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मंगलवार, 26 फ़रवरी 2013

एसिडिटी के लिए ये छोटा सा प्रयोग करके समस्या जड़ से खत्म हो जाएगी

एसिडिटी के लिए ये छोटा सा प्रयोग करके समस्या जड़ से खत्म हो जाएगी---


अच्छा और स्वादिष्ट खाना मिले तो खाने वाले को ध्यान ही नहीं रहता कि वह कितना खा रहा है इसीलिए कभी-कभी ज्यादा खा लेने पर एसिडिटी हो जाती है। इसके विपरित ज्यादा समय तक भुखे रहने पर भी एसिडिटी हो जाती है ऐलोपेथिक दवाई लेने पर एसिडिटी से थोड़े समय के लिए निजात तो जरूर मिल जाती है लेकिन पूरी तरह छुटकारा नहीं मिलता है।

इसीलिए एसिडिटी मिटाने के लिए आयुर्वेदिक देसी नुस्खे सबसे अधिक कारगर होते है। आयुर्वेद और यूनानी पद्धति में तो शहद एक शक्तिवर्धक औषधि के रूप में लंबे समय से प्रयुक्त किया जा रहा है। इसके विभिन्न गुण अब दुनिया भर में किए जा रहे शोधों से उजागर हो रहे हैं दालचीनी और शहद का योग पेट रोगों में भी लाभकारी है। पेट यदि गड़बड़ है तो इसके लेने से पेट दर्द ठीक हो जाता है और पेट के छाले भी खत्म हो जाते हैं। खाने से पहले दो चम्मच शहद पर थोड़ा-सा दालचीनी पावडर बुरककर चाटने से एसिडिटी में राहत मिलती है और खाना अच्छे से पचता है।

सोमवार, 25 फ़रवरी 2013

सावधान, बच्चों की आंखों का सूख रहा है पानी

सावधान, बच्चों की आंखों का सूख रहा है पानी

घंटों कंप्यूटर या मोबाइल पर गेम खेलने बच्चों की आंखों का पानी सूख जाता है और पलक कम झपकाने के कारण पुतली की नमी समाप्त हो जाती है और इसका दुष्प्रभाव कॉर्निया पर भी पड़ता है और आंखों की पुतली की मांसपेशियां कमज़ोर हो जाती हैं।
हाल ही में हुए एक शोध में बताया गया है कि सस्ते मोबाइल और कंप्यूटर अधिक घातक होते हैं और इनसे गर्मी अधिक निकलती है। स्क्रीन से निकली तरंगों के कारण सिरदर्द और मतली इत्यादि की शिकायत होती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आंख के पानी के सूखने की समस्या जो अब तक 40 वर्ष की आयु में होती थी, अब 14 वर्ष के लड़कों को भी हो रही है। समस्या यह है कि कम आयु के रोगी अपनी समस्या सही ढंग से घर वालों को नहीं बता पाते। विशेषज्ञों का कहना है कि इस संदर्भ में लोगों में जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है, नहीं तो आने वाले दिनों में स्थिति और विकट हो सकती है।
आंख के पानी के सूखने के लक्षणः आंखों में खुजली होना, आंखों से पानी आना, पलके झपकाना, सिर और आंखों के आसपास भारीपन का आभास होना और मतली लगना।
बचाव के उपायः स्क्रीन की ब्राइटनेस कम करें, लंबे समय तक टकटकी लगाकर कम्पयूटर या मोबाइल को देखना, आंखों में लुब्रीकेंट डालें, पलकें झपकाते रहें और हर आधे घंटे में आंखों को रेस्ट देते रहें।

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