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रविवार, 29 मार्च 2020

घर पर रहते हुए 21 दिन lockdown में कुछ अच्छे प्रयोग किए जा सकते हैं #corona by master kunj ladha

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2878962315523764&id=606947786058573  

6 year little child of 2nd class

link open karke pura video dekhw
iska manobal badhaye like and comment kare
#corona


Hi. My name is kunj maheshwari. from  stepping stones secondary school Jodhpur Class 2nd 



 Look at my video of good habits that should be practiced amid the #COVID-19 pandemic. Do yoga, exercise, learn piano, sing, play indoor games during these quarantine days like i am doing in the video.

dont go outside 

make social distances 

wash your hands 

apply mask on your face 

spread this message to everybody


like share and comment 

thanks 

regards 


मेरे प्यारे भारतवासियों नमस्कार

 मेरा नाम कुंज माहेश्वरी है 

मैं  stepping stones secondary school, Jodhpur की कक्षा 2nd मैं पढ़ता हूं


जैसा कि आप सभी जानते हैं पूरे भारत में कोरोनावायरस बहुत तेजी से फैल रहा है इसको रोकने के लिए 21 दिन के lockdown में सभी को घर से बाहर नहीं निकलना है एवं घर पर रहते हुए 21 दिन में कुछ अच्छे प्रयोग किए जा सकते हैं जैसे मैं घर पर रहकर सुबह जल्दी उठकर योगा सीख रहा हूं सूर्य नमस्कार करता हूं छत पर रहकर साइकिल सीख रहा हूं पियानो सीख रहा हूं कंप्यूटर सीख रहा हूं इंडोर गेम्स सीख रहा हूं 

आप भी इस प्रकार की एक्टिविटी करते हुए कोरोनावायरस को फैलने से बचाने के लिए घर पर रहे 

एवं समय-समय पर साबुन से हाथ धोए 

मास्क लगाएं सोशल डिस्टेंस रखें 

घर से बाहर ना निकले 

दूसरों को भी इस बारे में बताएं इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें लाइक और कमेंट करें


#CORONA

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गुरुवार, 26 मार्च 2020

देश जल्द ही अपने नए मास्टर.. चीन के गुलाम हो जाएंगे

क्या ख़ूब खेला ... चीन

SCENE I 
पर्दा खुलता है: चीन बीमार हो जाता है, एक "संकट" में प्रवेश करता है और अपने व्यापार को पंगु बना देता है। पर्दा बंद हो जाता है। 

SCENE II  
पर्दा खुलता है: चीनी मुद्रा का अवमूल्यन होता है। वे कुछ नहीं करते। पर्दा बंद हो जाता है। 

SCENE III 
" पर्दा खुलता है :: यूरोप और अमरीका की कंपनियों के व्यापार में कमी के कारण जो चीन में स्थित हैं, उनके शेयरों में उनके मूल्य का 40% हिस्सा है।  

SCENE IV। 
पर्दा खोलता है :: दुनिया बीमार है, चीन यूरोप और अमेरिका में कंपनियों के 30% शेयर बहुत कम कीमत पर खरीदता है। पर्दा बंद हो जाता है। 

SCENE V. 
पर्दा खोलता है: चीन इस बीमारी को नियंत्रित करता है और और अब जिन यूरोप और अमेरिका में स्थित कंपनियों का मालिक चीन है उनके लिये वह तय करता है कि ये कंपनियां चीन में रहेंगी और यकायक चीन 20,000 बिलियन $ कमा लेता है । पर्दा बंद हो जाता है। 
कैसा रहा अब तक का खेल?


SCENE VI:  

शह और मात!   

फिर से देखना लेकिन सच है 
कल और आज के बीच दो वीडियो वाइरल हुए हैं, जिनसे मुझे कुछ संदेह हुआ, लेकिन इसके लिए कोई ठोस आधार नहीं था। यह सिर्फ मेरी अटकल थी, किन्तु अब मुझे विश्वास है कि कोरोनोवायरस का जानबूझकर स्वयं चीन द्वारा प्रचारित किया गया था। वो तो पहले से ही  तैयार थे। 
कोरोना का रोल शुरू होने के तीन हफ्ते बाद, 14 दिन में 12,000 बिस्तर वाले अस्पताल का निर्माण कर लिया। 

बहुत बढ़िया। 

कल उन्होंने घोषणा की कि उन्होंने महामारी को रोक दिया है। वे जश्न मनाते हुए वीडियो में दिखाई देते हैं, वे घोषणा करते हैं कि उनके पास एक टीका भी है। किसी भी वाइरस की सभी आनुवंशिक जानकारी के बिना वे इसे इतनी जल्दी कैसे बना सकते हैं? 
वैसे अगर आप ही “सूत्र” के जनक हैं तो यह बिल्कुल मुश्किल नहीं है।  

और आज मैंने एक वीडियो देखा जो बताता है कि कैसे डेन जिओ पिंग ने पश्चिम को एक लोलीपोप दिया। कोरोनावायरस के कारण, चीन में पश्चिमी कंपनियों की कार्रवाई नाटकीय रूप से गिर गई। चीन ने उनको तब ख़रीदा जब वे काफी नीचे चले गई। 
अब चीन, अमेरिका और यूरोप द्वारा बनाई गई चीन में इन एक्सचेंजों और उनकी पूंजी द्वारा चीन के हाथों में पारित की गई सभी प्रौद्योगिकी के साथ बनाया गया है, उनका मालिक अब चीन है  जो अब सभी तकनीकी क्षमता के साथ बढ़ रहा है और कीमतों को निर्धारित करने में सक्षम होगा तथा पश्चिम को अपनी जरूरत की हर चीज के लिये चीन की और देखना पड़ेगा ।  

हेलो क्या हाल है?  

इसमें से कोई भी संयोग से नहीं हो सकता था। चीन क्या परवाह करता है कि उसके कुछ बूढ़े मर गए? या कम उम्र के लोगों को भुगतान करने के लिए पेंशन देनी पड़ेगी,  उसकी लूट बहुत बड़ी है, बहुत बड़ी ...। और अब जबकि पूरा पश्चिम आर्थिक रूप से पराजित है, संकट में और बीमारी से स्तब्ध। और उसे नही पता  आगे क्या करना है 

एक उत्कृष्ट पैशाचिक घटना जो कम्युनिस्ट ही कर सकते है,  | नई व पुरानी कंपनियो को जोड़कर, अब चीन 1.18 ट्रिलियन होल्डिंग वाले जापान को पीछे छोड कर अमेरिकी खजाने के सबसे बड़े मालिक हैं। 

एक संभावित सादृश्य...   


कैसे सम्भव हैं कि रूस और उत्तर कोरिया में COVID 19 की घटनायें बहुत ही कम है लगभग शून्य घटनायें ...
क्या इसलिए कि वे चीन के कट्टर सहयोगी हैं दूसरी ओर संयुक्त राज्य अमेरिका / दक्षिण कोरिया / यूनाइटेड किंगडम / फ्रांस / इटली / स्पेन और एशिया गंभीर रूप से प्रभावित हैं, कैसे? 
अच्छा वुहान अचानक घातक वायरस से कैसे मुक्त हो गया चीन का कहना है कि उनके द्वारा उठाए गए कठोर शुरुआती उपाय बहुत कठोर थे और वुहान को अन्य क्षेत्रों में फैलाने के लिए बंद कर दिया गया था बीजिंग क्यों नही संक्रमित हुआ ? केवल वुहान ही क्यों? यह विचार करना दिलचस्प है .. ? 

खैर .. वुहान अब व्यापार के लिए खुला है। 


COVID 19 को व्यापार युद्ध में यूएसए द्वारा चीन की बांह मोड़ने की पृष्ठभूमि में देखा जाना चाहिए अमेरिका और उपर्युक्त सभी देश आर्थिक रूप से अब तबाह हैं जल्द ही अमेरिकी अर्थव्यवस्था चीन की योजना के अनुसार ढह जाएगी। चीन जानता है कि वह अमेरिका को सैन्य रूप से नहीं हरा सकता क्योंकि अमरीका वर्तमान में दुनिया में सबसे शक्तिशाली देश है। तो वायरस का उपयोग करें ... अर्थव्यवस्था को पंगु बनाने के लिए और राष्ट्र और इसकी रक्षा क्षमताओं को पंगु बना दें।

मुझे यकीन है कि नैन्सी पेलोसी को इसमें एक हिस्सा मिला .... ट्रम्प को पछाड़ने के लिए ...। हाल ही में राष्ट्रपति ट्रम्प हमेशा से यह बताते रहे हैं कि कैसे अमेरिकी अर्थव्यवस्था सभी मोर्चों पर सुधार कर रही थी और नौकरियां संयुक्त राज्य अमेरिका में वापस आ रही थीं। AMERICA GREAT AGAIN बनाने की उनकी दृष्टि को नष्ट करने का एकमात्र तरीका एक ECONOMIC HAVOC है। नैन्सी पेलोसी महाभियोग के माध्यम से ट्रम्प को नीचे लाने में असमर्थ थी ..... इसलिए चीन के साथ मिलकर एक वायरस जारी करके ट्रम्प को नष्ट कर दिया। 

वुहान की महामारी एक प्रदर्शन थी। वायरस की महामारी के चरम पर .... चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ... उन प्रभावी क्षेत्रों का दौरा करने के लिए बस एक साधारण RM 1 फेसमास्क पहन कर चले गये। राष्ट्रपति के रूप में उन्हें सिर से पैर तक ढंका जाना चाहिए था ... लेकिन ऐसा नहीं था। वायरस से किसी भी तरह के नुकसान का विरोध करने के लिए उसे पहले ही इंजेक्शन लगाया गया था। इसका मतलब है कि वायरस के निकलने से पहले ही उसका इलाज चल रहा था चीन का नजरिया गंभीर ECONOMIC COLLAPSE के कगार पर बैठे देशों से अब स्टॉक खरीदने से विश्व अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करने का है ..... बाद में चीन घोषणा करेगा कि उनके मेडिकल शोधकर्ताओं ने वायरस को नष्ट करने का इलाज ढूंढ लिया है अब चीन सभी पश्चिमी गठबंधनों के शेयरों को छोड़ देगा और ये देश जल्द ही अपने नए मास्टर ..... चीन के गुलाम हो जाएंगे
साभार......

बुधवार, 25 मार्च 2020

यदि आपका कोई परिवारजन कोरोना से पॉजिटिव आता है तो उसे प्रशासन उठा कर ले जाएगा।


अत्यंत कड़ी चेतावनी भरा संदेश

यदि आपका कोई परिवारजन कोरोना से पॉजिटिव आता है तो उसे प्रशासन उठा कर ले जाएगा।
उसे अलग थलग कर देगा। उससे आपको या किसी को भी मिल ने नहीं दिया जाएगा। आप उसकी देखभाल करने का हक भी खो देंगे।
अगर वो ठीक हो गया तो अच्छी बात! लेकिन यदि ठीक नहीं हुआ तो आप उसे जीवन में कभी देख नहीं पाएंगे। यहां तक कि आपको उसके अंतिम संस्कार का मौका भी नहीं दिया जाएगा।
आपको सिर्फ सूचित कर दिया जाएगा कि आपका अपना मर चुका है। प्रशासन खुद उसका क्रियाकर्म कर के आपको सूचित कर देगा। क्या आप चाहते हैं कि आपके अपनों के साथ ऐसा हो????????
यदि हां तो फिर खुल कर भीड़ जमाएं,गली में क्रिकेट/फुटबॉल या अन्य सामूहिक गेम बच्चो को खेलने देवे,सरकार के सराहनीय एवं मजबूत क़दमों की धज्जियां बीखेरिए जैसे की २२ तारीख को शाम मे कुछ मूर्खों ने की।
और यदि आप ऐसा नहीं चाहते तो भीड़ में ना जाएं सरकार के निर्देशों का पालन करें। अपने एवं अपने परिवारजनों के बहुमूल्य जीवन की रक्षा खुद करें।

अपना कर्तव्य निभाएं। अपनी जान बचाए।

घर पर रहें।जीवित रहे। खुश रहें।

कड़े शब्दों के लिये माफी🙏 लेकिन यही वास्तविकता है
घर मे रहे सुरक्षित रहें
सहयोग के लिए अग्रिम धन्यवाद🙏🙏🙏

https://sanwariyaa.blogspot.com
www.sanwariya.org 

21 दिन लॉकडाउन, पर घबराएं नहीं / राशन, सब्जी, दूध की दुकानें खुली रहेंगी: 14 अप्रैल तक क्या खुला, क्या बंद, देखें पूरी लिस्ट


*21 दिन लॉकडाउन, पर घबराएं नहीं / राशन, सब्जी, दूध की दुकानें खुली रहेंगी: 14 अप्रैल तक क्या खुला, क्या बंद, देखें पूरी लिस्ट*


*कोरोनावायरस के संक्रमण  को तोड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिन तक देशभर में लॉकडाउन की घोषणा की है। यानी 14 अप्रैल तक 130 करोड़ से ज्यादा आबादी अपने घरों में ही रहेगी। अचानक की गई इस घोषणा से लोगों में राशन और खाने-पीने के सामान को लेकर चिंता हो गई है। इस ऐलान के बाद देश के कई हिस्सों में रोजमर्रा की चीजें जुटानें के लिए दुकानों पर लोगों की लंबी कतारें लग गई हैं। आपसे अपील है कि 21 दिन के इस लॉकडाउन से घबराएं नहीं, क्योंकि सरकार ने मोदी के भाषण के चंद मिनटों बाद ही एडवायजरी जारी की है। इसमें स्पष्ट किया है कि राशन, सब्जी, दूध, पेट्रोल पंप, बैंक मेिडकल स्टोर जैसी जरूरी सेवाएं जारी रहेंगी, यानी लोगों को इन चीजों की कोई किल्लत नहीं होने वाली है। सरकार यह भी कोशिश कर रही है कि जरूरी सामान लोगों तक पहुंचाए जाएं यानी होम डिलीवरी की जाए। ताकि कम से कम लोग घरों से बाहर निकलें*

*नोट कर लीजिए कि आज से 14 अप्रैल तक क्या खुला और क्या बंद रहेगा...*

पेट्रोल-एलपीजी

ये बंद रहेंगे : भारत सरकार के दफ्तर, ऑटोनॉमस और उनसे जुड़े दफ्तर और सरकारी निगम बंद रहेंगे।
इन्हें छूट : डिफेंस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, ट्रेजरी, पेट्रोलियम, सीएनजी, एलपीजी, पीएनजी, आपदा प्रबंधन, पावर जनरेशन और ट्रांसमिशन यूनिट्स, डाकघर, नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर, पहले वॉर्निंग देने वाली एजेंसियां।

बिजली-पानी-सफाई

ये बंद रहेंगे: राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेशों के दफ्तर, ऑटोनॉमस डिपार्टमेंट और कॉर्पोरेशंस।
इन्हें छूट : पुलिस, होम गार्ड, सिविल डिफेंस, दमकल, आपात सेवाएं, आपदा प्रबंधन और जेल। जिला प्रशासन और ट्रेजरी। बिजली, पानी, सफाई विभाग। नगर निगम का वह स्टाफ जो साफ-सफाई या पानी सप्लाई के काम में लगा है।

स्वास्थ्य सेवाएं

ये खुले रहेंगे : अस्पताल, प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर में मेडिकल से जुड़े मैन्यूफैक्चरिंग और डिस्ट्रिब्यूशन समेत सभी विभाग। डिस्पेंसरी, केमिस्ट, मेडिकल इक्विपमेंट की दुकानें, लैबोरेटरीज़, क्लिनिक, नर्सिंग होम, एंबुलेंस जैसी सेवाएं काम करती रहेंगी। मेडिकल स्टाफ, नर्सें, पैरा-मेडिकल स्टाफ और अस्पतालों से जुड़ी सेवाओं के स्टाफ के ट्रांसपोर्टेशन को छूट रहेगी।

राशन-फल-सब्जी
इन्हें छूट : पीडीएस के तहत आने वाली राशन की दुकानें, किराने की दुकानें, फल और सब्जियों की दुकानें, डेरी और मिल्क बूथ, मीट और मछली की दुकानें, पशु चारे की दुकानें।
एडवायजरी : जिला प्रशासन इस तरह की सभी दुकानों से घरों तक होम डिलीवरी को बढ़ावा दे ताकि कम से कम लोग घर से बाहर निकलें।

ये जरूरी सेवाएं भी चलती रहेंगी
1. बैंक, इंश्योरेंस दफ्तर और एटीएम।
2. इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया।
3. टेलीकॉम, इंटरनेट सेवाएं, ब्रॉडकास्टिंग, केबल सेवाएं। आईटी और आईटी से जुड़ी सेवाएं।
4. फूड, दवाएं, मेडिकल इक्विपमेंट जैसी जरूरी चीजोें की ई-कॉमर्स के जरिए डिलीवरी।
5. पेट्रोल पंप, एलपीजी के रिटेल और स्टोरेज आउटलेट।
6. पावर जनरेेशन, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन यूिनट्स और सेवाएं।
7. कैपिटल और डेट मार्केट सेवाएं, जिन्हें सेबी ने नोटिफाई किया हो।
8. कोल्ड स्टोरेज और वेयर हाउस सेवाएं।
9. प्राइवेट सिक्युरिटी सेवाएं।

उद्योग
ये बंद रहेंगे : सभी तरह के औद्योगिक प्रतिष्ठान लॉकडाउन के दौरान बंद रहेंगे।
इन्हें छूट : जरूरी चीजों को बनाने वाली मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट्स। राज्य सरकार की मंजूरी के बाद ऐसी प्रोडक्शन यूनिट्स भी चालू रह सकेंगी, जहां लगातार उत्पादन होता है।

ट्रांसपोर्ट सेवाएं
ये बंद रहेंगे : एयर, रेल और रोडवेज सेवाएं 21 दिन सस्पेंड रहेंगी।
इन्हें छूट : जरूरी चीजों का ट्रांसपोर्टेशन, दमकल, लॉ एंड ऑर्डर और आपात सेवाएं।

हॉस्पिटैलिटी
*इन्हें छूट : होटल, होम स्टे, लॉज और मॉटेल जहां लॉकडाउन के कारण लोग फंस गए हैं और जहां टूरिस्ट, मेडिकल और इमरजेंसी स्टाफ, एयर क्रू और सी क्रू रह रहा हो। ऐसे संस्थान, जो क्वारैंटाइन सुविधा के लिए चुने गए हैं6*।

**ये बंद रहेंगे : सभी तरह के शिक्षण, प्रशिक्षण, शोध, कोचिंग संस्थान बंद रहेंगे।*

*आयोजन और धार्मिक गतिविधियां
सभी तरह के राजनीतिक, सामाजिक, खेल, मनोरंजन, अकादमिक और सांस्कृतिक आयोजन नहीं होंगे। सभी तरह के धार्मिक स्थल बंद रहेंगे। किसी भी धार्मिक आयोजन की अनुमति नहीं होगी। अंतिम संस्कार के दौरान 20 से ज्यादा लोगों को शामिल होने की अनुमति नहीं होगी।*

*नियम तोड़े तो एक्शन लिया जाएगा*

*आइसोलेट किए गए लोग बाहर निकले तो क्या होगा?*

*15 फरवरी के बाद भारत आने वाले सभी लोग और वे सभी लोग जिनको होम क्वरैंटाइन किया गया है, अगर वो घरों से बाहर निकलते हैं तो उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 188 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।*

*नियमों का उल्लंघन किया तो क्या होगा?*

*सरकारी अफसर के काम में बाधा पहुंचाई या सरकार के निर्देशों का पालन नहीं किया तो1 साल या जुर्माने या दोनों का *प्रावधान है। इसे 2 साल की सजा तक भी बढ़ाया जा सकता है।
झूठे दावे किए तो 2 साल तक की सजा और जुर्माने का प्रावधान* ।
*बेहिसाबी पैसा या सामान जुटाया तो 2 साल तक की सजा और जुर्माने का प्रावधान।*
*चेतावनी के बारे में झूठे दावे किए तो 1 साल या जुर्माने का प्रावधान।*
सरकारी विभाग ने चूक की तो विभाग का प्रमुख जिम्मेदार होगा और उसपर कार्रवाई होगी।*

शुक्रवार, 20 मार्च 2020

कोरोना ने इंसान का असली रूप दिखा दिया #corona


अभी BBC News पर विश्लेषण देख रहा था, इसमें ये बताया गया कि चीन में हज़ारों शवों को, उनके परिवारों से पूछे बिना कहाँ दफनाया गया, ये केवल सरकार जानती हैं, इटली में किसी भी शव को कोई कंधा देने नहीं आ रहा। वे इंसान जब जिंदा थे तो अकेले हो गये थे और मरे तो लावारिस।चलो कोरोना ने इंसान का असली रूप दिखा दिया।
इसी बीच एक विद्वान यूनियन का प्रेरक लेख पढ़ने को मिला जिसमें भारतीयों के सोशल मीडिया के द्वारा किये जा रहे उपयोग को हास्यास्पद बताया है।
उन्होंने लिखा कि जिंदा रहना है तो सीरियस हो जाओ वरना आने वाले दो सप्ताह की कल्पना मुश्किल होगी
देश-दुनियां में कोई मुसीबत भारत के लोगों के मजाक, हंसी ठिठोली का साधन बन जाती है। पूरी दुनियां में कोहराम मचाए कोविड 19 का जितना मजाक भारत में बन रहा उसका आधा मजाक भी पूरी दुनियां के लोग मिलकर नहीं बना पा  रहे हैं क्योंकि चीन, जापान, फ्रांस, इटली, ईरान समेत तमाम देशों ने अपनी आंखों के सामने अपनों की लाशें देखी हैं। उनको इसके खतरे का ना सिर्फ अंदाजा हुआ बल्कि उसे भुगता भी है। भारत में अभी सिर्फ तीन लाशें ही सामने आई हैं क्योंकि अभी हम वायरस फैलने के सैकंड स्टेज पर चल रहे हैं। कल्पना करना मुश्किल होगा जिस दिन ये तीसरी स्टेज पर पहुंचेगी। जिन देशोें में ये तीसरे चरण में पहुंचा उससे 100 गुना बुरी हालत भारत की होगी क्योंकि यहां के लोगों को इस वायरस के प्रकोप से बचने के बजाय उसकी मजाक बनाने में वक्त बीतता है। मेरे एक मित्र ने कल मुझसे हाथ मिलाने की कोशिश की। मैंने हाथ जोड़ दिए तो उन्होंने मेरा मजाक बनाने के लिए वे दूसरे व्यक्ति के गले मिल लिए। बोले, देखें मुझे कैसे होता है कोराेना ? उनके इस अंदाज ने मुझे भारत में कोरोना के वायरस के तीसरे स्टेज की कल्पना का भयावह दृश्य सामने ला दिया। वजह ये है कि विदेश में सरकार किसी पार्टी की हो लेकिन वो अपनी सरकार के प्रत्येक आदेश का गंभीरता से पालन करते हैं और जो पालन नहीं करते उनके साथ वहां की सेना पालन करवाना जानती है। हमारे देश में हम जाति, धर्म, राज्य, राजनीतिक पार्टी और सेखी बघारने के लिए नियमों को तोड़ने में आनंदित होते हैं। मैं जानता हूं कि भारत सरकार, सभी राज्यों की सरकारें, स्वास्थ्य महकमा इस अंदेशे को भांप चुकी हैं। स्कूल, कॉलेज, ट्रेन, मॉल्, मंदिर सब धीरे-धीरे बंद हो रहे हैं लेकिन कुछ राक्षसी मानसिकता के लोग जो इसे गंभीरता से नहीं समझना चाहते वे खुद भी मरेंगे और दूसरों को खतरे में डालेंगे। मेरा विनम्र आग्रह है कि सरकार जो भी कह रही उसका पालन करें। हाथ साफ करें बार बार, किसी से हाथ ना मिलाएं। एक मीटर की दूरी से बात करें, साथ में खाना ना खाएं, कुछ अंदेशा हो तो चिकित्सक को दिखाएं। वरना जिस दिन मजाक बनाने वालों की मां, बाप, पत्नी, बेटा, बेटी या कोई और करीबी इसकी चपेट में आया उस दिन उनकी सारी मजाक धरी रह जाएगी और फिर चुनाव के वक्त् वे सरकार को कोसोंगे कि सरकार ने हमारे परिजन की जान नहीं बचाई या पर्याप्त उपचार नहीं मिला। सरकार अभी इजाज के मामले में कई देशों से आगे हैं लेकिन जिस तरह वहां की जनता से वहां की सरकारों का साथ दिया उस तरह हम भी अपनी केन्द्र और अपनी-अपनी राज्य सरकार के आदेशों का पालन करें, गंभीर हो जाएं वरना आने वाले दो सप्ताह बाद वो नजारा देखने को मिलेगा जिसकी कल्पना नहीं कर पाओगे। पता नहीं कल्पना करने लायक बचोगे भी या नहीं पर अगर सरकार का साथ दिया। सही तरीके से चले। खुद पर और परिवार पर ध्यान दिया तो हमारे डाक्टरों के पास इसक पूरा इलाज है। 14 लोग ठीक करके घर भेज दिए हैं। जो भर्ती है उनमें से ज्यादातर की तबियत में सुधार हो रहा है। मेरा आप सभी से विनम्र निवेदन है कि प्लीज भविष्य को बचाने के लिए वर्तमान में थोड़ी सावधानी बरतें। 
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सलाम है डाक्टर-नर्सिंग स्टॉफ को
आज पूरे देश की शान हमारे चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ बन चुके हैं। खुद की जान खतरे में डाल कर कई घंटे और कई दिनों तक अपने घर से दूर रहकर आमजनों की जान बचाने में जुटे हैं। उनको सेल्यूट है। हम सब उन चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ के परिवारों को सांत्वना और भरोसा दें। 
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जिंदा रहे तो हथाई भी होगी जोधपुर शहर की आदत है हथाई करने की। वे इस स्थिति को नहीं भांप रहे। मैं इस कल्चर का विरोध नहीं कर रहा पर आग्रह है कि कुछ दिनों के लिए झुंड में न रहें, बैठें तो भी दूरी बनाकर, घरों में रहें ताकि ना आप किसी को वायरस दे सको और ना आप अपने घर में दूसरे से वायरस ला सके। 
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क्या होगा अगर कुछ दिन ये नहीं करोगे तो 
1. क्या होगा अगर कुछ दिन दोस्तों के साथ बात नहीं कर पाओगे, फोन पर कर लो।
2. क्या होगा अगर कुछ दिन बाजार नहीं जाओगे, नंगे तो नहीं हो इतने कपड़े तो घर पर होंगे।
3. क्या होगा अगर अपनी मांगें मनवाने के लिए कुछ दिन धरना-प्रदर्शन विरोध नहीं करोगे जब सब ठीक हो जाए तब कर लेना।
4. क्या हो जाएगा अगर कहीं घूमने नहीं जाओगे तो जब सब सामान्य हो जाए तब चले जाना।
5. क्या होगा अगर दिन में 10 बार हाथ धो लोगे। 
6. क्या होगा अगर मजाक उड़ाने की बजाय लोगों को जागरुक करने के लिए मैसेज करोगे।
7. क्या होगा जो जागरुक मैसेज दूसरों को फॉरवर्ड करते हो उसका खुद भी पालन कर लोगे।
8. क्या फर्क पड़ता है कि सरकार किसकी है और वे क्या कह रहे हैं, मतलब इतना रखो वो आपके हित के लिए कर रहे हैं।
..
क्योंकि मौत ना जाति, ना धर्म, ना क्षेत्र, ना उम्र, ना राज्य, ना इलाका और ना लिंग और ना सूरत देखकर आती है। 
इसलिए मेरी विनम्र अपील, अभी वक्त है। मान जाओ। मेरी पोस्ट पढ़कर कुतर्क करने की बजाय जितने शब्द अच्छे लगे उसे  पालन कर लो। वरना कुछ लोगों के लिए लिखने वाले की पोस्ट पर कुर्तक और तर्क करने की आदत होती है और तर्क-कुर्तक भी करना है तो कर लेंगे चार महीने बाद सब सामान्य हो जाएगा अभी अपनी, अपने परिवार, मित्रों पड़ोसियों के हित में सोचें। 
.............धन्यवाद, कुछ शब्द बुरे लगें तो हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं।
🙏 जोधपुर राजस्थान का एक संवेदनशील, जिम्मेदार और सजग नागरिक।
#corona
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