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रविवार, 28 अगस्त 2022

LIVE नोएडा के ट्विन टावर मलबे में तब्दील:3700 किलो बारूद से जमींदोज हुईं 32 और 29 मंजिला इमारतें, करीब 15 करोड़ में बिकेगा मलबा

 LIVE नोएडा के ट्विन टावर मलबे में तब्दील:3700 किलो बारूद से जमींदोज हुईं 32 और 29 मंजिला इमारतें, करीब 15 करोड़ में बिकेगा मलबा



नोएडा के सेक्टर 93 में बने सुपरटेक के अवैध ट्विन टावर दोपहर ढाई बजे ढहा दिए गए। 100 मीटर से ज्यादा ऊंचाई वाले दोनों टावर को गिरने में सिर्फ 12 सेकेंड का वक्त लगा। ब्लास्ट से पहले करीब 7 हजार लोगों को एक्सप्लोजन जोन से हटाया गया। सबसे पहले देखिए ट्विन टावर गिरने के वक्त एक्सप्लोजन साइट पर नजारा कैसा था...






ट्विन टावर गिरने के तुरंत बाद धूल का बड़ा गुबार उठा, जिसके बाद आसपास की इमारतें दिखनी ही बंद हो गईं।
ट्विन टावर गिरने के तुरंत बाद धूल का बड़ा गुबार उठा, जिसके बाद आसपास की इमारतें दिखनी ही बंद हो गईं।
टावर गिरने के बाद प्रशासन के क्लियरेंस तक 5 रास्तों पर ट्रैफिक की आवाजाही रुकी रहेगी। यहां नोएडा पुलिस के 560 से ज्यादा जवान तैनात हैं। इमरजेंसी के लिए एंबुलेंस भी तैनात की गई थी। ब्लास्ट के बाद इलाके में पॉल्यूशन लेवल मॉनिटर करने के लिए स्पेशल डस्ट मशीन लगाई गई हैं।

Uploading: 36975 of 36975 bytes uploaded.धमाके के दौरान बनाए गए वीडियो में दोनों टॉवर ब्लास्ट से गिरते हुए नजर आ रहे हैं। पास की सभी सोसायटी खाली करा ली गई थीं।
धमाके के दौरान बनाए गए वीडियो में दोनों टॉवर ब्लास्ट से गिरते हुए नजर आ रहे हैं। पास की सभी सोसायटी खाली करा ली गई थीं।
अपडेट्स...

ट्विन टावर के पास की दो सोसायटी में ब्लास्ट से पहले रसोई गैस और बिजली सप्लाई बंद कर दी गई थी।
नोएडा पुलिस ने एहतियातन ग्रीन कॉरिडोर बनाए थे। एम्बुलेंस भी मौके पर तैनात की गई थीं।
एक्सप्लोजन जोन में 560 पुलिस कर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 लोग और 4 क्विक रिस्पांस टीम समेत NDRF टीम भी तैनात की गई।
दोपहर 2.15 बजे एक्सप्रेस-वे को बंद किया गया। आधे घंटे बीतने के बाद प्रशासन की सलाह पर ही इसे खोला जाएगा।
एक्स्प्रेस वे के अलावा 5 और रूट बंद किए गए हैं। आसपास के रास्तों पर धूल हटने के बाद ही इन्हें खोला जाएगा।
ट्रैफिक डायवर्जन के लिए नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर 99710 09001 जारी किया है।

पांच पॉइंट्स में जानिए ट्विन टावर कैसे बने, क्यों और किस तरह टूटे

1.10 मंजिल की इजाजत, 40 मंजिल के दो नए टावर बना दिए
2004 में नोएडा अथॉरिटी ने सुपरटेक को हाउसिंग सोसाइटी बनाने के लिए प्लॉट अलॉट किया था। 2005 में बिल्डिंग प्लान मंजूर हुआ। इसमें 10 मंजिल के 14 टावर बनाने की इजाजत थी। 2006 में सुपरटेक ने प्लान में बदलाव कर 11 मंजिल के 15 टावर बना लिए। नवंबर 2009 में प्लान फिर बदलकर 24 मंजिल के दो टावर शामिल कर लिए गए। मार्च 2012 में 24 मंजिल को बढ़ाकर 40 कर लिया। जब रोक लगी, तब तक इनमें 633 फ्लैट बुक हो चुके थे।

2. हाई कोर्ट ने 8 साल पहले ट्विन टावर गिराने का आदेश दिया
टावर से सटी एमरेल्ड गोल्ड सोसाइटी के रेसिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन प्रेसिडेंट उदयभान सिंह तेवतिया ट्विन टावर का मामला कोर्ट में ले गए थे। उन्होंने 2012 में अवैध निर्माण के खिलाफ इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका लगाई थी। हाई कोर्ट ने 2014 में ट्विन टावर को अवैध घोषित कर गिराने का आदेश दिया। कहा कि जिन लोगों ने यहां फ्लैट बुक किए हैं, उन्हें 14% ब्याज के साथ उनका पैसा लौटाया जाए।


3. सुप्रीम कोर्ट ने अगस्त 2021 में टावर गिराने का आदेश दिया, गिरे अब
सुपरटेक बिल्डर ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को सही ठहराया और 31 अगस्त 2021 को आदेश दिया कि तीन महीने के अंदर यानी नवंबर 2021 को टावर गिरा दिए जाएं। नोएडा अथॉरिटी ने कोर्ट में कहा कि 22 मई 2022 तक ये काम कर लिया जाएगा। आखिर में इसकी तारीख 28 अगस्त 2022 तय हुई। याचिका लगाने वाले तेवतिया के मुताबिक, टावर टूटने के के फायदे 3 महीने बाद दिखने लगेंगे।

4. गिराने के लिए दो कंपनियों से करार, इनमें एक साउथ अफ्रीका की
टावर गिराने का काम भारत की एडिफाइस और साउथ अफ्रीका की कंपनी जेट डिमोलिशन को मिला। जेट कंपनी को मुश्किल डिमोलिशन के 5 अवार्ड मिल चुके हैं। वह जोहान्सबर्ग में 108 मीटर ऊंची बैंक ऑफ लिस्बन की बिल्डिंग, साउथ अफ्रीका में ही एक पावर स्टेशन और राजधानी प्रिटोरिया में घनी आबादी में बने 14 मंजिला ट्विन टावर गिरा चुकी है। एडिफाइस भी गुजरात का ओल्ड मोटेरा स्टेडियम गिरा चुकी है।


5. टावर में 9800 छेद किए, हर छेद में करीब 1400 ग्राम बारूद भरा गया
एडिफाइस के डायरेक्टर उत्कर्ष माहेश्वरी के मुताबिक, सुपरटेक का एक टावर 29 और दूसरा 32 मंजिला है। दोनों टावरों में 9800 छेद किए गए। हर छेद में करीब 1400 ग्राम बारूद डाला गया। कुल 3700 किलो बारूद इस्तेमाल हुआ। इसमें 325 किलो सुपर पावर जेल, 63,300 मीटर सोलर कार्ड, सॉफ्ट टयूब, जिलेटिन रॉड, 10,900 डेटोनेटर और 6 IED शामिल हैं। इस पर करीब 17.55 करोड़ रुपए खर्च हुए। यह खर्च भी सुपरटेक से ही लिया जाएगा।

घनी आबादी के बीच मौजूद ट्विन टावर के पास की इमारतों को खाली कराने के बाद उन्हें खास कपड़े से ढंका गया था, ताकि मलबे से उन्हें नुकसान न पहुंचे।
घनी आबादी के बीच मौजूद ट्विन टावर के पास की इमारतों को खाली कराने के बाद उन्हें खास कपड़े से ढंका गया था, ताकि मलबे से उन्हें नुकसान न पहुंचे।
सुबह 9.55 बजे: धूल हटाने के लिए 15 स्मॉग गन लगाई गईं। हवा में प्रदूषण की जांच के लिए 6 एयर क्वालिटी इंडेक्स मशीनें मौजूद हैं। 6 हॉस्पिटल स्टैंडबाय रखे गए।
सुबह 9.55 बजे: धूल हटाने के लिए 15 स्मॉग गन लगाई गईं। हवा में प्रदूषण की जांच के लिए 6 एयर क्वालिटी इंडेक्स मशीनें मौजूद हैं। 6 हॉस्पिटल स्टैंडबाय रखे गए।
एक्सप्लोजन जोन के पास NDRF की टीम भी तैनात की गई, ताकि ब्लास्ट या उसके बाद किसी आपात स्थिति में तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।
एक्सप्लोजन जोन के पास NDRF की टीम भी तैनात की गई, ताकि ब्लास्ट या उसके बाद किसी आपात स्थिति में तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।
एक्सप्लोजन जोन की निगरानी के लिए CCTV कैमरे
एक्सप्लोजन जोन की निगरानी के लिए एक बस में मोबाइल इंसिडेंट कमांड सेंटर बनाया गया है। इसकी जिम्मेदारी सेंट्रल नोएडा के DCP एस राजेश संभाल रहे हैं। उन्होंने बताया कि हमने ट्विन टावर के आसपास एक्सक्लूजन जोन बनाया है। यहां सुबह 7 बजे से बैरिकेडिंग कर दी गई। सारी तैयारियां होने के बाद एक टीम पूरा चेक करेगी। ट्विन टावर के सामने और आसपास 7 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। इनके फीड कमांड सेंटर में मिलते रहेंगे। उन्हें ऑब्जर्व किया जाएगा।

सुबह 7.55 बजे: सेंट्रल नोएडा के DCP एस राजेश ने बताया कि एक्सप्लोजन जोन में कोई न आ सके, इसकी मॉनीटरिंग के लिए कैमरे लगाए गए हैं।
सुबह 7.55 बजे: सेंट्रल नोएडा के DCP एस राजेश ने बताया कि एक्सप्लोजन जोन में कोई न आ सके, इसकी मॉनीटरिंग के लिए कैमरे लगाए गए हैं।
सुबह 7.35 बजे: एक NGO की टीम ने एक्सप्लोजन जोन में घूम रहे लगभग 30-35 कुत्तों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया।
सुबह 7.35 बजे: एक NGO की टीम ने एक्सप्लोजन जोन में घूम रहे लगभग 30-35 कुत्तों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया।
सुबह 7.30 बजे: एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसाइटी के लगभग 7 हजार निवासियों को निकाला गया। इसके बाद यहां क्रेन आने लगीं।
सुबह 7.30 बजे: एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसाइटी के लगभग 7 हजार निवासियों को निकाला गया। इसके बाद यहां क्रेन आने लगीं।
सुबह 7 बजे : पुलिस ने सेक्टर 93A, नोएडा में सुपरटेक ट्विन टावर्स के आसपास के क्षेत्र को खाली करने का अनाउंसमेंट किया।
सुबह 7 बजे : पुलिस ने सेक्टर 93A, नोएडा में सुपरटेक ट्विन टावर्स के आसपास के क्षेत्र को खाली करने का अनाउंसमेंट किया।
भारत में इससे पहले इम्प्लोसिव टेक्नीक से इतना बड़ा डिमोलिशन कभी नहीं हुआ

ऐसा मंदिर जहां भूख से दुबले हो जाते हैं श्रीकृष्ण

*ऐसा मंदिर जहां भूख से दुबले हो जाते हैं श्रीकृष्ण*

यह विश्व का ऐसा अनोखा मंदिर है जो 24 घंटे में मात्र दो मिनट के लिए बंद होता है। यहां तक कि ग्रहण काल में भी मंदिर बंद नहीं किया जाता है। कारण यह कि यहां विराजमान भगवान कृष्ण को हमेशा तीव्र भूख लगती है। भोग नहीं लगाया जाए तो उनका शरीर सूख जाता है। अतः उन्हें हमेशा भोग लगाया जाता है, ताकि उन्हें निरंतर भोजन मिलता रहे। साथ ही यहां आने वाले हर भक्त को भी प्रसादम् (प्रसाद) दिया जाता है। बिना प्रसाद लिये भक्त को यहां से जाने की अनुमति नहीं है। मान्यता है कि जो व्यक्ति इसका प्रसाद जीभ पर रख लेता है, उसे जीवन भर भूखा नहीं रहना पड़ता है। श्रीकृष्ण हमेशा उसकी देखरेख करते हैं।

डेढ़ हजार वर्ष पुराना मंदिर ~~~~~~~~~~~~~~
केरल के कोट्टायम जिले के तिरुवरप्पु में स्थित यह मंदिर लगभग डेढ़ हजार साल पुराना है। लोक मान्यता के अनुसार कंस वध के बाद भगवान श्रीकृष्ण बुरी तरह से थक गए थे। भूख भी बहुत अधिक लगी हुई थी। उनका वही विग्रह इस मंदिर में है। इसलिए मंदिर सालों भर हर दिन मात्र खुला रहता है। मंदिर बंद करने का समय दिन में 11.58 बजे है। उसे दो मिनट बाद ही ठीक 12 बजे खोल दिया जाता है। पुजारी को मंदिर के ताले की चाबी के साथ कुल्हाड़ी भी दी गई है। उसे निर्देश है कि ताला खुलने में विलंब हो तो उसे कुल्हाड़ी से तोड़ दिया जाए। ताकि भगवान को भोग लगने में तनिक भी विलंब न हो। चूंकि यहां मौजूद भगवान के विग्रह को भूख बर्दाश्त नहीं है, इसलिए उनके भोग की विशेष व्यवस्था की गई है। उनको 10 बार नैवेद्यम (प्रसाद) अर्पित किया जाता है।

मंदिर खोले रखने की व्यवस्था आदि शंकराचार्य की 

ऐसा मंदिर जहां श्रीकृष्ण से भूख बर्दाश्त नहीं होता है। पहले यह आम मंदिरों की तरह बंद होता था। विशेष रूप से ग्रहण काल में इसे बंद रखा जाता था। तब ग्रहण खत्म होते-होते भूख से उनका विग्रह रूप पूरी तरह सूख जाता था। कमर की पट्टी नीचे खिसक जाती थी। एक बार उसी दौरान आदि शंकराचार्य मंदिर आए। उन्होंने भी यह स्थिति देखी। तब उन्होंने व्यवस्था दी कि ग्रहण काल में भी मंदिर को बंद नहीं किया जाए। तब से मंदिर बंद करने की परंपरा समाप्त हो गई। भूख और भगवान के विग्रह के संबंध को हर दिन अभिषेकम के दौरान देखा जा सकता है। अभिषेकम में थोड़ा समय लगता है। उस दौरान उन्हें नैवेद्य नहीं चढ़ाया जा सकता है। अतः नित्य उस समय विग्रह का पहले सिर और फिर पूरा शरीर सूख जाता है। यह दृश्य अद्भुत और अकल्पनीय सा प्रतीत होता है लेकिन है पूर्णतः सत्य।

प्रसादम् लेने वाले के भोजन की श्रीकृष्ण करते हैं चिंता ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
इस मंदिर के साथ एक और मान्यता जुड़ी हुई है कि जो भक्त यहां पर प्रसादम चख लेता है, फिर जीवन भर श्रीकृष्ण उसके भोजन की चिंता करते हैं। यही नहीं उसकी अन्य आवश्यकताओं का भी ध्यान रखते हैं। प्राचीन शैली के इस मंदिर के बंद होने से ठीक पहले 11.57 बजे प्रसादम् के लिए पुजारी जोर से आवाज लगाते हैं। इसका कारण मात्र यही है कि यहां आने वाला कोई भक्त प्रसाद से वंचित न हो जाए। यह अत्यंत रोचक है कि भूख से विह्वल भगवान अपने भक्तों के भोजन की जीवन भर चिंता करते हैं। उनके अपनी भूख की यह हालत है कि
उसे देखते हुए मंदिर को नित्य दो मिनट बंद रखा जाता है। इसका कारण भगवान को सोने का समय देना है। अर्थात इस मंदिर में वे मात्र दो मिनट सोते हैं।

🌹 जय श्री कृष्ण 🌹

किस ध्वज से भारत विजय होगी और किस ध्वज से विश्व विजय.....यह मोदी अच्छी तरह से जानते हैं और पहले से ही तय किये हुए हैं.....

नूपुर शर्मा को पार्टी से निष्कासित कर दिया....
टी राजा को भी निष्कासित कर दिया.....
कपिल मिश्रा को भी अकेला छोड़ दिया....
😡🤔🤔🤔😡
👉मोदी बड़ा घमंडी है....
👉हिंदूवादी नेताओं को पार्टी से निकाल लिया है....
👉हम मोदी का घमंड तोड़ देंगे....
👉हम 2024में मोदी को सबक सिखा देंगे.....
👉हमें अभिव्यक्ति की आजादी है.. हमें जो सही गलत जैसा भी समझ आता है या माहौल बना कर समझाया जाता है उसके आधार पर मोदी का विरोध करेंगे....
👉हम जाग्रत हिन्दू हैं और वो भी कट्टर हिन्दू.... हम अंधभक्त नहीं है जो मोदी का आंख बंद करके सही गलत दोनों का समर्थन करते रहेंगे........
👉हम कोई बंधुआ थोड़े ही है मोदी के......
नूपुर शर्मा,टी राजा व कपिल मिश्रा के साथ मोदी, शाह, नड्डा ने अच्छा नहीं किया.....
👉आने दो चुनाव....सबक सिखाने के लिए तैयार है हम......
🙏🙏🚩😀😀🤔😀😀🚩🙏🙏

ये सब कुछ या तो आपने सोचा है या कर दिया है या सोशल मीडिया पर लिखकर बस करने ही वाले हैं और लोगों की देखादेखी.....🤔🤔🤔🤔🤔🤔
तो रुकिए........और सोचिए......
कि मोदी योगी के तो संतान है ही नहीं..........
उनको सबक सिखाने के बाद तुम्हारे बच्चों के भविष्य का क्या अंजाम होने वाला है....
यह भी अच्छी तरह सोच लीजिए......
🙏🙏🚩🚩🙏🙏
गौर से पढ़िए.......
👉👉👉👉👉👉👉
👉कब घटोत्कच को कुरुक्षेत्र में बुलाना है 
और कब अभिमन्यु को चक्रव्यूह भेदने की जिम्मेदारी सौंपनी है..
यह युद्ध करने व कराने वाले को तय करने दीजिए..
🙏🙏🚩🚩🙏🙏
आप और हम युद्धनीति नहीं जानते हैं और न ही हथियार उठाने में सक्षम हैं सामुहिक रूप से..
हिन्दू राष्ट्र सिर्फ राजनीति के माध्यम से ही नहीं बनने वाला है हिन्दूओ...
इसके लिए बहुआयामी व चहुमुखी मोर्चों पर मोदी 1994 से तैयारी कर रहे हैं...
आज सोशल मीडिया पर मोदी को ज्ञान देने वाले अधिकतर लोगों का जन्म भी नहीं हुआ था तब से मोदी हिन्दू राष्ट्र के लक्ष्य के लिए निरंतर प्रकल्पों की रणनीति व कूटनीति पर काम कर रहे हैं.....
हमें जाग्रत हुए ज्यादा से ज्यादा 2014से 2022...यानि कि 8 वर्ष ही तो हुए हैं.. . जबसे सोशल मीडिया इंटरनेट सस्ता करवाया गया है इसी मोदी के द्वारा......
भूल गए क्या हम..कि इंटरनेट तो दूर, फोन पर बात करने की जगह ज्यादातर मिस कॉल मारकर अपना मेसेज देते थे अगले व्यक्ति को.....
फोन करने व उठाने.. यानि कि आउटगोइंग व इनकमिंग दोनों के लिए प्रति मिनट 3 से5 रुपए लगते थे.....1GB डेटा 399 से599 रुपए खर्च करने के बाद मिलता था...1-1MB सोच समझ कर इस्तेमाल करते थे आप और हम सभी लोग....

ये जो कुछ भी किया जा रहा है इसकी रणनीति आज से 20 से 15 साल पहले ही तैयार कर दी गई थी मोदी के द्वारा ...मुख्यमंत्री रहते विदेशी तकनीकी व्यवस्था के लिए जापान, चीन, ताइवान व अन्य कई देशों की यात्राएं लगातार करते हुए....

इसके द्वारा दशकों पहले ही प्लान तैयार कर दिए गए हैं...
हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए 3 चरणों में काम कर रहे हैं ये लोग।।

1.ऑर्गेनाइजेशन
2.मोबिलाइजेशन
3.एक्शन

पहला व दूसरा चरण पूर्णता की ओर अग्रसर हो चुका है और जल्द तीसरे चरण की ओर बढ़ने के संकेत लगातार लाल कोट की प्राचीरों से हिन्दूराजा दे रहे हैं......

भारत के आंतरिक गद्दार न तो प्रधानमंत्री आवास में निवास करते हैं और न ही राष्ट्रपति भवन में.....
वो सभी गद्दार आपके व हमारे आसपास हमारी ही गली मोहल्लों में रह रहे हैं और वहां से ही वो भारत के एक और विभाजन के षड्यंत्र रचा रहे हैं और लगभग हरेक गली मोहल्ले में वो लोग शस्त्रसंधानित तैयारियां शुरू कर चुके हैं....

अब आप सोचिए कि जागने की आवश्यकता हमें ज्यादा है या जो सब कुछ जानता, समझता व उसको काबू में करने के उपाय कर रहा है... उसे ज्यादा जरूरत है....

अब आप बताइए कि हमें जगायेगा कौन?
अगर हम स्वतः ही जाग सकते थे तो इतनी गुलामी के 7 दशक देखने के बाद भी नहीं जाग पाए बड़े पैमाने पर... तो स्वतः जागना हमें सिखाया ही नहीं गया।।।।।
हमें नशाखोरी, हरामखोरी, मक्कारी, बेईमानी,धोखा, शराबखोरी आदि बर्बाद करने वाली आदतें सिखाई जाती रही70 सालों तक...
इसी कारण हम न तो जाग सके और न ही विभाजन करने वाले ग़द्दारों की असलियत जान सके....
खाये पीए कमाए, घूमे फिरे ऐशोआराम किये......
उधर वो लोग लगातार जनसंख्या वृद्धि करते हुए शस्त्रसंधानित तैयार होते गए.....

वर्तमान समय में जो कुछ भी शीर्ष नेतृत्व कर रहा है चाहे वो नूपुर शर्मा के द्वारा, टी राजा के द्वारा,कपिल मिश्रा के द्वारा..... यह सब कुछ पूरे होशोहवास में किया जा रहा है......

कौन किस मोर्चे पर लड़ेगा ये तय करने के बाद ही जिसे राजनीति के माध्यम बनाने है उन्हें राजनीति से काम करने का आदेश है और जिन्हें समाज में आपको व हमें जाग्रत करने के काम करने की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है उन्हें पार्टी से इतर जनसैलाब तैयार करने के लिए जमीनी स्तर पर उतारा जा रहा है......

तुम नूपुर शर्मा के साथ हों या टी राजा के साथ, तुम कपिल मिश्रा के साथ हो या मोदी-योगी के साथ......
तुम सभी हो तो हिंदुत्व के साथ ही....

जिस प्रकार लँकायुद्ध व महाभारत में सैकड़ों ध्वजाओं तले युद्ध लड़ने के लिए आए महारथियों, राजाओ व योद्धाओं ने एकत्रित होने के बाद भगवा ध्वज तले धर्मयुद्ध लड़ा था.....
ठीक उसी प्रकार वर्तमान में व्यवस्था की जा रही है.....
किसे कब कहाँ भेजना है, किससे कब क्या कहलवाया जाना है, किसे कब पार्टी में लेना है और किसे कब क्या करवाने के बाद निलम्बित करना है.. यह सब कुछ वो आपसे व मुझसे ज्यादा अच्छी तरह व भलीभांति जानता है......

विपक्षी तिलों में कितना तेल है यह थाह मोदी ने कब का लगा लिया है..... किससे कैसे और कब निपटना है ...वो आपसे व मुझसे ज्यादा जानता है.....

आप बताइए, विपक्ष के समस्त लोग किसका विरोध कर रहे हैं2002 से ही....
आपका व मेरा तो कर नहीं रहे हैं.....

आधी दुनिया व पूरा विपक्ष सिर्फ और सिर्फ हिन्दूराजा के विरोध में लोकतंत्र के चारों स्तम्भों के लोगों को #साम #दाम #दण्ड व #भेद से खरीदकर हिन्दूराजा के विरुद्ध इस्तेमाल कर रहे हैं......

आप धैर्य रखना सीख लीजिए बस....
हिन्दू राष्ट्र के लिए आपका इतना ही योगदान मांग रहा है हिन्दूराजा......
कब कर्ण से कवच कुंडल मांगने है,कब भीष्म से उसके वध का उपाय पूछने युधिष्ठिर को भेजना है, कब द्रोणाचार्य से शस्त्र त्याग करवाने हैं, कब बर्बरीक से शीश दान में मांगना है, कब जरासंध का वध करवाना है, कब शिशुपाल को मारना है, कब दुस्साशन की छाती फड़वाकर द्रोपदी के केश धुलवाने हैं, कब अश्वत्थामा के ब्रह्मास्त्र से उत्तरा की कोख में पल रहे परीक्षित की रक्षा करना है.....
यह सब कुछ पांडवों ने भी तो भगवान श्री कृष्ण पर छोड़ दिया था न.......बताइये छोड़ा था कि नहीं....

पढ़े हैं कभी महाभारत आपने.....
अगर अपने धर्मग्रंथों को पढ़ा होता तो नियति जो कुछ भी कर रही है और करवा रही है वर्तमान शीर्ष नेतृत्व के समय द्वारा निर्धारित किये गए नायकों से.....

तो मेरा दावा है कि आप तनिक भी व्याकुलता प्रदर्शित नहीं करते...
और न ही विरोध करते......

अब जाग उठ जाओ हिन्दूओ.....
धर्मयुद्ध तुम्हारी चौखट पर दस्तक दे रहा है.....
आधुनिक युग के वर्तमान पांडवों का विरोध करके स्वयं को राजदोष का  पापी मत बनाओ अनजाने में.....
अपना प्रजाधर्म पालन करो.....
🙏🙏🚩🚩🙏🙏
मोदी किससे क्या करवा रहा है और किससे साथ क्या कर रहा है....यह सब कुछ आप व मुझसे बेहतर जानता है मोदी......
उसे उसके लक्ष्य की ओर बढ़ने दीजिए.......
अब तो बस थोड़े से समय का इंतजार है.......
बस कुछ वर्ष और....
फिर.....
जयतु जयम हिन्दू राष्ट्रम......
किस ध्वज से भारत विजय होगी और किस ध्वज से विश्व विजय.....यह मोदी अच्छी तरह से जानते हैं और पहले से ही तय किये हुए हैं.....
जिसने तुम्हें तिरँगा थमाया है वो समय आने पर तुम्हारे हाथों में भगवा भी थमा देगा....
🖋️................
हिन्दूधर्मध्वजावाहक
हिन्दू 
🙏🙏🚩🚩🙏🙏

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