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मंगलवार, 24 जून 2014

आपका फोन पानी में भीग जाता है तो भीगे फोन को ऐसे बचा सकते हैं आप

भीगे फोन को ऐसे बचा सकते हैं आप

ज्यादातर लोगों के पास वॉटरप्रूफ फोन नहीं होता। कभी बारिश की वजह से, तो कभी हमारी खुद की गलती से फोन पानी में भीग जाता है। आपका फोन पानी में भीग जाता है, तो आप क्या करते हैं? ज्यादातर लोग फोन को हीटर पर या अवन में रखकर सुखाने की कोशिश करने लगते हैं। लेकिन ये सभी तरीके आपके फोन को खराब कर सकते हैं। अगर आपका फोन भीग जाए, तो परेशान मत होइए, हम आपको बता रहे हैं कि ऐसी हालत में क्या करें। आगे क्लिक करिए और जानिए भीगे फोन को बचाने के उपाय...

पानी में भीगने के बाद अगर फोन ऑन है, तो सबसे पहले उसे ऑफ कर दें। फोन के भीगने की हालत में उसे ऑन करने की कोशिश बिल्कुल न करें। फोन के भीगे रहते हुए ऑन रहने/करने पर पानी सर्किट्स को खराब कर सकता है।

फोन से हेडफोन या चार्जर जैसी चीजें निकाल दें। फोन का बाहरी हिस्सा कॉटन के साफ कपड़े से पोंछें। वैक्यूम क्लीनर हो, तो सावधानी बरतते हुए थोड़ी दूर से इस्तेमाल कर सकते हैं।

फोन का बैककवर निकाल दें। बैटरी और सिमकार्ड आदि निकालें। फोन का भीतरी हिस्सा कपड़े से पोंछें, लेकिन ध्यान रखें कि कपड़े में फोन का कोई पुर्जा अटक कर खिंच न जाए। बैटरी का स्‍टिकर चेक करें। फोन बनाने वाली कंपनियां हैंडसेट के भीगने पर कोई वॉरंटी नहीं देतीं। ज्यादातर फोन्स में बैटरी के नीचे एक छोटा सा स्‍टीकर चिपका होगा, जो अधिकतर सफेद रंग का होता है। अगर फोन के अंदर पानी चला गया है, तो यह गुलाबी या लाल रंग में बदल जाता है।

फोन पर कभी भी हेयरड्रायर का इस्तेमाल न करें। गर्म हवा फोन को नुकसान पहुंचा सकती है। इसकी जगह थोड़ी देर फोन को एसी के सामने रखने से फायदा हो सकता है।

फोन को सूखे कच्चे चावलों में रखें। यह फोन के अंदर का पानी/नमी सुखाने के लिए घर में मौजूद सबसे अच्‍छा तरीका है। बेहतर यह होगा कि एक कटोरे में कच्चे चावल भरें। फोन को इसमें थोड़ा भीतर तक गाड़ें और इसे धूप में रखें। चावल गर्म होने से फोन के अंदर का पानी सूख जाएगा और सीधे धूप में न रखने की वजह से आपका फोन भी खराब नहीं होगा। लेकिन ध्यान रखिएगा कि फोन के ऑडियो पोर्ट जैसे किसी हिस्से में चावल के दाने न घुस जाएं

फोन को 24 घंटे से पहले ऑन/इस्तेमाल न करें। उम्मीद है कि इसके बाद आपका फोन ठीक काम करेगा। लेकिन अगर अब भी यह ठीक नहीं होता, तो तुरंत ऑथराइज़्ड सर्विस सेंटर पर ले जाना ही बेहतर होगा।

मंगलवार, 17 जून 2014

पथरी का ईलाज

पथरी का ईलाज

सबसे पहले कुछ परहेज !

मित्रो जिसको भी शरीर मे पथरी है वो चुना कभी ना खाएं ! (काफी लोग पान मे डाल कर खा जाते हैं )
क्योंकि पथरी होने का मुख्य कारण आपके शरीर मे अधिक मात्रा मे कैलशियम का होना है | मतलब जिनके शरीर मे पथरी हुई है उनके शरीर मे जरुरत से अधिक मात्रा मे कैलशियम है लेकिन वो शरीर मे पच नहीं रहा है वो अलग बात हे| इसलिए आप चुना खाना बंद कर दीजिए|

आयुर्वेदिक इलाज !
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पखानबेद नाम का एक पौधा होता है ! उसे पथरचट भी कुछ लोग बोलते है ! उसके पत्तों को पानी मे उबाल कर काढ़ा बना ले ! मात्र 7 से 15 दिन मे पूरी पथरी खत्म !! और कई बार तो इससे भी जल्दी खत्म हो जाती !!!

होमियोपेथी मे एक दवा है ! वो आपको किसी भी होमियोपेथी के दुकान पर मिलेगी उसका नाम हे BERBERIS VULGARIS ये दवा के आगे लिखना है MOTHER TINCHER ! ये उसकी पोटेंसी हे|

वो दुकान वाला समझ जायेगा| यह दवा होमियोपेथी की दुकान से ले आइये|

(ये BERBERIS VULGARIS दवा भी पथरचट नाम के पोधे से बनी है बस फर्क इतना है ये dilutions form मे हैं पथरचट पोधे का botanical name BERBERIS VULGARIS ही है )

अब इस दवा की 10-15 बूंदों को एक चौथाई (1/ 4) कप गुण गुने पानी मे मिलाकर दिन मे चार बार (सुबह,दोपहर,शाम और रात) लेना है | चार बार अधिक से अधिक और कमसे कम तीन बार|इसको लगातार एक से डेढ़ महीने तक लेना है कभी कभी दो महीने भी लग जाते है |

इससे जीतने भी stone है ,कही भी हो गोलब्लेडर gall bladder )मे हो या फिर किडनी मे हो,या युनिद्रा के आसपास हो,या फिर मुत्रपिंड मे हो| वो सभी स्टोन को पिगलाकर ये निकाल देता हे|

99% केस मे डेढ़ से दो महीने मे ही सब टूट कर निकाल देता हे कभी कभी हो सकता हे तीन महीने भी हो सकता हे लेना पड़े|तो आप दो महिने बाद सोनोग्राफी करवा लीजिए आपको पता चल जायेगा कितना टूट गया है कितना रह गया है | अगर रह गया हहै तो थोड़े दिन और ले लीजिए|यह दवा का साइड इफेक्ट नहीं है |

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ये तो हुआ जब stone टूट के निकल गया अब दोबारा भविष्य मे यह ना बने उसके लिए क्या??? क्योंकि कई लोगो को बार बार पथरी होती है |एक बार stone टूट के निकल गया अब कभी दोबारा नहीं आना चाहिए इसके लिए क्या ???

इसके लिए एक और होमियोपेथी मे दवा है CHINA 1000|
प्रवाही स्वरुप की इस दवा के एक ही दिन सुबह-दोपहर-शाम मे दो-दो बूंद सीधे जीभ पर डाल दीजिए|सिर्फ एक ही दिन मे तीन बार ले लीजिए फिर भविष्य मे कभी भी स्टोन नहीं बनेगा|

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