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रविवार, 12 मार्च 2017

इस बार रंग लगाना तो.. ऐसा रंग लगाना


इस बार रंग लगाना तो.. ऐसा रंग लगाना.. के ताउम्र ना छूटे..
ना हिन्दू पहिचाना जाये ना मुसलमाँ.. ऐसा रंग लगाना..
लहू का रंग तो अन्दर ही रह जाता है.. जब तक पहचाना जाये सड़कों पे बह जाता है..
कोई बाहर का पक्का रंग लगाना..
के बस इंसां पहचाना जाये.. ना हिन्दू पहचाना जाये..
ना मुसलमाँ पहचाना जाये.. बस इंसां पहचाना जाये..
इस बार.. ऐसा रंग लगाना...

होली की उतनी शुभ कामनाएं जितनी मैंने और आपने मिलके भी ना बांटी हों...
आपको और आपके परिवारजन, मित्र एंव शुभचिंतकों को होली के पावन पर्व पर हार्दिक बधाई, होलिका दहन पर आपके समस्त संताप, व्याधि, और अभावों का दहन हो और आप के जीवन मे रंग बिरंगी खुशियों की भरमार हो! इन्ही आशाओं के साथ

आपका शुभेछु !!
Kailash chandra ladha



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होली का लोकप्रिय सूत्र वाक्य है - बुरा न मानो होली है।

होली का लोकप्रिय सूत्र वाक्य है - बुरा न मानो होली है। इस नारे की सार्थकता तभी है, जब हम दूसरों की भावनाओं का सम्मान कर एवं मर्यादाओं का ध्यान रखकर होली की परंपराओं को निभाएं। अन्यथा इस पर्व और संबंधों की मिठास, खटास में बदलने में देर नहीं लगती। अत: कुछ ऐसी बातें जिनको अपनाकर इस त्योहार पर रंग में भंग जैसी स्थिति बनने से बचा जा सकता है।

- रासायनिक पदार्थों से बने रंगों जैसे पेंट, वार्निश या अन्य रंगों के उपयोग से बचें। यह त्वचा और आंखों को बुरी तरह से प्रभावित करते हैं। इनके स्थान पर अबीर, गुलाल, टेसु के फूलों का रंग के रूप में उपयोग करें।

- कीचड़, मलबा या अन्य मलीन पदार्थों का उपयोग न करें।

- शराब, भांग या अन्य किसी प्रकार के नशे का सेवन कर होली न खेलें। क्योंकि यह त्योहार है होश में आने का न कि होश गंवाने का।

- होली की परंपरा नृत्य, गायन, वादन प्रधान है। किंतु अति उत्साह में इन गतिविधियों से किसी के साथ अशालीनता, अभद्रता और अपशब्दों के प्रयोग से सामाजिक, पारिवारिक संबंधों की मर्यादा का हनन न होने दें।

- गुब्बारों के प्रयोग से बचें। इनसे चेहरें या शरीर के अन्य कमजोर अंगों को हानि पहुंच सकती है।

- बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं के साथ होली खेलते समय उनके प्रति सम्मान और स्नेह के भाव रखें

होलिका दहन - 12 march 2017

💐 होली दहन 💐
( होली जलाने का दिन ) की तारीख़ : ” 12 मार्च , 2017 ” रविवार

होली जलाने का शुभ समय : ” शाम 6 : 23 से 8 : 23 “
*होली का पूजन – Holika Poojan*

होली पूजने की सामग्री – Holi pooja ki samagri

गोबर से बने बड़कूले , रोली , मौली , अक्षत , अगरबत्ती , फूलमाला , कच्चा सूत , गुड़ , साबुत हल्दी , मूंग-चावल , फूले , बताशे , गुलाल ,

नारियल , जल का लोटा , गेहूं की नई हरी बालियां , हरे चने का पौधा आदि।
बड़कूले ( भरभोलिए ) कितने होने चाहिए

होली से दस बारह दिन पहले शुभ दिन देखकर गोबर से सात बड़कूले ( Badkule ) बनाये जाते है। गोबर से बने बड़कूले को भरभोलिए

( bharbholiye ) भी कहा जाता है। पाँच बड़कूले छेद वाले बनाये जाते है ताकि उनको माला बनाने के लिए पिरोया जा सके।
दो बड़कूले बिना छेद वाले बनाये जाते है । इसके बाद गोबर से ही सूरज , चाँद , तारे , और अन्य खिलौने बनाये जाते है। पान , पाटा , चकला ,
एक जीभ , होला – होली बनाये जाते है। इन पर आटे , हल्दी , मेहंदी , गुलाल आदि से बिंदियां लगाकर सजाया जाता है। होलिका की आँखें
चिरमी या कोड़ी से बनाई जाती है। अंत में ढाल और तलवार बनाये जाते है।
बड़कूले से माला बनाई जाती है। माला में होलिका , खिलोंने , तलवार , ढाल आदि भी पिरोये जाते है। एक माला पितरों की , एक हनुमान जी
की , एक शीतला माता की और एक घर के लिए बनाई जाती है। बाजार से तैयार माला भी खरीद सकते है। यह पूजा में काम आती है।

💐पूजन करने का तरीका💐

पूजन करते समय आपका मुंह पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ होना चाहिए।

जल की बूंदों का छिड़काव आसपास तथा पूजा की थाली और खुद पर करें।
इसके पश्चात नरसिंह भगवान का स्मरण करते हुए उन्हें रोली , मौली , अक्षत , पुष्प अर्पित करें।
इसी प्रकार भक्त प्रह्लाद को स्मरण करते हुए उन्हें रोली , मौली , अक्षत , पुष्प अर्पित करें।
इसके पश्चात् होलिका को रोली , मौली , चावल अर्पित करें , पुष्प अर्पित करें , चावल मूंग का भोग लगाएं। बताशा , फूले आदि चढ़ाएं।
हल्दी , मेहंदी , गुलाल , नारियल और बड़कूले चढ़ाएं। हाथ जोड़कर होलिका से सुख समृद्धि की कामना करें। सूत के धागे से होलिका
के चारों ओर घूमते हुए तीन , पाँच या सात बार लपेट दें । जल का लोटा वहीं पूरा खाली कर दें।
इसके बाद होलीका दहन किया जाता है। पुरुषों के माथे पर तिलक लगाया जाता है। होली जलने पर रोली चावल चढ़ाकर सात बार अर्घ्य

देकर सात परिक्रमा करनी चाहिए । इसके बाद साथ लाये गए हरे गेहूं और चने होली की अग्नि में भून लें। होली की अग्नि थोड़ी सी अपने
साथ घर ले आएं। ये दोनों काम बड़ी सावधानी पूर्वक करने चाहिए। होली की अग्नि से अपने घर में धूप दिखाएँ। भूने हुए गेहूं और चने प्रसाद
के रूप में ग्रहण करें।

आपको और आपके परिवारजन, मित्र एंव शुभचिंतकों को होली के पावन पर्व पर हार्दिक बधाई, होलिका दहन पर आपके समस्त संताप, व्याधि, और अभावों का दहन हो और आप के जीवन मे रंग बिरंगी खुशियों की भरमार हो! इन्ही आशाओं के साथ
आपका शुभेछु !!
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सांवरिया
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आज का पंचांग व राशिफल

.       ।। 🕉 ।।
🚩   *सुप्रभातम्* 🚩
««« *आज का पंचांग* »»»
कलियुगाब्द..............5118
विक्रम संवत्.............2073
शक संवत्................1938
मास.....................फाल्गुन
पक्ष ..........................शुक्ल
तिथी.....................पूर्णिमा
रात्रि 08.23 पर्यंत पश्चात प्रतिपदा
तिथि स्वामी.............विश्वदेव
नित्यदेवी...............कामेश्वरी
रवि.....................उत्तरायण
सूर्योदय.........06.38.59 पर
सूर्यास्त.........06.35.19 पर
नक्षत्र...............पूर्वाफाल्गुनी
संध्या 05.41 पर्यंत पश्चात उत्तराफाल्गुनी
योग...........................शूल
रात्रि 02.53 पर्यंत पश्चात गंड
करण........................विष्टि
दुसरे दिन प्रातः 08.20 पर्यन्त पश्चात बव
ऋतु.........................बसंत
दिन.......................रविवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-
12 मार्च सन 2017 ईस्वी ।

☸ शुभ अंक............3
🔯 शुभ रंग...........लाल

👁‍🗨 *राहुकाल* :-
संध्या 05.02 से 06.31 तक ।

🚦 *दिशाशूल* :-
पश्चिमदिशा - यदि आवश्यक हो तो दलिया, घी या पान का सेवनकर यात्रा प्रारंभ करें।

✡ *चौघडिया* :-
प्रात: 08.10 से 09.39 तक चंचल
प्रात: 09.39 से 11.07 तक लाभ
प्रात: 11.07 से 12.36 तक अमृत
दोप. 02.05 से 03.33 तक शुभ
सायं 05.02 से 06.31 तक शुभ
रात्रि 08.02 से 09.33 तक अमृत
रात्रि 09.33 से 11.04 तक चंचल ।

🎶 *आज का मंत्रः*
।। ॐ शिरसे नम: ।।

 *संस्कृत सुभाषितानि* :-
*अष्टावक्र गीता - चतुर्थ अध्याय :-* 
आब्रह्मस्तंबपर्यन्ते
भूतग्रामे चतुर्विधे।
विज्ञस्यैव हि सामर्थ्य-
मिच्छानिच्छाविवर्जने॥४- ५॥
अर्थात :
ब्रह्मा से तृण तक, चारों प्रकार के प्राणियों में केवल आत्मज्ञानी ही इच्छा और अनिच्छा का परित्याग करने में समर्थ है॥५॥

🍃 *आरोग्यं* :-
*बरगद वृक्ष के अनुभूत औषधीय प्रयोग :-*

• तीन महीने तक अगर बरगद के दूध (लेटेक्स) की दो बूंद बताशे में डालकर खाई जाए तो पौरुष शक्ति बढ़ती है।

• बरगद की जड़ों में एंटीऑक्सीडेंट सबसे ज्यादा पाए जाते हैं। इसके इसी गुण के कारण वृद्धावस्था की ओर ले जाने वाले कारकों को दूर भगाया जा सकता है।

• ताजी जड़ों के सिरों को काटकर पानी में कुचला जाए और रस को चेहरे पर लेपित किया जाए तो चेहरे से झुर्रियां दूर हो जाती हैं।

• स्त्रियोँ मे ढीले स्तनो के लिए बरगद की जटाओं के बारीक रेशों को पीसकर लेप बनाया जाए और रोज सोते समय स्तनों पर मालिश करने से कुछ हफ्तों में स्तनों का ढीलापन दूर हो जाता है।

• लगभग 10 ग्राम बरगद की छाल, कत्था और 2 ग्राम काली मिर्च को बारीक पीसकर पाउडर बनाया जाए और मंजन किया जाए तो दांतों का हिलना, सडऩ, बदबू आदि दूर होकर दांत साफ और सफ़ेद होते हैं।प्रति दिन कम से कम दो बार इस चूर्ण से मंजन करना चाहिए।

⚜ *आज का राशिफल* :-

🐏 *राशि फलादेश मेष* :-
व्यय बढ़ने से कर्ज लेना पड़ सकता है। प्रतिष्ठा धूमिल हो सकती है। व्यापार धीमा चलेगा, जोखिम से दूर रहें। मितव्ययिता को ध्यान में रखें।
                           
🐂 *राशि फलादेश वृष* :-
पराक्रम से लाभ बढ़ेगा। श‍त्रु परास्त होंगे। निवेश से लाभ होगा। नौकरी-इंटरव्यू में मनमाफिक लाभ मिलेगा। यात्रा लाभ देगी। आलस्य से बचकर रहें।
                   
👫 *राशि फलादेश मिथुन* :-
संतान पक्ष की चिंता होगी। पराक्रम से लाभ होगा। शुभ ‍समाचार मिलेगा। व्यापार-निवेश लाभकारी रहेंगे। सुकर्मों के लाभकारी परिणाम मिलेंगे।
                             
🦀 *राशि फलादेश कर्क* :-
मातृपक्ष की चिंता होगी। शत्रु कष्ट देंगे। जोखिमभरे कार्य टालें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेंगे। अर्थ संबंधी कार्यों में सफलता से हर्ष होगा।
                           
🦁 *राशि फलादेश सिंह* :-
सुखद भविष्य का स्वप्न साकार होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभ देंगे। जोखिमभरे कार्य सावधानी से करें। शरीर अस्वस्थ रहेगा। शत्रु शांत रहेंगे।
       
👩🏻  *राशि फलादेश कन्या* :-
नेत्र रोग से परेशानी होगी। रुका हुआ धन वापस आएगा। यात्रा से लाभ होगा। कीमती वस्तु चोरी या गुम हो सकती है। विचारों से सकारात्मकता बढ़ेगी।
                          
⚖ *राशि फलादेश तुला* :-
मान-सम्मान बढ़ेगा। नई योजनाएं लाभकारी होंगी। व्यापार निवेश से लाभ होगा। जोखिमभरे कार्य न करें। शत्रु शांत रहेंगे। दुस्साहस न करें।
                   
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक* :-
पुराना रोग कष्ट देगा। धार्मिक यात्रा पर व्यय होगा। राजकीय कार्य पूर्ण होंगे। शत्रु शांत रहेंगे। निवेश लाभ होगा। व्यापार में इच्छित लाभ होगा।
                              
🏹 *राशि फलादेश धनु* :-
जोखिमभरे कार्य न करें। विवाद से बचें। व्यापार ठीक चलेगा। शत्रु शांत रहेंगे। यात्रा लाभकारी रहेगी। अच्छे लोगों से भेंट होगी जो हितचिंतक रहेंगे।
                      
🐊 *राशि फलादेश मकर* :-
जीवनसाथी से प्रसन्नता मिलेगी। राज्य का सहयोग मिलेगा। शत्रु शांत रहेंगे। व्यापार ठीक चलेगा। हानि से बचें। योजनाएं फलीभूत होंगी।
                    
🏺 *राशि फलादेश कुंभ* :-
यात्रा में हानि-दुर्घटना संभव है। संपत्ति के कार्य लाभकारी रहेंगे। व्यापार निवेश से लाभ होगा। शत्रु सक्रिय रहेंगे। नौकरी में पदोन्नति के योग हैं।
             
🐳 *राशि फलादेश मीन* :-
बुद्धि से कार्य लाभ देंगे। पिकनिक-पार्टी का आनंद मिलेगा। व्यापार निवेश, नौकरी से लाभ होगा। शत्रु शांत रहेंगे। परिवार की मदद मिलेगी।
                   
☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।

।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩

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