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बुधवार, 12 अप्रैल 2023

फ्रीडम 251 मोबाइल का क्या हुआ?

 

फ्रीडम 251 एक कम कीमत वाला स्मार्टफोन था जिसे 2016 में भारत में काफी धूमधाम से लॉन्च किया गया था। कीमत मात्र रु. 251 (लगभग $4), डिवाइस को दुनिया के सबसे सस्ते स्मार्टफोन के रूप में पेश किया गया था और इसने उपभोक्ताओं से काफी चर्चा और रुचि पैदा की थी। हालाँकि, लॉन्च विवाद में फंस गया था, और तब से डिवाइस का भाग्य अनिश्चित रहा है।

फ्रीडम 251, रिंगिंग बेल्स के पीछे की कंपनी, भारतीय स्मार्टफोन बाजार में एक अपेक्षाकृत अज्ञात फर्म थी। कंपनी ने दावा किया कि उसने जनता को एक किफायती स्मार्टफोन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से डिवाइस को इन-हाउस विकसित किया है। हालांकि, संशयवादियों ने इस तरह के कम लागत वाले डिवाइस की व्यवहार्यता के बारे में चिंता जताई और कुछ ने रिंगिंग बेल्स पर एक घोटाला करने का आरोप लगाया।

संदेह के बावजूद, कंपनी फरवरी 2016 में फ्रीडम 251 के लॉन्च के साथ आगे बढ़ी। डिवाइस में 4 इंच का डिस्प्ले, 1.3 गीगाहर्ट्ज क्वाड-कोर प्रोसेसर, 1 जीबी रैम और 8 जीबी की इंटरनल स्टोरेज जैसी बुनियादी विशेषताएं थीं। . इसमें 3.2 मेगापिक्सल का रियर कैमरा और 0.3 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा भी था। डिवाइस एंड्रॉइड 5.1 लॉलीपॉप पर चलता था और कई ऐप के साथ आता था।

फ्रीडम 251 का लॉन्च एक अराजक मामला था, कंपनी को लॉन्च के कुछ ही घंटों के भीतर लाखों प्री-ऑर्डर प्राप्त हुए। हालाँकि, कंपनी जल्द ही मुश्किल में पड़ गई जब यह पता चला कि उसने सरकार और नियामक निकायों से आवश्यक प्रमाणपत्र और अनुमोदन प्राप्त नहीं किए थे। डिवाइस की गुणवत्ता और व्यवसाय मॉडल की व्यवहार्यता के बारे में भी चिंताएं थीं।

फ्रीडम 251 का भविष्य अस्पष्ट है। डिवाइस के पीछे की कंपनी, रिंगिंग बेल्स, तब से बंद है, और कंपनी के संस्थापकों के ठिकाने अज्ञात हैं। डिवाइस को प्री-ऑर्डर करने वाले कुछ उपभोक्ताओं को रिफंड मिला, जबकि अन्य को खाली हाथ छोड़ दिया गया। डिवाइस को कभी भी व्यापक रूप से वितरित या दुकानों में बेचा नहीं गया था, और यह भारतीय स्मार्टफोन बाजार के इतिहास में एक जिज्ञासु फुटनोट बना हुआ है।

अंत में, फ्रीडम 251 की कहानी प्रचार के खतरों और पारदर्शिता और नियामक अनुपालन के महत्व के बारे में एक सतर्क कहानी है। जबकि जनता के लिए कम लागत वाले स्मार्टफोन का विचार एक आकर्षक है, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि ऐसे उपकरण सुरक्षित, विश्वसनीय और एक व्यवहार्य व्यवसाय मॉडल द्वारा समर्थित हों।

शादी एक पवित्र बंधन है.. मर्यादाओं मे रहे ..🙏🏻अपनी पुरानी परंपरा ही ठीक है.....दिखावे से बचे।

 

एक शुद्ध #भारतीय विवाह

जयपुर राजस्थान में वर पक्ष की मांगो से आश्चर्यचकित हुआ वधु परिवार,

विवाह पूर्व एक लड़के की अनोखी मांगों से लड़की वाले हैरान हैं

☆लड़के की मांगों की चर्चा पूरे शहर में हो रही है।

☆यह मांगें दहेज को लेकर नहीं बल्कि विवाह संपन्न कराने के तरीके और अनुचित परंपराओं को लेकर हैं !!

मांगें इस प्रकार से हैं::

01 कोई प्री वैडिंग शूट नहीं होगा.

02 🌹 दुल्हन शादी में लहंगे की बजाय साड़ी पहनेगी.

03 🌹 मैरिज लॉन में ऊलजुलूल अश्लील कानफोड़ू संगीत की बजाय, हल्का इंस्ट्रूमेंटल संगीत बजेगा.

04🌹 वरमाला के समय केवल दूल्हा दुल्हन ही स्टेज पर रहेंगे.

05🌹 वरमाला के समय दूल्हे या दुल्हन को.. उठाकर उचकाने वालों को विवाह से निष्कासित कर दिया जायेगा.

06🌹 पंडितजी द्वारा विवाह प्रक्रिया शुरू कर देने के बाद कोई ,उन्हें रोके टोकेगा नहीं.

07🌹 कैमरामैन फेरों आदि के चित्र दूर से लेगा न कि बार बार पंडितजी को टोक कर..!

ये देवताओं का आह्वान करके उनके साक्ष्य में किया जा रहा विवाह समारोह है.. ना की किसी फिल्म की शूटिंग.

08🌹 दूल्हा दुल्हन द्वारा कैमरामैन के कहने पर उल्टे सीधे पोज नहीं बनाये जायेंगे.

09🌹विवाह समारोह दिन में हो और शाम तक विदाई संपन्न हो। जिससे किसी भी मेहमान को रात 12 से 1 बजे खाना खाने से होने वाली समस्या जैसे अनिद्रा, एसिडिटी आदि से परेशान ना होना पड़े।

इसके अतिरिक्त मेहमानों को अपने घर पहुंचने में मध्य रात्रि तक का समय ना लगे और असुविधा ना हो।

10🌹नवविवाहित को सबके सामने.. आलिंगन के लिए कहने वाले को तुरंत विवाह से निष्कासित कर दिया जायेगा.

11. विवाह में किसी प्रकार का मांस मदिरा वर्जित होगा, विवाह में देवी देवताओं का आवाह्न किया जाता है, मांस मदिरा देखकर देवी देवता रूष्ट होकर , दुल्ले दुल्हन को बिना आशीर्वाद दिए चले जाते हैं।

🌹ज्ञात हुआ है लड़की वालों ने लड़के की सभी मांगे सहर्ष मान ली है..!!

समाज सुधार करने के लिए सुंदर सुझाव.! सभी के लिए अनुकरणीय..!!

🙏🏻शादी एक पवित्र बंधन है.. मर्यादाओं मे रहे ..🙏🏻अपनी पुरानी परंपरा ही ठीक है.....दिखावे से बचे।

सनातन धर्म की जय हो। जय श्री राम 🚩

सांपों को मारने वाले लोगों को सज़ा भुगतनी पड़ती है


 सांपों को मारने वाले लोगों को गरुड़ पुराण जो कि श्रीविष्णु एवं उनके वाहन गरुड़ के मध्य संवाद है। उसके अनुसार यदि कोई मनुष्य जान बूझकर किसी सर्प की हत्या करता है तो उनके अगले जन्म में कालसर्प दोष दुर्योग कुंडली में बन जाता है।

१८ पुराणों में से एक गरूड़ पुराण में कहा गया है। यह १८ वां पुराण है इसकी जानकारी मुझे पिछले वर्ष मेरे पिता की मृत्यु हुई तब ये सारी ज्ञानभरी जानकारी प्राप्त हुई, कि किस कर्मों के अनुसार क्या फल मिलता है?

पुराण में ही कहा गया है कि जिस गृह में सांप निवास करते हैं उस घर को तत्काल छोड़ देने में ही भलाई है क्योंकि इससे घर में किसी सदस्य की अकाल मृत्यु हो सकती है।

  • मनुष्य हो या पशु/ पक्षी या सरीसृप वर्ग के जीव प्रत्येक जीव की हत्या करने पर दंड अवश्य मिलती है।
  • जो भी मनुष्य किसी जीव की निर्ममता पूर्वक हत्या करता है उसे उसका दंड निश्चित रूप से भोगना पड़ता है।
  • धर्म शास्त्रों में इस संबंध में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि प्रत्येक मनुष्य को सरीसृप जीवों की हत्या करने से बचना चाहिए। यदि कोई भी व्यक्ति सांप की हत्या करता है तो उस व्यक्ति को इसका परिणाम कई जन्मों तक भोगना पड़ता है।
  • ज्योतिषशास्त्र में भी ऐसा कहा गया है कि सांप की हत्या करने या कष्ट पहुंचाने वाले व्यक्ति को उसके द्वारा किए गए इस पाप से छुटकारा नहीं मिलता है। यह भी कहा जाता है कि जो ऐसा करता है अगले जन्म में उनकी कुण्डली में कालसर्प नामक योग बनता है। इस योग के चलते व्यक्ति को जीवन में भयंकर परेशानियां घेर लेती हैं।
  • अनेक प्रयासों के पश्चात भी अवरोध /असफलताएं सर्पों की हत्या करने वालों की पीछा नहीं छोड़ती है।
  • जो लोग सर्पों को डंडे से पीट - पीट कर मारते हैं, ऐसे भी सभी क्षेत्रों में पिछड़े हुए होते हैं। समस्या उनका पीछा नहीं छोड़ती है।
  • अतः मेरा यह व्यक्तिगत रूप से मानना है कि हमें सांपों को ही नहीं अपितु किसी भी जीव को नहीं मारना चाहिए। ना ही किसी भी प्रकार का शारीरिक कष्ट पहुंचाना चाहिए। बुरे कर्म का बुरा परिणाम भोगना ही पड़ता है।

भगवान भी किसी औरत के चरित्र को बता क्यों नही सकते?

 एक जवान औरत कुएं के पास पानी भर रही थी तभी एक आदमी वहाँ पहुँचा। उस आदमी ने औरत से थोड़ा पानी पिलाने के लिए कहा खुशी से उस औरत ने उसे पानी पिलाया।

पानी पीने के बाद उस आदमी ने औरत से पूछा कि क्या आप मुझे बता सकती हैं की भगवान भी किसी औरत के चरित्र को बता क्यों नही सकते?

इतना कहने पर वह औरत जोर जोर से चिल्लाने लगी बचाओ... बचाओ...

उसकी आवाज सुनकर गांव के लोग कुए की तरह दौड़ने लगे तो उस आदमी ने कहा कि आप ऐसा क्यों कर रही है, तो उस औरत ने कहा ताकि गांव वाले आए और आपको खूब पीटें और इतना पीटे की आपके होश ठिकाने लग जाए।

यह बात सुनकर उस आदमी ने कहा मुझे माफ करें, मैं तो आपको एक भली और इज्ज़तदार औरत समझ रहा था।

तभी उस औरत ने कुएं के पास रखा मटके का सारा पानी अपने शरीर पर डाल लिया और अपने शरीर को पूरी तरह भींगा डाला। इतने देर में गांव वाले भी कुएं के पास पहुंच गए।

गांव वालों ने उस औरत से पूछा कि क्या हुआ ?

औरत ने कहा मैं कुएं में गिर गई थी इस भले आदमी ने मुझको बचा लिया। यदि यह आदमी यहां नही रहता तो आज मेरी जान चली जाती।

गांव वालों ने उस आदमी की बहुत तारीफ की और उसको कंधों पर उठा लिया। उसका खूब आदर सत्कार किया और उसको इनाम भी दिया।

जब गांव वाले चले गए तो औरत ने उस आदमी से कहा कि अब समझ में आया औरतों का चरित्र???

अगर आप औरत को दुःख देंगे और उसे परेशान करेंगे तो वह आपका सब सुख- चैन छीन लेगी और अगर आप उसे खुश रखेंगे तो वह आपको मौत के मुंह से भी निकाल लेगी।

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