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बुधवार, 15 जुलाई 2020

कार के नंबर प्लेट से इसके मालिक का नाम पता चल सकता है


इसके लिए दो एप्लीकेशन और एक लिंक आपके साथ साझा करता हूँ |
1. पहला एंड्राइड एप्प जिसका नाम है -RTO Vehicle Information [1] इसे आप प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं |
जब आप इसे खोलेंगे तब आप के पास यह विकल्प आयेगा |
इसमें आप किसी भी वाहन की जानकारी ले सकते हैं सिर्फ नंबर प्लेट की संख्या डाल कर |
इसके अलावा आप इस एप्प में अपने लाइसेंस की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं |
एक बात ध्यान दें - यह एक आधिकारिक आरटीओ ऐप नहीं है।
2. आधिकारिक आरटीओ ऐप के लिए आप mParivahan[2] डाउनलोड करें |
इसमें भी आप केवल नंबर प्लेट की संख्या डाल कर सभी जानकारी पा सकते हैं |
इस ऐप के मुख्य लाभ हैं -
  • केवल पंजीकरण संख्या दर्ज करके किसी भी दुर्घटनाग्रस्त, लम्बे समय से पार्क किये या चोरी हुए वाहन का विवरण प्राप्त कर सकते हैं ।
  • अपने वाहन पंजीकरण का विवरण सत्यापित कर सकते हैं ।
  • यदि आप सेकेंड हैंड कार खरीदना चाहते हैं तो उम्र और पंजीकरण विवरण सत्यापित कर सकते हैं।
  • समय रहते दुर्घटना की जानकारी दे कर एम्बुलेंस को बुला सकते हैं |
3. इसके अलावा आप सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की वेबसाइट से भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं |

आशा है ये जानकारी आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगी | धन्यवाद |
फुटनोट
[2] mParivahan - Apps on Google Play

इलेक्ट्रॉनिक Mobile, Laptop, Computers बेचते समय DATA को Permanentely Delete कैसे करे?

इलेक्ट्रॉनिक Mobile, Laptop, Computers बेचते समय DATA को Permanentely Delete कैसे करे?

अक्सर लोगों को ये भरम होता है कि सिंपल File Delete या फिर Permanent Delete जो कि SHIFT +Delete के संयोजन से किया जाता हैं इससे File Permanent Delete हो जाती हैं जबकि ऐसा नहीं हैं वो फाइल लम्बे समय तक ऐसे एरिया में Preserve यानि save सुरक्षित हो जाती हैं जिसे कुछ सॉफ्टवेयर जिन्हे Data Recovery software कहा जाता हैं उनसे वापस पायी  जा सकती हैं। फिर भी आजकल कुछ ऐसे सॉफ्टवेयर हैं जिनकी सहायता से कुछ हद्द तक आपके Data को हमेशा के लिए Delete किया जा सकता हैं। पहले हम इस बात को समझेंगे कि फाइल Delete होने के बाद वो कहाँ जाती हैं।
वैसे यूजर को इस बात से अवगत होना जरुरी हैं कि जो सवेंदनशील Data वो डिलीट कर रहे हैं वो चंद सॉफ्टवेयर के द्वारा वापस पाया जा सकता हैं और और ये बहुत बड़ा खतरा है आपकी प्राइवेसी के लिए। ऐसे कई केस हुए हैं जब कोई अपने कंप्यूटर लैपटॉप और मोबाइल में Data डिलीट करके उसको बेच देता है और कई लोग Data रिकवरी से उनका डाटा रिकवर कर लेते हैं हो सकता हो उसमे यूजर की निजी तस्वीरें या वीडियो हो ऐसे में वो Data लीक होने की संभावना हो जाती हैं और फिर शुरू हो जाती हैं ब्लैकमेलिंग। ऐसे में आपको हमेशा सतर्कर्ता से Data को डिलीट करके ही किसी को ऐसी चीज़ें बेचनी चाहिए।
Data डिलीट होने के बाद जाता कहा हैं ?
Data डिलीट होने के बाद रीसायकल बिन में जाता हैं और फिर वहाँ से भी अगर आप डिलीट करेंगे तो भी वो Data आपके सिस्टम पर ही रहता हैं। डिलीट हुआ Data टुकड़ो में सिस्टम के ही फ़ोल्डर्स में सेव हो जाता हैं और समय दर समय डिलीट हुए Data से बदलता रहता हैं। ऑपरेटिंग सिस्टम डिलीट किये हुए Data को फाइल एलोकेशन टेबल की मदद से विभिन डायरेक्टरी में सेव कर देता है।
अब बात करेंगे की Data को परमानेंटली delete कैसे करे?
देखिये डिलीट हुए Data को परमानेंट डिलीट करने का एक ही तरीका हैं और वो हैं उसको Rewrite करके ही करा जा सकता हैं इसके लिए एक अच्छा सा टूल हैं वो मैं आपको बताने जा रहा हु।
इस सॉफ्टवेयर का नाम हैं इरेज़र जो कि Data को Multipal time write करता हैं और Data रिकवर होने की सम्भावना को शून्य कर देता हैं। ध्यान रहे इस सॉफ्टवेयर का प्रयोग करने पर आप Data को किसी भी हाल में रिकवर नहीं कर पाएंगे इसलिए सोच समझ कर ही डाटा को इरेस करे। ये Data को परमानेंटली डिलीट करने में थोड़ा समय लेता हैं। टूल फ्री हैं और आप चाहे तो इसका यूज करके देख सकते हैं।
डिलीट किया हुआ Data कैसे वापस पाए ?
ये तरीका तब काम आता हैं जब आप इरेज़र जैसे सॉफ्टवेयर यूज़ नहीं किया हो मतलब डिलीट किया हुआ Data इरेज़र सॉफ्टवेयर से नहीं किया गया हो। वैसे तो बाज़ार में बहुत सारे सॉफ्टवेयर हैं पर मैं यहाँ आपको सबसे बेस्ट बताने वाला हूँ जिसका रिकवरी रेश्यो 95%हैं
इमेज सोर्स :- lsoft technologies
इस सॉफ्टवेयर को यूज करना थोड़ा जेब ढीली कर सकता हैं फिर भी आप चाहे तो ट्रायल ले कर इससे इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें अपना पार्टीशन या डिस्क सेलेक्ट करके आप को सिर्फ लास्ट चांस का ऑप्शन दबाना हैं और अपनी फाइल का प्रकार सेलेक्ट करना हैं कि वो फाइल मूवी की थी या फिर फोटो या कुछ और। और फिर ये सॉफ्टवेयर फाइल रिकवरी करना शरू कर देता हैं।
इलेक्ट्रॉनिक सामान बेचते समय कुछ सावधानियाँँ
  1. अपने सामान को बेचने से पूर्व उसके डाटा को अच्छे से कहींं और सेव कर लेंं और फिर उसे परमानेंटली delete कर देंं। अगर आप मोबाइल में हैं तो आप रिकवरी मोड में जा कर क्लीन Data और cache ऑप्शन से दो या तीन बार करके Data को परमानेंटली रिमूव कर सकते हैं (ध्यान रहे पुलिस और फॉरेंसिक लैब एक्सपर्ट इस Data को वापस पाने में कामयाब हो सकते हैं क्योकि उनके पास बेहतर टूल और टेक्निशन्स होते हैं। अगर कोई पुलिस केस हैं तो ये तरीका काम नहीं करता हैं। )
  2. अगर आपका निजी Data सवेंदनशील हैं तो आप डबल श्योर हो सकते हैं रिकवरी करके देखिये सॉफ्टवेयर से कि वो Data वापस आता है या नहीं।
  3. वेबकेम और मोबाइल कमरे को निजी कार्य करते समय विपरीत डायरेक्शन में रखना चाहिए या फिर वेबकेम के कैमरे को ब्लैक टेप लगा देनी चाहिए।
  4. अपने Data को हमेशा बैकअप ले कर रखेंं। आप बैकअप पेन ड्राइव या फिर पोर्टेबल हार्ड ड्राइव में भी रख सकते हैं।
  5. ध्यान रहे आपका Data ऑनलाइन जा सकता हैं और अमूमन काफी केसेस में ये भी देखने को मिला हैं जिनका निजी Data ऑनलाइन डाला गया उनको ज़िंदगी भर इस बात का पता ही नहीं चला। ऐसे में सतर्कता ही बचाव हैं।
  6. आजकल कपल्स का नया फैशन चला हैं खुद की न्यूड फोटो और वीडियो को मोबाइल और कंप्यूटर लैपटॉप में रखने का ऐसे में वो खतरा खुद ही मोल लेते हैं। सिर्फ डिलीट भर से वो Data कभी डिलीट नहीं होता और किसी और के हाथ में जाने पर रिकवरी से वो Data वापस आ सकता हैं। ऐसे में खुद की और दूसरे की ज़िंदगी का भी ख्याल करे।

आधार कार्ड से कितनी सिम एक्टिव हैं पता लगाया जा सकता है


इसके लिए आपको आधार की वेबसाइट uidai पर जाना पड़ेगा
यहां आप माय आधार पर क्लिक करेंगे >
इसमें आपको आधार सर्विस में आपके आधार कार्ड संबंधित सारी जानकारिया उपलब्ध है।
यहां नीचे आपको मिलेगी आधार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री इसमें आपको आपने आधार कार्ड से ऑथेंटिकेशन के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी।
धन्यवाद
सभी चित्र गूगल इमेज से साभार
चित्रों का अधिकार मालिक के पास सुरक्षित है

मोबाइल टाइप सी केबल क्या हैं? माइक्रो यूएसबी केबल की जगह टाइप सी केबल क्यों?

समय बदलता है तो समस्याएं भी बदलती हैं, और समस्याएं बदलती हैं तो उनके solution भी बदलते हैं. एक समय ऐसा था कि हर मोबाइल कंपनी के अलग अलग चार्जर होते थे, जैसे नीचे चित्र मे देख सकते हैं..
उस समय डाटा ट्रांसफर के बजाय सिर्फ चार्जिंग को मुख्य अहमियत दी जाती थी, लेकिन जैसे जैसे समय बदला तो आवश्यकताएं भी बदली, nokia का बारीक़ पिन बेहद फेमस था परन्तु केवल चार्ज के लिए बाद मे माइक्रो usb ने सारी अन्य पिनो को चलन से बाहर कर दिया, कारण, फ़ास्ट चार्जिंग और तेज़ डाटा ट्रांसपोर्ट दोनों एक साथ मिलने लगे. आज भी बाजार मे माइक्रो usb पिन का उतना ही बोलबाला है.
आज जब हम 4g या 5g कि बात करते हैं तो हमें बहुत तेज़ डाटा ट्रांसफर करने वाली डिवाइस और वैसी ही एक्सेसरीज कि जरूरत पड़ेगी, तो सामने आया type C केबल, इसके कोई अलग फायदे नहीं हैं, बस ये समझ लीजिये कि माइक्रो usb 40 प्रतिशत एफिसिएंट हैं तो type C 80 प्रतिशत तक उससे आगे हैं.
पहले आप अलग अलग प्रकार के type के कनेक्टर के बारे me जान लीजिये.
चित्र मे आप type A, B, mini, micro आदि प्रकार के पिन और पोर्ट देख सकते हैं इनको अलग अलग कार्यों के लिए प्रयोग किया जाता हैं. जैसे type A और B मे एक्सेसरीज के हिसाब से हम usb 1.0 या 2.0 कह सकते हैं, ये काफ़ी कम डाटा ट्रांसफर के लिए प्रयोग कि जाती थी, विशेषतया पुराने कंप्यूटरों और गेमिंग कंसोल मे.
बाद मे इन्ही type A तथा B का उन्नत संस्करण को हम usb 3.1 कहते हैं जिनमे अधिक मात्रा मे डाटा ट्रांसफर हो जाता था, आज भी कई उपकरणों मे ये पोर्ट कॉमन हैं, लेकिन जैसा कि आप जानते हैं जैसे जैसे डिवाइसेस का आकर छोटा हो रहा हैं और दक्षताये बढ़ती जा रही हैं तो कुछ ही समय बाद सभी जगह type c कनेक्टर्स देखे जा सकेंगे. माना जाता हैं कि type c कनेक्शन, HDMI से भी अधिक सुविधाजनक और यूजर फ्रेंडली हैं, सबसे अच्छी खूबियों मे से एक ये हैं कि आप आंखे बंद करके भी इसे कनेक्ट कर सकते हो क्युकी इसमें उल्टा या सुल्टा लगने जैसी कोई समस्या नहीं हैं अँधेरे मे भी आप इसे किसी भी तरफ से अपनी डिवाइस मे लगा सकते हैं, साथ ही 4g या 5g जैसे नेटवर्क के लिएये सबसे बेहतर विकल्प हैं. ये 10 GBPS तक का डाटा और 110 वाट तक कि बिजली बेहद जल्दी आपके उपकरण मे पहुंचा सकता हैं. आजकल सभी फ़ास्ट चार्जर के सही यही केबल मिलता हैं.
इस बात से भी आप वाकिफ होने चाहिए कि बहुत कम समय बाद ये type c भी चलन से बाहर हो जायेंगे और भविष्य मे उस समय कि जरूरत के हिसाब से कोई नयी तकनीक सामने आएगी, जो 100 GBPS से अधिक डाटा ट्रांसफर करने के लिए बनी होंगी, क्यूंकि समय बदलता हैं तो आवश्यकताएं भी बदलती हैं.
धन्यवाद.

हमारा Email Id किन apps एवं websites में signup है


हमारा Email Id किन apps एवं websites में signup है

ये जानने के लिए
सबसे पहले अपने फोन की Settings में जाकर Google के option को तलाशें
अब Account Services पर Click करें
अब Connected apps पर क्लिक करें
अब आप देख सकते कि आपका Gmail Account किन Websites एवं Apps से Signup हैं
अब आप जिस बेवसाइट या ऐप से अपना अकाउंट डिस्कनेक्ट करना चाहते हैं उस पर क्लिक करें
एवं Disconnect करें
धन्यवाद

Google Play Service क्या है?

आपने अपने Android डिवाइस पर Google Play Services को देखा होगा। यह ऐप एंड्रॉइड किटकैट के दिनों से हमारे एंड्रॉइड डिवाइसों पर बैठा है। लेकिन यह ऐप ड्रॉअर में दिखाई नहीं देता है।
गूगल प्ले सर्विस इतने सारे परमिशन (बॉडी सेंसर, कैमरा, कैलेंडर,कांटेक्ट, लोकेशन, माइक्रोफोन, फोन, मैसेज, फ़ाइल) क्यों लेता है?
आपने सोचा होगा, "Google Play services का उपयोग क्या है" या "अगर मैं Google Play services को अनइंस्टॉल करता हूं तो क्या होगा?" यह एप्लिकेशन हमारे एंड्रॉइड डिवाइसों पर एक महान उद्देश्य पूरा करता है और कई अन्य ऐप्स को ठीक से काम कराने के लिए एक महत्वपूर्ण ऐप है।
सर्विस और एपीआई:
Google मैप्स एपीआई: यह एपीआई अन्य एप्लिकेशन को ऐप को छोड़े बिना Google मैप्स तक पहुंचने की अनुमति देता है। यदि आपने कैब बुक करने या किसी बुक होटल में नेविगेट करने के लिए ऐप का उपयोग किया है, तो आपने इस सेवा का उपयोग जरूर किया होगा।
लोकेशन एपीआई: लोकेशन एपीआई का उपयोग स्वचालित क्रियाओं को करने के लिए किया जा सकता है जब उपयोगकर्ता किसी विशिष्ट भौगोलिक सीमा में प्रवेश करता है या छोड़ता है।फ़्यूज्ड लोकेशन प्रोवाइडर का मतलब लोकेशन सेवाओं का उपयोग करते समय बैटरी का उपयोग कम करना है।
Google ड्राइव API: यदि आपके पास अपने डिवाइस पर Google ड्राइव इंस्टाल्ड है, तो अन्य एप्लिकेशन से फ़ाइलों को साझा करना और संग्रहीत करना इस एपीआई के साथ आसान हो जाता है।
Google Play Game Services: इन सेवाओं का उपयोग लीडरबोर्ड और उपलब्धियों के माध्यम से मल्टीप्लेयर गेमिंग सत्रों में एक अधिक प्रतिस्पर्धी और इमर्सिव अनुभव बनाने के लिए किया जाता है।इसके अलावा, सेव्ड गेम्स एपीआई यह सुनिश्चित करता है कि आप अपने गेम डेटा को सिंक और सेव करके गेम में अपनी प्रगति को न खोएं।
Google+ प्लेटफ़ॉर्म: आपके पास ऐसे ऐप्स आए होंगे जो आपको "साइन-इन Google+ के साथ" लॉगिन विकल्प प्रदान करते हैं। यह सेवा आपको कई ऐप पर एक से अधिक खातों तक पहुंचने के लिए एकल उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड का उपयोग करने की अनुमति देती है।
Google कास्ट एंड्रॉइड एपीआई: यह एंड्रॉइड एप्लिकेशन को Google कास्ट के माध्यम से अन्य उपकरणों पर सामग्री को स्क्रीन पर डालने की अनुमति देता है।
Google मोबाइल विज्ञापन: Google मोबाइल विज्ञापनों का उपयोग अनुप्रयोगों में विज्ञापनों को एकीकृत करने और स्थान या ब्राउज़िंग इतिहास के आधार पर बुद्धिमान विज्ञापन प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है।इस प्रकार हजारों ऐप डेवलपर अपने ऐप का मुद्रीकरण करते हैं।
कुछ अन्य ऐसी सेवाएं जो उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाती हैं:
गूगल वाॅलेट
गूगल प्ले प्रोटेक्ट
Google फ़िट API
Google खाता प्रमाणीकरण विधियाँ
#Google Play Services को इतनी अनुमतियों की आवश्यकता क्यों है?
यदि आप Google Play Services के लिए ऐप अनुमतियां देखते हैं, तो आप देखेंगे कि यह बॉडी सेंसर, कैलेंडर, कैमरा, कॉन्टैक्ट्स, माइक्रोफोन, फोन, एसएमएस और स्टोरेज को एक्सेस करने के लिए बहुत सारी परमिशन मांगता है।
इसे कई अनुमतियों की आवश्यकता है क्योंकि Play Services एक हब के रूप में कार्य करती है जहाँ अन्य ऐप्स Google द्वारा प्रदान की जाने वाली सुरक्षा सेवाओं पर निर्भर हैं।
Google Play Services में कई आंतरिक सुविधाएँ प्रदान करने के लिए सिस्टम-स्तरीय पहुँच है और अन्य ऐप्स से संवेदनशील जानकारी को छुपाता है। साथ ही, लगभग सभी Google ऐप Google Play Services का उपयोग करते हैं।
क्या Google Play Services आवश्यक है?
कई ऐप Google Play सेवाओं पर निर्भर करते हुए अतिरिक्त सुविधाओं के लिए Google API का उपयोग करते हैं। चूंकि Play Store के अधिकांश ऐप इन सेवाओं पर निर्भर करते हैं, Google Play Services को अक्षम या अनइंस्टॉल करने से उन ऐप्स के क्रैश होने का कारण हो सकता है। इसके अलावा, Google Apps काम नहीं करेगा।
Google Play Services को अनइंस्टॉल कैसे करें?
अब, आप शायद इसे अपने फोन से हटाने के बारे में सोच रहे हैं।फिर मैं आपको बता दूं कि Google ने ऐप की महत्वपूर्ण प्रकृति को देखते हुए आपको ऐसा बिल्कुल नहीं करने दिया है।
हालाँकि, यदि आप चाहें, तो आप Google Play Services को डिसेबल कर सकते हैं, जैसे आप अन्य ऐप्स को डिसेबल करते हैं।यदि आप अपने फोन से एप को हटाना चाहते हैं तो आप एंड्रॉइड रूटिंग का रास्ता अपना सकते हैं। या आप इसके बजाय Google-मुक्त डिवाइस पर स्विच कर सकते हैं।
क्या Google Play Services से डेटा साफ़ करना सुरक्षित है?
हालाँकि आप Google Play Services से डेटा और कैचे साफ़ कर सकते हैं, हम इसकी अनुशंसा नहीं करते हैं क्योंकि वे डेटा ऐप्स के कामकाज के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा, यह डेटा क्लीयर होने के बाद अपने आप जेनरेट हो जाएगा।
हालांकि, ऐसे उदाहरण हैं जब आपको ऐसा करना पड़ सकता है। एक आम समस्या यह है जब उपयोगकर्ताओं को आवर्ती संदेश का सामना करना पड़ता है "Google Play Services has stopped working." अपने डिवाइस को फिर से शुरू करना या Google Play Services से डेटा और कैचे साफ़ करना इस समस्या को हल कर सकता है।
मैं Google Play services का डेटा कैसे साफ़ करूँ?
Google Play services से डेटा और कैचे को हटाने के लिए आप इन सरल चरणों का पालन कर सकते हैं:
•सेटिंग्स> ऐप्स> Google Play services पर जाएं।
•स्टोरेज पर टैप करें
•Manage space पर टैप करें
• Clear all data पर टैप करें
  • पाॅप-अप में OK पर क्लिक करें
क्या मुझे Google Play services की आवश्यकता है?
हाँ। क्योंकि यह ऐप या एपीआई, जो भी आप इसे कहते हैं, आपके एंड्रॉइड डिवाइस के सुचारू संचालन के लिए आवश्यक है। हालाँकि इसमें उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस नहीं है, हमने देखा है कि Google Play Services आपके समग्र Android अनुभव को बढ़ाएगा।
इसके अलावा, यह ऑफ़लाइन खोजों को गति देने में सहायता करता है और अन्य ऐप्स के लिए मानचित्र और स्थान एक्सेस प्रदान करता है।इसके अलावा, यह आपके खाते के साथ एक अलग डिवाइस पर खेलने पर भी आपको अपनी प्रगति और उपलब्धियों को बनाए रखने की अनुमति देकर गेमिंग अनुभवों में सुधार करता है।

कितने खतरनाक होते है साइबर क्रिमिनल्स

Unauthorized access to any device can ruin you -
 कितने खतरनाक होते है साइबर क्रिमिनल्स


किसी भी व्यक्ति का आपका प्रॉपर्टी में अनधिकृत प्रवेश आपको बर्बाद कर सकता है। जैसे आपके फॅमिली में प्रवेश , घर में प्रवेश , जीवन में प्रवेश , ये unauthorized प्रवेश लाइफ में तबाही मचा सकते है . इन्हे तो लॉक ,पुलिस , सावधानी , से रोका जा सकता है।
लेकिन हम बात कर रहे है साइबर क्रिमिनल्स की आखिर ये कितने खतरनाक होते है और ये एक अटैक में कितना डैमेज पंहुचा सकते है। आप अपनी सीट बेल्ट बांध लीजिये। चौकाने वाले फैक्ट्स आपके सामने आएंगे .
  1. एक साइबर क्रिमिनल हैकर साइबर अपराधी मिनटों में वो कर सकता है जिसको शारीरिक रूप से करने में अपराधी को सालो का समय लगेगा .
  2. आपराधिक काम करने वाले हैकर को black hat hacker कहते है .इस पोस्ट में इन्हे हम इन्हे ब्लैक हैट हैकर और साइबर क्रिमिनल्स कहेंगे।
  3. एक ब्लैक हैट हैकर आपका फ़ोन , लैपटॉप , हैक कर करके बहुत कुछ कर सकता है . हैकर का आपके फ़ोन में अनधिकृत प्रवेश कितना खतरनाक साबित हो सकता है इसका अन्दाज़ा आपको इसी पोस्ट में पता लग जायेगा .
  1. जब टारगेट का फ़ोन हैक होता है तो पूरा का पूरा कण्ट्रोल हैकर के पास होता है .ऐसे में वो आपके फ़ोन में कुछ भी इनस्टॉल और अनइंस्टाल कर सकता है .pm,cm ,president को आपके ईमेल से जान से मरने की धमकी दे सकता है। और ये सब आपको कुछ जेल देगा। जांच बाद में होगी।
  2. उदाहरण के तौर पर ले लेते है - आपका फ़ोन हैक हो चूका है , ब्लैक हैट हैकर आपके फ़ोन में आपके में RAT (remote access tools) इनस्टॉल कर दिया है। मतलब बहुत दूर से फोन को चला सकता है। ऐसे में वो पे एक कीलॉगर इनस्टॉल कर देगा। आप क्या टाइप करते है ये सारी जानकारी उसको ईमेल पर पता चल जाएगी। अगर ऑनलाइन बैंकिंग कर कर रहे है आपका cvc code , pin , expiry date , card no. ये सब सेव हो जायेगा। और ब्लैक हैट हैकर के पास चला जायेगा। जिसका उपयोग करके करोड़ो रुपये मिनटों में बैंक से साफ़ कर सकता है . रिस्क बहुत कम है प्रॉफिट बहुत है . इसीलिए मैंने 1st पॉइंट में लिखा था साइबर क्रिमिनल्स मिनटों में कर सकते है।
  3. ये बात हो गई व्यक्तिगत हैकिंग की .अगर कोई संस्था हैक हो जाए तो परिणाम ये होंगे बैंक बैलेंस ० होगा सकता है
हैकर्स इंडियन बैंक से 1350 करोड़ रूपये 3 दिन में चुराए है
आप लिंक में डिटेल्स देख सकते है .
आपको हैकिंग से खतरे का अंदाज़ा हो गए होगा .
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ब्लैक हैट हैकर्स बदला लेने के लिए , पैसे के लिए हर एक संभावित तरीके का उपयोग करके ब्लैकमेल करते है आप की इंटरनेट पर क्या सर्च करते है , क्या देखते है , आपकी गैलरी फोटो , वीडियो , ऑडियो, ये सब हाईजैक कर ब्लैकमेल करते है .नीचे एक प्रूफ देख लीजिये
ब्लैक हैकर्स ने दीप्ति नवल से 3.9 lakh रूपये मांगे है न मिलने पर इंटरनेट हिस्ट्री को पब्लिक कर देंगे।
ये बिटकॉइन में मांगे जिससे उनको ट्रेस पकड़ा न जा सके। अब मैडम ने जरूर कुछ गलत सर्च किया होगा।
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अब बात करते सबसे भयानक त्रासदी की जिसने उन महान celebrity को मिनटों में बेज़्ज़ती का सामना करना पड़ा
[1] [2] ये सेलिब्रिटी क्लाउड स्टोरेज पर अपनी नग्न तस्वीर सेव किया था जिसके russian हैकर्स ने अपने निशाने पे लिए और 37 हस्तीओ की फोटो लीक कर दिए . इन सेलिब्रिटी के लिए बहुत शर्मनाक था। इनकी अपने देश में बहुत इज़्ज़त थी . जैसे
Jennifer Lawrence, Gabrielle Union ,Miley Cyrus और बहुत ल
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अब बात करते है कि हैकर क्या किसी को हैक करके मार सकता है सच में जब मैंने ये जाना था तो मेरे रोंगटे खड़े हो गए थे .
ब्लैक हैट हैकर कॉन्ट्रैक्ट किलिंग का भी काम करते है। जहाँ पर मेडिकल इंस्ट्रूमेंट को हैक करके
अपराध को अंजाम देते है।
ये iot का जमाना है मतलब इंटरनेट ऑफ़ थिंग . सबकुछ इंटरनेट से जुड़े हुआ आपकी फ्रिज , ac , कूलर , घर का लॉक , बेल्ट , फैन , लाइट , घर के लोग , रोबोट ,गन ,कार , बाइक, प्लेन ऐसी चीज़े जिनका नाम भी नहीं ले सकते। लोग इसे इस लिए कनेक्ट करते है मेरे घर के लोग कहाँ है हर एक स्टॉप की जिम्मेदारी उनके फ़ोन पर आती है फ्रिज कितने डिग्री सेल्सियस पर चल रही है , ये सब उनके फ़ोन पे है।
साइबर क्रिमनल्स कार , रोबोट , प्लेन को अपने कण्ट्रोल में करके एक बड़ा नर संघार कर सकते है।
अगर एक बार फ़ोन हैक हो जाता है ब्लैक हैकर जबतक उसका फुल use नहीं ले लेते तब तक उसे नहीं छोड़ता। बाद में यूज करने के लिए बैकडोर डाल देते है .
आपके फ़ोन के प्रोसेसर का use बिटकॉइन माइनिंग के लिए करते है जिससे वो पैसे कमाते है।
आपके फ़ोन का प्रोसेसर ज्यादा यूज होने से गर्म हो जाता है और जल्दी ख़राब हो जाता है .
किसी भी बड़े अपराध में आपके फ़ोन का यूज लेते है। ये आपकी सामजिक छवि ख़राब कर सकते है। आपके फेसबुक से कुछ आपत्तिजनक पोस्ट कर देना जिससे आपकी छवि खराब हो जाएगी .
हाल ही मै तुर्किश हैकर ने अमिताभ बच्चन का ट्वीटर अकाउंट हैक कर लिया और क्या लिखा आप ही देखे
ब्लैक हैकर्स कई बार सेलिब्रिटी का ट्विटर अकाउंट डिलीट कर देते है जिससे करोड़ो फोल्लोवेर्स एक मिनट में जीरो followers हो जाते है
america के donald trump को प्रेजिडेंट बनाने में रशियन हैकर्स का हाथ था उस इलेक्शन में 48 out of 50 states जीते थे।
अब तो ज्यादातर देशो के लोग हैकर hire करने लगे है पैसे दो कुछ भी हैक करवाओ ये अपने पार्टनर का फ़ोन , पुलिस रिकॉर्ड ,लोग हैक करवा रहे है
इंग्लिश क्वोरा पे भी ये ब्लैक हैकर प्रचार करते है मै आपको दिखता हूँ
ये ब्लैक हैट हैकिंग का पार्ट  है
इसके अलावा भी हैकर्स बहुत कुछ कर सकते है
फुटनोट
[2] Hackers blackmail Deepti Naval using internet browsing history, demand Rs 3.9 lakh in bitcoin

अपने मोबाइल के पैटर्न पासवर्ड को कैसे बायपास करें?

इस तरीके से आप बिना डाटा खोये एंड्राइड मोबाइल को अनलॉक कर सकते है
मिनटों में किसी भी Android लॉक स्क्रीन को बायपास करें
यह एंड्रॉइड लॉक स्क्रीन रिमूवल लॉक स्क्रीन को पैटर्न, पिन, पासवर्ड और फिंगरप्रिंट के साथ हटा सकता है।
सैमसंग / एलजी को अनलॉक करें
इस एंड्रॉइड लॉक स्क्रीन को हटाने के साथ, हम अधिकांश सैमसंग और एलजी फोन पर लॉक स्क्रीन को हटा सकते हैं। कुछ मॉडलों के लिए, Dr.Fone डेटा हानि के बिना उन्हें अनलॉक कर सकता है। यह सबसे अलग क्षमता है जो सभी प्रतियोगियों से अलग Dr.Fone सेट करती है।
सर्वप्रथम dr.fone को अपने पीसी में इनस्टॉल करे
फिर स्क्रीन अनलॉक को सेलेक्ट करे
अपने डिवाइस को USB से अपने कंप्यूटर में जोड़े
Android मॉडल विवरण का चयन करें।
फिर अपने मोबाइल को डाउनलोड मोड में लाये
फिर एंड्रॉइड फोन को डाउनलोड मोड में लाने के लिए प्रोग्राम के निर्देशों का पालन करें।
1.फोन को पावर ऑफ करें।
2.एक ही समय में वॉल्यूम डाउन + होम बटन + पावर बटन को दबाए रखें।
3.डाउनलोड मोड में प्रवेश करने के लिए वॉल्यूम अप दबाएं।
अपने डिवाइस को डाउनलोड मोड में लाने के बाद, यह रिकवरी पैकेज डाउनलोड करना शुरू कर देगा। बस पूरा होने तक इंतजार करें।
जब रिकवरी पैकेज डाउनलोडिंग पूरी हो जाए, तो "अभी हटाएं" पर क्लिक करें। यह प्रक्रिया आपके Android डिवाइस के किसी भी डेटा को नुकसान नहीं पहुंचाएगी।
एक बार पूरी प्रगति हो जाने के बाद,

आप किसी भी पासवर्ड को दर्ज किए बिना अपने एंड्रॉइड डिवाइस तक पहुंच सकते हैं

और डिवाइस पर अपने सभी डेटा को देख सकते हैं।

function disabled

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