जब भी चुनाव होते हैं तो पत्रकार वोट दे कर निकले आम मुस्लिमों से पूछते हैं कि किस मुद्दे पर वोट दिया , किसको दिया ।
जो उत्तर मिलते हैं उनसे इनकी देश के प्रति मानसिकता साफ हो जाती है । इनमें से सभी मोदी , भाजपा से दिल से नफरत करते हैं लेकिन उसको सीधे बयान करने की जगह घुमा फिरा कर कहते हैं कि वोट राहुल गांधी या तेजस्वी यादव या अखिलेश यादव को दिया है क्योंकि मंहगाई बढ़ रही है , रोजगार नहीं मिलता है , वह मुस्लिमों की सुरक्षा करेगी, दस साल हो गए हैं बदलाव होना चाहिए आदि ।
जबकि भाजपा ने ही इनके लिए फ्री राशन, फ्री गैस, फ्री मकान और अल्पसंख्यक कल्याण योजनाएं देश भर में चला रखी हैं जिसका तीन लाख करोड़ हर साल इनके हिस्से में आता है और फिर भी इनकी गरीबी दूर नहीं होती है ।
गरीबी दूर क्यों नहीं होती , क्योंकि हर महिला के आज भी पांच छह बच्चों से कम नहीं होते हैं और इसका कारण वह अल्लाह की देन मानते हैं लेकिन गरीबी बेरोजगारी का कारण मोदी को । पाकिस्तान , बांग्लादेश इसी आबादी के बढ़ने से अपनी जनता को खाना नहीं खिला पा रहे हैं लेकिन भारत में तीस करोड़ मुस्लिम मुफ्त सरकारी सहायता का जबरदस्त फायदा ले कर अपनी तादाद लगातार बढ़ा कर गजवाए हिंद की ओर बढ़ रहे हैं ।
इनकी जेहादी सोच पूरी दुनियां में ही ऐसी ही है । यह पाकिस्तान के मिनिस्टर का बयान पढ़िए आबादी पर ।
पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री अब्दुल कादिर ने ऐसा बेतुका बयान दिया है कि जिससे सरकार की सोच का स्तर पता चलता है और यह भी कि मंत्रियों की उस सोच पर कट्टरपंथी कितने हावी हैं। कादिर ने आबादी बढ़ाने का ऐसा ‘सुझाव’ दिया है कि उस पर बहस छिड़ गई है।
अपने यहां आबादी पर काबू करने के लिए पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री की वह सलाह है कि ‘जिन देशों में मुसलमान कम हैं वहां जाकर बच्चे पैदा किए जाएं’। स्वास्थ्य मंत्री अब्दुल कादिर पटेल ने आबादी बढ़ाने को लेकर ऐसा सुझाव दिया है, जिस पर विवाद पैदा हो गया है। उन्होंने कहा है कि अगर लोग ज्यादा बच्चे पैदा करना चाहते हैं तो उन देशों में चले जाएं जहां मुसलमान कम हैं। इससे उन देशों में मुस्लिम आबादी बढ़ेगी। यानी परोक्ष रूप से कादिर ‘सुझाव’ दे रहे हैं कि पाकिस्तान के मुसलमान ‘गैर मुस्लिम’ देशों में जाकर वहां मुसलमानों की तादाद बढ़ाएं और वहां ‘पाकिस्तान’ बसा दें।
उन्होंने आगे कहा कि ‘पाकिस्तान की आबादी साल 2030 तक 28.5 करोड़ हो जाएगी, जो उनके लिए खतरे की घंटी है। हम मुसलमान कम नहीं करना चाह रहे। उन्हें बेहतर बनाना चाह रहे हैं। हम मुसलमान को तालीमयाफ्ता, सेहतमंद बनाना चाहते हैं। कुछ लोग हमारी इस बात का विरोध करते हैं कि अल्लाह दे रहा है और हम बढ़ा रहे हैं। तो मेरा कहना है कि आप किसी ऐसे मुल्क में जाकर इतने बच्चे पैदा करो जहां मुसलमान अल्पसंख्यक हों’।
पाकिस्तान में इस वक्त आबादी 2.5 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है। पाकिस्तान अपनी इस बढ़ती आबादी और उसकी तुलना में सिकुड़ते संसाधनों को लेकर संकट में है। वहां की सरकार कट्टरपंथियों की धमक के चलते जनसंख्या नियंत्रण का कोई कदम उठाने में हिचकती रही है। इसलिए इस तरफ उसे कोई कारगर तरीका नहीं सूझ रहा है। लेकिन कादिर ने अपना उक्त सुझाव देकर संभवत: अपने जिहादी सोच वाले आकाओं को भी खुश किया है।
यह कोई छुपा तथ्य नहीं है कि जहां भी मुस्लिम आबादी बढ़ी है वहां अराजकता और जिहादी सोच का विस्तार हुआ है। यूरोप के कई देश इस समस्या से जूझ रहे हैं। फ्रांस सहित कुछ देशों ने तो जहरीली सोच फैलाने वाले कट्टर इस्लाम को काबू करने के कड़े कदम उठाने शुरू भी कर दिए हैं। लेकिन कनाडा, स्वीडन जैसे देशों में मुस्लिमों ने अपनी तादाद इतनी बढ़ा ली है कि वे वहां की सरकार के फैसलों पर प्रभाव डालने की स्थिति में आ चुके हैं।
मुस्लिमों की बढ़ती तादाद से परेशान पश्चिमी देशों में आज इस्लामी कायदे लागू करने की मांगें उठाई जा रही हैं। दुनिया के किसी भी कोने में मुस्लिमों को चुभने वाला कोई भी मुद्दा उठता है तो सात समंदर पार तक की सरकारों और नागरिकों की नाक में दम कर दिया जाता है। सभ्य समाज अब इस हरकत को नासूर मानने लगा है और मुस्लिमों से नजदीकी बढ़ाने से बचता दिख रहा है।
इस वीडियो में 26 साल की मोमिना के छह बच्चे हैं , उसकी मां के दस बच्चे थे जिसमें आठ के ऐसे ही बच्चे हैं । इनको एनआरसी के बारे में पता है । और इनकी उम्मीद तेजस्वी यादव , अखिलेश यादव और राहुल गांधी से है जो इनको अपने एजेंडे को बढ़ाने में और मदद करेंगे तो वोट इनको ही मिलेगा ।
भगवान मोदी को सद्बुद्धि दें जो 75 साल की आयु में यह सोचते हैं कि ट्रिपल तलाक कानून बनने से मोमिनाएं और सरकारी सहायता मिलने से पसमांदा मोमिन भाजपा को वोट देने लगेंगे ।वोट दे भी दें तब भी देश विरोधी मानसिकता तो नहीं बदलने वाली है ।
वह इस वीडियो को जरूर देखें । शायद देख भी लिया हो क्योंकि यह पहले चरण का वीडियो है इसीलिए उन्होंने चुनाव में अपना भाषण इन पर केंद्रित किया है ।
इस देश में सबसे पहले जनसंख्या कानून ला कर दो बच्चों से अधिक होने पर सभी सरकारी सब्सिडी समाप्त करने की जरूरत है और वोट का अधिकार निलंबित करने की जरूरत भी है ।
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