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मंगलवार, 13 सितंबर 2022

पित्तदोष होने पर क्या खाएं? पित्त दोष को संतुलित करने के घरेलू उपाय

पित्त दोष क्या है (What is Pitta Dosha)? पित्त शरीर में अग्नि और जल तत्वों से मिलकर बनता है। यह शरीर में हार्मोन, एंजाइम, शरीर के तापमान और पाचक अग्नि को नियंत्रित करता है। पित्त पेट और छोटी आंत में प्रमुखता से पाया जाता है। 

शरीर में पित्त का संतुलन (Pitta in Body) में होना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि पित्त असंतुलित होने पर कई रोगों कारण बन सकता है। पित्त से लगभग 40 तरह के रोग जन्म ले सकते हैं।

पित्त प्रकृति वाले लोगों को अकसर पेट में एसिडिटी और कब्ज की समस्या रहती है (Acidity and Constipation in Pitta Dosha)। इनकी पाचक अग्नि कमजोर पड़ जाती है, जिससे ये भोजन को अच्छे से डायजेस्ट नहीं कर पाते हैं। हमेशा स्वस्थ रहने के लिए पित्त का संतुलित होना बहुत जरूरी होता है। पित्त प्रकृति वाले लोगों को हमेशा ठंडी, मीठी चीजों का सेवन करना चाहिए। साथ ही गर्म तासीर और खट्टी चीजें शरीर में पित्त बढ़ाने का कारण होते हैं। अगर आपके शरीर में लाल चकते या फोड़े-फुंसी रहते हैं, आपको एसिडिटी की समस्या है, गुस्सा बहुत जल्दी आता है तो समझ जाइए कि आपके शरीर की प्रकृति पित्त है। ऐसे में इसे संतुलन में रखने के लिए आपको कुछ चीजों से हमेशा दूरी बनाकर रखनी चाहिए।

पित्त प्रकृति वाले लोगों को किन चीजों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए (Foods to Avoid in Pitta Dosha)।

आयुर्वेद के अनुसार अगर आपकी पित्त प्रकृति है, तो आपको कभी भी खट्टे और गर्म तासीर वाली चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। इनके सेवन से आपको कोई फायदा नहीं मिलेगा, बल्कि इससे आपको नुकसान हो सकता है। चलिए जानते हैं, किन चीजों से आपको दूरी बनाकर रखनी है-

इन चीजों से भी बढ़ता है पित्त (These Things Also Increase Pitta)

  • गर्म तासीर की दालें (Hot Lentils) - पित्त प्रकृति वालों के लिए अंकुरित मूंग बहुत फायदेमंद होता है
  • मैदा (Maida)
  • प्रोसेस्ड और फास्ट फूड (Processed and Fast Food)
  • शराब (Alcohol)
  • ज्यादा धूप में रहने से भी पित्त बढ़ता है। (Sunlight also Increases Pitta)
  • अग्नि के पास बैठने (Fire Increase Pitta)
  • ज्यादा एक्सरसाइज करने (Heavy Workout)
  • मानसिक तनाव (Mental Stress)
  • गुस्सा (Anger)
  • चिकन, मटन और फिश (Chicken, Mutton and Fish Increase Pitta in Body)

ऊपर बताए गए सभी चीजों से शरीर में पित्त बढ़ता है। ऐसे में अगर आपकी पित्त प्रकृति है, तो आपको इन सभी चीजों से पूरी तरह से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। अगर आप हमेशा खुश रहते हैं, तो आपका पित्त संतुलन में रहता है। 
आयुर्वेद के अनुसार एक व्यक्ति तभी स्वस्थ रह सकता है, जब वह अपनी प्रकृति के अनुसार आहार-विहार करता है।

अगर आपको अपनी प्रकृति के बारे में जानकारी नहीं है, तो आप एक बार किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। वे आपके बारे में जानकर आपकी प्रकृति के बारे में बताने में आपकी मदद करेंगे।

पित्तदोष होने पर क्या खाएं? अनाज से लेकर फल भी है लाभदायक, ये रही पूरी जानकारी


पित्त की समस्या में बदहजमी की शिकायत बनी रहती है। ऐसा गर्म तासीर वाला खाना खाने और ज्यादा मसालेदार खाना खाने से होता है। पित्त की इस समस्या से राहत पाने के लिए खाने में ठंडी तासीर वाली चीजों का सेवन करना फायदेमंद रहता है।

पित्त एक ऐसा रोग है, जिससे पीड़ित होने पर एक या दो नहीं बल्कि 40 से ज्यादा रोग हो सकते हैं। बहुत जल्दी गुस्सा आना, ज्यादा पसीना आना, जल्दी थकान होना, ये सब पित्त दोष के लक्षण हैं। पित्त दोष ज्यादा मसालेदार खाना खाने, तनाव लेने से या बिना भूख के ही कुछ भी खा लेने और गर्म तासीर वाली चीजों के सेवन से अधिक होता है। हालांकि, खान-पान में सुधार करने से पित्त दोष की समस्या से राहत पाई जा सकती है। तो चलिए हम आपको बताते हैं पित्त दोष के निवारण के लिए डाइट में किन चीजों को शामिल करें और किन चीजों को इग्नोर करें-

पित्त दोष में क्या खाएं?

इन फलों का करें सेवन
पित्त दोष में गर्म तासीर वाले फलों के सेवन से परहेज करना चाहिए। इस समस्या से राहत पाने के लिए सेब, अनार, ताजे अंजीर, आम, खरबूजा, अमरूद और संतरे का सेवन कर सकते हैं।

सब्ज़ियां
जिन लोगों को पित्त की समस्या होती है, वो ब्रोकली, खीरा, हरी शिमला मिर्च, हरी पत्तेदार सब्जी, गोभी, हरी बींस, मशरूम, लौकी और भिंडी से बनी सब्जियों को डाइट में शामिल कर सकते हैं। पर ध्यान रखें कि सब्जी मसालेदार न हो।

अनाज
पित्त की समस्या से राहत पाने के लिए अनाज का सेवन भी फायदेमंद होता है। अनाजों में जौ, गेहूं, ओट्स, सफेद बासमाती चावल को शामिल किया जा सकता है। वहीं, दालों में मूंग की दाल इस रोग में फायदेमंद होती है।

हर्बल टी का सेवन
पित्त की समस्या से निजात पाने के लिए चाय-कॉफी का सेवन हानिकारक होता है। दरअसल, पित्त की समस्या होने पर बदहजमी की शिकायत बनी रहती है। ऐसे में चाय-कॉफी का सेवन पित्त को बढ़ाने का काम करता है। चाय-कॉफी की जगह हर्बल या ग्रीन टी का सेवन किया जा सकता है।

घी का करें सेवन
पित्त को शांत करने के लिए गाय का देसी घी काफी फायदेमंद होता है। इसके अलावा खाने में नारियल का तेल, सूरजमुखी का तेल और जैतून के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है।

पित्त को बढ़ाते हैं ये 7 फूड्स, पित्त प्रकृति वाले न करें इनका सेवन

1. लाल मिर्च बढ़ाए पित्त (Red Chilies Increase Pitta)

पित्त प्रकृति वाले लोगों को भूलकर भी लाल मिर्च का सेवन नहीं करना चाहिए। लाल मिर्च की तासीर बहुत गर्म होती है, ऐसे में अगर पित्त प्रकृति वाले लोग इसे अपने भोजन में शामिल करेंगे तो इससे उनके शरीर में पित्त बढ़ सकता है। पित्त प्रकृति वाले लोग लाल मिर्च की जगह हरी मिर्च का सेवन कर सकते हैं। लाल मिर्च पित्त को बढ़ाने का एक प्रमुख कारण होता है।

2. मसालों से बढ़ता है पित्त (Spices Cause to Increase Pitta)

भारतीय घरों में भोजन को स्वादिष्ट बनाने के लिए कई तरह के मसालों का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन पित्त प्रकृति वाले लोगों के लिए मसाले का सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है। पित्त प्रकृति वालों को खाने में इस्तेमाल होने वाले मसाले जैसे काली मिर्च, दालचीनी, तेजपत्ता, लौंग आदि के सेवन से बचना चाहिए। मसालों में आप धनिया का इस्तेमाल कर सकते हैं। धनिया की तासीर ठंडी होती है, जो पित्त प्रकृति वालों के लिए फायदेमंद होती है। साथ ही लहसुन, अदरक का भी आपको सीमित मात्रा में ही उपयोग करना चाहिए। अगर आपको पित्त ज्यादा बढ़ा हुआ है, तो इनसे भी दूरी बनाकर रखें।

3. ड्राय फ्रूट्स बढ़ाए पित्त (Dry Fruits Increase Pitta in Body)

ड्राय फ्रूट्स (Dry Fruits) यानी सूखे मेवे की तासीर बहुत गर्म होती है। पित्त प्रकृति वालों में इनका दुष्प्रभाव देखने को मिलता है। अगर आपकी पित्त प्रकृति है, तो आपको इनके सेवन से बचना चाहिए। आपको कभी भी काजू, बादाम, किशमिश, पिस्ता और अखरोट का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आप चाहें तो बादाम को रातभर भिगोकर रखें और सुबह इसका सेवन कर सकते हैं, इससे उसकी तासीर ठंडी हो जाती है। मूंगफली भी शरीर में पित्त को बढ़ाने का कारण होती है। सर्दियों में भी मूंगफली का सेवन नहीं करना चाहिए।

4. खट्टे फलों से बढ़ता है पित्त (Citrus Fruits Increase Pitta)

पित्त प्रकृति वाले लोगों को खट्टी चीजों से भी परहेज करना होता है। खट्टी चीजें शरीर में पित्त की मात्रा को बढ़ाते हैं, जिससे कई तरह के रोग हो सकते हैं। अगर आपकी पित्त प्रकृति है तो खट्टे फलों (Citrus Fruits) का सेवन भूलकर भी न करें। इसमें आप संतरा, मौसंबी, कीवी, चकोतरा आदि के सेवन से बचें। इसकी जगह आप पित्त को शांत करने वाले फल जैसे तरबूज, खीरा, सेब आदि का सेवन कर सकते हैं। 

5. तला-भुना भोजन बढ़ाए पित्त (Fried Foods Increase Pitta in Body)

वैसे तो ज्यादा तला-भुना आहार सभी के लिए नुकसानदायक होता है, लेकिन पित्त प्रकृति वालों को यह सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। इनके ज्यादा सेवन से शरीर में पित्त बढ़ने की संभावना रहती है। ऐसे में आपको इनका सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।

6. कैफीन से बढ़ता है पित्त (Caffeine Increases Pitta)

पित्त प्रकृति वाले लोगों को कैफीन युक्त चीजों से भी दूरी बनाकर रखनी होती है। कैफीन युक्त चीजें जैसे चाय, कॉफी, सोडा और चॉकलेट्स भी पित्त को बढ़ाने की मुख्य वजह होते हैं। इनका सेवन आपको भूलकर भी नहीं करना चाहिए। इसकी जगह आप हर्बल टी या कूल ड्रिंक्स का सेवन कर सकते हैं। इनसे पित्त शांत होता है।

7. गर्म तासीर की सब्जियां (Hot Steamed Vegetables Increase Pitta)

पित्त को बढ़ाने के लिए आपको गर्म तासीर की सब्जियों का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। साथ ही चिपचिपी सब्जियों से भी दूरी बनाकर रखनी चाहिए। इसमें आपको बैंगन, अरबी, भिंडी, कटहल, सरसों का साग आदि से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। पित्त को संतुलित करने के लिए आप पालक, बींस, परवल और सीताफल का सेवन कर सकते हैं।

पित्त दोष को संतुलित करने के घरेलू उपाय (Home Remedies to Balance Pitta Dosha)

1) घरेलू उपायों में घी, मक्खन और दूध से भी पित्त दोष को संतुलित किया जा सकता है।

2) पित्त असंतुलित या बढ़ा हो तो ऐसे में आपको खट्टे फलों के सेवन से बचना चाहिए। इसे संतुलित करने के लिए मीठे फलों का सेवन करना लाभकारी होता है।

3) पित्त को शांत करने के लिए आप एलोवेरा, व्हीटग्रास का जूस पी सकते हैं। इससे पित्त को आसानी से संतुलित किया जा सकता है। लौकी का जूस भी पित्त दोष को शांत करने में मददगार होता है।

4) आंवले के जूस से भी पित्त को संतुलित किया जा सकता है। इसमें कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो पित्त को संतुलित करने में मददगार होते हैं। 

5) पित्त दोष होने पर शरीर में अग्नि की मात्रा बढ़ी होती है, ऐसे में ज्यादा मात्रा में पानी पीने से इसे शांत किया जा सकता है।

6) पित्त दोष को संतुलित करने के लिए आप गुलाब की पंखुड़ियों का गुलकंद बनाकर पी सकते हैं। इसकी तासीर ठंडी होती है, जो शरीर में अग्नि को शांत करने में मदद करता है।

7) शरीर में पित्त की मात्रा बढ़ने पर आप सौंफ, धनिया का पानी पी सकते हैं। इसके लिए एक-एक चम्मच सौंफ और धनिया रात को एक गिलास पानी में मिला लें। रातभर भिगोकर रखें और सुबह इसका पानी पी लें।

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8) इसके साथ ही पुदीने का पानी भी पित्त दोष को संतुलित करने में मददगार होता है।

9) मुनक्का भी पित्त दोष को शांत करने में मददगार होता है। दूध में मुनक्का को उबालकर इसे खाने से पित्त को संतुलित किया जा सकता है।

10) इसके अलावा पित्त दोष तो शांत करने के लिए आपको अपनी डाइट में घी को जरूर शामिल करना चाहिए। घी पित्त को संतुलित करने में बेहद मददगार होता है। आप इसे दाल, सब्जी में इस्तेमाल कर सकते हैं।

11) सब्जियों में आपको खीरा, शिमला मिर्च, अंकुरित दाल, पत्तेदार सब्जियां, बींस और लौकी को शामिल करना चाहिए।

पित्त दोष को शांत करने के टिप्स (Tips to Balance Pitta Dosha)

  • - पित्त दोष को संतुलित करने के लिए आपको कड़वी, कसैली और मीठी चीजों का सेवन करना चाहिए।
  • - अगर आपका पित्त बढ़ा हुआ है, तो बहुत ज्यादा एक्सरसाइज करने से आपको बचना चाहिए।
  • - दोस्तों के साथ बातें करके, खुश रहकर भी इसे शांत किया जा सकता है।
  • - मेडिटेशन करके भी पित्त दोष को संतुलित किया जा सकता है।
  • - मार्जरी आसन, चंद्र नमस्कार, भुजंगासन और शवासन करके पित्त दोष को शांत करने में मदद मिलती है।

अगर आपके शरीर में भी पित्त दोष बढ़ा हुआ है, तो आप इन घरेलू उपायों की मदद से इसे संतुलित कर सकते हैं। लेकिन अगर लंबे समय तक इसमें असर देखने को न मिले, तो आपको डॉक्टर से कंसल्ट करने की जरूरत होती है। इसलिए इसे नजरअंदाज न करें, क्योंकि समय के साथ-साथ यह बढ़ता जाता है।

(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)


उलझे और रूखे बालों को एक वॉश में बनाए सिल्की और स्मूथ


उलझे और रूखे बालों को एक वॉश में बनाए सिल्की और स्मूथ

अगर आपके बाल बहुत ज्यादा रूखे, फ्रिजी, बेजान है और शैंपू करने के बाद बहुत ज्यादा उलझते हैं इन सभी दिक्कत से आप बहुत ज्यादा परेशान है तो बिल्कुल सही जगह आए हैं.

बहुत लोग बालों को सिल्की शाइनी बनाने के लिए स्मूथनिग,रिबोंडिंग का सहारा लेते है लेकिन आज हम बिना रिबॉन्डिंग, कैरेटिन ट्रीटमेंट के घर पर ही अपने बालों को पार्लर जैसा सिल्की, शाइनी, चमकदार और स्ट्रेट बनाना जानेंगे.

तो हम आपको सिंपल तरीके से बालों को सिल्की, शाइनी, चमकदार और स्ट्रेट बनाने के लिए घरेलू उपाय बताने वालों है. इसमें आपको ज्यादा पैसे भी खर्च नहीं करने होंगे क्योंकि हम घर की चीजों से बालों को जबरदस्त सिल्की, शाइनी, चमकदार और स्ट्रेट करने वाले हैं.

तो आइए जानते हैं Balo ko Shiny kaise banaye ताकि हम अपने बालो को नेचुरल चमकदार और स्ट्रेट बना सके.


बालों को शाइनी बनाने और फ्रिजी हेयर से छुटकारा पाने के लिए हेयर मास्क

हेयर मास्क क्या होता है? – What is a hair mask?

हेयर मास्क बालों को पोषण देने का काम करते हैं इसके साथ-साथ बालों की रूखेपन को दूर कर बालों में जान डाल देते हैं क्योंकि इनमें मौजूद नरिशिंग ऑयल प्राकृतिक इनग्रेडिएंट हमारे बालों को डैमेज से बचाते है। बालों की ग्रोथ को बढ़ाते है।

बनाने के बारे में आज हम आपको बताने वाले है. इस हेयर मास्क के यूज से आपके बालों को नेचुरल शाइन मिलेगा, आपके उलझे बाल स्ट्रेट भी हो जाएंगे.

तो आइए जानते हैं इस हेयर मास्क को बनाने के लिए हमें किन-किन चीजों की जरूरत पड़ने वाली है और कैसे हम इस हेयर मास्को को बना सकते है आइए जानते हैं..

सामग्री : आधा कटोरी एलोवेरा जेल, 2 विटामिन ई कैप्सूल, चार चम्मच दही, तीन चम्मच नारियल तेल (इन सभी सामग्री को अपने बालों की लेंथ के हिसाब से आप कम या ज्यादा कर सकते हैं)

विधि : सबसे पहले हमें चाहिए होगा फ्रेश एलोवेरा जेल ध्यान दें एलोवेरा को प्लांट से तोड़ने के बाद तुरंत इस्तेमाल नहीं करना चाहिए बल्कि इसे आधे घंटे के लिए छोड़ दें ताकि इसमें से हल्के पीले रंग का हार्मफुल लिक्विड बाहर निकल सके. उसके बाद ही प्लांट वाले एलोवेरा का इस्तेमाल करें अगर आपके पास प्लांट वाला एलोवेरा नहीं है तो आप मार्केट से किसी अच्छे फ्रेंड का एलोवेरा खरीद कर ला सकते हैं.

तो आइए जानते हैं हेयर मास्को बनाने के तरीके के बारे में इसके लिए हम चाइए.. आधा कटोरी एलोवेरा जेल में दो कैप्सूल को काटकर डाल दें। अब इसमें 3 बड़े चम्मच दही डालें। दही डालने के बाद अब इसमें 3 चम्मच नारियल का तेल डालें.

इन सभी सामग्री को आपस में अच्छे से गोल घुमाते हुए मिलाएं तब तक की जब तक यह क्रीम जैसा टेक्सचर न बन जाए. जब सभी सामग्री आपस में अच्छी तरह मिल जाए तब शैंपू किए बालों में इस तैयार हेयर मास्क को अपने बालों की जड़ से लेकर लंबाई के अंत तक अच्छे से लगा ले.

हेयर मास्क बालों में अच्छी तरह लग जाने के बाद सभी बालों को बांधकर जुड़ा बना ले । अब अपने बालों को 1 घंटे के लिए ऐसे ही छोड़ दें। 1 घंटे के बाद जब बाल अच्छी तरह सूख जाए तब किसी अच्छे माइल्ड क्लींजर से शैंपू से बालों को धो लें।

बनाना हेयर मास्क फॉर हेयर ग्रोथ

सामग्री: एक पका हुआ केला एक कटोरी दही एक चम्मच एलोवेरा जेल एक चम्मच कैस्टर ऑयल

विधि: सबसे पहले सभी सामग्री को मिक्सी में डालकर अच्छे से पीस लें और गाढ़ा पेस्ट तैयार कर लें आपका केले का हेयर मास्क तैयार है। इस हेयर मास्को को बिना तेल लगे बालों में अच्छे से लगाएं। बालों की जड़ों में भी इसे अच्छे से लगाए। पूरे बालों में मास्को को लगाने के बाद 1 घंटे के लिए छोड़ दे फिर 1 घंटे बाद किसी भी केमिकल फ्री माइल्ड शैंपू से अपने बालों को धो लें ।

बालों में केला लगाने के फायदे

बालों की ग्रोथ बढ़ाएगा बालों से रूखे पन की समस्या को दूर करेगा आपके बालों से रूसी की समस्या को खत्म कर देगा बालों को चमकदार बनाएगा इस हेयर मास्क के इस्तेमाल से दो मुंहे बालों की समस्या भी दूर होती है ।

दही का हेयर मास्क कैसे बनाए?

हेयर मास्क फॉर हेयर ग्रोथ
हेयर मास्क फॉर हेयर ग्रोथ

सामग्री: एक चम्मच दही, एक चम्मच सरसों तेल, एक अंडा

विधि: सबसे पहले एक बड़े बाउल में एक चम्मच दही और एक चम्मच सरसों का तेल डालकर एक अंडे को भी पूरा डाल दें और इन तीनों को ब्लेंडर की मदद से अच्छे से मिक्स कर लें।

इसे तब तक मिलाएं जब तक इसमें से झांकना निकलने लगे फिर इसमें इसके बाद इस मास्को को अपने पूरे बाल पर अच्छे से लगाएं और 1 घंटे के लिए सिर में कपड़ा बांधकर छोड़ दें फिर 1 घंटे के बाद अपने बालों को अच्छे ब्रांड के शैंपू से धो लें ।

दही हेयर मास्क फायदे:

बालों को कंडीशनिंग के लिए बहुत अच्छा मास्क है बालों की ग्रोथ बढ़ाएगा बालों को हेल्दी और चमकदार बनाएगा


मेहंदी पाउडर हेयर पैक

सामग्री: 3 कप मेहंदी पाउडर, एक नींबू का रस, दो चम्मच नारियल का तेल, दो कप चाय पत्ती का पानी, आवश्यकतानुसार पानी

विधि: चाय पत्ती का एक लोहे के बर्तन में  मेहंदी पाउडर को डाल दें इसमें एक नींबू का रस और 2 चम्मच नारियल का तेल भी डाल दें अब अब दो चम्मच पाउडर को दो कप पानी में डालकर उबाल लें।

इस पानी को संभाले और रात भर बिना तेल लगे हुए बालों लगे हुए साफ-सुथरे बालों में लगाकर 1 घंटे के लिए बालों में लगा रहने दें फिर पानी से धो लें बालों को धोने के लिए शैंपू का इस्तेमाल ना करें।

लाभ: बालों का झड़ना कम होगा अगर आपको सफेद बालों की परेशानी है तो यह पैक सफेद बालों को काला करेगा इस हेयर पैक से बाल मजबूत होंगे।

मुल्तानी मिट्टी हेयर पैक

सामग्री: एक कटोरी मुल्तानी मिट्टी पाउडर आधा कटोरी था पाउडर और एक नींबू का रस

विधि: एक बाउल में इन सभी सामग्री को डालकर इसे पानी की सहायता से एक गाढ़ा घोल तैयार कर लें इस घोल को अपने पूरे बालों और बालों की जड़ों में लगाकर लगाएं और 30 मिनट के लिए छोड़ दे 30 मिनट बाद अपने बालों को थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए और धोते जाए बालों को अच्छे से धो कर सुखा लें।

लाभ: बालों की चिपचिपाहट को दूर करेगा यह हेयर पैक बालों को जड़ों से मजबूत बनाएगा बालों से धूल मिट्टी गंदगी को बाहर निकाल देगा अगर आप ऑयली है तो इस परेशानी को भी यह पैक दूर करेगा।

 

मेथी का हेयर मास्क कैसे बनाए

सामग्री: एक कप मेथी दाना एक चम्मच एलोवेरा जेल दो चम्मच नीबू

विधि: एक कप मेथी के दाने को रात भर भिगोकर छोड़ दें सुबह इस इन भीगे हुए मेथी के दाने को मिक्सी में डालकर पेस्ट तैयार कर लें अब इस पेस्ट में एक चम्मच एलोवेरा जेल डाल दे फिर इसमें दो चम्मच नीबू का रस डालकर इन सभी को अच्छे से मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें।

अब इस मिश्रण को अपने शैंपू किए हुए बालों पर अच्छे से लगाएं और 30 मिनट इसे बालों में लगा रहने दे 30 मिनट बाद अपने बालों को पानी से धो लें ध्यान रखें अपने बालों को धोने के लिए शैंपू का इस्तेमाल नहीं करना है सिर्फ सादे पानी से बालों को धो कर सुखा लें ।

लाभ: इस पैक को हर महीने इस्तेमाल करने से बालों का झड़ना बंद हो जाएगाहेयर पैक बालों को मजबूती प्रदान करेगा अगर आपको डैंड्रफ की परेशानी है तो यह पैक आपके बालों से डैंड्रफ को भी दूर करने में मदद करेगा।

एलोवरा का हेयर मास्क कैसे बनाए

सामग्री: एक एलोवेरा, एक चम्मच शहद, दो चम्मच कैस्टर ऑयल, 3से4 चम्मच दूध।

विधि: सबसे पहले एलोवेरा से आप उसका जेल अलग निकाल कर एक कटोरी में रख ले आपको करीब 4 से 5 चम्मच एलोवेरा जेल लेना होगा फिर इसमें एक चम्मच शहद डालना होगा इसके बाद दो चम्मच कैस्टर ऑयल और तीन से चार चम्मच दूध डालकर इन सभी को अच्छे से मिलाकर गाढ़ा पेस्ट तैयार कर लेना है।

अब आपका हेयर मास्क तैयार है इस हेयर मास्क को अपने पूरे बालों में अच्छी तरीके से लगाए 1 घंटे के लिए छोड़ दें फिर आप अपने बालों को 1 घंटे बाद दो सकते हैं।

लाभ: इसे हर मास्को से आपके बालों का झड़ना कम होगा बालों में चमक के साथ-साथ आपके बाल मुलायम हो जाएंगे बालों में मजबूती आएगी।

अंडे का हेयर मास्क कैसे बनाए

सामग्री: 2 अंडा, नारियल तेल, जैतून का तेल, शहद

विधि: दो अंडे का सफेद भाग अलग करके इसे तब तक देते जब तक यह झांकी तरह ना बन जाए। जब अंडे के सफेद भाग को पीते समय इस में झाग बनने लगे तब इसमें दो चम्मच नारियल का तेल दो चम्मच दे जैतून का तेल और दो चम्मच शहद डालें और फिर इसे भी मिलाएं।

अंडे का हेयर मास्क बयां बनकर तैयार है अब इसे शैंपू किए हुए बालों में बालों की लेंथ से लेकर जड़ों तक अच्छी तरह अप्लाई करें और सभी बालों को एक साथ बांध के सूखने के लिए छोड़ दें।

जो आपका हेयर मास्क सुख चुका होगा तब इसे प्राकृतिक इंग्रीडिएंट वाले अच्छे शैंपू के इस्तमाल से बालों को धो ले।

 

FAQs. हेयर मास्क फॉर हेयर ग्रोथ कैसे (How to Hair Mask for Hair Growth) से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रश्न 1. बाल जल्दी बढ़ाने के लिए क्या करें?

उत्तर: बाल जल्दी बढ़ाने के लिए एक अंडा का सफेद भाग अलग कर ले।

अब इसमें 3 से 4 चम्मच ऑलिव ऑयल डालें और दोनो को आपस में अच्छी तरह मिलाएं।

इस तैयार मिश्रण को बालों की स्कैल्प और लेंथ पर अच्छी तरह अप्लाई करे और सूखने के लिए छोड़ दे।

जब आपका हेयर मास्क पूरी तरह सूख चुका होगा तो इससे किसी अच्छे माइल्ड क्लींजर से वॉश कर ले।

प्रश्न 2. बालों को घना करने के लिए कौन सा तेल लगाएं?

उत्तर: बालों को घना करने के लिए तेल – प्याज, बादाम, जैतून, नारियल, अरंडी।

प्रश्न 3. बालों को घना कैसे करें 10 दिन में?

उत्तर: 10 दिन में बालों को घना करने के लिए –

बालों की ग्रोथ बढ़ने और घना करने के लिए हल्के गुनगुने तेल की मसाज करे काम से काम हफ्ते में 1 बार तो जरूर करनी चाहिए।

बालों को धोने के लिए नैचुरल सामग्रियों से बने शैंपू का इस्तेमाल करें और हफ्ते में कम से कम 3 बार वॉश करें।

बालों में अंडे का या फिर मेहंदी का हेयर मास्क बनाकर नियमित रूप से इस्तेमाल करें।

ऐसा करने से निश्चित ही आपके बाल कुछ दिन में घने होने लगेंगे।

चाँदी के ग्लास में पानी पीने के फायदे

वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक दोनों ही चांदी के गिलास में पानी पीने की सलाह देते हैं। चांदी के गिलास में पानी पीने के बहुत फायदे हैं जो इस प्रकार है:-

1. चांदी के गिलास में पानी पीने से गुस्सा कम आता है। दिमाग शांत रहता है और तनाव से मुक्ति मिलती है।

2. शरीर में ठंडक बनाए रखता है और शरीर में सेल्स का निर्माण करता है।

3. शरीर की आंतरिक सफाई करता है। यह लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है।

4. चांदी के गिलास में पानी पीने से चेहरे की सुन्दरता बढ़ती है।

5. चांदी के गिलास में पानी रखने से पानी शुद्ध हो जाता है और बैक्टीरिया भी मर जाते हैं।

6. पाचन क्रिया ठीक हो जाती है और कब्ज से छुटकारा मिलता है।

7. चांदी के तत्व शरीर में चले जाते हैं, जिससे कई बीमारियों से छुटकारा मिलता हैं।

8. इनफैक्शन का खतरा नहीं होता।

9. पित्त दोष दूर होते हैं।

10. चांदी के गिलास में पानी पीने से सर्दी-जुकाम से छुटकारा मिलता है।

इसके अलावा अगर आप पानी से रोगों के इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो कृपया नीचे दिए गए लिंक पर अवश्य जाएं।

लिवर इन्फेक्शन में क्या खाना चाहिए?

लिवर इन्फेक्शन में क्या खाना चाहिए?

लिवर इन्फेक्शन के मरीज़ के मन मे अक्सर ये सवाल आता है की उन्हें लिवर इन्फेक्शन में क्या खाना चाहिए लिवर इन्फेक्शन के दौरान आपको कई तरह के खाने का ध्यान रखना होगा, जिसके लिए हमने आर्टिकल के इस सेक्शन में लिवर इन्फेक्शन के दौरान क्या खाने से आपको फायदा पहुंच सकता है उसके बारे में बताने का प्रयास किया है।

लिवर इन्फेक्शन में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए

  • चुकंदर

चुकंदर के अंदर बीटा कैरोटीन की मात्रा काफी अधिक होती है, जो लिवर इन्फेक्शन से खराब हुई टिश्यू और सिस्टम को काफ़ी फायदा पहुंचाता है। चुकंदर को खाने से आपके शरीर में लिवर का फंक्शन अच्छा होता है साथ ही साथ चुकंदर आपके लिवर को साफ रखने में भी सहायक होता है। चुकंदर आपके लिवर के फंक्शन को पहले से बेहतर करने के साथ साथ लिवर से जुड़ी हुई अन्य कार्य को भी बढ़ावा देता है।

  • हल्दी

आमतौर पर भी हल्दी को आपके सेहत के लिए लाभकारी ही माना जाता हैं। लेकिन अगर आप लिवर से पीड़ित है तो आपको हल्दी का सेवन सही मात्रा में जरूर करना चाहिए। हल्दी आपके लिवर इन्फेक्शन को बढ़ने से भी रोकता है साथ ही साथ हल्दी आपके शरीर में एंटी टॉक्सिन के तौर पर भी कार्य करता है जिसका मतलब होता है कि यह आपके शरीर में फैल रहे टॉक्सिक को भी खत्म करता है। हल्दी का सेवन आप गर्म दूध और गुनगुने पानी के साथ कर सकते हैं।

  • सेब

लिवर इन्फेक्शन में क्या खाना चाहिए जिससे आपको सक्ति प्रदान हो तों सेब के बारे में तो हम सब लोग जानते है कि डॉक्टर खुद ही कहते है आपको रोजाना कम से कम एक सेब का सेवन तो ज़रूर करना चाहिए क्योंकि सेब आपको बीमार होने से बचाता हैं। सेब आपके शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाता है साथ ही साथ सेब के अंदर अधिकांश मात्रा में फाइबर्स होते है जो कि हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। सेब आपके लिवर को भी सही ढंग से काम करने में सहायक होता है।

  • एवोकाडो

अगला फल को आपको अपने डाइट में ज़रूर जोड़ना चाहिए अगर आपको लिवर इन्फेक्शन है तो वो है एवोकाडो। एवोकाडो की बात करें तो इसमें फैट भरपूर मात्रा में मौजूद होते है जो कि आपके लीवर को साफ़ रखने में काफी हद तक सहायक होते हैं। ऐसा माना जाता है कि अगर आप आप एवोकाडो को रोजाना है तो वो आपके लिवर के हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है।

  • लहसुन

अगली चीज हो आपको अपने डाइट में ज़रूर जोड़ना चाहिए वो है लहसुन। लहसून की बात करें तो इसमें एलसिन नाम का एक तत्त्व मौजूद होता है जो आपके लिवर को पूरे नैचुरल तरीके से साफ करने में सहायक होता है इसलिए अगर आप लिवर इन्फेक्शन से पीड़ित है तो आपको लहसून को अपने डाइट में ज़रूर ऐड करना चाहिए।

  • ग्रीन टी

लिवर इन्फेक्शन में ग्रीन टी का सेवन करना भी आपके लिए काफी हद तक फायदेमंद साबित हो सकता है। ग्रीन टी ना सिर्फ आपके लिवर के फंक्शन को ठीक करता है बल्कि वो आपके शरीर में जो फैट बैठ जाता है उनको भी कम करने में सहायक सिद्ध होता है।

  • ग्रीन वेजिटेबल

इन्फेक्शन में हरी सब्जियां खाना भी आपके लिए काफी फायदेमंद होती है। इन हरी सब्जियों में फाइटोन्यूट्रिएंट्स जैसे फ्लेवोनोइड्स और कैरोटेनॉइड्स जैसे तत्व अधिक मात्रा में मौजूद होते है, जो लिवर को ठीक से काम करने में काफ़ी सहायक सिद्ध होते है। यह हरी सब्जियां आपको पेट के कैंसर से भी बचाती है।

  • चना और अखरोट

चना और अखरोट को आपके शरीर के लिए एक एनिग्री सोर्स के रूप में माना जाता है। चना और अखरोट में प्रोटीन और कई तत्व अधिकांश मात्रा में मौजूद होते है। चना और अखरोट जैसे बीज खाने से लिवर इन्फेक्शन में काफी हद तक आराम मिलता है। आप चना और अखरोट को सुबह खाली पेट खा सकते है।

  • अंगूर का रस

अंगूर का रस आपके शरीर के लिए लिवर इन्फेक्शन में काफी हद तक सहायक सिद्ध होता है। अंगूर का रस आपके लिवर इन्फेक्शन की वजह से होने वाले सूजन से आपकों राहत पहुंचाता है। अंगुर का रस आपके शरीर में एंटीऑक्सीडेंट को बढ़ाता है जो आपके लिवर के लिए लाभकारी साबित होता है।

कैम्फोर या कपूर के लाभ और दुष्प्रभाव क्या हैं?


 

👉कपूर वनस्पति से प्राप्त होने वाला सफेद रंग का एक खास पदार्थ है, जिससे तेज गंध आती है और यह स्वाद में भी काफी तीखा होता है। कपूर के पेड़ की लकड़ियों से तेल निकाला जाता है और फिर विशेष विधि के साथ कपूर बनाया जाता है। आयुर्वेद और सिद्ध जैसी कई प्राचीन चिकित्सा प्रणालियां हैं, जिनमें कपूर का इस्तेमाल अनेक प्रकार की दवाएं बनाने के लिए किया जाता है। कई स्वास्थ्य समस्याओं का घरेलू उपचार करने के लिए भी कपूर का उपयोग किया जाता है। कपूर आजकल मार्केट में टिकिया, गोली व पाउडर के रूप में मिल जाता है।

👉कपूर के फायदे (Camphor Health Benefits)

कपूर में अनेक प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते हैं, जिनसे प्राप्त होने वाले प्रमुख फायदे निम्न लिखित हैं:

👉1. कपूर से करें त्वचा रोगों का इलाज

कपूर में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो त्वचा में जलन व खुजली जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकते हैं। साथ ही इसमें एंटी बैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण भी पाए जाते हैं, जो त्वचा को कई प्रकार के संक्रमणों से बचाते हैं।

👉2. दर्द को कम करने में प्रभावी है कपूर

कुछ अध्ययनों में यह पाया गया कि कपूर में कुछ ऐसी प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं, जो एक दर्द निवारक के रूप में काम करती हैं। आजकल मार्केट में कई ऐसे दर्द निवारक लोशन, मलम व क्रीम मिल जाती हैं, जिनमें कपूर का इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नहीं पैरों में सूजन आदि को कम करने के लिए भी कपूर काफी लाभदायक हो सकता है।

👉3. जली त्वचा का इलाज करने में मदद करे कपूर

कपूर में त्वचा को ठंडक दिलाने वाले गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा जलने के कारण होने वाले लक्षणों को कम कर सकते हैं। साथ ही कपूर में कुछ खास प्रकार के तत्व भी पाए जाते हैं, जो जलने के कारण हुए घाव में संक्रमण नहीं होने देते और उसे जल्दी ठीक करने में भी मदद करते हैं।

👉4. कपूर करे सर्दी जुकाम के लक्षणों को कम करने में मदद

कपूर में डिकंजेस्टेन्ट प्रॉपर्टीज भी मौजूद होती हैं, जो साइनस, नाक व गले में जमा बलगम को पतला करने और श्वसन मार्गों को खोलने का काम करती हैं। आजकल मार्केट में कपूर से बने कई ओवर द काउंटर प्रोडक्ट मिल जाते हैं, जिनका इस्तेमाल बंद नाक, खांसी व अन्य लक्षणों का इलाज करने के लिए किया जा सकता है।

हालांकि, कपूर से प्राप्त होने वाले लाभ हर व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं।

👉कपूर के नुकसान (Kapur ke Nuksan in Hindi)

कपूर कई अलग-अलग प्रकार का होता है, जिनमें से अधिकतर का उपयोग खाने के लिए नहीं किया जा सकता है। कपूर शरीर में जाकर एक विषाक्त पदार्थ की तरह काम कर सकता है और कुछ गंभीर मामलों में व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। वहीं कुछ लोग कपूर से एलर्जिक भी हो सकते हैं और उनकी त्वचा इसके संपर्क में आते ही उन्हें एलर्जी के लक्षण होने लगते हैं, जिनमें निम्न शामिल हैं -

👉खुजली,जलन,चकत्ते होना, फफोले बनना

आपको कपूर का सेवन न करने की सख्त सलाह दी जाती है। वहीं इसके अन्य इस्तेमाल करने से पहले भी एक बार डॉक्टर से संपर्क अवश्य करें।

👉कपूर का उपयोग कैसे करें (How to Use Camphor)

कपूर का इस्तेमाल निम्न तरीकों से किया जा सकता है -

सूंघ कर इसकी गंध ली जा सकती है

अन्य औषधीय तेलों में मिलाकर त्वचा पर लगाया जा सकता है

हालांकि, कपूर से बने उत्पादों का इस्तेमाल उनके पैकेट पर दिए गए दिशानिर्देशों के अनुसार किया जा सकता है।

बालो की खूबसूरती और सेहत पाने के लिए केमिकल शैम्पू छोड़कर करे प्राकृतिक उपाय, यूं बनाए केश निखार शैम्पू


 बालो की खूबसूरती और सेहत पाने के लिए केमिकल शैम्पू छोड़कर करे प्राकृतिक उपाय, यूं बनाए केश निखार शैम्पू
 
दूषित पर्यावरण, खानपान की अनियमितता, रोजमर्रा की भागमभाग समय की कमी, काम का बढ़ता बोझ मानसिक थकावट और अशुद्ध पदार्थों के कारण व्यक्ति समय से पूर्व अनेक व्याधियों से ग्रस्त हो रहे है उनमें से एक बाल भी है। असमय गंजे, सफेदी, बालो का झड़ना, रूखापन, दोमुंहे बाल ये वो समस्याएं है जिनसे हर व्यक्ति त्रस्त है।

केमिकल युक्त शैम्पू भी स्वास्थ को  खराब बना रहे है इसे में आप अपने घर पर हर्बल शैम्पू तैयार कर उपयोग कर सकते है।

आवश्यक सामग्री व तैयारी
आंवला, मुलेठी, शिकाकाई, मेथी दाना जटामांसी, मेंहदी के पत्ते, रीठा का छिलका, हरड , बहेड़ा, गूलर की छाल सबको बराबर मात्रा में लेकर सुखाकर, पावडर कर लीजिए,

 बालो में डाई लगाने के साइड इफेक्ट से बचाने और बालो को,, मुलायम,,घना और काला रखने का प्राकृतिक उपाय

दो चम्मच पावडर रात को लोहे के बर्तन में एक गिलास पानी में मिलाकर रख दीजिए।

सुबह उसको लोहे के ही बर्तन में दो चम्मच फ्रेश एलोवेरा का गुदा डालकर, पकाकर एक कप जीतना गाढ़ा पेस्ट होने तक कर लीजिए

इस पेस्ट को हल्का ठंडा होने पर नींबू का रस मिलाकर बालो में डाई की तरह लगा कीजिए।

एक घंटे बाद गुनगुने पानी से सिर धो लीजिए।

इसे हफ्ते में दो बार प्रयोग कीजिए, बाल काले, मुलायम व चमकदार बनेंगे। रंगने के लिए डाई की जरूरत नही पड़ेगी और इससे सिर और आंखो में ठंडक भी रहेगी। बाल घने, मजबूत तथा रूसी मुक्त भी होंगे और डाई से आंखो ओर सिर की त्वचा पर होने वाले बुरे असर से आप बचे रहेंगे।

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