आप
ये तो जानते ही है की एक ईस्ट इंडिया कंपनी जो भारत में सिर्फ व्यापार
करने आयी थी, उसने करीब २५० वर्ष हमें गुलाम बनाकर हमपर राज किया.
आप शायद ये भी जानते होगे की इस ईस्ट इंडिया कंपनी को देश से निकाल बाहर फेकने के लिए करीब ७,००,००० से भी ज्यादा भारतीयों को शहीद होना पड़ा.
लेकिन क्या आप ये जानते है की आज आज़ादी के ६६ साल बाद भी हमारे आजाद देश में ५००० से भी ज्यादा विदेशी कंपनियाँ राज कर रही है और हमें दीन दहाड़े लूट रही है.
क्या आप जानते है की दिन ब दिन भारतीय रुपये का जो अवमूल्यन हो रहा है, मतलब अंतरराष्ट्रीय बाजार में हमारे रुपये की जो गिरावट हो रही है, उस गिरते रुपये को संभालना हमारे हाथ में भी है...
कैसे?
* जहा तक हो सके पेट्रोल तथा डिजेल को बचाइए.
* कोशिश करे की हमेशा भारतीय वस्तु ही ख़रीदे.
* अगर भारतीय वस्तु उपलब्ध है तो विदेशी वस्तु खरीदने का मोह जरूर टाले.
जाहीर है की अगर आप विदेशी वस्तु खरीदोगे तो उसका मुनाफा विदेशी कंपनी ले जाएगी. इससे उनकी अर्थव्यवस्था सुबल होगी. उनके देश में कारखाने खुलते रहेंगे. उनका रोजगार बढेगा.
अगर आप भारतीय वस्तु खरीदोगे तो मुनाफा भारत के कंपनी को मिलेगा, भारत का पैसा भारत में ही रहेगा. भारत की अर्थव्यवस्था सुबल होने में मदत होगी.
भारतीय वस्तु खरीदने पर भारतीय लोगो को रोजगार मिलेगा उनका रोजगार चलता रहेगा. उनका परिवार चलता रहेगा. भारत में नए कारखाने भी खुलेंगे.
आज हमारे देश की कुछ गलत नीतियों की वजह से ही हमारे समाज में इतनी विषमता आयी है. गरीब अधिक गरीब होते जा रहे है और अमीर ज्यादा अमीर. लोगो का अमीर होते जाना प्रगति की निशानी है. लोगो को अमीर होना ही चाहिए, लेकिन लोगोका गरीब होना काहे की निशानी है?
अगर आप किसीको रोजगार दे नहीं सकते तो आप उसका रोजगार छीन भी नहीं सकते. और आप चाहते है की भारत में रहने वाले हर नागरिक को कम से कम दो वक्त की रोटी नसीब हो तो उसका रोजगार टिकना चाहिए उसको रोजगार मिलना चाहिए. और रोजगार टिकना है या मिलना है तो भारत में कारखाने बंद नहीं होने चाहिए. भारत में कारखाने खुलने चाहिए या फिर आज की तारीख में जितने कारखाने है, उसमे जितने भी लोग काम कर रहे है उनका रोजगार टिकना चाहिए. और ये सब हमारे तुम्हारे ही हाथो में है.
आपसे अनुरोध है की कृपया भारत की ही वस्तु ख़रीदे और भारत को मजबूत बनाने में मदत करे. भारतीय बने..
धन्यवाद.. अनेक उमंगो के साथ... वन्दे मातरम!
आप शायद ये भी जानते होगे की इस ईस्ट इंडिया कंपनी को देश से निकाल बाहर फेकने के लिए करीब ७,००,००० से भी ज्यादा भारतीयों को शहीद होना पड़ा.
लेकिन क्या आप ये जानते है की आज आज़ादी के ६६ साल बाद भी हमारे आजाद देश में ५००० से भी ज्यादा विदेशी कंपनियाँ राज कर रही है और हमें दीन दहाड़े लूट रही है.
क्या आप जानते है की दिन ब दिन भारतीय रुपये का जो अवमूल्यन हो रहा है, मतलब अंतरराष्ट्रीय बाजार में हमारे रुपये की जो गिरावट हो रही है, उस गिरते रुपये को संभालना हमारे हाथ में भी है...
कैसे?
* जहा तक हो सके पेट्रोल तथा डिजेल को बचाइए.
* कोशिश करे की हमेशा भारतीय वस्तु ही ख़रीदे.
* अगर भारतीय वस्तु उपलब्ध है तो विदेशी वस्तु खरीदने का मोह जरूर टाले.
जाहीर है की अगर आप विदेशी वस्तु खरीदोगे तो उसका मुनाफा विदेशी कंपनी ले जाएगी. इससे उनकी अर्थव्यवस्था सुबल होगी. उनके देश में कारखाने खुलते रहेंगे. उनका रोजगार बढेगा.
अगर आप भारतीय वस्तु खरीदोगे तो मुनाफा भारत के कंपनी को मिलेगा, भारत का पैसा भारत में ही रहेगा. भारत की अर्थव्यवस्था सुबल होने में मदत होगी.
भारतीय वस्तु खरीदने पर भारतीय लोगो को रोजगार मिलेगा उनका रोजगार चलता रहेगा. उनका परिवार चलता रहेगा. भारत में नए कारखाने भी खुलेंगे.
आज हमारे देश की कुछ गलत नीतियों की वजह से ही हमारे समाज में इतनी विषमता आयी है. गरीब अधिक गरीब होते जा रहे है और अमीर ज्यादा अमीर. लोगो का अमीर होते जाना प्रगति की निशानी है. लोगो को अमीर होना ही चाहिए, लेकिन लोगोका गरीब होना काहे की निशानी है?
अगर आप किसीको रोजगार दे नहीं सकते तो आप उसका रोजगार छीन भी नहीं सकते. और आप चाहते है की भारत में रहने वाले हर नागरिक को कम से कम दो वक्त की रोटी नसीब हो तो उसका रोजगार टिकना चाहिए उसको रोजगार मिलना चाहिए. और रोजगार टिकना है या मिलना है तो भारत में कारखाने बंद नहीं होने चाहिए. भारत में कारखाने खुलने चाहिए या फिर आज की तारीख में जितने कारखाने है, उसमे जितने भी लोग काम कर रहे है उनका रोजगार टिकना चाहिए. और ये सब हमारे तुम्हारे ही हाथो में है.
आपसे अनुरोध है की कृपया भारत की ही वस्तु ख़रीदे और भारत को मजबूत बनाने में मदत करे. भारतीय बने..
धन्यवाद.. अनेक उमंगो के साथ... वन्दे मातरम!