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सोमवार, 2 मई 2022

आप आज का चौघड़िया देखकर शुभ समय ज्ञात कर सकते हैं।

 

चौघड़िया हिंदू पंचांग का एक विशेष अंग है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी महत्वपूर्ण कार्य के लिए कोई शुभ मुहूर्त न मिले तो उस अवस्था में चौघड़िया का विधान है इसलिए किसी भी मांगलिक कार्य को प्रारंभ करने के लिए चौघड़िया का उपयोग किया जाता है। पारंपरिक रूप से चौघड़िया को यात्रा मुहूर्त के लिए देखा जाता है परंतु इसकी सरलता के कारण इसे हर मुहूर्त के लिए उपयोग में लाया जाता है।

ज्योतिष शास्त्र में चार प्रकार की शुभ चौघड़िया होती हैं और तीन प्रकार की अशुभ चौघड़िया हैं। प्रत्येक चौघड़िया किसी न किसी कार्य के लिए निर्धारित है।

भारत में, लोग पूजा-पाठ, हवन आदि या फिर कोई भी शुभ कार्य करने से पहले मुहूर्त देखते हैं। किसी भी काम को शुभ मुहूर्त या समय पर शुरू किया जाए तो परिणाम इच्छा अनुसार आएगा इसकी संभावना ज्यादा होती है। अब आप यह सोच रहे होंगे की आज का शुभ समय क्या है इसकी जानकारी हमें कैसे होगी। तो आप आज का चौघड़िया देखकर शुभ समय ज्ञात कर सकते हैं।

अधिकांश तौर पर इसका प्रयोग भारत के पश्चिमी राज्यों में किया जाता है। चौघड़िया का उपयोग विशेष रूप से संपत्ति की खरीद और बिक्री में किया जाता है। चौघड़िया सूर्योदय पर निर्भर करता है, इसलिए आमतौर पर प्रत्येक शहर के लिए इसके समय में भिन्नता होती है। यह आपको हिंदू पंचांग में आसानी से मिल सकता है।

चौघड़िया क्या है?

चौघड़िया हिंदू कैलेंडर पर आधारित शुभ और अशुभ समय का पता लगाने की एक प्रणाली है। आज का चौघड़िया ज्योतिषीय गणना से तैयार किया जाता है, जो नक्षत्र और वैदिक ज्योतिष के आधार पर किसी भी दिन के पूरे 24 घंटों की स्थिति का प्रतिनिधित्व करती है। यदि आपको अचानक कोई नया काम शुरू करना है, तो उस अवधि के दौरान शुभ चौघड़िया मुहूर्त का इस्तेमाल करना आपके लिए अच्छा रहेगा। चौघड़िया में 24 घंटों को 16 भागों में विभाजित किया गया है। जिसमें आठ मुहूर्त का संबंध दिन से होता है और आठ मुहूर्त का संबंध रात से। हर मुहूर्त 1.30 घण्टे का होता है। दिन और रात मिलाकर हर हफ्ते में 112 मुहूर्त होते हैं। दिन और रात के समय पूजा-पाठ आदि करने के लिए मुहूर्त का ज्ञान बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा, जरुरी यात्रा या विशेष और शुभ कार्य के लिए चौघड़िया मुहूर्त बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह माना जाता है कि अगर किसी भी महत्वपूर्ण कार्य को शुभ समय में किया जाता है, तो उस काम से व्यक्ति को बेहतर परिणाम मिलता है।

चौघड़िया का अर्थ क्या होता है ?

चौघड़िया का अर्थ – Choghadiya

चौघड़िया एक संस्कृत शब्द है जो "चौ" और "घड़िया" से मिल कर बना है। चौ का अर्थ होता है "चार" और "घड़िया " का अर्थ होता है "समय"। "घड़िया" को "घटी" के रूप में भी जाना जाता है। प्राचीन समय में समय देखने की प्रणाली आज के समय से काफी भिन्न थी। लोग "घंटों" के बजाय "घटी" देखा करते थे। यदि दोनों समय प्रारूपों की तुलना की जाये, तो हम पाएंगे कि "60 घटियाँ" और "24 घंटे" दोनों बराबर होते हैं। हालांकि, इसमें एक विषमता भी देखने को मिलती है, अर्थात दिन 12:00 बजे आधी रात से शुरू होता है और अगली मध्यरात्रि 12:00 बजे समाप्त होता है। अगर हम भारतीय समय प्रारूप की बात करें तो इसके अनुसार दिन सूर्योदय से शुरू होता है और अगले सूर्योदय पर ही समाप्त होता है। हर चौघड़िया में 3.75 घंटियाँ होती हैं, मतलब लगभग 4 घंटे इसलिए एक दिन में 16 चौघड़िया होती हैं।


साधारणतया चौघड़िया(Choghadiya) की गणना सूर्योदय औऱ सूर्यास्त के आधार पर की जाती है। इसलिए चौघड़िया दो प्रकार का होता है।

  • दिन का चौघड़िया
  • रात का चौघड़िया


चौघड़िया के प्रकार

चौघड़िया (मुहूर्त) के 7 प्रकार होते हैं, उद्बेग, चाल, लाह, अमृत, काल, शुभ और रोग। हिंदू पंचांग के अनुसार 8 चौघड़िया(मुहूर्त) रात के दौरान और 8 चौघड़िया दिन के समय होते हैं। आईये जानते हैं चोगडिया के प्रकार के बारे में -

दिन का चौघड़िया- यह सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच का समय होता है। अमृत, शुभ, लाभ और चाल को शुभ चौघड़िया माना जाता है। अमृत ​​को सर्वश्रेष्ठ चौघड़िया में से एक माना जाता है वहीँ चाल को भी अच्छे चौघड़िया के तौर पर देखा जाता है। दूसरी ओर, उदेव, रोग और काल को अशुभ मुहूर्त माना जाता है। किसी भी अच्छे कार्य को करते समय अशुभ चौघड़िया से बचना चाहिए। नीचे हमने आपके लिए दिन के चौघड़ियों का एक चार्ट पेश किया है, जिससे आपको समझने में और आसानी होगी।

रात का चौघड़िया- यह सूर्यास्त और सूर्योदय के बीच का समय होता है। रात में कुल 8 चौघड़िया होते हैं। रात और दिन दोनों के चौघडिया एक समान परिणाम देते हैं। नीचे हमने आपके लिए रात के चौघड़ियों चार्ट पेश किया है, जिससे आपको समझने में और आसानी होगी।

 

चौघड़िया की गणना कैसे करें?

चौघड़िया हर दिन के लिए अलग होता है। आज का चौघड़िया क्या है इसके लिए हम आपको इसकी गणना करना सिखाएंगे। दिन के लिए चौघड़िया, सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच का समय माना जाता है और फिर इसे 8 से विभाजित करता है, जो लगभग 90 मिनट देता है। जब हम सूर्योदय के समय को इस समय में जोड़ते हैं, तो यह पहले दिन का चौघड़िया देता है। उदाहरण के लिए, अगर सूर्योदय का समय 6:00 बजे लिया जाता है, फिर उसमें 90 मिनट जोड़ते हैं,तो 7:30 बजे आता है। इस प्रकार पहला चौघड़िया 6:00 पूर्वाह्न से शुरू होता है और 7:30 बजे समाप्त होता है। दोबारा, यदि हम पहले चौघड़िया का समय लेते हैं, अर्थात 7:30 बजे, उसमें 90 मिनट जोड़ते हैं, 9:00 बजे आते हैं, इसका मतलब दूसरी बार चौघड़िया 7:30 बजे से शुरू होता है और 9:00 बजे समाप्त होता है। इसी तरह, हम रात के लिए भी चौघड़िया की गणना कर सकते हैं। यदि हम सोमवार के दिन का चौघड़िया देखे तो पहला अमृत है और दूसरा काल है। इसका मतलब पहला अच्छा है और दूसरा बुरा है।

दिन रात चौघड़िया मुहूर्त कैसे देखें?

सूर्योदय अर्थात सूरज निकलने से लेकर सूर्यास्त अर्थात सूरज के छिपने के बीच के समय को दिन का चौघड़िया(Din ka Choghadiya) कहा जाता है। ठीक इसी प्रकार सूर्यास्त और अगले दिन तक सूर्योदय के बीच के समय को रात का चौघड़िया(Raat ka Choghadiya) कहा जाता है। इसी आधार पर चौघड़िया बनाया जाता है। इस चौघड़िया से ही शुभ या अशुभ समय की जानकारी मिलती है।

#दिन का #चौघड़िया – Din ka Choghadiya




#रात का #चौघड़िया – Raat ka Choghadiya


अब हम इसको थोडा ओर गहराई से समझतें है। सूर्योदय से सूर्यास्त तक और सूर्यास्त से सूर्योदय तक के समय को 30-30 घटी में बांटा जाता है। इन 30 घटी को 8 भागों में विभाजित कर दिया जाता है। इस प्रकार दिन व रात में 8-8 चौघड़िया मुहूर्त होते है।


कौनसा चौघड़िया शुभ है? (Today Chogdiya)

किसी भी नए या शुभ कार्य को प्रारम्भ करने के लिए अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघड़िओं को अति उत्तम माना जाता है, और बाकी के तीन चौघड़िओं रोग, काल और उद्वेग, से दूर ही रहना चाहिए।
हर दिन का पहला मुहूर्त उस दिवस के ग्रह स्वामी द्वारा प्रभावित होता है।

चौघड़िया के प्रकार –

हिंदू धर्म में सात प्रकार के चौघड़िया माने जाते है।

  • चर चौघड़िया
  • उद्वेग चौघड़िया
  • लाभ चौघड़िया
  • शुभ चौघड़िया
  • रोग चौघड़िया
  • अमृत चौघड़िया
  • काल चौघड़िया

अब हम इनके बारे में विस्तार से जानतें है। इनके शुभ -अशुभ होने की दशा जानेंगे।

Venus in Hindiचर चौघड़िया – Char Choghadiya

चर चौघड़िया का स्वामी ग्रह शुक्र होता है। ज्योतिष विधा में शुक्र को अशुभ माना गया है। इस चौघड़िया को चंचलता के रूप में बताया गया है। चर चौघड़िया मुहूर्त को यात्रा के लिए अच्छा माना जाता है।

Sun in hindiउद्वेग चौघड़िया – Udveg Choghadiya

उद्वेग चौघड़िया का स्वामी ग्रह सूर्य होता है। इस चौघड़िया मुहूर्त में सरकारी कार्य किये जाते है। ज्योतिष में उद्वेग को अनिष्टकारी माना गया है, क्योंकि ज्योतिष में सूर्य के प्रभाव को अशुभ माना जाता है।

Mercury in Hindiलाभ चौघड़िया – Labh Choghadiya

लाभ चौघड़िया का स्वामी ग्रह बुध होता है। हिंदू धर्म के अनुसार यह शुभ व लाभकारी ग्रह माना जाता है। लाभ चौघड़िया मुहूर्त को किसी नए कार्य को सीखने के उद्देश्य के लिए अच्छा माना जाता है।

Jupiter in Hindiशुभ चौघड़िया – Shubh Choghadiya

इस चौघड़िया को शुभ माना गया है। इसका स्वामी ग्रह बृहस्पति होता है। इसे शुभ व लाभकारी ग्रह माना जाता है। यह शादी वगैरह विशेष कार्यक्रमों के लिए अच्छा माना जाता है।

 

Mars in Hindiरोग चौघड़िया – Rog Choghadiya

दिलचस्प बात है कि इस चौघड़िया के नाम से ही पता लग रहा है कि यह एक अशुभ मुहूर्त होता है। इसलिए ही इस चौघड़िया को रोग के बुलावे के रूप माना गया है। इस रोग चौघड़िया का स्वामी ग्रह मंगल होता है। इसके क्रूर व अनिष्टकारी प्रभाव माने जाते है। इसलिए रोग चौघड़िया मुहूर्त के समय किसी शुभ कार्य शुरू नहीं करना चाहिए।

Copy of Untitledअमृत चौघड़िया – Amrit Choghadiya

इस चौघड़िया का स्वामी ग्रह चंद्रमा होता है। इसे शुभ व लाभकारी माना गया है। इस चौघड़िया को अमृत के रूप में माना गया है। इस समय में शुभ कार्य को करने में अच्छा फल मिलता है।

 

Saturn in Hindiकाल चौघड़िया – Kaal Choghadiya

इसका स्वामी ग्रह शनि होता है। इसे अशुभ माना जाता है। ज्योतिष विधा में शनि को अनिष्टकारी ग्रह माना जाता है। एक तरह से इस चौघड़िया को काल के रूप में माना गया है।

 

रविवार, 1 मई 2022

हिन्दू तो असली पाकिस्तान का है जो वहां रहकर भी अपने को हिन्दू बोलता है।

*हिन्दू तो असली पाकिस्तान का है जो वहां रहकर भी अपने को हिन्दू बोलता है।*

*अध्यापक : "सबसे अधिक हिन्दुओं वाला देश बताओ ?"*

*छात्र : "पाकिस्तान !"*

*अध्यापक (चौंककर) : "तो सबसे कम हिन्दुओं वाला देश कौन सा है ?"*

*छात्र : "हिंदुस्तान !"*

*अध्यापक (क्रोध में) : "कैसे ?"*

*छात्र : "श्रीमान जी, यहाँ हिन्दू तो 'न' के बराबर ही समझिए, यहां तो सबसे ज्यादा धर्मनिरपेक्ष (सेक्यूलर) ही रहते हैं। और फिर जाट, गुर्जर, ठाकुर, ब्राह्मण, लाला, पटेल, कुर्मी, यादव, सोनार, लोहार, बढ़ई, प्रजापति, केवट, धुनिया, मल्लाह, कोरी, चमार,पासी, पासवान...आदि... आदि रहते हैं !!"*

*शिक्षक:"फिर हिंदू कहां रहते हैं?"*

*छात्र: "श्रीमान जी,सोचिए।"*

*यदि हिन्दू होते तो, क्या अयोध्या में रामभक्तों के हत्यारे मुलायम सिंह को सत्ता देते?*

*यदि हिन्दू होते तो, क्या रामसेतु को काल्पनिक बताने वाले को सत्ता देते?*

*यदि हिन्दू होते तो, क्या "भगवा आतंकी" कहने वाले को सत्ता देते?*

*यदि हिन्दू होते तो, क्या कश्मीर में हिंदुओं को मौत के घाट उतारने वाले को सत्ता देते?*

*यदि हिन्दू होते तो, क्या दशहरा छोड़कर मोहर्रम मनाने वाली(ममता बनर्जी) को सत्ता देते?*

*यदि हिन्दू होते तो, क्या 'मन्दिर में जाने वाले लड़की छेड़ते हैं !' कहने वाले को सत्ता देते?*

*यदि हिन्दू होते तो, क्या भगवान श्रीराम जी का प्रमाण (प्रूफ) मांगने वाले को सत्ता देते?*

*यदि हिन्दू होते तो, क्या ८(8) राज्यों में हिंदुओं को अल्पसंख्यक बनाने वाले को सत्ता देते?*

*यदि हिन्दू होते तो, क्या 'इस देश के संसाधनों पे पहला हक़ मुसलमानों का है !' कहने वाले को सत्ता देते?*

*यदि हिन्दू होते तो,क्या बुरहान, याकूब, ओसामा को शहीद कहने वाले को सत्ता देते ?*

*यदि हिन्दू होते तो, क्या देश के दो टुकड़े (भारत-पाकिस्तान) करने वाले को सत्ता देते ?"*

*अध्यापक (आंखों में आंसू लिए) : "वाह पुत्र! बहुत सही कहा !"*

*पादरी शादी कराए तो मान्य, मौलवी निकाह पढ़वाए तो मान्य हिन्दू पंडित विवाह कराए तो कोर्ट का सर्टिफिकेट चाहिए* *आखिर क्यों?*

 *इजराइल के एक ज़ज़ ने लव जिहाद में फँसाकर बलात्कार करने वाले 16 आरोपियों को फांसी की सजा सुनाते हुए कहा,*

*India समझ रखा था क्या*?


 *जहां मुस्लिम कम है वहाँ भाईचारा है, जहां मुस्लिम अधिक वहां हिंदू बेचारा है बस इतनी सी बात हिंदुओं को समझ नहीं आ रही ।*

 *जो हिंदू मुस्लिम एकता पर ज्ञान देते हैं,*

*वे, 56 इस्लामिक देश कैसे बने, उनका इतिहास पढ़ लें।*

 *दो दिन में भाईचारे का भूत उतर जायेगा*

*लव जिहाद का शिकार वही लड़कियाँ होती हैं,*

*जिनके घरों में हिंदू मुस्लिम भाई-भाई का पाठ पढ़ाया जाता है।*
*कड़वा है पर सच है।*

*पाकिस्तान कोई मुस्लिम राष्ट्र नहीं है इस्लाम द्वारा हथियाया गया भारत है।*


*हम हिंदुओं की सबसे गलतफहमी, सारे मुस्लिम खराब नहीं होते तो अच्छे मुस्लिम किसी भी हिंदू की मौत पर विरोध क्यों नहीं करते?*


*नंगा तुमको अमेरिका करता है, दाढ़ी तुम्हारी चाइना उखाड़ता है,*

*और डर तुमको भारत में लगता है*

*कमाल है बकरुद्दीन मियाँ*


*इतिहास मे जो सम्मान छत्रपति शिवाजी , महाराणा प्रताप और गुरु गोविंद सिंह जी को मिलना था* 

*कांग्रेस ने वो सम्मान बाबर , अकबर और औरंगजेब को दे दिया*


*हम दो हमारे दो*

*ये नारे दीवारों पर हिंदी में लिखे मिलते हैं*

*जबकि ज़रूरत इन्हें उर्दू में लिखने की है*

*मंदिर टूटे तो “योगी बचाओ”*

*बहन-बेटियो और पत्नियों की इज्जत लुटे तो “मोदी बचाओ”*

*तुम 100 करोड़ हिंदू हो, बाँसुरी बजाओ।*

 *सच्चाई तो और भी है।लेकिन समझ आ गई तो समय रहते अभी बचा जा सकता है।*

*जागो और जगाओ। कुछ सत्य पर कडवे सच*

*1.भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है, जो अपने देश में बैठे गद्दारों पर कोई कार्यवाही नहीं करता?*

*2. भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जहाँ अल्पसंख्यक समुदाय बहुसंख्यक समुदाय पर अत्याचार करता है*

*3.भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जिसमें सरहद पर तैनात सिपाही को एक साल तक छुट्टी नहीं मिलती लेकिन जेल में बंद कैदीयो को हर 2 महीने मै पैरोल पर छुट्टी मिल जाती है*

*4.भारत दुनिया का ऐसा देश है जहाँ लाखों अरबो का घोटाला करने वाले आजाद घूमते है लेकिन जिस पे आरोप साबित नहीं हुआ है और बेकसूर जेल में ठुसे पड़े है।*

*5.भारत ऐसा देश है जहाँ आतंकवादियों और बलात्कारियों के मानवाधिकारों के लिए लड़ने वाले मिल जाते है लेकिन आतंकवादियों के हमलों में मरने वालों के लिए कोई मानवाधिकार की बात नहीं करता*

*6.भारत एक ऐसा देश है जहां 57 वर्ष राज करने वाली पार्टी विपक्ष में बैठकर देश के दुश्मन पाक और चीन को अपना परम मित्र मानती है।*

*7.भारत के सेकुलर नेता ऐसे है जो आतंकवादियों को सम्मान देते है और राष्ट्रवादियों को गालियां देते है*

*8.भारत दुनिया का ऐसा देश है जहाँ बाहरी घुसपैठियों का घर बैठे राशन कार्ड और वोटर कार्ड बन जाते है लेकिन इन सब के लिए चक्कर काटते काटते अपने देश के आम नागरिक की चप्पल घिस जाती है*

*9.भारत दुनिया ऐसा देश है जहां पांचवी पास आदमी शिक्षा मंत्री बन सकता है l*

*10.भारत दुनिया का ऐसा देश है जहां के इतिहास मे भगतसिंह को आतंकवादी और भारत पर हमला करने वाले अकबर और सिकन्दर को महान बताया गया है l*


*कृपया आगे भेजकर अपने भारतीय होने का फ़र्ज निभायें।*

*और इसे गम्भीरता से लें*

*साभार अखंड भारत*Radhey Radhey

शुक्रवार, 29 अप्रैल 2022

वैज्ञानिकों ने बताया कितना अद्भुत है इंसान का शरीर

*वैज्ञानिकों ने बताया कितना अद्भुत है इंसान का शरीर*

*जबरदस्त फेफड़े*
हमारे फेफड़े हर दिन 20 लाख लीटर हवा को फिल्टर करते हैं. हमें इस बात की भनक भी नहीं लगती. फेफड़ों को अगर खींचा जाए तो यह टेनिस कोर्ट के एक हिस्से को ढंक देंगे।

*ऐसी और कोई फैक्ट्री नहीं*
हमारा शरीर हर सेकंड 2.5 करोड़ नई कोशिकाएं बनाता है. साथ ही, हर दिन 200 अरब से ज्यादा रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है. हर वक्त शरीर में 2500 अरब रक्त कोशिकाएं मौजूद होती हैं. एक बूंद खून में 25 करोड़ कोशिकाएं होती हैं।
*लाखों किलोमीटर की यात्रा*
इंसान का खून हर दिन शरीर में 1,92,000 किलोमीटर का सफर करता है. हमारे शरीर में औसतन 5.6 लीटर खून होता है जो हर 20 सेकेंड में एक बार पूरे शरीर में चक्कर काट लेता है।

*धड़कन*
एक स्वस्थ इंसान का हृदय हर दिन 1,00,000 बार धड़कता है. साल भर में यह 3 करोड़ से ज्यादा बार धड़क चुका होता है. दिल का पम्पिंग प्रेशर इतना तेज होता है कि वह खून को 30 फुट ऊपर उछाल सकता है।

*सारे कैमरे और दूरबीनें फेल*
इंसान की आंख एक करोड़ रंगों में बारीक से बारीक अंतर पहचान सकती है. फिलहाल दुनिया में ऐसी कोई मशीन नहीं है जो इसका मुकाबला कर सके।

*नाक में एंयर कंडीशनर*
हमारी नाक में प्राकृतिक एयर कंडीशनर होता है. यह गर्म हवा को ठंडा और ठंडी हवा को गर्म कर फेफड़ों तक पहुंचाता है।

*400 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार*
तंत्रिका तंत्र 400 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से शरीर के बाकी हिस्सों तक जरूरी निर्देश पहुंचाता है. इंसानी मस्तिष्क में 100 अरब से ज्यादा तंत्रिका कोशिकाएं होती हैं।

*जबरदस्त मिश्रण*
शरीर में 70 फीसदी पानी होता है. इसके अलावा बड़ी मात्रा में कार्बन, जिंक, कोबाल्ट, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फेट, निकिल और सिलिकॉन होता है।

*बेजोड़ छींक*
छींकते समय बाहर निकलने वाली हवा की रफ्तार 166 से 300 किलोमीटर प्रतिघंटा हो सकती है. आंखें खोलकर छींक मारना नामुमकिन है।

*बैक्टीरिया का गोदाम*
इंसान के वजन का 10 फीसदी हिस्सा, शरीर में मौजूद बैक्टीरिया की वजह से होता है. एक वर्ग इंच त्वचा में 3.2 करोड़ बैक्टीरिया होते हैं।

*ईएनटी की विचित्र दुनिया*
आंखें बचपन में ही पूरी तरह विकसित हो जाती हैं. बाद में उनमें कोई विकास नहीं होता. वहीं नाक और कान पूरी जिंदगी विकसित होते रहते हैं. कान लाखों आवाजों में अंतर पहचान सकते हैं. कान 1,000 से 50,000 हर्ट्ज के बीच की ध्वनि तरंगे सुनते हैं।

*दांत संभाल के*
इंसान के दांत चट्टान की तरह मजबूत होते हैं. लेकिन शरीर के दूसरे हिस्से अपनी मरम्मत खुद कर लेते हैं, वहीं दांत बीमार होने पर खुद को दुरुस्त नहीं कर पाते।

*मुंह में नमी*
इंसान के मुंह में हर दिन 1.7 लीटर लार बनती है. लार खाने को पचाने के साथ ही जीभ में मौजूद 10,000 से ज्यादा स्वाद ग्रंथियों को नम बनाए रखती है।

*झपकती पलकें*
वैज्ञानिकों को लगता है कि पलकें आंखों से पसीना बाहर निकालने और उनमें नमी बनाए रखने के लिए झपकती है. महिलाएं पुरुषों की तुलना में दोगुनी बार पलके झपकती हैं।

*नाखून भी कमाल के*
अंगूठे का नाखून सबसे धीमी रफ्तार से बढ़ता है. वहीं मध्यमा या मिडिल फिंगर का नाखून सबसे तेजी से बढ़ता है।

*तेज रफ्तार दाढ़ी*
पुरुषों में दाढ़ी के बाल सबसे तेजी से बढ़ते हैं. अगर कोई शख्स पूरी जिंदगी शेविंग न करे तो दाढ़ी 30 फुट लंबी हो सकती है।

*खाने का अंबार*
एक इंसान आम तौर पर जिंदगी के पांच साल खाना खाने में गुजार देता है. हम ताउम्र अपने वजन से 7,000 गुना ज्यादा भोजन खा चुके होते हैं।

*बाल गिरने से परेशान*
एक स्वस्थ इंसान के सिर से हर दिन 80 बाल झड़ते हैं।

*सपनों की दुनिया*
इंसान दुनिया में आने से पहले ही यानी मां के गर्भ में ही सपने देखना शुरू कर देता है. बच्चे का विकास वसंत में तेजी से होता है।

*नींद का महत्व*
नींद के दौरान इंसान की ऊर्जा जलती है. दिमाग अहम सूचनाओं को स्टोर करता है. शरीर को आराम मिलता है और रिपेयरिंग का काम भी होता है. नींद के ही दौरान शारीरिक विकास के लिए जिम्मेदार हार्मोन्स निकलते हैं।

*इस अनमोल विरासत का ध्यान रखें, अच्छा स्वस्थ्य परिवार ही परम धन है!*🌷🙏🌷

साइक्लोकोसम मकड़ी

 

आप नीचे की तस्वीर में जो देख रहे है वह क्या है,

यह वास्तव में एक मकड़ी की पीठ है, जिसे साइक्लोकोसम मकड़ी के रूप में जाना जाता है।

इस मकड़ी की खास बात यह है कि जब इसे खतरा महसूस होता है तो यह अपने सिर को मिट्टी खोद कर उसमे दबा लेता है तथा अपने पिछले भाग से अपने आप को ढक लेता है।

धन्यवाद🙏

पुरानी पीढ़ी के उत्तम स्वास्थ्य का रहस्य अर्थात उनकी " रोटी " ! और रोटियां बनाने का आटा।

 पुरानी पीढ़ी के उत्तम स्वास्थ्य का रहस्य अर्थात उनकी " रोटी " ! और रोटियां बनाने का आटा। वर्तमान में आपकी रोटी और आटा। पहले समय में आटा काफी दिनों तक रखने से कीड़े पड़ते थे आज पैकिंग वाला आटा खराब नहीं होता, आगे पढ़िए…

भारत को सोने की चिड़िया बनाने वाला असली राजा कौन था ?


 भारत को सोने की चिड़िया बनाने वाला असली राजा कौन था ?
कौन था वह राजा जिसके राजगद्दी पर बैठने के बाद उनके श्रीमुख से देववाणी ही निकलती थी और देववाणी से ही न्याय होता था ?🤔

कौन था वह राजा जिसके राज्य में अधर्म का संपूर्ण नाश हो गया था।🤔

वह थे महान राजा महाराज विक्रमादित्य🙏

बड़े ही दुख की बात है कि महाराज विक्रमादित्य के बारे में देश को लगभग शून्य बराबर ज्ञान है जिन्होंने भारत को सोने की चिड़िया बनाया था और स्वर्णिम काल लाया था।


धर्म की नगरी उज्जैन के राजा थे गन्धर्वसैन जिनकी तीन संताने थीं,सबसे बड़ी लड़की थी मैनावती,उनसे छोटा लड़का भृतहरि और सबसे छोटे थे वीर विक्रमादित्य... बहन मैनावती की शादी धारानगरी के राजा पदमसैन के साथ कर दी,जिनके एक लड़का हुआ गोपीचन्द।आगे चलकर गोपीचन्द ने श्री ज्वालेन्दर नाथ जी से योग दीक्षा ले ली और तपस्या करने जंगलों में चले गए,फिर मैनावती ने भी श्री गुरू गोरक्ष नाथ जी से योग दीक्षा ले ली।


आज हमारे भारत देश और यहाँ की संस्कृति केवल राजा विक्रमादित्य के कारण अस्तित्व में है।

अशोक मौर्य ने बौद्ध धर्म अपना लिया था और बौद्ध बनकर 25 साल राज किया था।
भारत में तब सनातन धर्म लगभग समाप्ति पर आ गया था, देश में बौद्ध और अन्य हो गए थे।


रामायण और महाभारत जैसे ग्रन्थ खो गए थे महाराज विक्रम ने ही पुनः उनकी खोज करवा कर स्थापित किया।

विष्णु और शिव जी के मंदिर बनवाये और सनातन धर्म को बचाया।महाराज विक्रमादित्य के 9 रत्नों में से एक कालिदास थे जिन्होंने विश्व प्रसिद्ध "अभिज्ञान शाकुन्तलम्" लिखा जिसमे भारत का इतिहास है, अन्यथा भारत का इतिहास क्या ? हम भगवान श्री कृष्ण और श्री राम को ही खो चुके थे।हम सभी हिंदुओं के लिए शर्म की बात है कि आज भी भगवान श्री कृष्ण के जन्मस्थान के निकट जो  स्थिति है वो कितनी शर्मनाक है ??

हमारे प्राचीन ग्रन्थ ही भारत में खोने के कगार पर आ गए थे।

उस समय उज्जैन के राजा भृतहरि ने राज छोड़कर श्री गुरू गोरक्ष नाथ जी से योग की दीक्षा ले ली और तपस्या करने जंगलों में चले गए राज अपने छोटे भाई विक्रमादित्य को दे दिया।वीर विक्रमादित्य भी श्री गुरू गोरक्ष नाथ जी से गुरू दीक्षा लेकर राजपाट सम्भालने लगे और आज उन्ही के कारण सनातन धर्म बचा हुआ है,हमारी संस्कृति बची हुई है।

महाराज विक्रमादित्य ने केवल धर्म ही नहीं बचाया उन्होंने देश को आर्थिक तौर पर सोने की चिड़िया बनाया। उनके राज को ही भारत का स्वर्णिम राज कहा जाता है।

विक्रमादित्य के काल में भारत का कपडा,विदेशी व्यपारी सोने के वजन से खरीदते थे।
भारत में इतना सोना आ गया था कि महाराज विक्रमादित्य काल में सोने के सिक्के चलते थे।आप गूगल इमेज कर विक्रमादित्य के सोने के सिक्के देख सकते हैं।

कैलेंडर पर जो विक्रम संवत लिखा जाता है वह भी महाराज विक्रमादित्य का स्थापित किया हुआ है।
आज जो भी ज्योतिष गणना हैं जैसे,हिन्दी सम्वंत, वार,तिथियाँ,राशि,नक्षत्र, गोचर आदि उन्हीं की रचना हैं।वे बहुत ही वीर पराक्रमी, बलशाली और बुद्धिमान राजा थे।

महाराजा विक्रमादित्य के काल में हर नियम धर्मशास्त्र के हिसाब से बने होते थे। न्याय,राज सब धर्मशास्त्र के नियमों पर चलता था। महाराज विक्रमादित्य का काल प्रभु श्रीराम के राज के बाद सर्वश्रेष्ठ माना गया है, जहाँ प्रजा धनी थी और धर्म पर चलने वाली थी।

बड़े दुःख की बात है कि भारत के सबसे महानतम राजा विक्रमादित्य के बारे में हमारे स्कूलों,कालेजों में कोई स्थान नहीं है।
देश को अकबर,बाबर, औरंगजेब जैसे दरिन्दों का इतिहास पढाया गया है।

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🚩 जय श्री बाबा भोलेनाथ,जय जय श्री महाकाल बाबा जी,जय हिंद। 🙏🏻
 🙏सत्य सनातन धर्म की जय हो🙏🙏✊राजा वीर विक्रमादित्य की जय हो✊🙏🚩

मंगलवार, 26 अप्रैल 2022

पगड़ी रिसोर्ट में भगवान मुनिसुव्रत स्वामी की स्तुति में अद्वितीय भक्ति संध्या का आयोजन

पगड़ी रिसोर्ट, पाली में भगवान मुनिसुव्रत स्वामी की स्तुति में भक्ति संध्या का आयोजन

 


 

पाली के जोधपुर रोड स्थित पगड़ी रिसोर्ट में सोमवार सिंघवी परिवार के धनपत राज सिंघवी, कुसुम सिंघवी मनीष सिंघवी प्रियंका सिंघवी द्वारा भगवान मुनिसुव्रत स्वामी के मंदिर में सुबह  8वी ध्वजा का कार्यक्रम का आयोजन किया गया

जिसमे अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त प्रसिद्ध गायक अशोक गेमावत ने अपने भजन और मंत्रोच्चार से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया

शाम को भगवान मुनिसुव्रत स्वामी की स्तुति में भक्ति संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें प्रसिद्ध भजन गायक अशोक गेमावत मुम्बई, व प्रिया-प्रीति सिरोही ने भगवन पार्श्वनाथ व आदेश्वर नाथ की स्तुति में एक से बढ़कर एक मनमोहक भजनों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।


 भजन गायक अशोक गेमावत ने ढम-ढम ढोल नगाड़ा बाजे रे…, दर-दर भटकता हूं, मुझे राह बता देना… जैसे मनमोहक भजनों की प्रस्तुतियां दी तो वहां बैठे श्रोताओं ने तालियां बजाकर उनका हौंसला बढ़ाया। इसी क्रम में सिरोही की सिंगर प्रिया-प्रीति ने भगवान पार्श्वनाथ व आदेश्वर नाथ की स्तुति में भजनों की प्रस्तुतियां देकर खूब वाह-वाही लूटी। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन पारस भाटी अंजाना ने किया। भक्ति संध्या का आयोजन धनपतराज, कुसुम सिंघवी, मनीष सिंघवी, प्रियंका सिंघवी  परिवार की ओर से किया गया। कार्यक्रम में पाली के कई गणमान्य अतिथि पधारे और पाली के आलावा जोधपुर, जयपुर, मुंबई, हैदराबाद, गुजरात आदि कई स्थानों से मेहमानो ने भजन संध्या में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई| भक्ति संध्या में चंद्रराज सिंघवी, मुकुल सिंघवी जोधपुर, ओम सोनी, श्रीपाल लोढ़ा, हरीश संचेती, सुमित्रा जैन, सुनील तलवार, सुरेश ढड्ढा, मोंटू गुलेच्छा, नेमीचंद चौपड़ा सहित कई श्रद्धालु मौजूद रहे। कार्यक्रम में पाली के कई गणमान्य अतिथि पधारे और पाली के आलावा जोधपुर, जयपुर, मुंबई, हैदराबाद, गुजरात आदि कई स्थानों से मेहमानो ने भजन संध्या में अपनी उपस्थिति दर्ज कराइ

सोमवार, 25 अप्रैल 2022

आधुनिक सच मियां-बीबी दोनों मिल खूब कमाते हैं तीस लाख का पैकेज दोनों ही पाते

*आधुनिक सच* 

मियां-बीबी दोनों मिल खूब कमाते हैं
 तीस लाख का पैकेज दोनों ही पाते हैं

सुबह आठ बजे नौकरियों 
 पर जाते हैं
 रात ग्यारह तक ही वापिस आते हैं

अपने परिवारिक रिश्तों से कतराते हैं
 अकेले रह कर वह कैरियर बनाते हैं

कोई कुछ मांग न ले वो मुंह छुपाते हैं
 भीड़ में रहकर भी अकेले रह जाते हैं

मोटे वेतन की नौकरी छोड़ नहीं पाते हैं
 अपने नन्हे मुन्ने को पाल नहीं पाते हैं

फुल टाइम की मेड ऐजेंसी से लाते हैं
 उसी के जिम्मे वो बच्चा छोड़ जाते हैं

परिवार को उनका बच्चा नहीं जानता है
 केवल आया'आंटी' को ही पहचानता है

दादा-दादी, नाना-नानी कौन होते है ?
अनजान है सबसे किसी को न मानता है

आया ही नहलाती है आया ही खिलाती है
 टिफिन भी रोज़ रोज़ आया ही बनाती है

यूनिफार्म पहना के स्कूल कैब में बिठाती है
 छुट्टी के बाद कैब से आया ही घर लाती है

नींद जब आती है तो आया ही सुलाती है
 जैसी भी उसको आती है लोरी सुनाती है

उसे सुलाने में अक्सर वो भी सो जाती है
 कभी जब मचलता है तो टीवी दिखाती है

जो टीचर मैम बताती है वही वो मानता है
 देसी खाना छोड कर पीजा बर्गर खाता है

वीक एन्ड पर मॉल में पिकनिक मनाता है
 संडे की छुट्टी मौम-डैड के संग बिताता है

वक्त नहीं रुकता है तेजी से गुजर जाता है
 वह स्कूल से निकल के कालेज में आता है

कान्वेन्ट में पढ़ने पर इंडिया कहाँ भाता है
 आगे पढाई करने वह विदेश चला जाता है

वहाँ नये दोस्त बनते हैं उनमें रम जाता है
 मां-बाप के पैसों से ही खर्चा चलाता है

धीरे-धीरे वहीं की संस्कृति में रंग जाता है
 मौम डैड से रिश्ता पैसों का रह जाता है

कुछ दिन में उसे काम वहीं मिल जाता है
 जीवन साथी शीघ्र ढूंढ वहीं बस जाता है

माँ बाप ने जो देखा ख्वाब वो टूट जाता है
 बेटे के दिमाग में भी कैरियर रह जाता है

बुढ़ापे में माँ-बाप अब अकेले रह जाते हैं
 जिनकी अनदेखी की उनसे आँखें चुराते हैं

क्यों इतना कमाया ये सोच के पछताते हैं
 घुट घुट कर जीते हैं खुद से भी शरमाते हैं

हाथ पैर ढीले हो जाते, चलने में दुख पाते हैं
 दाढ़-दाँत गिर जाते, मोटे चश्मे लग जाते हैं

कमर भी झुक जाती, कान नहीं सुन पाते हैं
 वृद्धाश्रम में दाखिल हो, जिंदा ही मर जाते हैं : 

सोचना की बच्चे अपने लिए पैदा कर रहे हो या विदेश की सेवा के लिए।

बेटा एडिलेड में, बेटी है न्यूयार्क।
 ब्राईट बच्चों के लिए, हुआ बुढ़ापा डार्क।

बेटा डालर में बंधा, सात समन्दर पार।
 चिता जलाने बाप की, गए पड़ोसी चार।

ऑन लाईन पर हो गए, सारे लाड़ दुलार।
 दुनियां छोटी हो गई, रिश्ते हैं बीमार।

बूढ़ा-बूढ़ी आँख में, भरते खारा नीर।
 हरिद्वार के घाट की, सिडनी में तकदीर।

तेरे डालर से भला, मेरा इक कलदार।
 रूखी-सूखी में सुखी, 
अपना घर संसार

🙏🙏

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