पालक
पोषक तत्वों से भरपूर है। इसमें मौजूद कैल्शियम और हरित तत्व हड्डियों को
मजबूती प्रदान करते हैं। पालक में पाए जाने वाले विटामिन ए और सी, रेशे,
फोलिक एसिड और मैग्नीशियम कैंसर से लड़ने में मदद करते है, जिसमें कोलन,
फेफड़े में होने वाला कैंसर और स्तन कैंसर प्रमुख है। पालक हृदय संबंधी
बीमारियों से लड़ने में भी मददगार होता है। इसके नियमित सेवन से बुजुर्गो
की कमजोर होती याददाश्त भी मजबूत होती है।
भोजन में कैसे बढ़ाएं पालक की मात्रा:
पालक को महीन काटकर सलाद के साथ खाएं
कटे हुए पालक को अपने पसंदीदा सूप में डालकर खाएं
पालक और लहसुन की भुजिया बनाकर खाएं। यह काफी स्वादिष्ट होती है
पालक को ब्रेड के सैंडविच में भी लगाकर खाया जा सकता है
पालक में मौजूद कैलोरी : पालक एक ऐसी सब्जी है जिसे वजन घटाने के इच्छुक लोग भी बेफिक्र होकर खा सकते हैं। इसमें कैलोरी कम और पोषक पदार्थो की मात्रा अधिक होती है। पालक में प्रोटीन के प्रचुर मात्रा में पाए जाने के अलावा इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है।
पालक में पाए जाने वाले पोषक तत्व : इसमें मौजूद फ्लेवोनोइड्स एंटीआक्सीडेंट का काम करते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करने के अलावा हृदय संबंधी बीमारियों से लड़ने में भी मददगार होता है। प्रतिदिन सलाद में इसके सेवन से पाचनतंत्र मजबूत होता है। इसमें पाया जाने वाला बीटा कैरोटिन और विटामिन सी डीएनए का क्षय होने से बचाता है। ये शरीर के जोड़ों में होने वाली बीमारी जैसे आर्थराइटिस, ओस्टियोपोरोसिस की भी संभावना को घटाता है।
भोजन में कैसे बढ़ाएं पालक की मात्रा:
पालक को महीन काटकर सलाद के साथ खाएं
कटे हुए पालक को अपने पसंदीदा सूप में डालकर खाएं
पालक और लहसुन की भुजिया बनाकर खाएं। यह काफी स्वादिष्ट होती है
पालक को ब्रेड के सैंडविच में भी लगाकर खाया जा सकता है
पालक में मौजूद कैलोरी : पालक एक ऐसी सब्जी है जिसे वजन घटाने के इच्छुक लोग भी बेफिक्र होकर खा सकते हैं। इसमें कैलोरी कम और पोषक पदार्थो की मात्रा अधिक होती है। पालक में प्रोटीन के प्रचुर मात्रा में पाए जाने के अलावा इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है।
पालक में पाए जाने वाले पोषक तत्व : इसमें मौजूद फ्लेवोनोइड्स एंटीआक्सीडेंट का काम करते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करने के अलावा हृदय संबंधी बीमारियों से लड़ने में भी मददगार होता है। प्रतिदिन सलाद में इसके सेवन से पाचनतंत्र मजबूत होता है। इसमें पाया जाने वाला बीटा कैरोटिन और विटामिन सी डीएनए का क्षय होने से बचाता है। ये शरीर के जोड़ों में होने वाली बीमारी जैसे आर्थराइटिस, ओस्टियोपोरोसिस की भी संभावना को घटाता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी करें
टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.