यह ब्लॉग खोजें

शुक्रवार, 4 मार्च 2011

देना है तो दीजिये जनम जनम का साथ

मेरे सर पर रखदो ठाकुर,  मेरे सर पर रखदो ठाकुर
अपने ये दोनों हाथ, देना है तो दीजिये जनम जनम का साथ
देना है तो दीजिये जनम जनम का साथ

सुना हैं अपने भक्तों को तो तुम अपने गले लगते हो
एसा हमने क्या माँगा जो देने से कतराते हो
मेरे जीवन में अब करदो, मेरे जीवन में अब करदो, तुम कृपा की बरसात
देना है तो दीजिये जनम जनम का साथ,  देना है तो दीजिये जनम जनम का साथ.



पिछले जनम में सेवा देकर तुमने बड़ा एहसान किया
तुम्ही हो राम तुम्ही हो कृष्णा हमने तुम्हे पहचान लिया
चाहे दूर रहो बनवारी चाहे दूर रहो बनवारी पर होती रहे मुलाकात
देना है तो दीजिये जनम जनम का साथ , देना है तो दीजिये जनम जनम का साथ

देने वाले गिरधारी से धन और दौलत क्या मांगूं

मांगूं तो बनवारी से गाडी बंगला क्या मांगू,
मेरे जीवन में अब करदो मेरे जीवन में अब करदो  तुम करूणा की बरसात
देना है तो दीजिये जनम जनम का साथ , देना है तो दीजिये जनम जनम का साथ


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी करें

टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.

function disabled

Old Post from Sanwariya