राजस्थान के कुछ जिलों में पीले रंग के हेलिकॉप्टर का कुतूहल चल रहा है।
दिन भर एक पीले रंग का हेलीकॉप्टर इधर उधर उड़ान भरता है जिसके नीचे एक बड़ा लूप लटका हुआ है।
आम आदमी के मन में यह रहता है कि यह आखिर चल क्या रहा है ?
यह एक प्रमाण है कि मोदी सरकार आम आदमी का जीवन सुविधा जनक बनाने के लिए गम्भीरता से काम कर रही है।
मोदी सरकार पेयजल को लेकर अत्यधिक गंभीरता से काम कर रही है । इसी कारण मोदी सरकार ने जल शक्ति मंत्रालय की स्थापना की थी । यह जल शक्ति मंत्रालय राजस्थान, पंजाब, गुजरात के उन इलाकों में एक विशेष सर्वे कर रहा है ,जहां पर पानी की अक्सर कमी पाई जाती है।
इस सर्वे को हेलीबोर्न सर्वे कहा जाता है। हेलिबोर्न सर्वे धरती के अंदर 500 मीटर तक का एक्सरे खींचने में और रिपोर्ट बनाने में सक्षम है।
यह पीले रंग का हेलीकॉप्टर जहां-जहां घूमेगा उस उस इलाके का डेटाबेस बनाएगा जिसमें यह पता चलेगा कि यहां पर जमीन के नीचे पानी है या नहीं है? यदि है तो कितना गहरा है?? पानी मीठा है अथवा खारा है? इन सब की जानकारी इस टेक्नोलॉजी से प्राप्त हो जाएगी।
आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि कितना जबरदस्त काम किया जा रहा है कि जिस दिन यह डाटा कलेक्शन पूरा हो जाएगा हमें एक क्लिक पर पता चल जाएगा कि हमारी जमीन के कौन से हिस्से में नीचे मीठे पानी की धारा बह रही है, इस सर्वे से पानी के नए स्रोत ढूंढने में शानदार मदद मिलने वाली है। जल जीवन है, जल सीमित भी है, इसलिए इसका बेहतरीन मैनेजमेंट भी बेहद जरूरी है।
जनसूचनार्थ ...