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रविवार, 29 सितंबर 2019

नवदुर्गा की नौ औषधियां वनस्पतियां

नवदुर्गा की नौ औषधियां वनस्पतियां              
सम्पूर्ण प्रकृति में  जगत जननी माँ आदि शक्ति भवानी दुर्गा का ही वास है वह प्रत्येक चर-अचर, जीव - जंतु, प्रकृति की समस्त वनस्पतियों और प्रकृति के हर कण कण में माँ का ही वास है!इस लिए के अनुपम सुंदर को बचाना होगा! क्यों कि प्रकृति ही हमारे जीवन के लिए एक रक्षा कवच है! इस लिए धरती मां के शृंगार अर्थात पेड़ पौधों और वनस्पतियों को मिटने से बचाना होगा!
#नवदुर्गा इन 9 प्रकार की औषधियों में विराजती है!
मां दुर्गा नौ रूपों में अपने भक्तों का कल्याण कर उनके सारे संकट हर लेती हैं। इस बात का जीता जागता प्रमाण है, संसार में उपलब्ध वे औषधियां,  जिन्हें मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों के रूप में जाना जाता है।
नवदुर्गा के नौ औषधि स्वरूपों को सर्वप्रथम मार्कण्डेय चिकित्सा पद्धति के रूप में दर्शाया गया और चिकित्सा प्रणाली के इस रहस्य को ब्रह्माजी द्वारा उपदेश में दुर्गाकवच कहा गया है।
ऐसा माना जाता है कि यह औषधियां समस्त प्राणियों के रोगों को हरने वाली और और उनसे बचा कर रखने के लिए एक कवच का कार्य करती हैं, इसलिए इसे दुर्गाकवच भी कहा गया है । इनके प्रयोग से मनुष्य अकाल मृत्यु से बचकर सौ वर्ष तक जीवन जी सकता है।
आइए जानते हैं दिव्य गुणों वाली नौ औषधियों को जिन्हें नवदुर्गा कहा गया है।
1. प्रथम शैलपुत्री यानि हरड़ -
नवदुर्गा का प्रथम रूप शैलपुत्री माना गया है। कई प्रकार की समस्याओं में काम आने वाली औषधि हरड़, हिमावती है जो देवी शैलपुत्री का ही एक रूप हैं। यह आयुर्वेद की प्रधान औषधि है, जो सात प्रकार की होती है। इसमें हरीतिका (हरी) भय को हरने वाली है।
पथया - जो हित करने वाली है।
कायस्थ - जो शरीर को बनाए रखने वाली है।
अमृता - अमृत के समान
हेमवती - हिमालय पर होने वाली।
चेतकी -चित्त को प्रसन्न करने वाली है।
श्रेयसी (यशदाता)- शिवा कल्याण करने वाली।
2. द्वितीय ब्रह्मचारिणी यानि ब्राह्मी -
ब्राह्मी, नवदुर्गा का दूसरा रूप ब्रह्मचारिणी है। यह आयु और स्मरण शक्ति को बढ़ाने वाली, रूधिर विकारों का नाश करने वालीऔर स्वर को मधुर करने वाली है। इसलिए ब्राह्मी को सरस्वती भी कहा जाता है। यह मन एवं मस्तिष्क में शक्ति प्रदान करती है और गैस व मूत्र संबंधी रोगों की प्रमुख दवा है। यह मूत्र द्वारा रक्त विकारों को बाहर निकालने में समर्थ औषधि है। अत: इन रोगों से पीड़ित व्यक्ति को ब्रह्मचारिणी कीआराधना करना चाहिए।
3. तृतीय चंद्रघंटा यानि चन्दुसूर
नवदुर्गा का तीसरा रूप है चंद्रघंटा, इसे चन्दुसूर या चमसूर कहा गया है। यह एक ऐसा पौधा है जो धनिये के समान है। इस पौधे की पत्तियों की सब्जी बनाई जाती है, जो लाभदायक होती है।
यह औषधि मोटापा दूर करने में लाभप्रद है, इसलिए इसे चर्महन्ती भी कहते हैं। शक्ति को बढ़ाने वाली, हृदय रोग को ठीक करने वाली चंद्रिका औषधि है।
अत: इस बीमारी से संबंधित रोगी को चंद्रघंटा की पूजा करना चाहिए।
4. चतुर्थ कुष्माण्डा यानि पेठा  
नवदुर्गा का चौथा रूप कुष्माण्डा है। इस औषधि से पेठा मिठाई बनती है, इसलिए इस रूप को पेठा कहते हैं। इसे कुम्हड़ा भी कहते हैं जो पुष्टिकारक, वीर्यवर्धक व रक्त के विकार को ठीक कर पेट को साफ करने में सहायक है। मानसिकरूप से कमजोर व्यक्ति के लिए यह अमृत समान है। यह शरीर के समस्त दोषों को दूर कर हृदय रोग को ठीक करता है।
कुम्हड़ा रक्त पित्त एवं गैस को दूर करता है। इन बीमारी से पीड़ितव्यक्ति को पेठा का उपयोग के साथ कुष्माण्डादेवी की आराधना करना चाहिए।
5. पंचम स्कंदमाता यानि अलसी
नवदुर्गा का पांचवा रूप स्कंदमाता है जिन्हें पार्वती एवं उमा भी कहते हैं। यह औषधि के रूप में अलसी में विद्यमान हैं। यह वात, पित्त, कफ, रोगों की नाशक  औषधि है।
अलसी नीलपुष्पी पावर्तती स्यादुमा क्षुमा।
अलसी मधुरा तिक्ता स्त्रिग्धापाके कदुर्गरु:।।
उष्णा दृष शुकवातन्धी कफ पित्त विनाशिनी।
इस रोग से पीड़ित व्यक्ति ने स्कंदमाउता की आराधना करना चाहिए।
6. षष्ठम कात्यायनी यानि मोइया -
नवदुर्गा का छठा रूप कात्यायनी है। इसे आयुर्वेद में कई नामों से जाना जाता है जैसे अम्बा, अम्बालिका, अम्बिका। इसके अलावा इसे मोइया अर्थात माचिका भी कहते हैं। यह कफ, पित्त, अधिक विकार एवं कंठ के रोग का नाश करती है।
इससे पीड़ित रोगी को इसका सेवन व कात्यायनी की आराधना करना चाहिए।
सप्तमं कालरात्री ति महागौरीति चाष्टम।
7.सप्तम कालरात्रि यानि नागदौन-
दुर्गा का सप्तम रूप कालरात्रि है जिसे
महायोगिनी, महायोगीश्वरी कहा गया है। यह नागदौन औषधि के रूप में जानी जाती है। सभी प्रकार के रोगों की नाशक सर्वत्र विजय दिलाने वाली मन एवं मस्तिष्क के समस्त विकारों को दूर करने वाली औषधि है।
इस पौधे को व्यक्ति अपने घर में लगाने पर घर के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। यह सुख देने वाली एवं सभी विषों का नाश करने वाली औषधि है। इस कालरात्रि की आराधना प्रत्येक पीड़ित व्यक्ति को करना चाहिए।
8.अष्टम महागौरी यानि तुलसी -
नवदुर्गा का अष्टम रूप महागौरी है, जिसे प्रत्येक व्यक्ति औषधि के रूप में जानता है क्योंकि इसका औषधि नाम तुलसी है जो प्रत्येक घर में लगाई जाती है। तुलसी सात प्रकार की होती है- सफेद तुलसी, काली तुलसी, मरुता, दवना, कुढेरक, अर्जक और षटपत्र। ये सभी प्रकार की तुलसी रक्त को साफ करती है एवं हृदय रोग का नाश करती है।
तुलसी सुरसा ग्राम्या सुलभा बहुमंजरी।
अपेतराक्षसी महागौरी शूलघ्नी देवदुन्दुभि:
तुलसी कटुका तिक्ता हुध उष्णाहाहपित्तकृत् ।
मरुदनिप्रदो हध तीक्षणाष्ण: पित्तलो लघु:।
इस देवी की आराधना हर सामान्य एवं रोगी व्यक्ति को करना चाहिए।
नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गा प्रकीर्तिता
9. नवम सिद्धिदात्री यानि शतावरी -
नवदुर्गा का नवम रूप सिद्धिदात्री है, जिसे
नारायणी याशतावरी कहते हैं। शतावरी बुद्धि बल एवं वीर्य के लिए उत्तम औषधि है। यह रक्त विकार एवं वात पित्त शोध नाशक और हृदय को बल देने वाली महाऔषधि है। सिद्धिदात्री का जो मनुष्य नियमपूर्वक सेवन करता है। उसके सभी कष्ट स्वयं ही दूर हो जाते हैं। इससे पीड़ित व्यक्ति को सिद्धिदात्री देवी की आराधना करना चाहिए।
इस प्रकार प्रत्येक देवी आयुर्वेद की भाषा में मार्कण्डेय पुराण के अनुसार नौ औषधि के रूप में मनुष्य की प्रत्येक बीमारी को ठीक कर रक्त का संचालन
उचित एवं साफ कर मनुष्य को स्वस्थ करती है।
अत: मनुष्य को इनकी आराधना एवं सेवन करना चाहिए।
सेवा, आराधना और समर्पण का यह पर्व आप सब के लिए मंगलमय हो।        
                              

शुक्रवार, 27 सितंबर 2019

घट स्थापना मुहूर्त

घट स्थापना मुहूर्त
इस वर्ष नवरात्रि की में 6 श्रेष्ठ मुहूर्त आ रहे हैं जिसके साथ में सलवार से भी अमृत सिद्धि योग जैसे विशेष 6 योग मिले हैं
इस वर्ष विक्रम संवत 2076 अश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि रविवार हस्त नक्षत्र ब्रह्मा योग से नवरात्रि घट स्थापन आरंभ हो रहा है जिस वर्ष 9 दिन पुण  होते हैं उस वर्ष सम्मत अच्छा निकलता है सभी की मनोकामना पूर्ण होती है
घटस्थापना के मुहूर्त अपने-अपने परंपराओं के अनुसार घट स्थापना करनी चाहिए
घट स्थापना का प्रातकाल 6:54 से 12:21 तक घट स्थापना की से श्रेष्ठ मुहूर्त रहेंगे उसके बाद दोपहर 1:50 से 2:19 तक श्रेष्ठ मुहूर्त रहेगा प्रदोष काल शाम को जिनको स्थापना करनी हो उनके लिए 6:17 से 10:54 तक श्रेष्ठ मुहूर्त रहेगा
इन समय आप अपने अपने हिसाब से अपने घर पर घटस्थापना करें अखंड दीपक जलाएं या अपनी परंपराओं के अनुसार 9 दिन तक माता जी की पूजन करें
जैसा कि आपको पता है कई व्यक्ति दीपदान के लिए आप को गुमराह करते हैं आप नवरात्रि में घी का दीपक जलाने से लक्ष्मी प्राप्ति होती है तिल्ली का तेल सोयाबीन कपास मूंगफली के तेल से दीपक जलाने से शक्ति प्राप्त होती है
कई व्यक्ति हनुमान जी के यहां पीपल के यहां या किसी के द्वारा बताए जाने पर जैसे सरसों के तेल का दीपक जलाते हैं पहले सोच समझ कर के ही जलाएं क्योंकि सरसों के तेल के दीपक जलाने से दीपक जलाने वाले व्यक्ति के ही एक्सीडेंट घर की लक्ष्मी घर में कलेश पैदा होना क्या लक्ष्मी नष्ट होना इसलिए सरसों के तेल से कभी भी दीपक नहीं जला में अपने शत्रुओं को भी नहीं जलाने के लिए कहा जाए
नवरात्रि के अंदर आप दुर्गा सप्तशती के पाठ जैसे दुर्गा की 32 नामावली 108 नाम कुंजिका पाठ कवच अर्गला किलक देवी अथर्वशीर्ष के साथ नवाणन्यास सप्तशती न्यास एवं दुर्गा सप्तशती के 13 अध्याय का पाठ करें देवी रात्रि सुक्त देवी तंत्रोक्त सुक्त तीनों रहस्य के पाठ करना चाहिए
इसके अलावा कोई गायत्री के जप महामृत्युंजय अनुष्ठान  या श्री सूक्त के पाठ श्री सूक्त का पाठ उसी व्यक्ति को करना चाहिए जिस व्यक्ति के इमानदारी का पैसा आता हो हराम का पैसा नहीं आता हो जिस व्यक्ति के पास हराम का पैसा आता हो या रिश्वत जैसे पैसे आते हो या किसी को गुमराह करके पैसा निकलता हो तो श्री सूक्त के पाठ करने से उसकी सारी संपत्ति नष्ट हो सकती है सोच समझकर के श्री सूक्त का पाठ करें या फिर कनकधारा स्त्रोत का पाठ करते रहें जिन व्यक्तियों को रिश्वत के पैसे आते हो या किसी को गुमराह करके पैसा निकालता हो उसे कनकधारा स्त्रोत का पाठ ही करना चाहिए जैसे कि उसकी लक्ष्मी बढ़ती रहे नष्ट नहीं हो
इस वर्ष मंगलवार को विजयादशमी पर्व रहेगा जो श्रवण नक्षत्र युक्त रहेगा जिस वर्ष मंगलवार को श्रवण नक्षत्र युक्त विजयादशमी रहती है सभी लोग खुशहाल रहते हैं राजा की विजय होती है इस वर्ष मंगलवार को दशहरा रहने के कारण भारत देश की खेती देश विदेशों में बढ़ती रहेगी एवं विजयादशमी मंगलवारी होने के कारण सभी शत्रु प्राप्त होते रहेंगे
विजयादशमी के दिन शमी  की पूजन की जाती है या अपने घर पर शम्मी का वृक्ष लगाने से लक्ष्मी की प्राप्ति रहेगी एवं सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती रहेगी।

ये लड़कियाँ बथुआ की तरह उगी थीं!

ये  लड़कियाँ बथुआ की तरह उगी थीं!
जैसे गेहूँ के साथ बथुआ 
बिन रोपे ही उग आता है!
ठीक इसीतरह  कुछ घरों में बेटियाँ
बेटों की चाह में अनचाहे ही आ जाती हैं!
पीर से जड़ी सुधियों की माला
पहन कर ये बिहसती रहीं!
खुद को खरपतवार मान , ये साध से गिनाती रही कि
भाई के जन्म पर क्या - क्या उछाह हुआ!
और गर्व से बताती कि कितने नाज नखरे से पला है
हम जलखुम्भीयों के बीच में ये स्वर्णकमल!
बिना किसी डाह के ये प्रसन्न रही
अपने परिजनों की इस दक्षता पर कि
कैसे एक ही कोख से ..एक ही रक्त-माँस से
और एक ही
चेहरे -मोहरे के बच्चों के पालन में
दिन रात का अंतर रखा गया!
समाज के शब्दकोश में दुःख के कुछ स्पस्ट पर्यायवाची थे!
जिनमें सिर्फ सटीक दुखों को रखा गया
इस दुःख को पितृसत्तात्मक वेत्ताओं ने ठोस नहीं माना!
बल्कि जिस बेटी के पीठ पर बेटा जन्मा
उस पीठ को घी से पोत दिया गया
इस तरह  उस बेटी  को भाग्यमानी कहकर मान दे दिया!
लल्ला को दुलारती दादी और माँ ने
लल्ला की कटोरी में बचा दूध बताशा इसे ही थमाती!
जैसे गेहूँ के साथ बथुआ भी अनायास सींच दिया जाता है !प्यास गेहूँ की ही देखी जाती है!
पर  अपने भाग्य पर इतराती
ये लड़कियाँ कभी देख ही नहीं पायीं कि
भूख हमेशा लल्ला की ही मिटायी गयी!
तुम बथुए की तरह उनके लल्ला के पास ही उगती रही
तो तुम्हें तुरंत कहाँ उखाड़ कर फेंका जाता !?
इसलिए दबी ही रहना ज्यादा छतनार होकर
बाढ़ न मार देना ! उनके दुलरुआ का!
जो ढेरों मनौतियों और देवी -देवता के अथक आशीष का फल है !

गुरुवार, 26 सितंबर 2019

रात को 2 इलायची खाकर पी लें 1 गिलास गर्म पानी, फिर देखें कमाल

रात को 2 इलायची खाकर पी लें 1 गिलास गर्म पानी, फिर देखें कमाल

RAJIV DIXIT JI

इलायची दिखने में जितनी छोटी होती है उससे कही गुना ज्यादा बड़ी वो अपने गुणों में होती है l इलायची न केवल खाने को स्वाद बनाने के काम आती बल्कि ये एक औषधि के रूप में भी इस्तेमाल की जाती है l इलायची हर भारतीय के घर पर मिल जाती है l इलायची के स्वास्थ्य के लिए बहुत सारे फायदे होते हैं  छोटी इलायची को खुशबू व स्वाद के लिए इस्तेमाल किया जाता है  आज हम आपको छोटी इलायची खाकर गर्म पानी पीने का फायदा बता रहे हैं
अगर हम रात को सोने से पहले दो इलायची को गर्म पानी के साथ खाते हैं तो जानिए हमे क्या-क्या लाभ होते हैं और इसके इस्तेमाल के दौरान हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए l सबसे पहले बात करते हैं छोटी इलायची के फायदों कीl
गुण (Property) – छोटी इलायची कफ, खांसी, श्वास, बवासीर और मूत्रकृच्छ नाशक है। यह मन को प्रसन्न करती है। घाव को शुद्ध करती है। हृदय और गले की मलीनता को दूर करती है। हृदय को बलवान बनाती है। मानसिक उन्माद, उल्टी और जीमिचलाना को दूर करती है। मुंह की दुर्गन्ध को दूर करके सुगन्धित करती है और पथरी को तोड़ती है। बड़ी इलायची के गुण भी छोटी इलायची के गुण के समान होते हैं। पीलिया, बदहजमी, मूत्रविकार, सीने में जलन, पेट दर्द, उबकाई, हिचकी, दमा, पथरी और जोड़ों के दर्द में इलायची का सेवन लाभकारी होता है।
अगर हम दो इलायची खाकर गर्म पानी पीते हैं तो हमें कब्ज़ नहीं रहती l ऐसा करने से हमारी पाचन शक्ति ठीक होती है और पाचन क्रिया ठीक होने के कारण पुरानी से पुरानी कब्ज़ की समस्या भी ठीक हो जाती है l अगर आप भी कब्ज़ से परेशान हैं तो रोज रात को दो इलायची गर्म पानी के साथ जरुर खाएं l
छोटी इलायची खाने से वीर्य गढ़ा होता है l रात को सोने से पहले दो इलायची गर्म पानी के साथ खाने से जिस व्यक्ति का वीर्य पतला होता है उसका वीर्य पुष्ट होकर गढ़ा हो जाता है और सभी तरह के वीर्य विकार नष्ट हो जाते हैं l किल मुहासोंको ठीक करने के लिए भी ये नुस्खा बहुत ही लाभदायक है l बालों के झड़ने की समस्या को भी कम करता है ये नुस्खा l जिन लोगों के बाल झाड़ते हैं वो लोग इस नुस्खे को अपना सकते हैं l
विभिन्न रोगों में उपचार (Treatment of various diseases)
स्वप्नदोष: आंवले के रस में इलायची के दाने और ईसबगोल को बराबर मात्रा में मिलाकर 1-1 चम्मच की मात्रा में सुबह-शाम सेवन करने से स्वप्नदोष में लाभ होता है।
आंखों में जलन होने अथवा धुंधला दिखने पर : इलायची के दाने और शक्कर बराबर मात्रा में लेकर पीस लें। फिर इसके 4 ग्राम चूर्ण में एरंड का चूर्ण डालकर सेवन करें। इससे मस्तिष्क और आंखों को ठण्डक मिलती है तथा आंखों की रोशनी तेज होती है।
रक्त-प्रदर, रक्त-मूल-व्याधि :
इलायची के दाने, केसर, जायफल, वंशलोचन, नागकेसर और शंखजीरे को बराबर मात्रा में लेकर उसका चूर्ण बना लें। इस 2 ग्राम चूर्ण में 2 ग्राम शहद, 6 ग्राम गाय का घी और तीन ग्राम चीनी मिलाकर सेवन करें। इसे रोजाना सुबह और शाम लगभग चौदह दिनों तक सेवन करना चाहिए। रात के समय इसे खाकर आधा किलो गाय के दूध में चीनी डालकर गर्म कर लें और पीकर सो जाएं। इससे रक्त-प्रदर, रक्त-मूल-व्याधि (खूनी बवासीर) और रक्तमेह में आराम होगा। ध्यान रहे कि तब तक गुड़, गिरी आदि गर्म चीजें न खाएं।
कफ: इलायची के दाने, सेंधानमक, घी और शहद को मिलाकर पीने से लाभ मिलता है।
वीर्यपुष्टि: इलायची के दाने, जावित्री, बादाम, गाय का मक्खन और मिश्री को मिलाकर रोजाना सुबह सेवन करने से वीर्य मजबूत होता है।
मूत्रकृच्छ (पेशाब करने में कष्ट या जलन): इलायची के दानों का चूर्ण शहद में मिलाकर खाने से मूत्रकृच्छ (पेशाब में जलन) में लाभ मिलता है।
उदावर्त (मलबंध) रोग पर: थोड़ी सी इलायची लेकर घी के दिये पर सेंकने के बाद उसको पीसकर बने चूर्ण में शहद को मिलाकर चाटने से उदावर्त रोग में लाभ मिलता है।
मुंह के रोग पर: इलायची के दानों के चूर्ण और सिंकी हुई फिटकरी के चूर्ण को मिलाकर मुंह में रखकर लार को गिरा देते हैं। इसके बाद साफ पानी से मुंह को धो लेते हैं। रोजाना दिन में 4-5 बार करने से मुंह के रोग में आराम मिलता है।
सभी प्रकार के दर्द: इलायची के दाने, हींग, इन्द्रजव और सेंधानमक का काढ़ा बना करके एरंड के तेल में मिलाकर देना चाहिए। इससे कमर, हृदय, पेट, नाभि, पीठ, कोख (बेली), मस्तक, कान और आंखों में उठता हुआ दर्द तुरन्त ही मिट जाता है |
सभी प्रकार के बुखार: इलायची के दाने, बेल और विषखपरा को दूध और पानी में मिलाकर तक तक उबालें जब तक कि केवल दूध शेष न रह जाए। ठण्डा होने पर इसे छानकर पीने से सभी प्रकार के बुखार दूर हो जाते हैं।
कफ-मूत्रकृच्छ: गाय का पेशाब, शहद या केले के पत्ते का रस, इन तीनों में से किसी भी एक चीज में इलायची का चूर्ण मिलाकर पिलाने से लाभ होता है।
उल्टी:
इलायची के छिलकों को जलाकर, उसकी राख को शहद में मिलाकर चाटने से उल्टी में लाभ मिलता है।
चौथाई चम्मच इलायची के चूर्ण को अनार के शर्बत में मिलाकर पीने से उल्टी तुरन्त रुक जाती है।
4 चुटकी इलायची के चूर्ण को आधे कप अनार के रस में मिलाकर पीने से उल्टी होना बंद हो जाती है।
हैजा:
5-10 बूंद इलायची का रस उल्टी, हैजा, अतिसार (दस्त) की दशा में लाभकारी है।
10 ग्राम इलायची को एक किलो पानी में डालकर पकायें, जब 250 मिलीलीटर पानी रह जाए तो उसे उतारकर ठण्डा कर लेते हैं। इस पानी को घूंट-2 करके थोड़ी-2 से देर में पीने से हैजे के दुष्प्रभाव, प्यास तथा मूत्रावरोध आदि रोग दूर हो जाते हैं।
जमालघोटा का विष: इलायची के दानों को दही में पीसकर देने से लाभ मिलता है।
पेट हो जाएगा अंदर
अगर आपका पेट निकला हुआ है और आप इसे अंदर करना चाहते हैं तो रात को 2 इलायची खाकर गर्म पानी पी लीजिए। इसमें पोटेशियम, मैग्नीशियम, बिटामिन B1, B6 और बिटामिन C बॉडी की अतिरिक्त चर्बी को पिघला देते हैं। और इसमें मौजूद फाइबर और कैल्शियम वजन को भी कंट्रोल करते हैं। इसलिए इलायची खाकर गर्म पानी पीना न भूलें।
बाल झड़ना हो जाते हैं बंद
रात को 2 इलायची खाकर पानी पीने से बालों की जड़ें मजबूत होती है। बाल झड़ना बंद हो जाते हैं और ये काले भी बने रहते हैं। इससे बालों का डेंड्रफ भी दूर होता है।
स्पर्म काउंट बढ़ता है
अगर आपका स्पर्म काउंट कम है तो ये नुस्खा उसके लिए भी कारगार है। इलायची और ऊपर से गर्म पानी पीने से स्पर्म काउंट बढ़ जाता है।
ब्लड सर्कुलेशन ठीक हो जाता है
अगर आप दो इलायची खाकर एक गिलास गर्म पानी पी लेते हैं तो ब्लड सर्कुलेशन ठीक होने के साथ ही आपका ब्लड भी प्यूरीफाई हो जाता है। जिससे आपकी स्किन भी अच्छी हो जाती है।
डाइजेशन हो जाएगा स्ट्रॉन्ग
अगर आप इलायची खाकर गर्म पानी पी लेते हैं तो आपका डाइजेशन सिस्टम स्ट्रॉन्ग हो जाता है। इससे आंतों और किडनी की सफाई होती है। इससे कब्ज की परेशानी भी दूर हो जाती है।

बुधवार, 25 सितंबर 2019

उड़ता तीर कैसे लिया

बरसो पहले जब में रामायण या महाभारत जैसे सिरियल्स देखता था तो उसमें युद्ध के दृश्य देखकर बड़ी हँसी आती थी। मैं देखता था की कैसे एक योद्धा धनुष पर बाण चढाकर आँख बंद कर दो चार मंत्र बुदबुदाता था और तीर छोड़ देता था। इससे कभी उस तीर के आगे बिजली लग जाती थी, तो कभी आग जल उठती थी। और दोनों पक्षों के तीर बराबर एक दुसरे से आकर टकराते थे। यहां तक तो मैं झेल लेता था, लेकिन वह जो कभी कभी छोड़ा गया एक तीर दस तीरों में बदल जाता था उसे मैं कभी पचा नहीं पाता था।
हमेशा लगा की यह क्या बकैती है?
लेकिन फिर वह दिन आया जब मोदी जी ने धनुष पर धारा 370 वाला तीर चढाया, मंत्र फुका, और तीर छोड़ दिया।
मैं क्या देखता हूँ? वह छोड़ा गया तीर अचानक से एक से बदलकर हजार तीरों में बँट गया।
एक तीर जाकर कांग्रेसीयों को लगा...
कुछ तीर पाकिस्तान गये, इमरान खान, बाजवा साहेब सबने उसे उचित स्थान दिया...
कुछ तीर NDTV की ओर गये...
कुछ JNU में...
एक तीर यूपी जा रहा था उसे बीच में केजरीवाल जी ने लपक लिया...
एक तीर ट्रंप जी को भी लगा... बिलकुल मध्य में.. ताकी मध्यस्तता वाला कीड़ा मर जाये...
कुछ तीर अपनों को भी लगे... जैसे मोदी को मौलाना बोलने वालों को... मोदी को भिकास भिकास करने वाला बोलने वालों को... रंगा बिल्ला कहने वालों को... मोदी कुछ नहीं कर सकता बोलने वालों को... नोटा नोटा करने वालों को...
कोई तीर कोलकाता गया... तो कोई कहीं ओर...
हर तीर खाने वाला सहलाते हुये पाया गया...
यह देख मुझे विश्वास हो गया कि रामायण, महाभारत में दिखाये जाने वाले युद्ध के दृश्य झुठे नहीं है। एक तीर से कई निशाने लगाये जा सकते हैं।
एक हल्का फुल्का तीर एक अल्प-समय के लिये नोटाधारी बने भक्त को ढूँढता हुआ दिल्ली जा रहा था... 

सोमवार, 23 सितंबर 2019

सड़क किनारे धंधा करने वाले इन छोटे- छोटे लोगों से मोलभाव न करें

:::::::::::::: अपील :::::::::::::
sanwariya.org
आप सभी से आग्रह करता हूँ कि दीपावली का समय है, सभी लोग खरीदारियों में जुटे हैं,
ऐसे समय सड़क किनारे धंधा करने वाले इन छोटे- छोटे लोगों से मोलभाव न करें…।
मिट्टी के दीपक, लक्ष्मी जी के पाने, खील- बताशे, झाड़ू, रंगोली (सफ़ेद या रंगीन), रंगीन पन्नियाँ इत्यादि बेचने वालों से क्या मोलभाव करना??
जब हम टाटा-बिरला-अंबानी-भारती के किसी भी उत्पाद में मोलभाव नहीं करते
(कर ही नहीं सकते), तो दीपावली के समय चार पैसे कमाने की उम्मीद में बैठे इन रेहड़ी- खोमचे-ठेले वालों से "कठोर मोलभाव" करना एक प्रकार का अन्याय ही है..उसे यह बेचकर कोई शापिंग माल नही बनाना है सिर्फ अपने परिवार के लिए कुछ पैसे इकट्ठे करने है ताकि वो लोग भी दीपावली मना सकें
सहमत है तो शेयर ज़रूर करें,... !!
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https://sanwariyaa.blogspot.com

शनिवार, 21 सितंबर 2019

सरकार द्वारा जनता के लिए चलाई जा रही कुछ योजनाओं की सामान्य जानकारी

सामान्य जानकारी
1.समाज में ऐसी महिला जिनकी आयु 55 वर्ष या जन्म तारीख 1/1/1964 है या इससे ज्यादा है और पुरूष जिनकी आयु 58 वर्ष या जन्म तारीख 1/1/1961 या इससे ज्यादा है वो ई मित्र पर भामाशाह कार्ड ले जाकर अपना पेंशन आवेदन  करावे ताकि उनको राज्य सरकार की तरफ़ से हर माह 750 पेंशन मिल सके ।
2.जो समाज की महिला विधवा है वो अपने पति का मृत्यु प्रमाण पत्र और भामाशाह कार्ड ई मित्र पर ले जाकर पेंशननके लिए आवेदन कर सकते है
3.जिस किसी के पेंशन आ रही है वो अपने भामाशाह कार्ड में अपनी सही आयु दर्ज करावे ताकि उनकी पेंशन में नियमानुसार बढ़ोतरी होती रहे । 75 साल से ऊपर वृद्ध को 1000 रुपये 60 साल से ऊपर विधवा को 1000 रुपये ओर 75 साल से ऊपर विधवा को 1500 रुपये प्रति माह मिलेंगे
4.जो भाई विकलांग है चाहे वो किसी भी प्रकार से विकलांग है वो बन्धु ई मित्र पर जाकर अपना विकलांग पंजीकरण करावे ताकि उसका विकलांग प्रमाण पत्र बन सके और फिर वो भी प्रमाण पत्र बना कर पेंशन के लिए आवेदन कर सकते है
5.पेंशन लेने वाली विधवा महिला ,नाता जाने वाली माँ के बच्चे और विकलांग महिला पुरुष  के बच्चे अगर स्कूल जाते है तो उसके बच्चों को पालने के लिए सरकार 0 से5 साल तक 500 रुपये ओर 6 से18 साल तक के बच्चों को 1000 रुपये हर माह मिलते है ।
6.किसी भी महिला या पुरुष के नाम से कही पर भी जमीन है तो वो ई मित्र पर बैंक , भामाशाह और जमीन के दस्तावेज ले जाकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत आवेदन करवा कर हर साल किस्तो में 6000 रुपये ले सकता है।
7.किसी भी योग्य राशन कार्ड के धारक को 2 रुपये किलो वाले सरकारी गेंहू नही मिलते है तो वो ई मित्र पर जाकर खाद्य सुरक्षा फॉर्म भरा सकते है
8.जिन किसानों के जमीन है वो सोसायटी से अल्पकालीन ऋण आवेदन भी कर सकता है
9.मजदूर वर्ग के लोग श्रम हिताधिकारी कार्ड बनवा कर रखे उनको उसमें हिताधिकारी कार्ड की कई प्रकार की योजनाओं जैसे शुभ शक्ति योजना , छात्रवृति योजना , प्रसूति सहायता और हिताधिकरी कि असामयिक मृत्यु होने पर मृत्युदावा के अलावा बहुत से फायदे ले सकते है है
10.विधवा महिला और BPL महिला या पुरुष अपने दो बेटी की शादी के लिए सहयोग योजना के तहत आवेदन करके सरकारी फायदा ले सकते है
11.75% से अधिक अच्छे अंक प्राप्त करने वाली बालिका गार्गी पुरुस्कार ओर स्कूटी योजना का फॉर्म भर सकती है
12.बच्चों के लिए आवश्यक दस्तावेज  जैसे जाति प्रमाण पत्र , मूल निवास आय प्रमाण पत्र आदि समय पर बनाते रहे ताकि एन वक्त पर इनके लिए भागना नही पड़े
13.अपने बच्चों के 18 वर्ष पूर्ण होते ही Blo के पास तय दस्तावेज जमा करवा कर मतदान कार्ड बनावे ताकि वो भी अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके
14.गरीबी रेखा के निचे जीवन यापन करने वाले परिवार के नाम मुख्यमंत्री आवास योजना में जुड़वाए ताकि उन्हें फायदा मिल सके।
15.जो बुड्ढे है और जिनके पेंशन आती है वो अपने पेंशन की राशि समय समय पर खाते से निकालते रहे पेंशन धारक की मृत्यु हो जाने पर उसके खाते में जमा हुई पेंशन वापिस सरकार में जमा करवानी पड़ती है वो पैसा कोई दूसरा नही उठा सकता और अगर कैसे भी करके उठाता भी है तो भविष्य में वापिस ब्याज सहित जमा करवाना होता है।
16.भामाशाह कार्ड में जिसके दो रुपये किलो गेंहू आते है उनको सरकार के द्वारा भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 300000 रुपये तक इलाज की निशुल्क सुविधा मिलती है
17.जिस किसी भाई के एटीएम है वो अपने एटीएम से नियमित अंतराल में ट्रांसेक्शन करता रहे ताकि उसमें दुर्घटना बीमा होता है वो दुर्घटना के समय क्लेम करने के लिए जरूरी होता है
18.जिनके बैंक में खाता है वो अपने खाते में प्रधानमंत्री दुर्घटना बीमा योजना का फॉर्म भर करके दे और 12 रुपये 330 रुपये ओर 500 रुपये प्रति वर्ष में एक अच्छा दुर्घटना बीमा ले सकते है
19.जिनके बेटियां है और उनका जन्म 2009 या उसके बाद में हुआ है वो अपने बेटियों के लिए सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खुलवा कर एक तय राशि हर माह जमा करवा सकते है इसमे 14 वर्ष तक पैसे भर कर 21 वर्ष बाद पैसे मिलेंगे जो लड़की के काम आते है
20.जो म्यूच्यूअल फंड में इन्वेस्टमेंट करने के इच्छुक है वो SBI ओर अन्य बैंकों से SIP (स्माल इन्वेस्टमेंट प्लान )ले सकते है
www.sanwariya.org
https://sanwariyaa.blogspot.com

गुरुवार, 19 सितंबर 2019

मोबाइल री डब्बी 😁जदीऊं या मोबाइल री डब्बी दुनिया में आईगी,

  मोबाइल री डब्बी  
जदीऊं या मोबाइल री
डब्बी दुनिया में आईगी,
बाळपणों,जवानी और
बुढापों सब ने खाईगी !
रिया किदा करम अणी
'जीओ' वाळें पूरा किदा,
पकड़े तो खावें,छोड़े तो जावें     
जस्या हालात पैदा किदा !
छोटा मोटा सब अणी में
कई केउं अतरां वेण्डा वेरियांं,
साल भर का बाळक टाबर
अणीने देख न छाना रेरियां  !
गूगल बाबा में छोरा छोरी
सर्च करवां में अतरा रमग्या ,
क अणां री किताबां के
पड़ी पड़ी के धुळा जमग्या  !
हाँ, माना अणी डब्बी में
हर तरे को ज्ञान गणों है,
सदुपयोग करे तो ठीक
दुजूं ईंको नुकसान गणों है  !
सड़क पे एक्सिडेन्ट वेग्यों
घायल जोर सूं वारां मेळरियां,
दवाखाने कोई नी ले जावें
जो वें जोई फोटों खींचरीयां  !
सब घर में भड़े भड़े बैठ्या
कोई कणीऊं नी बोलरियां,
ठाई नी पड़े हुता क जागरियां
सब अणी डब्बी में लागरियां!
हुतां बैठा,खाता-पिता
मोबाइल  चलाईरियां,
हामें थाळी की रोटियां
कुत्तरां      लेजाईरियां  !
फेसबुक  पे  नवां  नवां
यार  दोस्त  कबाडरियां,
हागी का रिश्तेदार बापडां
रामा सामी की वाट नाळरियां  !
यों  अस्यों  कस्यो  राक्षस
धरती पर छाने-छाने आईग्यों,
घड़ी, रेडियो, टेप, टार्च,टीवी
सबने वनाई चबायां खाईग्यो !
जीनें देखें जोई कानडां में तार
गाल न,धुन में माथो हलारियां,
यूं लागे जाणे यें वेण्डा वेग्या 
क यें माख्योंमाळ उडाईरियां !
राम गोपाल केवें गणों राखो मती
मोबाइल रा डाब्बा सूं थां  हेत,
भणणों, कमाणों भूल जावोंलां
यों तो है  जीवतो जागतो प्रेत !!

मंदिर में दर्शन के बाद बाहर सीढ़ी पर थोड़ी देर क्यों बैठा जाता है?

*प्र0-मंदिर में दर्शन के बाद बाहर सीढ़ी पर थोड़ी देर क्यों बैठा जाता है?*
उ0-बड़े बुजुर्ग कहते हैं कि जब भी किसी मंदिर में दर्शन के लिए जाएं तो दर्शन करने के बाद बाहर आकर मंदिर की पेडी या ऑटले पर थोड़ी देर बैठते हैं । क्या आप जानते हैं इस परंपरा का क्या कारण है?
आजकल तो लोग मंदिर की पैड़ी पर बैठकर अपने घर की व्यापार की राजनीति की चर्चा करते हैं परंतु यह प्राचीन परंपरा एक विशेष उद्देश्य के लिए बनाई गई । वास्तव में मंदिर की पैड़ी पर बैठ कर के हमें एक श्लोक बोलना चाहिए। यह श्लोक आजकल के लोग भूल गए हैं । आप इस लोक को सुनें और आने वाली पीढ़ी को भी इसे बताएं । यह श्लोक इस प्रकार है -
*अनायासेन मरणम् ,बिना देन्येन जीवनम्।*
*देहान्त तव सानिध्यम्, देहि मे परमेश्वरम् ।।*
इस श्लोक का अर्थ है *अनायासेन मरणम्* अर्थात बिना तकलीफ के हमारी मृत्यु हो और हम कभी भी बीमार होकर बिस्तर पर पड़े पड़े ,कष्ट उठाकर मृत्यु को प्राप्त ना हो चलते फिरते ही हमारे प्राण निकल जाएं ।
*बिना देन्येन जीवनम्* अर्थात परवशता का जीवन ना हो मतलब हमें कभी किसी के सहारे ना पड़े रहना पड़े। जैसे कि लकवा हो जाने पर व्यक्ति दूसरे पर आश्रित हो जाता है वैसे परवश या बेबस ना हो । ठाकुर जी की कृपा से बिना भीख के ही जीवन बसर हो सके ।
*देहांते तव सानिध्यम* अर्थात जब भी मृत्यु हो तब भगवान के सम्मुख हो। जैसे भीष्म पितामह की मृत्यु के समय स्वयं ठाकुर जी उनके सम्मुख जाकर खड़े हो गए। उनके दर्शन करते हुए प्राण निकले ।
*देहि में परमेशवरम्* हे परमेश्वर ऐसा वरदान हमें देना ।
यह प्रार्थना करें गाड़ी ,लाडी ,लड़का ,लड़की, पति, पत्नी ,घर धन यह नहीं मांगना है यह तो भगवान आप की पात्रता के हिसाब से खुद आपको देते हैं । इसीलिए दर्शन करने के बाद बैठकर यह प्रार्थना अवश्य करनी चाहिए । यह प्रार्थना है, याचना नहीं है । याचना सांसारिक पदार्थों के लिए होती है जैसे कि घर, व्यापार, नौकरी ,पुत्र ,पुत्री ,सांसारिक सुख, धन या अन्य बातों के लिए जो मांग की जाती है वह याचना है वह भीख है।
हम प्रार्थना करते हैं प्रार्थना का विशेष अर्थ होता है अर्थात विशिष्ट, श्रेष्ठ । अर्थना अर्थात निवेदन। ठाकुर जी से प्रार्थना करें और प्रार्थना क्या करना है ,यह श्लोक बोलना है।
जब हम मंदिर में दर्शन करने जाते हैं तो खुली आंखों से भगवान को देखना चाहिए, निहारना चाहिए । उनके दर्शन करना चाहिए। कुछ लोग वहां आंखें बंद करके खड़े रहते हैं । आंखें बंद क्यों करना हम तो दर्शन करने आए हैं । भगवान के स्वरूप का, श्री चरणों का ,मुखारविंद का, श्रंगार का, संपूर्णानंद लें । आंखों में भर ले स्वरूप को । दर्शन करें और दर्शन के बाद जब बाहर आकर बैठे तब नेत्र बंद करके जो दर्शन किए हैं उस स्वरूप का ध्यान करें । *मंदिर में नेत्र नहीं बंद करना । बाहर आने के बाद पैड़ी पर बैठकर जब ठाकुर जी का ध्यान करें तब नेत्र बंद करें और अगर ठाकुर जी का स्वरूप ध्यान में नहीं आए तो दोबारा मंदिर में जाएं* और भगवान का दर्शन करें । नेत्रों को बंद करने के पश्चात उपरोक्त श्लोक का पाठ करें।

मंगलवार, 17 सितंबर 2019

सम्पूर्ण विश्व पटल पर विख्यात, भारतवर्ष के यशस्वी श्री नरेन्द्र जी मोदी* (17/सितम्बर/2019)

सम्पूर्ण विश्व पटल पर विख्यात,
भारतवर्ष के यशस्वी प्रधान सेवक
*श्री नरेन्द्र जी मोदी* को आज
(17/सितम्बर/2019) उनके जन्म
दिन पर कोटि कोटि शुभकामनाएँ
🚩🚩🚩🚩🚩

रविवार, 15 सितंबर 2019

हिंदी के मुहावरे, बड़े ही बावरे है,खाने पीने की चीजों से भरे है..

हिंदी का थोडा़ आनंद लीजिये ....मुस्कुरायें ...
हिंदी के मुहावरे, बड़े ही बावरे है,
खाने पीने की चीजों से भरे है...
कहीं पर फल है तो कहीं आटा-दालें है,
कहीं पर मिठाई है, कहीं पर मसाले है ,
चलो, फलों से ही शुरू कर लेते है,
एक एक कर सबके मजे लेते है...
आम के आम और गुठलियों के भी दाम मिलते हैं,
कभी अंगूर खट्टे हैं,
कभी खरबूजे, खरबूजे को देख कर रंग बदलते हैं,
कहीं दाल में काला है,
तो कहीं किसी की दाल ही नहीं गलती है,
कोई डेड़ चावल की खिचड़ी पकाता है,
तो कोई लोहे के चने चबाता है,
कोई घर बैठा रोटियां तोड़ता है,
कोई दाल भात में मूसरचंद बन जाता है,
मुफलिसी में जब आटा गीला होता है,
तो आटे दाल का भाव मालूम पड़ जाता है,
सफलता के लिए कई पापड़ बेलने पड़ते है,
आटे में नमक तो चल जाता है,
पर गेंहू के साथ, घुन भी पिस जाता है,
अपना हाल तो बेहाल है, ये मुंह और मसूर की दाल है,
गुड़ खाते हैं और गुलगुले से परहेज करते हैं,
और कभी गुड़ का गोबर कर बैठते हैं,
कभी तिल का ताड़, कभी राई का पहाड़ बनता है,
कभी ऊँट के मुंह में जीरा है,
कभी कोई जले पर नमक छिड़कता है,
किसी के दांत दूध के हैं,
तो कई दूध के धुले हैं,
कोई जामुन के रंग सी चमड़ी पा के रोई है,
तो किसी की चमड़ी जैसे मैदे की लोई है,
किसी को छटी का दूध याद आ जाता है,
दूध का जला छाछ को भी फूंक फूंक पीता है,
और दूध का दूध और पानी का पानी हो जाता है,
शादी बूरे के लड्डू हैं, जिसने खाए वो भी पछताए,
और जिसने नहीं खाए, वो भी पछताते हैं,
पर शादी की बात सुन, मन में लड्डू फूटते है,
और शादी के बाद, दोनों हाथों में लड्डू आते हैं,
कोई जलेबी की तरह सीधा है, कोई टेढ़ी खीर है,
किसी के मुंह में घी शक्कर है, सबकी अपनी अपनी तकदीर है...
कभी कोई चाय-पानी करवाता है,
कोई मख्खन लगाता है
और जब छप्पर फाड़ कर कुछ मिलता है,
तो सभी के मुंह में पानी आ जाता है,
भाई साहब अब कुछ भी हो,
घी तो खिचड़ी में ही जाता है,
जितने मुंह है, उतनी बातें हैं,
सब अपनी-अपनी बीन बजाते है,
पर नक्कारखाने में तूती की आवाज कौन सुनता है,
सभी बहरे है, बावरें है
ये सब हिंदी के मुहावरें हैं...
ये गज़ब मुहावरे नहीं बुजुर्गों के अनुभवों की खान हैं...
सच पूछो तो हिन्दी भाषा की जान हैं...

चीन, पाक के हालात खराब हैं, जो मैं प्रामाणिकता के साथ साबित भी कर चुका हू।


*लेख जरा लम्बा है*
*जब समय हो, तब पूरा पढ़िएगा*
          लोग समझ रहे हैं कि 370 का प्रभाव सिर्फ भारत पर पङेगा मगर सच ये है कि इसका प्रभाव पूरे *दक्षिण एशिया* की कूटनीति पर पङेगा।
         इससे सबसे ज्यादा पाक और चीन प्रभावित होंगे और हो भी रहे हैं। 90% लोग शायद नहीं जानते कि चीन आज किन समस्याओं से घिरा है।
       मेरी नज़र में South Asia का सबसे अशांत इलाका आज चीन ही है मगर दौलत की चमक में उसकी अंदरूनी घबराहट या तो छुप जाती है या आम आदमी देख नहीं पा रहा है। मगर सच ये है कि शी जिंग पिंग की ऊँगली थाम कर चीन एक ऐसे रास्ते पर चल निकला है जिसका बर्बाद होना लगभग तय है।
       मोदीजी के बिछाये जाल में चीन ऐसा फँसा है कि उसकी चाँय चू भी ढंग से नहीं निकल पा रही है। इस भाग में यही रणनीति समझने की कोशिश करते हैं।
*1*    जिंगपिंग ने अपने व्यापार को बढ़ाने के लिये *CPEC* की नींव लगभग 7-8 साल पहले ये सोचकर डाली कि Gulf countries में U.S. को तगड़ी चुनौती देकर उसका दबदबा खत्म या कम कर देगा। उस कमाई के चंद टुकड़े वो पाक को भी डालता रहेगा।
      धीरे धीरे जैसे उसने हाँगकाँग और आसपास के छोटे छोटे देशों को निगला उसी तरह वो पाक को भी आसानी से निगल लेगा। अब बचते हैं भूटान, नेपाल जैसे देश जिन्हें मसलना उसके लिये मामूलो बात है।
      भारत में यू भी *गद्दारों और फट्टुओं (खान्ग्रेस) की सरकार* का ही दबदबा रहता है। अतः जितना हो सकेगा उसका भी हिस्सा दबा लेंगे। जैसे कभी *डरपोक  नेहरू* ने कैलाश मानसरोवर का हिस्सा अपने बाप का माल समझकर चीन को दे दिया था। खान्ग्रेस के शासन काल में चीन अरूणाचल पर अपना कब्जा बताता रहता था और फट्टू खान्ग्रेस वहाँ कभी सङक तक नहीं बना पाई थी। जबकि भारतीय शेर ने चीन की सीमा से मात्र 10 किलोमीटर दूर एयरपोर्ट बनवा दिया और चीन देखता रह गया।
         *असल में पासा तब पलट गया जब 2014 में मोदीजी की सरकार आ गयी*। चीन ने भूटान पर जब नज़र गड़ाई तो बड़े भाई की भूमिका में भारत आगे आ गया और डोकलाम में बिना एक भी गोली चलाये चीन की सारी हेकड़ी निकाल दी। *तब चीन ने बिकाऊ खान्ग्रेस को खरीदा*।
        आपको याद होगा कि *पप्पू चोरी चोरी चुपके-चुपके पिंकी और आनंद शर्मा के साथ* चीनी राजदूत से मिलने गये थे। पहले तो झूठ बोला, मगर जब फोटो सामने आये तो बोले हम तो डोकलाम पर स्थिति पता लगाने गये थे। जैसे मोदीजी के पास जाते तो वो दरवाजे पर से ही भगा देते।
      घर में जब अम्मीजान को उल्टियाँ हो रहो हों और कुछ खट्टा खाने का भी मन हो रहा हो तो सपूत पहला संपर्क अपने पिताश्री से करता है और कपूत पङोसी से। *जो पप्पू और पिंकी ने चीन से करके अपने Character का certificate स्वयं दे दिया*।
           उसके बाद राफेल का खेल चला ताकि जनता पप्पू n पिंकी की बातों में आ जाये और 2004 वाली गल्ती दोहरा दे, ताकि चीन को फिर खुला मैदान मिल जाये भारत की ज़मीन हङपने का। *मगर इस बार भारत की जनता ने बाल बराबर भी गल्ती नहीं की*। पप्पू और पिंकी के साथ  चीन के सारे षङयंत्रों पर पानी फेर दिया।
*2.*।  पाक की चटनी रोटी 90% इमदाद (भीख) के दम पर हो चलती है। P.M. बनने के कुछ समय बाद मोदीजी ने पहले तो बराक ओबामा को शीशे में उतारा और इमदाद में कटौतियाँ करवाते चले गये। यूं भी ओसामा के मारे जाने के बाद U.S. को भिखारियों (पाक) की जरूरत भी नहीं रह गयो थी अतः उसने धीरे धीरे हाथ खींचना शुरू कर दिया।
          फिर मोदीजी ने Gulf countries का रूख किया और *ईरान, कुवैत, सउदो अरब आदि को शीशे में उतारा* और पाक के आतंकवाद के सारे कच्चे चिट्ठे खोलना शुरू कर दिये। यू भी जनवरी 19 में ईरान पर जब एक आतंकी गुट ने हमला कर ईरान के कुछ सैनिकों की हत्या की और ईरानी जाँच में पाकिस्तानी लिंक सामने आया तो ईरान वैसे ही पाक से खार खा गया था। बची हुई कसर मोदीजी ने पाक के कुकर्म सामने रखकर जलती आग में शुद्ध घी के कनस्तर उङेल कर पूरी कर दी, तो आग ऐसी भङकी कि *OPEC के सारे देशों ने पाक को दूध में से मक्खी की तरह निकाल दिया*।
        इस तरह बड़ी चतुराई से मोदीजी ने *भूखा नंगा पाक या नाग चीन के गले में डाल दिया*।
         चीन ने पहले तो इसे अपने लिये Golden chance समझा और पाक को खूब पैसा दे देकर पाक पर अपनी पड़ मजबूत करना शुरू कर दी और सैंकड़ों करोड़ों खिला दिये। मगर बाद में चीन को ऐहसास हुआ कि वो *पाक में नहीं बल्कि किसी black hole में घुस गया है* जिसका कोई छोर ही नज़र नहीं आ रहा।
          तब चीन ने back gear डाला और भारत से बिगड़े रिश्ते सुधारने की कोशिश की। सुना है कि अगले महीने मोदीजी चीन जा ही रहे हैं।
*(3)* 
           370 हटने से पाक तो सकते में आ ही गया क्योंकि वो जिस कश्मीर को हथियाने के लिये *साँपों (हुर्रियत, मेहबूबा, अब्दुल्लाह और खान्ग्रेस) को* दूध पिला रहा था, मोदीजी ने 370 हटाकर उनके दाँत ही उखड़ दिये। मगर पाक के दिल में दहशत हमारे प्यारे मोटाभाईजी ने संसद में ये कहकर भर दी कि *जब मैं जम्मू कश्मीर कहता हू तो POK और अक्साई चीन भी उसमें शामिल हो जाता है*। तब से पाकी हुक्मरानों के साथ सेना के होश फाक्ता हैं कि हम तो मोदी को ही खतरनाक समझते थे मगर ये मोटाभाई तो उनसे भी ज्यादा खतरनाक हैं।
         पाक को उम्मीद अमेरिका व खाड़ी देशों से थी। *जबरन अपनी बेइज्जती कराते कराते और मैट्रो में ठोकर खाते खाते* जनाब बापजी (ट्रंप) की ड्योढ़ी पर तो पहुंच गये मगर ये क्या हुआ.... बापजी ने तो सबके सामने ये कहकर इमरान का पोपट ही बना दिया कि *मोदीजी ने मुझसे पिछले महीने कश्मीर पर मध्यस्थता करने को कहा था*।
          इमरान खुशी के मारे उछलते कूदते पाकिस्तान तो पहुंच गये मगर मोटाभाई जी ने ऐसा ऐटम बम गिराया कि पूरा पाक अभी तक सदमे में गा रहा है कि~
*दिल के अरमा आँसुओं में बह गये*,
*हम सपोलों (हुर्रियत, मेहबूबा, अब्दुल्लाह आदि) को खिला खिला के बर्बाद हो गये*

        उधर फारूक, उसका चौसा आम, मेहबूबा, हुर्रियत आदि जेलों में गुनगुना रहे हैं कि~
*चुपके चुपके आँसू बहाना याद है*,
*हम को अब तक दामादगिरी का वो ज़माना याद हैं*
          चीन की हवा इसलिये ज्यादा Tight है क्योंकि *CPEC का पहला द्वार अक्साई चीन से होता हुआ वाया POK और बलोचिस्तान से जाता है*।
          बलोच नेता सालों से आजाद होने के लिये उत्पात मचाये हैं। अब उन्हें मोदीजी का भी साथ मिल गया है तो उनके हौंसले बुलंद हैं।

          चीन ने करीब छः लाख करोङ का Investment CPEC पर कर रखा है, फिर भी अभी तक वो चालू नहीं हुआ है।  मतलब *कमाई नहीं चवन्नी की भी और दाँव पर लगे हैं घर के बर्तन तक*।
       इधर मोदीजी और मोटाभाई ने ऐसा बखेङा खड़ा कर दिया है कि चीन की समझ नहीं आ रहा कि पहले *अपना घर (अक्साई चीन) बचाऊँ या अपनी रखैल (पाक) का*।
       उधर शिंजियाँग प्रांत में चीन की दमनकारी नीतियों के कारण लावा अलग उबल रहा है। आपको जानकर हैरानी होगी कि करीब 10 लाख के आसपास कट्टरपंथी मुल्ले भड़ बकरियों से भी बद्तर हालत में शिंजियाँग की जेलों में ठुसे पड़े हैं। अगर वो फट पड़े तो एक और नई मुसीबत खङी है।
         दूसरी तरफ हाँगकाँग चीन की दमनकारी नीतियों के कारण पिछले 11 हफ्तों से उबल रहा है। हाँगकाँग में हो रहे विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहे।
          इधर ट्रँप ने भी दबे शब्दों में जिंगपिंग को धमका दिया है कि अगर हाँगकाँग में 89 जैसा खेल खेलने की कोशिश की गयी तो व्यापार पर बहुत बुरा असर पङेगा।
          चीन ने उत्तर कोरिया का तानाशाह *किम जोंग उन* अलग पाल रखा है जिससे आमदनी नहीं है एक रूपये की उल्टा खिलाना अलग पङ रहा है। क्योंकि वो चीन के इशारे पर आए दिन मिसाइल और परमाणु बमों का परीक्षण करता रहता था। आज उसके कब्जे में चीनी हथियारों का ज़खीरा है। चीन ने जरा भी आँख दिखाई और किम जोंग उन का दिमाग घूमा।
         यू भी वो सनकी soldier के नाम से पूरे विश्व में कुख्यात है। आम आदमी जरा खुद ये सोचे कि जिस उ. कोरिया पर सालों से भारी आर्थिक प्रतिबंध हैं, जिसकी जनता भूखों मर रही है उसके पास इतना पैसा और तकनोक आ कहाँ से रही है कि वो आए दिन परमाणु परीक्षण करता रहता है?? मतलब साफ है कि चीन किम जोंग उन के कंधे पर बंदूक रखकर हथियारों का जखीरा इकट्ठा कर रहा है ताकि विश्व की सबसे बड़ी महाशक्ति बन सके।
*(5)*
           भूखा नंगा पाक गले में पड़ा कहता है बापजी (ट्रंप) ने तो टुकड़े  डालने बंद कर दिये हैं। खाङी देशों से भी इमदाद कम हो गयी है। मोदी बार्डर पर सब कुछ भेज रहे हैं मगर 200% की ड्यूटी लगाकर अतः 30-40 रूपये किलो बिकने वाला टमाटर पाक में आकर  300-350 रूपये किलो बिक रहा है, जनता भयंकर गालियाँ दे रही है। कभी पाकी न्यूज चैनलों को देखिये कैसी कैसी गंदो गालियाँ मिल रही हैं इमरान को अतः चचा (चीन) अब तुम खिलाओ हमको, वर्ना CPEC भूल जाओ।
         *चचाजान (चीन) मजबूरी में कभी मसूद अज़हर को बचाते हैं, कभी Back door से पाक को खुश करने के लिये UNO में रूस, फ्रांस, जर्मनी के हाथों अपनी पतलून उतरवाते हैं और खाना भी खिलाते हैं वर्ना भुक्खङों का क्या भरोसा, ये किसी भो दिन अब्दुल या मोहम्मद से कहेंगे...छू.... और वो चीनी दूतावास या कैंप में जाकर फट जायेगा और चीनियों की सारी चाँय चू निकल जायेगी*।
       पाक अब CPEC के द्वारा चीन को करेगा जमकर "ब्लैक मेल"। चीन पाक में सख्ती दिखा नहीं सकता वर्ना पाकी सेना आतंकियों के माध्यम से CPEC को इतना नुकसान पहुचायेंगे, जिसकी भरपाई चीन कभी नहीं कर पायेगा। चप्पे चप्पे पर चीन अपनी फौज खड़ी कर नहीं सकता। अतः पाक को पालने के अलावा और कोई रास्ता चीन के पास मुझे तो नज़र नहीं आता।
*(6)*
             अमेरिका भी चीन के CPEC से परेशान है क्योंकि चीन का माल खाङी देशों में खपना शुरू हो गया तो U.S. की वर्षों से जमी जमाई धाक खतरे में पङ जायेगी या खाक में मिल जायेगा। सभी जानते हैं कि चीन और पाक की नाक में नकेल भारत ही डाल सकता है अतः वो सब पर्दे के पीछे से भारत का पूरा Support कर रहे हैं। तभी आप देखिये 370 हटाने के बाद पाक U.N. तक चला गया मगर सभी ने ये कहकर पल्ला झड़ दिया कि ये भारत का आन्तरिक मामला है।
        पाक के चक्कर में या जिंगपिंग के over confidence के चक्कर में कहें या फिर CPEC के चक्कर में अंबानी रेंक का बंदा (जिंगपिंग) सरे बाज़ार जी बी रोड वाली (पाक) को ऊँगली पकड़ाकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेइज्जत हो रहा है

         *और बेवकूफ हिन्दू कह रहे थे कि मोदी कर क्या रहा है! विदेश घूमते रहते हैं*। अरे महा-मूर्खों ये विदेश घूमने का ही परिणाम है कि इतना बड़ा निर्णय लेने के बाद भी विश्व समुदाय भारत के साथ खङा है।
*(7)*
        तिब्बत का आन्दोलन वर्षों से चल ही रहा है। हाँगकाँग में तेजी से बिगङते हालात पर अगर चीन सैन्य कार्यवाही करता है तो विश्व समुदाय की एक बङी लाॅबी चीन की हालत खराब कर देगी। जिसमें U.S., भारत, फ्राँस, रूस, जापान.... आदि कुछ देश सबसे आगे होंगे क्योंकि चीन ने अपनी बहुत दबंगई दिखाई है। अगर चीन सैन्य कार्यवाही नहीं करता तो ये आन्दोलन कुछ ही दिनों या हफ्तों में विकराल रूप लेगा, इसमें कोई शक नहीं है।
        एक तरफ पाक, दूसरी तरफ हाँगकाँग, तीसरी तरफ शिंजियाँग, चौथी तरफ तिब्बत, पाँचवी तरफ चीन विरोधी लाॅबी और छटवी तरफ छा रही वैश्विक आर्थिक मंदी। हर तरफ से चीन अब घिर गया है। ये आज की कड़वी सच्चाई है।
       अब सोचिये कि इस लेख की शुरूआत में मैंने जो कहा कि दक्षिण एशिया का सबसे अशांत इलाका चीन ही है तो क्या गलत है??
*(8)*
        अमेरिका  पिछले 2-3 सालों से अफगानिस्तान से निकलने के लिये बुरी तरह छटपटा रहा है मगर उसे एक भरोसेमंद साथो की तलाश है। पाक पर अमेरिका बाल बराबर भरोसा नहीं करेगा। ईरान से जबरदस्त पंगा चल रहा है। अब ऐसे में उम्मीद की किरण भारत पर ही आकर टिकती है क्योंकि भारत को आतंकवाद से निबटने का जबरदस्त अनुभव है‌। कुशल और दूरदर्शी नेतृत्व भारत के पास मोदीजो के रूप में है। इसी की अमेरिका को सख्त जरूरत भी है ताकि वो अपने 15 हजार सैनिक अफगानिस्तान से निकाल सके।
        चीन, पाक के हालात खराब हैं, जो मैं प्रामाणिकता के साथ साबित भी कर चुका हू। मतलब साफ है कि लोहा गरम है और इसी  गरम लोहे पर मोदीजी व शाह की जोड़ी ने करारी चोट मारी है।

तुम कौन साले विराट कोहली या PV सिंधु हो जो तुम्हारी मौत पे हिंदुस्तान रोयेगा ?

शाह बानो का केस याद है ?
वो एक बूढ़ी M औरत थी ।
उसके पति ने उसे TTT दे दिया ।
उसने केस कर दिया । मेरे को गुज़ारा भत्ता दो ......
केस सुप्रीम कोर्ट तक गया ।
वो सुप्रीम कोर्ट से केस जीत गई । सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा , इस बूढ़ी तलाकशुदा औरत को गुज़ारा भत्ता दो ।
भाई जान लोग में तहलका मचा । ये तो सरेआम शriयत पे हमला था । खूब बमचक मची ।
राजीव गांधी की सरकार थी ।
उनके एक राजनैतिक सलाहकार थे ....... उन्ने उनको समझाया ....... अबे , एक सूअर नाली में पड़े रह के खुश है ....... उसको वहीं मज़े आ रिये हैं ...... कायकू उसको नाली से बाहर निकाल रिये हो ?????? उसको नाली से बाहर निकालने में अपने हाथ कायकू गंदे कर रिये हो ?????? पड़े रहने दो  वहीं पे .......
राजीव G के पास प्रचंड बहुमत था दोनों सदनों में , उन्ने कानून बना कर सुप्रीम कोर्ट का फैसला बदल दिया ।
पड़े रहो नाली में .........
1 Sept 2019 को सुबह करीब 11 बजे मैं लखनऊ पहुंचा । अद्भुत नजारा था सड़कों पे ........ एक भी दुपहिया वाहन चालक बिना Halmet के सड़क पे नही दिख रहा था ।
5 दिन लखनऊ रह के जब पंजाब वापस आया तो ट्रेन से लोहियां खास नामक स्टेशन पे उतरा । छोटा सा कस्बा है । वहाँ एक भी व्यक्ति Halmet लगाए नही दिखा ।
आज दिन भर जालंधर में रहा । बड़ा शहर है । हर चौराहे पे Traffic Police खड़ी रहती है हमेशा । पूरे शहर में ज़्यादातर लोग बिना Halmet के ही चल रहे थे । लोग Car और Bike चलाते हुए फोन सुन रहे थे ।
Red Lights Jump कर रहे थे ।
पंजाब सरकार ने भी नए मोटर व्हीकल एक्ट को अपने यहाँ लागू करने से मना कर दिया है ।
ऐसी सभी सरकारें , जो नए मोटर व्हीकल एक्ट को लागू करने से इनकार करती हैं उनका संदेश अपनी जनता के लिए स्पष्ट है ........ मरो  ........ कुत्ते की मौत मरो सड़क पे ........
अमरेंद्र सिंह या योगी या अन्य कोई CM तो जब सड़क पे चलता है तो उसके लिए सड़क खाली करा ली जाती है ....... वो तो 5 करोड़ की bullet Proof बख्तरबंद गाड़ी में चलता है ....... उसका accident नही होना है सड़क पे ....... सड़क पे कुत्ते की मौत हमको आपको मरना है ........ उस दिन जब मेरा एक्सीडेंट हुआ तो पिछली रात की आंधी में गिरा पेड़ 24 घंटे बाद तक सड़क पे ही पड़ा था ....... उसकी चपेट में मैं आया ........ अमरेंद्र सिंह को उस सड़क पे आना होता तो क्या वो पेड़ वहीं पड़ा होता ........ जी नही रातों रात वो सड़क गड्ढा मुक्त हो गयी होती ........ पर चूंकि उसपे मुझे चलना था इसलिए मुझे मरने / मारने के लिये उस पेड़ को वहीं छोड़ दिया गया ......... वो तो मेरी किस्मत थी कि मैंने बाकायदे Halmet , Riding jacket , Gloves , Knee Guard सब पहना हुआ था इसलिए खरोंच तक नही आई ........ न पहना होता halmet तो वहीं on the Spot राम नाम सत्य हो गया होता ........
सरकार की मंशा स्पष्ट है ........ मरो ** के , कुत्ते की मौत मरो ....... पहनो चाहे न पहनो halmet ....... गाड़ी चलाते हुए फोन सुनो चाहे मुजरा देखो ....... दारू पी के चलाओ चाहे हेरोइन smack ...... हम क्यों नाराज़गी मोल लें पब्लिक की ....... जो सूअर नाली में पड़ा खुश है उसे निकालने में हम अपने हाथ और कपड़े क्यों गंदे करें ???????
तुम साले मर जाओगे , वो बहुत करेंगे तो एक Tweet कर कब अफसोस जता देंगे ........ उसके बाद सरकारी रिकॉर्ड में तुम बस एक आंकड़ा बन के दर्ज हो जाओगे ...... सिर्फ एक आंकड़ा ........ इस साल इतने मरे ......
Noida की उस IT Firm के उन Employees के नाम किसी को याद हैं जो उस दिन उस Ford Endeavour में मरे ????? वो लोग उस नई गाड़ी की joy ride लेने यमुना एक्सप्रेसवे पे गए थे । सबने दारू पी रखी थी और गाड़ी 150 Kmph पे भगा रहे थे ........ कुत्ते की मौत मरे ......... योगी जी को कोई फर्क पड़ा क्या ???? या अमरेंद्र सिंह को ???? या ममता बनर्जी को ??????
योगी जी अगला चुनाव भी जीत जाएंगे ।
तुम मरो कुत्ते की मौत ......... मत पहनो halmet , मत लगाओ seat belt , दारू पी के चलाओ , चलाते हुए फोन सुनो ........ बिना DL चलाओ ........ Enjoy your Freedom and Save your Money ........ कोई चालान नही होगा ........ 130 करोड़ हैं , तुम कौन साले विराट कोहली य्या PV सिंधु हो जो तुम्हारी मौत पे हिंदुस्तान रोयेगा ???????

शुक्रवार, 6 सितंबर 2019

बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे

- बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती,
हीरा मोत्या की जो होती,
जाणे काई करतो, काई करतो,
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे।। ------------------------------------------
जैल में जनम लेके घणो इतरावे,
कोई महला में जो होतो,
कोई अंगना में जो होतो,
जाणे काई करतो, काई करतो,
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे।। --------------------------------------
देवकी रे जनम लेके घणो इतरावे, कोई यशोदा के होतो,
माँ यशोदा के जो होतो,
जाणे काई करतो, काई करतो,
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे।। ----------------------------------------
गाय को ग्वालो होके घणो इतरावे,
कोई गुरुकुल में जो होतो
कोई विद्यालय जो होतो,
जाणे काई करतो, काई करतो,
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे।। ----------------------------------------
गूज़रया की छोरियां पे घणो इतरावे,
ब्राह्मण बाणिया की जो होती,
ब्राह्मण बाणिया की जो होती,
जाणे काई करतो, काई करतो,
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे।। ----------------------------------------
साँवली सुरतिया पे घणो इतरावे,
कोई गोरो सो जो होतो,
कोई सोणो सो जो होतो,
जाणे काई करतो, काई करतो,
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे।। -----------------------------------------
माखन मिश्री पे कान्हा घणो इतरावे,
छप्पन भोग जो होतो,
मावा मिश्री जो होतो,
जाणे काई करतो, काई करतो,
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे।। ----------------------------------------
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे, कोई सोना की जो होती,
हीरा मोत्या की जो होती,
जाणे काई करतो, काई करतो,
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे।
https://youtu.be/vF6uLCvfPlg

गुरुवार, 5 सितंबर 2019

बढ़ा_जुर्माना_और_सख्त_कानून_क्यों_जरूरी

#बढ़ा_जुर्माना_और_सख्त_कानून_क्यों_जरूरी :-
एक चमत्कारी लौंडा अपने घर से बाइक उठाकर निकला,
माँ को बोला फुटबॉल खेलने जा रहा हूँ।
कभी भागती बाइक का स्पीट मीटर देख रहा है,
कभी 90-100की रफ्तार से दौड़ती बाइक के शीशे में अपनी उड़ती जुल्फे देख रहा है।।
खैर 15 मिंट में ही बाइक ठेके पर जाकर रुक गई।
वहाँ पहले से मौजूद 2-3 याडी, लफाड़ियो से गले मिला और फिर पत्ती इकट्ठा होने लगी।
किसी ने 200 रुपे दिए किसी ने 300।
ठेके के बराबर में बनी कैंटीन/हत्थे पर महफ़िल सजी ।
दावत का दौर शुरू हुआ।
पीते पीते 4 आदमी 2 बोतल गटक गये,
बिल देते समय कैंटीन वाले से छोटा सा झगड़ा भी हुआ।
फिर बाहर निकले तो एक दोस्त ने एक स्पेशल माल(भांग-गांझे) वाली सिगरेट तैयार कर ली।
अब सुट्टा मारते मारते खोपड़ी भारी होने लगी,
इधर मोबाइल पर माँ के लगातार फोन आ रहे थे।
तो अब घर जाने की चिंता हुई,
दोस्तो तो टाटा-बाय बाय कहकर फिर से अपनी प्यारी बाइक स्टार्ट की और उसी गति से दौडा दी।
लेकिन इस बार अंतर ये था कि बाइक बिलकुल नागिन की तरह लहरे ले रही थी।
अपनी धुन में मस्त लौंडा जोर जोर से गाते हुए जा रहा था।
लेकिन ये क्या ?
अचानक बैलेंस बिगड़ गया और 90 कि स्पीड पर भागती बाइक दूसरी साइड से आ रही बाइक से जाकर भिड़ गई।
जोर की आवाज हुई, कहीं बम फटा हो जैसे।
दूसरी बाइक पर बैठी महिला सिर फट जाने के कारण तत्काल मौके पर मर गई।
उस महिला का पति हेलमेट होने के कारण बच तो गया लेकिन उसका एक पैर तो जैसे बस एक दो नसों पर ही रुका था, अलग होने को ही था।
उनके साथ जो एक या सवा साल का बच्चा रहा होगा वो दूर घास के ढेर पर पड़ा था लेकिन ठीक था,
और ये चमत्कारी लौंडा ?
लोग ढूंढ रहे थे कि उसका सिर कहाँ गया ?
पास में पड़े उसके मोबाइल पर अब भी माँ का फोन लगातार आ रहा था।
वो सोचती होगी कि मेरा बेटा रोनाल्डो को पछाड़कर अभी आ जायेगा।
लेकिन वो क्या जाने की नियमो को फुटबॉल की तरह उड़ाने वाले उसके लौंडे की गर्दन को नियति ने फुटबॉल की तरह उछाल दिया था।
वो तो गया ही गया लेकिन साथ ही,
एक नन्हे से मासूम से उसकी माँ को छीनकर ले गया।
उसकी किस्मत को छोड़ गया ताउम्र के लिए अपाहिज हो चुके बाप के हवाले।।
खैर, आपको बढ़े हुए जुर्माने से तकलीफ है तो हम पर कौनसा कोई दवाई है आपका दर्द मिटाने की।
आपका दर्द नियति मिटायेगी।।
जिसे पुलिस की रिश्वत की चिंता है वो या तो नियम न तोड़े या फिर जुर्माना दे।
कब तक ये देश आपकी मनमानी झेलेगा ?
(आप शेयर या कॉपी-पेस्ट करेंगे तो शायद किसी की आंख खुले)

बुधवार, 4 सितंबर 2019

बढ़ा_जुर्माना_और_सख्त_कानून_क्यों_जरूरी

#बढ़ा_जुर्माना_और_सख्त_कानून_क्यों_जरूरी :-🙋🙋
एक चमत्कारी लौंडा अपने घर से बाइक उठाकर निकला,
माँ को बोला फुटबॉल खेलने जा रहा हूँ।
कभी भागती बाइक का स्पीट मीटर देख रहा है,
कभी 90-100की रफ्तार से दौड़ती बाइक के शीशे में अपनी उड़ती जुल्फे देख रहा है।।
खैर 15 मिंट में ही बाइक ठेके पर जाकर रुक गई।
वहाँ पहले से मौजूद 2-3 याडी, लफाड़ियो से गले मिला और फिर पत्ती इकट्ठा होने लगी।
किसी ने 200 रुपे दिए किसी ने 300।

ठेके के बराबर में बनी कैंटीन/हत्थे पर महफ़िल सजी ।
दावत का दौर शुरू हुआ।
पीते पीते 4 आदमी 2 बोतल गटक गये,
बिल देते समय कैंटीन वाले से छोटा सा झगड़ा भी हुआ।

फिर बाहर निकले तो एक दोस्त ने एक स्पेशल माल(भांग-गांझे) वाली सिगरेट तैयार कर ली।

अब सुट्टा मारते मारते खोपड़ी भारी होने लगी,
इधर मोबाइल पर माँ के लगातार फोन आ रहे थे।
तो अब घर जाने की चिंता हुई,
दोस्तो तो टाटा-बाय बाय कहकर फिर से अपनी प्यारी बाइक स्टार्ट की और उसी गति से दौडा दी।
लेकिन इस बार अंतर ये था कि बाइक बिलकुल नागिन की तरह लहरे ले रही थी।

अपनी धुन में मस्त लौंडा जोर जोर से गाते हुए जा रहा था।

लेकिन ये क्या ?

अचानक बैलेंस बिगड़ गया और 90 कि स्पीड पर भागती बाइक दूसरी साइड से आ रही बाइक से जाकर भिड़ गई।

जोर की आवाज हुई, कहीं बम फटा हो जैसे।

दूसरी बाइक पर बैठी महिला सिर फट जाने के कारण तत्काल मौके पर मर गई।

उस महिला का पति हेलमेट होने के कारण बच तो गया लेकिन उसका एक पैर तो जैसे बस एक दो नसों पर ही रुका था, अलग होने को ही था।

उनके साथ जो एक या सवा साल का बच्चा रहा होगा वो दूर घास के ढेर पर पड़ा था लेकिन ठीक था,

और ये चमत्कारी लौंडा ?

लोग ढूंढ रहे थे कि उसका सिर कहाँ गया ?

पास में पड़े उसके मोबाइल पर अब भी माँ का फोन लगातार आ रहा था।

वो सोचती होगी कि मेरा बेटा रोनाल्डो को पछाड़कर अभी आ जायेगा।
लेकिन वो क्या जाने की नियमो को फुटबॉल की तरह उड़ाने वाले उसके लौंडे की गर्दन को नियति ने फुटबॉल की तरह उछाल दिया था।

वो तो गया ही गया लेकिन साथ ही,

एक नन्हे से मासूम से उसकी माँ को छीनकर ले गया।

उसकी किस्मत को छोड़ गया ताउम्र के लिए अपाहिज हो चुके बाप के हवाले।।

खैर, आपको बढ़े हुए जुर्माने से तकलीफ है तो हम पर कौनसा कोई दवाई है आपका दर्द मिटाने की।

आपका दर्द नियति मिटायेगी।।

जिसे पुलिस की रिश्वत की चिंता है वो या तो नियम न तोड़े या फिर जुर्माना दे।

कब तक ये देश आपकी मनमानी झेलेगा ?

(आप शेयर या कॉपी-पेस्ट करेंगे तो शायद किसी की आंख खुले)

मां के साथ मेरी लाश को निपटाकर ही जाओ

पिता का पुत्र के नाम पत्र .....
लखनऊ के एक उच्चवर्गीय बूढ़े पिता ने अपने पुत्रों के नाम एक चिट्ठी लिखकर खुद को गोली मार ली। चिट्टी क्यों लिखी और क्या लिखा। यह जानने से पहले संक्षेप में चिट्टी लिखने की पृष्ठभूमि जान लेना जरूरी है।
पिता सेना में कर्नल के पद से रिटार्यड हुए । वे लखनऊ के एक पॉश कॉलोनी में अपनी पत्नी के साथ रहते थे। उनके दो बेटे थे। जो सुदूर अमेरिका में रहते थे। यहां यह बताने की जरूरत नहीं है कि माता-पिता ने अपने लाड़लों को पालने में कोई कोर कसर नहीं रखी। बच्चे सफलता की सीढ़िंया चढते गए। पढ़-लिखकर इतने योग्य हो गए कि दुनिया की सबसे नामी-गिरामी कार्पोरेट कंपनी में उनको नौकरी मिल गई। संयोग से दोनों भाई एक ही देश में,लेकिन अलग-अलग अपने परिवार के साथ रहते थे।
एक दिन अचानक पिता ने रूंआसे गले से बेटों को खबर दी। बेटे! तुम्हारी मां अब इस दुनिया में नहीं रही । पिता अपनी पत्नी के लाश के साथ बेटों के आने का इंतजार करते रहे। एक दिन बाद छोटा बेटा आया, जिसका घर का नाम चींटू था। पिता ने पूछा  चिंटू मुन्ना क्यों नहीं आया। मुन्ना यानी बड़ा बेटा। छोटे बेटे के मुंह से एक सच निकल पड़ा। उसने पिता से कहा कि मुन्ना भईया ने कहा कि मां की मौत में तुम चले जाओ। पिता जी मरेंगे, तो मैं चला जाऊंगा।
कर्नल साहब ( पिता) कमरे के अंदर गए। उन्होंने  चंद पंक्तियो का एक पत्र लिखा। जो इस प्रकार था-
प्रिय बेटों
          मैंने और तुम्हारी मां ने बहुत सारे अरमानों के साथ तुम लोगों को पाला-पोसा। दुनिया के सारे सुख दिए। देश-दुनिया के बेहतरीन जगहों पर शिक्षा दी। जब तुम्हारी मां अंतिम सांस ले रही थी, तो मैं उसके पास था।वह मरते समय तुम दोनों का चेहरा एक बार देखना चाहती थी और तुम दोनों को बाहों में भर कर चूमना चाहती थी। तुम लोग उसके लिए वही मासूम मुन्ना और चिंटू थे। उसकी मौत के बात उसकी लाश के पास तुम लोगों का इंतजार करने लिए मैं था। मेरा मन कर रहा था कि काश तुम लोग मुझे ढांढस बधाने के लिए मेरे पास होते। मेरी मौत के बाद मेरी लाश के पास तुम लोगों का इंतजार करने के लिए कोई नहीं होगा। सबसे बड़ी बात यह कि मैं नहीं चाहता कि मेरी लाश निपटाने के लिए तुम्हारे बड़े भाई को आना पड़े। इसलिए सबसे अच्छा यह है कि मां के साथ मेरी लाश को निपटाकर ही जाओ।
                                                                                    तुम्हारा.
                                                                                            पिता
कमरे से ठांय की आवाज आई। कर्नल साहब ने खुद को गोली मार ली।
यह क्यों हुआ, किस कारण हुआ? कोई दोषी है या नहीं। मैं इसके बारे में कुछ नहीं कहना चाहता।
हां यह काल्पनिक कहानी नहीं। पूरी तरह सत्य घटना है। व्यक्ति विशेष के नाम को मैंने हटा दिया है।

जनता के साथ प्रशासनिक अधिकारियों में भी लापरवाही करने पर डर और जुर्माना होना चाहिए

केंद्र सरकार द्वारा  यातायात परिवहन के नियमों में जो बदलाव किए गए  इससे  जानबूझकर  नियम तोड़ने वालों  में डर का माहौल तो बनेगा  और दुर्घटनाओं पर  थोड़ा बहुत अंकुश लगेगा  लेकिन  प्रधानमंत्री जी से निवेदन है  इन नियमों के साथ  ऐसे नियम और लागू करें  ताकि  जनता के साथ प्रशासनिक अधिकारियों में भी  लापरवाही करने पर  डर और जुर्माना  होना चाहिए
यह भी होना चाहिए
खराब सिग्नल...  संबंधित जिम्मेदार अधिकारी, जुरमाना 10000/-
सड़क पर गड्ढ़े... संबंधित जिम्मेदार अधिकारी जुरमाना 20000/-
अतिक्रमित फुटपाथ...  संबंधित जिम्मेदार अधिकारी जुरमाना 20000/-
सड़क पर रोशनी नहीं...
जिम्मेदार JE जुरमाना 25000/-
सड़क पर कचरा बह रहा है...संबधित जिम्मेदार अधिकारी, जुरमाना 25000/ह
सड़कों पर लाइट के खंभे नहीं... संबंधित जिम्मेदार अधिकारी, जुरमाना 30000/-
खुदी सड़क कोई मरम्मत नहीं... संबंधित जिम्मेदार अधिकारी, जुरमाना 50000/-
गड्ढों में गिर कर आप गिरो चोटिल हो जाएँ... संमबनधित जिम्मेदार अधिकारी, जुरमाना=दवा का पूरा खर्चा +5000/-रोज(जब तक ठीक ना हो)
आवारा गायें जानवर टकरा जाए कुत्ता काट ले... संबनधित जिम्मेदार अधिकारी के पेट में 14 injection 
आप लोगों से हाथ जोड़कर निवेदन है कि इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकी यह बात उन्हें भी पता चले  जिन्होंने सिर्फ नागरिकों को हर बात के लिए जिम्मेदार समझा है ।
धन्यवाद
https://sanwariyaa.blogspot.com

आज का पंचांग 4 september 2019

.                *।। ॐ  ।।*
     🚩🌞 *सुप्रभातम्* 🌞🚩
📜««« *आज का पंचांग* »»»📜
कलियुगाब्द...........................5121
विक्रम संवत्..........................2076
शक संवत्.............................1941
मास..................................भाद्रपद
पक्ष.....................................शुक्ल
तिथी.....................................षष्ठी
प्रातः 09.44 पर्यंत पश्चात सप्तमी
रवि..............................दक्षिणायण
सूर्योदय.............प्रातः 06.10.11 पर
सूर्यास्त............संध्या 06.41.53 पर
सूर्य राशि...............................सिंह
चन्द्र राशि..............................तुला
नक्षत्र...............................विशाखा
दुसरे दिन प्रातः 04.08 पर्यंत पश्चात अनुराधा
योग.......................................इंद्र
रात्रि 08.31 पर्यंत पश्चात वैधृति
करण.................................कौलव
प्रातः 10.30 पर्यंत पश्चात तैतिल
ऋतु......................................वर्षा
दिन...................................बुधवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-
04 सितम्बर सन 2019 ईस्वी ।

👁‍🗨 *राहुकाल* :-
दोपहर 12.26 से 02.00 तक ।

🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*सिंह*
04:57:22 07:08:49
*कन्या*
07:08:49 09:19:07
*तुला*
09:19:07 11:33:22
*वृश्चिक*
11:33:22 13:49:10
*धनु*
13:49:10 15:54:29
*मकर*
15:54:29 17:41:20
*कुम्भ*
17:41:20 19:14:38
*मीन*
19:14:38 20:45:35
*मेष*
20:45:35 22:26:01
*वृषभ*
22:26:01 24:24:18
*मिथुन*
24:24:18 26:37:37
*कर्क*
26:37:37 28:53:25

🚦 *दिशाशूल* :-
उत्तरदिशा - यदि आवश्यक हो तो तिल का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।

☸ शुभ अंक.........................8
🔯 शुभ रंग..........................हरा

⚜ *चौघडिया :-*
प्रात: 06.10 से 07.44 तक लाभ
प्रात: 07.44 से 09.18 तक अमृत
प्रात: 10.52 से 12.26 तक शुभ
दोप 03.34 से 05.07 तक चंचल
सायं 05.07 से 06.41 तक लाभ
रात्रि 08.08 से 09.34 तक शुभ ।

📿  *आज का मंत्र* :-
।। ॐ ईशानाय नम: ।।

📯 *सुभाषितम्* :-
वरमेको गुणी पुत्रो न च मूर्खशतान्यपि ।
एकश्चन्द्रस्तमो हन्ति न च तारागणोऽपि च ॥
अर्थात :-
मूर्ख शिष्य को उपदेश देने से, दुष्ट स्त्री का भरण पोषण करने से, और दुष्टके संयोग से पंडित भी नष्ट होता है ।

🍃 *आरोग्यं :*-
*हल्दी मौसमी रोगों में फायदेमंद -*

*दूध के साथ हल्दी का सेवन -*
हल्दी, मंजिष्ठा, गेरू, मुलतानी मिट्टी, गुलाब जल, एलोवेरा एवं कच्चे दूध को मिलाकर लेप तैयार करें। इसे चेहरे पर लगाने से त्वचा में निखार आता है। हल्दी वाला दूध पीने से त्वचा में प्राकृतिक चमक पैदा होती है।  यदि आप नजले, जुकाम, खांसी से परेशान हैं, तो गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाकर पिएं, इससे लाभ होगा। रोज सुबह खाली पेट गुनगुने दूध में हल्दी मिलाकर सेवन करें, तो शरीर के दर्द, पेट के रोग आदि से छुटकारा पा सकते हैं।

*रक्त की सफाई करे हल्दी -*
हल्दी के सेवन से रक्त साफ होता है।  इसके सेवन से रक्त में मौजूद विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं। अगर चोट लगने पर तेजी से खून बह रहा है, तो आप उस जगह तुरंत हल्दी डाल दें।  इससे खून बहना रुक जाएगा।

⚜ *आज का राशिफल :-*

🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। राजभय रहेगा। जल्दबाजी से बचें। योजना फलीभूत होगी। कार्यस्‍थल पर परिवर्तन तथा सुधार की संभावना है। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। जीवन सुखमय गुजरेगा। लाभ होगा।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। सत्संग का लाभ होगा। धार्मिक कृत्यों पर व्यय होगा। कारोबार लाभदायक रहेगा। विवेक से कार्य करें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में चैन रहेगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि में जल्दबाजी न करें।

👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
चोट व दुर्घटना से शारीरिक हानि संभव है। पुराना रोग उभर सकता है। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। वाणी पर संयम आवश्यक है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। कारोबार अच्‍छा चलेगा। नौकरी में कार्यभार रहेगा। सहकर्मी साथ नहीं देंगे। जल्दबाजी न करें।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। रुके कार्यों में गति आएगी। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। नए काम मिल सकते हैं। थकान व कमजोरी रह सकती है। नौकरी में चैन रहेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। निवेश शुभ रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
स्थायी संपत्ति में वृद्धि के योग हैं। बड़े लाभदायक सौदे हो सकते हैं। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। शारीरिक कष्ट की आशंका है। जल्दबाजी न करें।

👩🏻‍🦰 *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
विद्यार्थी वर्ग अपने कार्य में सफलता प्राप्त करेगा। एकाग्रता बनी रहेगी। कारोबार में वृद्धि होगी। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। कारोबार लाभदायक रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
किसी अपने व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। बुरी खबर मिल सकती है। स्वास्‍थ्य का पाया कमजोर रहेगा। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। नौकरी में कार्यभार रहेगा। दूसरे अधिक अपेक्षा करेंगे। धैर्य रखें।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। मेहनत का फल पूरा-पूरा मिलेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। मित्रों व रिश्तेदारों की मदद करने का अवसर प्राप्त होगा। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
शुभ समाचार प्राप्त होंगे। यात्रा सफल रहेगी। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। नए मित्र बनेंगे। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। दूसरों के कार्य में दखल न दें।

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। किसी बड़े काम के होने से प्रसन्नता रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। सुख के साधन जुटेंगे। नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा। कारोबार में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड से मनोनुकूल सफलता प्राप्त होगी। प्रमाद न करें।

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
स्वास्थ्य पर बड़ा खर्च हो सकता है। कर्ज लेना पड़ सकता है। निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। अकारण विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। यात्रा में सावधानी आवश्यक है। कारोबार ठीक चलेगा। बेचैनी रहेगी। ईर्ष्यालु व्यक्तियों से सावधान रहें। धैर्य रखें।

🐡 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। रुका हुआ पैसा मिल सकता है। धन प्राप्ति सुगम होगी। किसी बड़े काम को करने की इच्छा बनेगी। कारोबार अच्छा चलेगा। रोजगार में वृद्धि होगी। भाग्य का साथ मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। पार्टनरों से मतभेद दूर होंगे।

☯ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*

।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩

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