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रविवार, 19 नवंबर 2023

कुछ ऐसे होते हैं कृष्ण पक्ष में जन्मे लोग स्वभाव से निष्ठुर होने के साथ-साथ होते हैं क्रूर

कुछ ऐसे होते हैं कृष्ण पक्ष में जन्मे लोग
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स्वभाव से निष्ठुर होने के साथ-साथ होते हैं क्रूर
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हिंदू धर्म में ग्रहों और नक्षत्रों को लोग काफी महत्वपूर्ण मानते हैं। व्यक्ति के जन्म के समय से उसके भाग्य का और उसके स्वभाव का पता लगाया जाता है। जब भी किसी बच्चे का जन्म होता है तो उसके जन्म के समय को सबसे पहले नोट किया जाता है। इसके द्वारा उसके ग्रहों नक्षत्रों को देखते हुए उसकी कुंडली बनाई जाती है जो उसका आने वाला भविष्य कैसा रहेगा इन सब बातों के बारे में पता लगता है।

ज्योतिष के अनुसार बच्चे के जन्म के समय के साथ उसके स्वभाव पर उसके घर के माहौल का भी बेहद असर पड़ता है। इसी के साथ उसकी कुंडली में जो ग्रह विराजमान होते हैं वो भी उसके जीवन पर असर डालते हैं। ज्योतिषियों के अनुसार व्यक्ति की कुंडली के ग्रहों से व्यक्ति के स्वभाव के बारे में बताया जा सकता है।

जहां पर लोग अंग्रेजी कैलेंडर देखते हैं उसकी तरह से हिंदू धर्म का कैलेंडर पंचांग होता है। बता दें कि हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। पंचांग अर्थात पांच कारकों तिथि, योग, करण, वार और नक्षत्र से मिलकर बनता हैं और इसी के आधार पर पंचांग द्वारा गणना की जाती है, इसलिए ही इसे पंचांग कहा जाता है।

पंचांग के अनुसार एक साल में 12 महीने होते हैं और जिसमें हर एक दिन को एक तिथि कहा जाता है। हर दिन की तिथि की अवधि 19 घंटों से लेकर 24 घंटे तक की होती है। पंचांग के अनुसार हर महीने में 30 दिन होते हैं। और इन दिनों की संख्या की गणना सूरज और चंद्रमा की गति के अनुसार निर्धारित की जाती है। चन्द्रमा की कलाओं के ज्यादा होने या कम होने के अनुसार ही महीने को दो पक्षों में कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष में बांटा गया है। इन दोनों ही पक्षों में जन्म लेने वाले जातकों के स्वभाव में काफी अंतर होता है। तो आज हम आपको बताएंगे कि कृष्ण पक्ष में जन्में लोग कैसे होते हैं। 

पूर्णिमा और अमावस्या के बीच के भाग को कृष्ण पक्ष कहा जाता है। पूर्णिमा के अगले दिन से ही कृष्ण पक्ष लग जाता है। बता दें कि कृष्ण पक्ष को अशुभ माना जाता है और ऐसी मान्यता है कि इस पक्ष में कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाने चाहिए।

ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पूर्णिमा के बाद चंद्रमा घटने लगता है जिसके बाद चंद्रमा की शक्तियां कम होने लगती है और चंद्रमा के आकार में भी कमी आने लगती और रातें अंधेरी होने लगती है इस कारण से इस पक्ष को शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए जो लोग पंचांग में विश्वास करते हैं वो कृष्ण पक्ष में कोई भी शुभ कार्य नहीं करते हैं।

कैसे होते हैं कृष्ण पक्ष में जन्में लोग
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कृष्णपक्ष में जन्म लेने वाले स्वभाव से निष्ठुर, द्वेषी स्वभाव, क्रूर होते हैं इसी के साथ वो ज्यादा सुंदर शरीर वाले भी नहीं होते हैं। हालांकि वो परिश्रमशील होते हैं।
रात में जन्म लेने वाले लोग तामसिक स्वभाव वाले होते हैं और काम को छिपाकर कर करते हैं। इसी के साथ ऐसे लोग व्यर्थ में और अधिक बोलने वाले होते हैं।

हिंदी महीनों के अनुसार जन्म लेने वालों का स्वभाव
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इसी के साथ आषाढ़ महीने में जन्म लेने वाले लोग धर्म कर्म में रूचि रखते हैं लेकिन इसी के साथ ऐसे लोग आर्थिक तंगी से सदैव घिरे रहते हैं।
माघ मास में जन्म लेने वाले लोग काफी बुद्धिमान होते हैं इसी के साथ उनमें पैसा कमाने की ललक होती है। किंतु वो बहुत ही खरा बोलते हैं।
वहीं कार्तिक महीने में जन्म लेने वाले लोग स्वभाव से केवल निष्ठुर होते हैं लेकिन वो धनवान होते हैं।
प्रतिपदा को जन्मे लोग दुर्जन और कुसंगी होते हैं।
द्वितीया तिथि को जन्मे लोग स्वभाव से स्वार्थी होते हैं।
तृतीया को जन्मे लोग स्वभान से ईर्ष्यालु प्रर्वत्ति के होते हैं।


कभी विचार आया? *अहमदाबाद:- में अहमद कौन है?*

कभी विचार आया? 
*अहमदाबाद:- में अहमद कौन है?*
*मुरादाबाद:- में मुराद कौन है?*
*इलाहाबाद:- में इलाहा कौन है?*
*औरंगाबाद:- में औरंगजेब कौन है?*
*फैजाबाद:- में फैज कौन है?*
*फर्रुखाबाद:- में फारूख कौन है?*
*आदिलाबाद:- में आदिल कौन है?*
*साहिबाबाद:- में साहिब कौन है?*
*हैदराबाद:- में हैदर कौन है?*
*सिकंदराबाद:- में सिकंदर कौन है?*
*फिरोजाबाद:- में फिरोज कौन है?*
*मुस्तफाबाद:- में मुस्तफा कौन है?*
*तुगलकाबाद:- में तुगलक कौन है?*
*फतेहाबाद:- में फतेह कौन है?*
*बख्तियारपुर:- में बख्तियार कौन है?*
*महमूदाबाद:- में महमूद कौन है?*
*मुजफ़्फ़रपुर और मुजफ़्फ़र नगर:- में मुजफ़्फ़र कौन है?*
*बुरहानपुर:- मे बुरहान कौन?*

*ये सब कौन हैं? ये वही लोग हैं जिन्होंने आपके संस्कृति नष्ट की आपके मंदिर तोड़े मूर्तियों को भ्रष्ट किया और हिंदुओं को तलवार के जोर पर इस्लाम में धर्मांतरण किया ।* *भारत के इतिहास में इनका यही योगदान है। इसके बावजूद हम लोग उनके नाम पर शहरों के नाम रख कर किस लिए याद करते हैं?*

*योगी जी की कार्य-प्रणाली को देखकर"वास्तव"फिल्म का एक दृश्य याद आ रहा है, जिसमें संजय दत्त एक गैंगस्टर है और दीपक तिजोरी एक पुलिस अधिकारी---दोंनों बचपन के मित्र हैं!*
*दीपक तिजोरी--संजय दत्त को समझाते हैं कि अपराध की दुनियां को छोड़ दो अन्यथा किसी दिन पकड़े जाओगे या एनकाउंटर हो जायेगा---पलटकर गैंगस्टर संजय दत्त, पुलिस अधिकारी दीपक तिजोरी से पूछता है! मुझे पकड़ेगा कौन---यह तुम्हारी निकम्मी पुलिस,जो मेरे सामनें कुत्तों की तरह दुम हिलाती है!*
*पुलिस अधिकारी बनें दीपक तिजोरी नें बहुत सुन्दर जवाब दिया था---पुलिस निकम्मी नहीं है,तेरे ऊपर भ्रष्ट और गद्दार नेताओं और सत्ता का हांथ है---जिस दिन कोई ईमानदार नेता सत्ता संभालेगा,उस दिन यही पुलिस तुझे कुत्तों की तरह घसीटते हुए ले जायेंगी---आज इन भ्रष्ट और निकम्में नेताओं नें पुलिस के हांथ बांध रखे हैं!*
*ये उदाहरण मैंने इस लिए दिया,ताकि आप याद कर सकें वह वक्त---जब आज़म खान नें तीन घंटे एक S.S.P. को अपनें घर के बाहर खड़ा रहनें का आदेश दे दिया था---जब आज़म खान ने जिलाधिकारी से जूते साफ करवाने की बात कही थी---जब मुख्तार अंसारी ने कोतवाली में ताला डलवा दिया था---जब अतीक अहमद नें बीस पुलिस वालों को अपनें घर में कैद कर लिया था---जब इनके मुकदमों को सुनने से मजिस्ट्रेट भी मना कर दिया करते थे!*
*वक्त बदला--एक संन्यासी नेता बनकर प्रदेश की गद्दी पर बैठा---देखते-देखते सब कुछ बदल गया, असहाय सी लगनें वाली पुलिस इनको घसीट-घसीट कर थानों में लाने लगी,इनके घर में घुसकर ढिंढोरा पीटने लगी, नीलामियां होनें लगीं, धड़ाधड़ बुलडोजर चलनें लगे, बड़े से बड़े माफिया और डांन सरेंडर करनें लगे!*

*मैं केवल आपको इतना कहना चाह रहा हूं कि--जब सत्ता पर बैठा व्यक्ति ईमानदार और चरित्रवान होता है तो सबकी खुशहाली होती है, समाज का उत्थान होता है!*
*चुनावी बिगुल बज चुका है,आप समझदार हैं, सत्ता किनके हाथों में सौंपनी है,यह आपको सोचना है!*
             
*नवाब मलिक भांग बेचकर 3000 करोड़ का नवाब हो गया।*
*मुलायम सिंह प्राइमरी के मास्टर होते हुए भी अपने पूरे परिवार को हजारों करोड़ का मालिक बना चुके हैं*
*गरीब परिवार से आई हुई दलित मायावती बिना कोई रोजगार किये ही हज़ारों करोड़ की मालकिन हैं*
*लालू गाय-गोबर-दूध-दही बेच कर 2000 करोड़ का मालिक बन गया।*
*चिदंबरम गमला में गोभी उगा कर 4000 करोड़ का मालिक बन गया।*
*शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले 10 एकड़ जमीन में सब्जियों उगाके अरबों खरबों की मालिक बन गई।*
*और तो और फ़र्ज़ी गाँधी बिना कुछ किए 80000 करोड़ के मालिक बन गए। सोनिया गांधी विश्व की चौथी सबसे अमीर महिला बन गयी*
*टिकैत अनाज बेच कर 1500 करोड़ का मालिक बन गया।*

*पर ताज़्जुब यह कि मोदी जी और योगी जी देश बेच कर भी फ़कीर का फ़कीर ही है... *
*जागरूक नागरिकों उपर्युक्त विवरण में ही आपका और आने वाली संतानों का भविष्य छुपा है*

*सक्षम हिंदुओ को,यह पोस्ट भारत के प्रेत्येक न्यूज पेपर में छपवाना चाहिए।*

*यह यज्ञ के बराबर फलदाई है।*
*जो समाज सेवा के नाम पर लाखों करोड़ों खर्च करते है।*
*यहां वहां दान देते हैं।वह भी इस धार्मिक कार्य को कर सकते हैं।*

*धर्म रक्षा के लिए अतिआवश्यक है।*

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