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रविवार, 28 अप्रैल 2024

केरल के ईसाई तो "जाग गए", यानी कुछ समय पहले खुलकर "लव जेहाद" के विरोध में उतर आए हैं... लेकिन "तथाकथित प्रगतिशील हिन्दू" (यानी शतुरमुर्ग) अभी भी रेती में अपना सिर घुसाए, तूफ़ान की तरफ अपना पिछवाड़ा करके खड़े हैं।

 

केरला स्टोरी वाली घटना यानी लव जिहाद में या दूसरे तरीकों से किशोरावस्था में हिंदू लड़के और लड़कियों का ब्रेनवाश करके उन्हें अपने इस्लाम के जाल में फंसा कर उन्हें या तो बच्चा पैदा करने वाली फैक्ट्री बना देना या फिर आतंकी बना देना यह सब कुछ सिर्फ केरल में नहीं हुआ इन लोगों ने यह प्रयोग श्रीलंका में भी किया था।

आप लोगों को 2018 में कोलंबो और उसके आसपास हुए सीरियल ब्लास्ट वाली घटना याद होगी जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे।

इस घटना को लव जिहाद में फंसकर हिंदू से मुसलमान बनी एक लड़की ने अंजाम दिया था।

इस घटना के बाद श्रीलंका सरकार ने जब जांच के आदेश दिए जब श्रीलंका में ऐसी कुल 100 से ज्यादा लड़कियों का पता चला जो या तो बौद्ध थी या सिंघली थी या तमिल हिंदू थी जिन्हें एक संगठित गिरोह ने लव जिहाद में फंसा कर मुसलमान बना दिया था।

श्रीलंका के मुस्लिम मौलवी उसकी ट्रेनिंग लेने केरल के उसी बदनाम कन्वर्जन सेंटर में आए थे जिसे लव जिहाद की फैक्ट्री कहा जाता है।

इसके बाद श्रीलंका सरकार ने इस पर बहुत कड़ा एक्शन लिया था और श्रीलंका में चल रहे ऐसे तमाम सेंटर को नष्ट कर दिया और 20 से ज्यादा लोगों को कड़ी धाराएं लगाकर आजीवन जेल में डाल दिया जो यह कन्वर्जन रैकेट चला रहे थे।

इतना ही नहीं श्रीलंका सरकार ने अपने देश में सभी बौद्ध धर्म गुरुओं सिंघली धर्मगुरुओं और हिंदू धर्म गुरुओं से अपील किया कि वह अपने अपने समुदाय की लड़कियों को संस्कारी बनाने और उन्हें इस बात की ट्रेनिंग दे कि वह लव जिहाद में ना फंसे और यदि कोई उनके साथ ऐसी कोशिश करता है तब उसकी जानकारी अपने माता-पिता या पुलिस को दें।

इस इस जांच रिपोर्ट के सामने आने के बाद ही श्रीलंका में बौद्ध और मुस्लिम दंगे भड़क गए थे जिसमें मुसलमानों पर बौद्धों ने भीषण हमले किये।

आप मित्रों ने जोम्बी फ़िल्में देखी होंगी... जिसमें खून पीने वाले जोम्बी जिस मनुष्य को काट लेते हैं, वह साधारण मनुष्य भी जोम्बी बन जाता है... और दूसरों का खून पीने लगता है... इस प्रकार यह "चेन सिस्टम" चलता जाता है।

चित्र में दिखाई गई सुन्दर कन्या का नाम है, "पुलस्तिनी राजेन्द्रन", एक तमिल हिन्दू लड़की... यह लड़की फँसी एक जोम्बी के चक्कर में... यानी लव जेहाद में... फिर क्या था!!! ये भी चली दूसरों का खून पीने... जी हाँ... पुलस्तिनी राजेन्द्रन निकाह के बाद बनी "साराह"... और यह जोम्बी हाल ही के श्रीलंका के आत्मघाती बम विस्फोटों में शामिल दर्जनों जोम्बियों में से एक थी।

केरल के ईसाई तो "जाग गए", यानी कुछ समय पहले खुलकर "लव जेहाद" के विरोध में उतर आए हैं... लेकिन "तथाकथित प्रगतिशील हिन्दू" (यानी शतुरमुर्ग) अभी भी रेती में अपना सिर घुसाए, तूफ़ान की तरफ अपना पिछवाड़ा करके खड़े हैं।

निष्कर्ष :- "खून पीने वाले जोम्बियों" से खुद भी यथासंभव दूर रहें... और अपने परिजनों को भी दूर रखें।

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