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शुक्रवार, 19 अप्रैल 2013

आक , आकडा , मदार पर कुछ आसान प्रयोग और कई रोगों का इलाज

आक , आकडा , मदार
_ इसे हम शिवजी को चढाते है ; अर्थात ये ज़हरीला होता है . इसलिए इसे निश्चित मात्रा में वैद्य की देख रेख में लेना चाहिए .पर कुछ आसान प्रयोग आप कर सकते है -
_ अगर किसी को चलती गाडी में उलटी आती हो ( motion sickness ) तो यात्रा पर निकलतेसमय जो स्वर चल रहा हो अर्थात जिस तरफ की श्वास ज़्यादा चल रही हो उस पैर के नीचे आक के पत्ते रखे . यात्रा के दौरान कोई तकलीफ नहीं होगी .
_ आक के पीले पड़े पत्तों को घी में गर्म कर उसका रस कान में डालने से कान का दर्द ठीक होता है .
_ आक का दूध कभी भी सीधे आँखों पर नहीं लगाना चाहिए . अगर दाई आँख दुःख रही हो तो बाए पैर के नाख़ून और बाई आँख दुःख रही हो तो दाए पैर के नाखूनों को आक के दूध से तर कर दे .
_ रुई को आक के दूध औरथोड़े से घी में भिगोकर दांत में रखने से दांतों का दर्द ठीक हो जाता है .
_ हिलते हुए दांत पर आक का दूध लगाकर आसानी से निकाला जा सकता है .
_ पीले पड़े आक के पत्तों के रस का नस्य लेने से आधा शीशी में लाभ होता है .
_ आक की कोपल को सुबह खाली पेट पान के पत्ते में रख चबा कर खाने से ३ से 5 दिनों में पीलिया ठीक हो जाता है .
_ सफ़ेद आक की छाया में सुखी जड़ को पीस कर १-२ ग्राम की मात्रा गाय के दूध के साथ लेने से बाँझपन ठीक होता है . बंद ट्यूब और नाड़ियाँ खुल जाती है ; मासिक धर्म गर्भाशय की गांठों में लाभ होता है .
_ पैरों के छाले इसकादूध लगाने से ठीक हो जाते है .
_ गठिया में आक के पत्तों को घी लगा कर तवे पर गर्म कर सेकें .
_ आक की रुई को वस्त्रों में भर , रजाई तकिये में इस्तेमाल करने से वात रोगों में लाभ मिलता है .
_ कोई घाव अगर भर ना रहा हो तो आक की रुई उसमे भर दे और रोज़ बदल दे .
_ आक के दूध में सामान मात्रा में शहद मिला कर लगाने से दाद में लाभ होता है .आक की जड़ के चूर्ण को दही में मिलाकर लगाना भी दादमें लाभकारी होता है.
_ आक के पुष्प तोड़ने पर जो दूध निकलता है उसे नारियल तेल में मिलाकर लगाने से खाजदूर होती है .इसके दूध को कडवे तेल में मिलाकर लगाने से भी लाभ होता है .
_ इसके पत्तों को सुखाकर उसकी पावडर जख्मों पर बुरकने से दूषित मांस दूर हो कर स्वस्थ मांस पैदाहोता है .
_ आक की मिटटी की टिकिया कीड़े पड़े हुए जख्मों पर बाँधने से कीड़े टिकिया पर आ कर मर जाते है और जख्म धीरे धीरे ठीक हो जाता है .
_ आक के दूध के शहद के साथ सेवन करने से कुष्ठ रोग थी होता है .आक के पुष्पों का चूर्ण भी इसमें लाभकारी है .
_ पेट में दर्द होने पर आक के पत्तों पर घी लगा कर गर्म कर सेके .
_ स्थावर विष पर २-३ ग्राम आक की जड़ को घिस कर दिन में ३-४ बार पिलाए .आक की लकड़ी का 6 ग्राम कोयला मिश्री के साथ लेने से शरीर में जमा पारा भी पेशाब के रास्ते निकल जाताहै .
_ आक और भी कई रोगों का इलाज करता है पर ये योग वैद्य की सलाह से ही लेने चाहिए .
_ इसके अर्क प्रयोग से होने वाले हानिकारक प्रभाव को कम करने के लिए दूध और घी का प्रयोग करें

आम के सौंदर्य वर्धक फायदे।

आम की महक हर किसी का मन मोह लेती है और भूख बढा देती है। क्या आप जानती हैं  कि आम आपको खूबसूरत बनाने के लिये भी बहुत काम आ सकता है। अगर आप आम खा कर उसके छिलके को फेक  देती हैं तो आपको बता दें कि छिलका भी बडे़ का होता है। इसे धूप में सुखा कर इसका पाउडर बना सकती हैं  और फेस पैक बना सकती हैं। आम त्वचा को चमकदार और सुदंर बना सकता है।  आम के पल्प को चेहरे पर लगाने से चेहरे पर से ब्लैकहेड्स, झाइयां, डार्क सपॉट आदि मिटती है। आइये और जानते हैं  आम के सौंदर्य वर्धक फायदे। आम के सौंदर्य वर्धक फायदे
1. स्क्रब- एक टी स्पून आम का पल्प लें,उसमें  आधा चम्मच दूध या मिक्ल पाउडर, शहद मिलाएं और अपने चेहरे पर गोलाई में मले। इससे डेड स्किन और ब्लैकहेड्स साफ होते हैं साथ ही चेहरेका ग्लो भी बढ़ता है।
2. फेस पैक- आम तौर पर हम आम के छिलके को फेक देते हैं, पर आप इसे धूप मे सुखा कर पाउडर बना सकती हैं। इसमें दही मिलाएं और फेस पैक बना लें। इससे चेहरे के डार्क  स्पॉट, झाइयां हटती हैं।
3. कच्चे आम का रस- कच्चे आम का टुकड़ाकर के उसे पानी में उबाल लें। इस पानी को चेहरे के पिंपल हटाने में इस्तमाल कर सकती हैं। इस पानी से अपनेमुंह को दिन में दो बार धोएं।
4. क्लींजर- 1 चम्मच गेहूं का आटा ले कर उसमें आम  का गूदा मिलाएं और त्वचा पर प्रयोग करें। यह चेहरे के
पोर्स के अंदर जा कर उसे साफ करेगा।
5. टैनिंग हटाए- कच्चे या पके आम के छिलके को अपने  हाथ और पैरों पर मलें, इसके बाद उस पर दूध की मलाई लगाएं। 15 मिनट के बाद ठंडे पानी से त्वचा को धो लें।  इससे टैनिंग दूर होती है

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