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रविवार, 14 अक्तूबर 2012

देवी माँ दुर्गा के इन रूपों की पूजा नवरात्रों में की जाती है :


देवी माँ दुर्गा के इन रूपों की पूजा नवरात्रों में की जाती है :

1. शैलपुत्री

2. ब्रह्मचारिणी

3. चंद्रघंटा

4 . कूष्माण्डा

5 . स्कंदमाता

6. कात्यायनी

7 . कालरात्रि

8. महागौरी

9. सिद्धिदात्री

शनिवार, 13 अक्तूबर 2012

आंखों की सुरक्षा के लिए::

आंखों की सुरक्षा के लिए::

सुबह दांत साफ करके, मुँह में पानी भरकर मुँह फुला लें। इसके बाद आखॉं पर ठ्ण्डे जल के छीटे मारें। प्रातिदिन इस प्रकार दिन तीन बार प्रात: दोपहर तथा सांयकाल ठ्ण्डे जल से मुख भरकर, मुँह फुलाकर ठ्ण्डे जल से ही आखॉं पर हल्के छींटे मारने से नेत्र में तेजी का अहसास होता है और किसी प्रकार नेत्र विकार नहीं होता ।
विशेष - ध्यान रहे कि मुँह का पाने गर्म न होनी पाये। गर्म होने से पानी
बदल लें । मुँह से पाने निकालते समय भी पूरे जोर से मुँह फुलाते हुए वेग से पानी छोड़ने से ज्यादा लाभ होता है, आँखों के आस पास झुर्रियाँ नहीं पड़ती

बादाम से अपनी आखों के आसपास मसाज करें। इससे ब्ल्ड सर्कुलेशन बढ़ता है।

रात को मिट्टी के बर्तन में दो चम्मच त्रिफला एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह छानकर उस पानी से आंखे धोने से आंखे स्वस्थ रहती हैं ।

रूई को गुलाबजल में भिंगाकर आंखों पर एक घंटा रखने से गर्मी से होने वाले नेत्र रोगों में आराम मिलता है।

कच्चे आलू को कद्दूकस कर लें। फिर इसका सारा जूस निकाल लें और उसे अपनी आंखों के आस-पास 10 मिनट के लिए लगाएं। इसके अलावा आप सोने से पहले आलू के पतले स्लाइस काटकर भी आंखों पर लगा सकते हैं। यह एक असरदार होम मेड तरीका है डार्क सर्कल्स को हटाने का।

खीरे के दो स्लाइसेज लें और आंखों पर लगाएं। यह आंखों की पफीनैस को दूर करता है और साथ ही आंखों को ठंडक भी पहुंचाता है।

रात को आठ बादाम की गिरी को पानी में डालकर छोड़ दें। सुबह उसे पीस कर पानी मिलाकर पी जाएं।

रुई को गर्म दूध में भिंगोकर ठंडा कर लें और फिर उसे आंखों पर रखें। आंखों को ठंडक मिलेगी

सूखे नारियल की गिरी और 60 ग्राम शक्कर मिलकर प्रतिदिन एक सप्ताह तक खाने से आंखों के सामान्य रोगों में लाभ होता है।

गन्ना व केला खाना आंखों के लिए हितकारी है।

एक गिलास नींबू पानी रोज पीने से आंखों की ज्योति बढ़ती है।

मसूर की दाल घी में छौंक लगाकर खाने से भी आंखों को शक्ति मिलती है।

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