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शुक्रवार, 27 अगस्त 2021

नारियल को कैसे फोड़ने पर उसे हम पूरा निकाल सकते हैं?


१. नारियल का केसर जितना चाहते हो उतना निकाल लो।

२. नारियल को फ्रीज़र में ५ से ६ घंटे तक रख दो।

३ नारियल को फ्रीज़र से निकालने के बाद उसको सब जगह से हतोड़ी से थोड़ा थोड़ा मारिए।

४ आपको महसूस होगा कि नारियल को थोड़े थोड़े क्रैक पड़ना चालू होगा और फिर अपने हिसाब से धीरे धीरे फोडिए।

आप इस तरह से पूरा नारियल निकाल सकते हैं।

चित्र स्रोत : गूगल्

दोस्तो कोरा पर मेरा यह उत्तर लिखने का प्रयास है, मुझे पता नहीं था की ये उत्तर इतने लाखों लोग देखेंगे और हजारों में लाईक , शेयर और धन्यवाद देंगे। इससे मुझे बहुत प्रेरणा मिलती रही और मैने ऐसे कई उत्तर कोरा पर दिए और सवाल भी पूछे।

लिखना और पढ़ना मुझे हमेशा कोरा पर जुड़े रहना सिखाता गया और ऐसे ही दोस्त , फॉलोवर्स बढ़ते गए ।

मे आप सभी का तहे दिल से आभारी हूं और आशा करता हूं के आप मुझे फॉलोवर्स के तौर पे ऐसे ही जुड़ते रहेंगे।

भगवान आप को बहुत सारा प्यार और आशीर्वाद दे ।

 

मुगलों के बाप, शक्तिशाली मराठा साम्राज्य का एक भव्य सैन्य चमत्कार।


आज आप क्या रोचक बता सकते हैं?

मुगलों के बाप, शक्तिशाली मराठा साम्राज्य का एक भव्य सैन्य चमत्कार।

3450 फीट की ऊंचाई पर एक पहाड़ी के ऊपर स्थित, लोनावाला के पास लोहागढ़ किला, पवन-इंद्रयानी बेसिन को अलग करता है और दक्कन के पठार को कौकन से जोड़ने वाले व्यापार मार्ग के लिए एक शक्तिशाली रक्षक के रूप में खड़ा है।

🇮🇳 अविश्वसनीय भारत 🇮🇳

बॉलीवुड में हिन्दू-विरोधी भावना के कुछ उदाहरण

आईआईएम प्रोफेसर के शोध से पता चलता है कि
बॉलीवुड अंदर ही अंदर हिंदुओं और सिखों के खिलाफ काम कर रहा है।


सबसे अच्छा मल्टीविटामिन कौन है?

अगर आप सबसे अच्छे मल्टीविटामिन की बात कर रहे हैं तो मेरे हिसाब से जब मल्टीविटामिन लेना ही है ती क्यों ना आयुर्वेदिक  मल्टीविटामिन लिया जाए । क्यूंकि यह एक लंबे समय तक किया जाने वाला उपचार है।

आयुर्वेदिक औषधि में किसी तरह के साइड इफेक्ट का भय नहीं । प्राचीन समय से हमारे पुरखो द्वारा आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग किया जाता रहा है। अतः चिंता मुक्त होकर हम इसका सेवन कर सकते हैं। यह बात जरूर है कि आयुर्वेदिक औषधि धीरे धीरे असर करती है। लेकिन लंबे समय इसका सेवन करने पर जो भी शरीरिक समस्या है वह जड़ से समाप्त हो जाती है।

ऐसे बाजार में बहुत से आयुर्वेदिक औषधि मिल जाएगी। लेकिन सभी तरह की दवाइयों को आजमाने के बाद मुझे तो Darjuv9 Gainer सबसे अच्छा लगा । क्यूंकि जब मैंने इसका इस्तेमाल किया मैंने पाया कि इसमें सभी विटामिन प्रचुर मात्रा में है । सिर्फ विटामिन ही नहीं इसमें मिनरल्स,प्रोबायोटिक्स,बायोटिक और केराटिन भी है। जो हमारे शरीर और बालों के लिए बहुत आवश्यक है।

इसमें टोटल ७४ तत्व है जो हर किसी में नहीं होते । उसके बाद मैं इसी सेवन करता हु और सबको इसका सेवन करने की राय देता हूं। इसमें क्या क्या है और किन चिजो में असरदार है इसके जरिए आप जान सकते हैं __

चित्र साधन मेरा फोन

मेरे अनुसार आपको एक बार इसका सेवन करके अवश्य देखना चाहिए।

 

Ransomware किस तरह का कंप्यूटर वायरस है?








Ransomware किस तरह का कंप्यूटर वायरस है?
सबसे पहले तो यह स्पष्ट कर लें कि रैनसमवेयर कोई वायरस नहीं है, इसे मैलवेयर की श्रेणी में रखा गया है। वायरस भी एक प्रकार का मैलवेयर है

रैनसमवेयर इस प्रकार का कंप्यूटर प्रोग्राम है जो किसी व्यक्ति के कंप्यूटर सिस्टम में मौजूद सभी फाइलों को एन्क्रिप्ट कर देता है यानि उन्हें लॉक कर देता है
जिसके कारण जिसका कंप्यूटर है वह उन्हें एक्सेस नहीं कर पाता है। इसे डिक्रिप्ट करने के लिए अटैकर रैनसम अर्थात फिरौती की मांग करता है, इसी कारण इस मैलवेयर को रैंसमवेयर कहते हैं।

यह रैनसमवेयर भी अन्य सभी मैलवेयर्स के समान निम्नलिखित माध्यमों से किसी कंप्यूटर में प्रवेश करता है -

ईमेल अटैचमेंट्स - ऐसे ईमेल जिनके स्रोत का आपको पता न हो और उसके साथ कोई फाइल अटैच की हुई हो अथवा किसी वेब पेज का लिंक दिया हो; तो ऐसे मेल में प्रायः किसी मैलवेयर का वास होता है, इस उत्तर के सन्दर्भ में वह मैलवेयर होगा रैनसमवेयर।

फेक या संक्रमित वेबसाइट - किसी वेबसाइट की सुरक्षा में कमियों का लाभ उठाकर हैकर उसमें मैलवेयर डाल देते हैं। जब कोई इस वेबसाइट पर विजिट करता है तो रैनसमवेयर उसके कंप्यूटर में भी प्रवेश कर जाते हैं। कई बार असली वेबसाइट्स की नक़ल बनाकर भी ऐसा किया जाता है।
ट्रोजन हॉर्स - ट्रोजन एक मैलवेयर है जो दूसरे मैलवेयर के लिए वाहन का कार्य करता है। इससे संक्रमित कंप्यूटर अन्य मैलवेयर के लिए आसान शिकार बन जाता है।

विज्ञापन - किसी वेबपेज पर यदि कोई ऐसा विज्ञापन दिखे जिस पर किसी प्रकार का ऑफर दिया जा रहा हो जिसमें ऐसी बातें लिखी हों जो उस पर क्लिक करने के लिए उकसाता हो तो समझ जाना चाहिए कि किसी अटैकर ने इसके पीछे मैलवेयर छिपा कर रखा है। इस पर क्लिक करेंगे तो रैनसमवेयर या किसी भी अन्य मैलवेयर का प्रवेश कंप्यूटर में हो जाएगा।

पायरेटेड सॉफ्टवेयर - मुझे लगता है अधिकांश लोगों के कंप्यूटर में इसी के माध्यम से मैलवेयर आते होंगे। शुल्क देकर ख़रीदे जाने वाले सॉफ्टवेयर यदि मुफ्त मिले तो कौन लेना नहीं चाहेगा, इसी का तो लाभ हैकर उठाते हैं। ऐसे सॉफ्टवेयर में वे रैनसमवेयर छिपाए रहते हैं, इधर सॉफ्टवेयर इनस्टॉल हुआ उधर बैकग्राउंड में रैनसमवेयर भी एक्सीक्यूट हो गया।

रैनसमवेयर से बचा कैसे जाए ?

यदि अपने कंप्यूटर में रखी फाइलों को रैनसमवेयर का ग्रास नहीं बनाना चाहते तो नीचे लिखी बातें व्यवहार में लाइए -
पायरेटेड सॉफ्टवेयर से दूर रहें। जहाँ ये मिलते हैं उन वेबसाइट्स पर विजिट न करें तो ही अच्छा।

केवल उन्हीं इमेल्स के साथ अटैच्ड फाइल्स या लिंक को ओपन करें जिनके स्रोत के बारे में आप जानते हों जैसे-कि बैंक के ईमेल।

ईमेल भेजने वाले के एड्रेस को जाँचें की वह सही है या नहीं, प्रायः एड्रेस को असली बनाने के लिए जाने-माने नामों का उपयोग किया जाता है पर उसमें अनावश्यक अक्षर होते हैं।

फर्जी विज्ञापनों से बचने के लिए ad-blocker का उपयोग करना चाहिए, इसके अतिरिक्त वेब ब्राउज़र को नियमित अपडेट करते रहें।

सावधानी बहुत आवश्यक है रैनसमवेयर या किसी भी अन्य मैलवेयर से बचे रहने के लिए।

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