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बुधवार, 5 फ़रवरी 2020

किसी भी स्टेज के कैंसर को सिर्फ 60 से 90 दिनों में कर देगी जड़ से खत्म -पपीते के पत्तो की चाय

पपीते के पत्तो की चाय किसी भी स्टेज के कैंसर को सिर्फ 60 से 90 दिनों में कर देगी जड़ से खत्म,
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पपीते के पत्ते 3rd और 4th स्टेज के कैंसर को सिर्फ 35 से 90 दिन में सही कर सकते हैं।

अभी तक हम लोगों ने सिर्फ पपीते के पत्तों को बहुत ही सीमित तरीके से उपयोग किया होगा, बहरहाल प्लेटलेट्स के कम हो जाने पर या त्वचा सम्बन्धी या कोई और छोटा मोटा प्रयोग, मगर आज जो हम आपको बताने जा रहें हैं, ये वाकई आपको चौंका देगा, आप सिर्फ 5 हफ्तों में कैंसर जैसी भयंकर रोग को जड़ से ख़त्म कर सकते हैं।
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ये प्रकृति की शक्ति है और बलबीर सिंह शेखावत जी की स्टडी है जो वर्तमान में as a Govt. Pharmacist अपनी सेवाएँ सीकर जिले में दे रहें हैं।
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कई प्रकार के वैज्ञानिक शोधों से पता लगा है कि पपीता के सभी भागों जैसे फल, तना, बीज, पत्तिया, जड़ सभी के अन्दर कैंसर की कोशिका को नष्ट करने और उसके वृद्धि को रोकने की क्षमता पाई जाती है।

विशेषकर पपीता की पत्तियों के अन्दर कैंसर की कोशिका को नष्ट करने और उसकी वृद्धि को रोकने का गुण अत्याधिक पाया जाता है। तो आइये जानते हैं उन्ही से।
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Nam Dang MD, Phd जो कि एक शोधकर्ता है, के अनुसार पपीता की पत्तियां डायरेक्ट कैंसर को खत्म कर सकती है, उनके अनुसार पपीता कि पत्तिया लगभग 10 प्रकार के कैंसर को खत्म कर सकती है जिनमे मुख्य है।
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breast cancer, lung cancer, liver cancer, pancreatic cancer, cervix cancer, इसमें जितनी ज्यादा मात्रा पपीता के पत्तियों की बढ़ाई गयी है, उतना ही अच्छा परिणाम मिला है, अगर पपीता की पत्तिया कैंसर को खत्म नहीं कर सकती है लेकिन कैंसर की प्रोग्रेस को जरुर रोक देती है।।

तो आइये जाने पपीता की पत्तिया कैंसर को कैसे खत्म करती है?
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1. पपीता कैंसर रोधी अणु Th1 cytokines की उत्पादन को ब़ढाता है जो की इम्यून system को शक्ति प्रदान करता है जिससे कैंसर कोशिका को खत्म किया जाता है।🍐🍐🍐🍐🍐🍐
2. पपीता की पत्तियों में papain नमक एक प्रोटीन को तोड़ने (proteolytic) वाला एंजाइम पाया जाता है जो कैंसर कोशिका पर मौजूद प्रोटीन के आवरण को तोड़ देता है जिससे कैंसर कोशिका शरीर में बचा रहना मुश्किल हो जाता है।
Papain blood में जाकर macrophages को उतेजित करता है जो immune system को उतेजित करके कैंसर कोशिका को नष्ट करना शुरू करती है, chemotheraphy / radiotheraphy और पपीता की पत्तियों के द्वारा ट्रीटमेंट में ये फर्क है कि chemotheraphy में immune system को दबाया जाता है जबकि पपीता immune system को उतेजित करता है, chemotheraphy और radiotheraphy में नार्मल कोशिका भी प्रभावित होती है पपीता सोर्फ़ कैंसर कोशिका को नष्ट करता है।
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सबसे बड़ी बात के कैंसर के इलाज में पपीता का कोई side effect भी नहीं है।।

कैंसर में पपीते के सेवन की विधि :--
कैंसर में सबसे बढ़िया है पपीते की चाय। दिन में 3 से 4 बार पपीते की चाय बनायें, ये आपके लिए बहुत फायदेमंद होने वाली है। अब आइये जाने लेते हैं पपीते की चाय बनाने की विधि।
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1. 5 से 7 पपीता के पत्तो को पहले धूप में अच्छी तरह सुखा ले फिर उसको छोटे छोटे टुकड़ों में तोड़ लो आप 500 ml पानी में कुछ पपीता के सूखे हुए पत्ते डाल कर अच्छी तरह उबालें।
इतना उबाले के ये आधा रह जाए। इसको आप 125 ml करके दिन में दो बार पिए। और अगर ज्यादा बनाया है तो इसको आप दिन में 3 से 4 बार पियें। बाकी बचे हुए लिक्विड को फ्रीज में स्टोर का दे जरुरत पड़ने पर इस्तेमाल कर ले। और ध्यान रहे के इसको दोबारा गर्म मत करें।
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2. पपीते के 7 ताज़े पत्ते लें इनको अच्छे से हाथ से मसल लें। अभी इसको 1 Liter पानी में डालकर उबालें, जब यह 250 ml। रह जाए तो इसको छान कर 125 ml. करके दो बार में अर्थात सुबह और शाम को पी लें। यही प्रयोग आप दिन में 3 से 4 बार भी कर सकते हैं।
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पपीते के पत्तों का जितना अधिक प्रयोग आप करेंगे उतना ही जल्दी आपको असर मिलेगा। और ये चाय पीने के आधे से एक घंटे तक आपको कुछ भी खाना पीना नहीं है।
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कब तक करें ये प्रयोग वैसे तो ये प्रयोग आपको 5 हफ़्तों में अपना रिजल्ट दिखा देगा, फिर भी हम आपको इसे 3 महीने तक इस्तेमाल करने का निर्देश देंगे। और ये जिन लोगों का अनुभूत किया है उन लोगों ने उन लोगों को भी सही किया है, जिनकी कैंसर में तीसरी और चौथी स्टेज थी।
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https://sanwariyaa.blogspot.com

श्री रसिकलाल माणिकचंद धारीवाल कैंसर हॉस्पिटल

ll आवश्यक संदेश ll
बिना पढ़े डिलीट न करें ।
उचित लगे तो दूसरों को भेजें ।

सूरत, गुजरात से मुम्बई के राजमार्ग पर सूरत से ७८ किलोमीटर  वलसाड से 16 km ( सुरतकी तरफ)  पर वाघलधारा गाँव है । राइट हेंड साइड पर आपको "श्री प्रभव हेम कामधेनु गीरीविहार ट्रस्ट, पालीताणा" संचालित "श्री रसिकलाल माणिकचंद धारीवाल कैंसर हॉस्पिटल" की कमान दिखाई देगी । हजारो चोरस मिटर मै फैला फल, फूल, खेत से हराभरा ये संकुल कोई आश्रम से कम नही। यहाँ अति सुंदर  जैन मंदिर एवं विशाल भोजन शाला भी है । ऒंर यहां की गौंशाला में करीब 400  देशी गाय है । यहां कैंसर के दर्दी एवं एक साथी को 10 दिन उपचार एवं ट्रेनिंग के लिए रखा जाता है । 80 बेड उपलब्ध है।  नास्ता, लंच और डिनर के समय दर्दी से मिल सकते है।

सुबह ९ बजे आपको सिर्फ ५० रुपये मे केस निकलवाना है । अपने साथ दर्दी की केस फाइल एवं अगर ऑपरेशन, केमो करवाई हो तो वो साथ ले जानी है । सुबह १०.३० से १२.३० और दोपहर ३.३० से ५.३० दरमियान डॉक्टर द्वारा दर्दी की जांच के बाद १० दिन के लिए एडमिट किया जाता है । केवल दर्दी एवं एक साथी को ही प्रवेश की अनुमति है। ऐसी स्थिति में दर्दी को बिलकुल मुफ्त एवं साथी को ११ दिन के लिए केवल ३३ रुपये में रोज सुबह नास्ता, लंच एवं डीनर के लिए ३३ कूपन दीये जाते है, बस और कोई खर्च नहीं । रुपये १००० की डिपॉज़िट देनी होती है जो ११वें दिन रसीद दिखाने पर वापस मिल जाती है ( १० दिन से पहले निकलने पर डिपॉज़िट वापस नही मिलती )।
🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻
सुबह ५.३० बजे योग, प्राणायाम, ७ बजे गाय के गोबर, गौमुत्र, गाय का दुध, दही, घी से बना पंचगव्य मिश्रण,
८ से ९ बजे के बीच नास्ता,
९ बजे गौमुत्र के साथ आयुर्वेदिक टेबलेटस,
९ से १० शरीर के कैंसरग्रस्त भाग मे गोबर, गौमुत्र का लेप लगाकर धूप मे बैठना,
१० बजे काढा ( उकाळा),
११ से १ बज के बीच लंच, लंच के बाद आयुर्वेदिक टेबलेटस,
२ से ३ बजे सभाग्रुह में दर्दी के खानपान एवं उपचार के लिए सवाल जवाब, चर्चा,
३.३० बजे काढा (उकाळा),
५ से ६ बजे के बीच सायंकाल भोजन, उसके बाद आयुर्वेदिक टेबलेटस,
८ बजे से ९.३० बजे तक सत्संग, कीर्तन, और बाद में दर्दी को दूध,
यही दिनचर्या १० दिन जारी रहेगी । ११वें दिन आप १ महिने की दवाई (करीब २५०० से ४००० रुपएकी) लेकर अपने घर लौट सकते है, और घर पर ठीक यहाँ की तराह कम से कम एक साल बताये गये परहेज के साथ उपचार करना है । महीने, दो महीने पर दवाइयाँ लेने जाना है ।

अहम ध्यानाकर्षित बाते :-

👁करोड़पति हो या रोडपति, सब  के लिए समान व्यवहार,एक समान नियम,
👁कोई वीआइपी कल्चर नहीं।
👁अति निष्ठावान, प्रामाणिक,मिलनसार, सेवा भावना मे लीन स्टाफ।
👁डॉक्टरों एवं स्टाफ साथ में ही समान खाना खायेंगे।
📵तीन समय की सभा, सत्संग ऐवं भोजन समय मोबाइल के उपयोग पर प्रतिबंध ।
🛑 ८वें दिन अगर आपकी इच्छा हो या अनुकूल हो तो यहाँ की ऑफिस से प्रमाणित किया फॉर्म दिया जाएगा। आपको ये फॉर्म और दर्दी और आप का आधार कार्ड लेकर केवल १७ किलोमीटर वलसाड रेलवे स्टेशन जाना है, दर्दी की टोटल फ्री और साथी की ५०% discount पर confirm टिकट मिल जाएगी । १ महीने के बाद १ बार आने, जाने के लिए भी फॉर्म साथ में ले आने पर यह सुविधा प्राप्त होगी।

💀टाटा हॉस्पिटल एवं देश की बड़ी बड़ी हॉ c goस्पिटल में लाखों रुपये बरबाद करके मृत्यु के समीप पहुँचे हुए मरीज थक, हार के सेंकडो की संख्या मे यहाँ आशा के साथ आ रहे है।

शुभम् भवतु ।

शुभकामनाँ के साथ 🙏🏻
vaghaldhara hospital
08141880808.
 06354514539
और जो जरूरतमंद है उसको यह मैसेज पढ़ा दे और इसका लाभ लेवे

मंगलवार, 4 फ़रवरी 2020

भारत में हिन्दुओं पर अत्याचार- कोई आवाज नहीं उठाता

मंगल पांडे को फाँसी❓
ताँत्या टोपे को फाँसी❓
रानी लक्ष्मीबाई को अंग्रेज सेना ने घेर कर मारा❓
भगत सिंह को फाँसी❓
सुखदेव को फाँसी❓
राजगुरु को फाँसी❓
चंद्रशेखर आजाद का एनकाउंटर अंग्रेज पुलिस द्वारा❓
सुभाषचन्द्र बोस को गायब करा दिया गया❓
भगवती चरण वोहरा बम विस्फोट में मृत्यु❓
रामप्रसाद बिस्मिल को फाँसी❓
अशफाकउल्लाह खान को फाँसी❓
रोशन सिंह को फाँसी❓
लाला लाजपत राय की लाठीचार्ज में मृत्यु❓
वीर सावरकर को कालापानी की सजा❓
चाफेकर बंधू (३ भाई) को फाँसी❓
मास्टर सूर्यसेन को फाँसी❓
ये तो कुछ ही नाम हैं जिन्होंने स्वतन्त्रता संग्राम और इस देश की आजादी में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया❓
कई हज़ार वीर ऐसे हैं , हम और आप जिनका नाम तक नहीं जानते ❓
लालबहादुर शास्त्रीताशकन्द समझौता में मौत❓
एक बात समझ में आज तक नहीं आई कि भगवान ने गांधी और नेहरु को ऐसे कौन से कवच-कुण्डल दिये थे❓
जिसकी वजह से अंग्रेजों ने इन दोनो को फाँसी तो दूर, कभी एक लाठी तक नहीं मारी...❓
ऊपर से यह दोनों भारत के बापू और चाचा बन गए और इनकी पीढ़ियाँ आज भी पूरे देश के ऊपर अपना पेंटेंट समझती हैं❓

       गहराई से सोचिए❓❓                                               जिसने भी मुझे यह संदेश भेजा है,उसको धन्यवाद।कृपया आप भी आगे भेजें।

सैनिकों पर पत्थर -           अहिंसक आंदोलन

लव जिहाद पर कार्यवाही-  गुंडागर्दी

पत्थरबाज-                       भटके हुए नौजवान

भारत तेरे टुकड़े -              अभिव्यक्ति आजादी

भंसाली को थप्पड़ -           हिन्दू आतंकवाद

गौमांस भक्षण    -              भोजन का अधिकार

ईद पर बकरा काटना -      धार्मिक स्वतंत्रता

तीन तलाक हलाला   -      धार्मिक अंदरूनी मामला

दीवाली पटाखे         -        पर्यावरण प्रदूषण

न्यू इयर पटाखे         -       जश्न का माहौल

मटकी-फोड़ में बच्चे -        असंवैधानिक

मासूम बच्चों का खतना   -       धार्मिक अंदरूनी मामला

प्लेटफार्म पर नमाज -        धार्मिक अधिकार

सड़क पर पंडाल -             सड़क जाम का केस

मस्जिद लाउडस्पीकर   -   धार्मिक स्वतंत्रता

मंदिर में लाउडस्पीकर -     ध्वनि प्रदूषण

करवाचौथ         -               ढकोसला

वैलेंटाइनडे         -              प्यार का पर्व

चार शादियाँ       -             धार्मिक स्वतंत्रता

हिन्दू दो शादी       -            केस दर्ज

गणेश विसर्जन, होली  -     जल प्रदूषण

ताजिया विसर्जन   -            संविधान अधिकार

आजम,ओवैसी,केजरी-      राष्ट्र पुरुष

मोदी,योगी,स्वामी-             हिन्दू आतंकवादी

भगत सिंह सुखदेव राजगुरु- आतंकवादी

अफजल,कसाब,बुरहान-     शहीद

15 मिनिट पुलिस हटालो-     सहिष्णुता

भाजपा चुनाव जीती-             असहिष्णुता

कश्मीर,असम केरल दंगे-      देश शांत

अख़लाक़, गुजरात दंगे-      अवार्ड वापसी,असहिष्णु देश

शिव लिंग पर दूध चढ़ाना-      दूध की बर्बादी

बकरे काटना,चादर चढ़ाना-  धार्मिक मान्यता

राम मंदिर-                             गुंडाराज

बाबरी मस्जिद-                      देश में अमन चैन

ताज महल-                            प्रेम की निशानी

राम सेतु-                       राम काल्पनिक हैं राम थे ही नहीं

आतंकियों की फाँसी पर-        रात में कोर्ट खुलवाते हैं आंदोलन होते हैं,दया याचिका दायर की जाती है,भारत विरोधी नारे लगाये जाते हैं ।

किसी कुलभूषण की फाँसी पर- सब मौन

भारत में हिन्दुओं पर अत्याचार-   कोई आवाज नहीं उठाता..सब मौन हो जाते हैं साँप सूंघ जाता है

हिन्दुओं द्वारा प्रतिक्रिया पर-      भगवा           आतंकवादी 
देश में असहिष्णुता का माहौल,
अवार्ड वापसी जैसे ढोंग

देवी देवताओं का अपमान   
             -  अभिव्यक्ति 
                 की आजादी

मोहम्मद पर बयान  -  रासुका धारा तोड़फोड़

          ये है भारत की सच्चाई

क्या हो रहा है इस देश में ?
कहाँ है समान अधिकार ? सोचना सभी को होगा क्या ये है ?

मेरा देश  🇮🇳 सर्वोपरी व सर्वप्रथम .......!

फिर ये क्या लॉर्ड रामा, लॉर्ड कृष्णा लगा रखा है ? सीधे सीधे भगवान राम, भगवान कृष्ण कहिए गा !💐

● 10 बातें जो हर हिंदू को ज्ञात होनी  चाहिए -
    
1. √ क्या भगवान राम या भगवान कृष्ण कभी इंग्लैंड के हाऊस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य रहे थे ?  नहीं ना ?
   फिर ये क्या लॉर्ड रामा, लॉर्ड कृष्णा लगा रखा है ? सीधे सीधे भगवान राम, भगवान कृष्ण कहिए गा !💐

2.√ किसी की मृत्यू होने पर "RIP" मत कहिये. RIP यानी rest in peace जो दफ़नाने वालों के लिए कहा जाता है, आप कहिये - "ओम शांती", "सदगती मिले", अथवा "मोक्ष प्राप्ती हो" ! आत्मा कभी एक स्थान पर आराम या विश्राम नहीं करती ! आत्मा का पुनर्जन्म होता है अथवा उसे मोक्ष मिल जाता है !💐

3.√ अपने रामायण एवं महाभारत जैसे ग्रंथों को मायथॉलॉजी मत कहियेगा ! ये हमारा गौरवशाली इतिहास है और राम एवं कृष्ण हमारे ऐतिहासिक देवपुरुष हैं , कोई मायथोलॉजिकल कलाकार नहीं ! 💐


4.√ अपने इष्ट देवों का नाम आदर सहित लें,उनका मज़ाक न बनने दें ! 💐

5.√ हमारें मंदिरों को प्रार्थनागृह न कहें ! मंदिर देवालय होते हैं, भगवान के निवासगृह ! वह प्रार्थनागृह नहीं होते ! मंदिर में केवल प्रार्थना नहीं होती !अन्य पूजा पद्दति में साप्ताहिक prathaana होती है जबकि हिंदू धर्म में ये नित्य कर्म है। 💐

6.√ अपने बच्चों के जन्मदिनपर दीप बुझाके अपशकुन न करें ! अग्निदेव को न बुझाएं ! अपितु बच्चों को दीप की प्रार्थना सिखाएं "तमसो मा ज्योतिर्गमय" ( हे अग्नि देवता, मुझे अंधेरे से उजाले की ओर जाने का रास्ता बताएं" ! ये सारे प्रतीक बच्चों के मस्तिष्क में गहरा असर करते हैं !💐

7.√ कृपया "spirituality" और "materialistic" जैसे शब्दों का उपयोग करने से बचें ! हिंदूओं के लिये सारा विश्व दिव्यत्व से भरा है !  "spirituality" और "materialistic" जैसे शब्द अनेक वर्ष पहले युरोप से यहां आये जिन्होंने चर्च और सत्ता मे फरक किया था - या विज्ञान और धर्म में ! इसके विपरित भारतवर्ष में ऋषीमुनी हमारे पहले वैज्ञानिक थे और सनातन धर्म का मूल विज्ञान में ही है ! यंत्र, तंत्र, एवं मंत्र यह हमारे धर्म का ही हिस्सा है !💐

8.√  "Sin" इस शब्द के स्थान पर "पाप" शब्द का प्रयोग करें ! हम हिंदूओं मे केवल धर्म ( कर्तव्य, न्यायपरायणता, एवं प्राप्त अधिकार ) और अधर्म ( जब धर्मपालन न हो ) है ! पाप अधर्म का हिस्सा है !💐

9.√ ध्यान के लिये 'meditation' एवं प्राणायाम के लिये 'breathing exercise' इन संज्ञाओं का प्रयोग न करें ! यह बिलकुल विपरीत अर्थ ध्वनित करते हैं ! 💐

10.√ क्या आप भगवान से डरते है ? नहीं ना ? क्यों ? क्योंकि भगवान तो चराचर मे विद्यमान हैं,अजन्मा, निराकार, परोपकारी, न्यायकारी और सर्वशक्तिमान है ! इतना ही नहीं हम स्वयं भगवान का ही रूप हैं ! भगवान कोई हमसे पृथक नहीं जो हम उनसे डरें !! तो फिर अपने आप को "God fearing" अर्थात भगवान से डरने वाला मत कहिये ! 💐

■ ध्यान रहे, विश्व मे केवल उनका सम्मान होता है जो स्वयं का सम्मान करते है ! √√💐

● यह पोस्ट अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने की कृपा करें ताकि उन्हें अपने ही धर्म के विषय में, कुछ तो सीखे
💐👏😊

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