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शनिवार, 15 अगस्त 2015

मात्र तिरंगा झंडा फहरा देना भर आजादी नहीं है

कही तिजोरी पर ताले है कही रोटी के लाले है
बन सहारा बेसहारो के लिए बन किनारा बेकिनारो के लिए ।
जो जिए अपने लिए तो क्या जिए ।
जी सके तो जी हजारो के लिए ।
आजादी जश्न का त्यौहार नहीं है ये गंभीर चिंतन का दिन है मात्र तिरंगा झंडा फहरा देना भर आजादी नहीं है आजादी इससे बड़ी कोई चीज है जिस आजादी का सपना हमारे अमर शहीदों ने देखा था ,जिन उद्देश्यों के लिए अपना सबकुछ न्योछावर कर दिया आज उन उद्देश्यों की पूर्ति हेतू गंभीर चिंतन का दिन है की हम कैसा भारत आने वाली पीढ़ियों को देकर जाएंगे ।

भारत की अपनी पहचान


भारत की पहचान विश्व में एक समृद्ध और शांतिप्रिय राष्ट्र के रूप में होती है। 1947 में अंग्रेजों की बेड़ियों से मुक्त होकर विश्व पटल पर भारत ने अपनी एअलपहचान बनाई।

रक्षा से लेकर तकनीक, उद्योग आज भारत सभी क्षेत्रों में किसी से कम नहीं हैं। विकास के हर क्षेत्र में आज भारत की अपनी पहचान है। भारत में ऐसी लाखों विशेषताएं हैं जो भारत को महान बनाती हैं उनमें से जानते हैं कुछ खास बातें...   

अहिंसा और शांति का संदेश : विश्व में भारत की पहचान एक शांतिप्रिय देश के रूप में होती है। भारत के इतिहास को देखा जाए तो भारत ने किसी भी देश पर हमला नहीं किया है। ऐसा नहीं है कि भारत सामरिक रूप से कमजोर है।

भारत के पास दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सैन्य शक्ति है। भारत के गिनती विश्व के उन चुनिंदा देशों में होती है, जिसके पास आधुनिक हथियार और मिसाइलें हैं। सुपरसोनिक ब्रह्मोस, पृथ्वी, अग्नि, नाग, जैसी मिसाइलें देश के पास हैं, जो ‍चंद सेकंड्‍स में दुश्मनों के छक्के छुड़ा सकती हैं।

जल, जमीन और आकाश तीनों में भारत की सैन्य शक्ति बहुत मजबूत है। भारत की नीति आक्रामक देश के रूप में नहीं बल्कि शांतिप्रिय देश के रूप में होती है। बुद्ध और गांधी का देश भारत बंदूक से नहीं बातचीत से हर समस्या कर हल करना चाहता है। भारत की इसी कमजोरी का लाभ पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन उठाते रहते हैं।

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