को प्रेषित करनी होगी, ताकि जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट द्वारा क्वारंटीन नियमों/ कोविड उपयुक्त व्यवहार की पालना की निगरानी सुनिश्चित की जा सके।

👉🏼सिटी / मिनी बसों का संचालन प्रातः 05:00 बजे से रात्रि 11:00 बजे तक अनुमत होगा। किसी भी यात्री को खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी (no standing)

👉🏼रेस्टोरेन्ट्स द्वारा होम डिलीवरी की सुविधा प्रतिदिन 24 घण्टे अनुमत होगी। Take away एवं रेस्टोरेन्ट में बैठाकर खिलाने की सुविधा, बैठक क्षमतानुसार प्रतिदिन रात्रि 10:00 बजे तक कोविड उपयुक्त व्यवहार की पालना सुनिश्चित करते हुए अनुमत होगा।

👉🏼कोविड के मामलों के प्रसार को रोकने हेतु सघन रोकथाम और समूहों / क्षेत्रों में सक्रिय निगरानी की जानी चाहिए।

👉🏼राज्यों से सटे जिलों द्वारा स्थापित सीमा चौकियों पर सख्त निगरानी स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी परिपत्र / दिशा-निर्देशों के अनुसार जारी रहेगी।

👉🏼आमजन द्वारा कोविड उपयुक्त व्यवहार एवं टीकाकरण (1st & 2nd dose) के साथ-साथ मास्क का अनिवार्य उपयोग, सेनेटाईजेशन, दो गज की दूरी एवं बंद स्थानों पर उचित वेंटिलेशन का ध्यान रखना अतिआवश्यक है।
👉🏼दिनांक 03 जनवरी, 2022 से प्रदेश के समस्त सिनेमा हॉल / थियेटर / मल्टीप्लेक्स / ऑडिटोरियम एवं प्रदर्शनी हेतु उपलब्ध स्थान 50 प्रतिशत क्षमता के साथ कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक (1st & 2nd dose) लिये हुए व्यक्तियों के लिए अनुमत होगें।

👉🏼संपूर्ण प्रदेश में प्रतिदिन रात्रि 11:00 बजे से प्रातः 05:00 बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू यथावत् जारी रहेगा।

👉🏼नववर्ष के उपलक्ष में दिनांक 31 दिसम्बर, 2021 को रेस्टोरेन्ट्स का संचालन अतिरिक्त 02.30 घण्टे (रात्रि 10:00 बजे से 12:30 बजे तक) किया जा सकेगा एवं रात्रिकालीन कर्फ्यू में 2 घण्टे (रात्रि 11:00 बजे से 01:00 बजे तक) की छूट रहेगी।

*👉🏼यह आदेश तत्काल रूप से प्रभावी होगा।*

उक्त दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किये जाने पर समस्त जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अपने स्थानीय क्षेत्राधिकार में आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 51 से 60 एवं राजस्थान महामारी अधिनियम, 2020 के अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। 

इसलिए सभी से आग्रह है कि-
*कोविड अनुरूप व्यवहारों व दिशा निर्देशों की पूर्णतया पालना करें ।*

*पात्र लाभार्थी वैक्सीन की अपेक्षित डोज़ लगवाकर कोविड सुरक्षा चक्र पूर्ण करें ।*

*किसी तरह का लक्षण प्रतीत होने पर तुरन्त RTPCR टेस्ट करवाएं ।*


शनिवार, 25 दिसंबर 2021

जोधपुर के रिच प्रोडक्शन सुनिल पुरोहित द्वारा निर्देशित फिल्म - गठबंधन-एक पवित्र रिश्ता

 जय श्री कृष्णा साथियो


जोधपुर के मानवता की सेवा में समर्पित साँवरिया के अध्यक्ष श्री अभिषेक जी शर्मा के बारे में अभी तक आपने संगीतमय सुन्दरकाण्ड एवं अन्य भजन संध्या के बारे में सुना होगा

आज हम आपको जोधपुर के रिच प्रोडक्शन द्वारा बनायीं गई फिल्म -'गठबंधन-एक पवित्र रिश्ता" के बारे में बता रहे है
सुनिल पुरोहित द्वारा निर्देशित - गठबन्धन एक पवित्र रिश्ता

निर्देशक/ निर्माता:- सुनिल पुरोहित

गीत/संगीत :- कमलेश पुरोहित"निराला"

सह-निर्माता:- संजय पुरोहित

सह-निर्देशक:- मनीष कल्ला

गायक:- विनय जोशी,आशीष सोनी,बी किशोर,उमा रावल

सिनेमेटोग्राफर:-रतन जांगिड़,मुकेश जांगिड़

एडिटर:- भवानी राव

स्टील्स:- गोपाल छंगानी



कलाकार:- अनुज अरोड़ा,डिम्पल कंवर,आकांक्षा पुरोहित,रवि अग्रवाल,दिनेश शर्मा,प्रियंका अरोड़ा,प्रियंका शर्मा,स्नेहा भंडारी,स्नेहा अग्रवाल,नन्दा बोहरा,राधा गज्जा,अखिलेश गज्जा,प्रिंस प्रजापत,अभिषेक जी शर्मा, गोपाल छंगानी,दिनेश कच्छवाह,लता परिहार, प्रकुल मौर्य, शरद शर्मा,नवीन वैष्णव,चंद्रप्रकाश देवड़ा,रमेश पुरोहित,उदयकिशन पुरोहित,शोभना अरोड़ा,संजय पुरोहित,जगदीश हर्ष,विकास पुरोहित,अलका व्यास,विठल व्यास ,विजय,नितांश शर्मा,बेबी काम्या......


-'गठबंधन-एक पवित्र रिश्ता" इस मूवी को जरूर देखें
यह समाज का आईना है इस मूवी में भी बहुत कुछ है जो आज के दौर में चल रहा है मैं आशा करता हूं आप सब इस मूवी को जरूर देखेंगे लाइक कमेंट एंड शेयर जरूर करें

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रविवार, 19 दिसंबर 2021

आई आई टी जोधपुर ने डॉ. गौरव जाजू को सी वी रमन गोल्ड मैडल से सम्मानित किया



आई आई टी जोधपुर ने डॉ. गौरव जाजू को सी वी रमन गोल्ड मैडल से सम्मानित किया




डॉ. गौरव ने बढ़ाया माहेश्वरी समाज का गौरव

जोधपुर के आई आई टी में आज दिनांक 19 दिसंबर २०२१ को सांतवे दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया जिसमे आई आई टी से डॉक्टोरेट की उपाधि प्राप्त करने वाले होनहार छात्र छात्राओं को डॉक्टरेट के की डिग्री प्रदान करने के साथ उत्कृष्ट शोध करने वाले विशेष छात्र को गोल्ड मैडल से भी सम्मानित किया गया  जिसमे भारतीय प्रौध्योगिकी संस्थान जोधपुर द्वारा आयोजित सांतवे दीक्षांत समारोह में डॉ. गौरव जाजू को "ब्लाइंड सिग्नल मॉडुलेशन रिकॉग्निशन थ्रू क्लस्टरिंग एनालिसिस ऑफ़ कॉन्स्टलेशन सिग्नेचर" पर शोध करने पर आई आई टी जोधपुर द्वारा जोधपुर के 2021 के सभी पीएचडी करने वाले छात्रों में सबसे उत्कृष्ट शोध करने पर "सी वी रमन गोल्ड मैडल" से सम्मानित किया गया

जोधपुर के डॉ. गौरव जाजू ने "ब्लाइंड सिग्नल मॉडुलेशन रिकॉग्निशन थ्रू क्लस्टरिंग एनालिसिस ऑफ़ कॉन्स्टलेशन सिग्नेचर" पर शोध कर देश के साथ माहेश्वरी समाज का नाम भी रोशन किया है |


डॉ. गौरव जाजू के कई शोध लेख ऐकडेमिक जनरल में प्रकाशित हुए है जिसमे उन्होंने वायरलेस सिग्नल की मॉडुलेशन को आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस द्वारा क्लासिफ़ाइ करने की तकनीक बताई है

शनिवार, 11 दिसंबर 2021

पथरी को जड़ से खत्म करने के 4 सबसे कारगर उपाय

पथरी को जड़ से खत्म करने के 4 सबसे कारगर उपाय |
80 % तक किडनी स्टोन की समस्या यूरिन में कैल्शियम और ऑक्सोलेट बढ़ने के कारन होती है | अगर आप घरेलू नुस्खों को उपयोग पथरी का ईलाज के रूप में करेंगे तो फिर आपको इसके लिए ऑपरेशन भी नहीं कराना होगा | किडनी यानि की गुर्दे हमारे शरीर के मुख्य ऑर्गन में से एक होता है,जो शरीर के अंदर हमारे खून को साफ़ करने का काम करता है| यह एक फ़िल्टर की तरह काम करते हुए हमारे खून की सारी गंदगी को मूत्र नलिका में भेज देता है |

जंहा से यह सारी गंदगी मूत्र के रास्ते शरीर के बाहर चली जाती है | लेकिन जब यह मूत्र अधिक गाढ़ा हो जाता है तो इसमें मौजूद अपशिस्ट पदार्थो से छोटे छोटे पत्थर बनने लगते है, यह किडनी और मूत्र नलिका दोनों में बनते है | इन छोटे छोटे पथरो के आसपास साल्ट जमा होने लगता है और यह बढ़ने लगते है और मूत्र के आवागमन में परेशानी पैदा करते है|  जिससे तेज दर्द , घबराहट, पेशाब में खून जैसी समस्याए आने लगती है |

जब हमारे यूरिन में कैल्शियम और ऑक्सोलेट की मात्रा बढ़ने लगती है, तो किडनी में स्टोन की समस्या आती है  | इसलिए खाने में ऐसी चीजे जिनमे ऑक्सीलेट की मात्रा अधिक होती है, उनका स्टोन होने पर कम से कम सेवन करना चाहिए | इसी के साथ कई स्थितियों में शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने के कारन भी शरीर में स्टोन की प्रॉब्लम  हो जाती है | अगर आपके परिवार में पहले यह बीमारी किसी को हो चुकी है ,तो आपको भी यह होने के ज्यादा चांसेज होते है |

एक बार किडनी या किडनी से जुड़े दूसरे अंगो में  स्टोन बन जाता है, तो फिर इसे शरीर से बाहर निकालने में  बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ता है | और अगर स्थिति ज्यादा गंभीर हो जाये तो सर्जरी करवाने तक की नौबत आ जाती है | पथरी का इलाज करने के लिए वैसे तो कई घरेलु नुस्खे है | लेकिन उनमे से कुछ ही नुस्खे ऐसे है जिनका असर कम समय में ही तेजी से होता है |

किडनी की पथरी का इलाज करेगी यह विशेष चाय | 
कॉर्न सिल्क टी से पथरी का ईलाज बहुत ही फायदेमंद है | कॉर्न सिल्क टी का मतलब होता है भुट्टे के बालों की चाय | हमारे शरीर के युरिनली सिस्टम से जुडी हुई हर तरह की बीमारी जैसे की ब्लेडर इन्फेक्शन, किडनी इन्फेक्शन और किडनी स्टोन जैसी समस्या के लिए मक्के से निकलने वाले बाल बहुत अधिक फायदेमंद होते है | इसके अंदर कई तरह के मिनरल्स और फाइबर्स की मात्रा अधिक होती है जो की हमारे शरीर में मूत्र के बहाव यानि की यूरिन फ्लो को तेजी से बढाती है |

भुट्टे के बालों की चाय बनाने की विधि

जब भी किडनी या उससे जुड़े अंगो में पथरी की समस्या होती है तो बॉडी में विटामिन सी की मात्रा को बढ़ाने की सलाह दी जाती है  जो की कॉर्न सिल्क में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है | इसकी चाय बनाने के लिए हमें जरुरत होगी भुट्टे के बाल, निम्बू का रस और ऑलिव ऑइल यानि की जैतून के तेल की| सबसे पहले भुट्टे के ऊपरी छिलको को काटकर अलग कर ले | उसके बाद 3 से 4 कप पानी में एक भुट्टे से निकलने वाले बालों को डालकर तब तक बॉईल करें जब तक की पानी आधा ना रह जाये | उसके बाद इसे छानकर ठंडा होने के लिए छोड़ दे | हल्का गर्म रह जाने पर इसमें 1 से 2 निम्बू का रस और 2 चम्मच जैतून का तेल डालकर सारी  चीजों को आपस में मिक्स कर ले | इस तरह से यह ड्रिंक तैयार हो जाएगी |

kidney stone ke gharelu upay के इस नुस्खे में हमने निम्बू और जैतून के तेल का इस्तेमाल किया है| निम्बू के रस में मौजूद सिट्रिक एसिड स्टोन को तेजी से पिघलाती है  और साथ ही जैतून का तेल इससे होने वाले दर्द को काफी कम कर देता है | इस तैयार ड्रिंक का सेवन दिन में २ बार किया जा सकता है | लगातार एक हफ्ते इसका इस्तेमाल करने पर किडनी स्टोन की समस्या में कमाल का फर्क नजर आता है | भुट्टे के बालो का ज्यादा इस्तमाल करने के लिए अगर आप चाहे तो इसे सुखाकर लम्बे समय तक यूज़ कर सकते है|

किडनी स्टोन का इलाज है मूली के बीज

इसके अलावा पथरी के ईलाज के लिए मूली के बीज भी बहुत अधिक फायदेमंद होते हैं | मूली के बीजों का इस्तेमाल से पीलिया , पाइल्स और त्वचा से जुड़े रोगो में बहुत अद्भुत लाभ मिलते है | खाने में इसका स्वाद थोड़ा तीखा होता है | और यही तीखापन शरीर में मौजूद स्टोन को तोड़ने में बहुत कारगर होता है | इसलिए जिन लोगो को भी किडनी या मूत्राशय से सम्बंधित किसी भी तरह की बीमारी होती है, तो उन्हें मूली बीजों का का रोजाना सेवन करना चाहिए |

लेकिन स्टोन को बहार निकलने के लिए मूली के बीज से बना काढ़ा  ज्यादा तेजी से असर दिखाता है | मूली के बीज आपको मार्किट में आसानी से मिल जायेंगे | और अगर आप चाहे तो इसे ऑनलाइन भी खरीद सकते है |

नुस्खा बनाने की विधि
पथरी का इलाज करने के इस नुस्खे को तैयार करने के लिए 1 गिलास पानी में 2 चम्मच  मूली के बीज को डालकर तब तक बॉईल करें जब तक की पाना आधा ना रह जाये | फिर ठंडा होने के बाद इसमें 2 नीम्बुओं के रस को मिलाकर दिन में 2 बार इसका सेवन करें | लगातार 3 दिन इसका सेवन करने से किडनी स्टोन की समस्या में 50 %  तक सुधार आ जाता है |


पत्थर चट्टे की पत्तियां है गुर्दे की पथरी के लिए घरेलू उपचार 
इसके अलावा गुर्दे की पथरी के देशी इलाज में पत्थर चट्टे की पत्तियां भी लाभकारी होती है, जो हर तरह की पथरी को पूरी तरह से ख़त्म करने के लिए सबसे ज्यादा असरदार होती है | पत्थर चट्टे की पत्तिया स्टोन होने पर अन्य दुसरे नुस्खों के मुकाबले ज्यादा तेजी से असर दिखाती है | इसलिए इसके पहले इस्तेमाल से ही  किडनी में मौजूद स्टोन में फर्क दिखना शुरू हो जाता है |

पुराने समय में इसका पौधा आसानी से मिल जाया करता था | लेकिन समय के साथ यह औषधि दुर्लभ होती जा रही है | अगर आपको आपके आस पास के क्षेत्र में यह नहीं मिलती है | तो इसका पूरा पौधा आप कम दामों में ऑनलाइन भी खरीद सकते है |

इसका इस्तेमाल करने के लिए इसकी पत्तियों का जूस या चटनी बनाकर भी इसका सेवन किया जा सकता है | रोजाना इसका सेवन करने से सिर्फ 7 दिनों में ही किडनी स्टोन की समस्या पूरी तरह से ख़त्म हो जाती है |

किडनी में पथरी का इलाज होगा कुल्थी की दाल से 
इसके अलावा कुल्थी की दाल से पथरी का ईलाज किया जा सकता है यह पित्ताशय यानि गाल ब्लेडर में होने वाले स्टोन के लिए भी बहुत अधिक फायदेमंद होती है | इसके अंदर विटामिन A अधिक मात्रा में पाया जाता है| रोजाना इसका सेवन करने से शरीर में मौजूद स्टोन धीरे धीरे घटकर पेशाब के रास्ते बाहर आने लगता है |

कुल्थी की दाल आपको की सी भी परचूनी की दुकान में कम दामों में आसानी से मिल जाएगी | और अगर आप चाहे तो इसे ऑनलाइन भी खरीद सकते है | इसका इस्तेमाल करने के लिए इसे घर में बनी अन्य दूसरी दालों की तरह ही बनाकर रोजाना शाम के समय इसका सेवन करें |

किडनी स्टोन में फायदेमंद है राजमा 
राजमा ना सिर्फ खाने में स्वादिस्ट होता है बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभदायक होता है और शरीर में मौजूद पथरी का ईलाज में राजमा बहुत लाभदायक होता है | राजमा में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है | और किडनी स्टोन पर पड़ते इसके प्रभाव के कारन इसे किडनी बीन्स के नाम से जाना जाता है |

राजमा किडनी और ब्लेडर संबंधी और समस्या में बेहद फायदेमंद होता है | राजमा के खाने से तो किडनी स्टोन की समस्या में तो फायदा होता है ही इसके अलावा राजमा को भिगोकर उसका पानी पिने से भी किडनी स्टोन की समस्या में फायदा पा सकते है |

किडनी स्टोन का इलाज करने के लिए जरुरी है संतुलित आहार 

पथरी( kidney stone ) की बीमारी धीरे धीरे बढ़ने वाली किसी भी दूसरी बीमारी की तरह होती है | इसलिए इस समस्या को बढ़ने से रोकने के लिए संतुलित आहार और सही मात्रा में पानी पीना बहुत जरुरी होता है | पानी ज्यादा पिने से हमारे मूत्र के बहाव में बढ़ोतरी होती है |

जिससे की शरीर में मौजूद स्टोन का आकार और ज्यादा नहीं बढ़ता है | खाने में ऐसी चीजें जिनमे कैल्शियम की मात्रा अधिक हो, जैसे की दूध  और दूध से बनी चीजें पालक, सोयाबीन, बादाम, भिंडी और तिल इन सभी चीजों का कम से कम सेवन करें | और साथ ही ऑक्सालेट रिच फ़ूड जैसे की तला हुआ आलू , चुकंदर, मुगफली, मैदा , बैगन और टमाटर के बीज इस तरह की चीजों का सेवन भी कम से कम करें |

किडनी की पथरी का इलाज करने के लिए रखे इन बातों का ध्यान 

पथरी की बीमारी होने पर आपको अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए | अधिक तले हुए भोजन और फास्टफूड खाने से यह बीमारी बढ़ती है | पथरी की समस्या होने पर अधिक देर तक भूखे ना रहे और तरल चीजों का अधिक सेवन करें | साथ ही साथ रस वाले फलों का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए | लेकिन यदि आप मांस और शराब का सेवन करते है, तो आपके इस्तेमाल किये गए किसी भी नुस्खे का कोई खास असर नहीं हो पायेगा |

इसलिए पथरी की बीमारी होने पर शराब और मांस का सेवन पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए | इन सभी बातो का ध्यान रखकर आप अपनी पथरी की बीमारी से जल्द राहत पा सकते है | यदि आप मेरे बताये गए नुस्खों का सेवन करते है, और कुछ परहेज और सावधानिया बरतते है, तो आप 10 दिन में पथरी की समस्या से छुटकारा पा सकते है | लेकिन अगर आपके पथरी 15 mm से अधिक बड़ी है तो ऐसे में आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए | और उचित परामर्श लेना चाहिए |

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