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रविवार, 6 जुलाई 2025

विश्व का सबसे प्राचीन, वैज्ञानिक और विस्तृत समय गणना तंत्र — भारतीय ऋषि-मुनियों की अद्भुत देन 🇮🇳



📿 सेव कर सुरक्षित कर लीजिए — ऐसी पोस्ट विरले ही मिलती है!


🕉️ विश्व का सबसे प्राचीन, वैज्ञानिक और विस्तृत समय गणना तंत्र — भारतीय ऋषि-मुनियों की अद्भुत देन 🇮🇳

क्षण-क्षण की वैज्ञानिक गणना

  • 🔹 1 काष्ठा = सेकंड का 34,000वां भाग
  • 🔹 1 त्रुटि = सेकंड का 300वां भाग
  • 🔹 2 त्रुटि = 1 लव = 1 क्षण
  • 🔹 30 क्षण = 1 विपल
  • 🔹 60 विपल = 1 पल
  • 🔹 60 पल = 1 घड़ी = 24 मिनट
  • 🔹 2.5 घड़ी = 1 होरा (घंटा)
  • 🔹 3 होरा = 1 प्रहर
  • 🔹 8 प्रहर = 1 दिवस (वार)

🗓️ काल चक्र का विस्तार

  • 🔸 24 होरा = 1 दिन
  • 🔸 7 दिन = 1 सप्ताह
  • 🔸 4 सप्ताह = 1 माह
  • 🔸 2 माह = 1 ऋतु
  • 🔸 6 ऋतुएं = 1 वर्ष
  • 🔸 100 वर्ष = 1 शताब्दी
  • 🔸 10 शताब्दियां = 1 सहस्राब्दी
  • 🔸 432 सहस्राब्दी = 1 युग
  • 🔸 2 युग = द्वापर युग
  • 🔸 3 युग = त्रेता युग
  • 🔸 4 युग = सतयुग
  • सतयुग + त्रेता + द्वापर + कलियुग = 1 महायुग
  • 🔸 72 महायुग = 1 मन्वंतर
  • 🔸 1000 महायुग = 1 कल्प

🌊 प्रलय और पुनर्निर्माण का विज्ञान

  • 🌀 1 नित्य प्रलय = 1 महायुग (पृथ्वी पर जीवन का अंत और पुनः आरंभ)
  • 🌀 1 नैमित्तिक प्रलय = 1 कल्प (देवों का अंत और जन्म)
  • 🌀 1 महालय = 730 कल्प (ब्रह्मा का अंत और पुनर्जन्म)

🕯️ भारत की अद्वितीय द्वैत और त्रैतीय संरचना

🟢 दो (2) की व्यवस्था:

  • नर – नारी
  • शुक्ल पक्ष – कृष्ण पक्ष
  • वैदिक पूजा – तांत्रिक पूजा
  • उत्तरायण – दक्षिणायन

🔵 तीन (3) का समन्वय:

  • ब्रह्मा – विष्णु – महेश
  • महा सरस्वती – महा लक्ष्मी – महा गौरी
  • पृथ्वी – आकाश – पाताल
  • सत्वगुण – रजोगुण – तमोगुण
  • ठोस – द्रव – वायु
  • प्रारंभ – मध्य – अंत

🔱 यह है हमारे भारत का वैदिक समय विज्ञान — जो आज भी विज्ञान को चमत्कृत करता है।
हमें गर्व है कि हम उस संस्कृति से जुड़े हैं जिसने समय को सबसे पहले समझा और गिनना सिखाया।

🙏 जय भारत। जय वैदिक विज्ञान। जय सनातन संस्कृति।


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