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शनिवार, 5 फ़रवरी 2022

बिल्व_वृक्ष_विशेष_पंचपत्रबिल्व_दर्शनम्

🚩ॐ नमः शिवाय 🚩
 
#बिल्व_वृक्ष_विशेष_पंचपत्रबिल्व_दर्शनम्
🌿1. बिल्व वृक्ष के आसपास सांप नहीं आते ।
🌿2. अगर किसी की शव यात्रा बिल्व वृक्ष की छाया से होकर गुजरे तो उसका मोक्ष हो जाता है ।
🌿3. वायुमंडल में व्याप्त अशुध्दियों को सोखने की क्षमता सबसे ज्यादा बिल्व वृक्ष में होती है ।
🌿4. चार पांच छः या सात पत्तो वाले बिल्व पत्रक पाने वाला परम भाग्यशाली और शिव को अर्पण करने से अनंत गुना फल मिलता है ।
🌿5. बेल वृक्ष को काटने से वंश का नाश होता है। और बेल वृक्ष लगाने से वंश की वृद्धि होती है।
🌿6. सुबह शाम बेल वृक्ष के दर्शन मात्र से पापो का नाश होता है।
🌿7. बेल वृक्ष को सींचने से पितर तृप्त होते है।
🌿8. बेल वृक्ष और सफ़ेद आक् को जोड़े से लगाने पर अटूट लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।
🌿9. बेल पत्र और ताम्र धातु के एक विशेष प्रयोग से ऋषि मुनि स्वर्ण धातु का उत्पादन करते थे ।
🌿10. जीवन में सिर्फ एक बार और वो भी यदि भूल से भी शिवलिंग पर बेल पत्र चढ़ा दिया हो तो भी उसके सारे पाप मुक्त हो जाते है ।
🌿11. बेल वृक्ष का रोपण, पोषण और संवर्धन करने से महादेव से साक्षात्कार करने का अवश्य लाभ मिलता है।
🌿कृपया बिल्व पत्र का पेड़ जरूर लगाये । 
बिल्व पत्र के लिए पेड़ को क्षति न पहुचाएं।

#शिवजी की पूजा में ध्यान रखने योग्य बात:-

#शिवपुराण के अनुसार भगवान शिव को कौन सी चीज़ चढाने से क्या फल मिलता है । किसी भी देवी-देवता का पूजन करते वक़्त उनको अनेक चीज़ें अर्पित की जाती है। प्रायः भगवन को अर्पित की जाने वाली हर चीज़ का फल अलग होता है। शिव पुराण में इस बात का वर्णन
मिलता है कि भगवन शिव को अर्पित करने वाली अलग-अलग चीज़ों का क्या फल होता है।

#शिवपुराण के अनुसार जानिए कौन सा अनाज भगवान शिव को चढ़ाने से क्या फल मिलता है:
👉1. भगवान शिव को चावल चढ़ाने से धन की प्राप्ति होती है।
👉2. तिल चढ़ाने से पापों का नाश हो जाताहै।
👉3. जौ अर्पित करने से सुख में वृद्धि होती है।
👉4. गेहूं चढ़ाने से संतान वृद्धि होती है।यह सभी अन्न भगवान को अर्पण करने के बाद गरीबों में वितरीत कर देना चाहिए।

#शिवपुराण के अनुसार जानिए भगवान शिव को कौन सा रस(द्रव्य) चढ़ाने से उसका क्या फल मिलता है।
🚩1. ज्वर (बुखार) होने पर भगवान शिव को जलधारा चढ़ाने से शीघ्र लाभ मिलता है। सुख व संतान की वृद्धि के लिए भी जलधारा द्वारा शिव की पूजा उत्तम बताई गई है।
🚩2. नपुंसक व्यक्ति अगर शुद्ध घी से भगवान शिव का अभिषेक करे, ब्राह्मणों को भोजन कराए तथा सोमवार का व्रत करे तो उसकी समस्या का निदान संभव है।
🚩3. तेज दिमाग के लिए शक्कर मिश्रित दूध भगवान शिव को चढ़ाएं।
🚩4. सुगंधित तेल से भगवान शिव का अभिषेक करने पर समृद्धि में वृद्धि होती है।
🚩5. शिवलिंग पर ईख (गन्ना) का रस चढ़ाया जाए तो सभी आनंदों की प्राप्ति होती है।
🚩6. शिव को गंगाजल चढ़ाने से भोग व मोक्ष दोनों की प्राप्ति होती है।
🚩7. मधु (शहद) से भगवान शिव का अभिषेक करने से राजयक्ष्मा (टीबी) रोग में आराम मिलता है।

#शिवपुराण के अनुसार जानिए भगवान शिव को कौन का फूल चढ़ाया जाए तो उसका क्या फल मिलता है-
☑️1. लाल व सफेद आंकड़े के फूल से भगवान शिव का पूजन करने पर भोग व मोक्ष की प्राप्ति होती है।
☑️2. चमेली के फूल से पूजन करने पर वाहन सुख मिलता है।
☑️3. अलसी के फूलों से शिव का पूजन करने से मनुष्य भगवान विष्णु को प्रिय होता है।
☑️4. शमी पत्रों (पत्तों) से पूजन करने पर मोक्ष प्राप्त होता है।
☑️5. बेला के फूल से पूजन करने पर सुंदर व सुशील पत्नी मिलती
है।
☑️6. जूही के फूल से शिव का पूजन करें तो घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती।
☑️7. कनेर के फूलों से शिव पूजन करने से नए वस्त्र मिलते हैं।
☑️8. हरसिंगार के फूलों से पूजन करने पर सुख-सम्पत्ति में वृद्धि होती है।
☑️9. धतूरे के फूल से पूजन करने पर भगवान शंकर सुयोग्य पुत्र प्रदान करते हैं, जो कुल का नाम रोशनकरता है।
☑️10. लाल डंठलवाला धतूरा पूजन में शुभ माना गया है।
☑️11. दूर्वा से पूजन करने पर आयु बढ़ती है।
     
             🌿ॐहर हर महादेव शम्भू 🌿
🙏🙏🏻🔱जय भवानी हर हर महादेव 🙏🙏🏻🔱

पॉलिटिक्स अगर समाज सेवा है तो सैलरी क्यों , अगर नौकरी है तो एजुकेशन एंड क्वालिफिकेशन जरूरी क्यों नहीं

प्रिय असंतुष्ट मध्यम वर्ग के मतदाता..

प्रिय असंतुष्ट मध्यम वर्ग के मतदाता..

 8 साल पहले, 2 लाख और 5 लाख के बीच कर योग्य आय पर आयकर 10% था, जो अब 0 है।

 8 साल पहले रेस्टोरेंट के बिल पर टैक्स 13% से 28% था, जो अब 5% है।

 8 साल पहले होम लोन पर ब्याज 10.3% था, जो अब 6.65% है।

 8 साल पहले 1 जीबी 3जी डाटा पैक 250 रुपये था, अब 1 जीबी 4जी 5 रुपये से कम में

 8 साल पहले दवा और स्टेंट के दाम आसमान छू रहे थे, अब ये बहुत कम हैं।

 8 साल पहले डबल डिजिट में थी महंगाई, अब 5% के नीचे साथ ही दाल और सब्जियों की कीमतों में गिरावट आई है।

 8 साल पहले 17 अलग-अलग अप्रत्यक्ष कर, अब सिर्फ जीएसटी।

 8 साल हमारी अर्थव्यवस्था नाजुक 5 समूह में थी अब यह BAA3 में है।

 8 साल पहले ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में हम 160वें स्थान पर थे, अब शीर्ष प्रदर्शन करने वालों में से एक 77वें स्थान पर है।

 8 साल पहले, रियल एस्टेट बिल्डरों के पास मनमनी थी, अब वे रेरा के तहत समय सीमा से पहले प्रोजेक्ट देने के लिए बाध्य हैं।

 8 साल पहले रेंगने की रफ्तार से बनते थे हाईवे, अब 2014 के मुकाबले 70 फीसदी ज्यादा है।

 8 साल पहले, दवाइयों की कीमतों को बड़ी फार्मा कंपनियों द्वारा नियंत्रित किया जाता था, अब सरकार द्वारा नियंत्रित किया जाता है और उन्हें 50% तक कम कर दिया है।

 हम मध्यवर्गीय लोगों के साथ एकमात्र समस्या यह है कि हमें कभी एहसास ही नहीं होता कि ये सभी विकास हमारे लिए हैं।

 उड़ान, स्वच्छ भारत, जनधन, जीएसटी, बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ जैसी योजनाएं हमारे लिए हैं, दोस्त।

 सबसे महत्वपूर्ण बिंदु।

 8 साल पहले हमें यकीन नहीं था कि हमारा पीएम कौन है, अब दुनिया भी उनके बारे में जानती है।  
कम से कम वह कठपुतली तो नहीं है।

*भारत का ख्याल रखना*
*जय हिंद, जय भारत, वन्दे मातरम्*
🇮🇳🚩

शुक्रवार, 4 फ़रवरी 2022

दुनिया की सबसे पहली फोर व्हीलर गाड़ी


ये थी दुनिया की पहली कार, इसकी स्पीड जानकर आपके होश उड़ जाएंगे …!!

आज के समय में इंसान के लिए कार बहुत ज्यादा जरूरी बन गई है, क्योंकि इसकी मदद से एक स्थान से दूसरे स्थान पर बहुत ही आसानी के साथ कम समय में पहुंचा जा सकता है। देश और दुनिया की जानी-मानी ऑटोमोबाइल कंपनियां एक से बढ़कर एक बेहतरीन कारें लॉन्च करती रहती हैं और अब कारों का डिजाइन शानदार और फीचर्स हाइटेक होते जा रहे हैं, लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि दुनिया की सबसे पहली मोटरकार कैसी थी और उसके फीचर्स कैसे थे। आज हम आपको यहां ये बताएंगे कि दुनिया की पहली कार कैसी थी।

कगनोट फर्डियर Cugnot Fardier थी दुनिया की पहली कार...

फ्रांस के निकोलस जोसफ कगनोट ने आर्मी की मांग पर 1769 में दुनिया की पहली कार का आविष्कार किया था। दिखने में ये कार काफी शानदार लग रही है, दुनिया की ये पहली कार वैसी नहीं है जैसी आज की कारें होती हैं। इस कार को 1769 में लोगों के सामने पेश किया था। फ्रांस में इस कार का निर्माण सिर्फ आर्मी के लिए किया गया था। ये एक भाप से चलने वाली कार थी, जिसे सड़कों पर बिना किसी अन्य मदद के चलने लायक बनाया गया था।

इस कार को मिलिटरी के लिए तैयार किया गया था, ताकि इस पर रखकर वो खुद एक जगह से दूसरी जगह जा सकें और अपना सामान जैसा हथियार, बम और गोले एक जगह से दूसरी जगह लेकर जा सकें। स्पीड की बात की जाए तो ये कार 4.82 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चल सकती थी। इस गाड़ी को इतना मजबूत बनाया गया था कि इस पर 5 टन का वजन ले जाया जा सकता था। ये कार लगातार 1 घंटे 15 मिनट तक बिना रुके चल सकती थी। इस कार को वर्तमान में फ्रांस की राजधानी पेरिस के Musee Des Arts Et Metiers म्यूजियम में रखा हुआ है।

नमक के पानी से नहाने से फायदा

नमक के पानी से नहाने से फायदा

नमक के पानी से नहाने के चमत्कारी फायदे होते हैं। प्राचीन काल से, लोग बीमारियों को ठीक करने और स्वस्थ जीवन जीने के लिए नमक के पानी से स्नान करते रहे हैं। नमक स्नान के लाभ केवल बीमार लोगों के लिए ही नहीं हैं बल्कि किसी भी उम्र के स्वस्थ लोग नमक के पानी से स्नान कर सकते हैं। दरअसल खारे पानी से नहाने से कोशिकाओं का पुनर्निर्माण होता है, जिससे जीवन स्वस्थ रहता है। स्नान का नमक आमतौर पर मैग्नीशियम सल्फेट (एप्सम नमक) या समुद्री नमक (समुद्री नमक) से बना होता है जो आसानी से गुनगुने पानी में घुल जाता है और तनाव, दर्द और परेशानी सहित शरीर के विभिन्न विकारों से राहत देता है।

बाथ सॉल्ट यानी एप्सम या सी साल्ट में 21 अलग-अलग तरह के मिनरल्स होते हैं जिनमें मैग्नीशियम, पोटैशियम, सोडियम, सल्फर, जिंक, कैल्शियम, क्लोराइड, आयोडाइड और ब्रोमाइड शामिल हैं जो शरीर को पोषण प्रदान करते हैं।

इसलिए थोड़ा सा नमक पानी में मिलाकर उसमें नहाने से शरीर को कई फायदे हो सकते हैं।खारे पानी से नहाने के अपने स्वास्थ्य लाभ हैं जो सामान्य पानी आपको प्रदान नहीं करते हैं।

निम्नलिखित स्वास्थ्य लाभों की एक सूची है जो आपको नमक के पानी से स्नान करने से मिल सकते हैं।

  • उपचार और आराम:

हिमालयन बाथ सॉल्ट का उपयोग परिसंचरण को प्रोत्साहित करने, त्वचा को हाइड्रेट करने, नमी बनाए रखने को बढ़ाने और सेलुलर पुनर्जनन को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। इसके अलावा, वे त्वचा को डिटॉक्सीफाई और हीलिंग करने में भी सहायक होते हैं। नमक-पानी से नहाने से मांसपेशियों और जोड़ों की सूजन कम होती है, मांसपेशियों को आराम मिलता है और दर्द और खराश से राहत मिलती है।

  • त्वचा के लिए अच्छा:

नमक-पानी के स्नान अपने प्राकृतिक रूप में कई खनिज और पोषक तत्व होते हैं जो त्वचा को फिर से जीवंत करने में मदद करते हैं।

मैग्नीशियम, कैल्शियम, ब्रोमाइड, सोडियम और पोटेशियम जैसे खनिज त्वचा के छिद्रों में अवशोषित हो जाते हैं, त्वचा की सतह को साफ और शुद्ध करते हैं, जिससे त्वचा स्वस्थ और चमकती रहती है।

  • डिटॉक्सिफिकेशन:

बाथ सॉल्ट त्वचा को डिटॉक्सीफाई करने में भी मदद करते हैं।गर्म पानी त्वचा के छिद्रों को खोलता है जिससे नमक के खनिज त्वचा में गहराई से अवशोषित हो जाते हैं, जिससे पूरी सफाई सुनिश्चित हो जाती है।

ये लवण दिन भर त्वचा द्वारा अवशोषित हानिकारक विषाक्त पदार्थों और बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद करते हैं, जिससे आपकी त्वचा स्वस्थ और साफ दिखती है।

  • युवा चमक:

जवान दिखना और महसूस करना कौन नहीं चाहता। चेहरे पर झुर्रियों और महीन रेखाओं की उपस्थिति को कम करने के लिए नियमित रूप से नहाने के नमक का प्रयोग करें। ये आपकी त्वचा को कोमल और कोमल बनाते हैं। स्नान नमक त्वचा को मोटा करके और त्वचा की नमी को संतुलित करके इसे प्राप्त करते हैं। वे त्वचा को वह प्राकृतिक चमक भी देते हैं जो नियमित जीवन में खो जाती है।

  • विभिन्न समस्याओं का उपचार:

स्नान नमक न केवल आपकी त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं बल्कि ऑस्टियोआर्थराइटिस और टेंडिनाइटिस जैसी कुछ गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों के इलाज में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा, नहाने के नमक खुजली और अनिद्रा को कम करने में भी प्रभावी होते हैं।

(फोटो गूगल से साभार लिए गए हैं )

दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी है तो फोलो व अपवोट अवश्य करें। धन्यवाद।

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Old Post from Sanwariya