यह ब्लॉग खोजें

सोमवार, 13 सितंबर 2021

गाँव कोई पिछड़े अज्ञानियों के दडबे नही अपितु लाखों करोड़ों वर्षों के शोध का परिणाम थे।


 समाज का शिल्पी:-किसान
छोटा सा सुखी संसार:-गाँव

समझ नही आता कि कहाँ से शुरू करूँ पर निश्चित ही सिद्ध कर दूंगा कि गाँव कोई पिछड़े अज्ञानियों के दडबे नही अपितु लाखों करोड़ों वर्षों के शोध का परिणाम थे।
जिन्हें अपने अपार ज्ञान प्रयोग व दूरदर्शिता के मेल से हमारे ऋषि मुनियों पूर्वजों ने आकार दिया था।

छोटी सी परिधि में न्यूनतम आवश्यकता की सभी वस्तुऐं। उनके उत्पादक। और उत्पादकों को संभालने, सुधारने व पुनर्निर्माण का ठोस सरल ज्ञान।

शायद ऐसी एक भी वस्तु आप न खोज पाओ जो फिर से काम न आ जाती हो। जो गाँव में न बन सकती हो। जिसके कारीगर वहाँ न हो। 36 बिरादरी अर्थात इतने कामों को करने वाले समाज के लोगों का समूह। एक आदर्श गाँव।

खेती बाड़ी, लुहार, चमार, जुलाहा, कुम्हार, नाई,धोबी, बढई, जोगी, पुरोहित, धींवर, भंगी, बनिया, दर्जी, भडभुज्जे, तेली, किसान, मजदूर, पहलवान, दाई, रंगरेज़, वैद्य आदि।

कोई भेद नही कोई ऊँच नीच नही। कोई काम छोटा बड़ा नही। सभी मिलकर, कंधे से कंधा मिलाकर जीवन जीते। एक दूसरे के सुख दुख का हिस्सा होते। न सरकार चाहिए न पुलिस न कानून। न मंदिर मस्जिद का झगड़ा।

बच्चा पैदा होता तो दाई होती। बूढ़ी काकी दादी सब जानती कि क्या खाना क्या परहेज। आठ दस बच्चों को सकुशल जन्म देती माँ। न दवा न काटपीट।

सभी वस्तुए घर की बनी, गाँव की बनी। शुद्ध स्वदेशी।
कपडा खाना घर फर्नीचर बर्तन कृषि यंत्र आदि।

सभी के पशु गाँव के जोहड़ में नहाते, लोग भी नहाते। इतना शुद्ध पानी कि पी भी सकते। बल्कि पीते थे। चमार की भैंस जहाँ नहाती उस पानी को जाट ब्राहमण भी पीता। जातिवाद ढूंढ़कर तो बताओ।

सब सीधे सच्चे पर मूल बात, शिक्षा, सिद्धांत अधिकांश जानते। बड़े बड़े फैसले वही हो जाते। पंचायत में ही। गाँव की बहन बेटी सबकी साझा होती। गाँव तो गाँव ग्वाहंड की भी।

अपार शक्तिशाली पशुओं को वश में करके खेती के काम लेते। सबकी सुध लेते। कुत्ते, कौवे, चिड़िया, गाय सब अपने से दिखते। परिवार का हिस्सा होते। बच्चे भैंसे की नाथ फूटते हुए भी देखता, खुरी ठुकते भी, बधिया होते भी, पैदा होते भी, मरकर गडते भी।

नंगे पाँव खेत में चलता तो केचुंए गिजाई पाँव तले भी आती। हल चलाते समय खरगोश के बच्चों को बचाता भी और  चूहों को फावड़े से फेंकता भी किसान। सर्दी गर्मी बरसात लू शीत लहर तूफान आँधी सब झेलता।

और झेल कर ऐसा हो जाता कि फौजी बेटे की लाश पर गर्व से कहता कि काश और बेटे भी होते तो उन्हें फौजी बनाता। सम्मान को शहीद यदि प्रिय पुत्री भी करती तो हँस कर बलि भी दे देता।

राष्ट्र धर्म की रक्षा का सवाल उठते ही कृषि के औजारों को हथियार तुरंत बना लेता। क्या नही करता था वो अनपढ़ गवाँर किसान मजदूर। पेड लगाता, पानी बचाता, प्रकृति से प्रेम करता। कहता नही करता। वैदिक सिद्धान्तों को जीता। उसके लहू में थी वो बातें जो आज पढे लिखे विकासशील कहे जाने वाले भी नही जानते।

शुद्ध खाता शुद्ध खिलाता, पाप से डरता, भगवान से डरता।
दूसरे के दुख से दुखी और सबके सुख की कामना करता था किसान। कर्ज से डरता था। सच का साथी। सम्मान को चरित्र को सर्वोच्च वरीयता देता। स्वस्थ था किसान।

जब कभी देश पर संकट आया तो अपने हृदय के टुकड़ों को युद्ध की समिधा बना डालता। लड मरता। साहसी सभ्य संस्कारी सादगी का सच्चा उदाहरण किसान।

इतनी खूबियों वाले इस जीव को आजादी के पहले अंग्रेजी हुकूमत ने व आजाद भारत की सरकारों ने सदा निशाना बनाया और आज भीख मांगने पर मजबूर कर दिया है। खेती जो वैदिक कर्म कहा जाता था आज घाटे का सौदा बनाकर खत्म किया जा रहा है। अपनी ही फसल के आधे तिहाई दाम भी समय पर नही मिल पाने के कारण वो शिल्पकार आज भिखारी हुआ जाता है। धन के अभाव में धर्म गौण होकर मृतप्राय हो चला है। फिजूल की सियासत ने मानसिक गुलाम बनाकर कमर तोड दी है। संगठन रहे नही। शक्ति बची नही। संस्कार दारू के ठेके पर झूलते हैं। संबंध कमजोर होकर टूट गये हैं। दर्जनों कर्मखंडो का केन्द्र बिन्दु किसान अधमरा होकर मौत की राह देख रहा है।

गाय जो धुरी थी धरती की। अनाथ होकर तडपती फिरती है। बैल जिसके कंधों पर समाज अर्थशास्त्र टिका था। विलुप्त होने की कगार पर है। सामाजिक ताने-बाने को सस्ती सियासत निगल चुकी है। न बेटियाँ सुरक्षित है न बहुए। टीवी मोबाइल की सहायता से विषबीज मानस पटल पर जहरीले जंगल बनकर भविष्य को निगलने को सज्ज हैं ।

वैदिक परिभाषाओं की हत्या करके धूर्तों ने पाखंडी वातावरण बनाकर असल ज्ञान को विलुप्त सा कर दिया है।

किसान व गाँव चौतरफा साज़िश व षडयंत्रों का शिकार होकर समाप्ति की सीमा पर खड़े हैं।

आओ कुछ विचार करें कुछ प्रयास करे कुछ योजना बनाये कुछ और दिन जीवित रहें ....या तो ये व्यवस्था बदलनी होगी... अब जो करो खुद ही करो...!!!

जलग्रस्त क्षेत्रों में सुगन्धित खस की खेती।


 जलग्रस्त क्षेत्रों में सुगन्धित खस की खेती।



खस का इस्तेमाल सिर्फ ठंडक के लिए ही नही होता, आयुर्वेद जैसी परम्परागत चिकित्सा प्रणालियों में औषधि के रूप में भी होता है। यह जलन को शान्त करने और त्वचा सम्बन्धी विकारों को दूर करने में प्रयोग किया जाता है।

खस या वेटीवर एक भारतीय मूल की बहुवर्षीय घास है, जिसका वानस्पतिक नाम वेटीवेरिया जिजेनऑयडीज है, जो पोएसी परिवार के अन्तर्गत आती है। पौधे के जमीन के अन्दर रहने वाले भाग में हल्के पीले रंग या भूरे से लाल रंग वाली उत्कृष्ट जड़ें होती हैं, जिनसे आसवन पर व्यवसायिक स्तर का खस का तेल प्राप्त होता है। खस की रेशेदार जड़ें नीचे की ओर बढ़ती हुई 2.3 मीटर तक भूमि की गहराई में फैलती हैं और इन जड़ों की सुगन्ध बहुत ही दृढ़ होती है। खस के सुगन्धित तेल की कीमत राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में 20 से 25 हजार रुपये लीटर तक मिल जाती है। जमीन बाढ़ ग्रस्त हो, बंजर हो या पथरीली, इसकी खेती हर जगह की जा सकती है। आये दिन प्राकृतिक आपदा के कारण खेती बर्बाद हो जाती है, ऐसे में किसानों के लिये इसकी खेती लाभकारी सिद्ध हो सकती है।

उत्पादन और उपयोग

भारत में खस की विधिपूर्वक एक फसल के रूप में खेती राजस्थान, असम, बिहार, उत्तरप्रदेश, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आन्ध्रप्रदेश और मध्यप्रदेश में की जाती है। खस की व्यावसायिक खेती भारत के पड़ोसी देशों पाकिस्तान, बाग्लादेश, श्रीलंका, चीन और मलेशिया में की जा रही है। इसके अलावा अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, ग्वाटेभाला, मलेशिया, फिलीपींस, जापान, अंगोला, कांगो, डोमिनिकन गणराज्य, अर्जेंटीना, जमैका, मॉरीशस और होंडुरास में भी खस की खेती की जाती है। उत्तर भारत में उत्पादित होने वाले खस के सुगन्धित तेल की प्रीमियम गुणवत्ता की कीमत अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में बहुत अच्छी प्राप्त होती है। खस की जड़ों से निकाला गया सुगन्धित तेल मुख्यतः शर्बत, पान मसाला, खाने के तम्बाकू, इत्र, साबुन तथा अन्य सौन्दर्य प्रसाधनों में प्रयोग किया जाता है। इसकी सूखी हुई जड़ें लिनन व कपड़ों में सुगन्ध में हेतु प्रयुक्त की जाती हैं। खस का इस्तेमाल सिर्फ ठंडक के लिए ही नहीं होता, आयुर्वेद जैसी परम्परागत चिकित्सा प्रणालियों में औषधि के रूप में भी होता है। यह जलन को शान्त करने और त्वचा सम्बन्धी विकारों को दूर करने में प्रयोग किया जाता है।

अनुकूल वातावरण

खस की अच्छी पैदावार की लिए शीतोष्ण एवं समशीतोष्ण जलवायु उपयुक्त रहती है। इसकी खेती उपजाऊ दोमट से लेकर अनुपजाऊ लेटराइट मिट्टियों में भी की जा सकती है। रेतीली दोमट मिट्टी जिसका पीएच मान 8.0 से 9.0 के मध्य हो, पर खस की खेती की जा सकती है। इसकी खेती ऐसे स्थानों में की जा सकती है, जहाँ वर्षा के दिनों में कुछ समय के लिए पानी इकट्ठा हो जाता है तथा अन्य कोई फसल लेना सम्भव नहीं होता है, खस की खेती एक विकल्प के रूप में की जा शकती है।

कैसे पता करें कि कोई हमारे फोन में सेंध लगा रहा है, रिकॉर्डिंग कर रहा है या संदेश किसी और के पास भी जा रहे हैं, जो सेंध लगा रहा है?

 

YouTube ऐप्प खोलने पर दिखने वाला विकल्प YouTube शॉर्ट्स क्या है?


यूट्यूब शॉर्ट एक तरह का टिकटोक है जैसे कभी सेल्फी का फैशन चल रहा था ऐसे आज शॉर्ट वीडियो का फैशन चल रहा है और सॉर्ट वीडियो का फैशन चलाने का सबसे बड़ा श्रेय टिक टॉक को जाता है

आज हर दसवां आदमी अपना मोबाइल का फ्रंट कैमरा ऑन करके किसी भी गाने की दो चार लाइन गाकर यूट्यूब या अन्य शॉर्ट वीडियो प्लेटफार्म पर डाल देता है सामान्यत इन वीडियो की लंबाई 1 मिनट से कम की होती है

यूट्यूब ने भी इसी चीज का फायदा उठाया जब यूट्यूब ने देखा कि भारत में टिकटोक बैन हो गया है तो उसे लगा कि अब भारत में शार्ट वीडियो एप्स में उसका व्यापार अच्छा चल सकता है उसने अपने ऐप में एक फीचर ओर डाल दिया जिसका नाम है यूट्यूब शॉर्ट वीडियो

ये सॉर्ट वीडियो ऐप युवक और युवतियों को अपनी ओर आकर्षित करने में कामयाब हो गए है

अब सवाल यह आता ऐप भी इंस्टॉल कर लिया वीडियो भी बना ली कमाई कैसे होगी

तो इसका भी एक तरीका हमने ढूंढ निकाला है

क्या किसी सॉर्ट वीडियो ऐप पर ऐड आते है मतलब वीडियो के बीच में कोई ऐड आ जाए जहां तक मेरी जानकारी है नही आते तो यहां आप ऐड से पैसे नही कमा सकते

पैसे कमाने के कुछ तरीके

सबसे पहले ढेर सारे फॉलोअर या सब्सक्राइबर इकट्ठा कीजिए उसके बाद आपके पास स्पॉन्सरशिप आनी शुरू हो जाएगी जो आपको कुछ पैसा देगे दूसरा आप अपने इंस्टाग्राम अकाउंट में सॉर्ट वीडियो के जरिए फॉलोअर बढ़ाए सॉर्ट वीडियो ऐप का कोई भरोसा नहीं कब सरकार इन्हे बंद करदे आप अपने फॉलोअर से एफिलिएट लिंक से कुछ सामान खरीद वा सकते हो वहां से भी आपको कुछ कमीशन मिलेगा

लेकिन लेकिन एक सबसे अच्छा तरीका जो सिर्फ यूट्यूब के लिए है और बहुत अच्छे से काम करता है यूट्यूब पर सॉर्ट वीडियो दो तरह से देखी जाती है पहली सॉर्ट वीडियो के रूप में, दूसरी सामान्य वीडियो के रूप में सॉर्ट वीडियो पर तो ऐड नही आयेंगे लेकिन जब कोई उन्हीं वीडियो को सामान्य रूप से देखेगा तो ऐड आयेंगे और वहा से कुछ अर्निंग भी होगी

इसके लिए आपको सबसे पहले 1000 सब्सक्राइबर और 4000 घंटे का वॉचटाइम पूरा करना है फिर आपका चैनल मोनोटाइज हो जाएगा अगर आप अच्छे सॉर्ट वीडियो बनाते हो तो ऊपर का टास्क ज्यादा मुश्किल भी नहीं है क्योंकि सॉर्ट वीडियो जल्दी वायरल होती है और वहां सब्सक्राइबर भी जल्दी मिलते है लेकिन एक समस्या है अगर कोई आपकी वीडियो को सॉर्ट वीडियो के रूप में देखेगा तो वॉचटीम काउंट नही होगा वॉचटाइम तभी काउंट होगा जब आपकी वीडियो सामान्य वीडियो की तरह देखी जाए ये कैसे होगा बताता हूं

शुरुआत में ये थोड़ा मुश्किल होगा लेकिन जैसे जैसे आपके सब्सक्राइबर बढ़ेंगे तो आपके वीडियो डालते ही उनके पास नोटिफिकेशन जायेगा अगर उस नोटिफिकेशन से वे वीडियो पर जायेंगे तो वह वीडियो सामान्य वीडियो की तरह प्ले होगा जिससे आपका वॉच टाइम काउंट होगा

और जब आपका चैनल मोनोटाइज हो जाएगा तब आपके सॉर्ट वीडियो पर सामान्य देखे जाने पर ऐड आयेंगे और आप पैसे कमाएंगे मोनोटाईज होने के बाद आप अपने चैनल पर blog भी डाल सकते हो कुछ नही करना है आप क्या खा रहे हो, क्या पहन रहे हो, कहा जा रहे हो, वीडियो कैसे बनाते हो, आपका घर कैसा है, ऐसी वीडियो बनानी है तब आपकी अर्निंग और ज्यादा बढ़ जायेगी फिर आप मजे करना और हां अगर इस लेख के बाद आप ये सब करो तो कभी कभी मुझे याद कर लेना

उम्मीद करता हूं जानकारी पसंद आई होगी

मैं आज फिर हाज़िर हूं आपके सामने एक नया गैजेट(समान) लेकर - sink cleaner

दोस्तो आज मैं आपके लिए सिंक क्लीनर लेकर आया हूं

आप इसकी मदद से अपने सिंक या वाशबेशन में फंसा कोई भी कचरा आसानी से निकाल सकते है और आप किसी भी पाइप की सफाई भी इसकी मदद से कर सकते हो

इसका इस्तेमाल करना बहुत आसान है और यह साइज में भी बहुत छोटा है लेकिन इसकी लंबाई भी अच्छी खासी है आप चेक कर सकते है[1] और खास बात यह है की इसकी मोटाई बहुत कम है यानीके आप इसे घर के किसी बारीक पाइप के अंदर डालकर उसकी भी सफाई कर सकते हो।

इससे आप पाइप में फंसे बालों को बहुत ही आसानी से निकाल सकते हो यह अच्छे मैटेरियल स्टील से बना है इसके खराब होने के चांस बहुत कम होते है क्योंकि यह घर में कभी कभी इस्तेमाल होता है मेरे घर में भी इसे इस्तेमाल किया जाता है उसी के बाद में ये रिव्यू लिख रहा हूं

अगर आप इसका अभी का प्राइस देखना चाहते है या इसे खरीदना चाहते है तो नीचे दी गई लिंक पर जाए

ऑर्डर करने के लिए यहां क्लिक करे
click on link
https://d-p4shop.dotpe.in



whatsapp link

https://wa.me/message/MGAXBXAZ7MHOG1


नोट
मैं अपनी तरफ से आपको कम मूल्य में एक अच्छा समान दिलाने की पूरी कोशिश करता हूं और काफी रिसर्च के बाद जो प्रोडक्ट सबसे अच्छा लगता वही आपके लिए लेकर आता हूं अगर आप भी नए नए प्रोडक्ट का रिव्यू पढ़ना चाहते है तो इस मंच को फॉलो जरूर करे

For daily updates join these groups

Telegram channel 👇
https://t.me/p4dukan

function disabled

Old Post from Sanwariya