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गुरुवार, 10 जून 2021

ये था कांग्रेसियों का हिंदुत्व दमन



*भाजपा मोदी से पहले और मोदी के बाद:*

*जब तक भाजपा वाजपेयी जी की विचारधारा पर चलती रही, वो राम के बताये मार्ग पर चलती रही। मर्यादा, नैतिकता, शुचिता इनके लिए कड़े मापदंड तय किये गये थे। परन्तु कभी भी पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर सकी!*

*जहाँ करोड़ों रुपये के घोटाले-घपले करने के बाद भी, कांँग्रेस बेशर्मी से अपने लोगों का बचाव करती रही, वहीं पार्टी फण्ड के लिए मात्र एक लाख रुपये ले लेने पर भाजपा ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष बंगारू लक्षमण  को हटाने में तनिक भी विलंब नहीं किया!*

*परन्तु चुनावों में नतीजा ?*

*वही ढाक के तीन पात...*

*झूँठे ताबूत घोटाला के आरोप पर तत्कालीन रक्षामंत्री जार्ज फर्नांडिस का इस्तीफा, परन्तु चुनावों में नतीजा ??*

*वही ढाक के तीन पात...*

*कर्नाटक में येदियुरप्पा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते ही येदियुरप्पा को भाजपा ने निष्कासित करने में कोई विलंब नहीं किया.....*

*परन्तु चुनावों में नतीजा ??*

*वही ढाक के तीन पात...*

*खैर....*

*फिर होता है नरेन्द्र मोदी  का पदार्पण! ........मर्यादा पुरुषोत्तम राम के चरण चिन्हों पर चलने वाली भाजपा को वो कर्मयोगी श्री कृष्ण की राह पर ले आते हैं !*

*श्री कृष्ण अधर्मी को मारने में किसी भी प्रकार की गलती नहीं करते हैं। ...........छल हो तो छल से, कपट हो तो कपट से, अनीति हो तो अनीति से , अधर्मी को नष्ट करना ही उनका ध्येय होता है!*

*इसीलिए वो अर्जुन को केवल कर्म करने की शिक्षा देते हैं !*

*कुल मिलाकर सार यह है कि अभी देश दुश्मनों से घिरा हुआ है, नाना प्रकार के षडयंत्र रचे जा रहे हैं ! इसलिए अभी हम नैतिकता को अपने कंधे पर ढोकर नहीं चल सकते हैं ! ........   नैतिकता को रखिये ताक पर, और यदि इस देश को बचाना चाहते हैं, तो सत्ता को अपने पास ही रखना होगा! ...........वो चाहे किसी भी प्रकार से हो - साम, दाम, दंड, भेद - किसी भी प्रकार से!*

*बिना सत्ता के आप कुछ भी नहीं कर सकते हैं ! इसलिए भाजपा के कार्यकर्ताओं को चाहिए कि कर्ण का अंत करते समय कर्ण के विलापों पर ध्यान ना दें! .........केवल ये देखें कि अभिमन्यु की हत्या के समय उनकी नैतिकता कहाँ चली गई थी ?*

*कर्ण के रथ का पहिया जब कीचड़ में धंँस गया, तब भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन से कहा: पार्थ, देख क्या रहे हो ? ......इसे समाप्त कर दो!*

*संकट में घिरे कर्ण ने कहा: यह अधर्म है !*

*भगवान श्री कृष्ण ने कहा: अभिमन्यु को घेर कर मारने वाले, और द्रौपदी को भरी दरबार में वेश्या कहने वाले के मुख से आज अधर्म की बातें शोभा नहीं देती  !!*

*आज राजनीतिक गलियारा जिस तरह से संविधान की बात कर रहा है, तो लग रहा है जैसे हम पुनः महाभारत युग में आ गए हैं !*

*विश्वास रखो, महाभारत का अर्जुन नहीं चूका था ! आज का अर्जुन भी नहीं चूकेगा !*

*यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारतः!*
*अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानम सृजाम्यहम !*

*चुनावी जंग में अमित शाह जो कुछ भी जीत के लिए पार्टी के लिए कर रहे हैं, वह सब उचित है!*

*अटल बिहारी वाजपेयी जी  की तरह एक वोट का जुगाड़ न करके आत्मसमर्पण कर देना, क्या एक राजनीतिक चतुराई थी ?*

*अटलजी ने अपनी व्यक्तिगत नैतिकता के चलते, एक वोट से अपनी सरकार गिरा डाली, और पूरे देश को चोर लुटेरों के हवाले कर दिया !*

*साम, दाम, दण्ड , भेद ,राजा या क्षत्रिय द्वारा अपनाई जाने वाली नीतियाँ हैं, जिन्हें उपाय-चतुष्टय (चार उपाय) कहते हैं !*

*राजा को राज्य की व्यवस्था सुचारु रूप से चलाने के लिये सात नीतियाँ वर्णित हैं !*

*उपाय चतुष्टय के अलावा तीन अन्य हैं - माया, उपेक्षा तथा इन्द्रजाल !!*

*राजनीतिक गलियारे में ऐसा विपक्ष नहीं है, जिसके साथ नैतिक-नैतिक खेल खेला जाए! सीधा धोबी पछाड़ आवश्यक है !*

*एक बात और!*

*-:अनजाना इतिहास:-*

*बात १९५५ की है! सउदी अरब के बादशाह "शाह सऊद"  प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू के निमंत्रण पर भारत आए थे। वे ४ दिसम्बर १९५५ को दिल्ली पहुँचे, जहाँ उनका पूरे शाही अन्दाज़ में स्वागत किया गया! शाह सऊद दिल्ली के बाद, वाराणसी भी गए!*

*सरकार ने दिल्ली से वाराणसी जाने के लिए, "शाह सऊद" के लिए एक विशेष ट्रेन में, विशेष कोच की व्यवस्था की! शाह सऊद जितने दिन वाराणसी में रहे उतने दिनों तक बनारस के सभी सरकारी इमारतों पर "कलमा तैय्यबा" लिखे हुए झंडे लगाए गए थे!*
😡😡
*वाराणसी में जिन-जिन रास्तों-सडकों से "शाह सऊद" को गुजरना था, उन सभी रास्तों-सड़कों में पड़ने वाले मंदिर और मूर्तियों को परदे से ढक दिया गया था!*

*इस्लाम की तारीफ़, और हिन्दुओं का मजाक बनाते हुए शायर "नज़ीर बनारसी" ने एक शेर कहा था:* -👇🏻
*अदना सा ग़ुलाम उनका,*
*गुज़रा था बनारस से,*
*मुँह अपना छुपाते थे,* 
*काशी के सनम-खाने!*

*अब खुद सोचिये कि क्या आज मोदी और योगी के राज में, किसी भी बड़े से बड़े तुर्रम खान के लिए, ऐसा किया जा सकता है ? आज ऐसा करना तो दूर, कोई करने की सोच भी नहीं सकता!*

*हिन्दुओं, उत्तर दो, तुम्हें और कैसे अच्छे दिन देखने की तमन्ना थी ?*

*आज भी बड़े बड़े ताकतवर देशों के प्रमुख भारत आते हैं, और उनको वाराणसी भी लाया जाता है! लेकिन अब मंदिरों या मूर्तियों को छुपाया नहीं जाता है, बल्कि उन विदेशियों को गंगा जी की आरती दिखाई जाती है, और उनसे पूजा कराई जाती है!* 
🙏
*ये था कांग्रेसियों का हिंदुत्व दमन!*
😡
*राष्ट्रधर्म सर्वोपरि🚩*

जरा सोचिए और पहचानिए नेताओं को , इन पार्टियों को

 बंगाल में BJP हारी, हिंदुओ का पलायन हुआ ।
 असम में BJP जीती, घुसपैठियों का पलायन हुआ ।
अगले चुनाव फैसला आपका ।।🤔🤔🤔🤔🤔


भारत में तीन मजाक बहुत ही प्रसिद्ध है
कानून सबके लिए बराबर है, 
मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना, 
आतंकवाद का कोई धर्म नही होता

 जरा सोचिए और नेताओं का चरित्र पहचानिए

शत्रुघ्न सिन्हा बरसों तक BJP में रहे कांग्रेस को कोसते रहे और जब उन्हें कोई बड़ा पद नही मिला तो बीजेपी की बुराई करने लगे पर फिर भी bjp नही छोड़ी और जब टिकट कटा तो सारे दलों के चक्कर काटने के बाद कांग्रेस ने शरण दी । अब वही कांग्रेस विद्वानों की पार्टी लगने लगी । पर सायद उन्हें अपनी पत्नी विद्वान नही लगी इसी लिए उन्हें सपा से टिकट दिलवाया और सम्भव है कल को बेटी को बसपा का टिकट दिला दें 

जरा सोचिए इनकी मानसिकता कैसी है

सिद्धू कल तक bjp के फायर ब्रांड नेता थे और उन्हें मोदी महापुरुष नजर आते थे वो कांग्रेस को खूब गालियां देते थे फिर जब उन्हें कोई बड़ा पद नही मिला तो बीजेपी छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया अब बीजेपी सबसे खराब पार्टी और सोनिया माँ समान हो गयी । और वो कहते है कि मुसलमानों एक हो जाओ

जरा सोचिए ये लोग कैसे है

कुछ साल पहले अरविंद केजरीवाल के पास 300 पेज के सबूत थे उनकी नजर में दुनिया की सबसे भृष्ट पार्टी कांग्रेस थी उन्होंने अपने बच्चों की कसम खायी थी कि कांग्रेस से कभी गठबंधन नही करूंगा और आज उसी से गठबंधन के लिए हाथ पैर पटक रहे है

जरा सोचिए क्या चरित्र है इनका

मायावती जिसे गुंडा कहती थी जिन लोगों ने मायावती की जान लेनी चाही जिसके विरोध में मायावती की राजनीति शुरू हुई आज उसी के साथ गठबंधन कर लिया

जरा सोचिए ये किसका भला करना चाहती है 

जरा सोचिए देश के टुकड़े टुकड़े करने की बात करने वाला कन्हैया  लेफ्ट पार्टी का नेता बन जाता है और चुनाव लड़ता है 

 जरा सोचिए ये लोग अपने फायदे के लिए क्या कर सकते है

जरा सोचिए 84 में सिख्ख दंगा हो, कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार हो, या हजारों संतों का गोलियों से भून देना हो सब कुछ न्याय संगत था संविधान भी सुरक्षित था सारी संस्थाएं भी स्वतंत्र थीं जैसे ही एक पार्टी सत्ता से बाहर हुई तो अब होगा न्याय याद आया, एक जमात खड़ी हो गयी जिसे भारत मे डर लगने लगा, संविधान खतरे में आ गया, सारी संस्थाओं की स्वतंत्रता खतरे में लगने लगी

जरा सोचिए इस देश का बटवारा धर्म के आधार पर हुआ फिर भी इस देश के संसाधनों में पहला हक ..... देश का प्रधानमंत्री कहता है , मंदिरों से लाउडस्पीकर उतरवाए जाते है,  लेकिन मस्जिदों के लाउडस्पीकर पर कोई कार्यवाही नही , दुर्गा पूजा, राम नवमी के जुलूस पर प्रतिबंध

जरा सोचिए और पहचानिए नेताओं को , इन पार्टियों को

सोचिए अचानक 2004 के बाद आईएएस की परीक्षा को उर्दू में करते ही ,और मुस्लिमो के द्वारा ही उनकी कॉपी जाचने से मुस्लिम प्रतियोगी बड़ी तादाद में कलेक्टर क्यों बनने लगे 
क्यों एक पक्ष को देश के शीर्ष संस्थानों में बैठाया जा रहा है
और
यही हमारे विरोध की असली वजह है 

जरा सोचिए जब हिंदू मुस्लिम आपस मे भाई भाई है तो फिर दोनों को एक समान क्यों नही देखा जाता दोनों को एक समान अधिकार क्यों नही , दोनो के लिए समान कानून क्यों नही 

जरा सोचिए कौन समाज को बाट रहा है धर्म की राजनीति किसने सुरु की और कौन कर रहा है और ये लोग किसका विकास करेंगे 

भीष्म की तरह चुप मत रहिये
गांधारी की तरह आँखों मे पट्टी मत बांधिए
सोचिए 
अपने बच्चो के भविष्य के बारे में
और 
देश हित को सर्वोपरि रखते हुए  
फैसला करिये
आपका एक वोट देश को सुरक्षित रखेगा
जय हिन्द - जय भारत
🙏
*कायर हिन्दू के लक्षण*

👁️‍🗨️ अपने पारिवारिक राजनीतिक फ़ायदे के लिए राष्ट्रहित और हिंदुत्व के हित में कार्य करने वाली पार्टी की टाँग खींचेगा।
👁️‍🗨️ मुसलमानों की ग़लत हरकतों पर कभी कुछ नहीं बोलेगा, उल्टा उनको ही सपोर्ट करेगा।
👁️‍🗨️ देश को मज़बूत बनाने वाले सराहनीय कार्यों की कभी तारीफ़ नहीं करेगा, उल्टा उसमें भी कुछ नेगेटिव बात निकाल कर सवाल करेगा।
👁️‍🗨️ हिंदू धर्म का मज़ाक़ उड़ाने वाले चुटकुलों या फ़ोटो को पोस्ट करेगा।
👁️‍🗨️ जो हिंदू राष्ट्रवादी पार्टी और हिंदुत्व के लिए जागरूकता चला रहे हैं उनको बोलेगा कि भाई क्यूँ ये सब पचड़े में पड़ रहे हों, अपना काम करो, कुछ नही मिलेगा ये सब करके।
👁️‍🗨️ कायर हिन्दू की पोस्ट में कभी भी *जय श्री राम* और *सनातन झंडा* नहीं मिलेगा। अब मेरी पोस्ट पढ़कर कोई कर ले तो बात अलग हैं, मैंने तो अभी तक यही देखा।
👁️‍🗨️ कायर हिन्दू खुद आगे से अपने आपको अच्छा हिंदू होने का सबूत देगा, खुद ही सफ़ाई देगा।
👁️‍🗨️ अगर आप गलती से किसी कायर हिंदू के वॉट्सअप ग्रूप में हो तो अपने चमचों को फ़ोन कर-कर के उनको भड़काकर मोदी और भाजपा के ख़िलाफ़ पोस्ट करने को बोलेगा, और तो और उनको फ़ेक वीडियों या फ़ोटो सेंड करके बोलेगा कि ये पोस्ट करो, जिससे ये लगे कि कितने लोग ख़िलाफ़ हैं, राष्ट्रवादी पार्टी के।
👁️‍🗨️ उसी ग्रुप में राष्ट्रवाद और मोदी के लिए ज़्यादा पोस्ट करने वाले को पसंद करने वाले दूसरे साथी को भड़काने की पूरी कोशिश करेगा।
👁️‍🗨️ राष्ट्रवाद और हिंदुत्व का विरोध और मज़ाक़ बनाने को लेकर अगर आप सवाल करोगे तो फिर बेमतलब की दूसरी बाते करेगा।
👁️‍🗨️ आपको निगेटिव करने के लिए झूठ भी बोलेगा कि मै भी *आर॰एस॰एस॰* समर्थक था, मै भी पहले भाजपा को पसंद करता था, मैंने भी मोदी को वोट दिया था, लेकिन मोदी ने देश को बेच दिया। इस दोगले को ये नहीं पता कि जो *आर॰एस॰एस॰* और *मोदी* को समझ लेगा वो फिर कभी भी इनके ख़िलाफ़ नहीं हो सकता। क्योंकि एक सच्चा हिंदू कभी तलवार की नोक और लालच में अपना धर्म नहीं बदलता।
👁️‍🗨️ अब आप सोचेंगे कि कुछ हिंदू ऐसा क्यूँ करते हैं तो उसका सिर्फ एक ही सटीक जवाब हैं कि जब मुगल और अंग्रेज हमें गुलाम बनाने आए थे तो पहले ही उन्होंने सर्वे करवा लिया था और उस रिपोर्ट में ये कहा गया कि हमें हिंदुस्तान को ग़ुलाम बनाने के लिए ज़्यादा अपने सैनिक ले जाने की ज़रूरत नहीं हैं, हिंदुस्तान में ही भरे पड़े हैं ऐसे दोगले और लालची लोग जो हमारा साथ देंगे, बस आज उन्हीं लोगों के वंशज हैं जो देश में जगह-जगह आपको मिल जाएँगे।

🔱 जय श्री राम 🔱
     
आज का फेसबुकिया खेल... थोड़ा समय लगेगा लेकिन ध्यान से पढे और समझे 🙏
फेसबुक के लिए आधार कार्ड क्यों जरूरी हो गया है।।

चार मित्र थे.. Fake ID में नाम हिन्दुओं के - 

1 सोहराब    -          सुनील यादव
2 सरफराज       -       अमित मिश्रा
3 हामिद कुरैशी     -    नागेंद्र कुमार पासवान
4 अहमद         -         सुरेन्द्र सिंह         

अब सुनील यादव (सोहराब) पोस्ट डालता हैं कि - "धर्म के नाम पर ब्राह्मणों ने हमेशा हमारा शोषण किया है कोई देवी देवता नहीं होता हिन्दू धर्म सिर्फ ब्राह्मणों का बकवास है ये सब बीजेपी और आरएसएस वाला है।"

अब शुरू होता है इस नाटक के बाकि तीनो किरदारों का तमाशा देखिए कमेंट बॉक्स में।

Comment

सुरेंद्र सिंह उर्फ (अहमद)-

"ऐ सुनील यादव खबरदार जो हिन्दू धर्म के बारे में कुछ बोला तुम यादव लोग हिन्दू नहीं हो सकते #$%2-4 गाली लिख देता है।"

फिर बारी आती है तीसरे नौटंकी बाज की-

नागेंद्र पासवान उर्फ (हामिद)

नमो बुद्धाय जय भीम।
"अरे भाईलोगों गाली गलौज क्यों कर रहे सच्चाई तो कड़वी होती ही है तुम लोग हम दलितों को मंदिर में घुसने नहीं देते हो ये धर्म नहीं पाखण्ड है इससे अच्छा तो इस्लाम है सभी बराबर खड़े हो कर नमाज पढ़ते हैं।"

अब तीसरा नौटंकी बाज आता है कमेंट बॉक्स में-

अमित मिश्रा उर्फ (सरफ़राज़)

"हाँ.. हाँ.. तुम लोग अछूत हो तो क्यों घुसने दे मंदिर में?? जाओ इस्लाम ही अपना लो तुम सब मूर्ख हो कौन मुंह लगाए तुझे।

-------------

मित्रों सिर्फ इन चार की इतनी सी नौटंकी जबकि चारो एक ही समुदाय के हैं।

मात्र इतनी नौटंकी के बाद कई हिन्दू यादव, राजपूत, ब्राह्मण और दलित सभी तुरंत इस कमेंट बॉक्स में अपनी-अपनी जाति के समर्थन में बिना सोचे-समझे बिना अगले किसी fake id को जाने समझे आपस में एक दूसरे से लड़ने लगते हैं और हमारे जातिवाद का फायदा उठाने वाले वो चारो हमारी मूर्खता पर अट्टहास लगा कर हँसते हैं।
देश के अंदर -बाहर से दुश्मन घात लगा कर बैठा है मौके की तलाश में, और इस प्रकार हिंदूओं में आपसी फूट डाल कर लड़ाते हैं।

विचार करें-

ऐसे लाखों सोहराब और सरफराज दिन रात सोशल मिडिया पर तुम सबको तोड़ने और लड़ाने के लिए काम कर रहे हैं।
ज़िहाद अपने चरम पर है हर स्तर से हिंदुत्व को क्षति पहुंचाने पर कार्य हो रहा है वो भी युद्धस्तर पर।

इसे शेयर करें या काॅपी-पेस्ट, बस यह पोस्ट हर वाल पर होनी चाहिए....।👍

"लावारिस वस्तु न छुएं, बम हो सकता है।

*यह लाइन अंतिम बार  2013 सुनी थी...*

*बस यही फर्क होता है सही बटन दबाने का*

दुनिया की तीन मूर्खताएँ उपहासास्पद होते हुए भी कितनी व्यापक हो गई हैं

🪔आत्मचिंतन के क्षण🪔


🕉️  दुनिया की तीन मूर्खताएँ उपहासास्पद होते हुए भी कितनी व्यापक हो गई हैं यह देखकर आश्चर्य होता है-

- पहली यह कि लोग धन को ही शक्ति मानते हैं।

-दूसरी यह कि लोग अपने को सुधारे बिना दूसरों को धर्मोपदेश देते हैं।

-तीसरी यह कि कठोर श्रम से बचे रहकर भी लोग आरोग्य की आकाँक्षा  करते हैं।


🕉️  *संयम शरीर में अवस्थित भगवान् है। सद्विचार मस्तिष्क में निवास करने वाला परमेश्वर है।*  अंतरात्मा में  ईश्वर की और भी ऊँची झाँकी देखनी हो तो सद्भावनाओं के रूप में देखनी चाहिए। ईश्वर दर्शन के लिए कहीं बाहर जाने की आवश्यकता नहीं, उसे अपने भीतर ही देखा जाना चाहिए। उसे प्राप्त करने के लिए संयम, सद्विचार और सद्भाव का विकास करना चाहिए। यही है यथार्थ सत्ता और चैतन्य-चित्त, परिष्कृत आत्मा-परमात्मा की उपलब्धि। इसी भक्तियोग का साधक सच्चे अर्थों में जीवन लाभ व सच्च आनंद प्राप्त करता है।*


🕉️  धर्म पर श्रद्धा रखो, नीति को आचरण में उतारो, अपना उद्धार आप करो, हँसी और मुस्कराहट बिखेरो। जो कार्य करना पड़े उसमें दूसरों की भलाई के तत्त्व जोड़े रखो। अपनी रीति-नीति ऐसी बनाओ जिस पर स्वयं को संतोष मिले और दूसरों को प्रेरणा-यह आत्म कल्याण का मार्ग है।


✍️ *पं श्रीराम शर्मा आचार्य*

दृष्टिकोण बदलें जीवन बदल जायगा

```एक दिलचस्प गणित 
****************

जीवन का एक सुन्दर गणित--
इसे देखें, 
समझें चिंतन करें ।
यदि 
A, B, C, D, E, F, G, H, I, J, K, L, M, N, O, P, Q, R, S, T, U, V, W, X, Y, Z 
1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 26

यानी A to Z का मान यदि इस प्रकार लें जहां
A=1, B=2, C=3, D=4, E=5, F=6, G=7, H=8, I=9, J=10, K=11, L=12, M=13, N=14, O=15, P=16, Q=17, R=18, S=19, T=20, U=21, V=22, W=23, X=24, Y=25, Z=26

तो .......
Hard Work:
H+A+R+D+W+O+R+K= 8+1+18+4+23+15+18+11=98%

Knowledge:
K+N+O+W+L+E+D++E=
11+14+15+23+12+5+4+7+5=96%

Luck:
L+U+C+K=
12+21+3+11=47%

यानी इनमें से कोई भी 100% स्कोर नही कर सकता, 
तो फिर वह क्या है जो 100% कर सकता है ?????

Money??  जी नही, 
यह, 72% है

Leadership?? जी नही, 
यह भी सीर्फ 97% ही है ।

तब ??

जीवन की सभी समस्याओं का समाधान संभव है, 
यदि हमारा ATTITUDE या दृष्टिकोण सही हो ।

जी हां, 
सिर्फ हमारा ATTITUDE ही हमारे जीवन को कर सकता है 100% सफल .........

A+T+T+I+T+U+D+E=
1+20+20+9+20+21+4+5= 100%

◆ अतः दृष्टिकोण बदलें जीवन बदल जायगा।

Always B Positive👍```

गैस कनेक्शन को भी करा सकते हैं पोर्ट किसी भी डिस्ट्रीब्यूटर के पास

सबसे पहले www.mylpg.in वेबसाइट पर विजिट करना होता है और साथ ही आपको अपनी कंपनी यानी जिस कंपनी के आप कस्टमर हैं उसे सलेक्ट करें. अगर आप पहले से यहां रजिस्टर्ड नहीं हैं तो आप खुद को यहां रजिस्टर करें. (फोटो - रॉयटर्स)

अगर आप उसी कंपनी में रहते हुए ट्रांसफर की रिक्वेस्ट कर रहे हैं तो आपको सिर्फ नए डिस्ट्रीब्यूटर के यहां कन्फर्मेशन ईमेल की कॉपी के साथ विजिट करना होता है और अप्लाई करना होता है.

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