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मंगलवार, 26 जुलाई 2022

यह कैसे हो सकता है कि "शिवस्वरूप भगवान शंकर बाबा अमरनाथ" के रूप मे हमारे पास हो और "शक्तिस्वरूपा भगवती माँ शारदा बार्डर के उस पार पीओके मे हो?

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कल क्या कहा जान लीजिए....!




उन्होंने कहा....यह कैसे हो सकता है कि "शिवस्वरूप भगवान शंकर बाबा अमरनाथ" के रूप मे हमारे पास हो और "शक्तिस्वरूपा भगवती माँ शारदा बार्डर के उस पार पीओके मे हो?"

हमने 370 यूं ही नही हटाई "मां शारदा को बाबा अमरनाथ के करीब लाने का वायदा" हमने इस देश की जनता से किया है..
"शक्तिपीठ माँ शारदा और मार्तंड तीर्थ" कश्मीर की नही पूरे देश की आत्मा है..
कश्मीर की धरती पर "पीओके स्थित मां शारदा पीठ को लाने का एलान" क्या यूं ही कर दिया रक्षामंत्री ने?

हम ऐसा नही मानते..!!

याद कीजिए 370 हटाते हुए मोटा भाई संसद मे दहाडते हुए कहा था "पीओके हमारा है,माँ शारदा हमारी है और एक दिन हम पीओके लेकर रहेंगे" 

तो क्या कश्मीर की धरती पर "शारदा पीठ लेने की ललकार पाकिस्तान को बड़ी धमकी है?"

क्या मोदी 2 के आखिरी बर्षो का तयशुदा ऐजेंडा है?

राजनाथ सिंह का कद मोदी मंत्रिमंडल मे मोदी के बाद दूसरा है..

तो जाहिर है माँ शारदा और बाबा अमरनाथ को जोड़ने की बात उन्होंने यूं ही नही कह दी?

माना जा सकता है कि अगले आम चुनाव से पहले भारत सरकार कश्मीर वापस लेने का यह ऐजेंडा भी पूरा कर लेना चाहती हो..यह सबको पता है कि इस देश मे यह काम केवल मोदी के जमाने मे ही संभव है....................मोदी के मुकाबले विपक्ष के जितने नेता अगला पीएम बनने का ख्वाब देख रहे है उनमें से किसी मे भी ऐसा माद्दा नही है जो पीओके ले सके............आजादी के बाद लोगो ने आधा कश्मीर पाकिस्तान को कब्जाने तो दिया परन्तु उसे वापस लाने की बात किसी ने नही की..
पीओके की बात तो दूर किसी ने 370 जैसी अमानवीय और असंवैधानिक धारा को हटाने का ख्वाब तक नही देखा..कश्मीर के हिन्दूओं के 50 हजार मंदिर आजाद भारत मे तोडे गए इन्हे आक्रांताओं ने नही हमारे अपने देश के कश्मीरी आतंकियों ने तोडा......................राजनाथ सिंह यदि "शारदापीठ यानि शक्ति को अमरनाथ यानि शिव से जोडने की बात श्रावण मास मे कर रहे है"तो अर्थ
समझिए, सब जानते है कि कांवड यात्रा चल रही है हरिद्वार से ही अब तक लाखों करोड़ो कांवडियें देश के विभिन्न राज्यों की ओर निकल पड़े है..
"कल्पना किजिए अगली कांवड़ यात्रा का जलाभिषेक यदि कश्मीर के शिवालयों मे हो जाय तो?"

वैसे यह एक महज भाव है, योजना नही..हम जानते है कि दुनियां की सबसे बहादुर फौजों मे से एक हमारी फौजें पीओके लेने मे पूरी तरह सक्षम है"

यह आप भी जानते है कि पीओके उसी तरह वापस आयेगा जिस तरह बंग्लादेश बनाया गया था..........
.........अब सावन के महीने मे यदि शिवभक्ति की बात चल ही पड़ी है तो यकीन मानिए,जल्द ही अंजाम तक पहुंचेगी भी,शायद बहुत जल्दी ही..संघ से भी सांकेत आ चुका है...कुछ तो अंदखाने मे चल रहा है....कल कारगिल विजय दिवस भी है!

बहरहाल देश के 100 करोड़ लोगो का स्वप्न कभी तो पूरा होना ही है..
"भगवान भोलेनाथ एक दिन यह भी जरूर पूरा करायेंगे" 

जय माँ शारदे...जय बाबा बर्फानी🙏🙏🙏
(साभार ट्विटर)

#वंदेमातरम्

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