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शनिवार, 30 अगस्त 2025

मोदी सरकार को गिराने के लिए ऑपरेशन 37 "डीप स्टेट" शुरू हो चुका है

ऑपरेशन 37 क्या है
*और*
*आज भारत सबसे ज़्यादा ख़तरे में क्यों है?*
*नीचे पढ़ें👇*
यह बिल्कुल सच है। मोदी सरकार को गिराने के लिए ऑपरेशन 37 "डीप स्टेट" शुरू हो चुका है, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति ने मोदी जी को हटाने के लिए CIA और डीप स्टेट को 12 महीने का समय दिया है। जिसके हथियार होंगे डिवीज़न, डायवर्सन और डिसेप्शन। जिसमें वोट चोरी और ऑपरेशन 37 भी शामिल है। इसका एक उदाहरण आप जगदीप धनखड़ के साथ देख ही चुके हैं। उनका लक्ष्य कम से कम 37 भाजपा सांसदों को तोड़कर भाजपा में फूट डालना है - कभी टैरिफ के नाम पर, कभी आरक्षण के नाम पर, कभी दलाल किसान नेताओं के ज़रिए, और यौन-धार्मिक आंदोलन खड़ा करके बांग्लादेश जैसी अराजकता फैलाकर सरकार गिराने की कोशिश की जाएगी। दक्षिण और महाराष्ट्र में हिंदी विरोध प्रदर्शन, कुछ नेताओं का जन्माष्टमी पर गोमांस खाने का ऐलान - इसका एक और उदाहरण है।
डायवर्सन का मतलब है भाजपा के मूल वोटरों पर हमला करके उनके वोटों को दूसरी तरफ़ ले जाना। कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के चुनावों की तरह, जो पहले कभी पता नहीं चला, "अगला प्रधानमंत्री कौन होगा?" - अमित शाह या योगी, ऐसे सवाल उठाकर देश के हिंदुओं को बाँटने की कोशिश। साथ ही, पाकिस्तान को उकसाकर और भारत को यूक्रेन-रूस जैसे लंबे युद्ध में उलझाकर अर्थव्यवस्था को तबाह करने की कोशिश भी होगी।
यह तय है कि अगर विपक्ष, डीप स्टेट और ट्रंप 12 महीनों में मोदी जी को गिरा नहीं पाए, तो उन पर जानलेवा हमला करने से भी पीछे नहीं हटेंगे, क्योंकि भारत की प्रगति अमेरिका के पतन का कारण बन रही है। आज अमेरिका सबसे ज़्यादा कर्ज़दार देश है और वह भारत को प्रगति करते नहीं देखना चाहता।
भारत आज सबसे मुश्किल दौर में है। आज हिंदुओं को देश और खुद को बचाने के लिए और ज़्यादा एकजुट होने की ज़रूरत है। दूसरा वर्ग कभी आपके साथ खड़ा नहीं होगा, क्योंकि उसका लक्ष्य गजवा-ए-हिंद को पूरा करना है।
*हिंदुओं जागो, एकजुट रहो, सावधान रहो और अपने रिश्तेदारों, दोस्तों और पड़ोसियों को भी सावधान रखो।*
*जय हिंद भारत माता की जय। वंदे मातरम।🌹🙏*
आपसे अनुरोध है कि इसे पढ़ें और अपने सभी दोस्तों, ग्रुप्स, परिचितों और उनसे जुड़े लोगों को भेजें। प्रत्येक व्यक्ति कम से कम 1000 लोगों को लक्षित करे। आपके इस प्रयास का डोमिनो प्रभाव यह होगा कि एक सप्ताह में यह 10 करोड़ लोगों तक पहुँच जाएगा और तीन सप्ताह में यह 100 करोड़ लोगों तक पहुँच जाएगा।
● अमेरिका चाहता है कि भारत हार जाए
● कनाडा/खालिस्तानी चाहते हैं कि भारत हार जाए
● यूरोप चाहता है कि भारत हार जाए
● ब्रिटेन, तुर्की आदि चाहते हैं कि भारत हार जाए
● पाकिस्तान चाहता है कि भाजपा हार जाए
● चीन चाहता है कि भाजपा हार जाए
● हथियार लॉबी चाहती है कि भाजपा हार जाए
● दवा लॉबी चाहती है कि भाजपा हार जाए
● कट्टरपंथी इस्लामवादी चाहते हैं कि भाजपा हार जाए
● राष्ट्र-विरोधी चाहते हैं कि भाजपा हार जाए
● मिशनरी चाहते हैं कि भाजपा हार जाए
● वामपंथी चाहते हैं कि भाजपा हार जाए
● मुसलमान चाहते हैं कि भाजपा हार जाए
शक्तिशाली विदेशी देश चाहते हैं कि भारत हार जाए क्योंकि भारत उनके हथियार निर्यात बाजार और उत्पादन आधार को खा रहा है।
वे नहीं चाहते कि भारतीय रक्षा आयात-स्वतंत्र हो।
वे केंद्र में एक कठपुतली सरकार चाहते हैं, जिसे वे नियंत्रित कर सकें।
भारतीय विपक्ष चाहता है कि भाजपा हार जाए क्योंकि
भाजपा ने अपना वादा पूरा किया...
● राम मंदिर
● सीएए/एनआरसी
● नई शिक्षा नीति
● अनुच्छेद 370
● रक्षा को मज़बूत किया
● एनजीओ पर लगाम लगाई
● नक्सलियों पर लगाम लगाई
● मिशनरियों पर लगाम लगाई
● पत्रकारों को मुफ़्त उपहार बंद किए
● फ़र्ज़ी पैन और आधार कार्ड के ज़रिए नेताओं/नौकरशाहों को मिलने वाली नकद सब्सिडी बंद की
● पाँचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
● कोरोना टीकाकरण
● काशी कॉरिडोर
● अंतरिक्ष पर विजय प्राप्त की
● गुलामी के निशान मिटाए
● बुनियादी ढाँचा
● आईआईटी
● एम्स
● मंत्री स्तर पर शून्य भ्रष्टाचार
● जीएसटी
● नोटबंदी
● शून्य बम विस्फोट
● कश्मीर में शांति
● मोबाइल निर्माण में दूसरे स्थान पर
● रेलवे का 100% विद्युतीकरण
● रेलवे फाटकों का पूर्ण विनाश
● वंदे भारत ट्रेन
● बिना एक भी गोली चलाए पाकिस्तान को तबाह कर दिया
● चीन को काबू में रखें
● हर घर में पानी
● आयुष्मान भारत के तहत चिकित्सा बीमा
● वरिष्ठ नागरिकों के लिए चार धाम यात्रा
और...
● भाजपा देश नहीं बेचेगी
● भाजपा चीन के साथ गुप्त समझौते नहीं करेगी
● भाजपा पाकिस्तान के प्रति नरम नहीं रहेगी
हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भाजपा बार-बार जीते।
2024 भाजपा🚩
2029 हाँ, केवल भाजपा🚩
2034 भाजपा🚩
और आगे......
अपने आस-पास कम से कम 11 लोगों को शिक्षित करें और गैर-भाजपाई के रूप में भाजपा को वोट दें, तब
हमारे बच्चे सुरक्षित रहेंगे
हम एक अच्छा जीवन जीएँगे।
हमें अपनी अगली पीढ़ी को एक
सुरक्षित समाज
सुरक्षित जीवन
सुरक्षित भविष्य देना होगा।
इसे समझें और इसे 11 अलग-अलग क्षेत्रों के समूहों में साझा करें।
इसे 11 दोस्तों के साथ साझा करें और उन्हें इसकी ज़रूरत समझाएँ...
धन्यवाद 🙏🏻🙏🏻
जय माँ भारती 🇮🇳🇮🇳।


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संयुक्त परिवार को तोड़कर उपभोक्ता बनाया गया भारत: एक खतरनाक साजिश की सच्चाई

“संयुक्त परिवार को तोड़कर उपभोक्ता बनाया गया भारत: एक खतरनाक साजिश की सच्चाई*
*🌍 “जब परिवार टूटते हैं, तभी बाजार फलते हैं” — ये सिर्फ विचार नहीं, पूरी रणनीति है l*

*✊🏻भारत की सबसे मजबूत चीज क्या थी?*

*भारत पर मुग़ल आए, अंग्रेज़ आए, और कई हमलावर आए — लेकिन एक चीज़ कभी नहीं टूटी:-*

*👉 हमारा संयुक्त परिवार।*
***********************
 🔅3 पीढ़ियाँ एक छत के नीचे
 🔅 बुज़ुर्गों का अनुभव
 🔅बच्चों में संस्कार
 🔅खर्च में सामूहिकता
 🔅त्यौहारों में गर्माहट

*यह हमारी असली “Social Security” थी। कोई पेंशन की ज़रूरत नहीं थी, कोई अकेलापन नहीं, कोई Mental Health Crisis नहीं।*

*💣 पश्चिम को यह चीज़ क्यों खटकने लगी?*

*पश्चिमी देश उपनिवेशवादी रहे हैं — उनके लिए बाज़ार सबसे बड़ा धर्म है।*

*लेकिन भारत जैसा देश, जहाँ लोग साझा करते हैं, कम खर्च करते हैं, और सामूहिक सोच रखते हैं — वहां वे अपने उत्पाद बेच ही नहीं पा रहे थे।*

*❇️इसलिए एक शातिर रणनीति बनाई गई:-*

*“इनके परिवार ही तोड़ दो, हर कोई अकेला हो जाएगा, और हर कोई ग्राहक बन जाएगा।”*

*🚩कैसे हुआ ये हमला?*

*📺 1. मीडिया के ज़रिए*


    *संयुक्त परिवार को “झगड़ों का अड्डा”, “बोझ” और “रुकावट” के रूप में दिखाया गया।*
*न्यूक्लियर परिवार को “फ्रीडम”, “मॉर्डन”, “Self-made” बताकर  ग्लैमराइज किया गया।*
*याद कीजिए: टीवी पर कितने शो हैं जहां बहू-सास की लड़ाई दिखती है, और सॉल्यूशन होता है – “अलग हो जाओ!”*
*🛍️ 2. उपभोक्तावाद के ज़रिए*
*जब हर जोड़ा अलग रहने लगा:-*
 🔅 *1 परिवार = अब 4 घर*
 🔅  *1 टीवी = अब 4 टीवी*
 🔅 *1 रसोई = अब 4 किचन सेट*
 🔅 *1 कार = अब 4 स्कूटर + 2 कार*
*बाजार में बूम आ गया – और समाज में टूटन।*
*भारत में क्या हुआ इस “सोचलेवा हमले” के बाद?*

*📉 सामाजिक पतन:-*
 *🔹बुज़ुर्ग अब बोझ हैं*
 *🔹बच्चे अकेले हैं (और स्क्रीन में गुम)*
 *🔹 रिश्तेदार “उपलब्ध नहीं” हैं*
 *🔹संस्कारों की जगह “Influencers” ने ले ली*
*🤯 मानसिक स्वास्थ्य संकट:-*
 *🔹पहले जो बात नानी-दादी से होती थी, अब काउंसलर से होती है*
 *🔹अकेलापन अब इलाज़ मांगता है, पहले प्यार से दूर होता था*
*📦 बाजार का फायदे:-*
 🔅 *हर समस्या का एक उत्पाद*
 🔅 *हर भावना का एक ऐप*
 🔅 *हर उत्सव का एक* “ *ऑनलाइन ऑर्डर* ”*
*“संस्कार की जगह सब्सक्रिप्शन ने ले ली है”*
*🚩आज का सवाल — हम क्या बनते जा रहे हैं?*
*हमने “आधुनिकता” की दौड़ में:-*
 *🔸संयुक्तता को “Outdated” कहा*
 *🔸माता-पिता को “Obstacles” कहा*
 *🔸परिवार को “फालतू भावना” कहा*
 *🔸रिश्तों को “Unfollow” कर दिया*
*🚩लेकिन क्या आपने सोचा?*
*🤔Amazon का फायदा तभी है जब आप Diwali पर अकेले हों — और Shopping करें, परिवार के साथ न बैठें।*
*🤔Zomato तभी कमाता है जब कोई माँ का खाना नहीं खा रहा।*
*🤔Netflix तभी देखेगा जब कोई दादी की कहानी नहीं सुन रहा।*
*🧭 समाधान: हम अभी भी वापसी कर सकते हैं*
 *✔️संयुक्त परिवार को पुनः “संपत्ति” मानें, बोझ नहीं।*
 *✔️बच्चों को उपभोक्ता नहीं, संस्कारी इंसान बनाएं।*
 *✔️बुज़ुर्गों को घर से बाहर न करें — उनके अनुभव हर Google Search से ऊपर हैं।*
*✔️ त्यौहार मनाएं, सामान नहीं।*
*✔️अकेलापन कम करने के लिए App नहीं, अपनापन बढ़ाइए।*
*🔚 निष्कर्ष:-*
*“पश्चिम ने व्यापार के लिए परिवार तोड़े,और हम ‘आधुनिक’ बनने के लिए अपना वजूद बेच आए।”*
*अब समय है रुकने का, सोचने का, और अपने संस्कारों को फिर से अपनाने का — नहीं तो अगली पीढ़ी को ‘संयुक्त परिवार’ शब्द का अर्थ बताने के लिए भी शायद Google की ज़रूरत पड़ेगी।*

   *सभी स्वस्थ रहें सुखी रहें... सुरक्षित रहें..*

    
      👉🏻💯✔️ 
        🔝🙏🏻🔝

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