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बुधवार, 16 जून 2021

शादी, शर्त और सौदा - आज 30-35 साल तक के बच्चों के विवाह नहीं हो रहे है?

💓शादी, शर्त और सौदा💓
आज 30-35 साल तक के बच्चों के विवाह नहीं हो रहे है? 

कारण क्या है ?🤔🤔🤔

एक 24 वर्षीय  लड़की के पिताजी को नजदीक के परिजन ने एक विवाह प्रस्ताव के बारे में बताया कि लड़का शहर में नौकरी करता है। 

.... दिखने में सुस्वरूप है।
.... अच्छे संस्कारवाला है।
...  माँ बाप भी धनाढ्य और सम्पन्न हैं☺️

लड़के की उम्र 25 साल है, सब अनुरुप है।

लड़की के पिताजी ने कहा कि  वो सब ठीक है पर लड़के की कमाई कितनी है?🤔
 
मध्यस्थ ने बताया कि अच्छी है। 30 हजार रुपये है। धनाढ्य परिवार से है।

लड़की के पिताजी के जवाब दिया कि हूँ !! शहर में 30 हजार से क्या होता है? परिवार की कमाई से हमें क्या लेना-देना!!

मध्यस्थ ने कहा कि एक दूसरा लड़का भी है।...

दिखने में ठीक ठाक है।

तनख्वाह  अच्छा.... 50 हजार है। 

सिर्फ उसकी उम्र थोड़ी ज्यादा है। 

वह 28 साल का है।

लडके पिताजी ने कहा कि 50 हजार ?🤔

शहर में 1BHK फ्लैट भी वह खरीद सकता है क्या!🤔

सिर्फ  50 हजार में ?...🤔 

तो बेटी को कैसे खुश रख पायेगा वो!🤔
 
मध्यस्थ ने हिम्मत नहीं हारी और एक बताया कि एक और भी है।

.... लड़का दिखने मे ठीक ठाक है। 
.... सिर्फ थोड़ा मोटा है।
 .... थोडे से बाल झड़ गए है
 ....दिमाग से काम करने के कारण!
 ....  तनख्वाह भी ज्यादा है।
 ... 1 लाख महीना है। 
 ... पर उम्र मात्र 32 साल है !! 
 ... देखो अगर आपको जँचता हो तो!*

लड़की के पिताजी ने गुस्से में कहा कि क्या चाटना है 1 लाख पगार को?

.... मेरी कन्या को तो सुन्दर ही लड़का ही चाहिए।

.... और वो भी अकेला रहने वाला या बहुत छोटा परिवार। 

....कमाई भी ज्यादा होनी चाहिए, वरना लड़की को खुश कैसे रखेगा!

.... मेरी लड़की भी कमाती है! 

.... कोई अच्छा वर बताइये जी 

....लड़का कम उम्र का हो,....

ऐसे ही बातो में 3 से 5 साल  निकल गए। 

.... फिर  मध्यस्थ को बुलाकर बात की उसने कहा की
अब मेरे पास आपकी लड़की के अनुरूप 30 से 35 साल वाले लड़के ही मेरी नजर में है। 

आप बोलो तो बताऊ लड़की का बाप: "कोई भी लड़का बताइये!

.... इस उम्र में कही शादी हो जाये! ये क्या कम बड़ी बात है!!!

... लड़की की उम्र भी तो 29/30 हो रही है!! 

....अब मेरी लड़की ही बहुत बड़ी हो गयी है

.. तो मैं ज्यादा क्या अपेक्षा रखू.ऐसी बातें करके लड़की और लड़को की जिंदगी के साथ खिलवाड़ रोज देखता हूँ! अंत में समझौता ही करते देखा जाता है!😭

 ...आप अपने आस पास देखेंगे,  क्यों की ज्योतिषीय आधार पर भी बहुत बार भाग्य शादी के बाद उदय होता है।
 
... तो बहुत बार शादी के बाद व्यक्ति का सब कुछ चला जाता है

..... इसलिए पैसे को ही एकमात्र आधार नहीं बनाये!🙏

....सिर्फ एक सवाल का उत्तर दें कि जब आपकी शादी हुई थी तब आप कितना कमाते थे?

 ... आज क्या आपके पास नहीं है!
 
लड़का-लड़की को समानता का अधिकार वाले युग मे आप भी थोड़ा लड़की एवं लड़के के पीछे खड़े रहिये।

पर कृपा करके लड़के-लड़कियों की शादी योग्य उम्र में करिये या होने दीजिए।

.. और मां-बाप द्वारा शादी की बात करने पर घर में झगड़ा आम हो चुका है। 

..अपने माता-पिता की भी भावनाये एवं इच्छाओं का ध्यान रखिए।🙏

 .. आप भले ही डिग्री में उनसे ज्यादा हैं।

... पर आपके माता-पिता आपसे बहुत ज्यादा अनुभवी हैं।

 ... और कोई भी अपने बच्चों के लिए गलत संबंध नहीं देखता है।

कई जगह तो अच्छे लड़कों को इसलिए छोड़ दिया क्यों कि लड़कियां जॉब कर रही थी और पढ़ाई में लड़कों से ज्यादा थी।

...जब कि लड़के भले ही उनसे कम पढ़े थे .... परंतु उनके जैसी सैलरी वाले तो उनके परिवारिक व्यवसाय में जॉब कर रहे थे।

.... शादी के बाद जॉब करने वाली नहीं बल्कि परिवारिक काम में मददगार बहु!.

... उनके माता-पिता तो तैयार थे.... पर बच्चे नहीं माने!!*उम्रभर पैसा और नौकरीं तो आते-जाते रहेगी....पर "तारुण्य" और "उम्र" वापस नहीं आएगी...

एक बार अवश्य सोचे 🙏

कोविड से मृत्यु पर केंद्र और राज्य सरकार द्वारा ढेर सारे राहत पैकेज की घोषणाएं की गई हैं

*कोरोना महामारी में दूसरी लहर में कोविड से मृत्यु पर केंद्र और राज्य सरकार द्वारा ढेर सारे राहत पैकेज की घोषणाएं की गई हैं,* इसके अतिरिक्त भी परिवारजन निम्न राहत प्राप्त करने के अधिकारी हैं, यह प्रावधान आमजन के हित हेतु सूचना प्रेषित है... 

01. पीएम केयर्स फंड से माता-पिता या अभिभावक की मृत्यु पर 18 वर्ष की उम्र में मासिक सहायता राशि, -23 वर्ष की उम्र में पीएम केयर्स फंड से 10 लाख रुपए दिए जाने का प्रावधान किया गया है,
-फ्री शिक्षा, उच्च शिक्षा के लोन, जिसका ब्याज पीएम केयर फण्ड से चुकाया जाएगा, 
-साथ ही 18 वर्ष की उम्र तक आयुष्मान भारत से 05 लाख का हेल्थ इंश्योरेंस किया जाएगा। जिसका प्रीमियम पीएम केयर्स फंड से दिया जाएगा।
02. राज्य में अनाथ बच्चों के लिए पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के अलावा मुख्यमंत्री बाल कल्याण योजना भी है
जिसमें तत्काल ₹ 01 लाख का प्रावधान,
18 वर्ष की आयु तक प्रतिमाह ₹2500,
18 वर्ष पूर्ण होने पर ₹ 05 लाख तक की सहायता देय है।
-12वीं तक निशुल्क आवासीय शिक्षा या हॉस्टल में रहकर शिक्षा। -कॉलेज के छात्रों को समाज कल्याण के हॉस्टल में रहने की सुविधा और अंबेडकर डीबीटी वाउचर योजना का लाभ दिया जाएगा. -युवाओं को मुख्यमंत्री युवा संबल योजना में बेरोजगारी भत्ता दिए जाने के लिए प्रावधान किए गए हैं।
03. राज्य में विधवा पत्नी हेतु पति की कोविड से मृत्यु पर ₹ 01 लाख एकमुश्त, 
-1500/रुपए प्रति माह विधवा पेंशन का प्रावधान किया गया है इसमें सालाना आय की बाध्यता नहीं है और सभी आयु वर्ग हेतु प्रावधान है,
-विधवा स्त्री के बच्चों को ₹1000 प्रति माह एवं स्कूल ड्रेस और पुस्तकों के लिए एकमुश्त ₹2000 की राशि का प्रावधान किया है.
04. पति/पत्नी राजकीय सेवा में  कार्यरत हो तो कोविड ड्यूटी में लगे हुए हो तो,मृत्य पर 50 लाख रुपये की राशि सरकार द्वारा देय है।
05. प्राइवेट नौकरी में थे और उनका PF/ बीमा के पैसे कटते थे, तो क्लेम का प्रावधान है।
06. ESIC यानी कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत बीमा राशि बढ़ाकर ₹ 07 लाख कर दी गई है, और इस में पारिवारिक पेंशन मिलने का प्रावधान किया गया है, जो औसत दैनिक वेतन के 90% के बराबर तक होगी और यह लाभ 24-3-2020 से 24-3 -2022 तक लिया जा सकेगा.
07. जनधन योजना के खाता धारक को ₹2 लाख दुर्घटना या सामान्य मौत पर, दिए जाने का प्रावधान है।
08. माता पिता की मृत्यु पर समाज कल्याण विभाग की पालनहार योजना से भी लाभ लिया जा सकता है,इसमें केवल पिता या माता की मृत्यु पर भी यह लाभ मिल सकता है, विधवा के बच्चों को ₹1000 प्रतिमाह प्रति बच्चा,दिए जाने का प्रावधान है, इस हेतु अध्ययन प्रमाण पत्र या आंगनबाड़ी का प्रमाण पत्र लगाना पड़ेगा, साथ ही मां का विधवा पेंशन का पीपीओ भी लगेगा, और जन आधार कार्ड भी लगाना होगा।यह लकभ 18 वर्ष की आयु तक  मिलेगा, इसके बाद मुख्यमंत्री हुनर विकास या उच्च शिक्षा योजना के तहत व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए फीस सरकार के द्वारा स्पॉन्सर की जाएगी।
09. माता पिता की मृत्यु मार्च 2020 के बाद किसी भी कारण से हो जाने पर, बाल स्वराज स्वराज योजना भी है इसके लिए फोन न. 1098 पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। और केंद्र की स्कीम के अलावा भी इस योजना से लाभ मिलेगा।
10. 01-04-2020 से 31 मार्च 2021 और उसके बाद वित्तीय वर्ष में यदि ₹12 या ₹330 प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और PMSBY के तहत बैंक खाताधारक की पासबुक में हुई 12 रुपये और 330 रुपये की कटौती की इंट्री ही इसी बीमा के क्लेम के लिए काफी है। इनमें एक एक्सीडेंटल बीमा की 12 रुपये और दूसरे सामान्य बीमा की 330 रुपये की रकम खाते से कटी होती है। इस पर 2 लाख रुपये क्लैम के दिये जाने के 2015 से ही प्रावधान हैं।
11. एटीएम कार्ड धारक द्वारा यदि 90 दिन में एक बार भी ट्रांजैक्शन किया गया है, तो असामयिक मृत्यु की स्तिथि में 50,000 रु से  10 लाख रुपए तक के बीमा क्लैम के प्रावधान हैं। जो बैंक द्वारा देय हैं। चाहे एटीएम सरकारी बैंक का हो या प्राइवेट बैंक का।
12. यदि मृतक द्वारा किसी भी प्रकार का टर्म इंश्योरेंस, बीमा कवर, एलआईसी की पॉलिसी आदि ली गई है तो वह भी लाभ उसके नॉमिनी को मिलेंगे।
13. राजकीय कर्मचारी को सेवाकाल के दौरान किए गए बीमे की राशि और अन्य लाभ देय होंगे साथ ही पारिवारिक पेंशन भी दी जाएगी।
14. यदि मृतक सरकार द्वारा अधिस्वीकृत पत्रकार था, तो राज्य सरकार द्वारा उसके परिवार को ₹50 लाख की राशि का प्रावधान है।
15 इसी प्रकार यदि किसी अधिवक्ता की मृत्यु होती है तो भी कई बार एसोसिएशन द्वारा उसके परिवार को मुआवजा का  प्रावधान है।
आवश्यक दस्तावेज- मृत्य प्रमाण पत्र, कोविड रिपोर्ट, HRCT रिपोर्ट, रोग प्रमाण पत्र, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आदि, नौकरी के प्रमाण पत्र,आधार कार्ड, जनाधार कार्ड, फ़ोटो, बीमा पालिसी की प्रति आदि, आयु प्रमाण पत्र, एड्रेस प्रूफ आदि।
 यदि कोई भी संशोधन या और कोई योजना संज्ञान में आये तो कृपया ऐड कर दें और फारवर्ड करें।

*👉कृपया जनहित में इस मैसेज को अधिकतम फॉरवर्ड करने की कृपा करें ताकि अधिकतम लोगों को लाभ मिल सके, यह भी एक प्रकार की  समाजसेवा होगी ।*
निवेदक-

बच्चे का मुण्डन संस्कार क्यों कराया जाता है ?

बच्चे का मुण्डन संस्कार क्यों कराया जाता है ?

मुण्डन संस्कार को चूड़ाकरण संस्कार या चौलकर्म भी कहते है जिसका अर्थ है—वह संस्कार जिसमें बालक को चूड़ा अर्थात् शिखा दी जाए ।

बच्चे का मुण्डन संस्कार कराने के पीछे हमारे ऋषि-मुनियों की बहुत गहरी सोच थी । माता के गर्भ से आए सिर के बाल अपवित्रमाने गये हैं । इनके मुण्डन का उद्देश्य बालक की अपवित्रता को दूर कर उसे अन्य संस्कारों (वेदारम्भ, यज्ञ आदि) के योग्य बनाना है क्योंकि मुण्डन करते हुए यह कहा जाता है कि इसका सिर पवित्र हो, यह दीर्घजीवी हो। अत: यह बालक के स्वास्थ्य व शरीर के लिए नया संस्कार है।
 
दूसरी बात गर्भ के बाल झड़ते रहते हैं जिससे शिशु के तेज की वृद्धि नहीं हो पाती है । इन केशों को मुंडवा कर शिखा रखी जाती है । कहीं-कहीं पर पहले मुण्डन में नहीं वरन् दूसरी बार के मुण्डन में शिखा छोड़ते हैं । शिखा से आयु और तेज की वृद्धि होती है । मुण्डन बालिकाओं का भी होता है, किन्तु उनकी शिखा नहीं छोड़ी जाती है ।

उत्तम, मध्यम व अधम श्रेणी का मुण्डन संस्कार
शास्त्रों में जन्मकालीन बालों का बच्चे के प्रथम, तीसरे या पांचवे वर्ष में या कुल की परम्परानुसार शुभ मुहुर्त में मुण्डन करने का विधान है । जन्म से तीसरे वर्ष में मुण्डन संस्कार उत्तम माना गया है । पांचवे या सातवें वर्ष में मध्यम और दसवें व ग्यारहवें वर्ष में मुण्डन संस्कार करना निम्न श्रेणी का माना जाता है ।

बच्चे का मुण्डन शुभ मुहुर्त में किसी देवी-देवता या कुल देवता के स्थान पर या पवित्र नदी के तट पर कराया जाता है । अपने गोत्र की परम्परानुसार मुण्डन करके बालों को नदी के तट पर या गोशाला में गाड़ दिया जाता है । कहीं-कहीं कुल देवता को ये बाल समर्पित कर फिर उन्हें विसर्जित किया जाता है मुण्डन करने के बाद बच्चे के सिर पर दही-मक्खन, मलाई या चंदन लगाया जाता है।

 कुछ लोग मुण्डन के बाद बालक को स्नान कराकर सिर पर सतिया (स्वास्तिक) बना देते हैं । मुण्डन में अपने परिवार की परम्परा और रीतियों के अनुसार ही पूजा-पाठ और दान-पुण्य व अन्य मांगलिक कार्य किए जाते हैं ।

यजुर्वेद (३।६३) में मुण्डन संस्कार पर एक श्लोक है जिससे स्पष्ट होता है कि मुण्डन संस्कार से बच्चे को कितने लाभ हैं—

‘नि वर्त्तयाम्यायुषेऽन्नाद्याय प्रजननाय रायस्पोषाय सुप्रजास्त्वाय सुवीर्याय ।।’
 
अर्थात्—हे बालक ! मैं तेरे दीर्घायु के लिए, उत्पादन शक्ति प्राप्त करने के लिए,ऐश्वर्य वृद्धि के लिए, सुन्दर संतान के लिए, बल और पराक्रम प्राप्त करने के योग्य होने के लिए तेरा मुण्डन-संस्कार करता हूँ।

आचार्य चरक ने मुण्डन संस्कार का महत्व बताते हुए कहा है कि इससे बालक की आयु, पुष्टि, पवित्रता और सौन्दर्य में वृद्धि होती है ।

मुण्डन संस्कार के अनेक मन्त्रों का भी यही भाव है कि—‘सूर्य, इन्द्र, पवन आदि सभी देव तुझे दीर्घायु, बल और तेज प्रदान करें ।’

—मुण्डन संस्कार बालक के आयु, सौन्दर्य, तेज और कल्याण की वृद्धि  के लिए किया जाता है । शुभ मुहूर्त में नाई से बच्चे का मुण्डन कराया जाता है और मर्मस्थान की सुरक्षा के लिए सिर के पिछले भाग में चोटी रखने का विधान है । बालक का मुण्डन कराने के बाद उसके सिर में मलाई या दही, मक्खन आदि की मालिश की जाती है जिससे मस्तिष्क के मज्जातन्तुओं को कोमलता, शीतलता और शक्ति प्राप्त होती है । आगे चलकर यही उसकी बुद्धि के विकास में सहायक होती है क्योंकि अच्छे स्वास्थ्य के लिए सिर ठण्डा होना चाहिए ।

—अधिकांशत: मुण्डन प्रथम या तीसरे वर्ष में किया जाता है ।  यह समय बच्चे के दांत निकलने का होता है । इसके कारण शरीर में कई तरह की परेशानियां होती हैं । बच्चे का शरीर निर्बल होकर उसके बाल झड़ने लगते हैं । हमारे शास्त्रकारो ने ऐसे समय में मुण्डन कराने का विधान बच्चे को अस्वस्थ होने से बचाने के लिए ही किया ।

—यह संस्कार त्वचा सम्बन्धी रोगों के लिए बहुत लाभकारी है। शिखा को छोड़कर शेष बालों को मूंड़ देने से शरीर का तापमान सामान्य हो जाता है और उस समय होने वाली फुंसी, दस्त आदि बीमारियों स्वयं कम हो जाती हैं । एक बार बाल मूंड़ देने के बाद बाल फिर झड़ते नहीं, वे बंध जाते हैं । इस प्रकार मुण्डन संस्कार का उद्देश्य बालक की स्वच्छता, पवित्रता, सौन्दर्य वृद्धि और पुष्टि है । मनुष्य की समस्त शारीरिक क्रियाओं का केन्द्र मस्तिष्क ही है । यदि मस्तिष्क स्वस्थ है तो मनुष्य सौ वर्ष तक दीर्घजीवी हो सकता है।

मंगलवार, 15 जून 2021

नई गाइड लाइन दिशा निर्देश:- कल से लागू। 16 जून 2021

नई गाइड लाइन दिशा निर्देश:- 

कल से लागू। 

राजस्थान सरकार गृह ( ग्रुप -7 ) विभाग कमांक प . 7 ( 1 ) गृह -7 / 2021 जयपुर , दिनांकः 15.06.2021 आदेश विषय : विभागीय समसंख्यक आदेश दिनांक 07.06.2021 त्रिस्तरीय जन - अनुशासन मॉडिफाइड लॉकडाउन दिशा - निर्देश 2.0 के क्रम में अतिरिक्त दिशा - निर्देश । 

विभागीय समसंख्यक आदेश दिनांक 07.06.2021 त्रिस्तरीय जन - अनुशासन मॉडिफाइड लॉकडाउन दिशा - निर्देश 2.0 की निरन्तरता में निम्नानुसार अतिरिक्त दिशा - निर्देश जारी किये जाते हैं : 

1. प्रदेश के ऐसे समस्त सरकारी / निजी कार्यालय जहां कार्मिकों की संख्या 10 से कम है , वहां 100 प्रतिशत कार्मिक एवं जिन कार्यालयों में कार्मिकों की संख्या 10 या 10 से अधिक है , उनमें 50 प्रतिशत कार्मिक अनुमत होंगे । 

सभी कार्मिकों द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल ( विशेषकर 2 गज की दूरी ) की पालना सुनिश्चित करना अनिवार्य होगा । 

2. किसी भी प्रकार की खेल - कूद संबंधी गतिविधियों का आयोजन सम्बन्धित परिसर / स्टेडियम में कोच के निर्देशन में कोविड प्रोटोकॉल की पालना सुनिश्चित करते हुए सोमवार से शनिवार प्रातः 06:00 बजे से सायं 04:00 बजे तक अनुमत होगा । 

3. पूर्णतः वातानुकूलित शॉपिंग कॉम्पलेक्स / मॉल सोमवार से शनिवार प्रातः 06:00 बजे से सायं 04:00 बजे तक खोलने की अनुमति होगी । 
उनमें स्थित दुकानें अथवा व्यवसायिक प्रतिष्ठान , भवन की मंजिलों के अनुसार खुलेंगे । जैसे प्रथम दिन बेसमेंट एवं प्रथम फ्लोर की दुकानें तथा उसके अगले दिन ग्राउण्ड फ्लोर एवं द्वितीय फ्लोर पर स्थित दुकानें , एक छोडकर एक ( Alternate ) खोली जा सकेगी । जन अनुशासन कमेटी द्वारा इसकी मॉनिटरिंग की जायेगी । 

4. रेस्टोरेन्ट्स आदि संचालकों द्वारा बैठाकर खिलाने की सुविधा सोमवार से शनिवार प्रातः 09:00 बजे से सायं 04:00 बजे तक रेस्टोरेन्ट की बैठक व्यवस्था का 50 प्रतिशत के साथ , एक छोडकर एक ( Alternate ) रूप से अनुमत होगी । 

रेस्टोरेन्ट्स संचालकों द्वारा वायु का उचित संचार ( proper ventilation ) , कोविड प्रोटोकॉल जैसे मास्क पहनना , दो गज की दूरी बनाए रखना इत्यादि की सख्ती से पालना सुनिश्चित करना अनिवार्य होगा । उल्लंघन करने पर जिला प्रशासन द्वारा सम्बन्धित रेस्टोरेन्ट के विरूद्ध सीलिंग की कार्यवाही की जायेगी ।

रेस्टोरेन्ट्स द्वारा होम डिलीवरी की सुविधा रात्रि 10:00 बजे तक अनुमत होगी एवं Take away सुविधा सोमवार से शनिवार प्रातः 06:00 बजे से सायं 04:00 बजे तक अनुमत होगी । रेस्टोरेन्ट संचालकों द्वारा रेस्टारेन्ट्स की बैठक क्षमता DOIT के माध्यम से बनाए गये वेब पोर्टल पर E - intimation के माध्यम से दिनांक 21.06.2021 तक अपडेट करनी होगी ।

 5. होटल संचालकों द्वारा अपने इन हाऊस ( in - house ) गेस्ट को सर्विस देना अनुमत होगा । 

6. शहर में संचालित सीटी / मिनी बसों का संचालन प्रातः 05:00 बजे से सायं 05:00 बजे तक अनुमति होगा । किसी भी यात्री को खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी ( no standing ) |

 7. कोविड प्रोटोकॉल की पालना सुनिश्चित करते हुए मेट्रो रेल संचालन ( no standing ) की अनुमति होगी ।

 8. सिनेमा हॉल्स / थियेटर / मल्टीप्लेक्स को खोलने की अनुमति नहीं होगी । संचालकों द्वारा बैठक क्षमता DOIT द्वारा बनाए गये वेब पोर्टल पर E - intimation के माध्यम से दिनांक 21.06.2021 तक अपडेट करना अनिवार्य होगा । 

9. जिम एवं योगा सेन्टर को कोविड प्रोटोकॉल की पालना सुनिश्चित करते हुए सोमवार से शनिवार प्रातः 06:00 बजे से सायं 04:00 बजे तक खोलने की अनुमति होगी । संचालकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि जिम एवं योगा सेन्टर में वायु का उचित संचार ( proper ventilation ) हो , कोविड प्रोटोकॉल जैसे मास्क पहनना , दो गज की दूरी बनाए रखना इत्यादि की सख्ती से पालना की जाए । जिम एवं योगा सेन्टर संचालकों द्वारा जिम एवं योगा सेन्टर की क्षमता की सूचना DoIT द्वारा बनाए गये वेब पोर्टल पर E - intimation के माध्यम से दिनांक 21.06.2021 तक अपडेट करना अनिवार्य होगा । 

10. प्रदेश के समस्त पर्यटन स्थल , कला एवं संस्कृति से जुड़े स्मारकों को खोले जाने की अनुमति होगी । इस सम्बन्ध में पर्यटन विभाग एवं कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा पृथक से दिशा - निर्देश जारी किये जायेंगे । 

11. शनिवार सायं 05:00 से सोमवार प्रातः 5:00 बजे तक जन अनुशासन वीकेंड कप y रहेगा । इसके अलावा प्रतिदिन सायं 05:00 बजे से अगले दिन प्रातः 5:00 बजे तक जन अनुशासन कप y रहेगा । पूर्व में खोले जाने हेतु अनुमत समस्त बाजार / व्यवसायिक प्रतिष्ठान जोकि सोमवार से शुक्रवार तक अनुमत थे उन बाजारों / व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को सोमवार से शनिवार तक खोले जाने की अनुमति होगी । 

12. यह आदेश दिनांक 16 जून , 2021 बुधवार से प्रभावी होगा ।

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🙏🏼 जय श्री राम🙏

निवेदक
कैलाश चंद्र लढा

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