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शनिवार, 23 नवंबर 2024

घुटनों का दर्द, घुटनों के दर्द का कारण :

*घुटनों का दर्द*

घुटनों के दर्द का कारण :
घुटनों में दर्द होना एक सामान्य परेसानी है, जो किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है। कई बार घुटनों में दर्द किसी चोट लगने के कारण भी होने लगता है, जैसे लिगामेंट का टूटना या कार्टिलेज का फटना इनके अलावा घुटनों में दर्द अन्य कई रोगों के कारण भी होता है, जैसे गठिया (Arthritis), गाउट (Gout) और संक्रमण आदि।

घुटने के रोग से पीड़ित रोगी करे इन चीजों से परहेज :
• इस रोग से पीड़त रोगी को कभी भी किसी प्रकार की खटाई, अचार, छाछ, दही, टमाटर तथा पेट में वायु बनाने वाले पदार्थो को नहीं खाना चाहिए।
• इस रोग से पीड़ित रोगी को दालों का सेवन नहीं करना चाहिए।
• घुटने के दर्द से पीड़ित रोगी को मैदे व बेसन से बनी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
• घुटने के दर्द से पीड़ित रोगी को तली-भुनी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
• इस रोग से पीड़ित रोगी को ठंडे पदार्थों जैसे- कोल्डड्रिंक, आइसक्रीम, बर्फ का पानी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।

1)लहसुन : 
• इस रोग को ठीक करने के लिए प्रतिदिन 4 से 5 लहसुन की कलियां पानी के साथ निगलने से घुटने का दर्द कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है।
• अगर आपके घुटनों में दर्द की समस्या रहती है तो इसके लिए नियमित रूप से 1 गिलास दूध में 3-4 लहसून की कलियां डालकर उबाल कर पिए|इसे पीने से दर्द को राहत मिलती है
2)आक : घुटने के दर्द को ठीक करने के लिए सबसे पहले दर्द वाले स्थान पर तेल लगा लें। फिर इसके बाद आक के पत्तों को गर्म करके उस स्थान पर रखें और इसके ऊपर से रुई रखकर लाल कपड़े की पट्टी बांध लें। इससे कुछ ही दिनों में घुटनों में दर्द का रोग ठीक हो जाता है।
3) सोंठ : घुटने के दर्द को ठीक करने के लिए 5 ग्राम सोंठ, 50 ग्राम काला नमक तथा 100 ग्राम अजवाइन को एक सूखी कड़ाही में डालकर इसे भूने और फिर इसे गर्म-गर्म ही एक रूमाल में बांध लें। इसके बाद इससें घुटने पर सिंकाई करें। इससे कुछ ही समय में घुटने का दर्द ठीक हो जाता है।
4)निर्गुण्डी : 
• निर्गुण्डी के पत्तों का 10 से 40 मि.ली. रस लेने से अथवा सेंकी हुई मेथी का कपड़छन चूर्ण तीन ग्राम, सुबह-शाम पानी के साथ लेने से वात रोग में लाभ होता है। यह मेथीवाला प्रयोग घुटने के वातरोग में भी लाभदायक है। साथ में वज्रासन करें।
• घुटने के दर्द को ठीक करने के लिए निर्गुण्डी के ताजे 7-8 पत्तों को कुचलकर मिट्टी के घड़े में डालकर ढक्कन लगाकर गर्म कर लें। इसके कुछ देर बाद मिट्टी के घड़े को आग पर से उतार लें और पत्ते को हल्का ठंडा करके घुटने पर उस जगह लगायें, जिस जगह पर दर्द हो रहा हो। इसके बाद ऊपर से कपड़े की पट्टी बांधें और इस पट्टी को दिन में दो बार बदलें। इस प्रकार से कुछ दिनों तक उपचार करने से घुटने का दर्द ठीक हो जाता है।
5) नीम : घुटने के दर्द को प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार करने के लिए लगभग दो लीटर पानी में थोड़ी-सी नीम की पत्तियां, मेथीदाना, थोड़ी सी अजवाइन और आधा चम्मच नमक डालकर उबाल लें और जब यह गर्म हो जाए तो इसको हल्का सा ठंडा करके इस पानी में कपड़े के दो छोटे टुकड़े डाल दें और फिर इस कपड़े के टुकड़े को निकालकर, इससे घुटने पर सिंकाई करे। इसके फलस्वरूप घुटने का दर्द जल्दी ही ठीक हो जाता है।
• घुटने के दर्द को ठीक करने के लिए थोड़े से अरण्डी के पत्तों को पीस लें। फिर थोड़ा से कपूर और थोड़े से सरसों के तेल को इसके साथ मिलाकर कर घुटने के ऊपर लेप करें और फिर इसके ऊपर से कपड़े की पट्टी बांध लें। इसके बाद इसके ऊपर से गर्म सिंकाई करें जिसके फलस्वरूप घुटने का दर्द ठीक हो जाता है।
6) मेथीदाना : घुटने के दर्द को ठीक करने के लिए मेथीदाना को बारीक पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को सुबह ताजे जल के साथ एक चम्मच लेने से बहुत अधिक लाभ मिलता है।
7)अखरोट :सुबह के समय में खाली पेट 4 से 5 अखरोट की गिरियां अच्छी तरह से चबाकर खाने से कुछ ही दिनों में घुटने का दर्द ठीक हो जाता है।
8)नारियल : इस रोग को ठीक करने के लिए प्रतिदिन नारियल की गिरी का एक टुकड़ा खाना चाहिए तथा यदि ताजा नारियल न मिले तो सूखे नारियल की गिरी खानी चाहिए।
9)खजूर: रात को सोते समय 100 ग्राम खजूर को एक गिलास पानी में भिगोने के लिए रख दें। सुबह के समय जब उठे तो इसे चबाकर खा जाएं। प्रतिदिन कुछ दिनों तक ऐसा करने से घुटने का दर्द ठीक हो जाता है।

10)आंवला : 20 ग्राम सूखे आंवले का चूर्ण, 10 ग्राम सोंठ, 10 ग्राम अजवाइन, 5 ग्राम काले नमक को एक साथ लेकर पीस लें। इस चूर्ण को रात को सोते समय आधा चम्मच सेवन करें। इससे यह रोग कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है।
11)हरड़ : 100 ग्राम छोटी हरड़ को कूट-पीसकर छान लें। रात को सोते समय इसके 5 ग्राम चूर्ण को दूध या गुनगुने पानी के साथ लें। इसका सेवन कुछ दिनों तक लगातार करने से घुटने का दर्द ठीक हो जाता है।
12)सूर्य किरण: घुटने के दर्द से पीड़ित रोगी को सूर्य की किरणों में बैठकर घुटने की मालिश करनी चाहिए जिसके फलस्वरूप घुटने का दर्द ठीक हो जाता है।
13) घुटने के दर्द के लिए योग 
★ घुटने का दर्द ठीक करने के लिए सीधे कमर के बाल लेटें, अक्सर घुटनों को मोडते हुए साइकल की तरह चलाएँ|
★ घुटनों को बिना मोड़ें पाँव ऊपर नीचे २० बार करें|
★ घुटनों को मोड़ते हुए वज्रासन करें व नीचे गरम तकिया रखें| यह आसन ५ मिनिट तक करें|
★ पेट के बाल लेटकर पैरों को मोड़ें ओर दोनो हाथों से एडियो को पकड़ें|

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विवाह संस्कार को एक त्योंहार की तरह मनाए न कि इवेंट की तरह

https://youtu.be/VeoiEqdkKAk?si=V8eVfisbgwO5UsOT

आजकल के विवाह की परंपरा एक इवेंट के रूप में सेलिब्रेट करने लगे है 
जबकि विवाह एक परंपरा है एक त्योंहार है जो जीवन में एक बार आता है 
लोग विवाह में अपनी उपस्थिति दिखाने भी जाते है और आशीर्वाद देने भी 
विवाह को इवेंट मैनेजर द्वारा प्लान किया जाने लगा है जबकि विवाह एक संस्कार है ये होटलों में करने की बजाय घर पर किया जाना चाहिए

आप को अपने पूरे परिवार की सभी पीढी के सदस्यों को एकत्र करना हो और आप बुलाएंगे तो सभी आए ये जरूरी नहीं 
पर जब आप उन्हें विवाह के उपलक्ष्य में निमंत्रित करेंगे तो सभी आयेंगे 

जब विवाह में आने वाले सभी वर वधु को एक सा आशीर्वाद देते है तो उनके सीखें या बधाई में अंतर क्यों रखते है 


विवाह की रस्मों को मुहूर्त के अनुसार ही किया जाना चाहिए 
जबकि आजकल  इवेंट मैनेजमेंट की नौटंकियों के चक्कर में सारे मुहूर्त के बिना ही हो रहे है 
विवाह में वर व वधु को आशीर्वाद देने सभी अतिथि उपस्थित होते है इसके बाद वैवाहिक जीवन की शुरुआत उत्सुकता उल्लास और शर्म लिहाज के साथ शुरू होती है 
जबकि pre-wedding की नौटंकी में वर वधु पहले से ही विवाह के पूर्व प्री वेडिंग डेस्टिनेशन पर एक दूसरे के साथ फोटो खिंचवाने के चक्कर में परंपराओं की धज्जियां उड़ा रहे है 


ओर भी बहुत कुछ है विवाह संस्कार में जो साउथ की इस फिल्म श्रीनिवास कल्याणम में दिखाया है 

कृपया समय निकाल कर ये फिल्म भी देखें और 
विवाह संस्कार को एक त्योंहार की तरह मनाए न कि इवेंट की तरह

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