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रविवार, 16 जनवरी 2022

आज उप्र की विकास दर चीन की विकास दर से ज़्यादा है

जो सोने की चम्मच मुँह में लेकर पैदा हुए.... वह एक बार फिर पिछड़े के रूप में सत्ता हथियाने के इच्छुक हैं.... अंतहीन षड्यंत्र रच रहे हैं... हिंदुओं का विखंडन करने के लिए कोई कुचेष्ठा छोड़ नहीं रहे हैं....
                नीचे बालक रूप में... योगी आदित्यनाथ का बड़ा प्रसिद्ध चित्र है... ज़रा फटी पैंट देखिये... अपने पैरों से छोटी किसी और की पहनी चप्पलें देखिये... बचपन की गरीबी और मुफलिसी देखिये.... यही बच्चा आगे चलकर Bsc में प्रथम श्रेणी में पास होता है, गणित और भौतिकी में विशेष योग्यता पाता है.... 
           पिता की मृत्यु होती है,योगी आदित्यनाथ सन्यास की शपथ में बंधे थे, पिता के अंतिम दर्शन तक नहीं करते ! भाई ,भारतीय सेना में मामूली सैनिक हैं,कश्मीर मोर्चे पर तैनात हैं... कर्तव्यबोध , शपथ की प्रतिष्ठा में भाइयों से कभी सांकेतिक भेंट तक नहीं की !.... बहन और बहनोई... चाय की दुकान लगाते हैं... योगी भगवा पहनते हैं,बड़ा सस्ता और अक्सर बदरंग भी !... ज़मीन पर सोना... कोई AC... कूलर...हीटर नहीं... कड़कड़ाते जाड़े में सिर्फ एक मामूली चादर तन पर... नंगा सिर ! सुबह सुबह गौसेवा और पूजा !
            कोई और देश होता तो ऐसे राज्यसेवक पर गर्व करता... उस जमीन के चुम्बन करता, जिस पर इस योगी के चरण पड़े.... 
              इस योगी को एक चरित्रहीन लम्पट शख्स अपमानजनक तरीके से 'बाबा मुख्यमंत्री' कहकर अपमान करता है... आज उप्र की विकास दर... चीन की विकास दर से ज़्यादा है... उप्र बीमारू प्रदेश नहीं रहा... भारत के सभी प्रदेशों में उप्र दूसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था बन चुका है... प्रदेश सुरक्षित है... 24 घण्टे बिजली !... ला एंड ऑर्डर चाक चौबंद ! मग़र जातिवादी भेड़िए... फिर से UP को नरक प्रदेश बनाना चाहते हैं...
           हे राम... हे कृष्ण.... हे शंकर ... तुम्हारा यह भक्त... कभी फटी पैंट... आज भी सस्ता-बदरंग भगवा पहनने वाला यह योगी.... एक खुशबू की तरह हम लोगों की ज़िंदगी मे आया था, हमें पहली बार ऐसा शासक मिला था जो रंक था,मग़र उसने हमारे अंदर.... सनातन-हिंदू होने का अभिमान जगाया था ! ईश्वर हमे वरदान दो कि योगी की छाया हम यूपी के हिंदुओं पर बनी रहे....

श्रीराम जयराम जयजय राम....🙏

शुक्रवार, 14 जनवरी 2022

Statue of Equality - आचार्य रामनुजाचार्य की सबसे बड़ी प्रतिमा

'Statue of Equality' समानता को समर्पित मिशन



100 करोड़ में तैयार हुई आचार्य रामनुजाचार्य की सबसे बड़ी प्रतिमा , पूरे प्रोजेक्ट की लागत 1400 करोड़ ।

हैदराबाद में स्थापित की गई आचार्य रामानुजाचार्य की यह प्रतिमा दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी बैठी हुई प्रतिमा है , जिसे बनाने में 9 महीने का वक़्त लग गया ।
स्वामी रामनुजाचार्य की विशालकाय प्रतिमा का लोकार्पण देश के पीएम नरेंद्र मोदी इसी साल फरवरी में करेंगे , इस स्टैचू के साथ 108 मंदिर का निर्माण किया गया है , इसी के साथ आचार्य रामनुजाचार्य की एक छोटी प्रतिमा भी बनाई गई है जिसमे 120 किलो सोने का इस्तेमाल किया गया है । इस जगह को स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी ( Statue of Equality ) नाम दिया गया है . इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में 1400 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं ।

स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी को शास्त्रों के तहत बनाया गया है स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी को बनाने में 18 महीने का समय लगा है , इसके लिए मूर्तिकारों ने कई डिज़ाइन तैयार किए और उनकी स्कैनिंग करने के बाद सबसे बेस्ट मूर्ति को विशाल रूप दिया गया ।
 
इस प्रतिमा की ऊंचाई 108 फ़ीट है , जबकि प्रतिमा में लगे त्रिदण्डम की उंचाई 138 फ़ीट है । टोटल प्रतिमा की हाइट 216 फ़ीट है । आचार्य रामानुजाचार्य की प्रतिमा में 5 कमल पंखुडिया , 27 पद्म पीठम , 36 हाथी , और प्रतिमा तक पहुंचने के लिए 108 सीढिया बनाई गई हैं ।


जेनेरिक और ब्रांडेड दवाइयों में ऐसा क्या अंतर हैं कि डॉक्टर हमें जेनेरिक दवाई नही लिखते?

जेनेरिक और ब्रांडेड दवाइयों में ऐसा क्या अंतर हैं कि डॉक्टर हमें जेनेरिक दवाई नही लिखते?

एक बात  वह है दवा निर्माण में उपयुक्त कच्चे माल की गुणवत्ता
एक ही साल्ट 10 हजार रु से लेकर 1 लाख रु तक की थोक कीमत में मिल सकता है अर्थात दवाइयों के साल्ट के थोक मूल्य में बहुत अंतर पाया जाता है जिसमें कहीं न कहीं गुणवत्ता जरूर मायने रखती है।
उदाहरण के लिए इस समय
पैरासिटामोल पाउडर का थोक मूल्य रु200-1200 के बीच है.

सहज सामान्य सिद्धांत (बेसिक थंब रूल) से समझा जा सकता है कि कौन मंहगा और उच्च गुणवत्ता वाला साल्ट प्रयोग करते होंगे और क्यों - जबकि दूसरे लोग क्यों सस्ता साल्ट यूज करते होंगे। पहले को अपनी साख बचाए रखना मुख्य उद्देश्य है भले उत्पाद महंगा क्यों न हो जाए जबकि दूसरे को बाजार में अपनी जगह बनानी है जिसके कारण लागत को घटाया जाता है कि खुदरा व्यापारियों को ज्यादा कमीशन और उपभोक्ता को कम कीमत से लुभाया जा सके।

बाजार से आप कैसे उम्मीद करते हैं कि वो बाजार की तरह व्यवहार न करके मानवीयता और ईमानदारी का पालन करे?
हर जगह उद्यमी और निवेशक तो एक आम इंसान ही है जिनकी औरों की तरह ही जरूरतें और ख्वाहिशें हैं।
सबसे पहले यह समझना होगा कि पेटेंटेड मेडिसिन व नॉन-पेटेंटेड (जेनेरिक) मेडिसिन और ब्रांडेड मेडिसिन व नॉन-ब्रांडेड मेडिसिन ये दो नहीं बल्कि तीन चीजें हैं। राजनीति ने इन्हें गोलमाल कर रखा है।

पेटेंटेड मेडिसिन बिना लाइसेंस के कोई अन्य कंपनी नहीं बना सकती लेकिन पेटेंट अवधि खत्म होने के बाद उसे (जेनेरिक) कोई भी बना सकता है मतलब ब्रांड या नॉन-ब्रांड सब। तो मुद्दा ही नहीं क्योंकि जब पेटेंटेड मेडिसिन बिना पेटेंटधारी की अनुमति के कोई अन्य बना ही नही सकता तो सस्ता या महंगा कैसे होगा? मुद्दा है ब्रांडेड और नॉन-ब्रांडेड का जिसमे गुणवत्ता मायने रखती है।

सॉल्ट के थोक मूल्य के अलावा अन्य कारक जैसे श्रम, संयंत्र और मशीनरी, पैकिंग मेटेरियल, हाइजीन, दवा निर्माण में प्रयुक्त अन्य सामग्री (बॉन्डिंग, थिकनिंग, कोटिंग एजेंट आदि), छपाई, अनुकूल भंडारण और सुरक्षित परिवहन आदि में भी खर्च को घटाया बढ़ाया जा सकता है।

बाकी बचा औषधियों की गुणवत्ता के ऊपर सरकारी नियंत्रण, तो उस पर लिखने की क्या जरूरत? सबको पता है कि सरकारी तंत्र कैसे काम करता है।

बाकी ये मैने नहीं लिखा कि नॉन-ब्रांडेड दवा असर नहीं करेगी। मेरा कहने का मतलब है कि राजनीति और बाजार के दांव-पेंचों में फंसे बगैर अपनी हैसियत के अनुसार अच्छे डॉक्टर की सलाह माने क्योंकि कोई भी डाक्टर आपका दुश्मन नहीं है, हां थोड़ा बहुत लालच सबमें होता है; बाकी जमीन जायदाद बेच कर कुछ हासिल नहीं होता।

मानव हृदय इतना प्रभावशाली अंग

 

ये हैं दिल के बारे में कुछ मजेदार तथ्य:

  1. आपन ऊपर के एनिमेशन में जो देख रहे हैं वह आपके जीवन के दौरान लगभग 2.5 बिलियन बार होता है।
  2. एक वयस्क व्यक्ति का दिल एक बंद मुट्ठी के आकार का होता है और इसका वजन सिर्फ 340 ग्राम होता है। इसे 4 भागों में बांटा गया है: 2 अटरिया और 2 निलय।
  3. यह प्रत्येक धड़कन के साथ 85 ग्राम रक्त पंप करता है, जो एक दिन में 9,000 लीटर से अधिक के बराबर है, एक मिनट में हृदय शरीर में 5 लीटर रक्त पंप करता है; एक घंटे में, यह 400 लीटर है।
  4. एक महिला का दिल पुरुषों की तुलना में थोड़ा तेज होता है। 1 मिनट में, यह औसतन 8 बीट अधिक होता है।
  5. मानव हृदय प्रतिदिन 30 किलोमीटर तक ट्रक की आपूर्ति करने में सक्षम ऊर्जा उत्पन्न करता है। यदि आप जीवन भर उत्पन्न ऊर्जा की गणना करते हैं, तो आप चंद्रमा तक और वापस पृथ्वी पर आ सकते हैं।

धन्यवाद🙏

यूनिकॉर्न किस जानवर को कहते हैं? ये किस देश में पाए जाते हैं?

 

यूनिकॉर्न एक एकसिंगा पशु है और वर्तमान में स्कॉटलैंड का राष्ट्र पशु है

"इकसिंगा एकमात्र ऐसा पशु है जो शायद मानवीय भय की वजह से प्रकाश में नहीं आया है। यहां तक कि आरंभिक संदर्भों में भी इसे उग्र होने पर भी अच्छा, निस्वार्थ होने पर भी एकांतप्रिय, साथ ही रहस्यमयी रूप से सुंदर बताया गया है। उसे केवल अनुचित तरीके से ही पकड़ा जा सकता था और कहा जाता था कि उसके एकमात्र सींग में ज़हर को भी बेअसर करने की ताकत थी।" पहले इसे एक मनगढ़ंत पशु समझा जाता था मगर २०१६ में हुए शोध और अमेरिकन जर्नल ऑफ अप्लाइड साइंसेज में प्रकाशित लेख के हिसाब से वेस्टर्न सर्बिया, कजाकिस्तान आदि में ये पाए जाते थे जो कि विलुप्त होती प्रजाति हैं।


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