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शुक्रवार, 6 अप्रैल 2012

हनुमानजी से सीखिए जीवन में ज्ञान, कर्म और उपासना

हनुमानजी से सीखिए जीवन में ज्ञान, कर्म और उपासना तीनों में से कोई भी मार्ग चुन लें, समस्याएं हर मार्ग पर आएंगी। लेकिन अच्छी बात यह है कि हर समस्या अपने साथ एक समाधान लेकर ही चलती है। समाधान ढूंढ़ने की भी एक नजर होती है। सामान्यत: हमारी दृष्टि समस्या पर पड़ती है, उसके साथ आए समाधान पर नहीं। श्रीरामचरितमानस के सुंदरकांड में जब हनुमानजी लंका की ओर उड़े तो सुरसा ने उन्हें खाने की बात कही। पहले तो हनुमानजी ने उनसे विनती की। इस विनम्रता का अर्थ है शांत चित्त से, बिना आवेश में आए समस्या को समझ लेना। जब सुरसा नहीं मानी और उसने अपना मुंह फैलाया। जोजन भरि तेहिं बदनु पसारा। कपि तनु कीन्ह दुगुन बिस्तारा।। सोरह जोजन मुख तेहिं ठयऊ। तुरत पवनसुत बत्तिस भयऊ।। उसने योजनभर (चार कोस में) मुंह फैलाया। तब हनुमानजी ने अपने शरीर को उससे दोगुना बढ़ा लिया। उसने सोलह योजन का मुख किया, हनुमानजी तुरंत ही बत्तीस योजन के हो गए। यह घटना बता रही है कि सुरसा बड़ी हुई तो हनुमानजी भी बड़े हुए। हनुमानजी ने सोचा कि ये बड़ी, मैं बड़ा, इस चक्कर में तो कोई बड़ा नहीं हो पाएगा। दुनिया में बड़ा होना है तो छोटा होना आना चाहिए। छोटा होने का अर्थ है विनम्रता। दुनिया जब भी जीती जाएगी, विनम्रता से जीती जाएगी। बड़ा होकर सिर्फ किसी को हराया ही जा सकता है। इसीलिए हनुमानजी ने छोटा रूप लिया और सुरसा के मुंह से बाहर आ गए।
नोट : इस ब्लॉग पर प्रस्तुत लेख या चित्र आदि में से कई संकलित किये हुए हैं यदि किसी लेख या चित्र में किसी को आपत्ति है तो कृपया मुझे अवगत करावे इस ब्लॉग से वह चित्र या लेख हटा दिया जायेगा. इस ब्लॉग का उद्देश्य सिर्फ सुचना एवं ज्ञान का प्रसार करना है

आज हनुमान जयंती....

हिन्दू पंचांग के अनुसार हनुमान जयंती प्रतिवर्ष चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है l मान्यता है कि इसी पावन दिवस को भगवान राम की सेवा करने के उद्येश्य से भगवान शंकर के ग्यारहवें रूद्र ने वानरराज केसरी और अंजना के घर पुत्र रूप में जन्म लिया था l यह त्यौहार पूरे भारतवर्ष में श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाई जाती है l भक्तों की मन्नत पूर्ण करने वाले पवनपुत्र हनुमान के जन्मोत्सव पर इनकी पूजा का बड़ा महातम्य होता है l आस्थावान भक्तों का मानना है कि यदि कोई श्रद्धापूर्वक केसरीनंदन की पूजा करता है तो प्रभु उसके सभी अनिष्टों को दूर कर देते हैं और उसे सब प्रकार से सुख, समृद्धि और एश्वर्य प्रदान करते हैं l इस दिन हनुमानजी की पूजा में तेल और लाल सिंदूर चढ़ाने का विधान है l हनुमान जयंती पर कई जगह श्रद्धालुओं द्वारा झांकियां निकाली जाती है, जिसमें उनके जीवन चरित्र का नाटकीय प्रारूप प्रस्तुत किया जाता है l यदि कोई इस दिन हनुमानजी की पूजा करता है तो वह शनि के प्रकोप से बचा रहता है l

जानिए कैसे हुआ हनुमान का जन्म......

भगवान शंकर के ग्यारवें अवतार हनुमान.... की पूजा पुरातन काल से ही शक्ति के प्रतीक के रूप में की जा रही है । हनुमान के जन्म के संबंध में धर्मग्रंथों में कई कथाएं प्रचलित हैं । उसी के अनुसार --

भगवान विष्णु के मोहिनी रूप को देखकर लीलावश शिवजी ने कामातुर होकर अपना वीर्यपात कर दिया । सप्तऋषियों ने उस वीर्य को कुछ पत्तों में संग्रहित कर वानरराज केसरी की पत्नी अंजनी के गर्भ में पवनदेव द्वारा स्थापित करा दिया, जिससे अत्यंत तेजस्वी एवं प्रबल पराक्रमी श्री हनुमानजी उत्पन्न हुए l इसीलिए हनुमान जी को "शंकर-सुवन".... "पवन-पुत्र".... और "केसरी-नंदन" कहा जाता है....l

हनुमान जी सब विद्याओं का अध्ययन कर पत्नी वियोग से व्याकुल रहने वाले सुग्रीव के मंत्री बन गए । उन्होंने पत्नी हरण से खिन्न व माता सीता की खोज में भटकते रामचंद्रजी की सुग्रीव से मित्रता कराई । सीता की खोज में समुद्र को पार कर लंका गए और वहां उन्होंने अद्भुत पराक्रम दिखाए । हनुमान ने राम-रावण युद्ध ने भी अपना पराक्रम दिखाया और संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण के प्राण बचाए । अहिरावण को मारकर लक्ष्मण व राम को बंधन से मुक्त कराया । इस प्रकार हनुमान अवतार लेकर भगवान शिव ने अपने परम भक्त श्रीराम की सहायता की....l

ॐ आन्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि, तन्नो हनुमत प्रचोदयात ||
पवन-सुत हनुमान की जय....
वीर बजरंग बलि की जय....
उमापति महादेव की जय....
सब संतन की जय....
श्री गुरुवे नमः....
हर हर महादेव....

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गुरुवार, 29 मार्च 2012

मारवाड़ी महासभा :मुंबई एवं ठाणे में 10000 नीम का वृक्षारोपण - महेश राठी

मारवाड़ी महासभा :"बेटी बढाओ अभियान" - महेश राठी

कोलगेट या जहर ??

कोलगेट या जहर ??
पूरे देश को {Colgate, Closeup, Pepsodent} के नाम पर ज़हर बेचा ज...ा रहा है | लेकिन देश की भ्रष्ट सरकार और बिका हुआ मीडीया अपने मुँह में फ़ैवीकोल डाल कर बैठे हैं।

इनको सिर्फ़ दूध,घी,मावा आदि में ही जहर नजर आता हैं । वो भी दिवाली के दिनो में ताकि विदेशी कंपनियो का माल बिके । लेकिन ये अमेरिकन कंपनिया पिछले 40-40 साल से देश के लोगो को ज़हर बेच रही है, वो इस अंधी-बहरी सरकार और मीडीया को दिखाई नहीं देता ।

लेकिन हमारा आपका और सच्चे देश-भक्त का ये फ़र्ज बनता हैं । इस सच को देश की आम जनता तक पहुँचाये ।

और एक खास ख़बर । क्या आप जानते है ? ?
11 sept 2011 को (DIPRAS) Delhi institute of Pharmaceutical science and research में बड़ी-बड़ी कंपनियों के toothpastes को चेक किया गया ।

जिसमें Nicotine (निकोटीन) पाया मिला है । और 1 ग्राम Toothpaste में 8 सिगरेट जितना Nicotine पाया गया है ।मतलब सुबह उठते आपने 1 ग्राम toothpaste आपने मुँह में घुमाया तो 8 सिगरेट जितना nicotine आपके अंदर |

और एक खास बात इन विदेशी Toothpastes में (Fluoride) 1000 PPM से ज्यादा पाया जाता है । और पुरी दुनिया के Dentist इस बात से सहमत है कोई भी Toothpaste जिसमें (fluoride) होता और 1000 PPM से ज्यादा होता है ।
वो Toothpaste फ़िर Toothpaste नहीं रहता जहर हो जाता है ।
 

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