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मंगलवार, 9 अप्रैल 2024

दोषारोपण

*दोषारोपण*

एक आदमी रेगिस्तान से गुजरते वक़्त बुदबुदा रहा था, “कितनी बेकार जगह है ये, बिलकुल भी हरियाली नहीं है…और हो भी कैसे सकती है यहाँ तो पानी का नामो-निशान भी नहीं है.”
तपती रेत में वो जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा था उसका गुस्सा भी बढ़ता जा रहा था. अंत में वो आसमान की तरफ देख झल्लाते हुए बोला-

क्या भगवान आप यहाँ पानी क्यों नहीं देते? अगर यहाँ पानी होता तो कोई भी यहाँ पेड़-पौधे उगा सकता था, और तब ये जगह भी कितनी खूबसूरत बन जाती!

ऐसा बोल कर वह आसमान की तरफ ही देखता रहा…मानो वो भगवान के उत्तर की प्रतीक्षा कर रहा हो!

तभी एक चमत्कार होता है, नज़र झुकाते ही उसे सामने एक कुंवा नज़र आता है!

वह उस इलाके में बरसों से आ-जा रहा था पर आज तक उसे वहां कोई कुँवा नहीं दिखा था… वह आश्चर्य में पड़ गया और दौड़ कर कुंवे के पास गया… कुंवा लाबा-लब पानी से भरा था.  

उसने एक बार फिर आसमान की तरफ देखा  और पानी के लिए धन्यवाद करने की बजाये बोला, “पानी तो ठीक है लेकिन इसे निकालने के लिए कोई उपाय भी तो होना चाहिए.”

उसका ऐसा कहना था कि उसे कुँवें के बगल में पड़ी रस्सी और बाल्टी दिख गयी.

एक बार फिर उसे अपनी आँखों पर यकीन नहीं हुआ!

वह कुछ घबराहट के साथ आसमान की ओर देख कर बोला, “लेकिन मैं ये पानी ढोउंगा कैसे?”

तभी उसे महसूस होता है कि कोई उसे पीछे से छू रहा है, पलट कर देखा तो एक ऊंट उसके पीछे खड़ा था!

अब वह आदमी अब एकदम घबड़ा जाता है, उसे लगता है कि कहीं वो रेगिस्तान में हरियाली लाने के काम में ना फंस जाए और इस बार वो आसमान की तरफ देखे बिना तेज क़दमों से आगे बढ़ने लगता है.

अभी उसने दो-चार कदम ही बढ़ाया था कि उड़ता हुआ पेपर का एक टुकड़ा उससे आकर चिपक जाता है.

उस टुकड़े पर लिखा होता है –

मैंने तुम्हे पानी दिया, बाल्टी और रस्सी दी…पानी ढोने  का साधन भी दिया, अब तुम्हारे पास वो हर एक चीज है जो तुम्हे रेगिस्तान को हरा-भरा बनाने के लिए चाहिए; अब सब कुछ तुम्हारे हाथ में है!

आदमी एक क्षण के लिए ठहरा… पर अगले ही पल वह आगे बढ़ गया और रेगिस्तान कभी भी हरा-भरा नहीं बन पाया.


*मित्रों, कई बार हम चीजों के अपने मन मुताबिक न होने पर दूसरों को दोष देते हैं…कभी हम अपनो को दोषी ठहराते हैं, कभी अपने बुजुर्गों को, कभी कम्पनी को तो कभी भगवान को. पर इस दोषारोपण के चक्कर में हम इस आवश्यक चीज को अनदेखा कर देते हैं कि एक इंसान होने के नाते हममें वो शक्ति है कि हम अपने सभी सपनो को खुद साकार कर सकते हैं.*

शुरुआत में भले लगे कि ऐसा कैसे संभव है पर जिस तरह इस कहानी में उस इंसान को रेगिस्तान हरा-भरा बनाने के सारे साधन मिल जाते हैं उसी तरह हमें भी प्रयत्न करने पर अपना लक्ष्य प्राप्त करने के लिए ज़रूरी सारे उपाय मिल सकते हैं.

*पर समस्या ये है कि ज्यादातर लोग इन उपायों के होने पर भी उस आदमी की तरह बस शिकायतें करना जानते हैं… अपनी मेहनत से अपनी दुनिया बदलना नहीं! तो चलिए, आज इस कहानी से सीख लेते हुए हम शिकायत करना छोडें और जिम्मेदारी लेकर अपनी दुनिया बदलना शुरू करें क्योंकि सचमुच सबकुछ तुम्हारे हाथ में है!*

🙏🙏

*जो प्राप्त है-पर्याप्त है*
*जिसका मन मस्त है*
*उसके पास समस्त है!!*

*हमारा आदर्श : सत्यम्-सरलम्-स्पष्टम‌्*

संस्कार इसलिए कम हो गए है बच्चों में पहले बुजुर्गों से सीखते थे अब गूगल से..

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हमारे पूर्वज हम से वैज्ञानिक रूप से बहुत आगे थे थक हार कर वापस उनकी ही राह पर वापस आना पड़ रहा है।

1. मिट्टी के बर्तनों से स्टील और प्लास्टिक के बर्तनों तक और फिर कैंसर के खौफ से दोबारा मिट्टी के बर्तनों तक आ जाना।

2. अंगूठाछाप से दस्तखतों पर और फिर अंगूठाछाप (Thumb Scanning) पर आ जाना।

3. फटे हुए सादा कपड़ों से साफ सुथरे और प्रेस किए कपड़ों पर और फिर फैशन के नाम पर अपनी पैंटें फाड़ लेना।

4. सूती से टैरीलीन, टैरीकॉट और फिर वापस सूती पर आ जाना ।

5. ज्यादा मेहनत वाली ज़िंदगी से घबरा कर पढ़ना लिखना और फिर IIM MBA करके आर्गेनिक खेती पर पसीने बहाना।

6. क़ुदरती से प्रोसेसफ़ूड पर और फिर बीमारियों से बचने के लिए दोबारा क़ुदरती खानों पर आ जाना।

7. पुरानी और सादा चीज़ें इस्तेमाल ना करके ब्रांडेड पर और फिर आखिरकार जी भर जाने पर पुरानी ( Antique ) पर उतरना।

8. बच्चों को इंफेक्शन से डराकर मिट्टी में खेलने से रोकना और फिर घर में बंद करके फिसड्डी बनाना और होश आने पर दोबारा Immunity बढ़ाने के नाम पर मिट्टी से खिलाना....

9. गाँव, जंगल, से डिस्को पब और चकाचौंध की और भागती हुई दुनियाँ की और से फिर मन की शाँति एवं स्वास्थ के लिये शहर से जँगल गाँव की ओर आना।

 इससे ये निष्कर्ष निकलता है कि टेक्नॉलॉजी ने जो दिया उससे बेहतर तो प्रकृति ने पहले से दे रखा था।

संस्कार इसलिए कम हो गए है बच्चों में
पहले बुजुर्गों से सीखते थे अब गूगल से....


हरा धनिया जूस के स्वास्थ्य लाभ एक बार अवश्य उपयोग में ले

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हरा धनिया जूस के स्वास्थ्य लाभ एक बार अवश्य उपयोग में ले.......

हरा धनिया का जूस आपके शरीर के लिए बहुत लाभदायक और स्वास्थ्य वर्धक टॉनिक है।

हमारी किडनी का काम है ब्लड को शुद्ध करना और शरीर के बेकार और विषैले पदार्थों को बाहर निकालना। 

पैन्क्रीयाज आंतो में कुछ पाचक एंजाइम का स्राव करके पाचन क्रिया में अहम भूमिका अदा करता है। इसके अलावा यह इन्सुलिन नामक एक हार्मोन भी स्रावित करता है जो कि शरीर के ग्लूकोस लेवल को नियंत्रित करने का काम करता है जिससे डायबिटीज नहीं होती है।

कुछ ऐसी प्राकृतिक चीजें हैं जो हमारे शरीर के अंगो को साफ़ करके इन्हें ठीक ढंग से रखती हैं। 

▪️▪️उनमे से ही एक है धनिया या धनिये का जूस ....

जो कि लिवर, किडनी और पैन्क्रीयाज को अच्छे से साफ़ करके इन्हें स्वस्थ रखता है। 

◼️धनिया के और भी फायदे हैं .....

जैसे लिवर से फैट को बाहर निकालना और शरीर के शुगर लेवल को नियंत्रित करना।

इसके अलावा धनिया किडनी में स्टोन को बनने से रोकता है। 

इसमें वो सारे औषधीय गुण मौजूद हैं जो शरीर को डीटोक्सीफाई करने के लिए जरुरी होते हैं। 

धनिया की चटनी भी स्वस्थ लाभों से भरी होती है आज हम आपको इस धनिये के सही इस्तेमाल के बारे में बतायेगे जिससे, आपके लिवर, किडनी और पैन्क्रीयाज ठीक से काम कर सकें।

◾1- धनिये का पानी.......

धनिये को अपने डाइट में इस्तेमाल करना कोई मुश्किल काम नहीं है। 

आप सबसे पहले पानी में धनिये के पत्ते को डालकर उसे कम से कम 15 मिनट तक उबालें और फिर उसे एक साफ़ बोतल में छानकर रख लें।

 इसके बाद इस पानी को आप रोज कुछ दिनों तक पियें फिर आप देखेंगे कि आपके हेल्थ में किस तरह से सुधार हो रहा है।


◾2 – नींबू धनिये का जूस....

एक बर्तन में नींबू को दो हिस्सों में काटकर निचोड़ें। उसमें मसला हुआ धनिया और पानी मिला लें। अच्छी तरह से मिक्स करें। आपका हेल्दी जूस तैयार है।

इस जूस को खाली पेट लगातार 5 दिन तक लें। 

हरा धनिया पाचन शक्ति तो बढ़ाता ही है , साथ ही शरीर में प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है। 

यह खून की अशुद्धियों को दूर करता है। 

नींबू उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करता है।

इस जूस को 5 दिन तक लगातार खाली पेट लेने से आप अपना वजन भी कम कर सकते हैं। 

इस तरह से आप अपने घर में ही इन प्राकृतिक चीजों के इस्तेमाल से अपने शरीर के अंगो को साफ़ रख सकते हैं जिससे कि वो सुचारू रूप से अपना काम कर सकें और आप स्वस्थ रह सकें।


मालदीव में टूरिस्ट के साथ बलात्कार बहुत कॉमन है. प्रथम तो न रिसोर्ट सहयोग करेगा न पुलिस

 

मालदीव से जुड़ा एक तथ्य जो वहां घूमने जाने के इच्छुक लोगों को जरूर जानना चाहिए-

मालदीव के एक रिसोर्ट ने मशहूर ब्रिटिश मूर्तिकार जैसन टेलर से कुछ मूर्तियाँ बनवाई थीं और उन्हें रिसोर्ट में रखा था. मालदीव के राष्ट्रपति के आदेश पर पुलिस और भीड़ कुदाल, फावड़ा और डंडे लेकर रिसोर्ट में घुसी और मूर्ति तोड़ डाली.

मालदीव दुनिया के उन चुनिंदा देशों में हैं जहां मूर्ति रखना, ले जाना संगीन अपराध माना जाता है. यद्यपि सऊदी में भी ऐसे नियम हैं, पर सऊदी कोई घूमने नहीं जाता. मालदीव इकलौता ऐसा देश है जहां आप घूमने जाते हैं, पैसा खर्च करने जाते हैं और वह बदले में आपको अपमानित करने का मौक़ा नहीं चूकते.

वह मौक़ा ढूँढते हैं आपको अपमानित करने का. मेरे ही पाठकों ने क़िस्से लिखे हैं, एयरपोर्ट पर ज़बरदस्त तलाशी ली गई और एक सिक्के के पीछे लक्ष्मी जी की मूर्ति बनी थी तो वह ज़ब्त कर लिया. दीवाली त्योहार पर सरकार स्वयं यह इनस्योर करती है कि मार्केट में एक भी मोमबत्ती न दीखनी चाहिए.

इतने सबके बावजूद भी यदि बहुत शौक़ है और वहाँ पहुँच भी गए तो आप पूरी तरह से रिसोर्ट के रहमो करम पर निर्भर हैं. द्वीप हैं, भागने का कोई रास्ता नहीं. मालदीव में टूरिस्ट के साथ बलात्कार बहुत कॉमन है. प्रथम तो न रिसोर्ट सहयोग करेगा न पुलिस. अगर किसी तरह रिपोर्ट लिखा भी ली तो क़ानून ऐसे हैं कि भारत में विक्टिम की पहचान छिपाई जाती है, पर मालदीव में बलात्कार के केस में अपराधी की पहचान छिपाई जाती है. पीड़िता पर उल्टा केस चल सकता है और अवैधानिक संबंध बनाने पर कोड़ों की सजा दिया जाना बहुत कॉमन है.

और हर सख़्श जो थोड़ा भी दुनिया घूमा है बता देगा कि मालदीव ओवर प्राइस्ड और ओवर रेटेड है.

मैं स्वयं दुनिया घूमता रहता हूँ, पर मालदीव घूमने का कभी एक रीजन न समझ आया. और समय के साथ वहाँ मज़हबी कट्टरता बढ़ती जा रही है तो वह अलग रीजन है ऐसी जगह अवॉयड करने के लिए.

उच्च रक्तचाप में जल्दी फायदा करे ये घरेलू उपाय

*उच्च रक्तचाप में जल्दी फायदा करे ये घरेलू नुस्ख

आपका हृदय धमनियों के माध्यम से खून को शरीर में भेजता है। शरीर की धमनियों में बहने वाले रक्त के लिए एक निश्चित दबाव जरूरी होता है। जब किसी वजह से यह दबाव अधिक बढ़ जाता है, तब धमनियों पर ज्यादा असर पड़ता है। दबाव बढ़ने के कारण धमनियों में रक्त का प्रवाह बनाए रखने के लिये दिल को सामान्य से अधिक काम करना पड़ता है। इस स्थिति को उच्च रक्तचाप कहते हैं। उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) एक गंभीर बीमारी है। क्या आपको पता है कि हाई बीपी के लक्षण क्या-क्या होते हैं। हाई ब्लड प्रेशर होने पर आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए। हाई बीपी के इलाज के लिए आपको क्या उपाय  करना चाहिए।

ध्यान रखें कि हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) के कारण आपका हृदय भी काम करना बंद कर सकता है। लगातार उच्च रक्तचाप रहने से आपके शरीर को कई तरह की हानि पहुँच सकता है। इससे हार्ट फेल भी हो सकता है। इसलिए यहां हाई बीपी के लक्षण, हाई ब्लड प्रेशर में क्या खाना चाहिए और हाई  ब्लड प्रेशर के लिए घरेलू उपाय की जानकारी जरूरी है।

1 हाई बीपी (उच्च रक्तचाप) क्या है? 
2 हाई बीपी (उच्च रक्तचाप) के कारण 
3 हाई बीपी (उच्च रक्तचाप) के लक्षण 
4 उच्च रक्तचाप से कैसे बचें? 
5 हाई बीपी (उच्च रक्तचाप) के लिए आहार 
6 उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के घरेलू उपाय 
6.1 उच्च रक्तचाप के उपचार के लिए लहसुन का इस्तेमाल 
6.2 उच्च रक्तचाप के उपचार के लिए आँवले के रस का सेवन 
6.3 उच्च रक्तचाप के उपचार के लिए काली मिर्च का प्रयोग 
6.4 उच्च रक्तचाप के उपचार के लिए तरबूज का सेवन 
6.5 उच्च रक्तचाप के उपचार के लिए नींबू का उपयोग 
6.6 तुलसी और नीम से करें हाई बीपी कम करने के उपाय 
6.7 खाली पैर हरी घास पर चलने से उच्च रक्तचाप होता है कम 
6.8 पालक और गाजर के जूस से करें हाई बीपी कम करने के उपाय 
6.9 करेला से करें हाई बीपी कम करने के उपाय (
6.10 ब्राउन राइस उच्च रक्तचाप को करे कंट्रोल 
6.11 मेथीदाना से करें हाई ब्लडप्रेशर को कंट्रोल 
6.12 उच्च रक्तचाप की आयुर्वेदिक दवा है टमाटर 
6.13 उच्च रक्तचाप की आयुर्वेदिक दवा है अनार 
6.14 हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए चुकंदर का सेवन 
6.15 हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए तिल के तेल का उपयोग 
6.16 हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए हल्दी का इस्तेमाल 
6.17 हाई बीपी को कम करने के लिए नारियल का प्रयोग 
7 डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए? 
हाई बीपी (उच्च रक्तचाप) क्या है? 
जब व्यक्ति असंतुलित आहार-विहार का सेवन करता है तो कफ व मेद की वृद्धि हो जाती है। कफ और मेद धमनियों में स्थान संश्रय कर धमनियों में कठिनता उत्पन्न करता है और वायु रक्त संवहन की प्रक्रिया को प्रतिकूल गति प्रदान कर रक्तचाप को बढ़ा देती है।

हाई बीपी (उच्च रक्तचाप) के कारण (High Blood Pressure Causes in Hindi)
उच्च रक्तचाप असंतुलित जीवनशैली और आहार के कारण तो होता ही है लेकिन ये भी कारण होते हैं-

-ब्लड प्रेशर हाई होने का प्रमुख कारण मोटापा होता है। मोटे व्यक्ति में बी.पी. बढ़ने का खतरा आम व्यक्ति से ज्यादा होता है।

-शारीरिक श्रम न करना। जो लोग व्यायाम, खेल-कूद और कोई भी शारीरिक क्रिया नहीं करते और आरामतलब जीवन जीते हैं, उन्हें रक्तचाप की समस्या हो सकती है।

-जो व्यक्ति शुगर, दिल के रोग, किडनी के रोगों से ग्रसित होते हैं एवं जिनकी रक्त धमनियां कमजोर होती हैं उनमें रक्तचाप उच्च हो जाता है।

-ज्यादा नमकीन खाद्य पदार्थों का सेवन करने से।

-पिज्जा, बर्गर, चाऊमिन, मोमोज आदि  खाने से बी.पी. बढ़ जाता है।

-जो व्यक्ति धूम्रपान और शराब का अधिक सेवन करते हैं।

-प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को भी बी.पी. बढ़ने की समस्या होती है।

हाई बीपी (उच्च रक्तचाप) के लक्षण (High Blood Pressure Symptoms in Hindi)
हाई बी.पी. के कारण हृदय से जुड़े रोग, गुर्दे के रोग, आँख आदि खराब हो सकते हैं। उच्च रक्तचाप एक धीमा जहर है जो धीरे-धीरे शरीर के अंगों को खराब कर देता है। उच्च रक्तचाप से नियंत्रण में लाने के लिए या हाई बीपी से बचने के लिए सबसे पहले हाई बीपी के लक्षणों को जानना जरूरी होता है। चलिये इसके बारे में जानते हैं-

– उच्च रक्तचाप के लक्षण के रूप में व्यक्ति को तेज सिर दर्द होता है।

-उच्च रक्तचाप के लक्षण के रूप में व्यक्ति को थकावट और ज्यादा तनाव होता है।

-रोगी को सीने में दर्द होता है और भारीपन की अनुभूति होती है।

-रोगी को सांस लेने में परेशानी महसूस होना।

-उच्च रक्तचाप के रोगी को घबराहट महसूस होती है।

-कुछ भी समझने और बोलने में कठिनाई होना।

-उच्च रक्तचाप के रोगी के पैर अचानक सुन्न हो जाते हैं।

-उच्च रक्तचाप के रोगी को प्रायः बहुत कमजोरी महसूस होती है।

-उच्च रक्तचाप के रोगी को धुंधला दिखाई पड़ता है।


उच्च रक्तचाप से कैसे बचें? (How to Prevent High Blood Pressure?)
असंतुलित भोजन और जीवनशैली के कारण भी उच्च रक्तचाप होता है, और अधिकांश लोगों को यह पता नहीं होता है कि हाई ब्लड प्रेशर होने पर क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। इसलिए आप हाई बीपी के लक्षणों का पता चलते ही आहार और जीवनशैली में थोड़ा बदलाव लाएं ताकि बीमारी पर पूरी तरह नियंत्रण पा सकें।


–वजन बढ़ने के साथ अक्सर ब्लड प्रेशर भी बढ़ता है। अधिक वजन सोते समय सांस लेने में बाधा उत्पन्न करती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है, इसलिए ब्लड प्रेशर कम करने का एक प्रभावी तरीका वजन कम करना (home remedies for high bp) है।

-प्रतिदिन 20-25 मिनट तक व्यायाम करें।

-स्वस्थ आहार जैसे साबुत अनाज, फल, सब्जियां, डेरी प्रोडक्ट्स एवं कम फैट वाले भोजन से बी.पी. कम हो जाता है।

-उच्च रक्तचाप के रोगी को अपनी डायट में मैग्निशियम, कैल्शियम और पोटेशियम से भरपूर खाद्य पदार्थ अधिक खाने चाहिए।

-दूध, हरी सब्जियां, दाल, सोयाबीन, प्याज, लहसुन और संतरें में ये पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में होते हैं।

-प्रतिदिन मेवे में 4 अखरोट एवं 5 से 7 बादाम खाएं।

-उच्च रक्तचाप में फलों में सेब, अमरूद, अनार, केला, अंगूर, अनानास, मौसंबी, पपीता।

-हर रोज सुबह खाली पेट लहसुन की 2 कलियां खाएं।

-खट्टे फल, नींबू पानी, सूप, नारियल पानी, सोया, अलसी और काले चने खाएं।

-रोजाना पानी अधिक मात्रा में पीये।

-भोजन के लिए सोयाबीन तेल इस्तेमाल करना चाहिए।

-सलाद में प्याज, टमाटर, मूली, गाजर, खीरा, गोभी का सेवन करने से रक्तचाप सामान्य हो जाता है।

-बिना मलाई वाले दूध का सेवन करें।

-रक्तचाप उच्च होने में ओमेगा-3 भी शामिल करें।

-हाई ब्लड प्रेशर वाले व्यक्ति को डार्क चॉक्लेट का सेवन (blood pressure normal karne ka tarika) करना चाहिए। डार्क चॉक्लेट बी.पी. कम करती है।

हाई बीपी (उच्च रक्तचाप) के लिए आहार (High Blood Pressure Diet in Hindi)
हाई बीपी में आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। ये बातें यहां लिखी गई है। हाई बीपी के लक्षण महसूस होने पर इनसे परहेज करना चाहिएः-

-जिस व्यक्ति का बी.पी. हाई हो उसे नमक कम खाना चाहिए।

-कॉफी और चाय का सेवन अधिक करने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है।

-डिब्बा बंद खाद्य पदार्थों का सेवन न करें क्योंकि उनमें नमक ज्यादा होता है।

-स्मोकिंग और शराब का सेवन न करें।

-उच्च रक्त के व्यक्ति को चाय और कॉफी का सेवन (home remedies for high bp) नहीं करना चाहिए।

-बाहर की चीजें जैसे पिज्जा, बर्गर आदि का सेवन न करें।

-बेकिंग सोड़ा का सेवन उच्च रक्तचाप के रोगी को नहीं करना चाहिए।

-खाना खाते समय अपने भोजन में नमक ऊपर से न डालें।

-पापड़ भी बिना नमक के ही खाएं।

-चटनी, आचार, अजीनोमोटो, बेंकिंग पाउडर और सॉस खाने से परहेज करें।

-बी-पी. के रोगियों को ऐसा खाना नहीं खाना चाहिए जिसमें फैट अधिक हो।

-जब आप सोते हैं तो बी.पी. कम होता है। यदि आप भरपूर नींद नहीं लेंगे तो ब्लड प्रेशर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जो लोग कम सोते हैं उनका ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है।

-हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए गुस्सा जानलेवा होता है। जितना संभव प्रयास हो सके, तनाव और गुस्से से दूर रहना चाहिए। रोजाना मेडिटेशन और योगा करना चाहिए।

-बहुत अधिक मात्रा में मादक पदार्थों के सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे आगे जाकर वजन बढ़ता है और दिल का दौरा पड़ने की संभावना भी बढ़ जाती है।

उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के घरेलू उपाय (Home Remedies for High Blood Pressure in Hindi)
उच्च रक्तचाप से राहत पाने के लिए लोग पहले घरेलू नुस्खे आजमाते हैं। चलिये जानते हैं कि ऐसे कौन-कौन-से घरेलू उपाय हैं जो उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में  सहायता करते हैं-

उच्च रक्तचाप के उपचार के लिए लहसुन का इस्तेमाल (Garlic: Home Remedies for High BP in Hindi)
लहसुन हर घर में इस्तेमाल में लाया जाता है। लहसुन ब्लड प्रेशर ठीक करने में बहुत मददगार होता है। लहसुन से हाई बीपी को नियंत्रित (bp high treatment at home) कर सकते हैं।


उच्च रक्तचाप के उपचार के लिए आँवले के रस का सेवन (Amla: Home Remedies for High BP in Hindi)
एक बड़ा चम्मच आँवले का रस और इतना ही शहद मिलाकर सुबह-शाम लेने से हाई ब्लड प्रेशर में लाभ होता है। इससे उच्च रक्तचाप का उपचार होता है।

उच्च रक्तचाप के उपचार के लिए काली मिर्च का प्रयोग (Black Pepper: Home Remedie for High BP in Hindi)
जब ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ हो तो आधे गिलास गुनगुने पानी में काली मिर्च पाउडर का एक चम्मच घोल लें। इसे दो-दो घंटे के बाद पीते रहें। इससे हाई ब्लड प्रेशर के लक्षणों का उपचार होता है।


उच्च रक्तचाप के उपचार के लिए तरबूज का सेवन (Watermelon: Home Remedies for High BP in Hindi)
उच्च रक्तचाप के नियंत्रण में तरबूज लाभ पहुंचाता है। तरबूज के बीज की गिरी तथा खसखस अलग-अलग पीसकर बराबर मात्रा में रख लें। इसका रोजाना एक-एक चम्मच सेवन (bp high treatment at home) करें।

उच्च रक्तचाप के उपचार के लिए नींबू का उपयोग (Lemon: Home Remedies for High BP in Hindi)
बढ़े हुए ब्लड प्रेशर में एक गिलास पानी में आधा नींबू निचोड़कर तीन-तीन घण्टे के अन्तर में पीना चाहिए। इससे उच्च रक्तचाप का इलाज होता है।


तुलसी और नीम से करें हाई बीपी कम करने के उपाय (Tulsi and Neem Water: Home Remedies for High Blood Pressure in Hindi)
उच्च रक्तचाप के इलाज के लिए पाँच तुलसी के पत्ते तथा दो नीम की पत्तियों को पीस लें। इसे एक गिलास पानी में घोलकर खाली पेट सुबह पिएं। इससे हाई ब्लड प्रेशर के लक्षणों का इलाज (home remedies for high bp) होता है।

खाली पैर हरी घास पर चलने से उच्च रक्तचाप होता है कम (Bare Foot Morning Walk is Beneficial in High Blood Pressure in Hindi)
हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को नंगे पैर हरी घास पर 10-15 मिनट तक चलना चाहिए। रोजाना चलने से ब्लड प्रेशर नॉर्मल हो जाता है।

पालक और गाजर के जूस से करें हाई बीपी कम करने के उपाय 
उच्च रक्तचाप के उपचार के लिए ताजा पालक और गाजर का रस निकालें। इसे रोज पिएं। इसका रस लाभकारी सिद्ध होता है।

करेला से करें हाई बीपी कम करने के उपाय 
उच्च रक्तचाप के इलाज के लिए करेला और सहजन के फल का सेवन करें। यह उच्च रक्तचाप के रोगियों के लिए बहुत लाभदायक है। इससे हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण ठीक होते हैं।


ब्राउन राइस उच्च रक्तचाप को करे कंट्रोल 
उच्च रक्तचाप के उपचार के लिए ब्राउन चावल खाना चाहिए। उच्च रक्तचाप के रोगियों को ब्राउन चावल बहुत लाभ देता है और हाई ब्लड प्रेशऱ के लक्षण दूर होते हैं।

मेथीदाना से करें हाई ब्लडप्रेशर को कंट्रोल 
3 ग्राम मेथीदाना पाउडर सुबह-शाम पानी के साथ लें। इसे प्रतिदिन खाने से लाभ मिलता है। इससे उच्च रक्तचाप का इलाज होता है।

उच्च रक्तचाप की आयुर्वेदिक दवा है टमाटर 
उच्च रक्तचाप के उपचार के लिए टमाटर का सेवन करें। टमाटर से हाई ब्लड प्रेशर नियंत्रित होता है। रोजाना एक टमाटर या एक कप टमाटर का जूस पिएं।

उच्च रक्तचाप की आयुर्वेदिक दवा है अनार 
आप अनार से बीपी कम करने के उपाय कर सकते हैं। रोजाना एक अनार या अनार का जूस पीने से हाई ब्लड प्रेशर कम हो जाता है।

हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए चुकंदर का सेवन 
आप चुकंदर से भी बीपी कम करने के उपाय कर सकते हैं। एक चुकंदर और आधी मूली लें। इनको छील कर इनके छोटे-छोटे टुकड़े कर लें। मिक्सर में डालकर जूस निकाल लें। यह जूस दिन में एक बार पीने से हाई बी.पी. कण्ट्रोल में आ जाता है।

हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए तिल के तेल का उपयोग
बीपी कम करने के लिए आप घरेलू उपाय कर सकते हैं। इसके लिए आप रोजाना अपने खाने में तिल के तेल का प्रयोग करें। इससे बीपी कम हो जाता है।

हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए हल्दी का इस्तेमाल 
सबसे पहले किसी फल का जूस या स्मूदी बनाएं। फिर इसमें ताजा अदरक डालकर पीयें। इसके अलावा अपने खाने में प्रतिदिन अदरक का प्रयोग करें।

हाई बीपी को कम करने के लिए नारियल का प्रयोग 
आप नारियल से भी बीपी कम करने के उपाय कर सकते हैं। आप पूरे दिन में 2-3 बार नारियल पानी का प्रयोग करें। इससे हाई बीपी कम हो जाता है।

डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए? 
ब्लड प्रेशर का सामान्य से कम या अधिक होना, दोनों ही घातक होता है। जब मरीज का रक्तचाप 140-90 से अधिक होता है तो उस स्थिति को उच्च रक्तचाप कहा जाता है। बीपी कम करने के घरेलू उपाय के बाद भी जब मरीज को हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण के रूप में सीने में दर्द और भारीपन महसूस हो, और सांस लेने में परेशानी हो। सिर दर्द हो, कमजोरी या धुंधला दिखाई दे तो मरीज को डॉक्टर से जल्द से जल्द मिलना चाहिए, नहीं तो यह गंभीर रोग में परिवर्तित होकर घातक स्थिति तक पहुँच सकता है

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