यह ब्लॉग खोजें

शुक्रवार, 29 अप्रैल 2022

वैज्ञानिकों ने बताया कितना अद्भुत है इंसान का शरीर

*वैज्ञानिकों ने बताया कितना अद्भुत है इंसान का शरीर*

*जबरदस्त फेफड़े*
हमारे फेफड़े हर दिन 20 लाख लीटर हवा को फिल्टर करते हैं. हमें इस बात की भनक भी नहीं लगती. फेफड़ों को अगर खींचा जाए तो यह टेनिस कोर्ट के एक हिस्से को ढंक देंगे।

*ऐसी और कोई फैक्ट्री नहीं*
हमारा शरीर हर सेकंड 2.5 करोड़ नई कोशिकाएं बनाता है. साथ ही, हर दिन 200 अरब से ज्यादा रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है. हर वक्त शरीर में 2500 अरब रक्त कोशिकाएं मौजूद होती हैं. एक बूंद खून में 25 करोड़ कोशिकाएं होती हैं।
*लाखों किलोमीटर की यात्रा*
इंसान का खून हर दिन शरीर में 1,92,000 किलोमीटर का सफर करता है. हमारे शरीर में औसतन 5.6 लीटर खून होता है जो हर 20 सेकेंड में एक बार पूरे शरीर में चक्कर काट लेता है।

*धड़कन*
एक स्वस्थ इंसान का हृदय हर दिन 1,00,000 बार धड़कता है. साल भर में यह 3 करोड़ से ज्यादा बार धड़क चुका होता है. दिल का पम्पिंग प्रेशर इतना तेज होता है कि वह खून को 30 फुट ऊपर उछाल सकता है।

*सारे कैमरे और दूरबीनें फेल*
इंसान की आंख एक करोड़ रंगों में बारीक से बारीक अंतर पहचान सकती है. फिलहाल दुनिया में ऐसी कोई मशीन नहीं है जो इसका मुकाबला कर सके।

*नाक में एंयर कंडीशनर*
हमारी नाक में प्राकृतिक एयर कंडीशनर होता है. यह गर्म हवा को ठंडा और ठंडी हवा को गर्म कर फेफड़ों तक पहुंचाता है।

*400 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार*
तंत्रिका तंत्र 400 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से शरीर के बाकी हिस्सों तक जरूरी निर्देश पहुंचाता है. इंसानी मस्तिष्क में 100 अरब से ज्यादा तंत्रिका कोशिकाएं होती हैं।

*जबरदस्त मिश्रण*
शरीर में 70 फीसदी पानी होता है. इसके अलावा बड़ी मात्रा में कार्बन, जिंक, कोबाल्ट, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फेट, निकिल और सिलिकॉन होता है।

*बेजोड़ छींक*
छींकते समय बाहर निकलने वाली हवा की रफ्तार 166 से 300 किलोमीटर प्रतिघंटा हो सकती है. आंखें खोलकर छींक मारना नामुमकिन है।

*बैक्टीरिया का गोदाम*
इंसान के वजन का 10 फीसदी हिस्सा, शरीर में मौजूद बैक्टीरिया की वजह से होता है. एक वर्ग इंच त्वचा में 3.2 करोड़ बैक्टीरिया होते हैं।

*ईएनटी की विचित्र दुनिया*
आंखें बचपन में ही पूरी तरह विकसित हो जाती हैं. बाद में उनमें कोई विकास नहीं होता. वहीं नाक और कान पूरी जिंदगी विकसित होते रहते हैं. कान लाखों आवाजों में अंतर पहचान सकते हैं. कान 1,000 से 50,000 हर्ट्ज के बीच की ध्वनि तरंगे सुनते हैं।

*दांत संभाल के*
इंसान के दांत चट्टान की तरह मजबूत होते हैं. लेकिन शरीर के दूसरे हिस्से अपनी मरम्मत खुद कर लेते हैं, वहीं दांत बीमार होने पर खुद को दुरुस्त नहीं कर पाते।

*मुंह में नमी*
इंसान के मुंह में हर दिन 1.7 लीटर लार बनती है. लार खाने को पचाने के साथ ही जीभ में मौजूद 10,000 से ज्यादा स्वाद ग्रंथियों को नम बनाए रखती है।

*झपकती पलकें*
वैज्ञानिकों को लगता है कि पलकें आंखों से पसीना बाहर निकालने और उनमें नमी बनाए रखने के लिए झपकती है. महिलाएं पुरुषों की तुलना में दोगुनी बार पलके झपकती हैं।

*नाखून भी कमाल के*
अंगूठे का नाखून सबसे धीमी रफ्तार से बढ़ता है. वहीं मध्यमा या मिडिल फिंगर का नाखून सबसे तेजी से बढ़ता है।

*तेज रफ्तार दाढ़ी*
पुरुषों में दाढ़ी के बाल सबसे तेजी से बढ़ते हैं. अगर कोई शख्स पूरी जिंदगी शेविंग न करे तो दाढ़ी 30 फुट लंबी हो सकती है।

*खाने का अंबार*
एक इंसान आम तौर पर जिंदगी के पांच साल खाना खाने में गुजार देता है. हम ताउम्र अपने वजन से 7,000 गुना ज्यादा भोजन खा चुके होते हैं।

*बाल गिरने से परेशान*
एक स्वस्थ इंसान के सिर से हर दिन 80 बाल झड़ते हैं।

*सपनों की दुनिया*
इंसान दुनिया में आने से पहले ही यानी मां के गर्भ में ही सपने देखना शुरू कर देता है. बच्चे का विकास वसंत में तेजी से होता है।

*नींद का महत्व*
नींद के दौरान इंसान की ऊर्जा जलती है. दिमाग अहम सूचनाओं को स्टोर करता है. शरीर को आराम मिलता है और रिपेयरिंग का काम भी होता है. नींद के ही दौरान शारीरिक विकास के लिए जिम्मेदार हार्मोन्स निकलते हैं।

*इस अनमोल विरासत का ध्यान रखें, अच्छा स्वस्थ्य परिवार ही परम धन है!*🌷🙏🌷

साइक्लोकोसम मकड़ी

 

आप नीचे की तस्वीर में जो देख रहे है वह क्या है,

यह वास्तव में एक मकड़ी की पीठ है, जिसे साइक्लोकोसम मकड़ी के रूप में जाना जाता है।

इस मकड़ी की खास बात यह है कि जब इसे खतरा महसूस होता है तो यह अपने सिर को मिट्टी खोद कर उसमे दबा लेता है तथा अपने पिछले भाग से अपने आप को ढक लेता है।

धन्यवाद🙏

पुरानी पीढ़ी के उत्तम स्वास्थ्य का रहस्य अर्थात उनकी " रोटी " ! और रोटियां बनाने का आटा।

 पुरानी पीढ़ी के उत्तम स्वास्थ्य का रहस्य अर्थात उनकी " रोटी " ! और रोटियां बनाने का आटा। वर्तमान में आपकी रोटी और आटा। पहले समय में आटा काफी दिनों तक रखने से कीड़े पड़ते थे आज पैकिंग वाला आटा खराब नहीं होता, आगे पढ़िए…

भारत को सोने की चिड़िया बनाने वाला असली राजा कौन था ?


 भारत को सोने की चिड़िया बनाने वाला असली राजा कौन था ?
कौन था वह राजा जिसके राजगद्दी पर बैठने के बाद उनके श्रीमुख से देववाणी ही निकलती थी और देववाणी से ही न्याय होता था ?🤔

कौन था वह राजा जिसके राज्य में अधर्म का संपूर्ण नाश हो गया था।🤔

वह थे महान राजा महाराज विक्रमादित्य🙏

बड़े ही दुख की बात है कि महाराज विक्रमादित्य के बारे में देश को लगभग शून्य बराबर ज्ञान है जिन्होंने भारत को सोने की चिड़िया बनाया था और स्वर्णिम काल लाया था।


धर्म की नगरी उज्जैन के राजा थे गन्धर्वसैन जिनकी तीन संताने थीं,सबसे बड़ी लड़की थी मैनावती,उनसे छोटा लड़का भृतहरि और सबसे छोटे थे वीर विक्रमादित्य... बहन मैनावती की शादी धारानगरी के राजा पदमसैन के साथ कर दी,जिनके एक लड़का हुआ गोपीचन्द।आगे चलकर गोपीचन्द ने श्री ज्वालेन्दर नाथ जी से योग दीक्षा ले ली और तपस्या करने जंगलों में चले गए,फिर मैनावती ने भी श्री गुरू गोरक्ष नाथ जी से योग दीक्षा ले ली।


आज हमारे भारत देश और यहाँ की संस्कृति केवल राजा विक्रमादित्य के कारण अस्तित्व में है।

अशोक मौर्य ने बौद्ध धर्म अपना लिया था और बौद्ध बनकर 25 साल राज किया था।
भारत में तब सनातन धर्म लगभग समाप्ति पर आ गया था, देश में बौद्ध और अन्य हो गए थे।


रामायण और महाभारत जैसे ग्रन्थ खो गए थे महाराज विक्रम ने ही पुनः उनकी खोज करवा कर स्थापित किया।

विष्णु और शिव जी के मंदिर बनवाये और सनातन धर्म को बचाया।महाराज विक्रमादित्य के 9 रत्नों में से एक कालिदास थे जिन्होंने विश्व प्रसिद्ध "अभिज्ञान शाकुन्तलम्" लिखा जिसमे भारत का इतिहास है, अन्यथा भारत का इतिहास क्या ? हम भगवान श्री कृष्ण और श्री राम को ही खो चुके थे।हम सभी हिंदुओं के लिए शर्म की बात है कि आज भी भगवान श्री कृष्ण के जन्मस्थान के निकट जो  स्थिति है वो कितनी शर्मनाक है ??

हमारे प्राचीन ग्रन्थ ही भारत में खोने के कगार पर आ गए थे।

उस समय उज्जैन के राजा भृतहरि ने राज छोड़कर श्री गुरू गोरक्ष नाथ जी से योग की दीक्षा ले ली और तपस्या करने जंगलों में चले गए राज अपने छोटे भाई विक्रमादित्य को दे दिया।वीर विक्रमादित्य भी श्री गुरू गोरक्ष नाथ जी से गुरू दीक्षा लेकर राजपाट सम्भालने लगे और आज उन्ही के कारण सनातन धर्म बचा हुआ है,हमारी संस्कृति बची हुई है।

महाराज विक्रमादित्य ने केवल धर्म ही नहीं बचाया उन्होंने देश को आर्थिक तौर पर सोने की चिड़िया बनाया। उनके राज को ही भारत का स्वर्णिम राज कहा जाता है।

विक्रमादित्य के काल में भारत का कपडा,विदेशी व्यपारी सोने के वजन से खरीदते थे।
भारत में इतना सोना आ गया था कि महाराज विक्रमादित्य काल में सोने के सिक्के चलते थे।आप गूगल इमेज कर विक्रमादित्य के सोने के सिक्के देख सकते हैं।

कैलेंडर पर जो विक्रम संवत लिखा जाता है वह भी महाराज विक्रमादित्य का स्थापित किया हुआ है।
आज जो भी ज्योतिष गणना हैं जैसे,हिन्दी सम्वंत, वार,तिथियाँ,राशि,नक्षत्र, गोचर आदि उन्हीं की रचना हैं।वे बहुत ही वीर पराक्रमी, बलशाली और बुद्धिमान राजा थे।

महाराजा विक्रमादित्य के काल में हर नियम धर्मशास्त्र के हिसाब से बने होते थे। न्याय,राज सब धर्मशास्त्र के नियमों पर चलता था। महाराज विक्रमादित्य का काल प्रभु श्रीराम के राज के बाद सर्वश्रेष्ठ माना गया है, जहाँ प्रजा धनी थी और धर्म पर चलने वाली थी।

बड़े दुःख की बात है कि भारत के सबसे महानतम राजा विक्रमादित्य के बारे में हमारे स्कूलों,कालेजों में कोई स्थान नहीं है।
देश को अकबर,बाबर, औरंगजेब जैसे दरिन्दों का इतिहास पढाया गया है।

इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करें जिससे हमारी संस्कृति का ज्ञान हमारी पीढ़ी जान सके।

🚩 जय श्री बाबा भोलेनाथ,जय जय श्री महाकाल बाबा जी,जय हिंद। 🙏🏻
 🙏सत्य सनातन धर्म की जय हो🙏🙏✊राजा वीर विक्रमादित्य की जय हो✊🙏🚩

function disabled

Old Post from Sanwariya