मोदी जी की मेहनत और हिन्दुओें की एकता का परिणाम, जो अब हिन्दुस्तान की धरती पर दिखाई देने लगा है!
समाज में होते जबरदस्त बदलाव कि बानगी देखिए:-
जिसको लेकर मुस्लिम समाज भी अचंभित और सदमे में है!
१. भारत में जितनी भी दरगाहें हैं, वहाँ का 80% खर्चा हिन्दुओं से चलता है! FaceBook और WhatsApp की वजह से हिंदुओं में जागरुकता आने लगी है !
जिसकी वजह से अजमेर दरगाह पर जाने वाले हिंदुओं की संख्या 60% तक की कमी हो गई है! इस बात को लेकर वहाँ के खा़दिम बहुत परेशान हैं!
सोर्सेज: टॉप फाइव इंडिया लीडिंग ट्रेवल एजेंसीज!
2. अब हिंदू भाई-बहन इतने जागरुक हो गए हैं कि कोई भी सामान सिर्फ़ हिंदू भाई की ही दुकान से खरीद रहे हैं, क्योंकि उन्हें यह एहसास हो गया है, कि उनके द्वारा शांति दूतों के दुकान से की गई खरीदारी कहीं ना कहीं उनके अपनों के पलायन का कारण बनेगी! इस बात को लेकर सभी बड़े मस्जिदों में मंथन का दौर चल रहा है!
3. अभी तक किसी भी उपद्रव होने पर शांत रहने वाले हिंदू भाई पलटकर मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं, इसको लेकर भी शांतिदूतों की चिंता बढ़ी है!
4. सभी इलाकों से मिली जानकारी के अनुसार इस बार ईद पर जबरदस्त तरीके से मुसलमानों के घरों की सेवइयाँ का बायकाट किया गया है! मस्जिदों में नमाज के बाद अधिक से अधिक हिंदुओं से दोस्ती करने को, औऱ उनको अपने घर बुलाकर खाना खिलाने का, जोर दिया जा रहा है!
5. मुस्लिम एक्टर्स और देश विरोधी बयान देने वाली हीरोइनों की फिल्मों की इनकम में भी जबरदस्त गिरावट आयी है!
6. यह पॉइंट तो जबर्दस्त है, और बिलकुल शत प्रतिशत सही है, कि 2014 तक मुस्लिम बनने की होड़ 2024 तक हिन्दू बनने की होड़ में तब्दील हो गई!
सात सालों में कितना बदल गया मेरा भारत! मोदी है तो यह मुमकिन हुआ है कि किसी भी सेकुलर नेता ने जालीदार टोपी नहीं पहनी पूरे चुनाव में!
सोशल मीडिया से जबरदस्त फायदा हुआ है हिन्दू समाज को!
मोबाइल नहीं, यह महासमर का यंत्र सूत्र है! यह सब तेजी से फैलाना चाहिए कि आप सबसे मिलकर काम करने का नतीजा है, कि पूरे चुनाव में हरेक पार्टी के नेता ने सिर्फ मंदिर की चौखट पर माथा रगड़ा है! दिग्विजय सिंह जैसा धर्म विरोधी नेता भी हिन्दू धर्म के विरुद्ध हिम्मत नहीं जुटा पाया! इसी तरह आपकी एकता बनी रही तो वो दिन दूर नहीं जब हर राजनैतिक पार्टी आपसे पूछकर टिकट तय करेगी!
ये सही लिखा किसी ने:
जिस नरेंद्र मोदी ने:
कांग्रेस-सीपीआई एक कर दी;
यूपी में बसपा-सपा एक कर दी;
पाकिस्तान की तबियत से धुलाई कर दी;
भिन्न-भिन्न टैक्स की भराई, GST एक कर दी;
मुस्लिम और ईसाई की दुहाई एक कर दी;
अब्दुल की चार थी, लुगाई एक कर दी;
उस मोदी जी को Divider in Chief कह रहे हो ?
यह बदलाव अच्छा है! बदलते भारत की बदलती तस्वीर!!
कांग्रेस होती तो यह सब होने नहीं देती, सामाजिक सद्भावना रूपी जहर के नाम पर!
रामजी करें कि बस एक बात और हो जाये! आत्मरक्षा के लिए भी सब जल्दी से जल्दी आत्मनिर्भर हो जाएं!
हिन्दुओं, एकता और बढ़ाओ,
आज से ही शुरू कीजिये.... क्योंकि कल कभी नहीं आता है।
सहमत हैं तो अधिक से अधिक दूसरे ग्रुप में शेयर कीजिये और हिन्दु चेतना के जनजागरण मे भागीदारी कीजिये!
जय श्री राम🚩🚩💪
जय श्री कृष्णा, ब्लॉग में आपका स्वागत है यह ब्लॉग मैंने अपनी रूची के अनुसार बनाया है इसमें जो भी सामग्री दी जा रही है कहीं न कहीं से ली गई है। अगर किसी के कॉपी राइट का उल्लघन होता है तो मुझे क्षमा करें। मैं हर इंसान के लिए ज्ञान के प्रसार के बारे में सोच कर इस ब्लॉग को बनाए रख रहा हूँ। धन्यवाद, "साँवरिया " #organic #sanwariya #latest #india www.sanwariya.org/
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शनिवार, 21 अगस्त 2021
FaceBook और WhatsApp की वजह से हिंदुओं में जागरुकता आने लगी है
दुनिया का सबसे लम्बा सड़क मार्ग था कलकत्ता से लंदन
दुनिया का सबसे लम्बा सड़क मार्ग था कलकत्ता से लंदन और इस मार्ग पर बस भी चलती थी.
दिनांक 15 April 1957 को शुरू हुई थी और आखरी बार 1973 में चली और किराया शुरू हुआ था 85 pound से मतलब करीब 7889/-होते थे और जब बंद हुई तब तक किराया 145 Pound 13144/- हो चुका था l
बस का मार्ग था कलकत्ता से बनारस, इलाहाबाद, आगरा, दिल्ली से होते हुए लाहोर, रावलपिंडी, काबुल कंधार, तहरान, इस्तांबुल से बुलगेरिया, युगोसलाविया, वीएना से वेस्ट जर्मनी और बेलजियम से होते हुए 20300 miles का सफ़र करते हुए ११ देश (उस समय) पार करते हुए तीन महीने में लंदन पहुँच जाती थी l
बस में सारी सुविधाएँ थी जैसे किताबें, रेडीयो, पंखे, हीटर और खाने पीने की व्यवस्था l
हैं न मज़ेदार जानकारी !!!
प्रति वर्ष दशहरे के ठीक 21 दिन बाद ही दीपावली क्यों आती है ?
प्रति वर्ष दशहरे के ठीक 21 दिन बाद ही दीपावली क्यों आती है ?
क्या कभी आपने इस पर विचार किया है।
विश्वास न हो तो कैलेंडर देख लीजिएगा।
रामायण में वाल्मिकी ऋषि ने लिखा है कि प्रभु श्री राम को अपनी पूरी सेना को श्रीलंका से अयोध्या तक पैदल चलकर आने में 504 घंटे लगे!!!!
अब हम 504 घंटे को 24घंटे से भाग दें तो उत्तर 21 आता है यानी इक्कीस दिन !!!
🚩मुझे भी आश्चर्य हुआ । कुछ भी बताया है यह सोचकर कौतूहल वश गूगल मैप पर सर्च किया।
🤔. उसमें दर्शाता है कि श्रीलंका से अयोध्या की पैदल दूरी 3145 किलोमीटर और लगने वाला समय 504 घंटे।।।
💥. है न आश्चर्यजनक बात।
वर्तमान समय में गूगल मैप को पूरी तरह विश्वनीय माना जाता है।
लेकिन हम भारतीयों का दशहरा और दीपावली त्रेतायुग से चली आ रही है, और परम्परानुसार मनाते आ रहे हैं।समय के इस गणित पर आपको विश्वास न हो रहा हो तो गूगल सर्च कर देख सकते हैं |
औरों को भी दीजिए यह रोचक जानकारी।
वाल्मिकी ऋषि ने तो रामायण की रचना श्रीराम के जन्म से पहले ही कर दी थी।!!! उनका भविष्यवाणी और आगे घटने वाली घटनाओं का वर्णन कितना सटीक था।
अपनी सनातन हिन्दू संस्कृति कितनी महान है।
हमें गर्व है ऐसी महान हिन्दू संस्कृति में जन्म लेने पर।
🚩 जय श्रीराम 🚩जय श्रीराम🚩जय श्रीराम
जब 2001 में अमेरिकी योद्धा काबुल में उतरे थे तो मात्र 10 दिन में तालिबान गुफाओं में घुस गया था।
829 वर्ष पूर्व जब 1192 में पृथ्वीराज चौहान की पराजय हुई और मोहम्मद गोरी के इस्लामिक आतंकवादी दिल्ली में घुसे थे तब दिल्ली का भी वो ही मंजर था जो आज काबुल का है।
दिल्ली की महिलाएं यह सोच कर शांत थी कि बस दो राजाओ के बीच सत्ता हस्तातंरण होगा, मगर जैसे ही जेहादी घुसे। 1-1 महिला पर 50 - 50 इस्लामी आतंकवादी टूट पड़े।
नारा ए तकबीर अल्लाह हु अकबर के नारों से ना सिर्फ दिल्ली बल्कि पूरी शस्य श्यामला भूमि काँप उठी थी। मंदिरों के शिखर पर चढ़कर जोरदार हमले किये जा रहे थे, पुरुषों के शव लटका दिए गए थे और महिलाओ को नग्न अवस्था मे गजनी ले जाया जा रहा था।
इसके बाद यही दृश्य 1761 में हुआ जब पानीपत के युद्ध मे सदाशिव राव भाऊ की पराजय हुई तो मराठा स्त्रियों के साथ यही चेष्टा की गई। दिल्ली में हिन्दुओ को चुन चुनकर मारा गया।
यह सब मैं इसलिए लिख रहा हु ताकि आप एक बार अपने किसी मुस्लिम परिचित से यह पूछे कि मुहम्मद गोरी और अब्दाली के बारे में उनके क्या विचार है? क्योकि आपको एक ही उत्तर मिलेगा की ये दोनों तो खुदा के फरिश्ते थे, तुम हिन्दू सिविलाइज्ड नही थे इसलिए उन्हें अल्लाह ने भेजा था।
कहने का आशय सिर्फ इतना है कि मुसलमानो के रोल मॉडल सदा ही ये आतंकवादी रहे है और 1192 से ही वे इसी प्रयास में है कि हम इस्लाम को एक मात्र सभ्यता मानकर अपना इतिहास ठीक वैसे ही भुला दे जैसे अफगानिस्तान भूला चुका है।
दूसरी ओर तालिबान की विजय से खुश होने वाले मुसलमान एक बात गांठ बांध लें वो यह कि ये युद्ध अमेरिका ने नही बल्कि अफगानिस्तान की सेना ने हारा है।
वह दृश्य हमे आज भी याद है जब 2001 में अमेरिकी योद्धा काबुल में उतरे थे तो मात्र 10 दिन में तालिबान गुफाओं में घुस गया था।
20 सालो तक तालिबान बाहर नही निकला, जो बाइडन की घोषणा ने उसे पर दिये। इसलिए अमेरिका तब भी विजित था और आज भी एक विजेता है पराजित सिर्फ अफगानिस्तान की सेना उनकी सरकार और उनके लोग हुए है हम काफ़िर नही।
वही भारत की बात करे तो सन 1757 में पेशवा रघुनाथ राव और सन 1799 में महाराज रणजीत सिंह के नेतृत्व में भारतीयों ने कई बार इन अफगानों को रौंदा है इसलिए काबुल वाले समीकरण दिल्ली में होंगे इसके सिर्फ सपने देखो कदम बढ़ाए तो वही अंजाम होगा जो 1757 से होता आया है।
हिन्दुओ से अपील है कि वे राघोबा और रणजीत सिंह जैसे योद्धाओं को जीवंत बनाये रखे, हमारा सौभाग्य है कि ऐसे लोग भारत में जन्में जिन्होंने भारत के तालिबान को सदा के लिये हिंदुकुश के पार धकेल दिया।
भारत सदा ही महान है उसे तालिबान या मुसलमानो से डरने की जरूरत नही है। हम कभी भारत की जनता को उसका अतीत भूलने नही देंगे, 2014 में दफन हुआ एकपक्षीय सेक्युलरिज्म दोबारा जीवित नही होगा।
पति-पत्नी की नोक झोंक में प्रयुक्त सम्पूर्ण हिंदी वर्णमाला संकलित कविता...
जिसने भी लिखा उसको नमन करते हुए यह रचना फारवर्ड कर रहा हूंँ। पति-पत्नी की नोक झोंक में प्रयुक्त सम्पूर्ण हिंदी वर्णमाला संकलित कविता...
😆😆
मुन्ने के नंबर कम आए,
पति श्रीमती पर झल्लाए,
दिनभर मोबाइल लेकर तुम,
टें टें टें बतियाती हो...
खा़क नहीं आता तुमको,
क्या मुन्ने को सिखलाती हो?
यह सुनकर पत्नी जी ने,
सारा घर सिर पर उठा लिया l
पति देव को लगा कि ज्यों,
सोती सिंहनी को जगा दिया l
अपने कामों का लेखा जोखा,
तुमको मैं अब बतलाती हूंँ l
आओ तुमको अच्छे से मैं,
क ,ख, ग,घ सिखलाती हूँ l
सबसे पहले "क" से अपने,
कान खोलकर सुन लो जी..
"ख"से खाना बनता घर में,
मेरे इन दो हाथों से ही!
"ग"से गाय सरीखी मैं हूंँ,
तुम्हें नहीं कुछ कहती हूँ l
"घ" से घर के कामों में मैं,
दिनभर पिसती रहती हूँ l
पतिदेव गरजकर यूंँ बोले..
"च" से तुम चुपचाप रहो
"छ" से ज्यादा छमको मत,
मैं कहता हूंँ खामोश रहो!
"ज" से जब भी चाय बनाने,
को कहता हूंँ लड़ती हो..
गाय के जैसे सींग दिखाकर,
"झ" से रोज झगड़ती हो!
पत्नी चुप रहती कैसे,
बोली "ट" से टर्राओ मत
"ठ" से ठीक तुम्हें कर दूँगी..
"ड" से मुझे डराओ मत!
बोले पतिदेव सदा आफिस में,
"ढ" से ढेरों काम करूंँ..
जब भी मैं घर आऊंँ,
"त" से तुम कर देतीं जंग शुरू!
"थ" से थक कर चूर हुआ हूंँ..
आज तो सच कह डालूँ मैं!
"द" से दिल ये कहता है...
"ध" से तुमको धकियाऊंँ मैं!
बोली "न" से नाम न लेना,
मैं अपने घर जाती हूँ!
"प" से पकड़ो घर की चाबी
मैं रिश्ता ठुकराती हूँ!
"फ" से फूल रहे हैं छोले,
"ब" से उन्हें बना लेना l
" भ" से भिंडी सूख रही हैं,
वो भी तल के खा लेना...!!
"म" से मैं तो चली मायके,
पत्नी ने बांधा सामान l
यह सुनते ही पति महाशय,
के तो जैसे सूखे प्राण
बोले "य" से ये क्या करती
मेरी सब नादानी थी...
""र" से रूठा नहीं करो.....
तुम सदा से मेरी रानी थी!
"ल" से लड़कर कहते हैं कि..
प्रेम सदा ही बढ़ता है!
"व" से हो विश्वास अगर तो,
रिश्ता कभी न मरता है l
"श" से शादी की है तो हम,
"स" से साथ निभाएंगे...
"ष" से इस चक्कर में हम....
षटकोण भले बन जाएंगे!
पत्नी गर्वित होकर बोली,
"ह" से हार मानते हो!
फिर न नौबत आए ऐसी
वरना मुझे जानते हो!
"क्ष" से क्षत्राणी होती है नारी
" त्र" से त्रियोग भी सब जानती है
"ज्ञ" से हे ज्ञानी पुरुष! चाय पियो
और खत्म करो यह राम कहानी!ं
🤣🤣🤣🤑🤑🤣🤣
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