मैंने गोवा रेलवे स्टेशन पर सूंदर सा पैकेट खरीदा।
और देखिये कि ग्राहकों को बेवकूफ बनाने के लिए कितना शानदार ढंग से पैकेजिंग किया गया है ।
यह मैदा और नारियल से बनता है। खाने पर स्वाद भी दयनीय था।
गोवा में इस तरह की धोखाधड़ी से सावधान !!
जय श्री कृष्णा, ब्लॉग में आपका स्वागत है यह ब्लॉग मैंने अपनी रूची के अनुसार बनाया है इसमें जो भी सामग्री दी जा रही है कहीं न कहीं से ली गई है। अगर किसी के कॉपी राइट का उल्लघन होता है तो मुझे क्षमा करें। मैं हर इंसान के लिए ज्ञान के प्रसार के बारे में सोच कर इस ब्लॉग को बनाए रख रहा हूँ। धन्यवाद, "साँवरिया " #organic #sanwariya #latest #india www.sanwariya.org/
मैंने गोवा रेलवे स्टेशन पर सूंदर सा पैकेट खरीदा।
और देखिये कि ग्राहकों को बेवकूफ बनाने के लिए कितना शानदार ढंग से पैकेजिंग किया गया है ।
यह मैदा और नारियल से बनता है। खाने पर स्वाद भी दयनीय था।
गोवा में इस तरह की धोखाधड़ी से सावधान !!
दूध और मखाने खाने के फायदे – मखाना ऑर्गेनिक फूड है। यह बहुत सारे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। मखाने में मौजूद प्रोटीन मसल्स को बनाने में मददगार होता है और साथ ही यह आपको फिट भी रखता है। दूध में उबालकर मखाना का सेवन करने से कई बीमारियों से मुक्ति मिलती है। दूध और मखाना खाने से बहुत सारे फायदे होते हैं।
दूध और मखाने खाने से कई प्रकार की शारीरिक बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है। सुबह के समय दूध में 6-7 दाना मखाना को उबालकर पीने से शुगर की समस्या को कंट्रोल किया जा सकता है। मखाना तनाव को भी कम करता है।
दूध और मखाने के सेवन से दिल को स्वस्थ रखने में मदद मिलता है। मखाने में एल्केलाइड नामक तत्व होता है जो दिल संबंधी खतरे से बचाने में मदद कर सकते हैं।
यदि कोई व्यक्ति तनाव की समस्या से परेशान है तो रात में सोने से पहले दूध के साथ मखाने का सेवन करने से शरीर में एनर्जी बनी रहती है। इसे खाने से तनाव की समस्या धीरे-धीरे दूर होता है।
कब्ज की समस्या से परेशानी होने पर दूध और मखाने को मिलाकर सेवन करना चाहिए। मखाने में प्रयाप्त मात्रा में फाइबर मौजूद होते हैं। मखाने में फाइबर, आयरन, कैल्शियम जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो पेट में गैस की समस्या, अपच की समस्या को कम करने में मदद करता है।
दूध में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। साथ मखाने में भी कैल्शियम की मात्रा पाई जाती है। दूध और मखाने को साथ मिलाकर खाने से कमजोर हड्डियों की समस्या कम होती है।
यदि आपको कमजोरी और ऊर्जा की कमी महसूस होती
है। दूध और मखाने को मिलाकर खाने से शरीर को एनर्जी मिलती है। दूध में
प्रोटीन पाया जाता है जो मखाने में मिलने के बाद और लाभदायक हो जाता है।
नोट – यह एक सामान्य जानकारी है। अधिक जानकारी के लिए योग्य विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।
हाथ से नमक गिरना अशुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि हाथ से नमक गिरना व्यक्ति के ग्रहों का कमजोर होना है। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो सावधान हो जाएं। यह आपके साथ भविष्य में होने वाली घटनाओं की ओर संकेत करता है। कभी भी बिना भगवान को भोग लगाए खाना पकाते समय भोजन के नहीं चखना चाहिए।
नमक का स्थान हमारे जीवन में अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। भोजन हम बिना नमक के नहीं खा सकते। नमक के बिना सबकुछ बेस्वाद लगता है। इसके अलावा नमक सोडियम और क्लोरिन की कमी को भी पूरा करता है। नमक में सोडियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
1. वास्तु शास्त्र के मुताबिक, नमक को कभी भी खुला नहीं रखना चाहिए। यदि आपसे ऐसा होता है कि सावधान हो जाएं। इससे घर की लक्ष्मी जा सकती है।
2. नमक को कभी भी बाएं हाथ से नहीं उठाना या लेना चाहिए। इससे अन्न का अपमान होता है। ऐसा करने से अन्नपूर्णा देवी मां आपसे नाराज हो सकती हैं।
3. कई बार ऐसा होता है कि नमक गिरने के बाद हम उसे पैर से हटाने लगते हैं। लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। इससे आपके जीवन में दुख और तकलीफें आ सकती हैं। आपको कई मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है।
4. नमक या नमक के पात्र को कभी भी जूठे हाथों से नहीं छूना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन कई विपत्तियाँ घर कर लेती हैं। ऐसा करना बेहद ही अशुभ माना जाता है।
5. वास्तुशास्त्र कहता है कि हाथ से नमक छूटकर गिरने से व्यक्ति की कुंडली में शुक्र और मंगल ग्रह कमजोर हो जाते हैं। इससे व्यक्ति के जीवन में मानसिक परेशानियाँ पैदा होती है। व्यक्ति को समाज में अपमानित होना पड़ता है।
6. यदि आपको खाना खाते समय नमक लेने की आदत है, तो बचे हुए नमक को फेंके नहीं। हो सके तो उतना ही नमक लें जितना आपको जरूरत है। खाना की थाली में बचे हुए नमक को फेंकने से घर में कंगाली छा सकती है।
7. शास्त्रों के अनुसार, नमक को कभी भी भोजन बनाते समय नहीं चखें। इससे भगवान का अपमान होता है। भोजन को खाने से पहले हमेशा भगवान को पहले भोग लगाना चाहिए। फिर घर में किसी को भोजन परोसना चाहिए।
8. यदि कोई व्यक्ति आपसे नमक मांगता है तो कभी भी उसे हाथ में नमक नहीं देना चाहिए। ऐसा करने से आपसी मनमुटाव बढ़ता है। घर में नकारात्मकता फैलती है और लोगों के बीच आपस में लड़ाईयाँ होती हैं।
काला धागा का चमत्कार- अक्सर देखा जाता है कि लोग काले रंग का प्रयोग बुरी नजर से बचने के लिए करते हैं। कुछ लोग अपने हाथ और पैर में फैशन के तौर पर भी काला धागा बांधते हैं। लेकिन जाने-अनजाने में यह काला धागा आपके लिए चमत्कारी सिद्ध होता है। यह आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। जानते हैं काला धागा का चमत्कार और इसे बांधने के पीछे का रहस्य –
हमारे समाज में ज्योतिषशास्त्र का बहुत अधिक महत्व है। ज्योतिषशास्त्र में पैर या हाथ में काला धागा बांधने से जीवन में कई सारे चमत्कार होते हैं। ऐसी मान्यता है कि वातावरण में जो व्याप्त नकारात्मक ऊर्जा है, उसको दूर करने की शक्ति काले धागे में है।
ऐसा माना जाता है कि व्यक्ति को बुरी नजह से बचाने के लिए काले रंग में असीम शक्ति होती है। काली शक्तियों से काला धागा व्यक्ति को बचाता है। हालांकि काले धागे से शनि ग्रह का संबंध भी है। काले का रंग का शनि कारक होता है। ऐसा कहा जाता है कि व्यक्ति की कुंडली में काला धागा पहनने से शनि ग्रह मजबूत हो जाता है। साथ ही काला रंग व्यक्ति को शनिदोष से भी छुटकारा दिलवाता है।
इस दिन काला धागा बांधना माना जाता है शुभ
काला धागा शरीर में मंगलवार के दिन बांधना बहुत लाभकारी होता है। खासतौर पर काला धागा दाहिने पैर में इस दिन बांधना बहुत शुभ माना गया है। कहा जाता है कि आर्थिक जीवन में इसके प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में सुख आता है और धन-समृद्धि भी घर में प्रवेश करती है।
पुराने समय से ही काला धागा बांधना सेहत के लिहाज से भी बहुत अच्छा माना गया है। जिन लोगों के पेट में दर्द रहता है, वह काला धागा अपने पैर के अंगूठे में काला धागा बांधें। इससे व्यक्ति को इस समस्या से राहत मिलती है। काला धागा उन लोगों को पहनना चाहिए जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है।
खाने के साथ-साथ काली मिर्च को एक औषधि के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। भारत में लंबे समय तक काली मिर्च का औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। आज भी काली मिर्च के फायदे की बात करें तो लगभग सभी घरों में काली मिर्च को घरेलू इलाज के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
काली मिर्च के फायदे की और बात करें तो यह वात और कफ में काफी फायदेमंद होता है। काली मिर्च भूख को बढ़ाने में मददगार है। यह भोजन को पचाती है और लीवर को स्वस्थ भी बनाती है। काली मिर्च के अन्य फायदे (Black Pepper Benefits) में यह पेट दर्द की समस्या में भी राहत प्रदान करती है। पेट के कीड़ों को मारती है।
काली मिर्च तीखा होने के साथ-साथ गर्म प्रकृति की होती है। यह पेशाब को बढ़ाती है साथ ही इसे खाने के बाद मुंह में लार बनाती है जो पाचन क्रिया को आसान बनाती है। काली मिर्च का सेवन करने से शरीर के सभी विषाक्त तत्व बाहर निकल जाते हैं और हमारी शरीर बीमारियों से बचा रहता है।
काली मिर्च का पौधा बारहमासी होता है। काली मिर्च के पौधे की आयु 25 से 30 वर्ष की होती है। हालांकि कहीं-कहीं पर यह 60 वर्षों तक भी जीवित रहता है। काली मिर्च के पौधे छोटे वृक्षों की तरह होते हैं। इसकी पत्तियाँ चिकनी, अंडाकार होती हैं। इसकी खेती समुद्रतल से 1,070 मीटर की ऊँचाई तक होती है।
काली मिर्च का पौधा त्रावणकोर और मालाबार के जंगलों में बहुत ज्यादा मात्रा में उत्पन्न होता है। इसके अलावा इसकी काली मिर्च की खेती कोचिन, मैसूर, कुर्ग महाराष्ट्र और असम में भी की जाती है। काली मिर्च की खेती सालों भर होती है। जुलाई में इसपर फूल उगते हैं। काली मिर्च के फूल सफेद और हल्के पीले होते हैं। जनवरी से मार्च तक काली मिर्च के फल पककर तैयार हो जाते हैं।
सर्दी खांसी करे दूर – काली मिर्च का सेवन करने से सर्दी के मौसम में खांसी और जुकाम से राहत मिलती है। इसके साथ-साथ यह गला भी साफ रखता है। काली मिर्च के सेवन से जुकाम के कारण बाल झरने की समस्या भी कम होती है।
चर्म रोग और मुहांसों में फायदेमंद – काली मिर्च खाने से मुंह में होने वाली मुहांसों से राहत मिलती है। यदि शरीर पर कहीं पर फोड़ा या फुंसी है तो काली मिर्च को पीसकर फोड़े वाली जगह पर लगाने से आराम मिलता है। हालांकि इसे लगाने से थोड़ी जलन हो सकती है।
डिप्रेशन को खत्म करता है – काली मिर्च में पिपराइन मौजूद होता है। साथी में इसमें एंटी-डिप्रिसेंट गुण मौजूद होते हैं। काली मिर्च खाने से यह गुण आपकी टेंशन और डिप्रेशन को कम करता है।
दातों की समस्या करे खत्म – काली मिर्च खाने से दांतों से जुड़ी बीमारियों में राहत मिलती है। मसूड़ों के दर्द में काली मिर्च खाने से बहुत जल्दी आराम मिलता है। इसके अलावा काली मिर्च, माजूफल और सेंधा नमक एक साथ मिलाकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण में सरसों तेल मिलाकर दांतों और मसूड़ों पर लगाकर आधे घंटे बाद साफ कर लें। इससे मसूड़ों और दांतों की समस्या दूर होगी।
गैस और एसिडिटी की समस्या का करें निदान – काली मिर्च के सेवन से आधुनिक जीवनशैली के कारण उत्पन्न गैस और एसिडिटी की समस्या में आराम मिलता है। यदि गैस की समस्या या एसिडिटी की समस्या है तो नींबू के रस में काला नमक और काली मिर्च का पाउडर मिलाकर खाएं। गैस और एसिडिटी की समस्या में तुरंत राहत मिलेगी।
हिचकी की समस्या करे दूर – काली मिर्च का सेवन करने से हिचकी की समस्या दूर होती है। इसके लिए हरे पुदीने की 30 पत्ती, 2 चम्मच सौंफ, मिश्री और काली मिर्च का चूर्ण एक गिलास पानी में उबालकर पीने से हिचकी की समस्या दूर होती है।
कैंसर से करे बचाव – काली मिर्च खतरनाक कैंसर जैसी बीमारी से भी आपको बचाता है। काली मिर्च में विटामिन सी, विटामिन ए, कारोटेन्स और अन्य एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं। इसे खाने से महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम होता है।
पेट के कीड़े का करे सफाया – काली मिर्च का पाउडर बनाकर खाने से पेट के कीड़े खत्म हो जाते हैं। इसके अलावा किशमिश के साथ काली मिर्च खाने से भी पेट के कीड़ों की समस्या से छुटकारा मिलता है।
खांसी की समस्या होने पर देसी घी में थोड़ी सी काली मिर्च का पाउडर मिलाकर गर्म करें। अब इसमें पीसी हुई मिश्री मिलाकर लगातार 2 से 3 दिन तक खाने से खांसी में आराम मिलता है।
रोजाना एक चम्मच घी और 8 काली मिर्च और उसके साथ शक्कर को मिलाकर सेवन करने से आपकी शक्ति में सुधार होता है और दिमाग की कमजोरी भी दूर होती है।
काली मिर्च और शहद को एक साथ मिलाकर खाने से कई फायदे होते हैं। काली मिर्च के नियमित इस्तेमाल से कई गंभीर बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।