*आर्थिक आज़ादी का बिगुल-2*
*कल मैंने आर्थिक आजादी* का बिगुल शीर्षक से एक आलेख लिखा,ओर उसमे जिक्र किया कि दुनिया मे गरीबी अभिशाप है,ओर इससे बाहर निकलना है..ओर साथ मे यह भी की यह मुश्किल नहि है...जरा सोचिए *एक केरु गांव का छोटा सा बच्चा , जिसकी उम्र महज़ 2 साल की हो,ओर पिताजी का साया नही रहे..वो कैसे आज जोधपूर के प्रमुख उद्योगपति बन गए*?वो आप ओर हमारे बीच मे रहते है,आप करीब से जानते है।आदरणीय सत्यनारायण जी धूत
*आप उनके जीवन का अध्ययन कीजिये*।उतनी न सही,लेकिन आपके जीवन की गाड़ी पटरी पर जरूर आजायेगी। किसी ने कहा,जब आप चांद को पाने के लिए उछलते हो तो,हो सकता है चांद हाथ लग जाये,नही तो सितारे जरूर आपकी मुट्ठी में होंगे।लेकिन कोशिश आपको करनी है।
नए लोगो के लिए एक बहाना स्पष्ठ रहता है कि पूंजी नही है,तो कैसे शरू करे।फिर दूसरा कोई कहेगा अनुभव नही है,बिना अनुभव के कैसे आगे बढ़े?और तीसरा कहेगा कि भावनात्मक परिपक्वता नही है,यानी साहस नही है। आज केवल इन 3 विषय पर बात करते है।
यदि अनुभव नही है,तो आप किसी के साथ वर्किंग पार्टनर की तरह आ सकते है,आज सूरत का व्यवसायिक मॉडल है,जो इसी पर टीका है।आपकी छवि ईमानदार और अच्छी है कोई आपको वर्किंग पार्टनर के रूप में ले लेगा।या जैसा हमारे जोधपुर के मेयर रहे श्री घनश्याम जी ओझा ने बहुत साल आर्यन जिंक में सर्विस की..ऐसा आप भी कर सकते है। आज एक सफल उधोगपति ही नही है,शहर के 5 साल मेयर भी रहे है।और आप जितने भी लोग आज आप को शहर में एक अच्छी पोजीशन में दिखते है,अधिकांश तय लोगो ने संव्य या उनके पिता जी ने या परिवार के किसी सदस्य ने पहले किसी के आधीन नोकरी की,काम सीखा ओर अपना काम किया?हज़ारो लाखों लोगों ने यही रास्ता अख्तियार किया।आप भी कर सकते है।फिर कोई कहेगा,चलो काम तो सीख गए,अब व्यापार कैसे शरू करे?हमारे पास पूंजी नही है?* *कभी अवसर आया तो इन सभी महान उधमियों के जीवन चरित्र आपके मध्य रखूंगा..उनके संघर्ष.. और उत्कर्ष की कहानी*..आप डिटेल में समझेंगे।लेकिन आज सार यह है कि आप अपना व्यवहार इतना श्रेष्ठ बनाओ की कोई आपको पैसा या माल उधार दे तो ,उसको सपने में भी नही लगना चाहिए कि,उसके पैसे जोखम में है।वो आपको कई बार कसौटी पर परखेगा..आप से आगे व्यवसाय नही करने की बात करेगा..आप से आज तक का हिसाब क्लियर करने की बात कहेगा,आपका असली चरित्र की पहचान अब होनी है।अब आपका जवाब क्या है? अब आप कितने रेस्पेक्ट से उनका खाता सेटल करते है। यदि इस कोटरी(परीक्षा)से आप बेदाग निकल गए,ओर यह खुशबू आपकी मार्किट में स्थापित हो गयी कि बन्दा व्यवहार ओर लेंन देंन के चरित्र में अव्वल है..आप समझ लीजिए आपके जीवन की गाड़ी पटरी पर दौड़ पड़ेगी।
वरना अमूमन ओर बहुत से लोग इस ढलान पर फिसल जाते है, अब उनसे काम नही करना है,अगला उधार बन्द कर रहा है तो बेवजह कोई डिस्प्यूट खड़ा कर देगा,हिसाब में कोई लोचा डाल देगा..ऊंची ओर बदजबान से बात कर लेगा..आप समझिए यदि आप इस ढलान में फिसल गये, तो जीवन कठिन हो जाएगा।दूसरे लोग भी चमकने लगेंगे।सर्वत्र यह हवा फैल जाएगी..की आप व्यवहार कुशल नही है। मेरे पिताजी हमेशा यह सलाह देते थे,ऐसे समय मे यदि किसी को(दोनो पक्षो में से)नुकशान उठाना हो तो भी यह आपको उठाना चाहिए।देखिए इस *तात्कालिक हानि का असर कैसे आपके उज्ज्वल व्यवसाय का भविष्य का आधार बनता है*। इसलिए वित्तीय व्यवहार के लिए आपकी साख आपके व्यवसाय का वो ऑक्सीजन है,जब आप पहाड़ो पर चढ़ाई करेंगे,तो इसकी बहुत जरूरत होगी।
दूसरा आप ने काम सीख लिया,अब आप अपना कार्य करना चाहते है..आपके पास पूंजी नही है।आप अत्यंत छोटे स्केल पर शरू कीजिये..बाज़ार में उधार माल बेचने का रिवाज है..आप को यदि 30 दिन की उधार पर माल मिला है,आप उसको 30 दिन में भुगतान कीजिये..आपका माल उचित मुनाफा से 30 दिन का रोटेशन नही हो रहा है,तो आप मार्जिन कम कर लीजिए, आये मूल्य पर बेच दे, ओर समय पर भुगतान कर साख को बचा ले। आपके व्यवसाय का रोटेशन ठीक होने पर वो उधार की लिमिट 30 से 45 दिन60 दिन कर देंगे..बड़े व्यापारियों को माल काटने वाला चाहिए,ओर पैसा सेफ चाहिए..यदि उसका आपने दिल जीत लिया तो आप को हीरो बना देगा। ऐसे में कई दफा आपके चरित्र की विभिन्न तरीके से परीक्षा होती है,कोई अन्य पर्तिस्पर्धी आपको आपके पहले सप्लाई कर्ता से अच्छे आफर दे कर आपको उससे तोड़ना चाहेगा.. तो ऐसे में पहले अगले का हिसाब जीरो करे, फिर शरू करे।वैसे श्रेष्ठ यह रहता है कि आपको उसके साथ ही बने रहना चाहिए..वो अपनी सम्पूर्ण ताकत आपके पीछे लगा देगा,आपको हारने नही देगा। आपके व्यवसाय में जब पैसे का रोटेशन होते दीख रहा है..तो आप उसको अपनी कैपिटल नही मान ले..।लोग तुरन्त बड़ी गाड़ी बड़े मकान में इन्वेस्टमेंट कर देते है।और अपना लेंन देन का सिस्टम खराब कर लेते है।आपको सख्ती से अपने को नियंत्रण में रखना है।पैसा जो है,आपके पास किसी की अमानत है।आप केवल अपने मार्ज़ीन या प्रॉफिट का ही इन्वेस्ट करे।आप कुछ दिनों में ही एक अलग लेवल पर होंगे।
*इसलिए बहाने बनाने छोड़े,पूंजी नही है,साहस नही है और अनुभव नही..आप इस कहानी को ,उक्त फॉर्मूले को आजमाए..आप के हाथ मे चांद नही तो सितारों से खाली नही होंगे*।
*रामानंद काबरा*
94140 70142