इंडोनेशिया में कई हिंदू मंदिर हैं । इनमें से कई मंदिरों के रहस्य आज के विज्ञान के युग में भी नहीं खुल पाए हैं । सैकड़ों वर्ष पूर्व सुकुह नामक स्थान पर शिवलिंग कंडी की खुदाई हुई थी ।
जावा द्वीप पर स्थित इस शिव मंदिर के क्रिस्टल शिवलिंग को लेकर एक ऐसा ही रहस्य सामने आया है ।
जब इस मंदिर की खुदाई की गई तो कई बहुमूल्य कलाकृतियां मिलीं । जिन्हें अब इंडोनेशिया के राष्ट्रीय संग्रहालय में रखा गया है । इस क्रिस्टल के शिवलिंग में एक जलयुक्त पदार्थ होता है ।
160 जर 07 L ००० क्या होना चाहिए । लेकिन ऐप में खोलें के अनुसार मंथन से अमृत निकलता है वह इस शिवलिंग तरल रूप में होता है ।
स्रोत : ज़ी टीवी
हालांकि , वैज्ञानिक अभी तक यह नहीं समझ पाए हैं कि यह क्या होना चाहिए । लेकिन स्थानीय लोगों के अनुसार मंथन से जो अमृत निकलता है वह इस शिवलिंग में तरल रूप में होता है ।
द्रव दिव्य होने का दावा करता है सैकड़ों साल पहले खोजे गए इस शिवलिंग का पानी आज भी बरकरार है , इसलिए इस तरल को दिव्य माना जाता है ।
सैकड़ों साल पहले इस शिवलिंग का द्रव्य आज भी सूख नहीं पाया है ।
यह द्रव्य क्या होना चाहिए , यह वैज्ञानिक नहीं समझ पाए हैं , लेकिन स्थानीय लोगों के अनुसार इस शिवलिंग में मंथन से निकलने वाला अमृत द्रव रूप में है । यह द्रव्य भी दिव्य होने का दावा किया जाता है ।
स्रोत : वेब वर्ल्ड
जब यहां खुदाई शुरू हुई तो पीतल के बर्तन में पानी जैसे तरल के साथ क्रिस्टल शिवलिंग मिला । यह भी समझा जाता है कि पीतल के इस बर्तन का पानी इतने सालों बाद भी नहीं सूखता था।
तस्वीर इंटरनेट