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शुक्रवार, 4 मार्च 2011

देना है तो दीजिये जनम जनम का साथ

मेरे सर पर रखदो ठाकुर,  मेरे सर पर रखदो ठाकुर
अपने ये दोनों हाथ, देना है तो दीजिये जनम जनम का साथ
देना है तो दीजिये जनम जनम का साथ

सुना हैं अपने भक्तों को तो तुम अपने गले लगते हो
एसा हमने क्या माँगा जो देने से कतराते हो
मेरे जीवन में अब करदो, मेरे जीवन में अब करदो, तुम कृपा की बरसात
देना है तो दीजिये जनम जनम का साथ,  देना है तो दीजिये जनम जनम का साथ.



पिछले जनम में सेवा देकर तुमने बड़ा एहसान किया
तुम्ही हो राम तुम्ही हो कृष्णा हमने तुम्हे पहचान लिया
चाहे दूर रहो बनवारी चाहे दूर रहो बनवारी पर होती रहे मुलाकात
देना है तो दीजिये जनम जनम का साथ , देना है तो दीजिये जनम जनम का साथ

देने वाले गिरधारी से धन और दौलत क्या मांगूं

मांगूं तो बनवारी से गाडी बंगला क्या मांगू,
मेरे जीवन में अब करदो मेरे जीवन में अब करदो  तुम करूणा की बरसात
देना है तो दीजिये जनम जनम का साथ , देना है तो दीजिये जनम जनम का साथ


बुधवार, 2 मार्च 2011

बुरा जो देखन में चला बुरा न मिलिया कोय जो दिल खोजा आपना तो मुझसे बुरा न कोय

एक आदमी डॉक्टर के  पास गया और बोला की डॉक्टर मेरे को बहुत दर्द होता है
मैं जहां भी उंगली रखता हूँ ना सब जगह दर्द है .
डॉक्टर ने बोला full body x-ray होगा ct scan होगा report आएगी फ़िर उस के आधार पर इलाज होगा .  जब report आई तो डॉक्टर हँसने लगे .
इसने कहा डॉक्टर हसते क्यों हो ? क्या है report में ?
डॉक्टर बोले तेरे report में आया है की पुरे शरीर में कही कोई भी तकलीफ नहीं है केवल तेरी उंगली का अगला  हिस्सा पक गया  है .कुछ लगा होगा तो उंगली का अगला हिस्सा पक गया है इसलिए तू जहां  भी उंगली रखता है तो दर्द होता है …
हकीकत में शरीर में कही कोई प्रॉब्लम नहीं है सिर्फ उंगली तेरी पक गयी है बस 

ऐसे ही जो TV CHANNEL भारत के महान संतो को बदनाम करने के लिए कुप्रचार करते है  ,असल में उन की बुद्धि  सड़ी हुयी है .इसलिए उनको सब जगह दोष दिखता है ..इसने ऐसा कर दिया .उसने  वैसा कर दिया ऐसी मनगढ़ंत झूठी कहानिया बनाते है और अपना और देशवासियों का जीवन और समय खराब कर रहे है .
अरे सिर्फ चैनल को चलाने से तुम्हारा फ़र्ज़ पूरा नहीं होता तुम भी तो इसी देश के वासी हो फिर अगर तुम्हे गलतियाँ नज़र आ रही है तो उसे सिर्फ देखते ही रहोगे और बढाचढा कर देशवासियों में हिंसा और उत्पात के लिए प्रेरित करने के बजाय उन्हें सही राह दिखाओ ना|
बुरा जो देखन में चला बुरा न मिलिया कोय
जो दिल खोजा आपना तो मुझसे बुरा न कोय
समझदार के लिए इशारा ही काफी है ..........

जय श्री कृष्णा 

www.sanwariya.webs.com

सोमवार, 28 फ़रवरी 2011

भारतीय संस्कृति के अनुसार सोलह संस्कार

 हिन्दू धर्म के अनुसार मानव के जन्म से लेकर मृत्यु तक कुल सोलह संस्कारों का निर्वाह किया जाता है
आज के लोगो को तो इनके नाम भी याद नहीं होंगे
फिर भी भारतीय संस्कृति की विदेशों में पूजा होती है तो कम से कम भारत के लोगो को तो ये जानना ही चाहिए

 भारतीय संस्कृति के अनुसार सोलह संस्कार
1. गर्भाधान संस्कार
2. पुंसवन संस्कार ( गोद भराई )
3. सिमंतोनयन संस्कार
4. जात कर्म संस्कार (नावण )
5. नामकरण संस्कार
6. निष्क्रमण संस्कार
7. अन्नप्राशन संस्कार
8. चूडाकर्म संस्कार
9. उपनयन संस्कार (यज्ञोपवित या जनेऊ संस्कार )
10. वेदारम्भ संस्कार (विद्या आरम्भ )
11. समावर्तन संस्कार
12. विवाह संस्कार
13. अग्न्याधान संस्कार
14. दीक्षा संस्कार
15. महाव्रत संस्कार
16. अंतिम संस्कार (दाह संस्कार )


 

अगर नोकरी करनी है तो अफसर को परमेश्वर मानो

अफसर को परमेश्वर मानो



इस कलियुग की सकल नीति का सार सिर्फ इतना ही जानो
अगर नोकरी करनी है तो अफसर को परमेश्वर मानो
 
१. स्वाभिमान को गोली मारो लाज शर्म चूल्हे में डालो,
उनके एक इशारे पर ही नाच कूद की आदत डालो
बन्दर की सी खीस निपोरो कुत्ते की सी दूम हिलाओ,
गिरगिट का सा रंग बदल कर रोज गधे सा बोझ उठाओअ
फिर चाहो तो निज ड्यूटी पर खूब चैन से लम्बी तानो,
अगर नोकरी करनी है तो अफसर को परमेश्वर मानो  इस कलियुग की सकल .............................


2. अफसर मुंह से कभी न कहता सिर्फ इशारे से समझाता,
अफसर गलती कभी न करता दोष दूसरों के दिखलाता
इसीलिए मौके बेमोके उनके कोशल के गुण गो
"यस सर" का अभ्यास बधालो व्यस्त रहो तिनका न हिलाओ
यही तथ्य हृदयगम करलो आँख मूँद कर कहना मानो
 
अगर नोकरी करनी है तो अफसर को परमेश्वर मानो  इस कलियुग की सकल .............................

3. अफसर को खुश रखो प्यारे अपना काम बनाते जाओ]
इधर उधर की बात भिडाकर विमुख दुसरो से करवाओ
अगर खुशामद ईश्वर को भी खुश करने की ताकत रखती
तो अफसर का दिल पिगलाकर मोम बनाकर तुरत बताती
अतः खुशामद से मत चुको रोज रोज बेवर की तानो
अगर नोकरी करनी है तो अफसर को परमेश्वर मानो  इस कलियुग की सकल .............................

4. उनके कच्चो बच्चो को नित घर पर जाकर मुफ्त पढाओ
और परीक्षा में फिर उनको सबसे ज्यादा अंक लुटाओ
काकीजी मामीजी कहकर चूल्हे में जड़ अपनी रक्खो
अटके काम बनाकर अपने खूब खुशामद के फल चक्खो
अफसर की बीवी का दर्ज़ा अफसर से बढ़कर ही मानो
अगर नोकरी करनी है तो अफसर को परमेश्वर मानो  इस कलियुग की सकल .............................


मेने भारत में किसी भारतीय को नहीं देखा ?

मेने भारत में किसी भारतीय को नहीं देखा ?

क्यों?

पढ़कर बड़ा आश्चर्य हो रहा होगा ?

भारत में ही अगर भारतीय को नहीं देखा तो फिर अँधा है क्या ?

एक बार एक प्रवासी भारतीय ने अमेरिका में अपने मित्र को भारत भेजा घुमने के लिए और वो हमेशा भारतियों की तारीफ़ करता था कि हम इसे भारतीय है जिसकी संस्कृति की विदेशों में पूजा होती है, मेरा भारत महान, और बहुत सी तारीफ़ की उसने भारतीयों की | अमेरिकन भारत घूम के वापस अमेरिका गया और अपने मित्र से मिला तो बोला तुम तो कह रहे थे की वह बहुत सारे भारतीय रहते है मुझे तो एक भी नहीं मिला | उसने कहा एसा नहीं हो सकता तुम किसी गलत देश में चले गए होंगे वो बोला नहीं मैं गया तो भारत में ही था पर वह भारतीय के अलावा तो बहुत सारे लोग रहते हैं पर भारतीय नहीं था,

तो प्रवासी भारतीय ने पूछा तो तुम कहाँ कहाँ गए थे तो

अमेरिकन बोला जब में हरियाणा गया तो वहां के लोगो ने कहा मैं हरयान्वी हूँ,

जब पंजाब गया तो वहा के लोगो ने कहा मैं पंजाबी हूँ,

राजस्थान में गया तो सभी लोग राजस्थानी थे,

बिहार में गया तो सभी लोग बिहारी थे,

गुजरात में गया तो वहां के सभी लोग गुजराती थे.

फिर मेने और सभी तरह से परिचय पूछा तो कोई कहता है में ब्राह्मण हूँ , किसी ने कहा में सिन्धी हूँ, किसी ने कहा में सिक्ख हूँ, कोई कहता में इसाई हूँ, किसी ने कहा मैं फलाना, मैं ढीकड़ा, पर किसी ने भी नहीं कहा कि मैं भारतीय हूँ
वहा तो दुसरे लोग रहते है कोई भारतीय नहीं था

अब आप ही बताइए क्या विदेशों में यही छवि बनाना चाहते है भारत की ?

क्या वो अमेरिकन गलत कह रहा था ?
हम चाहे हिन्दू हो या मुसलमान, चाहे सिक्ख हो या इसाई, चाहे राजस्थानी हो या गुजराती, चाहे ब्राह्मण हो या शुद्र, क्षत्रिय हो या वेश्य, पर सबसे पहले हम भारतीय है


I am a proud of INDIAN , गर्व से कहो हम भारतीय है

Vande matram!!!

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